Best NEET Coaching State In India In Hindi: नीट का एग्जाम नेशनल लेवल का एग्जाम है जिसमें हर वर्ष हजारों लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स भाग लेते हैं। इसके लिए उनके द्वारा कड़ी मेहनत की जाती है ताकि किसी भी तरह से ना केवल उनका नीट एग्जाम में सिलेक्शन हो जाए बल्कि अच्छी रैंक भी आए ताकि उसके बलबूते उन्हें टॉप लेवल का सरकारी मेडिकल कॉलेज मिल सके। ऐसे में बहुत से स्टूडेंट्स अपनी 11 वीं क्लास से ही नीट की तैयारी करना शुरू कर देते हैं तो कुछ अपनी बारहवीं या उसे पास करने के बाद नीट की तैयारी करना शुरू करते हैं।

अब यह आर्टिकल उन सभी स्टूडेंट्स को ध्यान में रखकर लिखा जा रहा है जो नीट के लिए बेस्ट स्टेट की खोज में हैं अर्थात भारत का कौन सा राज्य नीट की सबसे बेस्ट कोचिंग देता है। अब नीट की तैयारी करवाने में राजस्थान, दिल्ली, तेलंगाना, बिहार जैसे राज्यों का नाम लिया जाता है। इनके भी कुछ एक शहर नीट की कोचिंग देने में टॉप पर आते हैं जैसे कि सीकर, कोटा, दिल्ली, हैदराबाद या पटना इत्यादि।

ऐसे में आपके लिए कौन सा राज्य नीट के लिए सबसे अच्छा रहने वाला है, यह एक अहम प्रश्न (Best State For NEET Preparation In India In Hindi) है। आज का हमारा यह आर्टिकल इसी विषय को ही ध्यान में रखकर लिखा गया है। तो चलिए जानते हैं भारत का कौन सा राज्य नीट के लिए सबसे अच्छा राज्य है।

नीट के लिए सबसे अच्छा राज्य कौन सा है?

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि भारत देश में कुछ चुनिंदा राज्य ही ऐसे राज्य हैं जहाँ नीट की टॉप लेवल की कोचिंग दी जाती है। वैसे तो नीट की कोचिंग भारत के हरेक राज्य के हरेक शहर में दी जाती (NEET Best Coaching State In India In Hindi) है। वहीं टॉप सिटी या मेट्रो जैसे शहरों में एक से बढ़कर एक नीट कोचिंग सेंटर्स खुले होते हैं। अब यदि इनमें से कुछ टॉप राज्यों के नाम हम आपके सामने रखें तो उनके नाम होंगे:

  • राजस्थान
  • दिल्ली
  • तेलंगाना
  • बिहार
  • तमिलनाडु

तो यह पांच राज्य नीट की कोचिंग देने के मामले में भारत के टॉप राज्यों में शामिल हैं। हालाँकि यहाँ बात सूची या किसी लिस्ट की नहीं हो रही है बल्कि बात हो रही है इन सभी में सबसे बेस्ट राज्य कौन सा है। तो यदि हम भारत के अंदर नीट के लिए सबसे अच्छे राज्य की बात करेंगे तो उसमें केवल और केवल एक ही नाम उभर कर सामने आता है और वह है राजस्थान।

आपने भी अक्सर नीट या फिर जेईई की कोचिंग लेने के लिए बार-बार इसी राज्य का ही नाम सुन रखा (Best NEET Coaching State In India In Hindi) होगा। इसके पीछे कई कारण हैं जिनके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं।

नीट के लिए राजस्थान क्यों है सबसे अच्छा राज्य?

ऊपर हमने नीट के लिए सबसे अच्छे राज्यों की सूची तो दे दी है और साथ ही यह भी बता दिया है कि इन सभी में राजस्थान ही नीट के लिए सबसे अच्छा राज्य माना जाता (Best State For NEET Preparation In India In Hindi) है लेकिन आपने अभी तक यह नहीं जाना है कि राजस्थान ही क्यों?

ऐसे में आपके लिए यह जानना भी आवश्यक हो जाता है कि राजस्थान राज्य में ही ऐसी क्या बात है जो इसे नीट की कोचिंग देने में बाकी सभी राज्यों से टॉप पर लाकर खड़ा करती है। इसको जानने से पहले यह जान लें कि किस राज्य के कौन-से शहर नीट की कोचिंग देने में सबसे आगे और बेस्ट हैं।

  • राजस्थान के सीकर, कोटा और जयपुर शहर
  • तेलंगाना का हैदराबाद शहर
  • बिहार का पटना शहर
  • तमिलनाडु का चेन्नई शहर

इस तरह से सीकर, कोटा, जयपुर, हैदराबाद, पटना और चेन्नई शहरों को नीट की कोचिंग देने में अग्रणी शहरों में गिना जाता है। अब हम जानेंगे कि बाकी राज्यों की तुलना में राजस्थान राज्य के शहरों में ही ऐसी क्या बात है जो इसे बाकी सभी राज्यों से अलग बनाती है। चलिए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • महंगा रहन सहन

आपने ध्यान दिया होगा कि बाकी जितने भी राज्य हैं, वहाँ नीट की कोचिंग देने में वहाँ की राजधानी ही टॉप पर है। जैसे कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद है तो बिहार की पटना, तमिलनाडु की चेन्नई है तो दिल्ली तो देश की ही राजधानी हो गई।

अब सभी राजधानी है तो अवश्य ही वहाँ लोग केवल कोचिंग लेने तो आएंगे नहीं। वहाँ जॉब करने वाले और बिज़नेस करने वाले भी आते हैं। ऐसे में वहाँ की लाइफ स्टाइल बहुत महँगी होती है। चाहे वह फ्लैट या पीजी में रहना हो या कहीं आना जाना। वहीं राजस्थान में जयपुर को छोड़कर बाकी दोनों शहर सामान्य श्रेणी में आते हैं।

  • व्यक्तिगत ध्यान की कमी

अब जो बड़े शहर होते हैं तो वहाँ स्टूडेंट्स भी बहुत ज्यादा संख्या में नीट की तैयारी करने के लिए आते हैं। ऐसे में एक-एक क्लासरूम में बहुत से स्टूडेंट्स को ले लिया जाता है जिस कारण टीचर्स हर किसी पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। उनका मुख्य ध्यान अपना लेक्चर देकर दूसरी क्लास में जाना होता है। ऐसे में स्टूडेंट्स के ऊपर व्यक्तिगत ध्यान की कमी भी एक मुख्य मुद्दा है जो राजस्थान में नहीं देखने को मिलता है।

  • ध्यान भटकना

मेट्रो सिटी में या राजधानियों में स्टूडेंट्स के लिए ध्यान भटकाने की बहुत सी चीजें होती रहती है। उदाहरण के तौर पर सरकारी या निजी कार्यक्रम होना, हर त्यौहार पर बड़े-बड़े फंक्शन होना, प्राइवेट पार्टीज होना इत्यादि। वहाँ मौज मस्ती के लिए लगभग सभी तरह की सुविधाएँ उपलब्ध होती है। ऐसे में स्टूडेंट्स का ध्यान नीट की तैयारी से भटकने की संभावना बहुत ज्यादा रहती है।

  • डिस्टर्बिंग एनवायरनमेंट

राजस्थान को छोड़कर बाकी सभी राज्यों का एनवायरनमेंट या यूँ कहें कि वहाँ का माहौल बहुत ही अशांत सा रहता है। कभी कोई प्रदर्शन हो रहा होता है तो कभी कहीं पर धरना होने लग जाता है। कभी लोग किसी चीज़ की मांग को लेकर सड़कों पर आ जाते हैं तो कभी कुछ। साथ ही राजनीतिक कार्यक्रमों की वजह से भी स्टूडेंट्स को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

तो यह कुछ कारण थे जो राजस्थान को बाकी सभी राज्यों से अलग लाकर खड़ा करते हैं। वहाँ की राजधानी जयपुर भी अन्य राज्यों की राजधानी की तुलना में बहुत शांत (Best NEET Coaching State In India In Hindi) है और रहने के लिए भी ज्यादा महँगी नहीं है। हालाँकि बिहार की राजधानी पटना भी ज्यादा महँगी नहीं है लेकिन वहाँ का माहौल बहुत ही डिस्टर्बिंग सा रहता है।

अब यदि हम राजस्थान के ही तीन शहरों का तुलनातमक अध्ययन करें तो उसमें सीकर शहर का नाम सबसे पहले नंबर पर लिया जाता है। आप यह सुनकर आश्चर्य में पड़ गए होंगे कि इस सूची में कोटा पहले नंबर पर क्यों नहीं है। तो उसका कारण भी हम आपको नीचे बताने वाले हैं।

सीकर ही क्यों है नीट के लिए सबसे अच्छा शहर?

ऊपर आपने जाना कि भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जो सभी पहलुओं पर खरा उतरता है। राजस्थान राज्य में नीट की जिस तरह की कोचिंग दी जाती है, वह शायद ही किसी अन्य राज्य के शहर में दी जाती (Best State For NEET Preparation In India In Hindi) हो।

हालाँकि अब हम चर्चा करने वाले हैं राजस्थान के ही तीन मुख्य शहर सीकर, कोटा और जयपुर के बारे में। इन तीनो में से हमने आपको सीकर शहर को नीट की कोचिंग देने के लिए सबसे अच्छा शहर बताया है लेकिन ऐसा क्यों!! आइए उसके मुख्य कारणों का पता लगा लेते हैं।

  • कम दबाव

कोटा आज से नहीं बल्कि पिछले कुछ दशक से नीट की कोचिंग देने के मामले में पूरे देशभर में प्रसिद्ध है। जो कोई भी नीट या फिर जेईई की कोचिंग लेने का इच्छुक होता है, उसके मन में कहीं ना कहीं कोटा का नाम अवश्य आता है। अब यही प्रसिद्धि उसके लिए गले की फांस बन गई है। वह इसलिए क्योंकि वहाँ का माहौल इतना तनावपूर्ण हो चुका है कि आए दिन स्टूडेंट्स आत्महत्या जैसे कदम उठाने लगे हैं। वहीं जयपुर तो राजस्थान की राजधानी हो गई तो ऐसे में वहाँ भी सीकर की तुलना में अधिक दबाव देखने को मिलता है।

  • कम फीस

कोटा अपने नाम के कारण तो वहीं जयपुर राजधानी होने के कारण स्टूडेंट्स को नीट की कोचिंग देने के नाम पर ज्यादा फीस ऐंठते हैं जबकि सीकर शहर में ऐसा नहीं है। वहाँ आपको मध्यम या यूँ कहें कि मॉडरेट फीस में भी अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन मिल जाएगा। तो सीकर शहर में फीस भी कम है और साथ ही वहाँ स्टूडेंट्स को जरुरत से ज्यादा प्रेशर में भी नहीं लाया जाता है।

  • शांत वातावरण

कोटा में बहुत ज्यादा भीड़ हो गई है तो फिर वहाँ का माहौल शांत कैसे रह सकता है। अवश्य ही राजस्थान के तीनो शहर बाकी राज्यों की राजधानियों की तुलना में ज्यादा शांत है लेकिन जब हम राजस्थान के ही इन तीन शहरों की आपस में तुलना करेंगे तो पाएंगे कि सीकर शहर कोटा और जयपुर की तुलना में कहीं अधिक शांत है। वहाँ आपको माहौल उतना ही टेंस दिखेगा, जितना स्टूडेंट्स के लिए जरुरी हो, उससे ज्यादा (NEET Best Coaching State In India In Hindi) नहीं।

  • टॉप लेवल की नीट अकैडमी

सीकर शहर को कोटा और जयपुर से भी ऊपर लेकर जाने में एक मुख्य कारण वहाँ खुली एक से बढ़कर एक अकैडमी भी है। आज के समय में सीकर में नीट की कोचिंग देने के लिए दर्जनों अकैडमी है लेकिन उसमें से जिस एक अकैडमी का नाम सबसे पहले लिया जाता है, वह है मैट्रिक्स अकैडमी। मैट्रिक्स अकैडमी पहले केवल जेईई की ही कोचिंग देती थी लेकिन पिछले कुछ वर्षों में वहाँ नीट की भी कोचिंग दी जा रही है।

जब से मैट्रिक्स अकैडमी ने नीट की कोचिंग देनी शुरू की है तब से ही उसने ना केवल सीकर शहर में बल्कि पूरे राजस्थान में ही अपना परचम लहरा दिया है। इसके अलावा सीकर में आपको गुरुकृपा, प्रिंस, एलन जैसे अन्य प्रसिद्ध नीट कोचिंग संस्थान भी देखने को मिल जाएंगे।

अब एलन का नाम तो आप सभी ने सुन ही रखा होगा। तो एलन ने सीकर शहर की बढ़ती लोकप्रियता के कारण वहाँ भी अपनी एक ब्रांच खोल रखी है। एलन अपनी कोटा वाली ब्रांच को जितना महत्व देता है, उतना ही जोर वह अपनी सीकर वाली ब्रांच पर भी लगा रहा है। इतना ही नहीं, गुरुकृपा और प्रिंस भी नीट की कोचिंग देने में सीकर के प्रमुख अकैडमी में गिने जाते हैं।

  • बेहतर अनुशासन

सीकर शहर की जो एक बात हमें सबसे अच्छी लगी वह है, वहाँ का अनुशासन। हमने खुद अपने लोगों को भारत के विभिन्न राज्यों में भेजा ताकि वे वहाँ के स्टूडेंट्स और उनकी लाइफ स्टाइल को परख सकें। इसमें हमें सीकर शहर के स्टूडेंट्स का अनुशासन बहुत ही पसंद आया। वहाँ का एनवायरनमेंट, स्टडी टाइम, कोचिंग की टाइमिंग, हॉस्टल की फैसिलिटी सबकुछ इस तरह से मैनेज किया जाता है कि स्टूडेंट्स अनुशासित रहें।

तो यह कुछ बातें थी जो सीकर शहर को राजस्थान के टॉप शहरों में ले आती है जहाँ नीट की सबसे बेस्ट कोचिंग दी जाती है। इसमें भी मैट्रिक्स जैसी कुछ एक अकादमी ऐसी है जहाँ स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी के साथ नीट कोचिंग दी जाती है।

अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान

अब हम आपके सामने एक टेबल के माध्यम से भारत के टॉप शहरों के बीच में एक तुलनात्मक अध्ययन करने वाले (Best NEET Coaching State In India In Hindi) हैं। इसमें राजस्थान के दो शहर सीकर व कोटा, दिल्ली और बिहार का पटना शहर शामिल है। इन्हें हमने स्टूडेंट्स की भीड़, स्ट्रेस, फीस इत्यादि कई पहलुओं पर गौर करके बनाया है। चलिए जानते हैं।

मापदंड कोटा, राजस्थान दिल्ली पटना, बिहार सीकर, राजस्थान
तनाव ज्यादा ज्यादा मीडियम कम
भीड़ ज्यादा बहुत ज्यादा कम बहुत कम
फीस + खर्च ज्यादा बहुत ज्यादा मीडियम मीडियम
व्यक्तिगत ध्यान कम बहुत कम एवरेज ज्यादा
रिजल्ट रेश्यो ज्यादा मीडियम मीडियम ज्यादा

तो यह थे कुछ मापदंड जिनके आधार पर आप समझ सकते हैं कि आखिरकार राजस्थान और राजस्थान में भी सीकर शहर नीट के लिए सबसे बेस्ट विकल्प क्यों है। इनके अलावा भी बहुत से फैक्टर्स हैं जो राजस्थान को बाकियों से अलग करते हैं।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि भारत देश में नीट के लिए सबसे अच्छा राज्य कौन सा (Best NEET Coaching State In India In Hindi) है। उस राज्य का नाम राजस्थान है। साथ ही हमने आपको यह भी बताया कि राजस्थान में कौन सा शहर नीट की कोचिंग देने में सर्वप्रसिद्ध है। तो उस शहर का नाम सीकर है। अंत में हमने आपको यह भी बता दिया है कि सीकर का कौन सा नीट कोचिंग संस्थान आपके लिए बेस्ट रहने वाला है जिसका नाम मैट्रिक्स अकैडमी है।

Related FAQs

प्रश्न: भारत में नीट के लिए सबसे अच्छी कोचिंग कौन सी है?

उत्तर: भारत में नीट के लिए सबसे अच्छी कोचिंग राजस्थान राज्य के सीकर शहर की मैट्रिक्स अकैडमी है। यहाँ आपको भारत की सबसे टॉप लेवल की नीट कोचिंग मिलेगी।

प्रश्न: भारत में नीट के लिए सबसे अच्छा कोचिंग संस्थान कौन सा है?

उत्तर: भारत में नीट के लिए सबसे अच्छा कोचिंग संस्थान मैट्रिक्स है। यह संस्थान राजस्थान के सीकर शहर में स्थित है। यहाँ से हर वर्ष सैकड़ों स्टूडेंट्स का नीट में सिलेक्शन होता है।

प्रश्न: भारत में नीट की तैयारी के लिए कौन सा राज्य सबसे अच्छा है?

उत्तर: भारत में नीट की तैयारी के लिए राजस्थान राज्य सबसे अच्छा है। राजस्थान में भी सीकर शहर नीट की तैयारी करने के लिए टॉप लेवल का शहर माना जाता है।

प्रश्न: कोटा में नीट की कोचिंग फीस कितनी होती है?

उत्तर: कोटा में नीट की कोचिंग फीस डेढ़ से दो लाख के बीच में होती है। वहीं कोटा के पास ही स्थित सीकर शहर में यह फीस एक से डेढ़ लाख के बीच में है।

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No 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi: क्या आप डॉक्टर बनना चाहते हैं? क्या आप इसके लिए देश के सर्वश्रेष्ठ मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं? क्या आप इसके लिए नीट की तैयारी शुरू करने का सोच रहे हैं? क्या आपने नीट के विभिन्न कोचिंग इंस्टीट्यूट के लिए रिसर्च शुरू कर दी है? क्या अब आप उन सभी इंस्टीट्यूट को लेकर झंझट की स्थिति में हैं कि कौन सा नीट इंस्टीट्यूट देश का नंबर एक नीट इंस्टीट्यूट है?

किंतु इन सभी के बीच में क्या कभी आपने सोचा है कि आपके लिए इन सभी सर्वश्रेष्ठ नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट में से कौन सा नीट कोचिंग संस्थान बेस्ट रहने वाला है!! दरअसल होता यह है कि बहुत बार टॉप के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की पब्लिसिटी या स्टूडेंट्स का सिलेक्शन बहुत ज्यादा होता है लेकिन वह स्टूडेंट्स के रेश्यो के हिसाब से बहुत कम रहता है।

यही कारण है कि आज के इस आर्टिकल में हम आपको देश का टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट नहीं बल्कि नंबर 1 अर्थात आपके लिए नंबर 1 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट कौन सा हो सकता (Number 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi) है, उसके बारे में जानकारी देने वाले हैं। साथ ही हम अन्य टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के साथ उसकी तुलना भी करेंगे ताकि आप नंबर 1 और टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के बीच के महीन अंतर को समझ सकें।

भारत में नंबर 1 नीट कोचिंग सेंटर कौन सा है?

सबसे पहले तो आप यह जान लें कि नीट के एग्जाम का लेवल कैसा होता है? तो यदि आप नीट को सरल एग्जाम या थोड़ी बहुत तैयारी करके पास किया जा सकने वाला एग्जाम समझते हैं तो आप बहुत गलतफहमी में हैं। नीट का एग्जाम आईएस, आईपीएस जितना ही कठिन एग्जाम होता है। इसके लिए भी स्टूडेंट्स 2 से 4 वर्ष तक का परिश्रम करते हैं और तब भी बहुत से स्टूडेंट्स इसमें सफल नहीं हो पाते (No 1 NEET Coaching In India In Hindi) हैं।

यहाँ हम आपका मोरल या यूँ कहें कि आत्म-विश्वास कम करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं बल्कि आपके सामने सच्चाई को रख रहे हैं। अब आप सच्चाई को जानेंगे तभी तो हम उसका हल भी आपके सामने रखेंगे। तो नीट का एग्जाम एक बहुत ही मुश्किल एग्जाम अवश्य होता है लेकिन यदि सही नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से सही से पढ़ लिया जाए तो आप उन स्टूडेंट्स में भी हो सकते हैं जो पहली बार में ही नीट का एग्जाम अच्छे स्कोर से पास कर लेते हैं।

इसलिए आपका सचेत व सही दिशा में होना अति आवश्यक हो जाता (No 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi) है। कई स्टूडेंट्स होते तो होशियार हैं लेकिन उन्हें सही समय पर सही मार्गदर्शन या यूँ कहें कि सही कोचिंग नहीं मिलती जिस कारण वे साल दर साल बस नीट का एग्जाम ही देते रह जाते हैं लेकिन सफलता नहीं मिलती। वहीं कुछ स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जो पढ़ने में तो एवरेज होते हैं लेकिन सही कोचिंग से जुड़कर और सही टीचर्स के मार्गदर्शन में वे पहली या दूसरी बार में ही नीट में अच्छा स्कोर कर लेते हैं।

भारत के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट

सबसे पहले तो हम आपको भारत देश के उन नीट इंस्टीट्यूट के नाम बता देते हैं जो आजकल हर किसी को पता होंगे या उनके शहर में इन कोचिंग इंस्टीट्यूट की कोई ना कोई ब्रांच खुल रखी होगी। तो उनमें से कुछ चुनिंदा नाम हैं:

  • एलन
  • आकाश
  • रेजोनेंस
  • नारायण
  • अनअकैडमी
  • वेदान्तु
  • फिजिक्स वल्लाह

ऐसे ही और भी कई नाम हैं जो नीट की कोचिंग देने के लिए पूरे देशभर में प्रसिद्ध हैं। यहाँ पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या भी बहुत ज्यादा है और उस हिसाब से सेलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स की भी। इनमें से अधिकांश इंस्टीट्यूट ऑफलाइन नीट की कोचिंग देने के साथ-साथ ऑनलाइन कोचिंग भी देते हैं। कुछ की शुरुआत ही ऑनलाइन क्लासरूम से हुई थी जो धीरे-धीरे ऑफलाइन में भी परिवर्तित होती चली गई।

अब इसमें कोई दो राय नहीं है कि ये सभी भारत के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट (Number 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi) हैं जिसमें वर्तमान समय में एलन और आकाश का नाम सबसे पहले लिया जाता है। किंतु इसके अलावा भी एक कोचिंग इंस्टीट्यूट ऐसा है जिसने हाल के ही कुछ वर्षों में नीट की कोचिंग देनी शुरू की है और अब वह इन्हें कड़ी टक्कर दे रहा है। चलिए उसके बारे में भी जान लेते हैं।

भारत का नंबर 1 नीट कोचिंग सेंटर

ऊपर तो आपने उन नीट कोचिंग सेंटर्स के नाम जाने जो पूरे देशभर में अपने स्टूडेंट्स की संख्या और पब्लिसिटी के कारण प्रसिद्ध हैं। हालाँकि आपके लिए प्रसिद्धि मायने नहीं रखनी चाहिए क्योंकि नीट इंस्टीट्यूट की प्रसिद्धि आपको एग्जाम में पास नहीं करवाएगी। आपको पास करवाएगा सही कोचिंग इंस्टीट्यूट का चुनाव और वहाँ पढ़ा रहे टीचर्स का बेस्ट से भी बेस्ट मार्गदर्शन।

ऐसे में अब हम और सस्पेंस ना रखते हुए आपको उस इंस्टीट्यूट का नाम बता ही देते हैं। तो भारत के नंबर 1 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट का नाम है सीकर की प्रसिद्ध मैट्रिक्स अकैडमी जिसे मैट्रिक्स जेईई अकैडमी के नाम से भी जाना जाता है। आपमें से कई लोगों ने इस अकैडमी का नाम सुन रखा होगा तो कई ने नहीं। वह इसलिए क्योंकि मैट्रिक्स अकैडमी की ना तो अन्य शहरों में ब्रांच है और ना ही यह ऑनलाइन क्लासरूम के तहत डिजिटल स्टडी करवाता है।

हालाँकि मैट्रिक्स अकैडमी को ही हमने भारत में नीट के नंबर 1 कोचिंग सेंटर के रूप में मान्यता यूँ ही नहीं दे दी (No 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi) है। इसके लिए हमने डीप रिसर्च की है और सभी तरह के आकंड़ों का विश्लेषण किया है। उसी के आधार पर ही हमने इसे भारत का नंबर 1 नीट कोचिंग सेंटर घोषित किया है। आइए इसके पीछे के कारणों को भी जान लेते हैं।

मैट्रिक्स अकैडमी क्यों है देश का नंबर 1 नीट कोचिंग सेंटर?

अब आप सोच रहे होंगे कि हमने इतने सारे नीट कोचिंग सेंटर्स में से मैट्रिक्स अकैडमी को ही भारत के नंबर 1 नीट कोचिंग सेंटर के रूप में क्यों चुना? आखिरकार इस अकैडमी में ऐसा क्या ख़ास है जो इसे सबसे अलग और हटकर बनाता है? तो चलिए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • एक से बढ़कर एक फैकल्टी

सबसे पहली और मुख्य बात जो मैट्रिक्स अकैडमी को इस सूची में नंबर 1 पर लाकर खड़ा करती है, वह है यहाँ की अनुभवी फैकल्टी जो ना केवल भारत के टॉप इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज से पढ़ी हुई है बल्कि उन्हें स्टूडेंट्स को नीट की कोचिंग देने का भी बहुत अच्छा अनुभव है। अब स्टूडेंट्स को सफल बनाने में गुरु की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। वह उसका जीवन बिगाड़ भी सकता है तो वहीं बना भी सकता है।

ऐसे में मैट्रिक्स अकैडमी में पढ़ा रहे कई टॉप टीचर्स जैसे कि आईआईटी खड़गपुर से पढ़े कपिल ढाका व नरेंद्र कोक सर, आईआईटी कानपूर से पढ़े अनुपम अग्रवाल सर SIST यूनिवर्सिटी से पढ़े राजेंद्र बुरडक सर प्रसिद्ध है। इनके मार्गदर्शन में आज तक हजारों स्टूडेंट्स ने अपना नीट में सिलेक्शन पक्का करवाया है। इतना ही नहीं, उन्हें भारत के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन तक मिला है।

  • स्टूडेंट टीचर रेश्यो का बैलेंस

किसी भी इंस्टीट्यूट को आगे बढ़ने के लिए अपने यहाँ के क्लासरूम में पढ़ रहे स्टूडेंट्स का सही से ध्यान रखना पड़ता है। इसके लिए जो फैक्टर सबसे महत्वपूर्ण है वह है स्टूडेंट टीचर का रेश्यो। अब कई नीट के कोचिंग सेंटर ऐसा करते हैं कि वे एक ही क्लास में 80 से 100 स्टूडेंट्स को ले लेते हैं। ऐसे में टीचर के लिए सभी स्टूडेंट्स के साथ इंटरैक्ट करना या उनके डाउट को सोल्व करना बहुत मुश्किल हो जाता है।

वहीं मैट्रिक्स अकैडमी को जब हमने विजिट किया तो पाया कि वहाँ सभी बैच में स्टूडेंट टीचर के रेश्यो का बहुत ही ध्यान रखा जाता है। यदि स्टूडेंट्स ज्यादा हो जाते हैं तो उनके दो बैच कर दिए जाते हैं, फिर चाहे टीचर को एक घंटा ज्यादा ही क्यों ना पढ़ाना पड़े। लेकिन स्टूडेंट्स के करियर के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जाता है। यह एक ऐसी बात थी जो हमें बहुत ही ज्यादा पसंद आई।

  • जगह-जगह बने डाउट सेंटर्स

अब कई बार यह देखने में आता है कि स्टूडेंट्स क्लास में अपने डाउट नहीं पूछ पाते हैं या फिर वे जब सेल्फ स्टडी करते हैं तो डाउट आ जाते हैं। ऐसे में वे अपने डाउट किस से और कब पूछें, यह सबसे बड़ा सवाल होता है। मैट्रिक्स अकैडमी ने स्टूडेंट्स की इसी दिक्कत को समझा और तुरंत एक्शन उठाते हुए अपने कोचिंग सेंटर में जगह-जगह डाउट सेंटर की स्थापना कर (No 1 NEET Coaching In India In Hindi) दी।

अब डाउट सेंटर वे सेंटर होते हैं जहाँ पर उस सब्जेक्ट का टीचर बैठा होता है। ऐसे में स्टूडेंट अपनी क्लास के अलावा कभी भी वहाँ जा सकता है और उस टीचर के साथ अपने डाउट पर बात कर सकता है। अब स्टूडेंट्स को क्लासरूम के अलावा यह फैसिलिटी भी अलग से मिलेगी तो क्या ही कहना। समय रहते यदि स्टूडेंट्स के डाउट भी क्लियर हो जाते हैं तो उसे आगे पढ़ने में कोई समस्या नहीं होती है।

  • स्ट्रक्चर्ड कोर्स प्लान और टेस्ट सीरीज

हमने मैट्रिक्स अकैडमी सहित अन्य टॉप अकैडमी का कोर्स प्लान और टेस्ट सीरीज भी मंगवाई। चाहे इस पर हमारा खर्चा अधिक हो गया लेकिन हमें इन्हें भी जांच कर देखना था और आपको बेस्ट इंस्टीट्यूट सजेस्ट करना था। जब हमने सभी का कोर्स प्लान या यूँ कहें कि स्टडी मटेरियल देखा और उसे सही से जांचा परखा तो पाया कि मैट्रिक्स अकादमी में हर एक चीज़ को प्रॉपर स्ट्रक्चर करके बनाया गया है।

यहाँ हम यह समझाना चाह रहे हैं कि वहाँ के स्टडी मटेरियल को बहुत ही ध्यान से और सटीक बनाया गया है। इसे आप इस उदाहरण से समझें। मान लीजिए कि आपको फिजिक्स में 30 चैप्टर पढ़ने हैं। अब मैट्रिक्स अकैडमी ने उन चैप्टर्स का क्रम भी इस तरह से सेट किया हुआ है कि आपका अभी का चैप्टर अगले चैप्टर को समझने में सहायता करेगा। ऐसे ही बहुत से उदाहरण हैं जो हमें मैट्रिक्स अकैडमी के कोर्स प्लान में देखने को मिले।

  • हर चीज़ ऑनलाइन

अब जरा सोचिए कि जब आप नीट की तैयारी करते हैं तो आपके लिए एक-एक क्लास को अटेंड करना कितना जरुरी होता है। यदि एक भी क्लास मिस हो जाती है तो अगली बार की क्लास में आपको टॉपिक को समझने या उस पर फिर से अपनी पकड़ मजबूत बनाने में टाइम लग जाता है। अब आप कोई रोबोट या भगवान तो हैं नहीं कि आपसे हर क्लास अटेंड हो जाएगी। क्या पता घर पर कोई इमरजेंसी आ गई हो या फिर आप कहीं फंस गए हो या भगवान ना करे आपको स्वास्थ्य से संबंधित कोई समस्या हो गई हो तो ऐसी स्थिति में क्लास मिस होगी ही।

मैट्रिक्स अकैडमी ने स्टूडेंट्स की इन परेशानियों को भी अपने संज्ञान में लिया और इसका भी हल निकाल लिया। दरअसल जो भी स्टूडेंट अपनी क्लास को मिस कर देता (No 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi) है, वह अपनी अगली क्लास में बाकी स्टूडेंट्स से पीछे ना रह जाए, उससे बचने के लिए उसे मिस की हुई क्लास की वीडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध करवाई जाती है। इससे स्टूडेंट अपने घर बैठे ही क्लास को अटेंड कर लेता है ताकि अगली क्लास में वह भी बाकी स्टूडेंट्स की तरह पूरी तैयारी के साथ आए।

भारत की नंबर 1 नीट अकैडमी बनाम टॉप नीट अकैडमी

अब हम आपको यह भी बता देते हैं कि आखिरकार मैट्रिक्स अकैडमी तुलनात्मक रूप से किस रूप में भारत के अन्य टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से अलग और ख़ास है। इसे हम कुछ पॉइंट्स की सहायता से आपको समझाने का प्रयास करेंगे। चलिए जानते (Number 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi) हैं।

  • कम भीड़: यदि आप दिल्ली, कोटा जैसे शहरों में जाएंगे तो वहाँ आपको नीट की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स का हुजूम दिखाई देगा। वहीं दूसरी ओर सीकर शहर एकदम शांत है और पढ़ाई के लिए अनुकूल भी और जब बात सीकर शहर में मैट्रिक्स अकैडमी की हो रही है तो वहाँ का माहौल तो और भी ज्यादा अच्छा है क्योंकि वहाँ हर क्लास को स्टूडेंट्स की संख्या और उनकी पसंद को ध्यान में रखकर डिजाईन किया गया है।
  • कम फीस: एक बात और है जो मैट्रिक्स अकैडमी को अन्य टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से अलग बनाती है और वह है इनका फीस स्ट्रक्चर। आमतौर पर उन नीट अकैडमी की फीस कम होती है जो ज्यादा अच्छी नहीं होती है या इतनी प्रसिद्ध नहीं होती है। किंतु मैट्रिक्स अकैडमी प्रसिद्ध व टॉप की अकैडमी होने के बाद भी अपने स्टूडेंट्स के लिए फीस मॉडरेट करके रखती है। वहीं यहाँ पर एग्जाम को देकर स्कॉलरशिप भी ली जा सकती है।
  • टॉप गाइडेंस: मैट्रिक्स अकैडमी सहित अन्य सभी अकादमी में स्टूडेंट्स का मार्गदर्शन किया जाता है लेकिन मैट्रिक्स में इसे लेकर एक अलग से रणनीति बनाई गई है। यहाँ पर टीचर्स के साथ-साथ उन स्टूडेंट्स को भी बुलाया जाता है जो पहले मैट्रिक्स अकैडमी में पढ़ चुके हैं और अब देश के टॉप मेडिकल कॉलेज में स्टडी कर रहे हैं। इसी के साथ ही इसके लिए एक्सपर्ट सेशन भी आयोजित किए जाते हैं।
  • पेरेंट्स मॉनिटरिंग: कोचिंग सेंटर और टीचर अपने स्टूडेंट्स पर उतना ध्यान नहीं रख सकते हैं जितना कि पेरेंट्स। ऐसे में पेरेंट्स का समय-समय पर अपने बच्चे को मॉनिटर करना आवश्यक हो जाता है। मैट्रिक्स अकैडमी ने इसकी भी पूरी व्यवस्था कर रखी है ताकि कोई बच्चा हाथ से निकल ना जाए या फिर वह डिप्रेशन या किसी तरह के मानसिक दबाव में ना आने पाए।
  • सिलेक्शन रेश्यो: यह एक ऐसा फैक्टर है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। इसे हम उदाहरण देकर समझाते हैं। मान लीजिए कि एलन में 1000 स्टूडेंट्स नीट की तैयारी कर रहे हैं और उसमें से 100 स्टूडेंट्स नीट में सेलेक्ट होते हैं तो वहीं मैट्रिक्स में 500 में से 80 सेलेक्ट होते हैं तो अब जरा आप ही सोचिए कि बेहतर रिजल्ट किसने दिया? आशा है कि आप हमारे कहने का तात्पर्य समझ गए होंगे।

निष्कर्ष

आज हमने भारत के नंबर 1 नीट कोचिंग सेंटर के बारे में बहुत ही गहन रिसर्च करके उसके बारे में संपूर्ण जानकारी आपके सम्मुख रखी (No 1 NEET Coaching Centre In India In Hindi) है। आशा है कि आपको हमारे द्वारा किया गया यह विश्लेषण पसंद आया होगा। अंत में हम आपको यही एक बात बोलना चाहेंगे कि आपका अभी लिया गया निर्णय ही आपके भविष्य की संभावनाओं की लकीर खींचेगा। इसलिए जो भी निर्णय लें, वह बहुत ही सोच-समझ कर और अपनों से विचार-विमर्श करने के बाद ही लें।

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प्रश्न: नीट के लिए सबसे बेस्ट कोचिंग कौन सी है?

उत्तर: नीट के लिए सबसे बेस्ट कोचिंग में सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी का नाम टॉप पर आता है। इसके बाद कोटा का एलन इंस्टीट्यूट और दिल्ली की आकाश अकैडमी आती है।

प्रश्न: नीट के लिए सबसे अच्छी कोचिंग कौन सी है?

उत्तर: नीट के लिए सबसे अच्छी कोचिंग में सीकर शहर की मैट्रिक्स अकैडमी नंबर एक पर आती है। इसके बाद आप एलन, आकाश, रेजोनेंस अकैडमी को जोड़ सकते हैं।

प्रश्न: नीट के लिए कौन सा संस्थान बेस्ट है?

उत्तर: नीट के लिए सीकर शहर का मैट्रिक्स संस्थान सबसे बेस्ट है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहाँ पर स्टूडेंट्स के हिसाब से प्रॉपर स्टडी प्लान स्ट्रक्चर किया गया है।

प्रश्न: नीट के लिए सबसे अच्छी स्टडी मटेरियल किस संस्थान में है?

उत्तर: नीट के लिए सबसे अच्छी स्टडी मटेरियल मैट्रिक्स संस्थान सीकर में है। जब हमने वहाँ के स्टडी मटेरियल के बारे में पढ़ा तो वह आश्चर्यजनक रूप से टॉप क्लास का निकला।

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Bina Coaching Ke NEET Ki Taiyari Kaise Kare: क्या आप बिना कोचिंग के घर पर रहकर नीट की तैयारी करने के लिए इच्छुक हैं? वैसे तो नीट के एग्जाम में सेलेक्ट होने वाले अधिकतर स्टूडेंट्स ने किसी ना किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्टडी की हुई होती है। इसमें भी लगभग 70 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने भारत के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्टडी की हुई होती है।

अब यदि हम भारत के कुछ शीर्ष नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की बात करेंगे तो उसमें मैट्रिक्स सीकर, गुरुकृपा सीकर, आकाश दिल्ली, प्रिंस सीकर और एलन कोटा का नाम आता है। हालाँकि ऐसा नहीं है कि घर पर नीट की तैयारी नहीं की जा सकती है। कई स्टूडेंट्स ऐसे भी हैं जिन्होंने बिना कोचिंग के घर बैठकर नीट की तैयारी की और उसमें सफल भी हुए।

ऐसे में आज हम आपके साथ इसी टॉपिक पर ही बात करने वाले (Bina Coaching Ke NEET Ki Taiyari Kaise Karen) हैं। यहाँ हम आपको बताएँगे कि किस तरह से आप बिना कोचिंग के भी नीट एग्जाम में सेलेक्ट हो सकते हैं और मनचाहा मेडिकल कॉलेज पा सकते हैं, चलिए जानते हैं।

बिना कोचिंग के घर पर नीट की तैयारी कैसे करें?

पहली बात तो बिना कोचिंग के नीट एग्जाम में सेलेक्ट होना बहुत चुनौतीभरा काम हो सकता है। वह इसलिए क्योंकि इसके लिए आपको बहुत मेहनत करने और अपने लक्ष्य पर अडिग रहने की जरुरत है जो हर किसी के बस की बात नहीं होती है। ऐसे में यदि आप वाकई में खुद पर भरोसा करते हैं और नीट एग्जाम को अच्छे से समझते हैं तभी आप बिना कोचिंग के इसमें सफल हो सकते हैं।

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सामान्य छात्र बिना कोचिंग के नीट एग्जाम में सफल नहीं हो सकता (Bina Coaching Ke NEET Kaise Nikale) है या फिर इसके लिए उसे दो से तीन वर्षों का ड्रॉप लेना पड़ता है। वहीं जो स्टूडेंट्स एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी हैं अर्थात दूसरों से पढ़ाई में ज्यादा तेज हैं और कॉन्सेप्ट को जल्दी समझ लेते हैं तो वे अवश्य ही बिना कोचिंग के नीट में सेलेक्ट हो सकते हैं।

तो चलिए अब जान लेते हैं कि इसके लिए आपको किन किन ट्रिक्स को फॉलो करना (Bina Coaching Ke NEET Ki Taiyari Kaise Kare) होगा।

#1. मॉडर्न तकनीक को फॉलो करें

आज के समय में वही स्टूडेंट आगे बढ़ सकता है जो जमाने के साथ खुद को ढाल लेता है। वहीं जो स्टूडेंट्स अभी भी पुराने तरीके या तकनीक से पढ़ रहे होते हैं, वे अक्सर पीछे रह जाते हैं। ऐसे में आप कोचिंग तो ले नहीं रहे हैं लेकिन यदि आप घर रहकर भी नीचे दी गई कुछ मॉडर्न तकनीक को फॉलो कर लेंगे तो बहुत सही (NEET Ki Taiyari Kaise Kare Ghar Par) रहेगा।

  • डिजिटल प्लेटफॉर्म्स

आपको डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का सही तरीके से इस्तेमाल करना आना चाहिए। वहाँ आपका ध्यान भटकाने के लिए भी बहुत मटेरियल उपलब्ध है तो वहीं आपको बहुत कुछ सीखाने के लिए भी। ऐसे में आपको बहुत ध्यान लगाकर ऐसी चीजें या प्लेटफार्म ढूंढने होंगे जो नीट की तैयारी में आपकी मदद कर सकते हैं। इसके लिए आपको उचित समय देना होगा।

  • ऑनलाइन स्टडी मटेरियल

अब आपको घर पर ही नीट एग्जाम की तैयारी करनी है तो उसके लिए स्टडी मटेरियल का होना भी बहुत जरुरी हो जाता है। ऐसे में आपके पास नोट बुक इत्यादि के माध्यम से तो स्टडी मटेरियल होगा ही लेकिन यदि आप घर रहकर पढ़ रहे हैं तो आपको इधर उधर जाना पड़ सकता है। ऐसे में आप अपने फोन में भी स्टडी मटेरियल रखेंगे तो आप वहाँ भी आसानी से पढ़ सकते हैं।

  • ग्राफिक्स, वीडियोज से समझें

ऑनलाइन स्टडी मटेरियल में आप ग्राफिक्स और वीडियोज को प्राथमिकता देंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा। बहुत सी चीजें शब्दों में धीरे समझ में आती है जबकि चित्रों या वीडियो के माध्यम से उसे जल्दी व प्रभावी तरीके से समझा जा सकता है। तो आप भी इन मॉडर्न तकनीक को आज से ही फॉलो करना शुरू कर दें।

#2. बेस्ट को करें फॉलो

अब आपको नीट में बिना कोचिंग के सफल होना है या उसमें टॉप भी करना है!! अवश्य ही आपका उत्तर होगा कि आपको उसमें टॉप करना है। तो टॉप करना है तो टॉप वाली चीज़ों के साथ जुड़ना भी तो होगा। तभी तो आपके अंदर टॉपर की भावना जागृत हो पाएगी और आप वैसा सोचना शुरू करेंगे। इसके लिए आप नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते (Bina Coaching Ke NEET Ki Taiyari Kaise Karen) हैं।

  • टॉप कोचिंग को सब्सक्राइब

भारत के कुछ चुनिंदा और टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम मैट्रिक्स अकैडमी सीकर, प्रिंस अकैडमी सीकर, गुरुकृपा अकैडमी सीकर, एलन इंस्टीट्यूट कोटा, आकाश इंस्टीट्यूट दिल्ली हैं। इन सभी के यूट्यूब चैनल बने हुए हैं जिन्हें आप अपनी पसंद के अनुसार सब्सक्राइब कर सकते हैं। यह चैनल समय-समय पर स्टूडेंट्स को मोटीवेट करने या कुछ सीखाने के उद्देश्य से वीडियो पोस्ट करते रहते हैं।

  • टॉपर्स को फॉलो करें

आपको पिछले लगभग कम से कम 5 वर्षों के नीट एग्जाम में टॉप करने वाले स्टूडेंट्स को भो फॉलो करना शुरू कर देना चाहिए। इन स्टूडेंट्स की वीडियोज आपको ऊपर वाले टॉप इंस्टीट्यूटस के चैनल में भी मिल जाएगी क्योंकि यह तो हमने आपको पहले ही बता दिया है कि अधिकतर टॉपर्स टॉप लेवल के इंस्टीट्यूट से ही पढ़े हुए होते हैं। इन टॉपर्स की टिप्स आपके बहुत काम आने वाली है।

  • लेटेस्ट अपडेट पाएं

आपको नीट एग्जाम के बारे में हर अपडेट के बारे में जानकारी रखनी चाहिए। अब यह टिप भी आपको इन्हीं कोचिंग इंस्टीट्यूट के चैनल से पता चल जाएगी। इसके अलावा आपको जिस भी अन्य माध्यम से एग्जाम के बारे में अपडेट मिले, वह ले लेनी चाहिए।

#3. टाइम मैनेजमेंट है जरुरी

बिना कोचिंग के घर पर रहकर ही नीट एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो उसमें तीसरा फैक्टर है टाइम का मैनेजमेंट सही तरीके से किया जाना। इसे आसान भाषा में समझें तो समय का उचित प्रबंधन। अब यदि आप समय पर पकड़ बना लेंगे तो बहुत कुछ पा लेंगे। ऐसे में आइए जाने, यह काम आप किस तरह से कर सकते (Bina Coaching Ke NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं।

  • स्टडी का स्ट्रिक्ट टाइमटेबल सेट करें

सबसे पहला काम जो आपको करना है वह है अपने हर दिन का स्टडी का परफेक्ट और स्ट्रिक्ट टाइम टेबल सेट करना। आपको नियमित तौर पर हर दिन 10 से 12 घंटे नीट की तैयारी करनी चाहिए। ऐसे में आप उसके अनुसार ही अपने पूरे दिन का टाइमटेबल सेट कर लेंगे तो बेहतर रहेगा।

  • स्टडी एंड ब्रेक का संतुलन

ऊपर हमने आपको पूरे दिन का स्टडी टाइमटेबल बनाने को कहा है लेकिन कई स्टूडेंट्स इसमें भी गलती कर बैठते हैं। दरअसल स्टूडेंट्स करते क्या हैं कि वे एक साथ 10 से 12 घंटे पढ़ लेते हैं या उसके बीच में एक लंबा ब्रेक ले लेते हैं या ऐसी ही अन्य गलतियाँ। तो आपको ऐसा नहीं करना है। आपको हर 1:30 घंटे बाद 10 मिनट और हर 3 घंटे बाद आधे घंटे का ब्रेक लेना चाहिए। वहीं 6 घंटे बाद आप 1 घंटे का ब्रेक ले सकते हैं।

  • ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाएं

आजकल यह चलन चल पड़ा है कि स्टूडेंट्स देर रात तक पढ़ते हैं और फिर देर से उठते हैं। यदि आप भी ऐसा ही करते हैं तो भेड़चाल में चलने से आप अपना ही नुकसान कर रहे हैं। सनातन धर्म के अनुसार जो व्यक्ति सुबह 4 बजे अर्थात ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाता है, उससे ज्यादा सफल कोई और नहीं हो सकता है। वह इसलिए क्योंकि सुबह का समय बहुत ही सकारात्मक व शांत होता है। ऐसे में आप भी सुबह जल्दी उठकर पढ़ना शुरू करेंगे तो इसका सकारात्मक प्रभाव कुछ ही दिनों में देखने को मिल जाएगा।

#4. आत्म-विश्वास ना डिगने दें

जब स्टूडेंट कोचिंग जाता है तो वह अपने जैसे अन्य लोगों के संपर्क में बना रहता है। साथ ही इंस्टीट्यूट के टीचर्स भी समय-समय पर उसे मोटीवेट करते रहते (Bina Coaching Ke NEET Kaise Nikale) हैं और अलग से सेशन भी आयोजित करवाते हैं। जबकि घर पर रहकर ऐसा हो पाना संभव नहीं होता है। ऐसे में आप इन ट्रिक्स को फॉलो कर सकते हैं।

  • स्टडी रूम

जहाँ पर आप पढ़ाई करते हैं अर्थात जो आपका स्टडी रूम है, वह ऐसा ना हो कि वहाँ लोगों की आवाजाही बनी रहती हो। साथ ही वहाँ का माहौल भी सकारात्मक होना चाहिए। इसके लिए आप दीवारों पर स्टडी मटेरियल लगाने के साथ-साथ गीता के उपदेश लिखकर चिपका सकते हैं या ऐसी चीजें लगा सकते हैं जो आपका उत्साह बढ़ाती है।

  • परिवार व दोस्त

आपके परिवार में कोई रिश्तेदार या दोस्तों में कोई ऐसा है जो आपको प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हतोत्साहित करता है या आपको कम करके आंकता है तो आपको उससे अभी से ही दूरी बना लेनी चाहिए। आपके आसपास ऐसे लोग होने चाहिए जो बुरी स्थिति में भी आपके उत्साह को बढ़ाने का काम करें और सही मार्गदर्शन दें।

  • खुद पर विश्वास

अब अंत में सबसे ज्यादा जरुरी है आपका खुद पर विश्वास बनाए रखना। यदि आपको अपने आप पर ही विश्वास नहीं होगा तो कोई और क्या ही कुछ कर लेगा। ऐसे में अवश्य ही नीट की तैयारी के दौरान बुरी स्थितियां या समय भी आएगा लेकिन यदि आपका खुद पर अडिग विश्वास है तो आप अवश्य ही उसी निरंतरता के साथ आगे बढ़ते चले जाएंगे।

#5. तन व मन को रखें स्वस्थ

कई स्टूडेंट्स को लगता है कि वे पागलों के जैसे दिन रात पढ़ेंगे और उस दौरान अपने खाने, पीने और मन पर ध्यान नहीं भी देंगे तो चल जाएगा, जबकि होता इसके उलट है। जो स्टूडेंट्स अपने तन व मन पर भी उतना ही ध्यान देते हैं तो उनकी तैयारी ना केवल अच्छे से होती है बल्कि तेज भी होती (NEET Ki Taiyari Kaise Kare Ghar Par) है। ऐसे में आपको भी अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

  • योग व ध्यान

योग एक ऐसा ब्रह्मास्त्र है जो आपके मन को संतुलित करने का काम करता है। प्राणायाम व ध्यान दोनों योग के ही अंग हैं। यह आपका ध्यान केंद्रित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। आप योग का प्रभाव कुछ ही दिनों में देखने लगेंगे क्योंकि इससे आपको पढ़ाई करते समय ध्यान भटकने की समस्या से मुक्ति मिलेगी। इसी के साथ ही आप पहले से ज्यादा प्रभावी ढंग से तैयारी कर पाएंगे।

  • सही आहार

सही और उचित समय पर लिया गया आहार भी आपकी नीट की तैयारी को बहुत मजबूत बना सकता है। कई स्टूडेंट्स अक्सर यह गलती करते हुए देखे जाते हैं कि वे या तो पढ़ाई में इतने ज्यादा व्यस्त हो जाते हैं कि समय पर भोजन ही नहीं करते हैं या बाहर का खाना ही खाते रहते हैं। ऐसे में आपको भोजन को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही या कोताही नहीं बरतनी चाहिए।

  • पर्याप्त नींद

यदि आप प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद ले रहे हैं तो यह आपके लिए एकदम सही है। वहीं यदि आप इससे कम या फिर ज्यादा सोते हैं तो यह बिलकुल भी सही नहीं है। 7 से 8 घंटे की नींद को सबसे परफेक्ट नींद माना जाता है। ऐसे में आप भी इतने समय सोने का नियम बना लें और वह भी बिना किसी रूकावट या टुकड़ों में।

निष्कर्ष

यहाँ हमने एक-एक करके आपको वह हर चीज़ बताने की कोशिश की है जो बिना कोचिंग के घर बैठे ही आपकी नीट की तैयारी को मजबूत करने में सहायक होती (Bina Coaching Ke NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है। हालाँकि आपको नीट एग्जाम में सेलेक्ट होने के लिए कोचिंग के महत्व को भी अनदेखा नहीं करना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि कोचिंग से ही आपको सही मार्गदर्शन और उचित स्टडी मटेरियल मिल पाता है।

वहीं यदि कोचिंग भी टॉप नीट अकैडमी जैसे कि मैट्रिक्स सीकर या आकाश दिल्ली से ली जाए तो यह आपको तेज गति से आगे बढ़ाने में मदद करती है। इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले उस पर अच्छे से सोच विचार कर लेंगे तो यह आपके लिए ही लाभदायक रहेगा।

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प्रश्न: हिंदी मीडियम वाले नीट की तैयारी कैसे करें?

उत्तर: हिंदी मीडियम वाले स्टूडेंट्स के लिए सीकर की मैट्रिक्स या प्रिंस जैसी अकैडमी में अलग से बैच की व्यवस्था की जाती है। ऐसे में आप वहाँ से पढ़ सकते हैं।

प्रश्न: बिना पढ़े नीट कैसे पास करें?

उत्तर: बिना पढ़े नीट कैसे ही पास हो सकता है भला। शायद आपका प्रश्न बिना कोचिंग के नीट पास करने का होगा जिसके बारे में हमने इस लेख में बताया है।

प्रश्न: जीरो लेवल से नीट की तैयारी कैसे शुरू करें?

उत्तर: जीरो लेवल से नीट की तैयारी शुरू करनी है तो उसके लिए सबसे बेस्ट है एक अच्छे नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से जुड़ना। इसमें मैट्रिक्स अकैडमी सीकर का नाम सबसे पहले लिया जाता है।

प्रश्न: NEET की तैयारी कब से शुरू करनी चाहिए?

उत्तर: NEET की तैयारी दसवीं क्लास से ही शुरू कर देनी चाहिए। यह बहुत ही मुश्किल एग्जाम होता है और ऐसे में आप जितनी देर करेंगे, उतना ही नुकसान में रहेंगे।

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12th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare: नीट एक ऐसा एग्जाम होता है जो भविष्य के डॉक्टर तैयार करने में अहम भूमिका निभाता है। इसी एग्जाम को क्रैक करके ही देश के टॉप मेडिकल सरकारी कॉलेज में प्रवेश लिया जाता है। साथ ही देश के टॉप प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी अपने यहाँ एडमिशन देने में नीट के स्कोर को आधार बनाते हैं। ऐसे में नीट का एग्जाम हर उस स्टूडेंट के लिए जरुरी हो जाता है जिसका सपना आगे चलकर एक अच्छा डॉक्टर बनने का है।

अब कुछ स्टूडेंट तो इसके लिए दसवीं क्लास से ही तैयारी करना शुरू कर देते हैं तो कुछ 12th के बाद इसकी तैयारी करना शुरू करते हैं। ऐसे में उन्हें अवश्य ही एक से दो वर्ष का ड्रॉप लेना पड़ता है तो वहीं कुछ स्टूडेंट्स का माइंड इतना शार्प होता है कि वे पहली बार में ही नीट का एग्जाम अच्छे मार्क्स के साथ क्रैक कर देते हैं। ऐसे में क्या आप भी अपनी बारहवीं क्लास के बाद नीट का एग्जाम क्रैक करने का सोच रहे हैं!!

यदि आप भी इसी केटेगरी में हैं तो आज का यह आर्टिकल हमने उन सभी स्टूडेंट्स को आधार बनाकर लिखा है जो अपनी 12th के बाद नीट एग्जाम को क्रैक करना चाहते (12 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको हरेक उस चीज़ की जानकारी देंगे जो नीट का एग्जाम अच्छे मार्क्स के साथ क्रैक करने में आपकी बहुत मदद करेगी।

12th के बाद NEET की तैयारी कैसे करें?

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया और आप में से बहुत स्टूडेंट्स को पता भी होगा कि नीट का एग्जाम बहुत मुश्किल एग्जाम माना जाता है। यह भारत के उन चुनिंदा एग्जाम में से एक है जिनका लेवल बहुत हाई होता है। अब एग्जाम का लेवल इतना हाई (12th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) है तो निश्चित तौर पर उसकी तैयारी भी उसी तरह की ही होनी चाहिए।

इसलिए यहाँ हम आपको 5 या 10 नहीं बल्कि कुल 20 टिप्स देने वाले हैं जो नीट एग्जाम को क्रैक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और वो भी बारहवीं क्लास के होने के बाद। ऐसे में आइए जाने किन तरीकों के माध्यम से आप भी नीट का एग्जाम अच्छे से दे (12th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) पाएँगे।

#1. महत्वपूर्ण टॉपिक्स की लिस्ट बनाएं

सबसे पहला काम जो आपको करना चाहिए, वह है जरुरी टॉपिक्स की एक सूची तैयार करना। अब नीट के एग्जाम में तो कई तरह के टॉपिक्स आते हैं और लगभग हर टॉपिक का अपना महत्व है। किंतु उनमें से कुछ टॉपिक्स ऐसे भी होंगे जो अन्य टॉपिक्स की तुलना में ज्यादा महत्वपूर्ण होंगे। ऐसे में आपको उनकी एक लिस्ट तैयार करने की जरुरत है ताकि आप उन पर अलग से और ज्यादा ध्यान दे सकें।

#2. पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें

नीट एग्जाम को क्रैक करना है तो उसके एग्जाम पैटर्न को समझना बहुत जरुरी हो जाता है। अब इस एग्जाम पैटर्न को समझने के लिए आपको पिछले लगभग 10 वर्षों के प्रश्न पत्रों को अच्छे से स्टडी करना होगा। जब आप इनका एनालिसिस करेंगे तो समझ पाएंगे कि नीट में किस तरह के टॉपिक से किस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। ऐसे में आप अपनी तैयारी को एक नया आयाम दे सकते हैं और सही दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

#3. टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ें

हमारे देश में नीट के हजारों कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं जो कि हर शहर में खुले हुए हैं। हालाँकि क्या आपने सोचा है कि उन कोचिंग इंस्टीट्यूट का रिजल्ट कैसा रहता है या क्या हर कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्टूडेंट्स नीट में सेलेक्ट होते हैं या कितने प्रतिशत सेलेक्ट होते हैं!! ऐसे में आपको यदि नीट एग्जाम को जल्द से जल्द क्रैक करना है तो आपका फोकस भारत के बेस्ट नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से जुड़ने का होना चाहिए।

यदि हम भारत के सर्वश्रेष्ठ नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में आपको बताएँगे तो उसमें सबसे पहले नंबर पर सीकर की मैट्रिक्स नीट डिविजन आती है जिसे शोर्ट में मैट्रिक्स अकैडमी भी बोल देते हैं। इसके बाद कोटा का एलन इंस्टीट्यूट, दिल्ली का आकाश इंस्टीट्यूट और सीकर के ही प्रिंस और गुरुकृपा अकैडमी प्रसिद्ध हैं।

#4. नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें

किसी एग्जाम को क्रैक करने में उस एग्जाम की पहले से कितनी तैयारी की गई है, यह बहुत मायने रखती है। यहाँ हम एग्जाम सिलेबस की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि उसके प्रश्न पत्र को हल करने की बात कर रहे हैं। तो यदि नीट को क्रैक करना है तो उसके लिए आपको एक सप्ताह में कम से कम एक मॉक टेस्ट देने का नियम बना लेना चाहिए। वहीं जब नीट एग्जाम की तारीख पास आने लगे तब तो आपको हर दो दिन में मॉक टेस्ट देना चाहिए।

#5. कमजोर विषयों पर अधिक ध्यान दें

हर स्टूडेंट के लिए टॉपिक्स का कठिन या सरल होना अलग अलग हो सकता (12th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है। अब जो टॉपिक बाकियों को सरल लग रहा हो, वह आपके लिए कठिन हो सकता है या फिर इसका उल्टा भी हो सकता है। ऐसे में जिन टॉपिक्स पर आपकी पकड़ कमजोर है या आपको अच्छे से नहीं समझ आ रहे हैं तो आप उस पर अच्छे से फोकस करें और अच्छे से समझ लें।

#6. कॉन्सेप्ट को क्लियर करें

आपको अपने कॉन्सेप्ट क्लियर करके ही आगे बढ़ना चाहिए अन्यथा बाद में चलकर आपको ही दिक्कत आएगी। बहुत से स्टूडेंट्स कॉन्सेप्ट को आधा अधूरा छोड़कर ही आगे बढ़ जाते हैं और फिर बाद में जाकर पछताते हैं। इसलिए यदि आप पहले से ही कॉन्सेप्ट को एकदम क्लियर करके आगे बढ़ेंगे तो बाद में चलकर किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी।

#7. नोट्स बनाएं और रिवीजन करें

जब हम कोचिंग इंस्टीट्यूट से जुड़ते हैं तो वहाँ सबसे पहला काम जो किया जाता है वह है नोट्स को हर दिन बनाना। क्लास में टीचर जो कुछ भी पढ़ा रहा होता है, उसको सुनकर स्टूडेंट्स नोट्स भी बना रहे होते हैं। ऐसे में आप भी हर दिन जो भी पढ़ या समझ रहे हैं, आपको उसके नोट्स बनाते रहना चाहिए। साथ ही आपको हर सप्ताह कम से कम 2 से 3 घंटे रिवीजन भी करनी चाहिए।

#8. NCERT किताबों को प्राथमिकता दें

यह बात गाँठ बाँध लें कि आपके नीट के एग्जाम में जो भी टॉपिक (12 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) आएंगे या उसका जो भी सिलेबस है वह आपकी 11 वीं और 12 वीं की NCERT बुक्स में ही छिपा हुआ है। इसलिए आप अपनी इन दोनों क्लास की बुक्स को तो अच्छे से निचोड़ लें फिर चाहे वह फिजिक्स की हो या केमिस्ट्री या बायोलॉजी की। इसके बाद आप बाकी बुक्स को पढ़ने पर ध्यान दें।

#9. रूटीन में डिसिप्लिन बनाएं

अक्सर यह देखने में आता है कि स्टूडेंट्स शुरुआत में तो जोर शोर से नीट की तैयारी करना शुरू करते हैं लेकिन धीरे-धीरे उनके अंदर आलस आने लगता है और पहले जैसा रूटीन फॉलो ही नहीं हो पाता है। अब यदि आप सफल स्टूडेंट्स के बारे में देखेंगे और जानेंगे तो उनमें एक बात कॉमन मिलेगी और वह है हर दिन को पहले दिन के जैसे ही जोश से भर देना। बस यही काम आपको करना है।

#10. हेल्दी डाइट और पर्याप्त नींद लें

यदि आप जरुरत से ज्यादा पढ़ेंगे और पर्याप्त नींद नहीं लेंगे तो इसका प्रभाव आपकी पढ़ाई या स्टडी प्लान पर पड़ेगा। ऐसे में यह बहुत ही जरुरी हो जाता है कि आप हर दिन 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें। इसी के साथ ही आप बाहर का जंक फूड, घर का तला हुआ भोजन लेना बंद कर दें। अपनी डाइट में सब्जियां, फल, मेवे इत्यादि को शामिल करेंगे तो यह आपके दिमाग को और तेज करेगा और शरीर में भी ऊर्जा बनाए रखेगा।

#11. ग्रुप स्टडी का सहारा लें

कई बार कोई चीज़ हमें अकेले समझने में दिक्कत आती है लेकिन यदि उसे ग्रुप में पढ़ा जाए तो बहुत जल्दी समझ में आ जाती है। वह इसलिए क्योंकि ग्रुप में एक स्टूडेंट का दिमाग नहीं बल्कि एक साथ कई स्टूडेंट्स का दिमाग चल रहा होता है। ऐसे में कोई स्टूडेंट किसी बात को जल्दी कैच कर लेता है तो कोई दूसरी बात को। इसलिए कभी कभार ग्रुप स्टडी भी करें और अपने कठिन डाउट वहाँ सोल्व करें।

#12. पिछले टॉपर्स के इंटरव्यू पढ़ें

मैट्रिक्स अकैडमी जैसे नीट इंस्टीट्यूट समय-समय पर अपने यहाँ के टॉपर्स के इंटरव्यू पोस्ट करते रहते (12th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) हैं। आप चाहें तो उनके यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं और टॉपर्स की दिनचर्या को फॉलो कर सकते हैं। ऐसे ही अन्य कोचिंग इंस्टीट्यूट्स भी स्टूडेंट्स को गाइड और मोटीवेट करने के लिए टॉपर्स के इंटरव्यू पोस्ट करते हैं जो आपके बहुत काम आ सकते हैं।

#13. बायोलॉजी पर अधिक फोकस करें

चूँकि नीट एग्जाम का मुख्य फोकस बायोलॉजी पर होता है तो आपको भी इसी विषय पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। अब कहने को तो फिजिक्स और केमिस्ट्री भी नीट एग्जाम में आती है लेकिन दोनों सब्जेक्ट के मार्क्स अकेली बायोलॉजी के बराबर होते हैं। इसलिए आप फिजिक्स और केमिस्ट्री पर मिलाकर जितना ध्यान दे रहे हैं, उतना अकेले ध्यान आपको बायोलॉजी सब्जेक्ट पर देना चाहिए।

#14. गलतियों से सीखें

आपको अपनी गलतियों से सीखने और उसे दोहराने से बचना चाहिए। 12th के बाद नीट एग्जाम की तैयारी करते समय आपसे कई तरह की गलतियाँ हो सकती है। अब वह गलतियाँ आपसे चाहे अनजाने में या किसी अन्य कारण से ही क्यों ना हुई हो लेकिन आप यह ध्यान रखें कि आपको उससे निराश होने की बजाए, कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिए और उसे दोहराने से बचना चाहिए।

#15. अपने स्टडी एनवायरनमेंट को प्रोडक्टिव बनाएं

स्टडी एनवायरनमेंट से मतलब हुआ आपके स्टडी रूम का माहौल। आप जहाँ बैठकर पढ़ते हैं, वह कमरा कहाँ पर है, उसमें किस तरह की चीजें रखी हुई है, वहाँ कौन आता जाता रहता है इत्यादि। ऐसे में आपको अपने अनुसार अपने रूम को इस तरह से सेट करना चाहिए कि वह आपको प्रोत्साहित करने का काम करे और आपमें एक नई ऊर्जा को भर (12th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) दे।

#16. समय-समय पर सेल्फ-असेसमेंट करें

यहाँ पर सेल्फ असेसमेंट का मतलब हुआ अपनी तैयारी का समय-समय पर आंकलन करते रहना और उसके अनुसार आगे की रणनीति निर्धारित करना। अब आप अपनी तैयारी तो हर दिन कर रहे हैं लेकिन क्या वह आपके लिए लाभदायक है या आप सही दिशा में ही आगे बढ़ रहे हैं या इसमें कोई बदलाव करने की या सुधार लाने की आवश्यकता है। इसलिए हर एक महीने में अपना सेल्फ असेसमेंट कर लेंगे तो बेहतर रहेगा।

#17. ब्रेन एक्सरसाइज करें

नीट का एग्जाम क्रैक करना आपके दिमाग अर्थात ब्रेन पर ही निर्भर करता है। अब हर दिन पढ़ते रहने के कारण दिमाग थकता चला जाता है। ऐसे में उसे एक्टिव रखने के साथ साथ उसको तेज करने की भी जरुरत है। इसके लिए आपको करनी होगी ब्रेन की एक्सरसाइज अर्थात दिमागी कसरत। इसके लिए आप कई तरह के ऐसे गेम खेल सकते हैं जिससे दिमाग को तेज करने में मदद मिलती है।

#18. नेगेटिविटी से दूर रहें

12th के बाद जिन स्टूडेंट्स को नीट की तैयारी करनी होती (12 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है, वे एग्जाम के प्रेशर में आकर नकारात्मकता से घिर जाते हैं। इतना ही नहीं, रही सही कसर आसपास के लोग या दोस्त मिलकर पूरी कर देते हैं। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना है कि नीट एग्जाम में सेलेक्ट होना या नहीं होना अलग बात है लेकिन यदि आप पहले ही नकारात्मकता को अपना दोस्त बना लेते हैं तो आप जंग पहले ही हार चुके हैं।

#19. क्वालिटी स्टडी मटेरियल का चुनाव करें

नीट के टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ने का एक और लाभ यह भी मिलता है कि आपको वहाँ का स्टडी मटेरियल भी टॉप क्लास का मिलता है जिसे हम क्वालिटी स्टडी मटेरियल भी कह सकते हैं। इसके जरिए ही स्टूडेंट्स सही से पढ़ पाते हैं और सही ट्रिक्स का उपयोग करना सीख पाते हैं। इसलिए आपको अपना स्टडी मटेरियल टॉप क्लास का रखना चाहिए।

#20. डिजिटल डिस्ट्रैक्शन से बचें

आज के समय में डिजिटल डिस्ट्रैक्शन अर्थात ध्यान भटकाने की ऑनलाइन चीजें एक नहीं बल्कि कई उपलब्ध हैं। इनसे दूर रहना एक चुनौती भरा काम हो सकता है लेकिन यदि आप नीट एग्जाम क्रैक करने को लेकर इतना सीरियस हैं तो आपको इतना त्याग तो करना ही पड़ेगा अन्यथा आप नीट एग्जाम को भूल ही जाएं तो ही अच्छा है। उसे पास नहीं बल्कि टॉप करना है तो या तो इनका इस्तेमाल छोड़ दें या बहुत ही कम इस्तेमाल करें।

निष्कर्ष

यहाँ हमने एक-एक करके आपको कुल 20 टिप्स दे दी है जो 12th के बाद नीट एग्जाम को क्रैक करने में आपकी बहुत मदद करने वाली (12th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है। यदि आप हमारी दी गई इन टिप्स को सही से फॉलो कर लेते हैं तो भी आपको नीट एग्जाम क्रैक करने से कोई नहीं रोक सकता है। इतना ही नहीं, बल्कि आप उसमें टॉप स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स में से भी एक हो सकते हैं।

इसी के साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि नीट एग्जाम को क्रैक करवाने में मैट्रिक्स अकैडमी, एलन कोटा, आकाश दिल्ली जैसे टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। वह इसलिए क्योंकि यहाँ से आपको अनुभवी टीचर्स, बेस्ट गाइडेंस और क्वालिटी स्टडी मटेरियल जो मिलता है।

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प्रश्न: नीट की तैयारी के लिए क्या क्या पढ़ना पड़ता है?

उत्तर: नीट की तैयारी के लिए बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री सब्जेक्ट्स में पढ़ाई करनी पड़ती है। इसमें बायोलॉजी के मार्क्स बाकी दोनों सब्जेक्ट्स के बराबर होते हैं।

प्रश्न: नीट में कितने सब्जेक्ट होते हैं?

उत्तर: नीट में तीन सब्जेक्ट होते हैं जिनके नाम जीव विज्ञान (बायोलॉजी), भौतिक विज्ञान (फिजिक्स) व रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) होते हैं।

प्रश्न: Neet की तैयारी में कितना खर्च आता है?

उत्तर: Neet की तैयारी में एक से दो लाख प्रति वर्ष का खर्च आता है। हालाँकि यह इंस्टीट्यूट और शहर पर निर्भर करता है।

प्रश्न: नीट की कोचिंग कब से शुरू करें?

उत्तर: नीट की कोचिंग दसवीं क्लास से ही शुरू कर देनी चाहिए अन्यथा बारहवीं के बाद आपको एक से दो वर्ष का ड्रॉप भी लेना पड़ सकता है।

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NEET Ki Taiyari Kaha Se Kare: जो स्टूडेंट नीट की तैयारी कर रहा है या शुरू करने को इच्छुक है वह अवश्य ही इसमें सेलेक्ट होने के साथ-साथ टॉप स्कोर करने का सपना देखता है। अब आपने भी नीट एग्जाम के पैटर्न, सिलेबस और उसकी तैयारी करने को लेकर बहुत रिसर्च की होगी। किसी ने आपको ऑनलाइन पढ़ने को कहा होगा तो कोई आपको कोचिंग सेंटर जाकर पढ़ने को कह रहा होगा।

कोई आपको मेट्रो शहर में जाकर पढ़ने को कह रहा होगा तो कोई आपको अपने घर रहकर ही पढ़ने की सलाह दे रहा होगा। ऐसे में जितने मुहं उतनी बातें और यह सब आपको और भी दुविधा की स्थिति में लाकर खड़ी कर रही होगी। यदि आप भी किसी ऐसी ही कशमकश में हैं तो अब और ज्यादा घबराए नहीं और ना ही किसी बात की चिंता कीजिए।

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आपकी सभी तरह की चिंताओं का समाधान करने के लिए ही तो हम आपके लिए यह लेख लिख रहे (NEET Ki Taiyari Sabse Achi Kahan Hoti Hai) हैं। इसके लिए हमने भारत के लगभग सभी शहरों और कोचिंग संस्थानों की गहन पड़ताल की है और नीट एग्जाम में सेलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स के पैटर्न को समझा है। उसके अनुसार ही आज हम आपको बताएँगे कि आप नीट की सबसे अच्छी तैयारी कहाँ से कर सकते हैं।

नीट की तैयारी सबसे अच्छी कहां होती है?

जब यह बात लोगों से पूछी जाती है तो वह अपने अनुसार एक झटके में इसका उत्तर दे देते हैं। हमने तो फलाना जगह से पढ़ाई की या मैं उसको जानता हूँ और उसने उस जगह से पढ़ाई की या ऐसे पढ़ाई की और अच्छा स्कोर किया। हालाँकि यह उसके लिए सही हो सकता है लेकिन क्या यह आपके लिए या सभी के लिए बेस्ट (NEET Ki Taiyari Sabse Acchi Kahan Hoti Hai) है!!

यहाँ हम व्यक्तिगत तौर पर किसी एक की नहीं बल्कि ओवरऑल की बात कर रहे हैं क्योंकि बेस्ट तो सभी में से ही चुनकर निकाला जाता है। इसलिए आज हम तीन भागों में आपको बताएँगे कि आपको नीट एग्जाम की तैयारी कहाँ से करनी चाहिए और उसके लिए क्या ऑप्शन आपके लिए सबसे बेस्ट रहने वाला (NEET Ki Taiyari Kaha Se Kare) है।

नीट की तैयारी के लिए बेस्ट मोड

सबसे पहले हम बात करते हैं नीट की तैयारी करने के ऑप्शन या मोड या विकल्प के बारे में। आप सभी यह तो जानते होंगे कि वर्ष 2020 में एक वैश्विक महामारी आई थी जिसे कोरोना या कोविड 19 नाम दिया गया था। तो इसके बाद से ऑनलाइन कोचिंग का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है।

हालाँकि ऑनलाइन कोचिंग के माध्यम पहले से भी थे लेकिन कोरोना के बाद जब लोगों के पास बाहर जाने का ऑप्शन नहीं था तब इस मोड में बहुत तेजी देखने को मिली। हालाँकि इसके एक से दो वर्ष में ही स्टूडेंट्स फिर से ऑफलाइन मोड में अर्थात कोचिंग सेंटर जाकर क्लास में पढ़ने लगे।

ऐसे समय में आज ऑनलाइन वर्सेज ऑफलाइन कोचिंग को लेकर एक बहस छिड़ी हुई है। तो आज हम आपको बताएँगे कि आपके लिए नीट की तैयारी करना ऑनलाइन रूप से ज्यादा सही रहता है या फिर ऑफलाइन मोड (NEET Ki Taiyari Kahan Se Karen) में।

  • नीट की ऑनलाइन कोचिंग

सबसे पहले हम बात करते हैं नीट की ऑनलाइन कोचिंग लेने के बारे में। तो आज के समय में कुछ इंस्टीट्यूट या नीट कोचिंग संस्थान की स्थापना ही ऑनलाइन मोड में हुई है। इसमें तो आज के समय में कुछ फेमस भी हो चुके हैं। उदाहरण के तौर पर बायजू, फिजिक्स वल्लाह, अनअकैडमी, आकाश इंस्टीट्यूट इत्यादि। आपने भी यह सब नाम सुन रखे होंगे जो नीट की ऑनलाइन कोचिंग देने के लिए प्रसिद्ध हैं।

हालाँकि अब इनमें से कुछ ऑफलाइन मोड में भी कोचिंग देने लगे हैं। अब क्या आपके लिए ऑनलाइन कोचिंग सही में लाभदायक है या यह केवल एक ट्रेंड बनकर रह गया है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि ऑनलाइन कोचिंग कोरोना से पहले भी थी लेकिन कोरोना के बाद से इसमें अचानक से बूम देखने को मिला। वह इसलिए क्योंकि जो कोचिंग सेंटर ऑफलाइन भी पढ़ाते थे, वे भी अपने स्टूडेंट्स को ऑनलाइन कोचिंग देने लगे थे ताकि उनकी पढ़ाई बीच में ना रुके।

हालाँकि जब कोरोना का प्रकोप कम हुआ और लोग फिर से बाहर निकलने लगे तब स्टूडेंट्स फिर से ऑनलाइन कोचिंग की बजाए ऑफलाइन को ज्यादा महत्व देने लेगे। ऐसे में ऑनलाइन कोचिंग में आपकी फीस कम लगेगी, आपको कहीं जाना नहीं होगा, आप अपने समय के अनुसार पढ़ पाएंगे लेकिन इसका नुकसान यह है कि आपके अंदर वैसा अनुशासन, सीखने की लगन इत्यादि नहीं आ पाएगी जैसा ऑफलाइन मोड में होता है।

  • नीट की ऑफलाइन कोचिंग

अब बात करते हैं नीट की ऑफलाइन कोचिंग के बारे में अर्थात जो हम पारंपरिक रूप से करते आ रहे हैं। तो निश्चित रूप से आपके लिए ऑनलाइन की तुलना में ऑफलाइन कोचिंग ज्यादा लाभदायक रहने वाली है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आप जब क्लास में जाकर पढ़ते हैं तो आपका टीचर से आमने-सामने संपर्क होता है। आपका ध्यान भटकने की संभावना ना के बराबर होती है।

इसी के साथ ही जब आप क्लास अटेंड करते हैं तो आपका अपने साथ पढ़ रहे लोगों के साथ संपर्क बनता है। इससे आप एक अच्छा ग्रुप बना सकते हैं और उनके साथ मिलकर तैयारी कर सकते हैं। क्लास में जाकर पढ़ने से आपके अंदर अनुशासन भी बना रहता (NEET Ki Taiyari Kaha Se Kare) है।

वहीं यदि आप टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ते हैं तो वहाँ आपको ऑनलाइन भी बहुत सारा मटेरियल मिलता है। उदाहरण के तौर पर आप सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी को ही ले लीजिए। मैट्रिक्स अकैडमी हर लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाती है। ऐसे में कोई स्टूडेंट किसी कारणवश क्लास अटेंड नहीं कर पाता है तो वह बाद में उस वीडियो लेक्चर को देखकर उसे पढ़ सकता है।

नीट की तैयारी के लिए बेस्ट सिटी

अब जब आपने नीट की तैयारी के लिए ऑनलाइन वर्सेज ऑफलाइन कोचिंग के बारे में जान लिया है तो अब बात करते हैं नीट के लिए कौन-सा शहर सबसे अच्छा रहेगा, उसके बारे में। जब भी नीट की कोचिंग की बात की जाती है तो उसके लिए कोटा शहर का नाम सबसे पहले लिया जाता (NEET Ki Taiyari Sabse Acchi Kahan Hoti Hai) है। हालाँकि अब ऐसा नहीं है।

पिछले कुछ वर्षों में इस रैंकिंग में सीकर शहर टॉप पर आ रहा है। सीकर भी राजस्थान का ही एक शहर है और वह कोटा से भी ऊपर क्यों पहुँच गया है, वह हम आपको नीचे बताएँगे। नीचे हम आपको क्रमानुसार नीट की तैयारी करने के लिए टॉप 5 सिटीज के बारे में बताने वाले हैं।

  • सीकर

नीट की कोचिंग लेने में आज के समय में जिस शहर का नाम सबसे पहले लिया जाता है, वह है राजस्थान का सीकर शहर। वह इसलिए क्योंकि पिछले एक से दो दशक में सीकर शहर में नीट की तैयारी करवाने के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थान खुल चुके हैं। इनमें से कुछ के नाम मैट्रिक्स अकैडमी, प्रिंस, गुरुकृपा, एलन इत्यादि हैं। साथ ही यहाँ का माहौल भी बहुत सही है और पैसे भी बहुत ज्यादा नहीं लगते हैं।

  • कोटा

आप सोच रहे होंगे कि नीट कोचिंग की बेस्ट सिटी के तौर पर कोटा सीकर से क्यों पिछड़ गया है। इसका कारण है यहाँ का ओवर हाइप होना और लगातार ख़राब होता माहौल। आप भी पिछले कुछ वर्षों से कोटा शहर में स्टूडेंट्स के द्वारा प्रेशर में आकर सुसाइड करते हुए की खबर सुनते होंगे। ऐसे में सीकर शहर में नीट की कोचिंग तो अच्छी है ही लेकिन वहाँ कोटा के जैसे बहुत ज्यादा तनाव वाला माहौल नहीं है।

  • दिल्ली

अब इस सूची में तीसरे नंबर पर देश की राजधानी दिल्ली आती है। दिल्ली में भी देश के सर्वश्रेष्ठ नीट कोचिंग सेंटर्स खुले हुए हैं और यहाँ पर एक से बढ़कर एक सुविधाएँ हैं। हालाँकि यहाँ का नुकसान यह है कि यहाँ पर सभी तरह की सुविधाएँ होने के कारण स्टूडेंट्स का ध्यान बहुत जल्दी भटक जाता है। साथ ही यह सिटी थोड़ी महँगी भी है।

  • जयपुर

नीट की बेस्ट सिटी के तौर पर राजस्थान राज्य की ही राजधानी जयपुर भी आती है। यह शहर भी सीकर की तरह शांत है और प्रेशर बहुत ज्यादा नहीं है। हालाँकि यह सीकर से कोचिंग की क्वालिटी के कारण पिछड़ जाती है।

  • चेन्नई

तमिलनाडु राज्य की राजधानी चेन्नई इस लिस्ट में आखिरी और पांचवें नंबर पर है। चेन्नई ने भी पिछले कुछ वर्षों में ही अच्छा काम किया है लेकिन यहाँ की सबसे बड़ी समस्या भाषा है। यह भाषा की समस्या केवल उत्तर, पश्चिम, पूर्व व मध्य भारत के राज्यों के लिए ही नहीं अपितु दक्षिण भारत के राज्यों के लिए भी है। इस कारण यहाँ तमिलनाडु के अलावा अन्य राज्यों के बहुत कम छात्र ही पढ़ने जाते हैं।

नीट की तैयारी के लिए बेस्ट इंस्टीट्यूट

ऊपर आपने जान लिया है कि नीट की तैयारी के लिए ऑफलाइन मोड ही सबसे बेस्ट होता है। साथ ही यह भी जाना कि इसके लिए सीकर शहर टॉप पर बना हुआ है लेकिन केवल इसी से ही तो काम नहीं चलने वाला है। आपको यदि नीट की कोचिंग लेनी है तो उसके लिए किसी कोचिंग सेंटर में जाकर पढ़ना ही होगा।

ऐसे में अब हम आपके सामने नीट के बेस्ट कोचिंग सेंटर की एक लिस्ट रखने वाले हैं। हम आपको भारत के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर और उनके बारे में कुछ मूलभूत जानकारी (NEET Ki Taiyari Sabse Achi Kahan Hoti Hai) देंगे। चलिए जानते हैं।

  • मैट्रिक्स अकैडमी, सीकर

क्या आपने सोचा है कि सीकर शहर ने नीट की कोचिंग देने में कोटा जैसे बहुत चर्चित शहर को किस कारण पीछे धकेल दिया है। उसके लिए सीकर शहर में खुले एक से बढ़कर एक नीट कोचिंग संस्थान तो हैं ही लेकिन सबसे बड़ा कारण यही मैट्रिक्स अकैडमी है। यदि आप पिछले कुछ वर्षों के रिजल्ट देखेंगे तो पाएंगे कि मैट्रिक्स अकैडमी के स्टूडेंट्स ने नीट में अपना परचम लहराया है।

इसका मुख्य कारण है मैट्रिक्स अकैडमी में पढ़ा रही टॉप क्लास की फैकल्टी, यहाँ मिल रही सभी तरह की फैसिलिटी, जगह-जगह डाउट क्लीयरिंग सेंटर्स, स्टूडेंट्स के लिए वर्ष के 365 दिनों तक खुले रहना, सामान्य फीस और ऑनलाइन उपस्थिति। यह सभी चीजें मिलाकर ही मैट्रिक्स को देश का टॉप लेवल का नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट बनाते हैं।

  • प्रिंस अकैडमी, सीकर

अब इस लिस्ट में सीकर की ही एक और अकादमी प्रिंस आती है। मैट्रिक्स अकैडमी की तरह ही प्रिंस अकैडमी ने भी बहुत काम किया है। इस कारण हर दिन के साथ प्रिंस अकैडमी भी आगे बढ़ती जा रही है। इसने हाल ही में कोटा की प्रसिद्ध एलन अकैडमी को पछाड़ कर दूसरी रैंक हासिल की है।

  • एलन अकैडमी, कोटा

एलन का नाम तो आपने अवश्य ही सुन रखा होगा। एक समय था जब नीट की कोचिंग देने में एलन का एकछत्र राज हुआ करता था लेकिन अब वह वर्चस्व टूट चुका है। हालाँकि एलन अभी भी बहुत अच्छा कर रही है और भारत के कई शहरों में इसने अपनी ब्रांच खोल रखी है।

  • आकाश इंस्टीट्यूट, दिल्ली

आकाश इंस्टीट्यूट का नाम हमने आपको ऊपर ही बता दिया है। इस इंस्टीट्यूट ने शुरुआत तो ऑनलाइन कोचिंग देने से की थी लेकिन आज के समय में भारत के कई शहरों में इसके ऑफलाइन कोचिंग सेंटर्स भी खुल चुके हैं। वैसे इसके सभी सेंटर्स में दिल्ली का कोचिंग सेंटर सबसे बेस्ट माना जाता है।

  • गुरुकृपा अकैडमी, सीकर

सीकर शहर को टॉप पर लाने में गुरुकृपा अकैडमी का नाम भी लिया जाता है। गुरुकृपा में शांत वातावरण है और यह अपने पढ़ाने के तरीके के लिए बहुत प्रसिद्ध है। इस कारण गुरुकृपा देश के बाकी सभी नीट कोचिंग संस्थान को पछाड़ कर टॉप 5 में जगह बना पाया है।

तो यह नीट के 5 सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थान (NEET Ki Taiyari Kahan Se Karen) हैं। वैसे तो हर शहर में दर्जनों कोचिंग संस्थान खुले हुए हैं लेकिन जिन पांच कोचिंग संस्थान के नाम हमने आपको बताए हैं, वह देश के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर्स हैं।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि यदि आपको नीट की सबसे बेस्ट कोचिंग लेनी (NEET Ki Taiyari Kaha Se Kare) है या उसकी अच्छे से तैयारी करनी है तो आपके लिए कौन-सा मोड, किस तरह की सिटी और कौन-से कोचिंग सेंटर्स परफेक्ट रहने वाले हैं।

अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप अपनी सुविधा के अनुसार क्या निर्णय लेते हैं। हालाँकि आप अभी जो निर्णय लेंगे वही आगे चलकर आपके भविष्य का निर्माण करेगा। जितनी देर करेंगे उतना ही आपको नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि कोई और स्टूडेंट सही निर्णय लेकर आपसे आगे निकल जाएगा। इसलिए समय ले लें लेकिन जो भी निर्णय लें, वह अच्छे से सोच-समझ कर ही लें।

Related FAQs

प्रश्न: नीट की तैयारी के लिए सबसे अच्छा शहर कौन सा है?

उत्तर: नीट की तैयारी के लिए सबसे अच्छा शहर राजस्थान का सीकर शहर है। इसके बाद कोटा, जयपुर व दिल्ली का नाम लिया जाता है।

प्रश्न: नीट की सबसे अच्छी कोचिंग कौन सी है?

उत्तर: यदि हम नीट की सबसे अच्छी कोचिंग की बात करेंगे तो उसमें सबसे पहला नाम सीकर शहर की मैट्रिक्स अकैडमी का लिया जाएगा। इसके बाद कोटा की एलन अकैडमी का नाम आता है।

प्रश्न: नीट कोचिंग के लिए कौन सा शहर बेस्ट है?

उत्तर: नीट कोचिंग के लिए राजस्थान राज्य का सीकर शहर सबसे बेस्ट है। वह इसलिए क्योंकि यहाँ मैट्रिक्स, गुरुकृपा व प्रिंस जैसी अकैडमी ने बहुत अच्छा काम किया है।

प्रश्न: नीट के लिए सबसे अच्छा राज्य कौन सा है?

उत्तर: नीट के लिए सबसे अच्छा राज्य राजस्थान है। वह इसलिए क्योंकि राजस्थान राज्य में सीकर, कोटा व जयपुर नीट के लिए बेस्ट शहर माने जाते हैं।

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NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe: नीट का एग्जाम एक ऐसा एग्जाम होता है जिसे पास करना बहुत स्टूडेंट्स के लिए किसी पहाड़ चढ़ने से कम नहीं होता है। वहीं इसे केवल पास कर देने से ही काम नहीं चलता है। यदि आपको अच्छे मेडिकल कॉलेज में सीट चाहिए तो उसके लिए अच्छी रैंक भी लानी होती है। अच्छी रैंक लानी है तो उसके लिए टॉप स्कोर करना होता है। टॉप स्कोर करना है तो निश्चित रूप से पढ़ाई भी उसी तरह से करनी होती है।

अब ज्यादातर स्टूडेंट्स का यह प्रश्न होता है कि उन्हें नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे की पढ़ाई करनी चाहिए जिससे कि उनकी सही तैयारी हो सके। ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी के बारे में ही बताने वाले हैं। नीट का एग्जाम बहुत ज्यादा मेहनत मांगता है और उसके लिए तैयारी भी वैसी ही की जानी चाहिए। तो चलिए जानते हैं नीट के लिए कितने घंटे पढ़ना सही रहता (NEET Ki Taiyari Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) है।

नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब कुछ स्टूडेंट्स दसवीं से ही नीट एग्जाम को लेकर सतर्क हो जाते हैं और पढ़ने लग जाते हैं तो कुछ स्टूडेंट्स अपनी 11 वीं या 12 वीं क्लास की पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी करना शुरू करते हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट्स 12 वीं के बाद या फिर एक वर्ष का ड्रॉप लेकर भी नीट की तैयारी करते (NEET Crack Karne Ke Liye Kitne Ghante Padhe) हैं। अब जिन स्टूडेंट्स का पहली बार में सिलेक्शन नहीं होता है या मनपसंद कॉलेज नहीं मिलता है तो फिर वे एक और वर्ष का ड्रॉप ले लेते हैं।

ऐसे में आज हम आपको सिलसिलेवार तरीके से बताएँगे कि आपको अपनी दसवीं क्लास की पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी कितनी देर करनी चाहिए, उसके बाद की क्लास में कितनी देर करनी चाहिए और नीट एग्जाम से पहले कितनी देर इसके लिए तैयारी करनी (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe) चाहिए, आइए जाने।

#1. दसवीं में नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

यदि आप दसवीं कक्षा में हैं और आप अभी से ही नीट की तैयारी शुरू करना चाहते हैं तो यकीन मानिए आप बाकी के 90 प्रतिशत स्टूडेंट्स से आगे चल रहे हैं। जो स्टूडेंट्स अपनी दसवीं क्लास से ही नीट एग्जाम को लेकर सतर्क हो जाते हैं तो उनका बारहवीं के बाद नीट में सिलेक्शन होना लगभग तय माना जाता है।

ऐसे में यदि आप दसवीं क्लास की पढ़ाई के साथ-साथ अलग से 2 से 3 घंटे नीट एग्जाम की तैयारी करने में लगाएंगे तो यह पर्याप्त है। ऐसे में आप चाहें तो इसके लिए कोचिंग सेंटर भी ज्वाइन कर सकते हैं। यदि आप वीकेंड में एक साथ इसकी कोचिंग लेने को इच्छुक हैं तो वह भी किया जा सकता है।

#2. 11वीं में नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब जब आप 11 वीं क्लास में आ चुके हैं और अपने लिए मेडिकल स्ट्रीम का चुनाव कर चुके हैं तो नीट की तैयारी भी शुरू हो ही चुकी है। वह इसलिए क्योंकि आपकी 11 वीं और 12 वीं क्लास का सिलेबस ही नीट का भी सिलेबस होता है। ऐसे में एक तरह से आप नीट एग्जाम की ही तैयारी कर रहे होते हैं।

हालाँकि यदि इस एग्जाम को क्लियर करना है तो उसके लिए अलग से तैयारी भी शुरू कर देनी चाहिए। ऐसे में आप अपनी 11 वीं क्लास में 3 से 4 घंटे की सीटिंग देंगे तो वह नीट एग्जाम क्रैक करने के लिए पर्याप्त मानी जा सकती है। इसके लिए आपको अपने टीचर्स से गाइडेंस मिल जाएगी या आप मैट्रिक्स सीकर या एलन कोटा जैसे टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से भी जुड़ सकते हैं।

#3. 12वीं में नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

बारहवीं क्लास बोर्ड की क्लास होती है। इस दौरान स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा तनाव में होते हैं क्योंकि उनके ऊपर नीट एग्जाम की तैयारी करने का भी प्रेशर होता है तो वहीं 12th बोर्ड में अच्छा स्कोर करने पर भी ध्यान देना होता है। ऐसे में दोनों के ही बीच संतुलन बनाकर चलना पड़ता है।

हालाँकि अब प्रेशर ज्यादा है तो मेहनत भी उसी हिसाब से ही करनी होती है। इसलिए आपको बारहवीं क्लास के बोर्ड एग्जाम को भी उतना ही महत्व देना है जितना आप नीट एग्जाम को दे रहे हैं या इसे आप उल्टा करके भी समझ सकते हैं। ऐसे में बारहवीं क्लास में 4 से 5 घंटे नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए (NEET Crack Karne Ke Liye Kitne Ghante Padhe) पर्याप्त माने जाते हैं।

#4. बोर्ड एग्जाम के बाद नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब जब आपके बोर्ड एग्जाम समाप्त हो चुके हैं तो अब आप अपना पूरा ध्यान नीट एग्जाम की तैयारी में लगा सकते हैं। ऐसे में आपकी तैयारी के घंटे भी बारवीं क्लास की पढ़ाई की तुलना में बढ़कर दोगुने हो जाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप बारहवीं क्लास तक तो नीट एग्जाम की तैयारी में 4 से 5 घंटे का समय दे रहे थे लेकिन बोर्ड एग्जाम फिनिश होने के बाद आपको यह समय बढाकर 10 से 12 घंटों का करना होगा।

इस दौरान आपको जमकर नीट एग्जाम की तैयारी करनी होगी। यदि आप एक वर्ष का ड्रॉप भी ले रहे हैं तो भी आपको प्रतिदिन 10 से 12 घंटे की सीटिंग देनी होगी तभी आगे जाकर आपका नीट एग्जाम अच्छे से क्लियर हो पाएगा।

#5. आखिरी दो महीने नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब जैसे-जैसे नीट एग्जाम का समय पास आता जाता है, वैसे-वैसे ही सभी स्टूडेंट्स के अंदर घबराहट बढ़ती चली जाती है। हालाँकि इस घबराहट से उनका लाभ कम और नुकसान ज्यादा देखने को मिलता है। इसलिए आप इस बिना मतलब की घबराहट को पाले नहीं बल्कि इसे भगा दें।

आखिरी दो महीने नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इस दौरान आपको अपनी रिवीजन करने और मॉक टेस्ट देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अभी तक आपने जो पढ़ा है और जो भी नोट्स बनाए हैं, उसकी रिवीजन करना शुरू कर (NEET Ki Taiyari Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) दें। साथ ही आपको इस दौरान 12 से 15 घंटे की सीटिंग देनी शुरू कर देनी चाहिए तभी आप नीट में टॉप स्कोर कर पाएंगे।

नीट क्रैक करने के लिए जरुरी बातें 

अब जब हमने आपको विभिन्न परिस्थितियों या आपकी क्लास के अनुसार नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए घंटों की सीटिंग के बारे में बता दिया है तो इसके बाद का बताना भी जरुरी है। कहने का अर्थ यह हुआ कि केवल पढ़ने के घंटे तय कर लेने से कुछ नहीं होता है। आप इन घंटों का किस तरह से उपयोग कर रहे हैं, वह मायने रखता (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe) है।

अब आप चाहे 10 घंटे पढ़ने बैठ जाएं लेकिन यदि आपका ध्यान दूसरी चीज़ों में है तो वह 10 घंटे कोई मायने नहीं रखते हैं। वहीं यदि आप ध्यान केंद्रित करके 5 घंटे भी अच्छे से पढ़ते हैं तो वह उन 10 घंटों के बराबर हैं जो आपने इधर-उधर का सोचने में व्यर्थ कर दिए। तो ऐसी कुछ टिप्स हम आपको नीचे दे रहे हैं, जिनका आपको पालन करना चाहिए।

  • सुबह जल्दी उठकर पढ़ें

आजकल यह चलन चल पड़ा है कि अधिकतर स्टूडेंट्स देर रात तक जगकर पढ़ाई करते हैं और सुबह देर से उठते हैं। हालाँकि आपको अपने अनुसार जैसा सही लगता है, वैसा करना चाहिए लेकिन यह भी जान लें कि सुबह का समय कुछ करने के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है। ऐसे में आप रात को जल्दी सोकर और सुबह जल्दी उठकर पढ़ना शुरू करेंगे तो इसका सकारात्मक प्रभाव आपको कुछ ही दिनों में देखने को मिल जाएगा।

  • सही कोचिंग का चुनाव

नीट की तैयारी (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) करने में सही कोचिंग का चुनाव भी बहुत जरुरी हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि टॉप लेवल के नीट कोचिंग संस्थान में दिया गया एक-एक घंटा लो लेवल के कोचिंग संस्थान के 10 घंटों के बराबर होता है। ऐसे में आपको भारत के कुछ टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट जैसे कि मैट्रिक्स अकैडमी, गुरुकृपा, प्रिंस, आकाश इत्यादि में पढ़ना चाहिए।

  • कठिन चीजें सुबह हल करें

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि सुबह का समय किसी वरदान से कम नहीं है। ऐसे में आप सुबह के समय जो कुछ भी पढ़ते हैं, वह आपको जल्दी समझ में आता है और लंबे समय तक याद भी रहता है। ऐसे में आप इस समय का सदुपयोग कठिन टॉपिक्स को पढ़ने में करेंगे तो यह आपके लिए ही लाभदायक रहेगा। सुबह के समय में आप कठिन टॉपिक्स को समझने में कम समय लगाएंगे और इससे आपका उत्साह भी बढ़ेगा।

  • नींद पूरी लें

नीट की तैयारी के लिए अपने हर घंटे का समुचित उपयोग करना है तो उसके लिए जरुरी है कि आप 7 से 8 घंटे की नींद भी पूरी करें। यदि आप सोचते हैं कि कम सोकर आप उन घंटों को नीट की तैयारी में लगा देंगे तो इससे आपका ही नुकसान हो रहा होगा। वह इसलिए क्योंकि कम सोने से शरीर में थकान बनी रहती है और दिमाग भी धीरे काम करता है। वहीं पूरी नींद लेने से आप तेज गति से और अच्छे से पढ़ पाते हैं।

  • ध्यान लगाएं

अक्सर यह देखने में आता है कि जब हम पढ़ने बैठते हैं तो उसके कुछ ही समय बाद में हमारा ध्यान भटकने लगता है। हम पढ़ कुछ रहे होते हैं और ध्यान कहीं और होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपके हाथ में कॉपी, बुक होती है, आखें भी उसी ओर होती है लेकिन मन कुछ और ही सोच रहा होता है। यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो आपको दिन में कम से कम 30 मिनट ध्यान लगाना चाहिए और योग करना शुरू कर देना चाहिए। इससे ध्यान केंद्रित करने में बहुत सहायता मिलती है।

  • हर दो घंटे के बाद 10 मिनट का ब्रेक लें

लगातार कोई काम किया जाता है तो वह सही से नहीं होता है। अब यदि हम किसी मशीन को भी लगातार चालू रखते हैं तो वह भी गर्म हो जाती है, हम तो फिर भी मनुष्य हैं। ऐसे में यदि आप बिना रुके लगातार पढ़ते ही चले जाएंगे तो सोचने-समझने की शक्ति कम होती चली जाएगी। इससे आप पढ़ा हुआ कुछ ही दिनों में भूल जाएंगे। इसलिए आवश्यक है हर दो घंटे की पढ़ाई के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक ले लिया जाए।

  • मोबाइल दूर रखें

मोबाइल अपने आप में पूरी की पूरी दुनिया है। इसमें एक क्लिक में सब जानकारी उपलब्ध होती है। अब जो स्टूडेंट्स मोबाइल या लैपटॉप पर ऑनलाइन पढ़ते हैं, वे पढ़ने के साथ-साथ कहीं और भी ध्यान लगा रहे होते हैं। इसलिए ऑफलाइन स्टडी करें और उस दौरान मोबाइल को दूर रखें। वहीं किसी लेक्चर को ऑनलाइन करना ही है तो उसे डाउनलोड कर लें और पढ़ते समय इंटरनेट बंद कर दें।

  • एक बार में एक विषय पढ़ें

अब कुछ स्टूडेंट्स अपने आप को ज्यादा स्मार्ट समझते हैं और इस चक्कर में वे एक साथ कई टॉपिक्स और विषय को पढ़ रहे होते हैं। इससे उन्हें लगता है कि वे तेज गति से पढ़ रहे हैं लेकिन होता इसका उल्टा है। दरअसल एक साथ कई टॉपिक या सब्जेक्ट पढ़ने से आपका ध्यान एक ओर नहीं होता है और उलझन की स्थिति बनती है। वहीं आप एक बारी में एक टॉपिक पढ़ते हैं तो पूरा ध्यान उसी पर होता है जिससे वह अच्छे से समझ में आता है और लंबे समय तक ध्यान में रहता है।

तो यह थी कुछ टिप्स जो नीट की तैयारी करने में आपकी बहुत मदद (NEET Ki Taiyari Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) करेगी। सबसे जरुरी बात यह है कि आप नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए जितने भी घंटे दें लेकिन वह घंटे माइंडफुल स्टडी के होने चाहिए, ना कि इधर-उधर ध्यान भटकाने के लिए। 

अन्यथा आजकल कई स्टूडेंट्स कहने को या दिखाने को तो 10-10 घंटे की पढ़ाई कर रहे होते हैं लेकिन असलियत में उनकी पढ़ाई 2 से 3 घंटे की ही होती है क्योंकि वे अपना बाकी समय ध्यान ही नहीं लगा पा रहे होते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको नीट की तैयारी करने में कितने घंटे लगाने होते (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe) हैं, इस टॉपिक के बारे में विस्तार से पूरी जानकारी दे दी है। इसी के साथ ही आप यह भी जान चुके हैं कि नीट की तैयारी में कोचिंग का कितना महत्व होता है। वह इसलिए क्योंकि जो स्टूडेंट्स नीट को लेकर सीरियस होते हैं, वे जल्द से जल्द एक सही कोचिंग का चुनाव कर लेते हैं।

अब मैट्रिक्स सीकर या प्रिंस इंस्टीट्यूट जैसे सही कोचिंग संस्थान का चुनाव उनका भविष्य बना सकता है। वह इसलिए क्योंकि आपकी पढ़ाई के घंटे इसी कोचिंग पर ही निर्भर करेंगे और आप कितनी जल्दी चीज़ों को समझ पाते हैं, वह इन कोचिंग संस्थान में पढ़ा रही अनुभवी फैकल्टी पर निर्भर करेगा।

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प्रश्न: नीट की तैयारी कितने महीने में होती है?

उत्तर: नीट की तैयारी करने के लिए आपको कम से 12 महीने देने होते हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट्स को 6 महीने तो किसी को 24 महीने भी लग जाते हैं।

प्रश्न: नीट की तैयारी के लिए कितने महीने चाहिए?

उत्तर: नीट की तैयारी के लिए सामान्य तौर पर 12 महीनो का समय चाहिए होता है। अब यह स्टूडेंट पर निर्भर करता है कि वह हर दिन कितने घंटे की सीटिंग देता है।

प्रश्न: नीट टॉपर्स कितने घंटे सोते हैं?

उत्तर: नीट टॉपर्स हर दिन 7 से 8 घंटे सोते हैं। यदि किसी स्टूडेंट को नीट एग्जाम सही से क्रैक करना है तो उसे भी प्रतिदिन 7 घंटों की नींद लेना आवश्यक है।

प्रश्न: क्या टॉपर्स रात में पढ़ाई करते हैं?

उत्तर: टॉपर्स रात की बजाए दिन में जल्दी उठकर पढ़ना चुनते हैं। वह इसलिए क्योंकि सुबह का समय बहुत ही सकारात्मक होता है और उस दौरान पढ़ा गया लंबे समय के लिए याद रहता है।

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10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare: स्टूडेंट्स के लिए डॉक्टर बनना किसी सपने से कम नहीं होता है। यह एक ऐसी फील्ड है जो कभी भी समाप्त नहीं होने वाली है। डॉक्टर की जरुरत इतिहास में भी थी, वर्तमान में भी है और भविष्य में भी कभी खत्म नहीं होगी। साथ ही लोगों के लिए तो डॉक्टर उनके भगवान की तरह होता है क्योंकि वही उनकी जीवन रक्षा करने और बीमारी से उपचार करने का काम करता है।

हालाँकि बहुत से स्टूडेंट्स डॉक्टर बनने का सपना तो देखते हैं लेकिन बन नहीं पाते हैं। वह इसलिए क्योंकि वे देश के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए होने वाली नीट की परीक्षा को अच्छे अंकों के साथ पास नहीं कर पाते हैं। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स के माता-पिता के पास प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की भारी भरकम फीस देने के लिए पैसा होता है, वे नीट में सलेक्शन ना होने के बावजूद उन कॉलेज की फीस भर देते हैं।

हालाँकि यहाँ हम यह नहीं कह रहे हैं कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में केवल मध्यम या गरीब वर्ग के स्टूडेंट्स ही पढ़ते (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) हैं। बल्कि यहाँ पर एडमिशन लेने का सपना तो हर मेडिकल स्टूडेंट का होता है क्योंकि यह देश के टॉप मेडिकल कॉलेज तो हैं ही और साथ ही सरकारी होने के कारण यहाँ की फीस भी प्राइवेट कॉलेज की तुलना में बहुत कम है।

ऐसे में यदि आप भी अपनी 10th के बाद नीट एग्जाम की तैयारी शुरू करने को इच्छुक हैं तो यह बहुत ही उचित और सही समय पर उठाया गया कदम माना (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) जाएगा। ऐसे में आज हम आपके साथ इसी विषय पर ही बात करने वाले हैं।

10th के बाद NEET की तैयारी कैसे करें?

एक बात पहले ही समझ लें कि बारहवीं के बाद नीट एग्जाम में सलेक्ट होना बहुत से स्टूडेंट्स का सपना होता है लेकिन यह सपना पहले ही एटेम्पट में पूरा हो जाए, यह बहुत ही मुश्किल होता है। बहुत से स्टूडेंट्स तो इसके लिए बारहवीं के बाद भी एक से दो वर्ष का ड्रॉप लेते (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं ताकि उन्हें अपना मनचाहा मेडिकल कॉलेज मिल सके।

वहीं जो स्टूडेंट्स दसवीं क्लास से ही नीट एग्जाम की तैयारी करना शुरू कर देते हैं उनके सफल होने की संभावना उन स्टूडेंट्स से बहुत ज्यादा होती है जो 11 वीं या 12 वीं के बाद इसकी तैयारी करना शुरू करते हैं। तभी हमने आपको पहले ही कहा कि यदि आप 10th के बाद ही नीट एग्जाम की तैयारी शुरू करने जा रहे हैं तो इसे बहुत ही अच्छी बात माना जाएगा। तो चलिए जानते हैं इसके लिए आप क्या कुछ कर सकते हैं।

स्टडी का सही टाइम टेबल बनाएं

सबसे पहला काम जो आपको करना है, वह है एक सही टाइमटेबल का बनाया जाना। बहुत से स्टूडेंट्स टाइमटेबल के सही नहीं बना पाने के कारण बाकी स्टूडेंट्स से पीछे रह जाते हैं। ऐसे में हम आपको सुबह पांच बजे से लेकर रात के 9 बजे तक की पूरी दिनचर्या बताएँगे।

इस टाइमटेबल में आपके पढ़ने का समय, खाने और आराम करने का समय, नींद का समय इत्यादि सबकुछ निर्धारित रहेगा। ऐसे में आपको इस टाइमटेबल से बहुत सहायता मिल (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) जाएगी, चलिए जानते हैं।

समय क्या करें
सुबह 4 बजे उठ जाएं, शौच जाएं, ब्रश करें, योग व ध्यान करें, नहा लें
सुबह 5 से 8 बजे बायोलॉजी अर्थात जीव विज्ञान को पढ़ें
सुबह 8 से 9 बजे नाश्ता करें, आराम करें, समाचार पढ़ें, घरवालों से बात करें
सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक फिजिक्स अर्थात भौतिक विज्ञान पढ़ें
दोपहर 12 से 1 बजे दोपहर का भोजन करें, थोड़ा सो लें या अन्य रचनात्मक या पसंद का काम करें
दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक केमिस्ट्री अर्थात रसायन विज्ञान को पढ़ें
शाम 4 से 4:30 बजे चाय पिएं, हल्का भोजन करें व आराम करें
शाम 4:30 से 6:30 बजे तक मॉक टेस्ट दें और पुराने प्रश्न पत्रों को हल करें
शाम 6:30 से 8 बजे तक सबसे पहले रात का भोजन करें, बाहर सैर पर जाएं, कुछ खेलें, दोस्तों से बात करें, अपनी पसंद का काम करें, दिमाग को आराम दें
रात 8 से 9 बजे दिन में जो कुछ भी पढ़ा है, उसकी रिवीजन करें
रात 9 से सुबह 4 बजे तक एक स्टूडेंट के लिए 7 से 8 घंटे की नींद आवश्यक है। ऐसे में आप 9 से 4 बजे तक की 7 घंटों की नींद अवश्य लें।

तो यह थी नीट की तैयारी कर रहे स्टूडेंट के लिए एक आदर्श दिनचर्या। अब यदि आप हमारी बताई गई दिनचर्या को फॉलो करेंगे तो अवश्य ही आपको बहुत मदद मिलेगी। हालाँकि हमने इसमें कोचिंग का समय नहीं जोड़ा है लेकिन यदि आपको कोचिंग से जुड़ना है तो हमारे बताए गए टाइमटेबल में थोड़ा बहुत परिवर्तन किया जा सकता है।

वह इसलिए क्योंकि हर कोचिंग संस्थान का टाइम टेबल अलग-अलग होता है। ऐसे में स्टूडेंट को उसी के अनुसार ही आगे बढ़ना होता है। हमने ऊपर बताए गए टाइमटेबल में 9 घंटे तीन विषयों को पढ़ने के बारे में बताया है। तो आपको कोचिंग में उसी के अनुसार ही पढ़ना (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) होगा और आगे बढ़ना होगा।

नीट की तैयारी में कोचिंग का महत्व

अब बात करते हैं कि नीट एग्जाम की तैयारी करने में कोचिंग का कितना ज्यादा महत्व होता है। तो यहाँ आप यह बात गाँठ बाँध लें कि यदि नीट एग्जाम में 100 स्टूडेंट्स सलेक्ट हो रहे हैं तो उसमें 99 स्टूडेंट्स ने किसी ना किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट से कोचिंग अवश्य ली हुई होगी। कोई एक या दो स्टूडेंट ही ऐसे होंगे जिन्होंने किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट से कोचिंग लिए बिना ही नीट एग्जाम को क्रैक किया होगा।

अब जो 99 स्टूडेंट्स नीट की कोचिंग लेकर उसमें सलेक्ट हुए हैं तो उन्होंने कहाँ से और किस कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की है, यह अगला प्रश्न उभर कर सामने आता है। तो आप यह मानकर चलिए कि इन 99 में 60 से 70 स्टूडेंट्स ऐसे होंगे जिन्होंने देश के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्टडी की हुई होगी और बाकी बचे स्टूडेंट्स ने अपने यहाँ के लोकल या कम प्रसिद्ध कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की होगी।

अब आपका अगला प्रश्न होगा कि देश के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम क्या (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं!! ऐसे में हमने इस बारे में भी बहुत गहन अध्ययन किया ताकि आप तक सही जानकारी पहुँच सके। ऐसे में हम देश के टॉप 5 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट आपके सामने रखने जा रहे हैं, जो कि इस प्रकार है:

  1. मैट्रिक्स नीट डिविजन, सीकर
  2. एलन इंस्टीट्यूट, कोटा
  3. गुरुकृपा इंस्टीट्यूट, सीकर
  4. आकाश इंस्टीट्यूट, दिल्ली
  5. प्रिंस अकैडमी, सीकर

ऊपर हमने आपको देशभर के सभी नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट में से टॉप 5 कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम दे दिए हैं। अब हर वर्ष नीट एग्जाम में सलेक्ट होने वाले अधिकतर स्टूडेंट्स इन्हीं कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़े हुए होते हैं। आपको विश्वास नहीं है तो आप पिछले वर्षों के नीट टॉपर्स की लिस्ट देख लीजिए और वे कहाँ से पढ़े हैं, इसके बारे में रिसर्च कर लीजिए।

ऐसा इसलिए है क्योंकि इन इंस्टीट्यूट में देशभर की सबसे अनुभवी फैकल्टी को ज्वाइन करवाया गया है। एक स्टूडेंट के सलेक्ट होने में उसको पढ़ा रहे टीचर का बहुत बड़ा योगदान होता है। यदि टीचर के कॉन्सेप्ट स्टूडेंट को क्लियर हो जाए और उसे अपने टीचर से सही समय पर सही गाइडेंस मिल जाए तो यह उसके लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है।

अब यही चीज़ मैट्रिक्स या गुरुकृपा जैसी अकैडमी में देखने को मिलती है। आज से लगभग 5 वर्ष पहले इस लिस्ट में एलन इंस्टीट्यूट का एकछत्र राज था लेकिन मैट्रिक्स अकैडमी ने बहुत ही कम समय में जो काम किया है, वह वाकई में सराहनीय है। मैट्रिक्स अकैडमी के द्वारा लगातार की गई मेहनत का ही परिणाम है कि उसने देश की टॉप नीट अकैडमी को पछाड़ कर टॉप रैंक हासिल कर ली है। वहीं गुरुकृपा भी बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रही है।

ऑफलाइन कोचिंग या ऑनलाइन?

अब बात आती है कोचिंग के प्रकार की। वह इसलिए क्योंकि जब से कोरोना नामक महामारी आई है, तब से ही ऑनलाइन कोचिंग का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ गया है। स्कूल की पढ़ाई से लेकर नीट की कोचिंग लेने तक, हर चीज़ ऑनलाइन हो चली है। इसलिए आज के समय में कई कोचिंग संस्थान ऐसे खुल चुके हैं जो या तो पूर्ण रूप से या फिर ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों तरह की कोचिंग देते (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं।

आपने भी हाल के ही कुछ वर्षों में कई तरह के ऑनलाइन कोचिंग देने वाले इंस्टीट्यूट का नाम सुना होगा। किंतु यहाँ बात हो रही है ऑनलाइन वर्सेज ऑफलाइन कोचिंग के बारे में। तो यहाँ हम आपको बता दें कि तकनीक कितनी ही आगे क्यों ना बढ़ जाए, पढ़ाने के तरीके में कितनी ही आधुनिकता क्यों ना आ जाए लेकिन जो ज्ञान आपको आमने सामने बैठकर मिलेगा, वह ऑनलाइन नहीं मिल सकता है।

ऐसे में यदि आप हमसे सीधे और स्पष्ट शब्दों में पूछेंगे कि ऑनलाइन या ऑफलाइन नीट कोचिंग में से कौन सी कोचिंग आपकी तैयारी को ज्यादा प्रभावी बनाएगी, तो हमारा उत्तर स्पष्ट रूप से ऑफलाइन कोचिंग के पक्ष में होगा। वह इसलिए क्योंकि ऑफलाइन कोचिंग में जाने से आप एक अनुशासन में रहते हैं, आमने सामने से कॉन्सेप्ट समझते हैं, टीचर के संपर्क में बने रहते हैं और अपने साथ पढ़ रहे अन्य स्टूडेंट्स के साथ भी रहते हैं।

इसी के साथ ही सबसे बेस्ट बात यह है कि जो भी टॉप लेवल के नीट कोचिंग संस्थान हैं जैसे कि मैट्रिक्स अकैडमी या एलन इंस्टीट्यूट, वे ऑफलाइन कोचिंग देने के साथ साथ अपने स्टूडेंट्स की जरुरत को ध्यान में रखते हुए हर लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाते हैं। वह इसलिए क्योंकि यदि किसी कारणवश कोई स्टूडेंट वह लेक्चर क्लास में अटेंड नहीं कर पाता है तो बाद में वह उसकी वीडियो देख सके।

कौन सी बुक्स रहेंगी बेस्ट?

अब बात करते हैं 10th के बाद नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए आपको कौन-कौन सी बुक्स को ज्यादा महत्व देना चाहिए। अब आप जिस भी कोचिंग संस्थान में पढ़ रहे होंगे, वहाँ से आपको नोट्स तो मिलेंगे ही लेकिन साथ ही वे आपको कोई स्पेसिफिक बुक भी पढ़ने को कहेंगे। अब हर कोचिंग के पढ़ाने का तरीका अलग-अलग होता है और इसमें कोई गलत बात नहीं है।

फिर भी कुछ कुछ बुक्स ऐसी हैं, जो आपकी नीट की तैयारी को और ज्यादा मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। ऐसे में ऐसी ही कुछ बुक्स की लिस्ट यहाँ हम आपके सामने रख रहे (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) हैं।

बायोलॉजी के लिए

  • NCERT Biology (Class 11 & 12)
  • Trueman’s Biology
  • Objective Biology (Dinesh)

फिजिक्स के लिए

  • NCERT Physics (Class 11 & 12)
  • HC Verma (Concepts of Physics)
  • DC Pandey (Objective Physics)

केमिस्ट्री के लिए

  • NCERT Chemistry (Inorganic + Organic + Physical)
  • OP Tandon (Organic Chemistry)
  • RC Mukherjee (Physical Chemistry)

तो यहां हमने आपको तीनों सब्जेक्ट की तीन-तीन बुक्स की लिस्ट दे दी है। इस लिस्ट में आपने एक बुक कॉमन देखी होगी और वह है 11 वीं और 12 वीं क्लास की NCERT की बुक्स। वह इसलिए क्योंकि आप जब नीट की तैयारी कर रहे होते हैं तो दसवीं के बाद मेडिकल स्ट्रीम को चुनते हैं। इस स्ट्रीम में आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी सब्जेक्ट्स को प्रमुख तौर पर पढ़ाया जाता है।

अब यह जो तीन सब्जेक्ट हैं, इन्हीं सब्जेक्ट पर से ही नीट एग्जाम का पूरा पेपर सेट होता है। साथ ही जो भी टॉपिक नीट के एग्जाम में आएंगे, वह भी इसी बुक से ही आते हैं अर्थात जो टॉपिक आपको अपनी 11 वीं और 12 वीं क्लास की NCERT या सिलेबस में नहीं पढ़ाया जाएगा, वह टॉपिक नीट एग्जाम में भी नहीं आएगा। इसलिए यदि आपको नीट एग्जाम की अच्छे से तैयारी करनी है तो उसके लिए NCERT की बुक सबसे बेस्ट है।

निष्कर्ष

ऊपर हमने आपको 10th के बाद नीट की तैयारी करने के ऊपर हरेक महत्वपूर्ण जानकारी दे दी (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है। हमने आपको पूरे दिन की दिनचर्या किस तरह से सेट की जाए और आपको किस समय क्या कुछ करना है, उसके बारे में भी बता दिया है।

इसी के साथ ही नीट की तैयारी के लिए किस संस्थान से कोचिंग लेनी चाहिए, उसकी जानकारी भी आपको मिल गई है। इसमें मैट्रिक्स सीकर और एलन कोटा का नाम टॉप पर लिया जाता है। वहीं आपके लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन में से कौन सी कोचिंग अच्छी रहेगी और आपको किन बुक्स से इसकी तैयारी करनी चाहिए, यह भी पता चल गया है।

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प्रश्न: 10वीं के बाद नीट की तैयारी कैसे शुरू करें?

उत्तर: 10वीं के बाद नीट की तैयारी शुरू करनी है तो उसके लिए एक सही टाइमटेबल बनाना होता है। यहाँ हमने पूरा टाइमटेबल आपके लिए बनाया है जिसे आपको देखना चाहिए।

प्रश्न: NEET करने के लिए 10 में कितने परसेंट चाहिए?

उत्तर: NEET करने के लिए 10 में मिले परसेंट मायने नहीं रखते हैं। इसके लिए केवल 12 वीं क्लास में मिले नंबर को ही महत्व दिया जाता है।

प्रश्न: नीट की कोचिंग कब से शुरू करें?

उत्तर: नीट की कोचिंग आपको अपनी दसवीं क्लास से ही शुरू कर देनी चाहिए। वह इसलिए क्योंकि नीट का एग्जाम पास करना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

प्रश्न: 10वीं में नीट के लिए कितने परसेंट चाहिए?

उत्तर: 10वीं में मिले नंबर या परसेंट नीट के लिए कोई मायने नहीं रखते हैं। ऐसे में आपको केवल अपनी बारहवीं क्लास में मिले परसेंट पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

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NEET Me Top Kaise Kare: देशभर के सभी टॉप लेवल के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए सरकार हर वर्ष एग्जाम कंडक्ट करवाती है। उस एग्जाम का नाम होता है नीट जिसे अंग्रेजी में NEET लिखा जाता है। यह एक शोर्ट फॉर्म है जिसकी फुल फॉर्म National Eligibility cum Entrance Test होती है। यदि किसी स्टूडेंट को देश के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज से पढ़ना है तो उसे नीट एग्जाम में अच्छा स्कोर करना होता है।

अब बहुत से स्टूडेंट का टॉप करना तो दूर बल्कि नीट में सिलेक्शन लेने में ही पसीने छूट जाते हैं। वह इसलिए क्योंकि नीट का एग्जाम बहुत मुश्किल होता है और इसमें बैठने वाले स्टूडेंट्स की संख्या भी बहुत ज्यादा होती (NEET Exam Me Top Kaise Kare) है। ऐसे में नीट में सेलेक्ट होना और साथ ही अच्छा स्कोर करना बहुत से स्टूडेंट्स का सपना ही बनकर रह जाता है। फिर भी हर वर्ष चुनिंदा स्टूडेंट्स ना केवल इसमें सेलेक्ट होते हैं बल्कि टॉप भी करते हैं।

ऐसे में क्या आप भी नीट में टॉप स्कोर करना चाहते हैं ताकि आपको भी देश के टॉप मेडिकल सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिले!! यदि ऐसा है तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ चुनिंदा टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको नीट में टॉप करने में बहुत मदद करने वाली है। चलिए शुरू करते हैं।

NEET Me Top Kaise Kare | नीट में टॉप कैसे करें?

नीट में टॉप करना ना तो एक दो महीने का खेल है और ना ही इसके लिए कोई अलग से गुप्त योजना बनानी पड़ती है। बस इसके लिए आपका सही ट्रेक पर होना जरुरी है और आपको लगातार सही गाइडेंस अर्थात मार्गदर्शन मिलता रहे, वह जरुरी होता है। यही कारण है कि हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से उचित मार्गदर्शन देने आए हैं।

हमने नीट में टॉप स्कोर करने वाले कई स्टूडेंट्स के साथ बात की, देश के कई टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट (NEET Me Topper Kaise Bane) जाकर जांच पड़ताल की और अनुभवी टीचर्स के साथ बैठकर मीटिंग की। इसके बाद ही हम आपके लिए कुछ चुनिंदा गोल्डन टिप्स लेकर आए हैं जो नीट में टॉप करने में आपकी बहुत मदद करेंगी। आइए इनके बारे में जानते हैं।

#1. नीट के सिलेबस को समझें

सबसे पहला काम जो आपको करना है वह है नीट के सिलेबस और प्रणाली को अच्छे से समझना। नीट एग्जाम में कौन कौन से सब्जेक्ट आते हैं, उन सब्जेक्ट्स में से किस किस टॉपिक से कौन कौन से प्रश्न पूछे जाते हैं, हर टॉपिक की क्या वैल्यू है, नीट में किस सब्जेक्ट के कितने नंबर हैं, नीट का एग्जाम कुल कितने नंबर का होता है, सही उत्तर देने पर कितने नंबर मिलते हैं, नेगेटिव मार्किंग कितनी होती है, इत्यादि सभी के बारे में जान लें।

किसी भी एग्जाम को क्रैक करना है और साथ के साथ उसमें टॉप करना है तो आपको उस एग्जाम के बारे में शुरू से लेकर अंत तक पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसमें आप चाहे दो दिन ले लीजिए लेकिन नीट एग्जाम के बारे में छोटी से लेकर बड़ी जानकारी को ना केवल जान लें बल्कि उसे अच्छी तरह से समझ कर अपने मन में उतार लें। यकीन माने आपका आधा काम यहीं हो जाएगा।

#2. हर एक पल कीमती है

अब जब आपने नीट एग्जाम की कार्य प्रणाली को अच्छे से समझ लिया है तो बारी आती है समय अर्थात टाइम की। अब जब आपको नीट एग्जाम में टॉप करना है तो यह मान कर चलें कि अब से आपका हर एक पल कीमती है। यदि आपने एक पल की भी देरी की तो आपके साथ पढ़ रहे अन्य स्टूडेंट्स आपसे उन पलों के लिए आगे निकल जाएंगे। यहाँ हमारा कहने का अर्थ यह भी नहीं है कि आप बिना थके दिन रात पढ़ते रहें लेकिन आप अपना समय व्यर्थ की चीज़ों में ना लगाएं।

नीट में टॉप करने के लिए कम से कम एक साल का कठिन परिश्रम चाहिए होता है। इसलिए इस दौरान आप मौज-मस्ती, मोबाइल कंप्यूटर इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में समय व्यर्थ करना, यहाँ वहाँ घूमना, फोन पर घंटों बातें करना या रील्स देखना, मूवी सीरीज को देखना, इत्यादि में समय व्यर्थ ना करें। इसकी बजाए आप अपने खाली समय में योग, ध्यान, नॉवेल या न्यूज़ पेपर पढ़ना, सार्थक बातचीत करना इत्यादि करें।

#3. बेस्ट कोचिंग ही चुने

नीट में टॉप करने वाले अधिकतम स्टूडेंट्स देश की किसी ना किसी टॉप कोचिंग अकैडमी (NEET Me Top Kaise Kare) से ही पढ़े होते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वहीं से ही उन्हें उचित मार्गदर्शन और प्रॉपर नोट्स मिलते हैं। ऐसे में आपको भी देश के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट में से किसी एक में एडमिशन लेना चाहिए। वर्तमान में सीकर, कोटा और दिल्ली जैसे शहर नीट में अच्छी कोचिंग देते हैं।

ऐसे में यदि हम इन शहरों में बेस्ट कोचिंग की बात करें तो वह सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी, कोटा की एलन अकैडमी और दिल्ली का आकाश इंस्टीट्यूट होगा। इन सभी इंस्टीट्यूट में आपको नीट की बेस्ट कोचिंग दी जाएगी। इनमें से मैट्रिक्स अकैडमी की एक बात यह अच्छी है कि यहाँ जगह जगह डाउट सेंटर्स बने हुए हैं जहाँ पर स्टूडेंट्स कभी भी जाकर अपने डाउट क्लियर कर सकते हैं। इससे स्टूडेंट्स बीच में अटकते नहीं हैं और लगातार आगे बढ़ते चले जाते हैं।

#4. नोट्स बनाना ना भूलें 

ऊपर हमने आपको बताया कि देश के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से आपको नोट्स मिलते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप नोट्स नहीं बनाएंगे। वह इंस्टीट्यूट तो आपको बेस्ट सिलेबस उपलब्ध करवा देंगे लेकिन आप वहाँ जो प्रतिदिन क्लास अटेंड करेंगे, उसमें से अपने लिए नोट्स बनाना ना भूलें। इस बात का ध्यान रखें कि आपके द्वारा जो नोट्स बनाए जाएंगे, वही आगे चलकर आपको नीट में टॉप करने में मदद करेंगे।

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि जब नीट एग्जाम में कुछ महीने बचे होते हैं तब स्टूडेंट्स इन्हीं नोट्स को ही पढ़ते हैं। अपने बनाए नोट्स से स्टूडेंट्स को चीज़ों को जल्दी कैप्चर करने और उन्हें समझने में सहायता मिलती है। इसलिए आप हर दिन अपनी क्लास को ना केवल अटेंड कीजिए बल्कि उसी के साथ ही उसके नोट्स भी बनाते रहें।

#5. प्रीवियस इयर के सभी पेपर देखें

नीट एग्जाम में टॉप करना है तो उसके बारे में सब जानने के साथ साथ उसके पिछले वर्ष के सभी प्रश्न पत्रों का आंकलन करना भी आता है। अब यह पॉइंट हमने अलग से इसलिए हाईलाइट किया है क्योंकि बहुत से स्टूडेंट्स नीट एग्जाम के बारे में तो जानकारी जुटा लेते हैं लेकिन प्रीवियस इयर के पेपर्स को देखना भूल जाते हैं।

इस बात को गाँठ बाँध लें कि यदि किसी एग्जाम को (NEET Exam Me Top Kaise Kare) अच्छे से समझना है तो आप कम से कम उसके पिछले 10 वर्षों के प्रश्न पत्रों को अच्छे से देख लें। आप उन्हें बार बार हल करें, उनमें प्रश्नों का पैटर्न समझें और उसके अनुसार ही अपनी तैयारी को आगे बढ़ाएं। यह उपाय आपके लिए बहुत ही कारगार सिद्ध होगा। 

#6. होशियार स्टूडेंट्स की संगत

यह बात तो बचपन में आपके माता पिता भी बोलते होंगे कि आप जिस तरह के दोस्त बनाएंगे, आपका व्यवहार भी वैसा ही बनता चला जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि दोस्तों के व्यवहार का हमारे व्यवहार पर बहुत ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है। ऐसे में आप अच्छी संगती में रहते हैं तो आप और अच्छे बनते चले जाते हैं और यदि आप बुरी संगती में पड़ जाते हैं तो आप भी उनके जैसे ही बन जाते हैं।

इसलिए यदि आपको नीट में अच्छा स्कोर करना है तो आपको होशियार स्टूडेंट्स के साथ ही दोस्ती यारी करनी चाहिए। आपको इसका प्रभाव कुछ ही दिनों में देखने को मिल जाएगा। वह इसलिए क्योंकि होशियार स्टूडेंट्स जिस तकनीक को अपनाते हैं, आप भी उसी तकनीक को अपनाने लगेंगे। आपके डाउट भी जल्दी क्लियर होते चले जाएंगे और आप पढ़ाई में पहले से ज्यादा मन लगाने लगेंगे।

#7. माइंड रिलैक्स रखें

अब बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जो नीट में टॉप (NEET Me Top Kaise Kare) करने को एक चैलेंज के रूप में तो ले लेते हैं लेकिन इसके कारण वे धीरे धीरे डिप्रेशन अर्थात तनाव में भी आने लगते हैं। वैसे तो हमें यह बात कहनी नहीं चाहिए लेकिन आए दिन हम कोटा जैसे शहरों में स्टूडेंट्स को पढ़ाई के बोझ तले आत्म हत्या करते हुए देखते हैं। खुद का जीवन ले लेना बहुत ही अनुचित कदम होता है और यह किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।

यदि किसी कारणवश आपसे नीट एग्जाम क्रैक नहीं हो सकता है तो इसके बारे में अपने माता पिता से बात करें। यदि वे नहीं समझते हैं तो किसी अन्य बड़े से बात करें। वहीं यदि आपको भरोसा है कि आप इसमें अच्छा कर सकते हैं तो आप इसे नेगेटिव रूप में लेने की बजाए पॉजिटिव रूप में लें। ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, आप असफल हो जाएंगे लेकिन इसके आगे भी बहुत जीवन है। इसलिए अपने माइंड को हमेशा रिलैक्स अर्थात तरोताजा रखें।

#8. हर दिन MCQs को हल करें

नीट में टॉप करना है तो उसके लिए आपको हर दिन कम से कम 100 MCQS को हल करने का नियम बना लेना चाहिए। नीट में विकल्प वाले प्रश्न ही पूछे जाते हैं जिन्हें हम MCQs कहते हैं। ऐसे में आप जिस दिन से नीट की तैयारी करना शुरू करें, उसी दिन से ही इसे करना शुरू कर दें। शुरुआत में तो आपको यह करना थोड़ा कठिन लग सकता है लेकिन धीरे धीरे आपकी इसमें आदत पड़ने लगेगी।

एक महीने बाद देखिएगा, आपको बिना MCQs किए नींद ही नहीं आएगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको इन्हें सोल्व करने में आनंद आने लगेगा। फिर धीरे धीरे आपके लिए इन्हें हल करना चुटकियों का खेल बन जाएगा। ऐसा निरंतर करने से जब आपके सामने असली में नीट का एग्जाम आएगा तब आप उन्हें भी बड़े मजे से चुटकियों में हल करते हुए चले जाएंगे।

#9. NCERT बुक्स है सबसे जरुरी

नीट का एग्जाम क्रैक करने के लिए बाजार में कई तरह की बुक्स उपलब्ध हैं। इसमें से कई बुक्स आपके बहुत काम की है तो कुछ आपको डिटेल में ले जाकर स्टडी करवाती है। ऐसे में आपके लिए इन्हें पढ़ना बहुत जरुरी हो जाता है लेकिन इन सभी बुक्स को पढ़ने के बीच आप यह कतई ना भूलें कि आपने अपनी 11 वीं और 12 वीं क्लास की पढ़ाई में NCERT की जो बुक्स पढ़ी है, वह सबसे ज्यादा जरुरी है।

नीट एग्जाम को क्रैक करने में जो बुक्स सबसे ज्यादा जरुरी होती (NEET Me Topper Kaise Bane) है, वह यही 11 वीं और 12 वीं की NCERT की ही बुक्स होती है। ऐसे में आप इन बुक्स को तो अच्छे से रट लें या यूँ कहें कि अपने दिलों दिमाग में उतार लें। उसके बाद आप बाकी ऑथर की बुक्स को पढ़ें और उन्हें समझें।

#10. महीने में दो दिन हो रिवीजन

बहुत से स्टूडेंट्स एक और गलती करते हैं और वह यह है कि वे पढ़ते तो चले जाते हैं लेकिन उसकी रिवीजन नहीं करते हैं। ऐसे में उन्होंने पहले जो कुछ पढ़ा है, उसे भूलते हुए चले जाते हैं। फिर उन्हें वापस से उसे पढ़ने या याद करने में उतना ही समय देना पड़ता है। इससे आपका नुकसान ही होता है क्योंकि आप अपना एफर्ट और टाइम दोनों ही वेस्ट कर रहे होते हैं।

इसलिए आप महीने में कम से कम दो दिन रिवीजन के तौर पर रखें। पहला दिन आप महीने के बीच में तो दूसरा दिन आप महीने के अंत में रख सकते हैं। इस दिन आपको पिछले 15 या 20 दिन में पढ़ी गई सभी चीज़ों का फिर से रिवीजन करना है। इससे आपकी लगातार रिवीजन भी होती चली जाएगी और आपको फिर से उसे पढ़ने में उतना समय नहीं देना पड़ेगा।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में आपने जाना कि किन चीज़ों को करके आप भी नीट एग्जाम में टॉप (NEET Me Top Kaise Kare) स्कोर कर सकते हैं। इन सभी चीज़ों में इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि किसी भी स्टूडेंट को टॉप करवाने में उसको मिली सही कोचिंग बहुत मायने रखती है। वह इसलिए क्योंकि यदि स्टूडेंट को सही गाइडेंस मिल जाए तो वह बाकियों की तुलना में तेज गति से आगे निकलता है।

ऐसे में आपको सीकर मैट्रिक्स, एलन कोटा, आकाश दिल्ली जैसे टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई करनी चाहिए। यहाँ से हर वर्ष हजारों स्टूडेंट्स का नीट एग्जाम में सिलेक्शन होता है और वे टॉप भी करते हैं। ऐसे में आपको भी बहुत मदद मिल जाएगी।

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प्रश्न: नीट में सफलता कैसे प्राप्त करें?

उत्तर: यदि आप नीट में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो उसके लिए मैट्रिक्स सीकर, कौटिल्य सीकर जैसे कोचिंग संस्थान में प्रवेश लेना चाहिए।

प्रश्न: मैं नीट में रैंक कैसे प्राप्त करूं?

उत्तर: यदि आपको नीट में अच्छी रैंक चाहिए तो उसके लिए माइंड को रिलैक्स रखकर बिना प्रेशर के प्रतिदिन कम से कम 8 से 12 घंटे स्टडी करनी चाहिए।

प्रश्न: नीट टॉपर्स कितने घंटे पढ़ाई करते थे?

उत्तर: नीट टॉपर्स दिन में 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करते हैं। इसी के साथ ही वे अपना खाली समय सार्थक चीज़ों को करने में लगाते हैं।

प्रश्न: टॉपर्स कितने घंटे सोते हैं?

उत्तर: टॉपर्स प्रतिदिन 7 से 8 घंटे सोते हैं और ऐसा जरुरी भी है। यदि आप इतना नहीं सोएंगे तो आपका मानसिक संतुलन बिगड़ता है और इसका प्रभाव आपकी तैयारी पर पड़ता है।

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NEET Coaching Fees: आज हम नीट की तैयारी में आने वाले खर्चे की बात कर रहे हैं। अब यह चिंता स्टूडेंट्स के साथ-साथ उनके पेरेंट्स को भी रहती है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की फीस इतना ज्यादा होती है कि उसमें अपने बच्चे को भेजना किसी मिडिल क्लास फैमिली के लिए बुरे सपने से कम नहीं होता है। अब लोअर मिडिल क्लास और गरीब लोगों को तो भूल ही जाएं। यही कारण है कि पेरेंट्स अपने बच्चे को बेहतर से बेहतर नीट कोचिंग देने का प्रयास करते हैं।

साथ ही बात केवल पैसों की ही नहीं है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर बनने की फीस अवश्य ही ज्यादा है लेकिन फिर भी सरकारी मेडिकल कॉलेज डॉक्टर की तैयारी करवाने में टॉप पर आते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में फीस भी कम है और वहाँ पढ़ाई भी टॉप लेवल की होती है। इसलिए हर वह स्टूडेंट जो डॉक्टर बनना चाहते हैं, उनका लक्ष्य सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने का होता है।

अब यदि आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना है तो उसके लिए नीट की कोचिंग लेने की जरुरत होती है। ऐसे में पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को यह भी जानना होता है कि नीट की तैयारी में उनका कितना तक खर्चा हो सकता (NEET coaching fees per month offline) है। ऐसे में आज हम इस विषय पर विस्तार से आपको जानकारी देने वाले हैं।

ऑफलाइन NEET की तैयारी में कितना खर्च आता है?

यहाँ हमने ऑफलाइन शब्द इसलिए जोड़ा है क्योंकि आज के समय में ऑनलाइन नीट की कोचिंग भी दी जा रही है। अब जो इंस्टीट्यूट केवल ऑनलाइन ही नीट की तैयारी करवाते हैं, उनकी फीस बहुत ही ज्यादा कम होती है लेकिन वहाँ पढ़ने का इतना लाभ देखने को नहीं मिलता है। वह इसलिए क्योंकि जो तैयारी क्लास में जाकर होती है, वह घर बैठे ऑनलाइन लेक्चर से नहीं हो सकती (NEET ki coaching fees kitni hai) है।

घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई तो आप यूट्यूब पर फ्री लेक्चर देखकर भी कर सकते हैं। अब उसमें ना तो क्लास का खर्चा आता है और ना ही एक टीचर को बार-बार पढ़ाना होता है। ऐसे में वे फीस कम लेंगे ही लेकिन उसका रिजल्ट ही ना मिले तो वह सारा का सारा पैसा व्यर्थ ही हुआ ना। इसलिए यहाँ हम ऑफलाइन अर्थात क्लास में जाकर नीट की कोचिंग लेने में कितना तक खर्चा आता है, उसके बारे में बात करने वाले हैं।

अब वैसे तो नीट की कोचिंग हर शहर में दी जाती (NEET Coaching Fees) है लेकिन हम भारत के चार प्रमुख शहरों का अध्ययन करेंगे। यह चार शहर हैं कोटा, सीकर, जयपुर और दिल्ली। नीट की कोचिंग देने में अन्य शहरों की तुलना में इन चार शहरों का नाम मुख्य रूप से लिया जाता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को इनमें से किसी शहर में पढ़ने भेजते हैं तो आपको एक साल में कितना पैसा इन्वेस्ट करना होगा, आइए उस पर एक नज़र डाल लेते हैं।

कोटा नीट कोचिंग फीस

अगर हम नीट कोचिंग की बात करते हैं तो उसमें जिस शहर का नाम सबसे पहले लिया जाता है, वह कोटा ही है। कोटा को केवल नीट के लिए ही नहीं बल्कि JEE की कोचिंग देने में भी टॉप लेवल का शहर माना जाता है। यहाँ पर सैकड़ों नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं जहाँ पर लाखों स्टूडेंट्स कोचिंग ले रहे हैं। कोटा ने अपना यह नाम आज से नहीं बल्कि पिछले कई दशकों से बनाया है। इस कारण यह आज के समय में नीट की कोचिंग देने में नंबर एक शहर माना जाता है।

अब अगर हम कोटा में नीट की फीस की बात करें तो वह सालाना 1 से 1.5 लाख तक चली जाती है। अब स्टूडेंट अगर कोटा का ही है तो कोई बात नहीं लेकिन अधिकतर स्टूडेंट्स तो दूसरे शहर या राज्य से नीट की कोचिंग लेने कोटा आते हैं। ऐसे में उन्हें वहाँ पर रहने, खाने पीने और यात्रा इत्यादि के खर्चे भी करने होते हैं।

तो कोटा शहर में रहने का खर्चा 8 से 12 हज़ार प्रति माह का लगता है। वहीं अन्य खर्चे भी 2 से 3 हज़ार रुपए प्रति माह तक पहुँच जाते हैं। इस तरह से सभी को जोड़कर देखा जाए तो कोटा शहर में एक वर्ष के लिए नीट का कुल खर्चा 2.5 से 3 लाख के बीच में बैठ जाता (NEET coaching fees per year) है। 

सीकर नीट कोचिंग फीस

अब बात करते हैं नीट की कोचिंग देने में भारत की दूसरी सबसे प्रसिद्ध सिटी सीकर की। मजे की बात यह है कि कोटा भी राजस्थान राज्य का एक शहर है तो यह सीकर भी। साथ ही सीकर कोटा से ज्यादा दूर भी नहीं है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में सीकर के नीट कोचिंग संस्थान ने कुछ ऐसा कमाल किया है कि अब नीट की कोचिंग देने में कोटा के साथ-साथ सीकर शहर का नाम पूरे भारतवर्ष में लिया जाता है।

इसका मुख्य कारण है सीकर शहर के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट। इनमें कुछ चुनिंदा इंस्टीट्यूट के नाम मैट्रिक्स, प्रिंस, गुरुकृपा इत्यादि हैं जहाँ नीट की टॉप लेवल की कोचिंग दी जा रही है। वहीं कोटा के प्रसिद्ध एलन इंस्टीट्यूट ने भी सीकर शहर में अपनी ब्रांच खोली हुई है। अब सीकर शहर में नीट कोचिंग फीस की बात करें तो वह 80 हज़ार से 1.2 लाख के बीच में होती है।

वहीं यदि हम स्टूडेंट के लिए होटल या रहने के खर्चे के बारे में बात करें तो वह 6 से 10 हज़ार रुपए प्रति माह बैठ जाता है। वहीं अन्य खर्चे 2 से 3 हज़ार रुपए प्रति माह है। इस तरह से सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेने पर एक वर्ष में 2 से 2.5 लाख तक का खर्चा हो जाता है।

जयपुर नीट कोचिंग फीस

नीट की कोचिंग देने में राजस्थान राज्य की ही राजधानी जयपुर तीसरे नंबर पर आती है। एक तरह से कहा जाए तो राजस्थान राज्य के यह तीन शहर नीट की कोचिंग देने में देशभर में टॉप 3 में आ जाते हैं। हालाँकि इसमें जयपुर से कभी दिल्ली आगे निकल जाता है तो कभी जयपुर आगे हो जाता है।

अब अगर हम जयपुर में नीट की कोचिंग फीस की बात करें तो वह 90 हज़ार से 1.3 लाख के बीच में आती है। वहीं अगर हम वहाँ रहने की बात करें तो उसमें 7 से 11 हज़ार रुपए प्रति माह लगते हैं। वहीं अन्य खर्चे 3 से 4 हज़ार के बीच में बैठते हैं। इस तरह से जयपुर में नीट की कोचिंग लेने में 2.5 से 3 लाख तक का खर्चा एक वर्ष में हो जाता (NEET coaching fees per year) है।

जयपुर में नीट के ऊपर होने वाला खर्चा कोटा के बराबर ही है। हालाँकि कोटा में नीट की कोचिंग फीस ज्यादा है तो वहीं जयपुर शहर में रहने, खाने पीने इत्यादि का खर्चा ज्यादा हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि जयपुर राजस्थान राज्य की राजधानी है और वहाँ कई कंपनियों के ऑफिस भी हैं।

दिल्ली नीट कोचिंग फीस

अब बात करते हैं हमारे देश भारत की राजधानी दिल्ली की। दिल्ली में केवल नीट की ही नहीं बल्कि हर मुख्य एग्जाम की कोचिंग दी जाती है। फिर चाहे वह आईएस का एग्जाम हो या बैंक का। सीए की तैयारी करनी हो या नीट की। दिल्ली को एक तरह से सभी तरह के एग्जाम की कोचिंग लेने का हब माना जाता है। तभी तो यह भारत की राजधानी भी है।

अब अगर हम दिल्ली में नीट की कोचिंग फीस, रहने, खाने पीने इत्यादि की बात करें तो वह ऊपर दिए गए तीनों शहरों की तुलना में अधिक होती है। यहाँ नीट की कोचिंग फीस 1.2 से 1.8 लाख के बीच में होती है। वहीं दिल्ली में रहने का खर्चा एक माह का 10 से 15 हज़ार के आसपास बैठ जाता है। अन्य खर्चे 3.5 से 5 हज़ार के बीच में होते हैं।

इस तरह से यदि हम दिल्ली में नीट की कोचिंग लेने में ओवरऑल खर्चे को देखें तो वह 3 से 4 लाख के बीच में हो जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह ना केवल मेट्रो सिटी है बल्कि देश की राजधानी भी है। ऐसे में वहाँ सभी तरह के संसाधन और सुख-सुविधाएँ होने के कारण खर्चे भी बहुत ज्यादा होते हैं।

चारों का तुलनात्मक अध्ययन

ऊपर आपने ऑफलाइन नीट की कोचिंग लेने में प्रति वर्ष कितना तक खर्चा हो जाता है, उसके बारे में भारत के टॉप 4 शहरों के बारे में जान लिया है। हालाँकि केवल इतनी जानकारी लेना ही पर्याप्त नहीं होता है। इसी के साथ ही आपको इन शहरों से नीट की कोचिंग लेने में क्या पॉजिटिव और नेगेटिव इफ़ेक्ट देखने को मिलते हैं, उस पर भी एक नज़र डाल लेनी (NEET ki coaching fees kitni hai) चाहिए। तो आइए उसके बारे में भी हम आपको बता देते हैं।

  • कोटा: कोटा अवश्य ही नीट की कोचिंग देने में पहले नंबर पर आता है लेकिन वहाँ का एक नेगेटिव पहलु यह है कि वहाँ स्टूडेंट्स के ऊपर बहुत ज्यादा प्रेशर डाला जाता है और वे स्ट्रेस में रहते हैं। यही कारण है कि हम आए दिन कोटा में हो रहे सुसाइड की खबरें सुनते रहते हैं। हालाँकि इस पर काम किया जा रहा है लेकिन आज भी वहाँ का माहौल बहुत ही स्ट्रेस्ड रहता है।
  • सीकर: कोटा के स्ट्रेस वाले माहौल के कारण ही सीकर शहर नीट की कोचिंग देने में बाजी मार रहा है। वह इसलिए क्योंकि जहाँ एक ओर सीकर के मैट्रिक्स, गुरुकृपा जैसे इंस्टीट्यूट कोटा के टॉप लेवल के इंस्टीट्यूट को कड़ी टक्कर दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर, वहाँ के शांत वातावरण में स्टूडेंट और अधिक फोकस से पढ़ाई कर पाता है।
  • जयपुर: जयपुर भी नीट के लिए एक अच्छी पसंद हो सकता है। वह इसलिए क्योंकि यहाँ ना तो कोटा के जैसा स्ट्रेस है और इंस्टीट्यूट भी टॉप लेवल के हैं। हालाँकि यह सीकर से इस मामले में पीछे है क्योंकि सीकर ने JEE और नीट की कोचिंग पर मुख्य ध्यान दिया हुआ है जबकि जयपुर दिल्ली की तरह ही हर फील्ड में बराबर ध्यान देता है।
  • दिल्ली: दिल्ली का पहला नेगेटिव पॉइंट तो यही है कि यहाँ पर नीट की कोचिंग लेने में बहुत खर्चा हो जाता है। वहीं जो लोग सोच रहे हैं कि दिल्ली में फीस ज्यादा है तो कोचिंग भी बेहतर होगी तो ऐसा नहीं है। दिल्ली में कोचिंग इसलिए महँगी है क्योंकि वहाँ का लाइफ स्टाइल महंगा है। साथ ही दिल्ली में स्टूडेंट्स का ध्यान भी बहुत जल्दी भटक जाता है क्योंकि जहाँ सभी तरह की सुविधाएँ हैं, वहाँ बहुत कम लोग ही अपनी नीट की तैयारी पर फोकस्ड रह पाते हैं।

स्कॉलरशिप भी है एक ऑप्शन

अब आप यह भी जान लें कि आपके बच्चे के पास भारत के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्कॉलरशिप पाने के भी मौके हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि हर तरह के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट अपने यहाँ एग्जाम कंडक्ट करवाते (NEET coaching fees per month offline) हैं। इस एग्जाम में अच्छा स्कोर करने वाले कुछ चुनिंदा होनहार स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप दी जाती है।

मैट्रिक्स जैसी अकैडमी में तो स्टूडेंट्स को 90 प्रतिशत की भी स्कॉलरशिप दी जाती है। ऐसे में आप उस एग्जाम को दे सकते हैं और अपनी किस्मत को आजमा सकते हैं। यदि आप चुन लिए जाते हैं तो आपको नीट की कोचिंग फीस कुछ हज़ार रुपए ही देनी होगी। बस हर महीने रहने, खाने-पीने इत्यादि का खर्चा वहां करना होगा।

निष्कर्ष

आज हमने आपको बताया कि ऑफलाइन नीट की कोचिंग लेने में आपको कितना तक का खर्चा करना पड़ सकता (NEET Coaching Fees) है। इसके अनुसार ही आप अपना बजट बना सकते हैं। यदि आप सीकर से नीट की कोचिंग लेंगे तो दो से ढाई लाख, कोटा और जयपुर से ढाई से तीन लाख और दिल्ली से तीन से चार लाख तक का खर्चा हो सकता है।

आज के समय में बहुत से स्टूडेंट्स की पहली पसंद सीकर शहर इसलिए ही बन रहा है क्योंकि एक तो वहाँ नीट की कोचिंग फीस अन्य की तुलना में कम है और साथ ही माहौल भी बहुत सही है। वहाँ आपको मैट्रिक्स, प्रिंस, गुरुकृपा, एलन जैसे टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूट भी मिल जाते हैं और पढ़ने के लिए एक सही माहौल भी।

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प्रश्न: नीट की 1 साल की फीस कितनी होती है?

उत्तर: यदि हम सामान्य तौर पर नीट कोचिंग लेने के लिए एक साल की फीस की बात करें तो वह 80 हज़ार से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक हो सकती है।

प्रश्न: नीट की कोचिंग फीस कितनी होती है?

उत्तर: यदि आप अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट से नीट की कोचिंग ले रहे हैं तो यह फीस एक लाख/ सालाना के आसपास बैठती है।

प्रश्न: नीट की तैयारी करने में कितना खर्चा आता है?

उत्तर: नीट की तैयारी करने में कोचिंग, हॉस्टल, खाना-पीना इत्यादि सभी खर्चों को जोड़ दिया जाए तो यह सामान्य तौर पर डेढ़ से दो लाख एक साल का बैठता है।

प्रश्न: नीट की तैयारी के लिए कौन सी क्लास सबसे अच्छी है?

उत्तर: नीट की तैयारी आपको अपनी दसवीं कक्षा से ही शुरू कर देनी चाहिए। तभी आगे चलकर आपका जल्द से जल्द नीट में सलेक्शन हो पाएगा।

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NEET Time Management: आज हम बात करेंगे उन स्टूडेंट्स के बारे में जो नीट की कोचिंग ले रहे हैं या उसकी तैयारी करने का सोच रहे हैं। जो स्टूडेंट्स आगे चलकर सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने का सोच रहे हैं और उसके लिए नीट की कोचिंग शुरू करने का सोच रहे हैं तो आज का यह आर्टिकल उनके बहुत काम आने वाला है। वह इसलिए क्योंकि आज हम नीट की कोचिंग में काम आने वाली अत्यंत महत्वपूर्ण चीज़ टाइम मैनेजमेंट के बारे में बात करने वाले हैं।

जिन स्टूडेंट्स को समय रहते टाइम मैनेजमेंट के बारे में सही जानकारी मिल जाए, वे अभी से ही अपना बहुत सा समय बचा सकते हैं और उसका इस्तेमाल अपनी तैयारी को और बेहतर करने में कर सकते हैं। वहीं जो स्टूडेंट इस तकनीक के बारे में जितना देरी से सोचते हैं, उन्हें उतना ही अधिक नुकसान हो चुका होता है।

ऐसे में आपके लिए टाइम मैनेजमेंट की तकनीक सीखना बहुत ही जरुरी हो जाता (NEET ki taiyari ke liye time table) है अन्यथा आप उन स्टूडेंट्स से पिछड़ जाएंगे जो इस पर पहले से ही काम कर रहे हैं। इसलिए आइए आज हम इस विषय पर विस्तार से बात कर लेते हैं।

नीट की तैयारी के लिए टाइम मैनेजमेंट

नीट का एग्जाम क्रैक करना बहुत ही मुश्किल माना जाता है। वह इसलिए क्योंकि पहली बात तो देश में चुनिंदा सरकारी मेडिकल कॉलेज ही टॉप लेवल के हैं और उनमें भी लिमिटेड सीट्स ही (NEET ke liye time table kaise banaye) होती है। ऐसे में अगर आपने नीट का एग्जाम क्रैक कर भी लिया है तो भी यह जरुरी नहीं है कि आपको टॉप लेवल के सरकारी मेडिकल कॉलेज में अपनी मनपसंद की फील्ड में एडमिशन मिल जाएगा।

इसके लिए आपको टॉप स्कोर करना (NEET Time Management) होगा। वह भी पहले एक या दो साल में ही क्योंकि कुछ स्टूडेंट्स इसमें तीन से चार साल भी लगा देते हैं। ऐसे में टाइम मैनेजमेंट करना बहुत जरुरी हो जाता है। तो चलिए नीट की तैयारी करने के दौरान आपको टाइम मैनेजमेंट के लिए कौन-कौन सी तकनीक अपनानी होगी, उसका पता लगा लेते हैं।

#1. तीनों सब्जेक्ट्स पर समान ध्यान दें

नीट के एग्जाम में तीन सब्जेक्ट आते हैं जिनके नाम फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी होते हैं। अब बहुत से स्टूडेंट्स क्या करते हैं कि वे बायोलॉजी पर तो अधिक ध्यान देते हैं क्योंकि इसका सीधा संबंध मेडिकल से होता है लेकिन फिजिक्स और केमिस्ट्री पर उतना फोकस नहीं रखते हैं। ऐसा करके वे जाने अनजाने में बहुत बड़ी गलती कर रहे होते (NEET ki taiyari ke liye time table) हैं।

माना कि आगे चलकर आपको बायोलॉजी पर ही पढ़ाया जाएगा लेकिन वह तभी पढ़ाया जाएगा ना जब आप नीट एग्जाम को क्रैक कर लेंगे और फिर मेडिकल कॉलेज में अपनी सीट को रिज़र्व कर लेंगे। उससे पहले तो आपको नीट एग्जाम देना होगा और उसके लिए तीनों ही सब्जेक्ट्स पढ़ने होंगे। इसलिए आप बायोलॉजी पर अवश्य ही कुछ घंटे ज्यादा दे सकते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप फिजिक्स और केमिस्ट्री को भूल ही जाएं।

#2. कोचिंग इंस्टीट्यूट सोच-समझ कर चुने

इसमें आपकी एक बढ़िया नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट बहुत मदद कर सकता है। वह इसलिए क्योंकि टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़कर आपको बहुत ज्यादा मदद मिल जाती है। वहाँ पर हर चीज़ का एक सिस्टम बनाया गया होता है और स्टूडेंट्स को उसी के अनुसार ही तैयार किया जाता है।

अब अगर हम आपको देशभर के कुछ चुनिंदा नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में बताएं तो उसमें सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी पहले नंबर पर आती है। मैट्रिक्स में पहले JEE की ही तैयारी करवाई जाती थी लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यहाँ नीट की भी कोचिंग दी जा रही है।

आज के समय में मैट्रिक्स का रिजल्ट बहुत ही अच्छा जा रहा है क्योंकि वहाँ पर सभी बेस्ट लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की लर्निंग को ध्यान में रखकर सिस्टम तैयार किया गया है। वहीं सीकर का ही गुरुकृपा इंस्टीट्यूट और कोटा का एलन इंस्टीट्यूट इस सूची में क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर आते हैं। ऐसे में आप अपनी सुविधा और पसंद के अनुसार किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट का चुनाव कर सकते हैं।

#3. जरुरी चीज़ों के नोट्स बनाएं

अब अगर आप पढ़ते ही जाएंगे, पढ़ते ही जाएंगे लेकिन जरुरी चीज़ों के नोट्स नहीं बनाएंगे तो बहुत गलत होगा। आप किसी भी टॉप लेवल के स्टूडेंट को देख लीजिए, फिर चाहे वह स्कूल में हो या कॉलेज में या किसी एग्जाम की तैयारी कर रहा हो, उसका मुख्य फोकस नोट्स बनाने में होता है। साथ ही बाकी सभी स्टूडेंट्स भी उस स्टूडेंट के नोट्स लेने को तैयार रहते हैं।

अब नीट की कोचिंग में भी इन नोट्स का बहुत ज्यादा महत्व होता है। वह इसलिए क्योंकि नोट्स आप अपनी समझ के अनुसार लिखते हैं ताकि जरुरत पड़ने पर आप उसे पढ़ें और जल्द से जल्द चीज़ों को कैप्चर कर सकें। इसलिए नोट्स बनाने में किसी भी तरह की ढिलाई ना बरतें। यदि किसी दिन क्लास मिस भी हो जाती है तो आप किसी सहपाठी से नोट्स ले लें।

वहीं मैट्रिक्स, एलन जैसे संस्थान में तो हर लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाती है। ऐसे में अगर किसी कारण आप लेक्चर मिस कर देते हैं तो आप उसे ऑनलाइन देखकर समझ सकते हैं और नोट्स बना सकते हैं।

#4. टॉपिक्स को प्रायोरिटी दें

नीट के एग्जाम में तीनों सब्जेक्ट्स में से कई तरह के टॉपिक आते हैं। अब कोई टॉपिक ज्यादा जरुरी होता है तो कोई कम। यदि आप हर टॉपिक को एक समान महत्व देंगे तो यह गलत होगा। आप सोचते होंगे कि हर टॉपिक पर एक जैसा ध्यान देने से तैयारी अधिक मजबूत होती है लेकिन यह एक गलत सोच है।

जो टॉपिक ज्यादा महत्वपूर्ण है, उस पर आपको अधिक ध्यान देने की जरुरत है। वहीं आप उन्हें मुश्किल और सरल के आधार पर भी प्रायोरिटी दे सकते हैं। किसी स्टूडेंट को कोई टॉपिक मुश्किल लगता है तो किसी को वही टॉपिक सरल लगता है। ऐसे में आप मुश्किल और महत्वपूर्ण टॉपिक को सबसे अधिक प्रायोरिटी दें और उसके बाद क्रमानुसार बाकियों को प्रायोरिटी दें।

#5. एक्सपर्ट्स व सीनियर की मदद लें

आपको नीट की तैयारी करने के लिए टाइम मैनेजमेंट करना है तो उसमें आपके सीनियर बहुत मदद कर सकते हैं। ऐसे में आपको अपने से सीनियर के भी टच में बने रहना चाहिए। उनसे आपको रह-रह कर कुछ ऐसी टिप्स मिल सकती है जो आगे चलकर आपके बहुत काम आ सकती है। वह इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने समय के साथ-साथ उन चीज़ों का अनुभव किया है।

वहीं आप नीट की कोचिंग देने में एक्सपर्ट लोगों को भी सुने। मैट्रिक्स, आकाश जैसे टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट समय-समय पर अपने यहाँ एक्सपर्ट लोगों को लेक्चर देने के लिए बुलाते हैं। ऐसे में आपको उनका लेक्चर बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहिए क्योंकि वहाँ से आपको बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है। वहीं इन कोचिंग संस्थान में समय-समय पर स्टूडेंट्स को एक्सपर्ट गाइडेंस दी जाती रहती है।

#6. पहले के एग्जाम सोल्व करें

किसी भी एग्जाम को देने में उसके पहले के प्रश्न पत्र को देखना बहुत ही अच्छी प्रैक्टिस मानी जाती (NEET Exam Time Management) है। खासतौर पर पिछले दस वर्षों के प्रश्न पत्र। यही बात नीट के एग्जाम में भी लागू होती है। यदि आप नीट एग्जाम को लेकर सीरियस हैं तो आप पिछले कम से कम 10 वर्षों के नीट प्रश्न पत्रों को उठा लीजिए और उनकी बारीकी को समझिए।

इसमें आप यह देखें कि उनमें किन विषयों पर कितना फोकस रखा गया है और उसमें भी किस तरह के प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इससे आपको नीट एग्जाम को बेहतर तरीके से समझने में बहुत सहायता मिलेगी। यह आपको अपना टाइम टेबल बनाने और प्रायोरिटी सेट करने में बहुत मदद करेगा। यह नीट एग्जाम की तैयारी के लिए एक अच्छी टाइम मैनेजमेंट तकनीक है।

#7. मॉक टेस्ट देते रहें

आप किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ रहे हो, वहाँ हर महीने समय-समय पर स्टूडेंट्स का मॉक टेस्ट लिया जाता रहता है। टॉप लेवल के कोचिंग संस्थान में तो मॉक टेस्ट के पेपर भी उसी लेवल के ही बनाए जाते हैं। वह इसलिए क्योंकि उन्हें बनाने के लिए एक्सपर्ट व एक्सपीरियंस फैकल्टी की जरुरत पड़ती है। वहीं छोटे लेवल के कोचिंग संस्थान उन टॉप लेवल के कोचिंग संस्थान की नकल करते हुए देखे जा सकते हैं।

ऐसे में यदि आप समय-समय पर अपना टेस्ट लेते रहते (NEET Exam Time Management) हैं और मॉक टेस्ट को रेगुलर देते रहते हैं तो यह आपका बहुत सा समय सेव कर रहा होता है। वह इसलिए क्योंकि यह आपको अपनी तैयारी का बेहतर तरीके से आंकलन करने और उसी तरीके से उसमें सुधार करने के बारे में बताता है।

#8. सही लाइफस्टाइल अपनाएं

एक अच्छा और हेल्दी लाइफ स्टाइल भी नीट की कोचिंग लेने और उसकी जमकर तैयारी करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बहुत से स्टूडेंट्स इसमें चूक जाते हैं क्योंकि उनका फोकस केवल और केवल नीट की तैयारी करने में होता है और वे अपने शरीर पर ध्यान देना ही भूल जाते हैं। इसका प्रभाव यह होता है कि उन्हें चीजें ज्यादा समय तक याद नहीं रहती है या मन ख़राब होने लगता है।

इसलिए आपको हर दिन घर का बना भोजन करना चाहिए। फ़ास्ट फूड नहीं खाना चाहिए। समय पर भोजन करना चाहिए। जल्दबाजी में भोजन नहीं करना चाहिए। पर्याप्त पानी पीना चाहिए। आराम भी करना चाहिए। योग व ध्यान करना चाहिए। ब्रेक लेते रहना चाहिए। नींद पूरी लेनी चाहिए। कुछ ना कुछ मनोरंजन भी करते रहना चाहिए। इस तरह से आप एक अच्छा लाइफ स्टाइल अपना कर नीट की तैयारी को और मजबूत कर सकते हैं।

#9. स्मार्ट स्टडी करें

नीट की तैयारी में टाइम मैनेजमेंट करना है तो आपका फोकस स्मार्ट स्टडी पर होना चाहिए। स्मार्ट स्टडी का अर्थ हुआ, आप किस तरह से तैयारी कर रहे हैं, उसके लिए किन साधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं और किसकी सलाह ले रहे हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आज के समय में ऑनलाइन भी बहुत कुछ उपलब्ध है। जिस तरह से आप नीट की तैयारी के लिए टाइम मैनेजमेंट की तकनीक भी तो हमारे लिखे इस आर्टिकल से पढ़ रहे हैं।

इसी तरह आपको जहाँ से भी जरुरी जानकारी मिले, उसे ले लेना (NEET ke liye time table kaise banaye) चाहिए। चीज़ों को रटने की बजाए, उन्हें कुछ ज्यादा समय लगाकर समझने पर ध्यान देना चाहिए। क्लास में लेक्चर को सुनते समय अपना ध्यान भटकने नहीं देना चाहिए और कोई चीज़ समझ नहीं आती है तो उसे फिर से सुनना चाहिए या उसी समय पूछ लेना चाहिए। इस तरह से की गई स्टडी आपको बहुत आगे तक लेकर जाती है।

#10. छोटे-छोटे टारगेट बनाएं

कई बार यह देखने में आता है कि स्टूडेंट्स बड़ा लक्ष्य बना लेते हैं और उसे देखकर अक्सर नर्वस हो जाते हैं। ऐसे में आपको यह काम बिलकुल भी नहीं करना है। आप अपने बड़े लक्ष्य या टारगेट को छोटे-छोटे टारगेट में बाँट लें। जैसे कि आपको नीट के टेस्ट पेपर एक निश्चित समय सीमा में सोल्व करने का टारगेट रखना है तो आप उसे पहली बार में ही करने का प्रयास ना करें।

इसकी बजाए आप उसे धीरे-धीरे करके कम समय में लेकर जाएं। इसी तरह आप अपने सभी टारगेट को छोटे-छोटे टारगेट में बाँट सकते हैं और उन्हें पूरा करने पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यह आपके लक्ष्यों को तेजी से पूरा करने में बहुत मदद करता है।

निष्कर्ष

आज आपने जाना कि नीट की तैयारी करने के लिए टाइम मैनेजमेंट कितना महत्वपूर्ण होता (NEET Time Management) है और इसके लिए किन-किन तकनीकों का सहारा लिया जा सकता है। टाइम मैनेजमेंट बहुत जरुरी है और जो स्टूडेंट इसको समय रहते समझ जाता है, वह बाकियों की तुलना में तेज गति से आगे निकल जाता है।

इसी के साथ ही सही कोचिंग संस्थान का चुनाव करना भी उतना ही जरुरी होता है। वह इसलिए क्योंकि गलत कोचिंग आपका पैसा और समय दोनों ही बर्बाद कर देती है। ऐसे में आपको भारत के टॉप कोचिंग संस्थान से ही नीट की कोचिंग लेनी चाहिए जैसे कि मैट्रिक्स अकैडमी सीकर या आकाश इंस्टीट्यूट दिल्ली।

Related FAQs

प्रश्न: नीट के लिए कितने घंटे पढ़ाई करनी पड़ती है?

उत्तर: यदि आप नीट एग्जाम को जल्द से जल्द और अच्छे अंकों के साथ पास करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको हर दिन 8 से 10 घंटे की पढ़ाई करनी होगी।

प्रश्न: घर पर रहकर नीट की तैयारी कैसे करें?

उत्तर: घर पर रहकर नीट की तैयारी हो तो सकती है लेकिन इसके साथ-साथ यदि आप एक अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट से भी जुड़ जाएंगे तो सेलेक्ट होने की संभावना बहुत बढ़ जाएगी।

प्रश्न: नीट की तैयारी के लिए कितने महीने चाहिए?

उत्तर: नीट की तैयारी के लिए सामान्य तौर पर 12 महीने अर्थात एक वर्ष का समय चाहिए होता है। अब यह आप पर निर्भर करेगा कि आप इसमें कितना समय लेंगे।

प्रश्न: नीट के लिए कितने घंटे पढ़ाई करने की जरूरत है?

उत्तर: नीट के लिए हर दिन 8 से 10 घंटे पढ़ाई करने की जरूरत है। कुछ स्टूडेंट्स तो प्रतिदिन 12 से 13 घंटे की पढ़ाई भी करते हैं।

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