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नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए? जाने हर घंटे का हिसाब

NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe: नीट का एग्जाम एक ऐसा एग्जाम होता है जिसे पास करना बहुत स्टूडेंट्स के लिए किसी पहाड़ चढ़ने से कम नहीं होता है। वहीं इसे केवल पास कर देने से ही काम नहीं चलता है। यदि आपको अच्छे मेडिकल कॉलेज में सीट चाहिए तो उसके लिए अच्छी रैंक भी लानी होती है। अच्छी रैंक लानी है तो उसके लिए टॉप स्कोर करना होता है। टॉप स्कोर करना है तो निश्चित रूप से पढ़ाई भी उसी तरह से करनी होती है।

अब ज्यादातर स्टूडेंट्स का यह प्रश्न होता है कि उन्हें नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे की पढ़ाई करनी चाहिए जिससे कि उनकी सही तैयारी हो सके। ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी के बारे में ही बताने वाले हैं। नीट का एग्जाम बहुत ज्यादा मेहनत मांगता है और उसके लिए तैयारी भी वैसी ही की जानी चाहिए। तो चलिए जानते हैं नीट के लिए कितने घंटे पढ़ना सही रहता (NEET Ki Taiyari Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) है।

नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब कुछ स्टूडेंट्स दसवीं से ही नीट एग्जाम को लेकर सतर्क हो जाते हैं और पढ़ने लग जाते हैं तो कुछ स्टूडेंट्स अपनी 11 वीं या 12 वीं क्लास की पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी करना शुरू करते हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट्स 12 वीं के बाद या फिर एक वर्ष का ड्रॉप लेकर भी नीट की तैयारी करते (NEET Crack Karne Ke Liye Kitne Ghante Padhe) हैं। अब जिन स्टूडेंट्स का पहली बार में सिलेक्शन नहीं होता है या मनपसंद कॉलेज नहीं मिलता है तो फिर वे एक और वर्ष का ड्रॉप ले लेते हैं।

ऐसे में आज हम आपको सिलसिलेवार तरीके से बताएँगे कि आपको अपनी दसवीं क्लास की पढ़ाई के साथ नीट की तैयारी कितनी देर करनी चाहिए, उसके बाद की क्लास में कितनी देर करनी चाहिए और नीट एग्जाम से पहले कितनी देर इसके लिए तैयारी करनी (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe) चाहिए, आइए जाने।

#1. दसवीं में नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

यदि आप दसवीं कक्षा में हैं और आप अभी से ही नीट की तैयारी शुरू करना चाहते हैं तो यकीन मानिए आप बाकी के 90 प्रतिशत स्टूडेंट्स से आगे चल रहे हैं। जो स्टूडेंट्स अपनी दसवीं क्लास से ही नीट एग्जाम को लेकर सतर्क हो जाते हैं तो उनका बारहवीं के बाद नीट में सिलेक्शन होना लगभग तय माना जाता है।

ऐसे में यदि आप दसवीं क्लास की पढ़ाई के साथ-साथ अलग से 2 से 3 घंटे नीट एग्जाम की तैयारी करने में लगाएंगे तो यह पर्याप्त है। ऐसे में आप चाहें तो इसके लिए कोचिंग सेंटर भी ज्वाइन कर सकते हैं। यदि आप वीकेंड में एक साथ इसकी कोचिंग लेने को इच्छुक हैं तो वह भी किया जा सकता है।

#2. 11वीं में नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब जब आप 11 वीं क्लास में आ चुके हैं और अपने लिए मेडिकल स्ट्रीम का चुनाव कर चुके हैं तो नीट की तैयारी भी शुरू हो ही चुकी है। वह इसलिए क्योंकि आपकी 11 वीं और 12 वीं क्लास का सिलेबस ही नीट का भी सिलेबस होता है। ऐसे में एक तरह से आप नीट एग्जाम की ही तैयारी कर रहे होते हैं।

हालाँकि यदि इस एग्जाम को क्लियर करना है तो उसके लिए अलग से तैयारी भी शुरू कर देनी चाहिए। ऐसे में आप अपनी 11 वीं क्लास में 3 से 4 घंटे की सीटिंग देंगे तो वह नीट एग्जाम क्रैक करने के लिए पर्याप्त मानी जा सकती है। इसके लिए आपको अपने टीचर्स से गाइडेंस मिल जाएगी या आप मैट्रिक्स सीकर या एलन कोटा जैसे टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से भी जुड़ सकते हैं।

#3. 12वीं में नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

बारहवीं क्लास बोर्ड की क्लास होती है। इस दौरान स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा तनाव में होते हैं क्योंकि उनके ऊपर नीट एग्जाम की तैयारी करने का भी प्रेशर होता है तो वहीं 12th बोर्ड में अच्छा स्कोर करने पर भी ध्यान देना होता है। ऐसे में दोनों के ही बीच संतुलन बनाकर चलना पड़ता है।

हालाँकि अब प्रेशर ज्यादा है तो मेहनत भी उसी हिसाब से ही करनी होती है। इसलिए आपको बारहवीं क्लास के बोर्ड एग्जाम को भी उतना ही महत्व देना है जितना आप नीट एग्जाम को दे रहे हैं या इसे आप उल्टा करके भी समझ सकते हैं। ऐसे में बारहवीं क्लास में 4 से 5 घंटे नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए (NEET Crack Karne Ke Liye Kitne Ghante Padhe) पर्याप्त माने जाते हैं।

#4. बोर्ड एग्जाम के बाद नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब जब आपके बोर्ड एग्जाम समाप्त हो चुके हैं तो अब आप अपना पूरा ध्यान नीट एग्जाम की तैयारी में लगा सकते हैं। ऐसे में आपकी तैयारी के घंटे भी बारवीं क्लास की पढ़ाई की तुलना में बढ़कर दोगुने हो जाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप बारहवीं क्लास तक तो नीट एग्जाम की तैयारी में 4 से 5 घंटे का समय दे रहे थे लेकिन बोर्ड एग्जाम फिनिश होने के बाद आपको यह समय बढाकर 10 से 12 घंटों का करना होगा।

इस दौरान आपको जमकर नीट एग्जाम की तैयारी करनी होगी। यदि आप एक वर्ष का ड्रॉप भी ले रहे हैं तो भी आपको प्रतिदिन 10 से 12 घंटे की सीटिंग देनी होगी तभी आगे जाकर आपका नीट एग्जाम अच्छे से क्लियर हो पाएगा।

#5. आखिरी दो महीने नीट की तैयारी के लिए कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

अब जैसे-जैसे नीट एग्जाम का समय पास आता जाता है, वैसे-वैसे ही सभी स्टूडेंट्स के अंदर घबराहट बढ़ती चली जाती है। हालाँकि इस घबराहट से उनका लाभ कम और नुकसान ज्यादा देखने को मिलता है। इसलिए आप इस बिना मतलब की घबराहट को पाले नहीं बल्कि इसे भगा दें।

आखिरी दो महीने नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इस दौरान आपको अपनी रिवीजन करने और मॉक टेस्ट देने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। अभी तक आपने जो पढ़ा है और जो भी नोट्स बनाए हैं, उसकी रिवीजन करना शुरू कर (NEET Ki Taiyari Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) दें। साथ ही आपको इस दौरान 12 से 15 घंटे की सीटिंग देनी शुरू कर देनी चाहिए तभी आप नीट में टॉप स्कोर कर पाएंगे।

नीट क्रैक करने के लिए जरुरी बातें 

अब जब हमने आपको विभिन्न परिस्थितियों या आपकी क्लास के अनुसार नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए घंटों की सीटिंग के बारे में बता दिया है तो इसके बाद का बताना भी जरुरी है। कहने का अर्थ यह हुआ कि केवल पढ़ने के घंटे तय कर लेने से कुछ नहीं होता है। आप इन घंटों का किस तरह से उपयोग कर रहे हैं, वह मायने रखता (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe) है।

अब आप चाहे 10 घंटे पढ़ने बैठ जाएं लेकिन यदि आपका ध्यान दूसरी चीज़ों में है तो वह 10 घंटे कोई मायने नहीं रखते हैं। वहीं यदि आप ध्यान केंद्रित करके 5 घंटे भी अच्छे से पढ़ते हैं तो वह उन 10 घंटों के बराबर हैं जो आपने इधर-उधर का सोचने में व्यर्थ कर दिए। तो ऐसी कुछ टिप्स हम आपको नीचे दे रहे हैं, जिनका आपको पालन करना चाहिए।

  • सुबह जल्दी उठकर पढ़ें

आजकल यह चलन चल पड़ा है कि अधिकतर स्टूडेंट्स देर रात तक जगकर पढ़ाई करते हैं और सुबह देर से उठते हैं। हालाँकि आपको अपने अनुसार जैसा सही लगता है, वैसा करना चाहिए लेकिन यह भी जान लें कि सुबह का समय कुछ करने के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है। ऐसे में आप रात को जल्दी सोकर और सुबह जल्दी उठकर पढ़ना शुरू करेंगे तो इसका सकारात्मक प्रभाव आपको कुछ ही दिनों में देखने को मिल जाएगा।

  • सही कोचिंग का चुनाव

नीट की तैयारी (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) करने में सही कोचिंग का चुनाव भी बहुत जरुरी हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि टॉप लेवल के नीट कोचिंग संस्थान में दिया गया एक-एक घंटा लो लेवल के कोचिंग संस्थान के 10 घंटों के बराबर होता है। ऐसे में आपको भारत के कुछ टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट जैसे कि मैट्रिक्स अकैडमी, गुरुकृपा, प्रिंस, आकाश इत्यादि में पढ़ना चाहिए।

  • कठिन चीजें सुबह हल करें

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि सुबह का समय किसी वरदान से कम नहीं है। ऐसे में आप सुबह के समय जो कुछ भी पढ़ते हैं, वह आपको जल्दी समझ में आता है और लंबे समय तक याद भी रहता है। ऐसे में आप इस समय का सदुपयोग कठिन टॉपिक्स को पढ़ने में करेंगे तो यह आपके लिए ही लाभदायक रहेगा। सुबह के समय में आप कठिन टॉपिक्स को समझने में कम समय लगाएंगे और इससे आपका उत्साह भी बढ़ेगा।

  • नींद पूरी लें

नीट की तैयारी के लिए अपने हर घंटे का समुचित उपयोग करना है तो उसके लिए जरुरी है कि आप 7 से 8 घंटे की नींद भी पूरी करें। यदि आप सोचते हैं कि कम सोकर आप उन घंटों को नीट की तैयारी में लगा देंगे तो इससे आपका ही नुकसान हो रहा होगा। वह इसलिए क्योंकि कम सोने से शरीर में थकान बनी रहती है और दिमाग भी धीरे काम करता है। वहीं पूरी नींद लेने से आप तेज गति से और अच्छे से पढ़ पाते हैं।

  • ध्यान लगाएं

अक्सर यह देखने में आता है कि जब हम पढ़ने बैठते हैं तो उसके कुछ ही समय बाद में हमारा ध्यान भटकने लगता है। हम पढ़ कुछ रहे होते हैं और ध्यान कहीं और होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपके हाथ में कॉपी, बुक होती है, आखें भी उसी ओर होती है लेकिन मन कुछ और ही सोच रहा होता है। यदि आपके साथ भी यही समस्या है तो आपको दिन में कम से कम 30 मिनट ध्यान लगाना चाहिए और योग करना शुरू कर देना चाहिए। इससे ध्यान केंद्रित करने में बहुत सहायता मिलती है।

  • हर दो घंटे के बाद 10 मिनट का ब्रेक लें

लगातार कोई काम किया जाता है तो वह सही से नहीं होता है। अब यदि हम किसी मशीन को भी लगातार चालू रखते हैं तो वह भी गर्म हो जाती है, हम तो फिर भी मनुष्य हैं। ऐसे में यदि आप बिना रुके लगातार पढ़ते ही चले जाएंगे तो सोचने-समझने की शक्ति कम होती चली जाएगी। इससे आप पढ़ा हुआ कुछ ही दिनों में भूल जाएंगे। इसलिए आवश्यक है हर दो घंटे की पढ़ाई के बाद कम से कम 10 मिनट का ब्रेक ले लिया जाए।

  • मोबाइल दूर रखें

मोबाइल अपने आप में पूरी की पूरी दुनिया है। इसमें एक क्लिक में सब जानकारी उपलब्ध होती है। अब जो स्टूडेंट्स मोबाइल या लैपटॉप पर ऑनलाइन पढ़ते हैं, वे पढ़ने के साथ-साथ कहीं और भी ध्यान लगा रहे होते हैं। इसलिए ऑफलाइन स्टडी करें और उस दौरान मोबाइल को दूर रखें। वहीं किसी लेक्चर को ऑनलाइन करना ही है तो उसे डाउनलोड कर लें और पढ़ते समय इंटरनेट बंद कर दें।

  • एक बार में एक विषय पढ़ें

अब कुछ स्टूडेंट्स अपने आप को ज्यादा स्मार्ट समझते हैं और इस चक्कर में वे एक साथ कई टॉपिक्स और विषय को पढ़ रहे होते हैं। इससे उन्हें लगता है कि वे तेज गति से पढ़ रहे हैं लेकिन होता इसका उल्टा है। दरअसल एक साथ कई टॉपिक या सब्जेक्ट पढ़ने से आपका ध्यान एक ओर नहीं होता है और उलझन की स्थिति बनती है। वहीं आप एक बारी में एक टॉपिक पढ़ते हैं तो पूरा ध्यान उसी पर होता है जिससे वह अच्छे से समझ में आता है और लंबे समय तक ध्यान में रहता है।

तो यह थी कुछ टिप्स जो नीट की तैयारी करने में आपकी बहुत मदद (NEET Ki Taiyari Ke Liye Kitne Ghante Padhna Chahiye) करेगी। सबसे जरुरी बात यह है कि आप नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए जितने भी घंटे दें लेकिन वह घंटे माइंडफुल स्टडी के होने चाहिए, ना कि इधर-उधर ध्यान भटकाने के लिए। 

अन्यथा आजकल कई स्टूडेंट्स कहने को या दिखाने को तो 10-10 घंटे की पढ़ाई कर रहे होते हैं लेकिन असलियत में उनकी पढ़ाई 2 से 3 घंटे की ही होती है क्योंकि वे अपना बाकी समय ध्यान ही नहीं लगा पा रहे होते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको नीट की तैयारी करने में कितने घंटे लगाने होते (NEET Ke Liye Kitne Ghante Padhe) हैं, इस टॉपिक के बारे में विस्तार से पूरी जानकारी दे दी है। इसी के साथ ही आप यह भी जान चुके हैं कि नीट की तैयारी में कोचिंग का कितना महत्व होता है। वह इसलिए क्योंकि जो स्टूडेंट्स नीट को लेकर सीरियस होते हैं, वे जल्द से जल्द एक सही कोचिंग का चुनाव कर लेते हैं।

अब मैट्रिक्स सीकर या प्रिंस इंस्टीट्यूट जैसे सही कोचिंग संस्थान का चुनाव उनका भविष्य बना सकता है। वह इसलिए क्योंकि आपकी पढ़ाई के घंटे इसी कोचिंग पर ही निर्भर करेंगे और आप कितनी जल्दी चीज़ों को समझ पाते हैं, वह इन कोचिंग संस्थान में पढ़ा रही अनुभवी फैकल्टी पर निर्भर करेगा।

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प्रश्न: नीट की तैयारी कितने महीने में होती है?

उत्तर: नीट की तैयारी करने के लिए आपको कम से 12 महीने देने होते हैं। वहीं कुछ स्टूडेंट्स को 6 महीने तो किसी को 24 महीने भी लग जाते हैं।

प्रश्न: नीट की तैयारी के लिए कितने महीने चाहिए?

उत्तर: नीट की तैयारी के लिए सामान्य तौर पर 12 महीनो का समय चाहिए होता है। अब यह स्टूडेंट पर निर्भर करता है कि वह हर दिन कितने घंटे की सीटिंग देता है।

प्रश्न: नीट टॉपर्स कितने घंटे सोते हैं?

उत्तर: नीट टॉपर्स हर दिन 7 से 8 घंटे सोते हैं। यदि किसी स्टूडेंट को नीट एग्जाम सही से क्रैक करना है तो उसे भी प्रतिदिन 7 घंटों की नींद लेना आवश्यक है।

प्रश्न: क्या टॉपर्स रात में पढ़ाई करते हैं?

उत्तर: टॉपर्स रात की बजाए दिन में जल्दी उठकर पढ़ना चुनते हैं। वह इसलिए क्योंकि सुबह का समय बहुत ही सकारात्मक होता है और उस दौरान पढ़ा गया लंबे समय के लिए याद रहता है।

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घर पर JEE Mains की तैयारी कैसे करें? जाने स्टेप बाय स्टेप पूरा प्रोसेस

JEE Mains Ki Taiyari Kaise Kare: बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं जो बिना किसी कोचिंग के घर पर बैठकर ही JEE Mains की तैयारी करना चाहते हैं। हालाँकि ऐसा नहीं है कि इनमें से सभी स्टूडेंट्स ऐसे होंगे जो कभी JEE Mains के लिए कोचिंग नहीं लगे होंगे। इनमें से बहुत ने पहले कभी JEE Mains की कोचिंग ली होगी जो अब पूरी हो गई होगी। इसके बाद उन्हें घर बैठ कर ही JEE Mains की तैयारी करनी होती है।

अब ज्यादातर स्टूडेंट्स जो अच्छे कोचिंग संस्थान से पढ़ चुके (Ghar Baithe JEE Ki Taiyari Kaise Karen) हैं, जैसे कि मैट्रिक्स सीकर या एलन कोटा, तो उन्हें तो कोचिंग अकैडमी के द्वारा ही पूरा मार्गदर्शन दे दिया जाता है। हालाँकि इनमें से कुछ कोचिंग संस्थान ऐसे भी होंगे जो घर पर JEE Mains की तैयारी किस तरह से की जा सकती है, इसके बारे में नहीं बताते हैं या आधी अधूरी जानकारी देते हैं।

ऐसे में आज का यह आर्टिकल उन सभी स्टूडेंट्स पर फोकस करके लिखा गया है जो घर बैठकर JEE Mains की तैयारी करने को इच्छुक हैं। आज हम आपको स्टेप बाय स्टेप JEE Mains की घर बैठकर तैयारी (JEE Mains Ki Taiyari Kaise Karen) करने के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। चलिए शुरू करते हैं।

घर पर JEE Mains की तैयारी कैसे करें?

बहुत से स्टूडेंट्स इस बात को लेकर परेशान रहते हैं कि कोचिंग में तो उनका एक सही और स्ट्रिक्ट टाइमटेबल बना हुआ होता है लेकिन घर पर ऐसा संभव नहीं हो पाता (JEE Mains Ki Taiyari Kaise Kare) है। ऐसे में आपको चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि हम आपको इससे संबंधित हर टिप्स देंगे।

घर पर रहकर भी JEE Mains की अच्छे से तैयारी की जा सकती है लेकिन उसके लिए आपको हमारी हरेक टिप को फॉलो करना होगा। तभी आप JEE Mains की अच्छे से तैयारी कर सकते हैं और उसमें अच्छे नंबर लाकर टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन पा सकते हैं, आइए जाने।

#1. डे टू डे का टाइम टेबल बनाएं 

सबसे पहला काम जो आपको करना है वह है अपने लिए प्रतिदिन अर्थात डे टू डे का एक फिक्स टाइम टेबल बनाना। घर पर JEE Mains की तैयारी (JEE Mains Ki Taiyari Ghar Per Kaise Karen) करनी है तो यह सबसे पहला और जरुरी स्टेप हो जाता है। इसके लिए आप कितने घंटे सोने वाले हैं, कितने घंटे किस टॉपिक को पढ़ने वाले हैं, कितने समय का ब्रेक लेने वाले हैं, इत्यादि सब को कवर करना है।

एक तरह से आपके पूरे दिन का शेड्यूल इसमें होना चाहिए। अब आपको टाइम टेबल बनाकर बस उसे यूँ ही छोड़ नहीं देना है या इसे कुछ दिनों तक ही फॉलो नहीं करना है बल्कि आपको इसे हर दिन स्ट्रिक्ट रूप में फॉलो करना है। इससे ही आपकी निरंतरता बनी रहेगी और आप सही ट्रेक पर रहेंगे।

#2. अपनी कोचिंग से जुड़े रहें

अब जो स्टूडेंट्स पहले किसी कोचिंग संस्थान में पढ़ते थे, उन्हें उनसे जुड़े रहना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि अब आपकी वहाँ से कोचिंग पूरी हो गई है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपका वहाँ से अब कोई संपर्क नहीं रहा है। आज के समय में कुछ नए कोचिंग संस्थान खुल गए हैं जो अपने एक्स स्टूडेंट्स को कोई राय नहीं देते हैं या उनकी कोई मदद नहीं करते हैं।

वहीं यदि आप भारत के टॉप लेवल के JEE Mains के कोचिंग स्थान देखेंगे जिनमें मैट्रिक्स सीकर और एलन कोटा का नाम आता है, वे अपने अभी के और पुराने स्टूडेंट्स दोनों पर ही बराबर ध्यान देते हैं। वह इसलिए क्योंकि आप उनसे पहले जुड़ चुके हैं और आपका रिजल्ट उनके लिए बहुत मायने रखता है। वे समय-समय पर आपको उचित परामर्श देते रहते हैं।

#3. टॉप स्कोर करने वालो को फॉलो करें 

जो स्टूडेंट्स JEE Mains के एग्जाम में टॉप स्कोर करते हैं, उनके बारे में ऑनलाइन बहुत कुछ डाला जाता है। कई तरह के सोशल मीडिया चैनल पर उनके इंटरव्यू और टिप्स दी जाती है। ऐसे में यह आपके लिए बहुत लाभदायक रहेगा अगर आप उन्हें फॉलो करेंगे।

आपको कई तरह के टॉप स्कोर करने वाले स्टूडेंट्स के ऑनलाइन प्लेटफार्म मिल जाएंगे जहाँ पर वे समय-समय पर कोई ना कोई टिप या अपना अनुभव शेयर करते हुए दिखाई देंगे। इसलिए आपको उन्हें फॉलो करना है ताकि आप उनकी बताई गई टिप्स को फॉलो करके JEE Mains की अच्छे से तैयारी (JEE Mains Ki Taiyari Kaise Karen) कर सकें।

#4. डाउट को क्लियर करते रहें 

जब हम घर बैठ कर JEE Mains की तैयारी कर रहे होते हैं तो हमारे कई डाउट इकट्ठे होते चले जाते हैं। अब जो स्टूडेंट्स कोचिंग में जाकर JEE Mains की तैयारी कर रहे हैं, वे तो अपने डाउट अपने टीचर से पूछ लेते हैं और उन्हें सोल्व कर लेते हैं लेकिन घर रहकर इसकी सुविधा नहीं मिलती है।

ऐसे में आप अपने पुराने कोचिंग सेंटर और वहाँ की फैकल्टी के संपर्क में हैं तो आप उनसे अपने डाउट क्लियर करवा सकते हैं। या फिर आपके साथ कोई दोस्त या रिश्तेदार भी JEE Mains की तैयारी कर रहा है तो आप दोनों हर 3 से 4 दिन में 2 घंटे एक साथ बैठकर एक-दूसरे के डाउट सोल्व करने का काम कर सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि आपको ज्यादा से ज्यादा एक सप्ताह में अपने डाउट क्लियर कर लेने चाहिए।

#5. छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहें 

घर बैठकर तैयारी करने वाले कुछ स्टूडेंट्स इस बात को भूल जाते हैं कि उन्हें समय-समय पर ब्रेक लेते रहने की भी जरुरत है। दरअसल कुछ स्टूडेंट्स JEE Mains की तैयारी करने को लेकर इतने सीरियस या यूँ कहें कि नर्वस हो जाते हैं कि वे हर समय दिन-रात पढ़ते ही रहते हैं। ऐसे में वे ना समय पर खाना खाते हैं, ना ही पूरी नींद लेते हैं और ना ही ब्रेक लेते हैं।

यदि आप भी ऐसी ही गलती कर रहे हैं तो जरा ठहरिए और सोचिए कि क्या आप सही तरीके से पढ़ पा रहे हैं या नहीं। वह इसलिए क्योंकि यदि आप बिना ब्रेक के तैयारी करते चले जाएंगे तो इससे आपकी मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आप ना केवल सही से पढ़ पाते हैं बल्कि पढ़ी गई चीज़ों को ज्यादा देर तक याद भी नहीं रख पाते हैं। इसलिए कुछ-कुछ समय बाद रचनात्मक ब्रेक लेते रहें।

#6. मोटिवेटेड रहें

जब आप JEE Mains की कोचिंग में जाते हैं तो वहाँ आपका उत्साह बढ़ाने के लिए आपके टीचर होते हैं, साथ के दोस्त होते हैं लेकिन घर बैठकर पढ़ने से अक्सर स्टूडेंट अकेला महसूस करता है। इसी अकेलेपन में वह धीरे-धीरे करके हतोत्साहित हो जाता है जो उसकी मानसिक स्थिति व JEE Mains की तैयारी के लिए (JEE Mains Ki Taiyari Kaise Kare) बहुत ही गलत है।

ऐसे में आपको अपने आप को समय-समय पर मोटीवेट करते रहना बहुत ही आवश्यक हो जाता है। इसके लिए आप जो भी ब्रेक ले रहे हैं, उसमें कुछ रचनात्मक कार्य करें, सही लोगों के संपर्क में रहें, घर का वातावरण शुद्ध व सकारात्मक हो, योग व ध्यान करें, नींद पूरी लें इत्यादि। यह सब कार्य आपको मोटीवेट करने में बहुत सहायक सिद्ध होंगे।

#7. डिस्ट्रैक्शन से बचें

ऊपर हमने आपको बताया कि आपको हर समय पढ़ते नहीं रहना है और समय-समय पर छोटे-छोटे ब्रेक लेते रहना है लेकिन अब ऐसे भी कुछ स्टूडेंट्स होते हैं जो पढ़ते समय भी किसी दूसरी चीज़ में अपना ध्यान लगा रहे होते हैं। जो स्टूडेंट्स घर रहकर JEE Mains की तैयारी कर रहे होते हैं उनका सबसे ज्यादा समय व्यर्थ इसी कारण होता है और वे अक्सर कोचिंग ले रहे स्टूडेंट्स से पिछड़ जाते हैं।

ऐसे में आपको पढ़ते समय अपने मोबाइल सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूरी बनाकर रखनी होगी, दोस्तों के साथ ज्यादा समय व्यतीत करने से बचना होगा, घरवालों के साथ भी एक निश्चित समय तक ही बैठना होगा, टीवी पर कोई कार्यक्रम आ रहा है और वह आपका पसंदीदा है तो उसे अपने ब्रेक में देखें, ना कि पढ़ते हुए।

#8. कठिन टॉपिक्स पहले कवर करें

अब कई स्टूडेंट्स यह भी सोचते हैं कि यदि पहले वे सरल टॉपिक को कवर कर लेंगे तो अच्छा रहेगा। कठिन टॉपिक को हाथ लगाने से वे झिझकते हैं क्योंकि इसमें उन्हें ज्यादा समय लगता है या फिर यूँ कहें कि वे इसे हाथ लगाने से भयभीत होते हैं। अब कोचिंग में तो टॉपिक फैकल्टी के द्वारा पढ़ाया जाता है और वह आपको उसी समय पढ़ना होता है लेकिन घर पर तो यह हमारे ही हाथ में है।

अब यदि आप भी ऐसी ही गलती कर रहे हैं तो यह आपके लिए बहुत ही हानिकारक होने वाला है। आपको यदि JEE Mains की अच्छे से तैयारी करनी है तो उसके लिए कठिन टॉपिक को पहले हाथ लगाएं। फिर चाहे इसमें लगने वाला समय ज्यादा ही क्यों ना हो। यदि इसमें ज्यादा समय लग रहा है तो आप किसी अन्य की सहायता ले सकते हैं।

#9. डेली रिवीजन करें

यह आप अपने प्रतिदिन का नियम बना लें कि आपको घर बैठकर JEE Mains की तैयारी (JEE Mains Ki Taiyari Kaise Karen) करनी है तो उसके लिए हर दिन रिवीजन निश्चित रूप से की जाए। इसमें किसी भी तरह की कोताही या ढिलाई ना बरती जाए अन्यथा यह आपके लिए बुरे परिणाम लेकर आ सकता है।

अब जो स्टूडेंट्स रोजाना JEE Mains की तैयारी करने के साथ-साथ रिवीजन भी करते हैं तो वे निश्चित रूप से अन्य स्टूडेंट्स की तुलना में बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहे होते हैं। इससे आपको फिर से वही कॉन्सेप्ट समझने में बहुत कम समय लगेगा और चीजें ज्यादा समय तक याद भी रहेंगी।

#10. हर हफ्ते 1 फुल मॉक टेस्ट दें

JEE Mains के एग्जाम को क्लियर करना है तो उसके लिए सीधा प्रश्न पत्र ही हल नहीं करना होता है। बल्कि उसके लिए बहुत पहले से ही मॉक टेस्ट देने की आदत अपनानी होती है। इससे होता क्या है कि जब असलियत में JEE Mains का पेपर आपके हाथ में आता है तो आप उसके लिए तैयार होते हैं।

ऐसे में आप हर सप्ताह का नियम बना लें कि आपको कम से कम एक मॉक टेस्ट तो देना ही है। वहीं जब एग्जाम में एक से दो महीने का समय बचा हुआ हो तो आप इसे सप्ताह में कम से कम 3 बार देने की आदत बना लें। इससे आपकी अच्छी प्रैक्टिस हो जाती है और एग्जाम क्लियर करने की संभावना भी बहुत बढ़ जाती है।

#11. गलतियों को एनालिसिस करें और सुधारें

जब कोई स्टूडेंट घर से ही JEE Mains की तैयारी (JEE Mains Ki Taiyari Ghar Per Kaise Karen) कर रहा होता है तो उससे जाने अनजाने में कई तरह की गलतियाँ होती है। अब कोचिंग के दौरान तो यह गलतियाँ टीचर पकड़ लेते हैं और उसे सुधार भी देते हैं लेकिन घर पर हमें बोलने या रोकने टोकने वाला कोई नहीं होता है।

ऐसे में यदि आप भी गलतियाँ कर रहे हैं तो उसे अनदेखा ना करें। आप अपनी गलती को देखें, उसका एनालिसिस करें, उसे किस तरह से सुधारा जा सकता है इसे देखें और दोबारा उस गलती को करने से भी बचें। निश्चित रूप से यह टिप आपके बहुत काम आने वाली है।

#12. फॉर्मूला चार्ट बनाएं

अब जब हम JEE Mains की तैयारी (JEE Mains Ki Taiyari Kaise Kare) कर रहे होते हैं तो उसमें आने वाले तीनों सब्जेक्ट्स फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स में अनेक फॉर्मूला होते हैं। अब यदि आप इन फॉर्मूला का एक चार्ट बना लेंगे तो यह बहुत काम आता है। इसके लिए आप एक कॉपी को लेकर उसे तीन भागों में विभाजित कर दीजिए।

अब इस कॉपी में आप अपने तीनों सब्जेक्ट्स के सभी फॉर्मूला को क्रमानुसार लिख लीजिए। JEE Mains का जो एग्जाम होता है, उसमें ज्यादातर प्रश्न इन्हीं फॉर्मूला के बेसिस पर ही सोल्व किए जाते हैं। ऐसे में यदि आप इन्हें एक जगह लिख लेंगे तो यह बहुत ही सहायक होगा।

#13. हर चैप्टर के महत्वपूर्ण पॉइंट्स के नोट्स बनाएं

आप जब JEE Mains की तैयारी कर रहे होते हैं तो आपको हर चैप्टर के स्पेशल पॉइंट्स को लिखते रहना चाहिए। इससे क्या होता है कि आपकी दिमागी क्षमता बढ़ती है और जो चीज़ लिखी जाती है, वह ज्यादा समय तक याद रहती है। इसी कारण हर कोचिंग संस्थान में नोट्स बनाने को प्राथमिकता दी जाती है।

साथ ही जब JEE Mains एग्जाम का समय पास आ रहा होता है, तब आप अपने बनाए गए नोट्स से बहुत जल्दी रिवीजन कर सकते हैं। एग्जाम सेंटर तक भी स्टूडेंट्स अपने बनाए इन्हीं नोट्स को ही लेकर आते हैं और आखिरी समय तक रिवीजन करते हुए देखे जाते हैं।

#14. टॉप कोचिंग के यूट्यूब चैनल फॉलो करें 

यह भी एक बहुत ही कारगर टिप है जो आपके लिए बहुत काम आएगी। दरअसल आज के समय में हर टॉप कोचिंग संस्थान के अपने यूट्यूब चैनल हैं जिन पर वे समय-समय पर JEE Mains एग्जाम से जुड़ी वीडियोज को डालते रहते हैं। अब इनमें से कुछ वीडियो स्टूडेंट्स को मोटीवेट करने के लिए होती है तो कुछ के द्वारा JEE Mains की तैयारी करवाई जाती है।

इसलिए आप मैट्रिक्स सीकर के यूट्यूब चैनल को फॉलो कर सकते हैं जहाँ समय-समय पर इस तरह की वीडियोज डाली जाती है। इसके अलावा आप प्रिंस अकैडमी, आकाश इंस्टीट्यूट, एलन अकैडमी इत्यादि के चैनल को भी फॉलो कर सकते हैं।

#15. स्टडी टाइम को 2-3 घंटे के ब्लॉक में बांटें

आप एक साथ लंबा स्टडी टाइम ना बनाएं बल्कि इसे हर दो से तीन घंटे के ब्लॉक में बांटें। अब ब्लॉक का अर्थ हुआ आपको एक बारी में तीन घंटे से ज्यादा समय तक नहीं पढ़ना है। इसलिए आप जो भी सब्जेक्ट या टॉपिक पढ़ रहे हैं, उसके तीन घंटे बाद आपको कुछ और करना (Ghar Baithe JEE Ki Taiyari Kaise Karen) है।

अब आप चाहें तो उसके बाद ब्रेक ले सकते हैं, कहीं बाहर जा सकते हैं, कुछ खा सकते हैं या आपके हिसाब से आपको जो भी सही लगता है, वह कर सकते हैं। हालाँकि यह ब्रेक ज्यादा लंबा भी नहीं होना चाहिए। इसे आप अपने टाइमटेबल के अनुसार सेट कर सकते हैं।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि घर बैठकर JEE Mains की तैयारी (JEE Mains Ki Taiyari Kaise Kare) किस तरह से की जा सकती है। यहाँ पर हमने आपको कुल 15 टिप दी है जो आपके बहुत काम आने वाली है। हालाँकि आप इस बात को कतई ना भूलें कि आपको किसी ना किसी कोचिंग संस्थान से जुड़े रहना होगा क्योंकि वही आपको समय-समय पर सही गाइडेंस दे सकते हैं और आपके डाउट भी वही क्लियर कर सकते हैं।

इसके लिए देश के टॉप JEE Mains कोचिंग इंस्टीट्यूट से जुड़ा जा सकता है जिनका नाम हमने आपको बता ही दिया है। इसी के साथ ही यदि आपके दिमाग में भी कोई अन्य टिप हो तो आप नीचे कमेंट करके हमें बता सकते हैं।

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प्रश्न: बिना कोचिंग के jee mains की तैयारी कैसे करें?

उत्तर: यदि आप बिना कोचिंग के JEE Mains की तैयारी करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको एक स्ट्रिक्ट टाइम टेबल फॉलो करना होगा। इसके बारे में हमने आपको इस आर्टिकल में बताया है।

प्रश्न: मुझे जेईई मेन्स की पढ़ाई कैसे करनी चाहिए?

उत्तर: आपको जेईई मेन्स की पढ़ाई करने के लिए डे टू डे का एक फिक्स टाइम टेबल बनाना होगा। इसके साथ ही हमारे द्वारा बताई गई सभी 15 टिप्स को फॉलो करना होगा।

प्रश्न: 1 महीने में jee mains कैसे क्रैक करें?

उत्तर: वैसे तो 1 महीने का समय JEE Mains को क्रैक करने के लिए कम होता है लेकिन इसके लिए आप किसी होशियार स्टूडेंट के नोट्स को फॉलो कर सकते हैं।

प्रश्न: बिना कोचिंग के जेईई मेन्स की पढ़ाई कैसे करें?

उत्तर: बिना कोचिंग के जेईई मेन्स की पढ़ाई करने के लिए आपका मोटीवेट रहना और हर दिन रिवीजन करना बहुत जरुरी हो जाता है। इसके बारे में हमने इस लेख में बताया है।

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10th के बाद NEET की तैयारी कैसे करें? आइए जाने

10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare: स्टूडेंट्स के लिए डॉक्टर बनना किसी सपने से कम नहीं होता है। यह एक ऐसी फील्ड है जो कभी भी समाप्त नहीं होने वाली है। डॉक्टर की जरुरत इतिहास में भी थी, वर्तमान में भी है और भविष्य में भी कभी खत्म नहीं होगी। साथ ही लोगों के लिए तो डॉक्टर उनके भगवान की तरह होता है क्योंकि वही उनकी जीवन रक्षा करने और बीमारी से उपचार करने का काम करता है।

हालाँकि बहुत से स्टूडेंट्स डॉक्टर बनने का सपना तो देखते हैं लेकिन बन नहीं पाते हैं। वह इसलिए क्योंकि वे देश के टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए होने वाली नीट की परीक्षा को अच्छे अंकों के साथ पास नहीं कर पाते हैं। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स के माता-पिता के पास प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की भारी भरकम फीस देने के लिए पैसा होता है, वे नीट में सलेक्शन ना होने के बावजूद उन कॉलेज की फीस भर देते हैं।

हालाँकि यहाँ हम यह नहीं कह रहे हैं कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में केवल मध्यम या गरीब वर्ग के स्टूडेंट्स ही पढ़ते (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) हैं। बल्कि यहाँ पर एडमिशन लेने का सपना तो हर मेडिकल स्टूडेंट का होता है क्योंकि यह देश के टॉप मेडिकल कॉलेज तो हैं ही और साथ ही सरकारी होने के कारण यहाँ की फीस भी प्राइवेट कॉलेज की तुलना में बहुत कम है।

ऐसे में यदि आप भी अपनी 10th के बाद नीट एग्जाम की तैयारी शुरू करने को इच्छुक हैं तो यह बहुत ही उचित और सही समय पर उठाया गया कदम माना (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) जाएगा। ऐसे में आज हम आपके साथ इसी विषय पर ही बात करने वाले हैं।

10th के बाद NEET की तैयारी कैसे करें?

एक बात पहले ही समझ लें कि बारहवीं के बाद नीट एग्जाम में सलेक्ट होना बहुत से स्टूडेंट्स का सपना होता है लेकिन यह सपना पहले ही एटेम्पट में पूरा हो जाए, यह बहुत ही मुश्किल होता है। बहुत से स्टूडेंट्स तो इसके लिए बारहवीं के बाद भी एक से दो वर्ष का ड्रॉप लेते (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं ताकि उन्हें अपना मनचाहा मेडिकल कॉलेज मिल सके।

वहीं जो स्टूडेंट्स दसवीं क्लास से ही नीट एग्जाम की तैयारी करना शुरू कर देते हैं उनके सफल होने की संभावना उन स्टूडेंट्स से बहुत ज्यादा होती है जो 11 वीं या 12 वीं के बाद इसकी तैयारी करना शुरू करते हैं। तभी हमने आपको पहले ही कहा कि यदि आप 10th के बाद ही नीट एग्जाम की तैयारी शुरू करने जा रहे हैं तो इसे बहुत ही अच्छी बात माना जाएगा। तो चलिए जानते हैं इसके लिए आप क्या कुछ कर सकते हैं।

स्टडी का सही टाइम टेबल बनाएं

सबसे पहला काम जो आपको करना है, वह है एक सही टाइमटेबल का बनाया जाना। बहुत से स्टूडेंट्स टाइमटेबल के सही नहीं बना पाने के कारण बाकी स्टूडेंट्स से पीछे रह जाते हैं। ऐसे में हम आपको सुबह पांच बजे से लेकर रात के 9 बजे तक की पूरी दिनचर्या बताएँगे।

इस टाइमटेबल में आपके पढ़ने का समय, खाने और आराम करने का समय, नींद का समय इत्यादि सबकुछ निर्धारित रहेगा। ऐसे में आपको इस टाइमटेबल से बहुत सहायता मिल (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) जाएगी, चलिए जानते हैं।

समय क्या करें
सुबह 4 बजे उठ जाएं, शौच जाएं, ब्रश करें, योग व ध्यान करें, नहा लें
सुबह 5 से 8 बजे बायोलॉजी अर्थात जीव विज्ञान को पढ़ें
सुबह 8 से 9 बजे नाश्ता करें, आराम करें, समाचार पढ़ें, घरवालों से बात करें
सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक फिजिक्स अर्थात भौतिक विज्ञान पढ़ें
दोपहर 12 से 1 बजे दोपहर का भोजन करें, थोड़ा सो लें या अन्य रचनात्मक या पसंद का काम करें
दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक केमिस्ट्री अर्थात रसायन विज्ञान को पढ़ें
शाम 4 से 4:30 बजे चाय पिएं, हल्का भोजन करें व आराम करें
शाम 4:30 से 6:30 बजे तक मॉक टेस्ट दें और पुराने प्रश्न पत्रों को हल करें
शाम 6:30 से 8 बजे तक सबसे पहले रात का भोजन करें, बाहर सैर पर जाएं, कुछ खेलें, दोस्तों से बात करें, अपनी पसंद का काम करें, दिमाग को आराम दें
रात 8 से 9 बजे दिन में जो कुछ भी पढ़ा है, उसकी रिवीजन करें
रात 9 से सुबह 4 बजे तक एक स्टूडेंट के लिए 7 से 8 घंटे की नींद आवश्यक है। ऐसे में आप 9 से 4 बजे तक की 7 घंटों की नींद अवश्य लें।

तो यह थी नीट की तैयारी कर रहे स्टूडेंट के लिए एक आदर्श दिनचर्या। अब यदि आप हमारी बताई गई दिनचर्या को फॉलो करेंगे तो अवश्य ही आपको बहुत मदद मिलेगी। हालाँकि हमने इसमें कोचिंग का समय नहीं जोड़ा है लेकिन यदि आपको कोचिंग से जुड़ना है तो हमारे बताए गए टाइमटेबल में थोड़ा बहुत परिवर्तन किया जा सकता है।

वह इसलिए क्योंकि हर कोचिंग संस्थान का टाइम टेबल अलग-अलग होता है। ऐसे में स्टूडेंट को उसी के अनुसार ही आगे बढ़ना होता है। हमने ऊपर बताए गए टाइमटेबल में 9 घंटे तीन विषयों को पढ़ने के बारे में बताया है। तो आपको कोचिंग में उसी के अनुसार ही पढ़ना (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) होगा और आगे बढ़ना होगा।

नीट की तैयारी में कोचिंग का महत्व

अब बात करते हैं कि नीट एग्जाम की तैयारी करने में कोचिंग का कितना ज्यादा महत्व होता है। तो यहाँ आप यह बात गाँठ बाँध लें कि यदि नीट एग्जाम में 100 स्टूडेंट्स सलेक्ट हो रहे हैं तो उसमें 99 स्टूडेंट्स ने किसी ना किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट से कोचिंग अवश्य ली हुई होगी। कोई एक या दो स्टूडेंट ही ऐसे होंगे जिन्होंने किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट से कोचिंग लिए बिना ही नीट एग्जाम को क्रैक किया होगा।

अब जो 99 स्टूडेंट्स नीट की कोचिंग लेकर उसमें सलेक्ट हुए हैं तो उन्होंने कहाँ से और किस कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की है, यह अगला प्रश्न उभर कर सामने आता है। तो आप यह मानकर चलिए कि इन 99 में 60 से 70 स्टूडेंट्स ऐसे होंगे जिन्होंने देश के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्टडी की हुई होगी और बाकी बचे स्टूडेंट्स ने अपने यहाँ के लोकल या कम प्रसिद्ध कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की होगी।

अब आपका अगला प्रश्न होगा कि देश के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम क्या (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं!! ऐसे में हमने इस बारे में भी बहुत गहन अध्ययन किया ताकि आप तक सही जानकारी पहुँच सके। ऐसे में हम देश के टॉप 5 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट आपके सामने रखने जा रहे हैं, जो कि इस प्रकार है:

  1. मैट्रिक्स नीट डिविजन, सीकर
  2. एलन इंस्टीट्यूट, कोटा
  3. गुरुकृपा इंस्टीट्यूट, सीकर
  4. आकाश इंस्टीट्यूट, दिल्ली
  5. प्रिंस अकैडमी, सीकर

ऊपर हमने आपको देशभर के सभी नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट में से टॉप 5 कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम दे दिए हैं। अब हर वर्ष नीट एग्जाम में सलेक्ट होने वाले अधिकतर स्टूडेंट्स इन्हीं कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़े हुए होते हैं। आपको विश्वास नहीं है तो आप पिछले वर्षों के नीट टॉपर्स की लिस्ट देख लीजिए और वे कहाँ से पढ़े हैं, इसके बारे में रिसर्च कर लीजिए।

ऐसा इसलिए है क्योंकि इन इंस्टीट्यूट में देशभर की सबसे अनुभवी फैकल्टी को ज्वाइन करवाया गया है। एक स्टूडेंट के सलेक्ट होने में उसको पढ़ा रहे टीचर का बहुत बड़ा योगदान होता है। यदि टीचर के कॉन्सेप्ट स्टूडेंट को क्लियर हो जाए और उसे अपने टीचर से सही समय पर सही गाइडेंस मिल जाए तो यह उसके लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है।

अब यही चीज़ मैट्रिक्स या गुरुकृपा जैसी अकैडमी में देखने को मिलती है। आज से लगभग 5 वर्ष पहले इस लिस्ट में एलन इंस्टीट्यूट का एकछत्र राज था लेकिन मैट्रिक्स अकैडमी ने बहुत ही कम समय में जो काम किया है, वह वाकई में सराहनीय है। मैट्रिक्स अकैडमी के द्वारा लगातार की गई मेहनत का ही परिणाम है कि उसने देश की टॉप नीट अकैडमी को पछाड़ कर टॉप रैंक हासिल कर ली है। वहीं गुरुकृपा भी बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रही है।

ऑफलाइन कोचिंग या ऑनलाइन?

अब बात आती है कोचिंग के प्रकार की। वह इसलिए क्योंकि जब से कोरोना नामक महामारी आई है, तब से ही ऑनलाइन कोचिंग का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ गया है। स्कूल की पढ़ाई से लेकर नीट की कोचिंग लेने तक, हर चीज़ ऑनलाइन हो चली है। इसलिए आज के समय में कई कोचिंग संस्थान ऐसे खुल चुके हैं जो या तो पूर्ण रूप से या फिर ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों तरह की कोचिंग देते (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) हैं।

आपने भी हाल के ही कुछ वर्षों में कई तरह के ऑनलाइन कोचिंग देने वाले इंस्टीट्यूट का नाम सुना होगा। किंतु यहाँ बात हो रही है ऑनलाइन वर्सेज ऑफलाइन कोचिंग के बारे में। तो यहाँ हम आपको बता दें कि तकनीक कितनी ही आगे क्यों ना बढ़ जाए, पढ़ाने के तरीके में कितनी ही आधुनिकता क्यों ना आ जाए लेकिन जो ज्ञान आपको आमने सामने बैठकर मिलेगा, वह ऑनलाइन नहीं मिल सकता है।

ऐसे में यदि आप हमसे सीधे और स्पष्ट शब्दों में पूछेंगे कि ऑनलाइन या ऑफलाइन नीट कोचिंग में से कौन सी कोचिंग आपकी तैयारी को ज्यादा प्रभावी बनाएगी, तो हमारा उत्तर स्पष्ट रूप से ऑफलाइन कोचिंग के पक्ष में होगा। वह इसलिए क्योंकि ऑफलाइन कोचिंग में जाने से आप एक अनुशासन में रहते हैं, आमने सामने से कॉन्सेप्ट समझते हैं, टीचर के संपर्क में बने रहते हैं और अपने साथ पढ़ रहे अन्य स्टूडेंट्स के साथ भी रहते हैं।

इसी के साथ ही सबसे बेस्ट बात यह है कि जो भी टॉप लेवल के नीट कोचिंग संस्थान हैं जैसे कि मैट्रिक्स अकैडमी या एलन इंस्टीट्यूट, वे ऑफलाइन कोचिंग देने के साथ साथ अपने स्टूडेंट्स की जरुरत को ध्यान में रखते हुए हर लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाते हैं। वह इसलिए क्योंकि यदि किसी कारणवश कोई स्टूडेंट वह लेक्चर क्लास में अटेंड नहीं कर पाता है तो बाद में वह उसकी वीडियो देख सके।

कौन सी बुक्स रहेंगी बेस्ट?

अब बात करते हैं 10th के बाद नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए आपको कौन-कौन सी बुक्स को ज्यादा महत्व देना चाहिए। अब आप जिस भी कोचिंग संस्थान में पढ़ रहे होंगे, वहाँ से आपको नोट्स तो मिलेंगे ही लेकिन साथ ही वे आपको कोई स्पेसिफिक बुक भी पढ़ने को कहेंगे। अब हर कोचिंग के पढ़ाने का तरीका अलग-अलग होता है और इसमें कोई गलत बात नहीं है।

फिर भी कुछ कुछ बुक्स ऐसी हैं, जो आपकी नीट की तैयारी को और ज्यादा मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं। ऐसे में ऐसी ही कुछ बुक्स की लिस्ट यहाँ हम आपके सामने रख रहे (10th Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Karen) हैं।

बायोलॉजी के लिए

  • NCERT Biology (Class 11 & 12)
  • Trueman’s Biology
  • Objective Biology (Dinesh)

फिजिक्स के लिए

  • NCERT Physics (Class 11 & 12)
  • HC Verma (Concepts of Physics)
  • DC Pandey (Objective Physics)

केमिस्ट्री के लिए

  • NCERT Chemistry (Inorganic + Organic + Physical)
  • OP Tandon (Organic Chemistry)
  • RC Mukherjee (Physical Chemistry)

तो यहां हमने आपको तीनों सब्जेक्ट की तीन-तीन बुक्स की लिस्ट दे दी है। इस लिस्ट में आपने एक बुक कॉमन देखी होगी और वह है 11 वीं और 12 वीं क्लास की NCERT की बुक्स। वह इसलिए क्योंकि आप जब नीट की तैयारी कर रहे होते हैं तो दसवीं के बाद मेडिकल स्ट्रीम को चुनते हैं। इस स्ट्रीम में आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी सब्जेक्ट्स को प्रमुख तौर पर पढ़ाया जाता है।

अब यह जो तीन सब्जेक्ट हैं, इन्हीं सब्जेक्ट पर से ही नीट एग्जाम का पूरा पेपर सेट होता है। साथ ही जो भी टॉपिक नीट के एग्जाम में आएंगे, वह भी इसी बुक से ही आते हैं अर्थात जो टॉपिक आपको अपनी 11 वीं और 12 वीं क्लास की NCERT या सिलेबस में नहीं पढ़ाया जाएगा, वह टॉपिक नीट एग्जाम में भी नहीं आएगा। इसलिए यदि आपको नीट एग्जाम की अच्छे से तैयारी करनी है तो उसके लिए NCERT की बुक सबसे बेस्ट है।

निष्कर्ष

ऊपर हमने आपको 10th के बाद नीट की तैयारी करने के ऊपर हरेक महत्वपूर्ण जानकारी दे दी (10 Ke Baad NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है। हमने आपको पूरे दिन की दिनचर्या किस तरह से सेट की जाए और आपको किस समय क्या कुछ करना है, उसके बारे में भी बता दिया है।

इसी के साथ ही नीट की तैयारी के लिए किस संस्थान से कोचिंग लेनी चाहिए, उसकी जानकारी भी आपको मिल गई है। इसमें मैट्रिक्स सीकर और एलन कोटा का नाम टॉप पर लिया जाता है। वहीं आपके लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन में से कौन सी कोचिंग अच्छी रहेगी और आपको किन बुक्स से इसकी तैयारी करनी चाहिए, यह भी पता चल गया है।

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प्रश्न: 10वीं के बाद नीट की तैयारी कैसे शुरू करें?

उत्तर: 10वीं के बाद नीट की तैयारी शुरू करनी है तो उसके लिए एक सही टाइमटेबल बनाना होता है। यहाँ हमने पूरा टाइमटेबल आपके लिए बनाया है जिसे आपको देखना चाहिए।

प्रश्न: NEET करने के लिए 10 में कितने परसेंट चाहिए?

उत्तर: NEET करने के लिए 10 में मिले परसेंट मायने नहीं रखते हैं। इसके लिए केवल 12 वीं क्लास में मिले नंबर को ही महत्व दिया जाता है।

प्रश्न: नीट की कोचिंग कब से शुरू करें?

उत्तर: नीट की कोचिंग आपको अपनी दसवीं क्लास से ही शुरू कर देनी चाहिए। वह इसलिए क्योंकि नीट का एग्जाम पास करना बहुत मुश्किल होता है। ऐसे में पहले से ही इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

प्रश्न: 10वीं में नीट के लिए कितने परसेंट चाहिए?

उत्तर: 10वीं में मिले नंबर या परसेंट नीट के लिए कोई मायने नहीं रखते हैं। ऐसे में आपको केवल अपनी बारहवीं क्लास में मिले परसेंट पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

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10th के बाद JEE की तैयारी कैसे करें? जाने एक क्लिक में

10th Ke Baad JEE Ki Taiyari Kaise Kare: अगर आप बारहवीं के बाद JEE जैसे कठिन एग्जाम को एक बारी में ही क्रैक करना चाहते हैं और वो भी अच्छे नंबर के साथ तो उसके लिए आपको अपनी दसवीं कक्षा के बाद से ही इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। बहुत से स्टूडेंट्स 11 वीं या फिर बारहवीं के बाद इसकी तैयारी करना शुरू करते हैं लेकिन जरा सोचिए, यदि आप 10 वीं के बाद से ही JEE एग्जाम की तैयारी करना शुरू कर देंगे तो आप बाकी स्टूडेंट्स से कितना आगे निकल जाएंगे।

आज के इस आर्टिकल में हम आपके साथ इसी टॉपिक पर ही बात करने जा रहे (JEE Ki Taiyari Kab Se Kare) हैं। आज हम आपको बताएँगे कि आखिरकार आपको दसवीं क्लास के बाद JEE की तैयारी किस स्तर पर शुरू करनी चाहिए। साथ ही आपको इस दौरान किस तरह की स्ट्रेटेजी पर वर्क करना चाहिए। चलिए जानते हैं 10th के बाद JEE की तैयारी करने के बारे में।

10th के बाद JEE की तैयारी कैसे करें?

जिन स्टूडेंट्स को अपने आगे का लक्ष्य पता होता है, वे उसकी तैयारी बहुत पहले से ही शुरू कर देते हैं। कहने का मतलब यह हुआ कि आज के समय में सभी तरह की चीज़ों के बारे में पहले ही पता चल जाता है। इसी के साथ ही हमारे आसपास सही गाइडेंस देने वाले लोग भी होते हैं। जैसे कि स्कूल के टीचर्स, हमारे सीनियर्स और परिवार और दोस्तों में अनुभवी लोग।

ऐसे में यदि आपका लक्ष्य आगे जाकर इंजीनियरिंग करना है और उसके लिए देश की टॉप यूनिवर्सिटी या कॉलेज में एडमिशन पाने का (10th Ke Baad JEE Ki Taiyari Kaise Kare) है तो उसके लिए JEE एग्जाम से बेस्ट कुछ और नहीं है। वह इसलिए क्योंकि चाहे आपको IIT में एडमिशन लेना हो या फिर NIT, इसमें आपकी JEE एग्जाम ही मदद करने वाला है।

तो यहाँ हम आपके सामने एक या दो नहीं बल्कि कुल 10 गोल्डन टिप्स रखने जा रहे (10th Ke Baad JEE Kaise Kare) हैं जो JEE का एग्जाम क्रैक करने में आपकी बहुत सहायता करने वाली है। आइए इनके बारे में एक एक करके जानते हैं।

#1. अपने लक्ष्य को पहचाने

यदि आपको JEE में सच में सफल होना है और उसकी तैयारी शुरू करनी है तो सबसे पहला काम जो आपको करना है, वह है अपने लक्ष्य को पहचानना। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज के समय में बहुत से दसवीं के स्टूडेंट्स केवल अपने दोस्तों की देखा देखी या आसपास के लोगों को देखकर या फिर अपने घरवालों के दबाव में आकर या फिर सोशल मीडिया में चल रहे ट्रेंड को देखकर कदम उठाने लगे हैं।

इसलिए आपको चाहे यह सोचने में दो दिन लगे या दो सप्ताह, आपको किसी चीज़ की जल्दबाजी नहीं करनी है। आपके द्वारा अभी लिया गया एक निर्णय आपके संपूर्ण भविष्य को प्रभावित करने वाला है। इसलिए आप पहले आत्म मंथन करें, अपने परिचितों से बात करें, अपने माता-पिता से परामर्श लें, अपने स्कूल के अध्यापकों से विमर्श करें, अपने बारे में जाने और उसके बाद ही कोई निर्णय लें।

#2. अपनी स्किल सेट करें

अब जब आपने अपना लक्ष्य चुन लिया है और वह आगे चलकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना है तो पहले तो आपको बहुत-बहुत बधाई। वह इसलिए क्योंकि जिन्हें अपना लक्ष्य स्पष्ट हो, वह भी दसवीं क्लास में ही तो वे स्टूडेंट्स सच में बधाई के पात्र हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आप ज्यादा केंद्रित होकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ पाएंगे और उसमें सफलता अर्जित करेंगे। अब बारी है अपनी स्किल्स पर ध्यान देने की।

स्किल्स से अर्थ हुआ आपके अंदर का कौशल। अब यदि आपको आगे बढ़ना है और JEE की तैयारी में मजबूत बनना है तो उसके लिए अपने कौशल में निखार लाना अति आवश्यक हो जाता है। यहाँ पर हम यह नहीं कह रहे हैं कि यदि आपके अंदर कौशल नहीं है तो आप आगे नहीं बढ़ सकते (10th Ke Baad JEE Ki Taiyari Kaise Karen) हैं। यहाँ पर बात हो रही है अपने लक्ष्यों के अनुसार अपने कौशल को नया आयाम देने और उसमें बहुत कुछ सीखने की।

JEE की तैयारी करनी है तो आपको चरणबद्ध तरीके से ना केवल आगे बढ़ना होता है बल्कि उसके लिए धैर्य का भी परिचय देना होता है। इसी के साथ ही आपको कई अन्य मापदंडों पर भी स्वयं को निखारना होगा। तभी आप आगे चलकर सही दिशा में बढ़ सकते हैं।

#3. JEE एग्जाम को अच्छे से समझें

किसी एग्जाम की तैयारी करनी है और यदि उसके लिए उस एग्जाम के पैटर्न को ही सही से ना समझा जाए तो यह बहुत ही गलत बात होती है। इसलिए ऊपर के दो कार्य करने के पश्चात आपको अगला और महत्वपूर्ण कार्य जो करना है वह है अपने JEE एग्जाम के पैटर्न को सही रूप में समझना।

यहाँ हम केवल सतही ज्ञान लेने को नहीं कह रहे हैं बल्कि आपको शुरू से अंत तक हरेक बारीकी और महत्वपूर्ण से लेकर कम जरुरी हर चीज़ को देखना (10th Ke Baad JEE Ki Taiyari Kaise Kare) होगा।

यदि आप हरेक चीज़ को अच्छे से समझ लेंगे और JEE एग्जाम में कब क्या पूछा जाता है, किस विषय पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है, उसका एग्जाम कब होता है, उसमें कितने प्रश्न आते हैं, किस प्रश्न के कितने अंक मिलते हैं और गलत उत्तर देने पर कितने अंक काटे जाते हैं, टॉप रैंक कितने नंबर पर आती है, किस नंबर पर कौनसा कॉलेज व ब्रांच मिल सकती है, इत्यादि को देख लेंगे तो आपका JEE एग्जाम को क्रैक करना सरल हो जाएगा। इसलिए आप JEE एग्जाम के ज्ञान को पूरा निचोड़ लें और उसके बाद ही आगे बढ़ें।

#4. सही गाइडेंस है जरुरी

यहाँ पर हम आपको पूरी जानकारी देने का प्रयास तो कर रहे हैं लेकिन समय के साथ-साथ चीज़ें बहुत तेजी के साथ बदलती है। ऐसे में आपको नई चीज़ों के साथ अपडेटेड रहना और उन्हें लगातार सीखते रहना बहुत जरुरी है अन्यथा आप बाकी स्टूडेंट्स से पिछड़ सकते हैं। अब इसमें जो चीज़ आपकी मदद करेगी वह है आपको सही लोगों से मिला मार्गदर्शन।

इसे हम अंग्रेजी भाषा में गाइडेंस भी कह सकते हैं जो आजकल के स्टूडेंट्स के चलन में है। अब यह सही मार्गदर्शन आपको अपने आसपास के अनुभवी लोगों, अपने स्कूल के टीचर्स, अपने सीनियर्स या आपके घर या दोस्तों के किसी बड़े भाई या बहन ने JEE की तैयारी कर रखी हो और अब वह अच्छे कॉलेज में पढ़ रहा हो या पढ़ चुका हो, उनसे मिल सकती है। इसलिए सही गाइडेंस कहीं से भी मिले, उसे ले लेना चाहिए।

#5. कोचिंग हो सबसे बेस्ट

अब हम जो बात आपको बताने जा रहे हैं, वह आपके लिए इन सभी 10 टिप्स में से गोल्डन टिप है। वह इसलिए क्योंकि जिन स्टूडेंट्स ने यह काम सही से कर लिया, उनका मान लीजिए बारहवीं के बाद JEE के एग्जाम में ना केवल सिलेक्शन हो गया बल्कि उन्हें टॉप लेवल का कॉलेज भी मिल गया। वह है अपने लिए एक सही कोचिंग इंस्टीट्यूट का चुनाव किया जाना।

अब देखा जाए तो देश के हरेक शहर में कई JEE कोचिंग सेंटर खुले हुए (JEE Ki Taiyari Kab Se Kare) हैं और हर कोई अपने आप में बेस्ट होने की बात करता है। अब हर कोई तो बेस्ट हो नहीं सकता है। ऐसे में आपको देश के कुछ चुनिंदा JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट में से एक में एडमिशन लेना चाहिए। अब यदि हम देश के टॉप लेवल के JEE इंस्टीट्यूट के बारे में बात करें तो उनमें टॉप 5 के नाम इस प्रकार हैं:

रैंक 1: मैट्रिक्स JEE अकैडमी, सीकर

रैंक 2: एलन इंस्टीट्यूट, कोटा

रैंक 3: आकाश इंस्टीट्यूट, दिल्ली

रबक 4: प्रिंस अकैडमी, सीकर

रैंक 5: रेजोनेंस अकैडमी, जयपुर

तो इस सूची में यह पांच इंस्टीट्यूट ऐसे हैं जो हाल में देश में JEE की टॉप लेवल की कोचिंग दे रहे हैं। इसमें भी मैट्रिक्स सीकर व एलन कोटा का नाम सबसे पहले लिया जाता है। पिछले कुछ वर्षों में तो मैट्रिक्स अकैडमी ने इतना शानदार प्रदर्शन किया है कि उसने देश की नंबर एक JEE अकैडमी एलन को भी पीछे छोड़ दिया है और खुद नंबर एक पर आ गई है।

#6. स्कूल के सिलेबस पर ध्यान दें 

बहुत से स्टूडेंट्स एक और गलती करते हैं और वह है, उन्हें लगता है कि JEE का सिलेबस अलग है और उसके लिए उन्हें अलग से तैयारी करने की जरुरत होगी। ऐसे में हम आपके इस डाउट को दूर कर देते हैं और इसे सरल भाषा में समझा भी देते (10th Ke Baad JEE Ki Taiyari Kaise Karen) हैं। दरअसल जो आप अपनी 11 वीं और 12 वीं क्लास की पढ़ाई में सिलेबस पढ़ते हैं, JEE एग्जाम में केवल उसी सिलेबस से ही सब टॉपिक्स आते हैं।

यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि जो टॉपिक आपकी इन दोनों क्लास में नहीं है, वह आपके JEE एग्जाम में भी नहीं आएगा। बस आपको कोचिंग इंस्टीट्यूट या अन्य बुक्स में JEE एग्जाम के बारे में जो पढ़ाया जाएगा, वह आपको इन्हीं टॉपिक्स को अच्छे से और विस्तार से पढ़ाया जाएगा और प्रश्नों को जल्दी से जल्दी कैसे सोल्व किया जाए, उसके बारे में पढ़ाया जाएगा।

#7. पूरे दिन का टाइमटेबल बनाएं

यदि आपने इस टिप पर काम कर लिया तो यह वाकई में आपकी बहुत सहायता करने वाली (10th Ke Baad JEE Kaise Kare) है। दरअसल होता क्या है कि बहुत से स्टूडेंट्स का लक्ष्य भी स्पष्ट होता है और वे JEE एग्जाम को क्रैक करने के लिए सीरियस भी होते हैं लेकिन एक सही टाइमटेबल ना होने के कारण उनके दिन का आधे से ज्यादा समय व्यर्थ चला जाता है या अव्यवस्था में ही रह जाता है।

ऐसे में यदि आप अपना एक निर्धारित टाइमटेबल या दिनचर्या सेट कर लेंगे और उसी के अनुसार ही चलेंगे तो यकीन मानिए आपकी अधिकतर समस्या का यहीं समाधान हो जाएगा। अब हर स्टूडेंट का टाइमटेबल अलग हो सकता है क्योंकि किसी को सुबह जल्दी उठकर पढ़ने में आनंद आता है तो किसी को दोपहर में तो किसी को देर रात तक जागकर। ऐसे में आपको अपने लिए जो भी दिनचर्या सही लगे, आप उसी का पालन करें और आगे बढ़ें।

#8. अपनी हेल्थ पर बराबर ध्यान दें

अब कई स्टूडेंट्स JEE की तैयारी करने को लेकर इतने ज्यादा गंभीर या सीरियस हो जाते हैं कि वे दिन रात केवल पढ़ते ही रहते हैं। इस दौरान उन्हें ना तो खाने पीने का ध्यान रहता है और ना ही बीच बीच में ब्रेक लेने का। अब धीरे धीरे करके इसका असर उनके स्वास्थ्य पर दिखाई देने लगता है। उन्हें शुरुआत में तो लगता है कि वे बहुत तेज गति से तैयारी कर रहे हैं जो उन्हें सफल बनाएगा लेकिन होता इसके उलट है।

दरअसल सही खानपान नहीं लेने और ब्रेक नहीं लेने के कारण उनका दिमाग थक जाता है, वे मानसिक रूप से कमजोर बन जाते हैं, सोचने समझने की क्षमता कम होने लगती है और शरीर भी थक जाता है। ऐसे में उन्हें चीज़ें जल्दी से याद नहीं होती है या समझने में समय लगता है। साथ ही वे कॉन्सेप्ट को जल्दी भूलने भी लग जाते हैं। इसलिए पढ़ाई के साथ साथ अपनी हेल्थ का भी उतना ही ध्यान रखें।

#9. खाली टाइम रचनात्मकता में लगाएं

अब हमने आपको ऊपर वाली टिप में बताया कि आपको अपनी JEE की पढ़ाई के साथ-साथ बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना (10th Ke Baad JEE Ki Taiyari Kaise Kare) चाहिए। तो अब प्रश्न यह उठता है कि आप इस ब्रेक के दौरान क्या करेंगे। क्या आप इसे सोशल मीडिया पर बिताएंगे या दोस्तों के साथ मौज मस्ती करेंगे या कुछ और करेंगे। अब आप सोचेंगे कि हम आपको कहेंगे कि सोशल मीडिया गन्दी है या दोस्तों के साथ समय बिताना समय की बर्बादी है।

तो ऐसा कुछ नहीं है। आपको जिस चीज़ में आनंद आता है, आप वही करें लेकिन सही तरीके से। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको खाली समय में सोशल मीडिया देखनी है तो आप अपने काम के पेज को फॉलो करें, सही ग्रुप्स से जुड़ें। यदि आपको दोस्तों के साथ समय बिताना है तो दोस्त ऐसे चुने, जो आपको प्रोत्साहित करें और खुद भी वैसे ही हो। इसके अलावा आप चित्रकारी, प्रकृति के साथ समय बिताना, योग करना या कुछ अन्य रचनात्मक कार्य कर सकते हैं।

#10. इलेक्ट्रिक गैजेट्स का सदुपयोग करें

यह टिप भी कहीं ना कहीं ऊपर वाली टिप से जुड़ी हुई है लेकिन हमने इसे अलग से टिप में इसलिए शामिल किया क्योंकि आज के समय में यह हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गई है। ऐसे में इसके बारे में अलग से बताया जाना और आपको सही मार्गदर्शन देना भी उचित हो जाता है। आपके पास भी कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट होंगे। फिर चाहे वह मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, प्ले स्टेशन, टीवी इत्यादि कुछ भी हो।

अब आपको करना क्या है कि आपको इन इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का सही रूप में उपयोग करना सीखना होगा। आप टीवी पर क्या देख रहे हैं, मोबाइल में क्या स्क्रॉल कर रहे हैं, कंप्यूटर में किस चीज़ पर क्लिक कर रहे हैं या लैपटॉप में क्या डाउनलोड करने में लगे हुए हैं, यह सब आपकी आगे की दिशा को तय करता है। वह इसलिए क्योंकि हम जैसा देखते, सुनते और बोलते हैं, वैसे ही बनते चले जाते हैं।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 10वीं के बाद JEE को किस तरह से क्रैक (10th Ke Baad JEE Ki Taiyari Kaise Kare) किया जा सकता है, उसके बारे में हरेक जानकारी को विस्तार से देने का भरसक प्रयास किया है। इन सभी टिप्स में उस गोल्डन टिप को कतई ना भूलें कि आपको अपने लिए एक सही कोचिंग का चुनाव करना होगा।

अभी से ही यदि आपने मैट्रिक्स अकैडमी या एलन कोटा जैसे सही कोचिंग संस्थान का चुनाव अपनी JEE की तैयारी करने के लिए कर लिया तो यकीन मानिए बाकी सारा काम तो आपको कोचिंग से मिल रहे दिशा निर्देश और सही गाइडेंस से ही हो जाएगा।

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प्रश्न: क्या हम 10th के बाद jee का एग्जाम दे सकते हैं?

उत्तर: नहीं, आप 10th के बाद JEE का एग्जाम नहीं दे सकते हैं। इसके लिए आपको मान्यता प्राप्त विद्यालय से बारहवीं कक्षा में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।

प्रश्न: क्या मैं 10th के बाद jee दे सकता हूं?

उत्तर: नहीं, आप किसी भी हालत में अपनी 10th के बाद JEE का एग्जाम नहीं दे सकते हैं। उसके लिए आपका बारहवीं क्लास को पास करना आवश्यक है।

प्रश्न: कक्षा 10 से जेईई की तैयारी कैसे शुरू करें?

उत्तर: कक्षा 10 से जेईई की तैयारी शुरू करने के लिए हमने इस आर्टिकल में एक या दो नहीं बल्कि कुल 10 गोल्डन टिप दी है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: 10वीं में jee के लिए कितने प्रतिशत चाहिए?

उत्तर: JEE की परीक्षा देने के लिए दसवीं कक्षा में मिले अंकों का कोई महत्व नहीं है। इसके लिए बारहवीं कक्षा में मिले अंकों को ही मान्य माना जाता है।

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