मैट्रिक्स अकैडमी की विशेषताएं जो उसे बनाती है बाकियों से अलग

Matrix Academy Sikar Review In Hindi

Matrix Academy Sikar Review In Hindi: JEE और NEET की एक बहुत ही फेमस अकैडमी है जिसका नाम है मैट्रिक्स अकैडमी। यह अकैडमी राजस्थान राज्य के सीकर शहर में स्थित है। पहले के समय में JEE और NEET की तैयारी करने के लिए दो से तीन इंस्टीट्यूट का नाम ही सुनने को मिलता था। जैसे कि एलन या आकाश इत्यादि। हालाँकि आज के समय में मैट्रिक्स अकैडमी का नाम हर कोई स्टूडेंट जानता है।

आखिरकार इसके पीछे का कारण क्या है!! मैट्रिक्स अकैडमी ने स्टूडेंट्स पर ऐसा क्या जादू किया है कि इसने JEE और NEET में दिग्गज कोचिंग इंस्टीट्यूट को भी पीछे छोड़ दिया (Is Matrix good for IIT) है या उन्हें कड़ी टक्कर दे रही है। इसका जवाब जानने के लिए हमने मैट्रिक्स अकैडमी पर कई दिनों तक रिसर्च की और वहाँ पढ़ रहे कई स्टूडेंट्स से बात की और उनके पेरेंट्स से भी संपर्क साधा।

इसी के साथ ही हमने अन्य टॉप लेवल के JEE और NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट और मैट्रिक्स अकैडमी के बीच में तुलना भी की। उसी के आधार पर हम यह आर्टिकल लिख रहे हैं जो मैट्रिक्स अकैडमी की विशेषताओं को आपके सामने रखेगा। चलिए जानते हैं कि आखिरकार सीकर की इस मैट्रिक्स अकैडमी में ऐसा क्या ख़ास है जो इसे बाकी अकैडमी से एकदम अलग लाकर खड़ा कर देता है।

मैट्रिक्स अकैडमी की विशेषताएं

जो स्टूडेंट्स JEE और NEET की तैयारी कर रहे हैं उन्होंने समय-समय पर कई चीज़ों के चलते मैट्रिक्स अकैडमी का नाम सुन रखा (Is Matrix good for NEET) होगा। अब तो यह अकैडमी इतनी ज्यादा प्रसिद्ध हो चुकी है कि यहाँ एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स दूर-दूर के राज्यों से भी आ रहे हैं। इसका कारण है यहाँ का इंफ्रास्ट्रक्चर, अनुभवी फैकल्टी, डाउट सेंटर्स, और भी बहुत कुछ।

अब कहने को तो बहुत सी चीजें हैं जो इस अकैडमी को बाकियों से अलग करती (Matrix Academy Sikar Review In Hindi) है लेकिन हम आपके सामने कुछ मुख्य पॉइंट्स को रखने जा रहे हैं। इन्हें ही हम मैट्रिक्स अकैडमी की विशेषताएं कह सकते हैं, चलिए जानते हैं।

#1. फाउंडेशन कोर्स

अधिकतर JEE और NEET के जो कोचिंग सेंटर्स हैं, उनके बस कोचिंग सेंटर ही होते हैं। हालाँकि मैट्रिक्स अकैडमी के साथ ऐसा नहीं है। सीकर में मैट्रिक्स अकैडमी के JEE और NEET के कोचिंग सेंटर तो हैं ही लेकिन साथ ही उनके स्कूल भी हैं। अब ऐसे में मैट्रिक्स के द्वारा फाउंडेशन कोर्स की सुविधा दी जाती है जो कि एकदम ही नया कॉन्सेप्ट है। कहने का मतलब यह हुआ कि यदि आप अभी स्कूल में हैं तो आप अलग से कोचिंग लेने की बजाए मैट्रिक्स के स्कूल में ही फाउंडेशन कोर्स का चुनाव कर सकते हैं।

यह कोर्स क्लास छठी से ही शुरू हो जाता है। तो इस तरह से आप मैट्रिक्स के स्कूल में पढ़ते हुए अपनी क्लास की तैयारी तो करेंगे ही करेंगे बल्कि साथ ही आगे के लिए JEE और NEET की तैयारी भी शुरू कर देंगे। एक तरह से आपकी तैयारी बहुत पहले से ही शुरू हो जाएगी और वो भी धीरे-धीरे। फिर जब आप अपनी बारहवीं क्लास को पास करेंगे तो आपके लिए JEE और NEET का एग्जाम क्रैक करना बहुत ही सरल हो जाएगा।

#2. टॉप क्लास फैसिलिटी

यदि आपने अभी तक मैट्रिक्स अकैडमी को विजिट नहीं किया (Is Matrix good for IIT) है या उनके सेंटर में जाकर नहीं देखा है तो हम एक बार आपको यही सलाह देंगे कि आप कम से कम वहाँ होकर आएं। जब हमने वहाँ विजिट किया तो वहाँ की फैसिलिटी देखकर दंग रह गए। वह इसलिए क्योंकि मैट्रिक्स अकैडमी ने अपने स्टूडेंट्स के लिए विश्व स्तरीय सुविधा उपलब्ध करवा रखी है।

वहाँ आपको कैंपस से लेकर क्लास रूम, उनका डिजाईन, पढ़ाने का तरीका, टेक्नोलॉजी, मीटिंग रूम इत्यादि हर कुछ मॉडर्न मिलेगा। इससे स्टूडेंट्स को बहुत ज्यादा मदद मिलती है। साथ ही इस तरह की फैसिलिटी में पढ़ने से स्टूडेंट जल्दी से चीज़ों को कैच कर पाता है। इससे उसके लिए JEE और NEET का एग्जाम क्रैक करने की संभावना बहुत बढ़ जाती है।

#3. फैकल्टी का एक्सपीरियंस

जब भी कोई स्टूडेंट JEE और NEET की कोचिंग लेने के लिए किसी इंस्टीट्यूट से जुड़ता है तो उसके लिए एक चीज़ सबसे ज्यादा मायने रखती है और वह है वहाँ पढ़ा रही फैकल्टी। यदि स्टूडेंट को अपने लिए एक अच्छी फैकल्टी या टीचर मिल जाता है तो मान लो उसका आधा काम तो यहीं हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि उस स्टूडेंट के लिए सभी तरह के कॉन्सेप्ट को समझाने का काम वही टीचर ही कर रहा होगा।

अब जब हमने मैट्रिक्स अकैडमी में पढ़ा रहे टीचर्स के बारे में जाना तो वह अनुभवी होने के साथ-साथ देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़े हुए (Why Matrix Academy is Famous) मिले। फिर चाहे आप अनुपम अग्रवाल सर को ले लीजिए जो IIT कानपुर से पढ़े हुए हैं तो वहीं कपिल ढाका सर जो IIT खड्गपुर से ग्रेजुएट हैं। ऐसे ही आपको एक से बढ़कर एक फैकल्टी मैट्रिक्स अकैडमी में देखने को मिल जाएगी।

#4. डाउट सेंटर्स

एक बात जो मैट्रिक्स अकैडमी को बाकी सभी JEE और NEET कोचिंग सेंटर से अलग बनाती है वह है यहाँ के कैंपस में जगह-जगह खुले हुए डाउट सेंटर्स। अक्सर हमने स्टूडेंट्स को इस बात के लिए टेंशन लेते हुए देखा है कि उनके डाउट समय पर सोल्व नहीं हो पाते हैं जिस कारण वे अपनी पढ़ाई में बाकियों से पिछड़ जाते हैं। मैट्रिक्स अकैडमी ने स्टूडेंट्स की इस समस्या को समझा और अपने कैंपस में इसके लिए अलग से व्यवस्था की।

दरअसल होता क्या है कि स्टूडेंट क्लास में अपने सभी डाउट पूछ नहीं पाता है और ना ही फैकल्टी के पास हर एक स्टूडेंट के डाउट को सोल्व करने का इतना समय होता है। ऐसे में मैट्रिक्स में आपको जगह-जगह डाउट सेंटर मिलेंगे जहाँ पर फैकल्टी बैठी होती है। आप वहाँ पर कभी भी अपने डाउट लेकर जा सकते हैं और वह फैकल्टी ना केवल आपके डाउट को क्लियर कर देगी बल्कि आपको उस प्रश्न को हल करने के विभिन्न तरीके भी बताएगी।

#5. ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों

वैसे तो मैट्रिक्स अकैडमी में ऑफलाइन क्लास ही ली जाती है और वह सही भी (Matrix Academy Sikar Review In Hindi) है। आपको मैट्रिक्स अकैडमी के कैंपस में जाकर क्लास रूम में बैठकर लेक्चर अटेंड करना होगा। हालाँकि इसका अर्थ यह भी नहीं है कि यहाँ आपको ऑनलाइन कुछ नहीं मिलेगा। दरअसल मैट्रिक्स अकैडमी ने अपने यहाँ की फैसिलिटी में एक काम यह भी किया हुआ है कि वह हर लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाता है।

ऐसे में आप किसी लेक्चर को किसी कारणवश स्किप कर देते हैं या क्लास में समय पर नहीं पहुँच पाते हैं या किसी पारिवारिक कारण से घर जाते हैं तो आपको घर बैठे ही क्लास रूम की वीडियो रिकॉर्डिंग मिलेगी। इससे जब आप वापस लौट कर आएंगे तो आप अपने आप को बाकियों की अपेक्षा पीछे नहीं पाएंगे और आपका सिलेबस भी साथ के साथ चलता रहेगा।

#6. हर दिन ओपन रहना

एक और बात जो हमें मैट्रिक्स अकैडमी की अच्छी लगी, वह है अपने स्टूडेंट्स के लिए वर्ष के हरेक दिन ओपन रहना अर्थात अपने कोचिंग सेंटर के दरवाजे हमेशा खुले रखना। अब कई कोचिंग इंस्टीट्यूट ऐसे हैं जो अपने यहाँ रविवार की या फिर वार त्यौहार की छुट्टी कर देते हैं लेकिन मैट्रिक्स अकैडमी के साथ ऐसा नहीं है।

अब होली, दिवाली के दिन कोचिंग की छुट्टी भी है तो इसका अर्थ यह नहीं है कि उस दिन कोचिंग सेंटर भी बंद रहेगा। वह आपके लिए वर्ष के 365 दिन खुला रहेगा। ऐसे में आप वहाँ जाकर पढ़ सकते हैं या अपने डाउट सोल्व करवा सकते हैं। यह मैट्रिक्स अकैडमी की एक ऐसी विशेषता है जो शायद ही किसी अन्य JEE और NEET के कोचिंग सेंटर के पास हो।

#7. काउंसलिंग व मोटिवेशन

अब स्टूडेंट दिन रात पढ़ता तो रहता है लेकिन बीच बीच में उसे मोटीवेट करने की बहुत जरुरत पड़ती है। वह इसलिए क्योंकि उसके आसपास का माहौल बहुत ही तनाव भरा हो सकता है या उस पर परिवार का बहुत ज्यादा दबाव हो या वह एक या दो बार असफल भी हो चुका हो। हर स्टूडेंट की अपनी अलग-अलग समस्या हो सकती है और उस पर हम जाना भी नहीं चाहते (Is Matrix good for NEET) हैं।

हम तो आपको यह बताने जा रहे हैं कि मैट्रिक्स अकैडमी ने इसके लिए भी एक समाधान निकाला हुआ है। दरअसल समय-समय पर यहाँ काउंसलिंग सेशन आयोजित किए जाते हैं जिसमें स्टूडेंट्स की समस्याओं का समाधान किया जाता है। इसी के साथ ही यहाँ पर एक्सपर्ट या एक्स स्टूडेंट्स के सेशन भी होते हैं जो स्टूडेंट्स को मोटीवेट करने का काम करते हैं।

#8. हॉस्टल का माहौल

जो स्टूडेंट्स सीकर शहर के ही हैं, वे तो रोजाना अपने घर से पढ़ने आते होंगे लेकिन मैट्रिक्स अकैडमी अब पूरे भारत देश में प्रसिद्ध हो चुकी है। ऐसे में यहाँ पर राजस्थान के विभिन्न शहरों और भारत के कई राज्यों से स्टूडेंट्स पढ़ने आते हैं। अब वे सीकर शहर में आएंगे तो अवश्य ही उनके लिए मैट्रिक्स अकैडमी के द्वारा हॉस्टल की सुविधा भी दी गई होगी।

हॉस्टल तो आपको हर बड़े JEE और NEET कोचिंग सेंटर के मिल जाएंगे लेकिन जब हमने मैट्रिक्स अकैडमी के हॉस्टल को विजिट किया तो वहाँ का माहौल देखकर हमारे आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। दरअसल ज्यादातर हॉस्टल में स्टूडेंट्स अनुशासन का पालन नहीं करते हैं और हुडदंग मचाते हैं लेकिन यहाँ का माहौल वाकई में आश्चर्यजनक था। यहाँ पर स्टूडेंट्स को हर तरह की फैसिलिटी दी गई थी, पढ़ाई के लिए अलग से भी रूम्स थे और साथ ही फ्री टाइम में खेलने के लिए भी बहुत सारी सुविधाएँ थी।

#9. क्लास का साइज़

अब यदि आप नामी JEE और NEET कोचिंग सेंटर में जाकर देखेंगे तो पाएंगे कि वहाँ के एक बैच का साइज़ बहुत ज्यादा होता है। अब स्टूडेंट्स तो उन कोचिंग सेंटर का नाम सुनकर धड़ल्ले से एडमिशन ले लेते हैं लेकिन कोचिंग इंस्टीट्यूट वाले एक-एक क्लास में 100-100 स्टूडेंट्स को भर लेते हैं। फिर टीचर को भी माइक पकड़ा दिया जाता है ताकि उसकी आवाज क्लास रूम के आखिरी स्टूडेंट तक अच्छे से पहुँच (Why Matrix Academy is Famous) सके।

मैट्रिक्स अकैडमी के साथ ऐसा नहीं है। यदि उनकी क्लास में मैक्सिमम 50 स्टूडेंट्स भी हो जाते हैं तो वे नया बैच बना देते हैं। इससे होता क्या है कि टीचर को अपने यहाँ पढ़ रहे स्टूडेंट्स को अच्छे से समझने और जानने का समय मिलता है। स्टूडेंट भी अपने टीचर के साथ अच्छे से इंटरैक्ट कर पाता है और उसे टॉपिक समझने में इतनी कठिनाई भी नहीं आती है।

#10. फीस और स्कॉलरशिप

हमने कई तरह के JEE और NEET कोचिंग सेंटर के लेवल और उसके हिसाब से उनकी फीस का आंकलन किया। इसे देखकर हमने पाया कि जिन कोचिंग सेंटर का नाम हो चुका है उन्होंने अपनी फीस को आश्चर्यजनक रूप से बहुत ऊँचा कर रखा है। वहीं जो कोचिंग सेंटर अभी नए हैं या ज्यादा प्रसिद्ध नहीं हैं, वे कम फीस में भी स्टूडेंट्स को पढ़ाने को तैयार हैं। हालाँकि वहाँ उस तरह की सुविधा और प्रॉपर फैकल्टी नहीं मिल पाती है।

वहीं जब हमने मैट्रिक्स अकैडमी के फीस स्ट्रक्चर को देखा तो वह एकदम सही लगा। वहाँ की फीस ना तो बहुत ज्यादा थी और ना ही कम। एक तरह से वे जिस फीस पर अपने स्टूडेंट्स को टॉप क्लास की फैकल्टी और फैसिलिटी दे रहे थे, उसके हिसाब से बाकी इंस्टीट्यूट तो कुछ भी नहीं दे रहे थे। इसी के साथ ही होनहार स्टूडेंट्स के लिए 90 प्रतिशत तक की स्कॉलरशिप की सुविधा भी यहाँ मिलती है।

निष्कर्ष

इस तरह से हमने कुल 10 पॉइंट्स में मैट्रिक्स अकैडमी की विशेषताओं को आपके सामने रखा (Matrix Academy Sikar Review In Hindi) है। अब यदि हम मैट्रिक्स अकैडमी की और भी विशेषताएं आपके सामने रखने लगेंगे तो यह आंकड़ा 40-50 का हो जाएगा लेकिन हमने मुख्य-मुख्य चीज़ों को ही आपके सामने रखा है।

अब मैट्रिक्स अकैडमी के द्वारा लगातार किया जा रहा काम ही है कि उसके स्टूडेंट्स JEE और NEET के एग्जाम में ना केवल सीकर शहर में टॉप कर रहे हैं बल्कि पूरे भारत वर्ष में अपना परचम लहरा रहे हैं। इसलिए यदि आपको भी JEE और NEET की तैयारी करनी है तो उसके लिए आपको सोचने की जरुरत नहीं है, बस आज ही मैट्रिक्स अकैडमी को विजिट करें या वहाँ पर कॉल करें।

Related FAQs

प्रश्न: क्या मैट्रिक्स आईआईटी के लिए अच्छा है?

उत्तर: आज के समय में मैट्रिक्स को आईआईटी के लिए बेस्ट कोचिंग सेंटर माना जाता है। यहाँ के स्टूडेंट्स भी सीकर शहर में टॉप करते हैं।

प्रश्न: क्या मैट्रिक्स सीकर नीट के लिए अच्छा है?

उत्तर: मैट्रिक्स अकैडमी सीकर शहर में ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान में नंबर एक नीट कोचिंग सेंटर है। अब तो यह देश के टॉप कोचिंग सेंटर में भी आ चुका है।

प्रश्न: सीकर में नीट कोचिंग की फीस कितनी है?

उत्तर: सीकर में नीट कोचिंग की फीस एक से डेढ़ लाख के बीच में है। यहाँ पर आपको मैट्रिक्स, गुरुकृपा, प्रिंस जैसे कई जाने माने इंस्टीट्यूट मिल जाएंगे।

प्रश्न: क्या मैट्रिक्स सीकर जेईई के लिए अच्छा है?

उत्तर: बिल्कुल, इसमें कोई दो राय नहीं है कि मैट्रिक्स सीकर जेईई के लिए अच्छा नहीं बल्कि बहुत ही अच्छा है। ऐसा हम नहीं बल्कि यहाँ से जेईई में लगातार टॉप करते स्टूडेंट्स का आंकड़ा कह रहा है।

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