स्टेट बोर्ड से CBSE बोर्ड में ट्रांसफर कैसे करें?
शिक्षा मानव जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चों को सबसे अच्छी शिक्षा मिलें। इसके चलते वो अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी स्कूल में प्रवेश दिलवाते हैं, लेकिन आज के समय में अधिकांश अभिभावक कार्यशील है, जिससे कई बच्चों के माता पिता का स्थानांतरण हो जाता हैं, कई बार पारिवारिक कारणों के चलते भी अभिभवकों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रवास करना पड़ता है। जिसकी वजह से बच्चों का स्कूल भी बदलना पड़ता हैं।
उपरोक्त परिस्थितियों के चलते अभिभावक अपने बच्चों का स्थानांतरण स्टेट बोर्ड से CBSE बोर्ड में करवाने का निर्णय लेते है। यह प्रकिया सरल एवं आसान होती है, लेकिन कब? जब आप CBSE गाइडलाइंड और प्रक्रियाओं का उचित पालन करते है। अगर आपके मन में भी ये सवाल है कि ट्रांसफर की प्रक्रिया क्या होगी, कौन से दस्तावेज़ जरूरी हैं, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आपके बच्चे का नया सफर बिना किसी परेशानी के शुरू हो सके। तो यह ब्लॉग आपके लिए है, यहाँ हमने विशेषज्ञों की राय के आधार पर आपके लिए स्टेप-बाय-स्टेप पूरी जानकारी उपलब्ध करवाई हैं।
स्टेट बोर्ड से CBSE में ट्रांसफर करने के लिए पात्रता मानदंड
अभिभावक अपने बच्चे को राज्य स्तरीय बोर्ड (State Board) से सीबीएसई बोर्ड (School) में स्थानांतरित करने से पहले आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपका बच्चा निम्न आवश्यक पात्रताओं को पूरा करता हैं या नहीं। यहां हमने स्कूल विशेषज्ञों और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की गाइडलाइंस के अनुसार अलग अलग कक्षाओं में पढ़ने वाले छात्रों के नियम भी विस्तृत रूप से बताएं है जो आपको बच्चे का स्थानांतरण करवाने में काफी मददगार साबित होंगे।
CBSE के स्थानांतरण संबंधित सामान्य पात्रता मानदंड
- आपके बच्चे ने पिछला शैक्षणिक वर्ष सफलतापूर्वक उत्तीर्ण कर लिया हो।
- स्थानांतरण आमतौर पर शैक्षणिक सत्र की शुरुआत में स्वीकार किए जाएंगे। (कुछ विशेष परिस्थितियों में सत्र के मध्य में भी स्थानांतरण स्वीकार कर लिए जाते हैं जैसे किसी बच्चे के अभिभावक केंद्र सरकार में कोई विशिष्ट कर्मचारी हैं और उनका Transfer हो गया हो तब)
- तब आप बच्चे को एक चालू सत्र में भी बोर्ड बदलवा सकते हो।
- आपका बच्चा CBSE की विभिन्न कक्षाओं के लिए निर्दिष्ट आयु सीमा की पात्रता पूरी करता हो।
- आवश्यक दस्तावेज जो स्थानांतरण के लिए जरूरी हैं (आगे विस्तृत रूप में) उपलब्ध करवाने जरूरी हैं।
CBSE बोर्ड में स्थानांतरण करवाने के अलग अलग कक्षाओं के लिए कुछ विशिष्ट पात्रता मानदंड
कक्षा 8 और 9 के लिए पात्रता मानदंड
- कक्षा 8 तक के विद्यार्थियों को CBSE स्कूल में प्रवेश राज्य सरकार के साधारण नियमों द्वारा दिए जाते हैं।
- कक्षा 9 में प्रवेश तब दिया जायेगा जब किसी विद्यार्थी ने कक्षा 8 CBSE बोर्ड या राज्य सरकार के अन्य किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से उत्तीर्ण कर ली हो। कक्षा 8 के अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों का CBSE बोर्ड की कक्षा 9 में प्रवेश नहीं हो सकता हैं।
कक्षा 10 के लिए पात्रता मानदंड
- कक्षा 10 में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी को CBSE, ICSE या राज्यों के अन्य किसी बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूल से कक्षा 9 के पाठ्यक्रम को नियमित रूप से पूरा किया हुआ होना चाहिए।
- विद्यार्थी को कक्षा 9 में उत्तीर्ण होना चाहिए। (न्यूनतम 33% अंक प्राप्त होने आवश्यक हैं)
कक्षा 11 के लिए पात्रता मानदंड
- अगर विद्यार्थी कक्षा 11 में अपना स्थानांतरण करवाना चाहता हैं, तो उसे कक्षा 10वीं CBSE, ICSE या राज्यों के अन्य मान्यता प्राप्त बोर्ड (जैसे RBSE) से संबद्ध स्कूल से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करने होंगे। (CBSE में ग्रेडिंग सिस्टम का प्रारूप जानें)
कक्षा 12 के लिए पात्रता मानदंड
- यदि कोई विद्यार्थी CBSE के अलावा किसी भी अन्य बोर्ड से है,तो कक्षा 12 में उसे स्थानांतरण के समय CBSE बोर्ड में प्रवेश नहीं दिया जा सकता हैं। (कुछ अत्यंत विशेष परिस्थितियों में प्रवेश दिया जा सकता है, लेकिन प्रामाणिक कारण प्रस्तुत करने पर ही)
2025 में CBSE स्कूल में प्रवेश लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
एक सफल स्थानांतरण के लिए आपके बच्चे के सभी दस्तावेज सही होना अत्यंत आवश्यक है। CBSE बोर्ड में स्थानांतरण (CBSE School) के लिए जरूरी दस्तावेजों की सूची नीचे दी गई हैं-
स्थानांतरण प्रमाण पत्र (TC)
यह जरूरी दस्तावेज आपके बच्चे की पिछली स्कूल द्वारा जारी किया जाता हैं,जिसमें बच्चे के नामांकन ओर शैक्षणिक विवरण का उल्लेख होता हैं।
पिछले स्कूल का रिपोर्ट कार्ड
इसमें आपके बच्चे की पूर्व कक्षाओं का सम्पूर्ण शैक्षणिक प्रदर्शन आधिकारिक आंकड़ों में लिखा जाता हैं। किसी भी CBSE स्कूल में प्रवेश लेने के लिए इस कार्ड को प्रदर्शन का आधार बनाया जाता हैं।
जन्म प्रमाण – पत्र
यह दस्तावेज आपके बच्चे के जन्म की तारीख का सत्यापन करता है। यह प्रमाण पत्र सीबीएसई के दिशा निर्देशों के अनुरूप होना आवश्यक है। सामान्यतः यह प्रमाण पत्र संबंधित सरकारी अधिकारी द्वारा जारी किया जाता हैं।
प्रवासन प्रमाण पत्र (Migration Certificate)
यह प्रमाण पत्र बच्चे के वर्तमान संबंधित राज्य बोर्ड, ICSE या अंतरराष्ट्रीय बोर्ड से CBSE में ट्रांसफर करवाने पर अत्यंत आवश्यक हैं।
जाति प्रमाण पत्र (Caste Certificate)
यह दस्तावेज SC, ST, OBC कैटेगरी के उन बच्चों के लिए लागू होता हैं जिन्हें आरक्षण का लाभ चाहिए।
आधार कार्ड या पहचान प्रमाण पत्र
CBSE बोर्ड में स्थानांतरण करवाने वाले बच्चे एवं अभिभावक दोनों के पहचान संबंधित दस्तावेज होना अनिवार्य होगा। सामान्यतः आधार कार्ड को स्वीकार कर लिया जाता हैं।
चिकित्सा प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो तो)
कुछ स्कूल CBSE बोर्ड में प्रवेश देने के लिए बच्चों के स्वास्थ्य संबंधित प्रमाण पत्र मांग सकते है। इसको बनवाने के लिए आप किसी अधिकृत सरकारी डॉक्टर या अस्पताल से संपर्क कर सकते हैं।
किस आधार पर स्थानांतरण करवाया जा रहा है उससे संबंधित प्रमाण पत्र
इस दस्तावेज के अंतर्गत वह प्रमाण पत्र सीबीएसई स्कूल को उपलब्ध करवाने अनिवार्य है, जिनके आधार पर आपका बच्चा स्टेट बोर्ड से CBSE बोर्ड में प्रवेश ले रहा है।
पासपोर्ट साइज़ फोटो
स्टेट बोर्ड से CBSE बोर्ड में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी की हाल ही की बनवाई हुई 3 से 5 फोटो अनिवार्य रूप से आवश्यक होती हैं।
वर्ष 2025 में State Board से CBSE Board में स्थानांतरण करवाने की प्रक्रिया
आज के समय में CBSE बोर्ड में स्थानांतरण (Transfer) करवाना कई छात्रों और अभिभावकों के लिए एक समझदारी भरा कदम है। वर्ष 2025 में CBSE शिक्षा प्रणाली और भी आधुनिक और छात्र-केंद्रित हो गई है, जिससे छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं (JEE, NEET आदि) की बेहतर तैयारी, और समान पाठ्यक्रम का लाभ मिलता है। यहाँ चरणबद्ध तरीके से पूरी प्रक्रिया आसान शब्दों में बताई गई हैं।
चरण 1
अपने स्थानीय क्षेत्र की CBSE माध्यम में संचालित स्कूलों की जानकारी इकठ्ठा करें। स्कूल चुनते समय आप निम्न महत्वपूर्ण कारकों का ध्यान रखें-
- स्कूल की प्रतिष्ठा और Ranking
- स्कूल में बच्चों के लिए उपलब्ध बुनियादी संसाधन
- स्कूल की वार्षिक फीस
- अध्ययन वर्ष के दौरान कौन कौनसी गतिविधियां बच्चों से करवाई जाएंगी
- घर से स्कूल की दूरी और बच्चे के लिए आवागमन के साधन
- बच्चे को स्कूल में प्रवेश (Admission) देने संबंधित नियम और शर्तें
- एक वार्षिक सत्र की समय सीमा
चरण 2
जब आप अपने क्षेत्र की CBSE माध्यम की स्थानीय स्कूलों की सूची बना लें, तब प्रवेश सम्बन्धित जानकारी लेने के लिए कैंपस विजिट करें या फिर उस प्रतिष्ठित स्कूल की वेबसाइट देखें। कुछ स्कूल ऑनलाइन आवेदन स्वीकार कर लेते हैं जबकि कुछ स्कूलों में व्यक्तिगत परामर्श लेना होता हैं। स्कूल कैंपस विजिट करते समय निम्न बातों के बारे में चर्चा करें
- कुछ स्कूलों में प्रवेश देने के लिए बच्चे से लिखित परीक्षा या साक्षात्कार (Interview) लिया जा सकता है, तो उसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेना।
- स्कूल की शुल्क संरचना (Fee Structure) शुल्क जमा करवाने की शर्ते।
- आपका बच्चा जिस कक्षा में प्रवेश लेना चाहता हैं उस कक्षा में उपलब्ध सीटें कितनी हैं।
- प्रवेश लेने के लिए आवेदन करने की समय सीमा।
चरण 3
स्टेट बोर्ड से सीबीएसई बोर्ड में स्थानांतरण करवाने के लिए निम्न दस्तावेजों को स्कूल के प्रवेश फॉर्म के साथ जमा करें।
- बच्चे के पिछले स्कूल द्वारा जारी स्थानांतरण प्रमाण पत्र (Transfer Certificate)
- पिछले वर्ष के समस्त शैक्षणिक रिकॉर्ड (सामान्यतः पिछली कक्षा की Marksheet)
- जन्म प्रमाण पत्र
- प्रवासन प्रमाण पत्र (Migration Certificate)
- स्कूल द्वारा मांगे जाने वाले आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, चिकित्सा प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, CBSE में ट्रांसफर करवाने का आधिकारिक कारण इत्यादि चयनित स्कूल के प्रवेश विभाग (Admission Department) को उपलब्ध करवाएं।
चरण 4
अभिभावक अपने बच्चे का स्थानांतरण करवाने के पश्चात् स्कूल का तय शुल्क जमा करवाएं और सीट मिली या नहीं इसकी पुष्टि ज़रूर करें।
Note:- एक बार बच्चे का स्थानांतरण करवा दें, तो प्रवेश शुल्क, वार्षिक शुल्क आदि की रसीद और अन्य सभी आवश्यक दस्तावेज सुरक्षित रखें। ताकि भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी से बचा जा सकें।
CBSE बोर्ड से स्कूली शिक्षा पूरी करने के फायदे
CBSE बोर्ड में पढ़ने वाले छात्रों को समान पाठ्यक्रम, कौशल-आधारित (Skill-Based) और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान का लाभ मिलता है। CBSE में विषयों की संरचना भी इस तरह से बनाई गई है कि छात्र केवल किताबों तक सीमित न रहें, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान (Practical Knowledge), समस्या-समाधान क्षमता (Problem Solving Skills) भी विकसित करें, जिससे उन्हें भविष्य में रोजगार मिलना सुनिश्चित होता हैं। आगे हम विस्तार से जानेंगे कि CBSE बोर्ड में विषय चुनने के कौन-कौन से प्रमुख लाभ हैं। इसके साथ ही, देश के लगभग हर राज्य और विदेशों में भी CBSE स्कूल मौजूद हैं, जिससे स्थानांतरण (Transfer) आसान हो जाता है।
एक समान पाठ्यक्रम (Syllabus) का होना
CBSE देशभर के विद्यार्थियों के लिए एक समान पाठ्यक्रम रखता हैं,जो भारत के सभी राज्यों के विद्यार्थियों के बीच एकरूपता और समानता सुनिश्चित करता है। इस बोर्ड से स्कूली शिक्षा पूरी करने वाला बच्चा भले ही दक्षिणी भारत के किसी राज्य का निवासी हो या उत्तरी भारत के किसी राज्य का सबको एक समान पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है।
प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुसार पाठ्यक्रम का होना
CBSE का स्कूली पाठ्यक्रम राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं, सरकारी नौकरियों के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के पाठ्यक्रम के अनुरूप होता हैं, जिसके कारण इन विद्यार्थियों को अन्य लाखों विद्यार्थियों की तुलना में बढ़त मिलती हैं। जैसे: JEE और NEET प्रवेश परीक्षाओं का पाठ्यक्रम CBSE के स्कूली पाठ्यक्रम के समान ही है।
देशभर के साथ विदेशों में भी मान्यता प्राप्त
CBSE बोर्ड को पूरे देश की प्रतिष्ठित कॉलेजों के साथ साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कॉलेजों में भी उच्च शिक्षा के लिए स्वीकार कर लिया जाता हैं।
समग्र शिक्षा (Overall Education) को बढ़ावा
CBSE बोर्ड सैद्धांतिक ज्ञान (Theory Knowledge) के अलावा विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा, उद्यमिता, रचनात्मक कौशल आधारित (स्किल्स बेस्ड) शिक्षा पर जोर देता है। जिससे विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिलता हैं। जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के रोजगार उन्मुख शिक्षा के उद्देश्य को बढ़ावा देता है।
आसानी से स्थानांतरण (Transfer) होना
चूंकि CBSE बोर्ड पूरे देश में फैले हुए हैं, इसलिए एक जगह से दूसरी जगह स्थानांतरण करवाना अन्य बोर्ड्स की तुलना में आसान होता हैं।
सीकर के स्थानीय क्षेत्र में शीर्ष CBSE स्कूल
2. Daffodils World School
3. Euro International School
4. Prince School, Sikar
5. CLC International School
6. Sanskar International School
7. Bhartiya Public School
8. Navjeevan School, Sikar
9. Dundlod Public School
10. Mody School
निष्कर्ष
राज्य बोर्डों की लचर और परम्परागत शिक्षा प्रणाली को छोड़कर आजकल विद्यार्थी CBSE बोर्ड स्कूल्स को वरीयता देने लगें हैं। इसके अलावा CBSE बोर्ड की और भी ख़ास बातें हैं। जैसे, बोर्ड परीक्षाओं में ज्यादा अंक पाने, देशभर की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं JEE, NEET के अनुसार CBSE का पाठयक्रम होने, रोज़गार तथा कौशल आधारित शिक्षा के फायदों को देखते हुए वर्तमान समय में तेजी से विद्यार्थी और अभिभावक CBSE बोर्ड की ओर रुख़ कर रहें हैं। यह अभिभावकों ओर विद्यार्थियों दोनों का ही समझदारी भरा फैसला है, क्योंकि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की शैक्षिक नीति अपने विद्यार्थियों को देश के अन्य लाखों विद्यार्थियों से आगे बढ़त बनाने में मदद करती हैं।
आप भी अपने बच्चे का स्थानांतरण राज्य बोर्ड से CBSE बोर्ड में करवाना चाहते हो तो यह एक आसान प्रक्रिया हो सकती हैं। सावधानीपूर्वक योजना, उचित दस्तावेज और समय पर आवेदन करने से आपका बच्चा सीबीएसई स्कूल में प्रवेश पा सकता है। चूंकि CBSE स्कूल में प्रवेश अत्यधिक प्रतिस्पर्धी हैं, इसलिए समय सीमा ओर इस ब्लॉग में लिखी आवश्यक तत्वों के बारे मे जानकारी रखना महत्वपूर्ण है।
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FAQs
राज्य बोर्ड से CBSE में स्थानांतरण करवाने पर आपके बच्चे को राष्ट्रीय स्तर की व्यापक और कौशल आधारित शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल सकता हैं। साथ ही CBSE बोर्ड को उच्च शिक्षा के लिए देशभर के सर्वोच्च विश्वविद्यालयों में स्वीकार कर लिया जाता हैं।
सीबीएसई की कक्षा 12 ने सीधे प्रवेश लेना आपके लिए सम्भव नहीं है। 12वीं बोर्ड में स्थानांतरण करवाने के लिए आपको कक्षा 11वीं में प्रवेश लेना होगा। जिन विद्यार्थियों के माता पिता राष्ट्रीय सेवाओं में कार्यरत हैं केवल उनके बच्चों को सीधे प्रवेश दिया जा सकता है, लेकिन उचित प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाने पर।
हां,लेकिन छात्र को CBSE से पात्रता प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा, पात्रता प्रमाण पत्र तभी जारी किया जाएगा जब विदेशी स्कूल का पाठयक्रम ओर परीक्षाएं सीबीएसई के पैटर्न अनुसार हो। साथ ही जिस सीबीएसई स्कूल में प्रवेश लिया जा रहा है,उसके प्रधानाचार्य को छात्र के सभी संबंधित दस्तावेज बोर्ड को प्रस्तुत करने होंगे।
नहीं, बोर्ड परीक्षा के लिए नाम सबमिट होने के बाद छात्र अपना स्कूल नहीं बदल सकते हैं। कुछ विशेष अपवाद स्वरूप परिस्थितियों में CBSE अध्यक्ष की अनुमति से चलते सत्र में भी स्कूल बदला जा सकता हैं लेकिन इस प्रकिया में भी बोर्ड नहीं बदला जाएगा।
CBSE स्कूल में स्थानांतरण करवाते समय कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता हैं,जैसे आपके क्षेत्र में CBSE स्कूल न होना, दस्तावेज संबंधित समस्या आना, आपके वर्तमान बोर्ड की कार्यप्रणाली सीबीएसई बोर्ड से एकदम अलग होना। अन्य चुनौतियां जानने के लिए आप हमारा ब्लॉग पढ़ सकते हैं।





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