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All About Matrix Pre Foundation Program (In Hindi) | SCAS

पहले के समय में लोग (Matrix Pre Foundation Program) अपनी बारहवीं कक्षा को पूरी करने के बाद Competitive Exams की तैयारी करना शुरू करते थे और इसके लिए एक से दो वर्ष का ड्रॉप लेते थे। कुछ चुनिंदा लोग ही होते थे जो सीधे बारहवीं के बाद ही JEE या NEET जैसे मुश्किल एग्जाम को पास कर देते थे या फिर यूँ कहें कि पहले इतना कॉम्पिटिशन नहीं था और ना ही पेपर का लेवल इतना हार्ड होता था।

आजकल तो लाखों बच्चे ना केवल इसकी परीक्षा में बैठते हैं बल्कि बहुत पहले से ही इसके लिए तैयारी करने लग जाते हैं। साथ ही पेपर का लेवल और कट ऑफ दोनों ही हर साल के साथ ऊपर बढ़ते जा (Matrix Pre Foundation Program In Hindi) रहे हैं। फिर लोग थोड़े स्मार्ट हुए और दसवीं के बाद से ही इसके लिए तैयारी करना शुरू कर दी ताकि उन्हें बारहवीं के बाद ड्रॉप ना करना पड़े या फिर कम से कम ड्रॉप करना पड़े। इसके लिए वे अपनी 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के साथ-साथ कोचिंग लेकर तैयारी करने लगे।

अब इन सभी के बीच यदि हम आपको बताये कि आप इनसे भी ज्यादा स्मार्ट काम कर सकते हैं और दसवीं के बाद ही क्यों उससे पहले भी तैयारी कर सकते हैं तो आप क्या (MHS Matrix Pre Foundation) कहेंगे!! आप जरुर ही यह कहेंगे कि आखिरकार आप या आपका बच्चा इतनी जल्दी कहाँ से तैयारी करेगा या फिर इसके लिए कौन सुविधा दे रहा है!! तो इसका उत्तर है मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम। जी हां, सही सुना आपने और आप इसी के बारे में ही तो जानने यहाँ आये हैं।

तो आज हम आपको मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के बारे में वह हरेक जानकारी देने वाले (MHS Pre Foundation) हैं जो आपके लिए जाननी जरुरी है। जो लोग सीकर में या उसके आसपास रहते हैं और उनके बच्चे या वे खुद आगे चल कर अपना भविष्य उज्जवल करना चाहते हैं तथा इसके लिए भारत के बेस्ट कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो इसके लिए सीकर का बेस्ट प्री फाउंडेशन प्रोग्राम (Sikar Ka Best Pre Foundation Program) जो कि मैट्रिक्स स्कूल के द्वारा करवाया जाता है, उसके बारे में जानना बहुत जरुरी हो जाता है।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम क्या है?

सबसे पहले हम बात करते हैं मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के बारे में और कैसे यह सामान्य स्कूल से अलग है। अब स्कूल के नाम से हम क्या जानते हैं? यही कि बच्चा जिस भी बोर्ड में है, फिर चाहे वह सीबीएसई बोर्ड हो या स्टेट बोर्ड या कोई और बोर्ड, उसमे भी हिंदी मीडियम हो या इंग्लिश मीडियम, उसके द्वारा भारत या राज्य सरकार के द्वारा जो कोर्स निर्धारित किया गया है और उसके अनुसार जो बुक्स है, वही वर्ष भर पढ़नी होती है। अपनी क्लास की बुक्स को पढ़ने या यूँ कहें कि रटने के अलावा बच्चा कुछ एक्स्ट्रा नहीं पढ़ता (Matrix Pre Foundation Program Kya Hai) है।

Matrix High School- Sikar Best School

Matrix High School- Sikar Best School

वहीं अब यदि बच्चे को इन बुक्स अर्थात अपनी क्लास के सिलेबस के साथ-साथ इन विषयों का एक्स्ट्रा ज्ञान भी दिया जाए ताकि उन्हें आगे के कॉम्पिटिशन के लिए तैयार किया जा सके तो यह सुनकर आपको कैसा लगेगा!! आज के ज़माने में ऐसा संभव है और यह मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के द्वारा ही हो पा रहा है। यहाँ तक कि सीकर में पहली बार प्री फाउंडेशन प्रोग्राम की नींव ही मैट्रिक्स हाई स्कूल के द्वारा रखी गयी (Best Pre Foundation Program In Sikar) थी। उनके द्वारा ही सीकर शहर में इसका कॉन्सेप्ट लाया गया था जिसे देखकर आज कई स्कूल इसमें कूद पड़े हैं।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के द्वारा ना केवल बच्चों को उसकी क्लास के विषयों का अच्छे से ज्ञान दिया जाता है बल्कि उसके आगे के भविष्य को देखते हुए एक्स्ट्रा कोचिंग दी जाती है और वो भी स्कूल में ही। इसके लिए उसे इस तरह से तैयार किया जाता है कि वह आगे चलकर स्टेट व नेशनल दोनों तरह की ही परीक्षाओं में बाकियों से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है। इससे उसके चयनित होने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है और वह होता भी है।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिरकार इतनी जल्दी बच्चे को इतना सब सिखाने या इसमें धकेलने की क्या जरुरत (Matrix Pre Foundation Program In Hindi) है? क्या इससे उसके ऊपर मानसिक दबाव नहीं बढ़ेगा या फिर उसे बाद में भी तो इसके लिए कोचिंग दिलवाई जा सकती है। तो आपके इन सभी प्रश्नों का उत्तर आपको नीचे मिलेगा।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम क्यों जरुरी है?

आप यह मत सोचिये कि मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के द्वारा बच्चों के ऊपर किसी तरह का दबाव डाला जाता है या वे मानसिक दबाव में रहते हैं। जब हमने निजी रूप से मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में पढ़ने वाले बच्चों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों से बात की तो हमें पता चला कि इसके लिए एक व्यवस्था बनायी गयी है। दरअसल जो बच्चा मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में एडमिशन लेता है, वह मानसिक दबाव में आने या परेशान होने की बजाये खुद को लकी समझता है कि उसे बाकियों की तुलना में कुछ ज्यादा सीखने को मिल रहा है।

वह जब अपनी हमउम्र के दोस्तों से मिलता है तो उसे उन सभी से ज्यादा (Matrix Pre Foundation Program Importance In Hindi) ज्ञान होता है और यही उसकी खुशी की प्रमुख वजह है। इसके साथ ही मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के द्वारा बच्चों के सोचने का नजरिया, प्रश्नों को हल करने का तरीका और तेज गति से काम करने की तकनीक सिखायी जाती है। इससे बच्चा कम समय में ज्यादा पढ़ पाता है और प्रश्नों को हल कर पाता है। अब किसी भी माता-पिता के लिए इससे बढ़कर क्या ही होगा कि उनका बच्चा तेज गति से आगे बढ़ रहा है और वो भी बिना किसी परेशानी के।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में किन-किन विषयों को पढ़ाया जाता है?

अब आपका अगला प्रश्न होगा कि आखिरकार मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में किस-किस तरह के विषयों को पढ़ाया जाता होगा। तो इसमें उन सभी विषयों को तो पढ़ाया ही जाता (Matrix Pre Foundation Program Subjects List है जो संबंधित बोर्ड के पाठ्यक्रम में होते हैं। इन सभी के अलावा जिन विषयों के बारे में एक्स्ट्रा पढ़ाया जाता है या यूँ कहें कि तैयारी करवायी जाती है, उनके नाम इस प्रकार हैं:

  • फिजिक्स
  • केमिस्ट्री
  • बायोलॉजी
  • मैथ्स
  • रीजनिंग

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के द्वारा मुख्य तौर पर इन विषयों को पढ़ाया जाता है क्योंकि आगे चल कर लगभग हर तरह के Competitive Exam में इन्हीं विषयों को ही लिया जाता है और उसी के अनुसार ही रैंकिंग निकाली जाती है। इसके अलावा भी समय-समय पर कुछ अन्य विषयों के बारे में जानकारी दी जाती है लेकिन प्रमुख विषय के तौर पर इन्हें ही पढ़ाया जाता है।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम कौन सी क्लास के लिए है?

अब आपका अगला प्रश्न होगा कि आखिरकार कौन सी कक्षा से आपका बच्चा या आप खुद मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में हिस्सा ले सकते हैं। तो ऐसे में हम आपको बता दें कि अभी के लिए मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम क्लास 6 से क्लास 10 के लिए है लेकिन जल्द ही इसे क्लास 5 से शुरू करने पर विचार चल रहा है। ऐसा केवल और केवल इसलिए हो रहा है क्योंकि इसकी प्रसिद्धि को देखते हुए पेरेंट्स के द्वारा इसे एक क्लास पहले से ही शुरू करवाने का दबाव बनाया जा रहा (Matrix Pre Foundation Program Classes) है।

अभी के लिए तो यदि आपको मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में एडमिशन लेना है या अपने बच्चे का दिलवाना है तो उसके लिए अलग से सुविधा क्लास 6 से ही शुरू होगी और उसके बाद क्लास 10 तक इसके बारे में पढ़ाया जाएगा। इसके बाद 11वीं कक्षा से बच्चों के द्वारा चुनी गयी स्ट्रीम के आधार पर उसकी तैयारी करवायी जाती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि जो बच्चा नॉन मेडिकल लेता है तो उसे JEE व इससे संबंधित परीक्षाओं की तैयारी करवायी जाती है तो मेडिकल स्ट्रीम लेने वाले बच्चों को नीट की तैयारी करवाई जाती है।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में कौन से एग्जाम की तैयारी करवाते हैं?

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के द्वारा बच्चों को आगे चल कर हर तरह के एग्जाम की तैयारी करवायी जाती है फिर चाहे वह अच्छा कॉलेज लेने से संबंधित हो या फिर स्कॉलरशिप से। इसके अलावा जो भी Competitive Exam होते हैं, उनके लिए बच्चों को तैयार किया जाता है। इनमें से कुछ प्रमुख एग्जाम के नाम (Matrix Pre Foundation Program Exam Preparation हैं:

  • JEE
  • NEET
  • NDA
  • NTSE
  • STSE
  • PRE-RMO
  • CA/CS
  • IMO
  • IJSO
  • IOQM
  • KVPY इत्यादि।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम की विशेषताएं

साथ ही आपको यह भी जान लेना चाहिए कि यदि आप मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में एडमिशन लेते हैं या अपने बच्चे का उसमे एडमिशन करवाने का सोच रहे हैं तो क्यों मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम सीकर का बेस्ट स्कूल माना जाएगा या फिर इसमें ऐसा क्या कुछ ख़ास है जो आपको कहीं और देखने को नहीं (Matrix Pre Foundation Program Speciality In Hindi) मिलेगा।

  • सबसे पहली और मुख्य बात तो यही है कि सीकर शहर में इस तरह के कॉन्सेप्ट को शुरू ही मैट्रिक्स हाई स्कूल ने किया था। इसके बाद कुछ अन्य स्कूल के द्वारा यह अपनाया गया लेकिन किसी ने भी अभी तक मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम की बराबरी नहीं की है। वो कहते हैं ना कि “ओल्ड इज गोल्ड”।
  • मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में पढ़ने वाले बच्चों की विंग या क्लासरूम मैट्रिक्स हाई स्कूल में पढ़ रहे बच्चों से अलग होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि उन्हें पूरी तरह से ही अलग विंग दी जाती है जहाँ वे क्लासरूम में ही रहकर नेक्स्ट लेवल की पढ़ाई कर रहे होते हैं।
  • मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के द्वारा बच्चों को क्लास में पढ़ाने के साथ-साथ वीडियो लेक्चर भी दिए जाते हैं। इसका फायदा यह होता है कि यदि बच्चे को क्लास में कुछ नहीं समझ में आया है तो वह वीडियो लेक्चर को देख सकता है।
  • बच्चों के लिए ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा क्लास 6th से ही अवेलेबल है। कहने का अर्थ यह हुआ कि मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में एडमिशन लेते ही आपका बच्चा Competitive Exam देने की फॉर्म में आ जाएगा।
  • मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में बच्चों को केवल ब्लैकबोर्ड या व्हाइटबोर्ड पर ही नहीं पढ़ाया जाता है बल्कि इसके लिए मॉडर्न डिजिटल सिस्टम का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कई तरह की कॉम्प्लेक्स या जटिल चीज़ों को बहुत ही आसानी से समझाया जा सकता है।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में पढ़ने के फायदे

यदि आप अपने बच्चे को मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में पढ़ाने का सोच रहे हैं तो इससे आपको क्या कुछ फायदा हो सकता है। तो इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब आपका बच्चा Competitive Exam देने की स्टेज पर पहुँचता है तो उस पर एकदम से सारा प्रेशर नहीं आता है क्योंकि वह इसके लिए बहुत पहले से ही तैयारी कर रहा होता (Matrix Pre Foundation Program Benefits In Hindi) है। 

कहने का अर्थ यह हुआ कि अब यदि उसे एकदम से ही 100 की 100 चीजें याद करके एग्जाम देना है तो वह ज्यादा मुश्किल होगा बजाये कि वह पहले से ही इन 100 चीज़ों के बारे में थोड़ा-थोड़ा करके पढ़ता आ रहा है और अब वह केवल उसकी रिविजन ही कर रहा है। इससे ना बस उसके ऊपर दबाव घटेगा बल्कि वह अपने समकक्ष छात्रों से ज्यादा तेज गति से वह प्रश्न हल कर पायेगा।

दूसरा फायदा यह है कि वह बोर्ड रिजल्ट या अपनी कक्षा में भी अच्छे अंक लेकर आता है। बहुत से पेरेंट्स यह सोचते हैं कि यदि वे अभी से ही अपने बच्चे को Competitive Exams की तैयारी करवाने के लिए मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में भेज देंगे तो इससे उसकी क्लास का या बोर्ड का रिजल्ट ख़राब हो सकता है लेकिन असलियत में होता इसका उल्टा है।

मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम में बच्चों को कुछ इस तरह से पढ़ाया जाता है जिससे कि बच्चे ना केवल अपनी क्लास या बोर्ड में टॉप करते हैं बल्कि Competitive Exam में भी अपना बेस्ट प्रदर्शन करके आते हैं। इसका साक्षात उदाहरण है मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के बच्चों का अभी रिलीज़ हुआ रिजल्ट और साथ ही उनकी तरह-तरह के प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की उपलब्धियां।

यहाँ देखे: मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम 2023 बोर्ड रिजल्ट

यह पहली बार नहीं है कि मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के बच्चों ने बोर्ड एग्जाम के साथ-साथ Competitive Exam में इतना बेहतर प्रदर्शन किया है बल्कि जब आप पिछले वर्षों के भी परिणाम देखेंगे तो आपको कुछ इसी तरह के ही परिणाम देखने को मिलेंगे।

निष्कर्ष

आज हमने मैट्रिक्स प्री फाउंडेशन प्रोग्राम के बारे में बहुत जानकारी ले ली है और आपने इसके बारे में कोर्स से लेकर फायदों के बारे में जान लिया है। तो यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि इस तरह की फैसिलिटी आज के समय में बहुत कम स्कूल में मिल रही है और यदि मिल भी रही है तो वहां बस पढ़ाने के नाम पर खानापूर्ति हो रही है।

ऐसे में जब हमने मैट्रिक्स स्कूल में पढ़ रहे बच्चों से इस प्री फाउंडेशन कोर्स (Matrix Pre Foundation Program) के बारे में पूछा और ऐसे बच्चों का आंकलन किया जो इस कोर्स से जुड़े हुए हैं तो हमें यह देखकर बहुत हैरानी हुई कि छठी या सातवीं क्लास में पढ़ रहे बच्चों को अभी से ही दूसरे स्कूल के 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ रहे छात्रों जितनी जानकारी थी। अब ज़रा आप ही सोचिये कि यदि छठी क्लास से ही बच्चों को भविष्य की तैयारी करवानी शुरू कर दी जाए तो बारहवीं तक तो वे इसमें पूरी तरह से पारंगत हो जाएंगे।

ऐसे में आपका बच्चा बारहवीं के बाद जब इंजीनियरिंग या मेडिकल के लिए आयोजित होने वाली IIT या NEET की परीक्षा में बैठेगा तो ना केवल उसका पहली बार में ही चयन हो जाएगा बल्कि वह इसमें बहुत अच्छे अंकों के साथ पास (MHS Matrix Pre Foundation) होगा। इससे उसे अपनी पसंद का कॉलेज और कोर्स पाने में बहुत मदद मिलेगी जो बहुत छात्रों का केवल सपना ही बनकर रह जाता है। इसी के साथ ही वह अन्य कई तरह के competitive exams में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर सकता है जो भविष्य के लिए उसका रिज्यूमे प्रभावी बनाने का काम करेगा।

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