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NEET Exam Pattern In Hindi | नीट परीक्षा पैटर्न 2024 | SCAS

देशभर के मेडिकल कॉलेज में छात्रों का प्रवेश करवाने के लिए नीट का एग्जाम आयोजित करवाया जाता (NEET Exam Pattern In Hindi) है। इससे पहले AIPMT व अन्य कई तरह के एग्जाम लिए जाते थे पिछले कुछ वर्षों से सभी तरह के एग्जाम को एक साथ करके नीट की परीक्षा ली जाती है। ऐसे में बहुत से छात्रों को नीट के बारे में इतनी जानकारी नहीं होती है और खासतौर पर नीट परीक्षा पैटर्न के बारे में बहुत छात्र आशंकित रहते हैं।

हम आपको पहले ही बता दें कि नीट एग्जाम का पैटर्न समय-समय पर बदला जा सकता (NEET Exam Details In Hindi) है और वो इसको आयोजित करवाने वाली एजेंसी पर निर्भर करता है। पिछली बार नीट परीक्षा पैटर्न को वर्ष 2021 में बदला गया था और उसके बाद से इसे ही माना गया है। ऐसे में आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ नीट परीक्षा पैटर्न 2024 के बारे में ही चर्चा करने वाले हैं।

आज के इस लेख को पढ़ कर ना केवल आपको नीट एग्जाम पैटर्न 2024 के बारे में लेटेस्ट अपडेट (Merits Of NEET Exam) मिलेगी बल्कि इसमें आपसे क्या कुछ पूछा जाता है, किस विषय पर कितने प्रश्न पूछे जाते हैं, उसके कितने अंक आपको मिलते हैं, इत्यादि हरेक चीज़ के बारे में जानकारी मिलेगी। तो आइये जाने नीट परीक्षा पैटर्न हिंदी में।

नीट परीक्षा पैटर्न 2024

नीट की परीक्षा को पहली बार वर्ष 2013 में आयोजित किया गया था। उसके अगले दो साल अर्थात वर्ष 2014 व 2015 में इसे सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर स्थगित कर दिया गया (NEET Exam Details In Hindi) था लेकिन फिर वर्ष 2016 से इसे लगातार आयोजित किया जा रहा है। अभी यदि आपको भारत के किसी भी सरकारी से लेकर निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाना है तो उसके लिए नीट की परीक्षा को उत्तीर्ण किया जाना बहुत ही जरुरी हो जाता है।

यदि आपने नीट परीक्षा को क्लियर नहीं किया हुआ (Who Conduct NEET Exam 2024) है तो आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में तो प्रवेश मिलेगा ही नहीं और यहाँ तक कि उच्च व प्रसिद्ध निजी मेडिकल कॉलेज में भी सामान्य प्रवेश नहीं मिलेगा। ऐसे में नीट की परीक्षा को पास करना बहुत ही जरुरी हो जाता है। तो यदि नीट की परीक्षा को पास करना है तो उसके पैटर्न को समझना भी बहुत जरुरी हो जाता है क्योंकि इसके बिना तो आप उसे किसी भी हालत में पास नहीं कर पाएंगे।

ऐसे में यदि आपको नीट एग्जाम पैटर्न (NEET Exam Pattern In Hindi) को समझना है तो उसके लिए आपको नीट की परीक्षा में पूछे जाने वाले विषय, उसका सिलेबस, उसके कुल प्रश्न, उसके अंक व समय के बारे में जानकारी होनी बहुत ही जरुरी हो जाती है। तो हम आपको नीट परीक्षा पैटर्न 2024 के बारे में सिलसिलेवार तरीके से हर चीज़ के ऊपर विस्तृत जानकारी देंगे। आइये समझें नीट एग्जाम पैटर्न 2024 के बारे में विस्तार से।

#1. नीट एग्जाम के विषय

सबसे पहले बात करते हैं नीट की परीक्षा में पूछे जाने वाले विषयों के बारे में। तो यहाँ आप यह जान लें कि नीट की परीक्षा आपके द्वारा बारहवीं कक्षा को मेडिकल स्ट्रीम से पास करने के बाद आयोजित करवायी जाती है। इसके लिए आपके पास अपनी 11वीं व 12वीं क्लास में मेडिकल स्ट्रीम का होना अनिवार्य है और उसी के साथ ही बारहवीं में आपके कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने जरुरी (NEET Exam Subjects 2024) हैं। हालाँकि आरक्षित वर्ग के छात्रों को इसमें कुछ छूट दी गयी है जो 40 प्रतिशत से 45 प्रतिशत के बीच की है।

नीट एग्जाम में आपसे आपके 11वीं व 12वीं विषय में पढाये गए तीन विषयों के ऊपर ही प्रश्न पूछे जाते (NEET Exam Details In Hindi) हैं। ऐसे में आपसे जिन तीन तरह के विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे वह इस प्रकार हैं:

  • फिजिक्स या भौतिक विज्ञान

नीट एग्जाम में सबसे पहले तो आपसे फिजिक्स सब्जेक्ट पर प्रश्न पूछे जाते हैं जिसे हम भौतिक विज्ञान के नाम से भी जानते हैं। इसमें आने वाले प्रश्न वही होंगे जो आपने अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई में पढ़े होंगे। नीट एग्जाम में पूछे गए कुल प्रश्नों में से फिजिक्स के प्रश्नों की संख्या 25 प्रतिशत की होती है।

  • केमिस्ट्री या रसायन शास्त्र

नीट एग्जाम का दूसरा सब्जेक्ट केमिस्ट्री होता है जिसे हम रसायन विज्ञान भी कहते हैं। इसमें केमिस्ट्री के तरह-तरह के फॉर्मूला, मेथड इत्यादि विषय पर प्रश्न पूछे जाते हैं। फिजिक्स की तरह ही केमिस्ट्री के प्रश्नों की संख्या भी नीट परीक्षा में 25 प्रतिशत की होती है।

  • बायोलॉजी या जीव विज्ञान

नीट एग्जाम का जो तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण विषय होता है वह होता है बायोलॉजी क्योंकि यही आपका नीट एग्जाम पास करवा सकता है। जितने प्रश्न फिजिक्स व केमिस्ट्री को मिलाकर पूछे जाते हैं, उतने अकेले बायोलॉजी से पूछे जाते हैं। वह इसलिए क्योंकि नीट परीक्षा में बायोलॉजी को दो भागों में तोड़कर प्रश्न पूछे जाते हैं, जो इस प्रकार है:

– जूलॉजी या प्राणी विज्ञान

इसे हम हिंदी में जंतु विज्ञान के नाम से भी जानते हैं जिसमें अलग-अलग तरह के जीव-जंतुओं और मनुष्यों के शरीर की प्रणाली पर प्रश्न पूछे जाते हैं। तो नीट एग्जाम का पैटर्न 25 प्रतिशत इसी पर ही निर्भर करता है अर्थात उसके 25 प्रतिशत प्रश्न इसी विषय पर ही पूछे जाएंगे।

– बॉटनी या वनस्पति विज्ञान

नीट एग्जाम के पैटर्न में जो अंतिम विषय होता है वह होता है बॉटनी जिसे हम वनस्पति विज्ञान भी कहते हैं। इसमें पूछे गए प्रश्नों की संख्या भी 25 प्रतिशत होती है जिसमें आपसे पेड़-पौधों के विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।

#2. नीट एग्जाम का सिलेबस

अब बात करते हैं नीट एग्जाम के सिलेबस की। तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आपकी 11वीं और 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय में जो भी सिलेबस आता (NEET Exam Syllabus 2024 In Hindi) है, वही आपसे नीट की परीक्षा में पूछे जाते हैं। इनके अलावा नीट में कोई भी प्रश्न इनके बाहर से नहीं पूछा जाता है। ऐसे में फिजिक्स केमिस्ट्री व बायोलॉजी के 11वीं और 12वीं कक्षा के विषय ही नीट एग्जाम का सिलेबस होता है।

ऐसे में आपसे जिन-जिन विषयों पर प्रश्न पूछे जा सकते (NEET Exam Pattern In Hindi) हैं या ऊपर बताये गए सब्जेक्ट में से जिन जिन विषय पर प्रश्न आ सकते हैं, उनकी सूची कुछ इस प्रकार है:

नीट एग्जाम में फिजिक्स का सिलेबस

नीट की परीक्षा में फिजिक्स विषय से जिन जिन अध्यायों या पाठ पर प्रश्न पूछे जा सकते (NEET Exam Physics Syllabus) हैं वे हैं:

  • Thermodynamics
  • गति के नियम या लॉ ऑफ मोशन
  • – Kinematics
  • करंट इलेक्ट्रिसिटी
  • एटम
  • इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स
  • ऑप्टिक्स
  • Gravitation
  • कार्य, ऊर्जा व शक्ति इत्यादि।

इनके अलावा जो भी अध्याय आपको फिजिक्स विषय में पढ़ाये जाएंगे, वे सभी ही नीट एग्जाम में आ सकते हैं। इसलिए आप अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई को बहुत ही ध्यान के साथ करें और फिजिक्स के हर चैप्टर को अच्छे से समझें।

नीट एग्जाम में केमिस्ट्री का सिलेबस

अब नीट के एग्जाम में केमिस्ट्री से भी वही अध्याय आते हैं जो आपने अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई में पढ़े (NEET Exam Chemistry Syllabus) होंगे। इनमें से कुछ प्रमुख विषय हैं:

  • हाइड्रोजन
  • हाइड्रोकार्बन
  • सॉलिड स्टेट
  • सलूशन या विलयन
  • Biomolecules
  • Equilibrium
  • P Block एलिमेंट्स
  • विद्युत रसायन
  • Polymers या बहुलक
  • एनवायर्नमेंटल केमिस्ट्री
  • सरफेस केमिस्ट्री इत्यादि।

फिजिक्स की तरह ही केमिस्ट्री के सभी तरह के अध्याय से प्रश्न नीट परीक्षा में पूछे जा सकते हैं जो आपने अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई में पढ़े होंगे।

नीट एग्जाम में बायोलॉजी का सिलेबस

अब करते हैं बात नीट एग्जाम के सबसे महत्वपूर्ण विषय के बारे में जो है बायोलॉजी जिसे हम जूलॉजी और बॉटनी दो भागो में तोड़कर देखते हैं। आपने भी अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई को इन दो अलग-अलग किताबों से पढ़ा (NEET Exam Biology Syllabus) होगा। ऐसे में इनमें कुछ इस तरह के विषय या अध्याय नीट एग्जाम के सिलेबस में आते हैं।

  • रिप्रोडक्शन या प्रजनन
  • आनुवांशिकी व विकास
  • मानव शरीर विज्ञान
  • कोशिका की सरंचना व कार्य
  • बायोलॉजी व ह्यूमन वेलफेयर
  • इकोलॉजी व एनवायरनमेंट
  • प्लांट फिजियोलॉजी
  • जैव प्रोद्योगिकी इत्यादि।

इसमें आपको जूलॉजी और बॉटनी में पढ़ाये जाने वाले हर तरह के अध्याय को बहुत ही बारीकी से पढ़ना होगा क्योंकि अकेले बायोलॉजी से ही आपकी नीट परीक्षा के 50 प्रतिशत प्रश्न और इतने ही अंक होंगे। ऐसे में 11वीं से ही बायोलॉजी को मन लगाकर पढ़ना शुरू कर देंगे तो बेहतर रहेगा।

#3. नीट एग्जाम के प्रश्न

अभी तक आपने नीट एग्जाम में किस किस विषय से प्रश्न पूछे जा सकते हैं और नीट का सिलेबस क्या कुछ होता है, इसके बारे में तो जान लिया है लेकिन उसमें किस विषय से कितने प्रश्न और किस पैटर्न में पूछे जाते हैं, इसके बारे में जाना जाना अभी बाकि है। ऐसे में नीट परीक्षा पैटर्न के अनुसार आपसे कुल 200 प्रश्न पूछे जाते हैं लेकिन उसमें से आपको केवल 180 प्रश्नों के उत्तर ही देने होते (NEET Exam Questions Pattern) हैं। अब यह 180 प्रश्न उन 200 में से नहीं चुनने होते हैं जबकि इनका चुनाव आपको उनके खंड के आधार पर करना होता है।

इन 200 में से हरेक विषय पर आपसे 50 प्रश्न पूछे जाते हैं। नीट में कुल 4 विषय होते हैं तो हरेक विषय के 50 प्रश्न को मिला लिया जाए तो कुल 200 प्रश्न हो जाते हैं। अब आपको उन 50 में से केवल 45 प्रश्नों के ही उत्तर देने होते हैं लेकिन इन्हें आप 50 में से किन्हीं 45 प्रश्नों को नहीं चुन सकते हैं। इसके लिए नीट परीक्षा पैटर्न बनाया गया है जिसमें प्रत्येक विषय के अनुसार दो खंड होते हैं जिन्हें खंड अ व खंड ब में बांटा गया होता है।

प्रत्येक विषय के खंड अ में कुल 35 प्रश्न होते हैं जिनके उत्तर देने जरुरी होते हैं अर्थात आपको इन 35 प्रश्नों को हल करना ही होता है और इन्हें आप छोड़ नहीं सकते हैं। वहीं प्रत्येक विषय के खंड ब में कुल 15 प्रश्न होते हैं जिनमें से आप किन्हीं 10 प्रश्नों के उत्तर देने के लिए स्वतंत्र होते (NEET Exam Question Paper Pattern) हैं जबकि अन्य 5 प्रश्नों को आप छोड़ सकते हैं। इसे आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं।

विषय

खंड अ

खंड ब

फिजिक्स 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
केमिस्ट्री 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
जूलॉजी 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
बॉटनी 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
कुल 140 प्रश्न (सभी जरुरी) 60 प्रश्न (40 जरुरी)

तो इस तरह से आपको इन 200 प्रश्नों में से कुल 180 प्रश्नों के ही उत्तर देने होते हैं लेकिन आपको यह प्रत्येक विषय के खंड ब में से चुनने होते हैं। खंड अ के सभी प्रश्न आपको हल करने होते हैं। हालाँकि यदि आपको कोई प्रश्न समझ नहीं आता है तो आप उसको छोड़ सकते हैं।

#4. नीट एग्जाम के नंबर

अब करते हैं नीट परीक्षा में मिलने वाले नंबर की बात। आखिरकार इन्हीं नंबर की बदौलत ही तो आप नीट एग्जाम को पास कर पाते हैं या उसमें चूक जाते हैं। तो नीट की परीक्षा में सभी विषयों से पूछे जाने वाले सभी प्रश्नों के उत्तरों के अंक एक समान ही रहते (NEET Exam Total Marks Subject Wise) हैं जो कि 4 है। ऐसे में यदि आप नीट एग्जाम में किसी प्रश्न का उत्तर देते हैं और यदि वह सही है तो उसके लिए आपको कुल 4 अंक मिलेंगे।

इसी तरह यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर देते हैं और यदि वह गलत उत्तर है तो उसके लिए आपका 1 अंक काट लिया जाएगा। वहीं यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर नहीं देते है तो उसके लिए आपको कोई अंक नहीं दिया जाएगा। आइये हर विषय के अनुसार नीट एग्जाम में कितने नंबर दिए जाते (NEET Exam Total Marks 2024) हैं, उसको समझ लेते हैं।

विषय

सही उत्तर के अंक गलत उत्तर के अंक कुल अंक अधिकतम अंक

न्यूनतम अंक

फिजिक्स +4 -1 180 +180 -45
केमिस्ट्री +4 -1 180 +180 -45
जूलॉजी +4 -1 180 +180 -45
बॉटनी +4 -1 180 +180 -45
कुल 720 +720 -180

इस तरह से यदि आप नीट की परीक्षा में बैठते हैं और आप सभी प्रश्नों के उत्तर देते हैं तो उसके लिए आपको अधिकतम अंक 720 मिल सकते हैं तो वहीं न्यूनतम अंक -180 आ सकते हैं।

#5. नीट एग्जाम का समय

अब यदि हम नीट एग्जाम पैटर्न के अनुसार उसको करने के लिए कुल समय की बात करें तो इसके लिए आपको 3 घंटे 20 मिनट का समय दिया जाता (NEET Exam Time Duration) है। एक तरह से आपको कुल 200 मिनट का समय नीट की परीक्षा को देने के लिए दिया जाता है। आप इन 200 मिनट में इन 180 प्रश्नों का उत्तर देने के लिए बाध्य होते हैं।

हालाँकि आपको परीक्षा शुरू होने से तुरंत पहले ही नीट परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचना होता है बल्कि उससे कम से कम एक घंटा पहले वहां पहुंचना होता है। वह इसलिए क्योंकि आपको सीधे एग्जाम हॉल में नहीं ले जाया जाता है बल्कि उससे पहले आपकी आईडी चेक की जाती (NEET Exam Timing 2024) है, आपकी एंट्री करवायी जाती है और अन्य डिटेल भरी जाती है। उसके बाद ही तय समय पर नीट परीक्षा शुरू करवायी जाती (NEET Exam Pattern In Hindi) है जिसे करने के लिए 3 घंटे 20 मिनट का समय होता है।

नीट एग्जाम कौन करवाता है?

अब आपको यह भी जान लेना (Who Conduct NEET Exam 2024) चाहिए कि आखिरकार किसके द्वारा नीट एग्जाम लिया जाता है। तो जब वर्ष 2013 में नीट एग्जाम शुरू किया गया था तब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा नीट एग्जाम लिया गया था। उसके बाद से भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय व मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा एक बोर्ड या एजेंसी गठित की गयी जो नीट एग्जाम करवाती है।

 इस एजेंसी को हम राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी या नेशनल टेस्टिंग एजेंसी / National Testing Agency के नाम से जानते हैं। इसे हम शोर्ट फॉर्म में NTA भी कह सकते (NEET Exam Kon Karwata Hai) हैं जिसके माध्यम से हर वर्ष नीट एग्जाम को लिया जाता है। हालाँकि इस पर नियंत्रण शिक्षा मंत्रालय और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का ही होता है जिनके द्वारा NTA में अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है। इन्हीं के ऊपर ही देशभर के मेडिकल कॉलेज में छात्रों के चयन का उत्तरदायित्व होता है।

नीट एग्जाम के फायदे

अब आपको नीट एग्जाम देने के क्या कुछ फायदे होते हैं या नीट एग्जाम की मेरिट के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए। वैसे तो नीट एग्जाम के द्वारा ही आप भारत के टॉप लेवल के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाते (Merits Of NEET Exam) हैं फिर चाहे वह सरकारी मेडिकल कॉलेज हो या फिर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज। हालाँकि यह आपके लिए किस तरह से फायदेमंद होता है या नीट एग्जाम देने के क्या कुछ लाभ हैं, आइये उन पर एक नज़र डाल लेते हैं।

  • पहले के समय में मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाना होता था तो उसके लिए हर राज्य के अपने मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट होते थे और साथ ही बड़े प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के अलग से टेस्ट होते थे। जब से नीट आया है तब से ही हर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश इसके माध्यम से होने लगा है।
  • अलग अलग टेस्ट देने पर आपको अलग अलग फीस का भुगतान करना होता था जबकि नीट एक ही बारी में होने वाला एग्जाम है जो देशभर में आयोजित करवाया जाता (NEET Exam Ke Fayde) है। ऐसे में आपको फीस भी एक बारी ही देनी होती है।
  • नीट के माध्यम से आपका चयन देश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में हो सकता है और आप अपने को मिले कुल अंकों के आधार पर कोई भी मेडिकल कॉलेज भर सकते हैं या उसके लिए आवेदन भेज सकते हैं।
  • नीट की परीक्षा केवल अंग्रेजी व हिंदी में ही नहीं बल्कि भारत की 9 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित करवायी जाती है। ऐसे में आप बिना किसी टेंशन के अपनी मातृभाषा में नीट एग्जाम दे सकते हैं।
  • यह हर वर्ष निर्बाध रूप से आयोजित होने वाली परीक्षा है और इसमें किसी तरह की देरी नहीं होती है क्योंकि हर वर्ष देशभर के सभी मेडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष के छात्रों की सीट इसी एग्जाम के माध्यम से ही भरी जाती है।

इस तरह से नीट की परीक्षा देने पर आपको कई तरह के फायदे देखने को मिलते हैं। हालाँकि बहुत से छात्र पहली बार में नीट में पास नहीं हो पाते हैं और यदि पास हो भी जाते हैं तो उन्हें अपनी पसंद का मेडिकल कॉलेज नहीं मिलता है तो वे दूसरे वर्ष नीट एग्जाम में फिर से बैठते (NEET Exam Pattern In Hindi) हैं।

यह बहुत हद्द तक इस पर भी निर्भर करता है कि आप नीट की कोचिंग किस इंस्टिट्यूट से ले रहे हैं। यदि आपको टॉप लेवल का इंस्टिट्यूट मिल जाता है तो फिर आपका पहले या दूसरे वर्ष में ही नीट में चयन हो जाता है। यदि आप सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेने का सोच रहे हैं तो उसके लिए मैट्रिक्स इंस्टिट्यूट सबसे बढ़िया है और यदि कोटा पढ़ने जाना है तो उसके लिए एलन इंस्टिट्यूट बेहतर रहेगा।

नीट परीक्षा पैटर्न 2024 – Related FAQs

प्रश्न: नीट 2024 का नया पैटर्न क्या है?

उत्तर: नीट 2024 में 200 प्रश्न पूछे जायेंगे जिसमें से 180 प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थी को देने होंगे और हर प्रश्न के सही होने पर 4 नंबर मिलेंगे बाकी की जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।

प्रश्न: नीट 2024 में कितने चैप्टर होते हैं?

उत्तर: नीट 2024 में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी से प्रश्न आयेंगे जिसके बारे में अधिक जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।

प्रश्न: नीट 2024 का पेपर कौन बनाएगा?

उत्तर: नीट 2024 का पेपर NTA द्वारा लिया जाएगा।

इन्हें भी पढ़ें:

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NEET Exam Kya Hota Hai | नीट एग्जाम क्या होता है? | SCAS

भारत देश में मेडिकल की पढ़ाई करनी है और उसके लिए अच्छे सरकारी या फिर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन चाहिए तो नीट की परीक्षा (NEET Exam Kya Hota Hai) देनी जरुरी हो जाती है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि यह नीट एग्जाम क्या होता है या फिर नीट एग्जाम क्या है। ऐसे में आज हम इस लेख के माध्यम से नीट की परीक्षा के बारे में ही बात करने वाले (NEET exam kya hai) हैं।

आज के इस लेख को पढ़ कर आपको नीट परीक्षा के बारे में सबकुछ पता चल जाएगा जैसे कि नीट एग्जाम किसलिये होता है, नीट एग्जाम कितनी बार दे सकते हैं (NEET exam kitni baar de sakte hai), नीट एग्जाम कैसे होता है, नीट एग्जाम कौन लेता है, उसका सिलेबस क्या है इत्यादि। इसे पढ़कर आपकी नीट के बारे में हरेक शंका का सरल समाधान हो जाएगा। तो आइये जाने नीट परीक्षा के बारे में।

नीट एग्जाम क्या होता है?

भारत देश में असंख्य कॉलेज व यूनिवर्सिटी है जिनमें इंजीनियरिंग से लेकर आर्किटेक्ट, मैनेजमेंट, डिज़ाइनर इत्यादि की पढ़ाई करवायी जाती है लेकिन मेडिकल कॉलेज आपको यूँ ही नहीं (NEET Exam Kya Hota Hai) दिखेंगे। ऐसे में यदि किसी शहर में मेडिकल कॉलेज है तो यह उस शहर के लिए गर्व की बात होती है क्योंकि मेडिकल कॉलेज को लाइसेंस बहुत ही मुश्किल से मिलता है। अब देशभर में जो भी मेडिकल कॉलेज है फिर चाहे वह सरकारी हो या निजी, इनमें आपको सीधे प्रवेश चाहिए तो उसके लिए नीट की परीक्षा को पास करना जरुरी होता है।

वैसे तो देशभर में कई तरह के मेडिकल कॉलेज हैं लेकिन यदि आपको टॉप के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश चाहिए और वो भी बिना डोनेशन के तो आपको नीट एग्जाम देना (NEET exam kya hai) होगा और उसमें पास होना होगा। एक तरह से कहा जाए तो नीट एग्जाम और कुछ नहीं बल्कि इन सभी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली एक परीक्षा है।

इस परीक्षा को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के द्वारा आयोजित करवाया जाता है। इसे हम शोर्ट फॉर्म में NTA भी कह सकते हैं जो भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन रहकर कार्य करती है। नीट के एग्जाम की घोषणा तो वर्ष 2012 में कर दी गयी थी लेकिन इसकी आधिकारिक शुरुआत वर्ष 2013 से हुई थी। इस परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को कुछ नियम व शर्तों का पालन करना होता है जिनमें प्रमुख अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई मेडिकल विषय में 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना है।

यह ऑनलाइन परीक्षा ना होकर ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाती (NEET exam kis liye hota h) है जिसे पेन व पेपर पर देना होता है। वर्ष 2016 से इसे लगातार हर वर्ष लिया जा रहा है ताकि मेडिकल कॉलेज में छात्रों को प्रथम वर्ष में प्रवेश दिया जा सके। इसके जरिये छात्रों को MBBS, BDS व AYUSH के तहत आने वाले विभिन्न कोर्स में पढ़ने का अवसर दिया जाता है। आइये इसके बारे में एक एक करके पूरी जानकारी ले लेते हैं।

नीट की फुल फॉर्म क्या है?

सबसे पहले तो हम नीट एग्जाम की फुल फॉर्म की बात कर लेते (NEET Full Form in Hindi) हैं क्योंकि बहुत से लोग इसे देना तो चाहते हैं लेकिन उन्हें इसकी फुल फॉर्म ही नहीं पता होती है। तो नीट अंग्रेजी भाषा का शब्द है जिसकी फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) होती है। हालाँकि इसका पूरा नाम नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (अंडरग्रेजुएट) / National Eligibility cum Entrance Test (Undergraduate / UG) होता है।

वहीं यदि हम नीट के हिंदी नाम की बात करें तो इसे हिंदी में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा कहा जाता है। वहीं यदि हमे अंडरग्रेजुएट शब्द भी जोड़ना है तो उसे हम यूँ का यूँ या फिर यूजी करके जोड़ सकते हैं। इसे राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी जिसे अंग्रेजी में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency / NTA) भी कहते हैं, के द्वारा भारतीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के साथ मिलकर आयोजित करवाया जाता है।

नीट परीक्षा का इतिहास

अब यदि आपको नीट एग्जाम देना है या इसके बारे में जानना है तो उसके लिए आपको इसके इतिहास के बारे में भी जानकारी होनी (NEET exam history in Hindi) चाहिए। तो आपने पहले कभी AIPMT परीक्षा का नाम तो सुना ही होगा और यदि नहीं सुना है तो आज हम आपको इसके बारे में बता देते हैं। दरअसल नीट परीक्षा तो एक तरह से वर्ष 2013 में शुरू हुई थी जिसे राष्ट्रीय स्तर पर लिया गया था लेकिन उससे पहले हर राज्य के द्वारा अपनी अलग-अलग AIPMT के एग्जाम लिए जाते थे तो वहीं कई बड़े मेडिकल कॉलेज अपने खुद के एग्जाम अलग से करवाते थे।

फिर वर्ष 2013 में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने नीट का एग्जाम लिया लेकिन इसके बाद के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर रोक लगा दी। इस कारण यह वर्ष 2014 व 2015 में नहीं लिया गया लेकिन फिर वर्ष 2016 से इसे फिर से लागू कर दिया गया। उसके बाद से भारत के लगभग हर प्रमुख मेडिकल कॉलेज फिर चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट, उसके लिए नीट के एग्जाम को मान्यता दे दी गयी और AIPMT को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

नीट एग्जाम किसलिये होता है?

अब आपका अगला प्रश्न (NEET exam kis liye hota h) होगा कि आखिरकार नीट एग्जाम लेने की क्या जरुरत थी या नीट एग्जाम किसलिये होता है। तो इसका उत्तर यह है कि नीट का एग्जाम देकर ही हमें हमारे भविष्य के डॉक्टर मिलते हैं फिर चाहे वह एलोपैथी के हो या आयुर्वेदिक या डेंटिस्ट या अन्य कोई डॉक्टर। डॉक्टर के हाथ में ही हमारे जीवन की बागडौर होती है और यदि उनका चयन ही सही से नहीं हो पाया तो देश का भविष्य अधर में लटक सकता है।

इसी को ध्यान में रखते हुए राज्यों के बीच हो रहे असंतुलन को देखते हुए भारत सरकार व मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने यह निर्णय लिया और नीट का कांसेप्ट आया। इसके तहत भारत देश में मेडिकल की तैयारी कर रहा और डॉक्टर बनने का इच्छुक हर छात्र नीट की परीक्षा में बैठ सकता है और उसे अच्छे अंकों के साथ पास कर एक अच्छे मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पा सकता है।

नीट एग्जाम कैसे होता है?

अब बात करते हैं नीट एग्जाम को देने के बारे (NEET exam kaise hota hai) में। तो बहुत से छात्र इस बात को लेकर शंका में रहते हैं कि नीट एग्जाम का पैटर्न कैसा होता है या फिर इसे किस तरह से दिया जाता है। ऐसे में यहाँ हम आपको पहले ही बता दें कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के द्वारा इसमें परिवर्तन किया जा सकता है लेकिन फिर भी अभी जो पैटर्न है, वह हम आपको बता देते हैं।

नीट की परीक्षा में कुल चार विषयों से 200 प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें एक पैटर्न के अनुसार आपको 180 प्रश्नों का उत्तर देना होता है। अब इसमें प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देने पर 4 अंक मिलते हैं और गलत उत्तर देने पर 1 अंक काट लिया जाता (NEET exam kya hota hai) है। नीट की परीक्षा में अधिकतम अंक 720 होते हैं जबकि न्यूनतम अंक -180 होते हैं। आइये जाने एक एक करके इन सभी के बारे में।

  • नीट एग्जाम के सब्जेक्ट

सबसे पहले हम नीट एग्जाम में आने वाले सब्जेक्ट के बारे में बात कर लेते हैं। नीट की परीक्षा में आपसे 4 विषयों पर प्रश्न पूछे (NEET exam subjects list) जाएंगे जिनके बारे में आपने अपनी 11वीं और 12वीं की कक्षा में पढ़ा होगा। तो यह चार विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी होते हैं। इसमें से बॉटनी व जूलॉजी को हम बायोलॉजी का ही पार्ट मानते हैं जिन्हें दो हिस्सों में तोड़कर पढ़ाया जाता है। 

  • नीट एग्जाम का पैटर्न

नीट के एग्जाम में कुल 200 प्रश्न आते हैं जिनमें से आपको केवल 180 प्रश्न के ही उत्तर देने होते (NEET exam ka pattern) हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप किसी भी 180 प्रश्न के उत्तर दे देंगे। यह पैटर्न वर्ष 2021 से अप्लाई किया गया है जिसके अनुसार प्रत्येक सब्जेक्ट से 50 प्रश्न पूछे जाते हैं। इन 50 प्रश्नों को दो सेक्शन A और B में बांटा गया होता है। A सेक्शन में 35 प्रश्न आते हैं जिनका उत्तर देना अनिवार्य है तो वहीं B सेक्शन में 15 प्रश्न आते हैं जिनमें से किन्हीं 10 के उत्तर देने होते (NEET exam kaise hota hai) हैं।

  • नीट एग्जाम देने का समय

अब बात करते हैं नीट एग्जाम देने के समय के बारे में अर्थात आपको नीट की परीक्षा देने के लिए कुल कितना समय मिलता (NEET exam time duration) है। तो इसके लिए आपको कुल 3 घंटे 20 मिनट अर्थात 200 मिनट का समय मिलता है। नीट की परीक्षा दोपहर में 2 बजे शुरू होती है और 5 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होती है। हालाँकि आपको परीक्षा शुरू होने से कम से कम एक घंटा पहले एग्जाम सेंटर पर पहुँच जाना होता है ताकि बाकि फॉर्मेलिटी पूरी की जा सके।

  • नीट एग्जाम के नंबर

नीट की परीक्षा में कुल 180 प्रश्न के उत्तर देने होते हैं और हरेक सही उत्तर के 4 अंक दिए जाते हैं। वहीं यदि आप किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते है तो आपका एक अंक माइनस में चला जाता (NEET exam marks criteria) है। वहीं आप किसी प्रश्न का उत्तर नहीं देते है तो उसके कोई भी अंक माइनस या प्लस में नही होते हैं। इस तरह से आपको नीट की परीक्षा में अधिकतम 720 अंक और न्यूनतम -180 अंक मिल सकते है।

नीट एग्जाम देने के पात्रता मानदंड

अब यदि आपको नीट की परीक्षा देनी है और उसके लिए पात्रता मानदंड या योग्यता के बारे में जानना है तो आज हम उसके बारे में भी बता देते (NEET exam eligibility in Hindi) हैं। दरअसल बहुत से लोगों को इसको लेकर सही जानकारी नहीं होती है जिस कारण उनका एक साल ख़राब हो जाता है। ऐसे में नीट परीक्षा देने के लिए जो जो योग्यताएं आपके अंदर होनी चाहिए, वह इस प्रकार हैं:

  • न्यूनतम आयु सीमा

अब यदि आपको नीट के एग्जाम में बैठना (NEET exam age limit) है तो उसके लिए आपकी आयु कम से कम 17 वर्ष होनी ही चाहिए। यदि आप 17 वर्ष की आयु से पहले ही बारहवीं पास कर लेते हैं तो भी आप नीट की परीक्षा नहीं दे सकते हैं। वहीं इसके लिए 17 वर्ष की आयु का पैमाना हर वर्ष 31 दिसंबर से आँका जाता है। उदाहरण के तौर पर यदि आप वर्ष 2024 के लिए नीट की परीक्षा में बैठ रहे हैं तो आपकी आयु 31 दिसंबर 2024 तक 17 वर्ष की हो जानी चाहिए।

  • अधिकतम आयु सीमा

अभी के लिए नीट की परीक्षा में बैठने के लिए अधिकतम आयु सीमा का कोई मानदंड नहीं है क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय के पास यह मामला लंबित (NEET exam age requirement) है। ऐसे में जब तक इस पर वहां से आदेश नहीं आ जाता है तब तक 17 वर्ष से ऊपर की आयु का कोई भी व्यक्ति अन्य मानदंडों को पूरा करते हुए नीट की परीक्षा में बैठ सकता है।

  • शैक्षणिक योग्यता

बहुत से छात्र इस योग्यता से चूक जाते हैं क्योंकि इसके लिए NTA ने बहुत ही कड़े मानदंड बनाये हुए है। पहले मानदंड के अनुसार सभी छात्र जो नीट की परीक्षा देना चाहते (NEET exam education qualification) हैं उन्हें अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई मेडिकल में या फिर नॉन मेडिकल बायोलॉजी के साथ करनी होगी। दूसरे मानदंड के अनुसार छात्र के बारहवीं कक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए। तीसरे मानदंड के अनुसार उसके फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी में भी अलग-अलग न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए।

हालाँकि यह 50 प्रतिशत अंक लाने का नियम जनरल वर्ग के छात्रों के लिए है। SC, ST व OBC वर्ग के छात्रों को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक चाहिए होते हैं। वहीं PDW छात्रों को न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक लाने होते हैं।

  • नागरिकता

नीट की परीक्षा में बैठने के लिए हर छात्र का भारतीय होना आवश्यक है। कोई भी छात्र जो विदेशी नागरिकता ले चुका है या विदेशी है तो उसे नीट की परीक्षा में नहीं बैठने दिया (NEET exam ke liye yogyata) जाएगा। इस तरह से यदि आप भारतीय नागरिक हैं तो ही आप नीट एग्जाम दे सकते हैं।

नीट एग्जाम कितनी बार दे सकते हैं?

अब जब आप यह जान चुके (NEET exam kitni baar de sakte hai) हैं कि नीट को देने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष है और अधिकतम आयु सीमा का मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित चल रहा है तो ऐसे में नीट एग्जाम कितनी बार दिया जा सकता है, यह प्रश्न उठाना स्वाभाविक है। ऐसे में आज हम आपको बता दें कि वर्तमान नियमों के अनुसार नीट की परीक्षा देने के लिए कोई लिमिट नहीं है और यह आप 17 वर्ष की आयु होने के बाद बाकि के सभी मानदंडों को पूरा करते हुए कितनी भी बार दे सकते हैं।

हालाँकि इस पर जैसे ही अधिकतम आयु सीमा का निर्णय सर्वोच्च न्यायालय से (NEET Exam Kya Hota Hai) आएगा तो इसकी भी एक लिमिट निर्धारित हो जाएगी। इसी के साथ ही कभी भी यह निर्णय भी लिया जा सकता है कि एक छात्र अपनी न्यूनतम व अधिकतम आयु सीमा के बीच में कितनी बार नीट की परीक्षा में बैठ सकता है लेकिन अभी इसके बारे में चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है।

नीट एग्जाम का सिलेबस

अब यदि आप नीट एग्जाम का सलेबस जानना चाहते हैं तो उसके लिए कोई अलग से सलेबस नहीं होता (NEET exam ka syllabus) है। वह इसलिए क्योंकि जो भी विषय और उसके अंतर्गत आने वाले सभी चैप्टर आपने अपनी 11 वीं और 12 वीं कक्षा में पढ़े हैं, उन्हें ही नीट की परीक्षा में आपसे पूछा जाता है। अब यह तो हमने आपको ऊपर ही बता दिया है कि नीट की परीक्षा में 4 विषय आते हैं जो फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी होते हैं।

ऐसे में आपके यह चारों विषय दोनों कक्षाओं में आये होंगे और उन दो वर्षों में आपने इन चारों विषयों में कई तरह के चैप्टर को पढ़ा होगा। तो आपने इस दौरान जो भी चैप्टर पढ़े हैं, उनमे से किसी पर भी यह 200 प्रश्न पूछे जा सकते हैं। इसलिए यदि आपको नीट का एग्जाम जल्द से जल्द और अच्छे अंकों के साथ पास करना है तो उसके लिए आपको 11वीं और 12वीं की पढ़ाई को सीरियस होकर पढ़ना (NEET Exam Kya Hota Hai) होगा।

वहीं आपको केवल 11वीं और 12वीं की पढ़ाई ही नहीं पढ़नी है बल्कि उसके साथ साथ नीट की अलग से तैयारी भी करने लग जाना है। इसके लिए भारत के लाखों बच्चे भारत के विभिन्न शहरों में कोचिंग लेने जाते हैं। नीट की तैयारी करवाने में दो शहर प्रमुख हैं जिनके नाम सीकर व कोटा है। ऐसे में सीकर का मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट (Matrix Academy) और कोटा की एलन अकैडमी नीट की तैयारी करवाने में पूरे देश में टॉप पर बने हुए हैं। ऐसे में आपको बिना देर किये अभी से ही नीट की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

नीट एग्जाम की अन्य जानकारी

अब जाते जाते आपको नीट एग्जाम के बारे में जो जानकारी रह गयी (NEET exam information in Hindi) है, इसके बारे में भी जानकारी दे देते हैं ताकि आपके मन में नीट को लेकर किसी प्रकार की शंका ना रहे।

  • नीट का एग्जाम एक वर्ष में एक बार ही आयोजित करवाया जाता है। ऐसे में यदि आपका उस वर्ष सलेक्शन नहीं हुआ है तो आपको अगले वर्ष होने वाली नीट की परीक्षा की अभी से ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
  • नीट को अंग्रेजी के साथ-साथ भारत की 9 अन्य भाषाओँ में भी आयोजित करवाया जाता (NEET exam language) है जो है: हिंदी, आसामी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, उड़िया, तमिल व तेलुगु।
  • जब नीट की परीक्षा की शुरुआत हुई थी अर्थात वर्ष 2013 में लगभग 6.5 लाख बच्चों ने इसकी परीक्षा दी थी। यदि हम हाल के ही वर्ष की बात करें तो वर्ष 2023 में 20 लाख से अधिक छात्र नीट के एग्जाम में बैठे थे।
  • नीट में जिन छात्रों का चयन हो जाता (NEET exam courses list) है उन्हें भारत में MBBS, BDS, BAMS, BUMS व BHMS इत्यादि मेडिकल कोर्स करने की अनुमति मिलती है।
  • इसके तहत भारत में हर वर्ष 1.7 लाख से ऊपर छात्रों का चयन किया जाता है जिन्हें देशभर के विभिन्न मेडिकल कॉलेज के विभिन्न कोर्स में प्रवेश मिलता है।

इस तरह से 20 लाख बच्चों में से नीट की परीक्षा में चयनित होने की संभावना जरुर ही 20 प्रतिशत के आसपास है लेकिन साथ ही इसमें रैंक भी बहुत मायने रखती (NEET Exam Kya Hota Hai) है। वह इसलिए क्योंकि यदि आप अच्छी रैंक लायेंगे तो आपका टॉप के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश होगा वहीं कम रैंक लाने पर आपको कॉलेज भी लो लेवल वाले ही मिलेंगे। ऐसे में बिना देर किये आज से ही नीट एग्जाम की जमकर तैयारी करना शुरू कर दीजिये।

नीट एग्जाम क्या होता है – Related FAQs

प्रश्न: नीट का एग्जाम देने से क्या बनते हैं?

उत्तर: नीट का एग्जाम देने से आपका भारत के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन होता है और आप एमबीबीएस, बीडीएस आदि कोर्स कर पाते हो।

प्रश्न: नीट में कितने सब्जेक्ट होते है?

उत्तर: नीट में 4 विषय होते हैं फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी।

प्रश्न: नीट के लिए 12वीं में कितने मार्क्स चाहिए?

उत्तर: नीट के लिए 12वीं कक्षा में जनरल कैटेगरी वालों को न्यूनतम 50 प्रतिशत और SC, ST व OBC वर्ग के छात्रों को न्यूनतम 40 प्रतिशत तो वहीं PDW छात्रों को न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक लाने होते हैं।

प्रश्न: नीट में कितने नंबर आने पर सरकारी कॉलेज मिलता है?

उत्तर: वैसे तो यह आंकड़ा कट ऑफ पर निर्धारित होता है लेकिन यदि आप जनरल वर्ग के छात्र हैं तो कम से कम आपके 620 अंक तो होने ही चाहिए।

प्रश्न: नीट का पेपर कौन सी भाषा में आता है?

उत्तर: नीट का पेपर अंग्रेजी के साथ-साथ भारत की 9 अन्य भाषाओँ में भी आयोजित करवाया जाता है जो है: हिंदी, आसामी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, उड़िया, तमिल व तेलुगु।

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Gurukripa or CLC Sikar | सीएलसी या गुरुकृपा सीकर | SCAS

सीकर शहर में एक नहीं बल्कि सैकड़ों कोचिंग इंस्टीट्यूट आईआईटी और नीट की तैयारी करवाने में दिन रात लगे हुए हैं। जिस प्रकार पहले पूरे भारतवर्ष में कोटा शहर का डंका बजता था, आज उसकी टक्कर में सीकर शहर भी आ खड़ा हुआ है। यह किसी और की बदौलत नहीं बल्कि सीकर शहर में चल रहे सैकड़ों इंस्टीट्यूट के कारण ही है जो दिन रात बच्चों का भविष्य बनाने के लिए मेहनत कर रहे हैं।

उन्हीं में से दो प्रसिद्ध इंस्टीट्यूट के नाम हैं सीएलसी और जीसीआई (Gurukripa or CLC Sikar) जिनका पूरे सीकर शहर में ही डंका बजता है। इसमें हम सीएलसी को करियर लाइन कोचिंग के नाम से जानते (CLC vs GCI Sikar) हैं तो वहीं जीसीआई को गुरुकृपा करियर इंस्टीट्यूट के नाम से। अब दिक्कत तब आती है जब हम भी आईआईटी और नीट की तैयारी करना चाहते हो लेकिन सीएलसी और जीसीआई में से कौन सा इंस्टीट्यूट ज्यादा बढ़िया है, यह पक्का नहीं हो पाता है।

अब नाम तो गुरुकृपा और करियर लाइन कोचिंग दोनों का ही प्रसिद्ध है लेकिन जब किसी एक को चुनने की बारी आती है तो हम मात खा जाते हैं। ऐसे में आज के इस लेख में हमने गुरुकृपा और सीएलसी के बीच एक तुलनात्मक अध्ययन किया है जिसके बारे में आपका जानना जरुरी है। तो आइये जाने सीएलसी और गुरुकृपा में से कौन सा बेहतर है जिसमें आपको जाना चाहिए।

जीसीआई या सीएलसी: कौन है बेहतर?

आप जब सीकर शहर में नीट और आईआईटी की कोचिंग लेने जाते (CLC vs GCI Sikar) हैं तो मन में एक अजीब सी बेचैनी होती है। वह इसलिए क्योंकि वहां पहले से ही लाखों छात्र आईआईटी और नीट की तैयारी करने में दिन रात लगे होते हैं जबकि सीट कुछ हज़ार ही होती है। ऐसे में जब आप वहां पहुँचते हैं और वहां अपने आसपास हजारों बच्चों को आईआईटी और नीट के exams के बारे में बात करते हुए और उनके question solve करते हुए देखते हैं तो मन में बेचैनी उठना लाजमी है।

आपके मन में यह बात आने लगती है कि क्या आपका आईआईटी और नीट की परीक्षा में चयन हो पायेगा या नहीं या आप केवल सीकर शहर में ही कोचिंग लेते रह जाएंगे। ऐसे में यदि आपको जल्द से जल्द आईआईटी और नीट की परीक्षा में अपना चयन करवाना है और बढ़िया कॉलेज में पढ़ने जाना है तो आपका मन तो पक्का होना जरुरी है ही लेकिन उसी के साथ ही एक सही इंस्टीट्यूट का चुनाव किया जाना भी बहुत मायने रखता है।

वह इसलिए क्योंकि एक सही इंस्टीट्यूट आपका सही दिशा में सही से मार्गदर्शन कर सकता है। वहां आपको सही ट्रेनिंग मिलती है, बेस्ट फैकल्टी से पढ़ने को मिलता है, अच्छे से एनालाइज किया हुआ कोर्स मिलता है। यह सभी चीजें मिलकर ही आपको तेजी से आगे बढ़ने और आईआईटी और नीट की परीक्षा में चयन करवाने में सहायता करती है। ऐसे में गुरुकृपा और सीएलसी दोनों ही बढ़िया इंस्टीट्यूट हैं लेकिन जब एक को चुनने की बारी आती है तो अवश्य ही हर किसी का शंका में पड़ जाना लाजमी है।

ऐसे में हमने भी आपकी इस परेशानी को समझा और इसके लिए JEE और NEET दोनों को अलग अलग कर जीसीआई और सीएलसी के बीच में तुलनात्मक अध्ययन किया। अब जेईई का एग्जाम अलग होता है जबकि नीट का एग्जाम अलग होता है। साथ ही दोनों की कोचिंग में भी बहुत फर्क देखने को मिलता है। तो आइये जाने गुरुकृपा और करियर लाइन कोचिंग का दोनों की ही कोचिंग में हाल।

JEE के लिए गुरुकृपा या सीएलसी: कौन है बेहतर?

अब अगर हम आईआईटी की बात करेंगे तो सीकर शहर में सबसे ज्यादा बच्चे इसी की कोचिंग लेने ही आते (CLC vs Gurukripa for JEE) हैं। दरअसल हर किसी की यह आशा होती है कि वह देश के टॉप लेवल के आईआईटी कॉलेज में प्रवेश पा लें और साथ ही अपने चुनिंदा कोर्स में। अब किसी किसी को अपने लेवल का IIT मिल भी जाता है लेकिन उसका उस इंजीनियरिंग कोर्स में चयन नहीं हो पाता है जिसमें वह लेना चाहता था। ऐसे में उसे ना चाहकर भी उसे छोड़ना पड़ता है।

तो इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है आपके द्वारा आईआईटी की परीक्षा में लिए गए नंबर और फॉर्म में कॉलेज व कोर्स को लेकर भरी गयी पसंद। ऐसे में यदि आपको सीकर शहर में गुरुकृपा या सीएलसी में से किसी एक इंस्टीट्यूट को आईआईटी की कोचिंग लेने के लिए चुनना है तो हम कहेंगे कि दोनों में कुछ ज्यादा अंतर नहीं है। वह इसलिए क्योंकि दोनों के ही बीच इसे लेकर कड़ी टक्कर देखने को मिलती है। कभी गुरुकृपा सीएलसी से आगे निकल जाता है तो कभी सीएलसी आगे हो जाता है।

यदि हम अभी की बात करें तो इस लिस्ट में सीएलसी गुरुकृपा से बेहतर कर रहा है। जब हमने सीकर के टॉप 5 आईआईटी इंस्टीट्यूट की लिस्ट देखी तो उसमें पाया कि करियर लाइन कोचिंग का स्थान पांचवें नंबर पर था जबकि गुरुकृपा उस लिस्ट में था ही नहीं। इसके बाद हमने सीकर के टॉप 10 सीएलसी इंस्टीट्यूट की लिस्ट खंगाली तो फिर हमें गुरुकृपा छठे स्थान पर नज़र आया। इस तरह से दोनों के बीच कुछ ज्यादा अंतर नहीं है और कभी सीएलसी छठे पर चला जाता है तो कभी गुरुकृपा पांचवें स्थान पर आ जाता है।

नीट के लिए गुरुकृपा या सीएलसी: कौन है बेहतर?

अब हमने आईआईटी की तो बात कर ली लेकिन जब नीट की कोचिंग देने की बात आती (Gurukripa vs CLC for NEET) है तो स्थितियां एकदम उलट जाती है। नीट की जो कोचिंग होती है वह सामान्यतया आईआईटी की कोचिंग से बहुत अलग और मुश्किल मानी जाती है। वह इसलिए क्योंकि यह भविष्य के डॉक्टर होते हैं और इन्हें ऐसे ही सेलेक्ट नहीं किया जा सकता है। इसके लिए उन्हें पहले नीट की बहुत ही मुश्किल परीक्षा से गुजरना होता है और उसके बाद अगले कई वर्षों तक कड़ी मेहनत करनी होती है।

ऐसे में जो गुरुकृपा सीएलसी से आईआईटी की कोचिंग देने में पिछड़ रहा था वही अब नीट की कोचिंग देने में उससे आगे निकल जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेने जा रहे हैं तो फिर आपको सीएलसी की बजाये जीसीआई को चुनना चाहिए क्योंकि वहां इसके लिए बेस्ट कोचिंग दी जाती है। ऐसे में हमने जब सीकर के टॉप 5 नीट इंस्टीट्यूट के बारे में रिसर्च की तो आश्चर्यजनक रूप में उसमें गुरुकृपा का स्थान दूसरा था।

ऐसे में यह कहना एकदम सही रहेगा कि आपको सीकर शहर में नीट की कोचिंग गुरुकृपा से बहुत सही मिलेगी और आपका सलेक्शन होने की संभावना भी बढ़ जाएगी। वहीं इस सूची में सीएलसी का स्थान पहले की तरह ही पांचवां था। ऐसे में आपको सीएलसी नीट की कोचिंग देने में गुरुकृपा से बहुत नीचे मिलेगा। तो आप आँख बंद करके सीएलसी की बजाये जीसीआई को नीट की कोचिंग देने के लिए चुन सकते हैं।

निष्कर्ष

यहाँ आपने जाना कि जीसीआई और सीएलसी में से आईआईटी और नीट की कोचिंग देने में अलग अलग रूप में कौन बेहतर है। जहाँ गुरुकृपा को नीट की कोचिंग देने में सीएलसी इंस्टीट्यूट से बेहतर माना गया तो वहीं सीएलसी में आईआईटी की कोचिंग जीसीआई से बेहतर रूप में दी जा रही है। हालाँकि आपने इसी के साथ ही यह भी जाना कि यह दोनों ही इंस्टीट्यूट सीकर शहर के नंबर एक इंस्टीट्यूट नहीं हैं और वहां कोई अन्य इंस्टीट्यूट आईआईटी और नीट की बेस्ट तैयारी करवा रहा है।

ऐसे में उस इंस्टीट्यूट के बारे में जानना भी आपका हक़ है ताकि आप उसी के अनुसार ही अपना निर्णय लेने में सक्षम हो सकें। तो सीकर के उस नंबर एक इंस्टीट्यूट का नाम है वहां का मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर (Matrix Academy Sikar)। अब आप सोच रहे होंगे कि यह मैट्रिक्स अकैडमी आईआईटी की बेस्ट तैयारी करवाती है या फिर नीट की। तो आपको जानकर आश्चर्य होगा कि आईआईटी और नीट दोनों की ही कोचिंग देने में मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट सीकर का टॉप लेवल का इंस्टीट्यूट बना हुआ है।

ऐसा मैट्रिक्स अकैडमी में वर्ल्ड क्लास सुविधाएँ, बेस्ट और अनुभवी फैकल्टी स्टाफ, जगह जगह डाउट सेंटर, छात्रों के लिए 365 दिन खुले रहने इत्यादि के कारण है। अब छात्रों को एक ही जगह सब तरह की सुविधाएँ और उत्तम मार्गदर्शन मिल रहा है तो अवश्य ही वहां का आईआईटी और नीट का रिजल्ट भी सबसे बेस्ट ही रहेगा। तो वैसा ही कुछ मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट के साथ है जो इसे सीकर का टॉप आईआईटी और नीट इंस्टीट्यूट बनाता है।

इसलिए यदि आपको चाहे IIT की तैयारी करनी हो या मेडिकल की, और उसके लिए आपको सीकर का बेस्ट इंस्टीट्यूट चुनना है तो मैट्रिक्स अकैडमी गुरुकृपा और करियर लाइन कोचिंग दोनों से ही बेहतर अकैडमी मानी जाती है। इसका परिणाम आप हर वर्ष आने वाले इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षाओं के परिणाम से भी देख सकते हैं जिसमें मैट्रिक्स में पढ़ रहे छात्र पूरे सीकर शहर में ही टॉप करते हैं। यहाँ तक कि वहां के बच्चे सबसे ज्यादा चयनित भी होते हैं। तो आपने इस बारे में क्या सोचा है? नीचे कमेंट करके हमें अवश्य बताइयेगा।

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Kota Suicide News Today in Hindi | कोटा स्टूडेंट्स सुसाइड | SCAS

कोटा को देश की कोचिंग सिटी कहा जाता था किन्तु अब यह कोचिंग सिटी के नाम से कम और छात्रों के सुसाइड पॉइंट के नाम से ज्यादा न्यूज़ में फेमस हो रहा (Kota Suicide News Today in Hindi) है। आये दिन किसी ना किसी छात्र के कोटा में सुसाइड करने के केसेज न्यूज़ में सुनने को मिल रहे हैं। माता-पिता बहुत ही उम्मीदों के साथ अपने प्यारे से बच्चे को कोटा भेजते (Suicides Rising in Kota) हैं और इसके लिए उन्हें बहुत खर्चा भी करना पड़ता है।

वहीं दूसरी ओर, एक छात्र भी अपने मन में कई तरह की जिज्ञासा लेकर घर से इतनी दूर कोचिंग सिटी कोटा में पढ़ने आता है ताकि उसका जल्द से जल्द देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी या कॉलेज में एडमिशन हो जाये। ताकि वह आगे चल कर अच्छी नौकरी कर (Kota Students Suicide) सके और अपना और अपने माता-पिता का भविष्य उज्जवल बना सके। ऐसे में आखिरकार इसकी क्या वजह है कि लगातार हमें यह केस सुनने में आ रहे हैं कि कोटा में फलाना छात्र ने इस कारण से सुसाइड कर लिया तो फलाना छात्र फंदे से लटकता हुआ मिला।

कोटा में छात्र क्यों कर रहे हैं सुसाइड?

अब कोटा किस चीज़ के लिए देशभर में इतना प्रसिद्ध है? सबसे पहले इसी को जानने की ही कोशिश करते हैं क्योंकि यदि हमने नब्ज पकड़ ली तो शायद यह पता चल जाये कि आखिरकार बच्चे कोटा में ही क्यों सुसाइड कर रहे (Kota Students Suicide) हैं। अब यह तो सभी को पता है कि कोटा में छात्र कोचिंग लेने जाते हैं लेकिन यह कोचिंग किस चीज़ की है। तो उसका जवाब है JEE और NEET की ताकि उनका देश के टॉप लेवल के IIT या मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हो सके।

अब क्या इस तरह की कोचिंग केवल कोटा में ही करवायी जाती है? यदि आप अपने शहर में या छोटे से कस्बे में भी जाएंगे तो वहां आपको JEE और NEET की तैयारी करवाने वाले दर्जनों इंस्टीट्यूट और कोचिंग संस्थान दिख जाएंगे। तो फिर आपके शहर या गाँव में कोचिंग ले रहे छात्र सुसाइड नहीं कर रहे हैं जबकि कोटा में कर रहे हैं, भला ऐसा क्यों है (Kota me suicide kyu ho rhe h)!!

अब कुछ लोग कहेंगे कि कोटा में देश के प्रतिष्ठित और टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं जहाँ से सबसे ज्यादा सलेक्शन IIT और NEET में हो रहे हैं। तो यह भी गलत है। हां, यह बात तो सही है कि आज कोटा देशभर में IIT और NEET की कोचिंग देने में टॉप पर आ चुका है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि भारत में किसी अन्य शहर में अच्छे इंस्टीट्यूट नहीं है या उसकी टक्कर में भी नहीं है।

अब कोटा राजस्थान शहर में है और हम कोटा के पास का ही राजस्थान का एक अन्य शहर सीकर ले लें तो यह आज के समय में कोटा को कड़ी टक्कर दे रहा है। जिस तरह से कोटा में एलन इंस्टीट्यूट का डंका बजता है तो उसी तरह से सीकर का मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट भी कम नहीं है। वहीं सीकर शहर के जैसे ही कोटा को टक्कर देने के लिए दिल्ली, हैदराबाद, जयपुर के इंस्टीट्यूट भी कम नहीं हैं। फिर कोटा में ही सुसाइड हो रहा है लेकिन अन्य शहरों में नहीं। आइये इसके कारणों के बारे में जान लेते हैं।

कोटा में क्यों बढ़ रही स्टूडेंट्स की खुदकुशी की घटना?

भारत के हर शहर और गाँव में IIT या नीट की कोचिंग दी जाती (Suicides Rising in Kota) है लेकिन वहां सुसाइड नहीं होते किन्तु कोटा में हर आये दिन कोई ना कोई छात्र फंदे से लटक कर ख़ुदकुशी कर लेता है या किसी ऊँची बिल्डिंग से छलांग मार जाता है या कुछ और। ऐसे में कोटा के स्टूडेंट्स ही खुदकुशी कर रहे हैं, कहीं और के नहीं, आइये इसके बारे में पता लगाया जाये और इसके कारणों पर गौर किया जाए।

  • कोटा का हाइप

कोटा में स्टूडेंट्स के खुदकुशी करने में जिस चीज़ की सबसे बड़ी भूमिका है वह है कोटा का हाइप हो जाना। अब पूरे देश के लोग यही मान बैठे हैं कि उनके बच्चे को कोटा से अच्छी कोचिंग कहीं और मिल ही नही सकती है। माना कि कोटा में छात्रों का सलेक्शन रेट बहुत ज्यादा है लेकिन आप यह भी तो देखिये कि वहां छात्रों की संख्या भी तो कितनी है।

साथ ही वहां ज्यादातर ऐसे छात्र भी आते हैं जो पढ़ाई को लेकर सीरियस होते हैं और इसी कारण उनका जल्दी सलेक्शन हो जाता है। किन्तु आपको भारत के अन्य शहरों में या अपने घर के पास के ही किसी इंस्टीट्यूट में ही अच्छी कोचिंग मिल सकती है, बस आपका सीरियस होना जरुरी है और किसी अच्छे इंस्टीट्यूट के बारे में सही रिसर्च किया जाना।

  • इंस्टीट्यूट का प्रेशर

अब यह कारण भी पहले वाले कारण से ही जुड़ा हुआ है। हम समझाते हैं कैसे, आप सभी के सामने जब भी कोटा का नाम आता है तो आपके मन में सबसे पहले यही आता है कि वह कोचिंग सिटी है जहाँ छात्र IIT और नीट की कोचिंग लेने के लिए जाते हैं। तो अब छात्र वहां जाकर पढ़ते कहाँ हैं? आपका उत्तर होगा कोटा में चल रहे सैकड़ों इंस्टीट्यूट में से किसी एक में।

ऐसे में कोटा के सभी इंस्टीट्यूट में एक दूसरे से आगे निकलने की एक होड़ सी मची हुई है। ऐसे में सभी इंस्टीट्यूट अपना रिजल्ट अच्छा दिखाने के लिए और दूसरे इंस्टीट्यूट से बेहतर दिखने के लिए अपने यहाँ पढ़ रहे छात्रों पर बहुत ज्यादा दबाव डालते हैं। अब कई छात्र ऐसे होते हैं जो इतने ज्यादा दबाव को झेल नहीं पाते हैं और आखिर में जाकर सुसाइड कर लेते हैं।

  • चारों और स्टूडेंट्स का होना

भारत देश में कोटा के अलावा भी कई कोचिंग सिटी है जहाँ पर JEE और NEET की बहुत अच्छी तैयरी करवायी जाती है। जैसे कि सीकर, दिल्ली, जयपुर, हैदराबाद इत्यादि। किन्तु कोटा के साथ दिक्कत यह है कि उनके पूरे शहर को ही कोचिंग सिटी में बदल कर रख दिया गया है। वहां आज के समय में दर्जनों या सैकड़ों नहीं बल्कि हजारों कोचिंग सेंटर खुल चुके हैं।

अब इतने कोचिंग सेंटर खुल गए हैं तो अवश्य ही वहां लाखों छात्र भी पढ़ रहे होंगे। साथ ही लोगों ने बड़े-बड़े हॉस्टल बना रखे हैं और इसी के साथ ही वहां का हर दूसरा घर पीजी की सुविधा देता है। ऐसे में आप कोटा में कहीं भी चले जाएं, वहां आपको आम लोग कम बल्कि IIT या NEET की कोचिंग ले रहे स्टूडेंट्स ज्यादा दिखेंगे। ऐसे में पूरा समय बस स्टूडेंट्स से घिरे रहने के कारण भी छात्र का दिमाग घुम जाता है।

  • तनाव दूर करने को कुछ नहीं

अब कोटा ने अपने शहर को स्टूडेंट्स के पढ़ने के लिए तो अच्छे से विकसित कर लिया लेकिन उन्हीं स्टूडेंट्स के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए रत्ती भर भी मेहनत नहीं की। ना इसके लिए कोटा के प्रशासन ने कुछ देखा, ना लोगों ने और ना वहां कोचिंग दे रहे हजारों इंस्टीट्यूट ने। बस सभी का उद्देश्य एक ही था कि किस तरह से स्टूडेंट्स को IIT और NEET की बेस्ट से बेस्ट कोचिंग दी जाए।

अब सभी का फोकस केवल कोचिंग देने पर ही है तो बाकि पर ध्यान किसका ही जाएगा। अब आप ही सोचिये कि हम भी एक ही काम दिन रात करके थक जाते हैं और दिमाग काम करना बंद कर देता है या थक जाता है। इस कारण हमें तनाव होने लगता है। अब यदि तनाव को दूर करने के लिए कुछ हो ही ना तो यह तनाव बढ़ता चला जाता है और डिप्रेशन का रूप ले लेता है। इसी डिप्रेशन में स्टूडेंट्स सुसाइड कर लेते हैं।

  • माता-पिता का नहीं समझना

कोटा में आज भी हजारों छात्र डिप्रेशन में दिन रात रह रहे हैं और पता नहीं कब वे कोई गलत कदम उठा लें। अब इनमें से बहुत से छात्र अपने माता-पिता को सीधा कह नहीं पाते हैं क्योंकि वे डरते हैं या हिचकिचाते हैं। कुछ कह भी देते हैं तो उनके माता-पिता समझते नहीं हैं या उन्हें कुछ और कहकर बहला फुसला देते हैं।

ऐसे में माता या पिता में से किसी एक का समझना बहुत ही ज्यादा जरुरी है। स्टूडेंट्स के पेरेंट्स अगर उन्हें समझेंगे और उसके लिए कुछ करेंगे तो बहुत कुछ बदल सकता है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि वे अपने बच्चे की पढ़ाई छुड़वा दें या उन्हें IIT और NEET की कोचिंग ना दें। क्या पता, आप उन्हें किसी अन्य अच्छे शहर या कोचिंग इंस्टीट्यूट में लगाकर IIT या NEET की कोचिंग दिलवा सकते हैं। इससे आपका काम भी बन जाएगा और आपका बच्चा भी बच जाएगा।

निष्कर्ष

सौ पते की एक बात, कोटा ही एकमात्र विकल्प नहीं है जहाँ जाकर आप अपना भविष्य बना सकते हैं। देशभर में ऐसे दर्जनों शहर में सैकड़ों इंस्टीट्यूट हैं जो कोटा के कई बड़े बड़े इंस्टीट्यूट से भी बेहतर रिजल्ट दे रहे हैं। जैसे कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि कोटा से बस कुछ दूर ही राजस्थान के एक अन्य शहर सीकर में मैट्रिक्स अकैडमी में बहुत ही अच्छी कोचिंग दी जाती है। आप वहां अपने बच्चे को भेजकर देख सकते हैं। ऐसे में निर्णय आपको ही लेना है और वो भी जल्द से जल्द।

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Gurukripa Vs Kautilya Sikar | गुरुकृपा या कौटिल्य सीकर | SCAS

क्या आप सीकर शहर में टॉप लेवल की अकैडमी के बारे में सर्च कर रहे हैं और उसमें आपके सामने गुरुकृपा और कौटिल्य (Gurukripa Vs Kautilya Sikar) का नाम आ रहा है!! या फिर आपके किसी दोस्त या परिचित ने आपको सीकर की इन दोनों अकैडमी में से किसी एक में एडमिशन लेने के लिए कहा है!! क्या आपको लगता है कि सीकर शहर में JEE और NEET की कोचिंग लेने के लिए यह दोनों अकैडमी बेस्ट है और इनसे बेस्ट कोई अन्य अकैडमी वहां है ही नहीं!!

ऐसे ही कई प्रश्न या शंकाओं का समाधान लेने तो आप यहाँ आये (Kautilya Vs Gurukripa Sikar) हैं। ऐसे में हम भी आपको निराश नहीं करेंगे और अच्छे से इस विषय में जानकारी देंगे। आज हम आपको सीकर में स्थित इन दोनों अकादमी जिन्हें हम गुरुकृपा या GCI के नाम से जानते हैं और कौटिल्य या फिर कौटिल्य IIT अकैडमी के नाम से जानते हैं, के बारे में जानकारी देने वाले हैं।

इतना ही नहीं, हम आपको यह भी (GCI Vs Kautilya Sikar) बताएँगे कि क्या यही दोनों ही सीकर में बेस्ट JEE और NEET अकैडमी है या इनके अलावा भी कोई ऐसी अकैडमी है जिसे सीकर की बेस्ट JEE और NEET अकैडमी कहा जा सकता है। ऐसे में आपको यह लेख बहुत ही ध्यान से पढ़ना होगा क्योंकि एक एक जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है।

कौटिल्य या गुरुकृपा सीकर में से किसे चुने?

जब कोई छात्र अपनी दसवीं कक्षा को पास कर लेता (Kautilya Vs Gurukripa Sikar) है और उसके बाद JEE और NEET की तैयारी करने का सोचता है तो उसके सामने सबसे बड़ी दुविधा यही होती है कि वह अपने लिए किस अकादमी को चुने। अब यह हाल केवल दसवीं कक्षा को पास किये हुए छात्रों का ही नहीं बल्कि 11वीं पढ़ चुके या बारहवीं पढ़ चुके छात्रों का भी होता है।

कुछ ऐसा ही हाल सीकर या उसके आसपास रह रहे छात्रों का भी (Kautilya Vs GCI Sikar) है और उन्हें यह समझ ही नहीं आता है कि कौन सी अकैडमी उनके लिए बेस्ट रहने वाली है। अब सीकर में तो एक से बढ़कर एक कोचिंग सेंटर है जिनमें गुरुकृपा और कौटिल्य का डंका बजता है तो दोनों में से किसे चुना जाए। या फिर इन दोनों से भी बढ़िया कोचिंग सेंटर सीकर में है या नहीं।

तो यहाँ हम आपके एक एक प्रश्न का उत्तर देने वाले हैं और आपको बताने वाले हैं कि यदि आपको दोनों में से किसी एक अकैडमी को चुनना हुआ तो आपको किसे चुनना चाहिए। आइये जाने कौटिल्य सीकर और गुरुकृपा सीकर में से कौन सही अकैडमी रहेगी।

JEE की कोचिंग के लिए कौन है बेहतर?

सबसे पहले बात करते हैं JEE की कोचिंग लेने के बारे में। वह इसलिए क्योंकि सीकर शहर में या कहीं और भी जो छात्र कोचिंग लेने के लिए आते हैं, उनमे से अधिकांश JEE की तैयारी करने के लिए ही आते हैं। ऐसे में आपको सीकर सहित भारत के अन्य शहरों में भी JEE से जुड़े कोचिंग सेंटर ज्यादा देखने को मिलेंगे जबकि NEET की कोचिंग के बहुत ही कम कोचिंग सेंटर होंगे।

तो अब यदि हम JEE की कोचिंग देने में कौटिल्य और गुरुकृपा के बीच में तुलना करें तो पाएंगे कि कौटिल्य इसमें बाजी मार जाता है। इसके कई कारण है जिसमें पहला और सबसे प्रमुख कारण तो यही है कि कौटिल्य का मुख्य फोकस ही JEE की परीक्षा पर है। कहने का मतलब यह हुआ कि कौटिल्य में नीट की तैयारी करवायी ही नहीं जाती है और वहां पूरा का पूरा फोकस JEE की तैयारी करवाने में ही रखा जाता है।

यही कारण है कि कौटिल्य अकैडमी ने JEE की तैयारी करवाने के लिए अपनी टॉप लेवल की फैकल्टी रखी हुई है। इस कारण यह सीकर शहर में टॉप 3 JEE कोचिंग सेंटर में आता है जबकि गुरुकृपा का स्थान टॉप 10 में से छठा है। ऐसे में कौटिल्य को सीकर शहर में JEE की तैयारी करवाने वाली बेस्ट अकैडमी में से एक माना जा सकता है।

वहीं गुरुकृपा भी कम नहीं है क्योंकि यहाँ भी JEE की कोचिंग देने में कोई कसर नहीं छोड़ी गयी है। यही कारण है कि यह सीकर के टॉप 10 JEE कोचिंग सेंटर में छठे स्थान पर बना हुआ है जो अपने आप में छोटी बात नहीं है।

NEET की कोचिंग देने में कौन है बेहतर?

अब जब हमने सीकर शहर में JEE की कोचिंग देने के मामले में कौटिल्य व गुरुकृपा के बीच में तुलना कर ली है और यह जान लिया है कि कौटिल्य इस मामले में गुरुकृपा से बहुत बेहतर है तो वहीं NEET की बात करने में यह तस्वीर बिल्कुल ही बदल जाती है।

वह इसलिए क्योंकि पहली बात तो कौटिल्य अकैडमी में तो केवल JEE की ही तैयारी करवायी जाती है और वहां NEET की कोचिंग दी ही नहीं जाती है। ऐसे में NEET की तैयारी करने में उसकी तुलना गुरुकृपा से की ही नहीं जा सकती है। वहीं दूसरी बात यह है कि पूरे सीकर शहर में जब NEET की कोचिंग लेने की बात आती है तो गुरुकृपा का उसमें डंका बजता है।

एक तरह से गुरुकृपा पूरे सीकर शहर में ही NEET की बेस्ट कोचिंग देने के लिए प्रसिद्ध है। यही कारण है कि हजारों छात्र यहाँ से NEET की कोचिंग ले चुके हैं या ले रहे हैं। हालाँकि यह भी सच है कि सीकर की ही एक अन्य अकैडमी जो NEET की भी कोचिंग देती है वह इस मामले में गुरुकृपा को पछाड़ देती है और उसे दूसरे स्थान पर धेकेल देती है।

तो इस तरह से गुरुकृपा सीकर की टॉप सेकंड लेवल की NEET अकैडमी मानी जाती है जबकि इस सूची में जो पहले नंबर की अकादमी है उसका नाम है सीकर की ही मैट्रिक्स अकैडमी। मैट्रिक्स अकैडमी ना केवल NEET की कोचिंग देने में पहले स्थान पर आती है बल्कि JEE में भी यह पहले स्थान पर बनी हुई है। ऐसे में आपका सीकर की टॉप मोस्ट अकैडमी की लिस्ट के बारे में जानना जरुरी हो जाता है।

सीकर की टॉप मोस्ट JEE और NEET अकैडमी की लिस्ट

जैसा कि आपने ऊपर ही जाना कि सीकर शहर में कौटिल्य और गुरुकृपा के बीच में तुलना की जाए तो JEE की कोचिंग देने में कौटिल्य बेहतर है तो वहीं NEET की कोचिंग देने में गुरुकृपा क्योंकि कौटिल्य में तो NEET की तैयारी करवाई ही नहीं जाती है। इसी के साथ ही आपने जाना कि JEE और NEET दोनों की ही कोचिंग देने में सीकर की ही मैट्रिक्स अकैडमी नंबर एक पर आती है।

ऐसे में यदि हम सीकर की टॉप 10 JEE और NEET की कोचिंग देने वाली अकैडमी की बात करें तो उसमें किस अकैडमी का नंबर पहले आता है और किसका बाद में, यह जानना भी तो जरुरी हो जात है। तो अब हम आपके सामने वही लिस्ट रखने जा रहे हैं:

रैंक 1. मैट्रिक्स JEE अकैडमी (Matrix IIT Sikar)

रैंक 2. एलन सीकर (Allen Sikar)

रैंक 3. कौटिल्य आईआईटी अकैडमी (Kautilya IIT Academy)

रैंक 4. पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer

रैंक 5. सीएलसी या Career Line Coaching

रैंक 6. जीसीआई या Gurukripa Career Institute

रैंक 7. आकाश इंस्टीट्यूट (Aakash Institute)

रैंक 8. मैक अकैडमी (Mach Academy)

रैंक 9. आयाम अकैडमी (Aayaam Academy)

रैंक 10. अन अकैडमी सेंटर सीकर (Unacademy Centre)

तो इस तरह से इस लिस्ट के माध्यम से आपने जाना कि जब JEE और NEET एग्जाम की तैयारी करवाने के लिए संयुक्त रूप से बात होती है तो उसमें मैट्रिक्स अकैडमी का नाम सबसे पहले नंबर पर आता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मैट्रिक्स ने पिछले कई वर्षों से अभूतपूर्व रिजल्ट दिए हैं जिसने केवल सीकर शहर का ही नहीं बल्कि पूरे राजस्थान प्रदेश का नाम रोशन किया है। मैट्रिक्स अकैडमी के कारण ही सीकर शहर JEE और NEET की कोचिंग कैपिटल कही जाने वाली कोटा सिटी को कड़ी टक्कर दे रहा है।

वहीं एलन का नाम तो आपने सुन ही रखा होगा। हालाँकि एलन की कोटा वाली ब्रांच पूरे भारत में प्रसिद्ध है लेकिन वहीं एलन सीकर शहर में मैट्रिक्स से मात खा जाता है और दूसरे नंबर पर खिसक जाता है। इसके बाद जाकर कौटिल्य और गुरुकृपा का नंबर आता है जिनके बीच कांटे की टक्कर बनी हुई है।

अब इस लिस्ट में गुरुकृपा तीसरे नंबर पर आता है तो वहीं कौटिल्य चौथे स्थान पर। वह इसलिए क्योंकि यहाँ हम JEE और NEET दोनों की ही तैयारी करवाने की बात कर रहे हैं और उसमें गुरुकृपा ना केवल दोनों की ही तैयारी करवाता है बल्कि नीट में दूसरे स्थान पर आता है तो वहीं JEE की तैयारी करवाने में छठे स्थान पर।

वहीं कौटिल्य केवल JEE की ही तैयारी करवाता है लेकिन उसमें उसका स्थान तीसरे नंबर का है। ऐसे में पूरे सीकर शहर में JEE और NEET की संयुक्त रूप से तैयारी करवाने की बात की जाएगी तो उसमें गुरुकृपा को ही कौटिल्य इंस्टीट्यूट की तुलना में ज्यादा बेहतर इंस्टीट्यूट कहा जाएगा किन्तु यदि केवल JEE की बात आएगी तो उसमें कौटिल्य निश्चित तौर पर गुरुकृपा से बेहतर विकल्प है।

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Matrix Vs CLC Sikar In Hindi | मैट्रिक्स या सीएलसी | SCAS

आज के समय में हजारों नहीं बल्कि लाखों छात्र आईआईटी व नीट की तैयारी करने में लगे हुए हैं। हर कोई चाहता है कि उनका देश के टॉप आईआईटी व नीट के कॉलेज में एडमिशन हो जाए लेकिन वहां सीट तो कुछ हज़ार ही होती है। ऐसे में उन सभी लाखों में से केवल कुछ हज़ार छात्र ही आईआईटी व नीट के टॉप कॉलेज में प्रवेश पाने में सफल हो पाते हैं। ऐसे में जो हार नहीं मानते, वे अगले वर्ष और फिर उससे अगले वर्ष भी मेहनत करते हैं।

किन्तु तब क्या हो जब कमी आपमें नहीं बल्कि आप जहाँ से आईआईटी व नीट की कोचिंग ले रहे हो, उसमें हो। कहने का मतलब यह हुआ कि यदि सही समय पर आपको सही कोचिंग और मार्गदर्शन मिले तो क्या पता आपका समय बच जाए और आप जल्दी ही आईआईटी व नीट के टॉप कॉलेज में प्रवेश कर जाएं। तो यही हाल सीकर में पढ़ रहे हजारों छात्रों का है जो वहां के दो टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूट जिनके नाम मैट्रिक्स अकैडमी और सीएलसी सीकर (Matrix Vs CLC Sikar In Hindi) है, उनमें से किसी एक को चुनने में होता है।

अब किसी को लगता है कि मैट्रिक्स सीकर का सबसे बढ़िया इंस्टीट्यूट है तो किसी को सीएलसी सीकर का टॉप लेवल का इंस्टीट्यूट लगता (Matrix or CLC Which is Better) है। तो ऐसे में सच्चाई क्या है, इसके बारे में पता लगाना जरुरी हो जाता है। तो आज हम आपके साथ इसी विषय पर ही बात करने वाले हैं और दोनों के बीच तुलनात्मक अध्ययन (CLC Sikar Vs Matrix Academy) करने वाले हैं। इस लेख को पढ़कर आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि सीकर में मैट्रिक्स अकैडमी टॉप का इंस्टीट्यूट है या फिर सीएलसी।

सीएलसी और मैट्रिक्स सीकर में से कौन बेहतर है?

दोनों ही इंस्टीट्यूट में आईआईटी व नीट की तैयारी करवायी जाती है और दोनों ही इंस्टीट्यूट एक दूसरे से बेहतर होने का दावा करते हैं। अब इसमें कौन सच बोल रहा है और कौन आधा सच, यही तो हमें पता लगाना है। क्या मैट्रिक्स अकैडमी ही सीकर की टॉप लेवल की अकैडमी है या फिर सीएलसी को इसमें बेस्ट माना जाना (CLC Sikar Vs Matrix Academy) चाहिए। तो आज हम एक एक करके दोनों के बीच ही तुलनात्मक अध्ययन करने वाले हैं।

इसी के साथ ही इस लेख के माध्यम से हम आपको यह भी (CLC Sikar Vs Matrix Sikar) बताएँगे कि पूरे सीकर शहर में कौन सी अकैडमी को सीकर की सबसे टॉप लेवल की आईआईटी व नीट अकैडमी माना जाता है। तो आइये एक एक करके मैट्रिक्स सीकर और सीएलसी सीकर दोनों के बारे में ही जानकारी ले लेते हैं।

सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी कैसी है?

तो अब बात करते हैं सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी की जहाँ पर आईआईटी व नीट दोनों की जमकर तैयारी करवायी जाती है। तो यहाँ आईआईटी की तैयारी तो कई वर्षों से करवायी जा रही है और नीट की तैयारी हाल के ही वर्ष में शुरू हुई है। पूरे सीकर शहर में मैट्रिक्स का नाम हर कोई जानता है क्योंकि इनके द्वारा केवल आईआईटी व नीट की तैयारी ही नहीं करवायी जाती है बल्कि ये बच्चों के सीबीएसई लेवल के स्कूल भी चलाते हैं और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की भी जमकर तैयारी करवाते हैं।

Matrix Coaching Center

Matrix Coaching Center

इसी के साथ ही मैट्रिक्स अकैडमी की एक और अच्छी बात यह है कि यहाँ पर बच्चों को आईआईटी व नीट के एग्जाम के लिए पहले से ही तैयार करना शुरू कर दिया जाता है और उसके लिए छात्रों को छठी कक्षा से ही फाउंडेशन कोर्स की सहायता से उसकी तैयारी करवायी जाती है। वहीं हर दिन के साथ मैट्रिक्स अकैडमी का आईआईटी व नीट की परीक्षाओं में रिजल्ट बढ़ता ही जा रहा है, जो अपने आप में एक उपलब्धि है। ऐसे में हम इसे सीकर की टॉप लेवल की आईआईटी व नीट अकैडमी कह सकते हैं।

सीएलसी सीकर कैसा है?

अब जब आपने मैट्रिक्स के बारे में इतनी जानकारी ले ली है तो आपको सीएलसी सीकर के बारे में भी जान लेना चाहिए। तो इसमें सीएलसी की फुल फॉर्म करियर लाइन कोचिंग होती है जो इस अकैडमी का पूरा नाम है। तो इस अकैडमी का नाम भी पूरे सीकर शहर में बहुत प्रसिद्ध है और बहुत से लोग इसके बारे में जानते हैं। हालाँकि सीएलसी सीकर ने अपनी अकैडमी केवल सीकर शहर में ही नहीं बल्कि भारत के अन्य शहरों में भी खोल रखी है।

CLC Sikar Review

CLC Sikar Review

तो वैसे तो सीएलसी सीकर के द्वारा भी छात्रों को आईआईटी व नीट की जमकर तैयारी करवायी जाती है लेकिन यहाँ का रिजल्ट वैसा नहीं आता है, जैसा मैट्रिक्स का आता है। मैट्रिक्स अकैडमी का रिजल्ट तो पूरे सीकर शहर में ही टॉप लेवल का है जबकि सीएलसी सीकर का रिजल्ट संतोषजनक होता है। सीकर में स्थित कई अन्य इंस्टीट्यूट जैसे कि एलन, प्रिंस इत्यादि सीएलसी सीकर से ऊपर आ जाते हैं।

सीकर में IIT की बेस्ट कोचिंग कौन देता है?

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आपको हम आज के लेख में यह तो बतायेंगे ही कि मैट्रिक्स अकैडमी और सीएलसी सीकर में से कौन सी अकैडमी आईआईटी व नीट की बेस्ट कोचिंग दे रही है लेकिन इसी के साथ ही आपको सीकर शहर की टॉप लेवल की अकैडमी के नाम भी बताएँगे। तो यहाँ हमने सीकर की टॉप 5 आईआईटी अकैडमी की एक लिस्ट बनायी है, जिस पर आपको नज़र डाल लेनी चाहिए।

रैंक 1. मैट्रिक्स JEE अकैडमी (Matrix IIT Sikar)

रैंक 2. एलन सीकर (Allen Sikar)

रैंक 3. कौटिल्य आईआईटी अकैडमी (Kautilya IIT Academy)

रैंक 4. पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer

रैंक 5. सीएलसी या Career Line Coaching

तो इस तरह से आप जान गए होंगे कि क्यों मैट्रिक्स अकैडमी की तुलना सीएलसी सीकर से तो क्या अन्य इंस्टीट्यूट से भी नहीं की जा सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मैट्रिक्स में पढ़ा रही फैकल्टी टॉप लेवल की है जिनका अनुभव और शिक्षा दोनों ही बाकि इंस्टीट्यूट की फैकल्टी की तुलना में बहुत बेहतर है। वहीं सीएलसी इस लिस्ट में पांचवें स्थान पर आती है जो बुरा नहीं है लेकिन मैट्रिक्स से तो बहुत कम हो जाता है।

सीकर में NEET की बेस्ट कोचिंग कौन देता है?

अब जब आपने सीकर की टॉप 5 आईआईटी अकैडमी के नाम जान लिए हैं तो नीट की अकैडमी के नाम जानना भी जरुरी हो जाता है। तो यहाँ एक फैक्टर हैरान करने वाला है और वह यह है कि मैट्रिक्स अकैडमी ने हाल के ही वर्षों में नीट की कोचिंग देनी शुरू की है लेकिन जिस तरह का रिजल्ट वहां के छात्रों ने दिया है, उसने IIT की तरह ही नीट में भी इसे टॉप लेवल की अकैडमी बना दिया है। ऐसे में सीकर की टॉप 5 नीट अकैडमी की लिस्ट इस प्रकार है:

रैंक 1. मैट्रिक्स नीट डिवीज़न (Matrix NEET Division)

रैंक 2. गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)

रैंक 3. एलन सीकर (Allen Sikar)

रैंक 4. पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer

रैंक 5. सीएलसी या Career Line Coaching

जब तक मैट्रिक्स ने नीट की कोचिंग देनी शुरू नहीं की थी तब तक गुरुकृपा और एलन के बीच में कड़ी टक्कर चल रही थी और सीएलसी सीकर तो इस सूची में चौथे स्थान पर था। लेकिन जब से मैट्रिक्स ने इसमें एंट्री मारी है तब से एलन और गुरुकृपा दूसरे तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं और सीएलसी सीकर तो पांचवें स्थान पर आ गया है।

तो इस बात में कोई दो राय नहीं है कि सीएलसी सीकर और मैट्रिक्स सीकर में से कौन सी अकैडमी सीकर की टॉप लेवल की अकादमी मानी जाएगी। इसमें मैट्रिक्स ही बढ़िया अकैडमी है और ना केवल बढ़िया बल्कि इसे सीकर की टॉप लेवल की और सबसे बेस्ट आईआईटी व नीट अकैडमी कहा जा सकता है।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि किस अकैडमी को सीकर की टॉप लेवल की अकैडमी होने का दर्जा प्राप्त है। मैट्रिक्स अकैडमी और सीएलसी सीकर में से टॉप लेवल की अकैडमी मैट्रिक्स ही कही जा सकती है। इसका एक मुख्य कारण है मैट्रिक्स का सीकर शहर में ही संस्थान है और उनका उसी पर ही फोकस है जबकि सीएलसी सीकर के भारत के अलग अलग शहरों में संस्थान है।

यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि मैट्रिक्स अकैडमी बस सीकर शहर में ही है और इसी कारण उनका पूरा फोकस अपनी सीकर वाली अकैडमी को बेस्ट से बेस्ट सुविधाएँ देने पर होता है। जबकि दूसरी ओर, सीएलसी अकैडमी के संस्थान केवल सीकर में ही नहीं बल्कि भारत के अन्य राज्यों और शहरों में भी है। ऐसे में उनका ध्यान केवल सीकर वाली सीएलसी अकैडमी पर ना होकर सभी तरह की ब्रांच पर होता है।

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Which is better CLC or Allen | सीएलसी या एलन | SCAS

एक समय पहले तक जब भी आईआईटी और नीट की कोचिंग लेने की बात होती थी तो उसमें केवल एक ही नाम सभी के सामने उभर कर आता था और वह था एलन इंस्टीट्यूट का नाम। एलन कोटा से पढ़ कर आज तक हजारों की संख्या में छात्रों ने अपना चयन देश की जानी मानी परीक्षा आईआईटी और नीट में करवाया है और अभी भी करवा रहे हैं। यही कारण है कि एलन ने अपना विस्तार करते हुए भारत के कई दूसरे शहरों में भी अपनी ब्रांच खोल दी है जिसमें से उनकी एक प्रमुख ब्रांच सीकर शहर में है।

कोटा के बाद सीकर शहर का नाम ही पूरे देशभर में आईआईटी और नीट की कोचिंग देने में सामने आता है। हर दिन के साथ सीकर शहर के विभिन्न इंस्टीट्यूट में पढ़ रहे बच्चों का आईआईटी और नीट की परीक्षा में होते चयन ने भी सभी का ध्यान अपनी और खींचा है। ऐसे में कोटा की तरह ही सीकर में भी देखते ही देखते आईआईटी और नीट की कोचिंग देने के लिए कई इंस्टीट्यूट उठ खड़े हुए हैं जिनमें से एक प्रमुख इंस्टीट्यूट का नाम सीएलसी (Which is better CLC or Allen) है।

कुछ ही वर्षों में सीएलसी ने अपने आप को इतना प्रसिद्ध कर लिया है कि अब सीकर शहर में उसकी तुलना एलन (Allen Sikar Vs CLC Sikar) से होने लगी है। तो ऐसे में यदि आप भी यह सोच कर चिंतित हैं कि एलन सीकर और सीएलसी सीकर में से आपके लिए कौन सा इंस्टीट्यूट आईआईटी और नीट की तैयारी करवाने के लिए बढ़िया रहने वाला (Allen Vs Career Line Coaching Sikar) है तो आज हम उसी के बारे में ही बात करने वाले हैं। आइये जाने सीएलसी सीकर और एलन सीकर में से कौन सा इंस्टीट्यूट बढ़िया है।

एलन सीकर या सीएलसी सीकर: कौन है बेहतर?

अब यदि दो इंस्टीट्यूट को आपस में compare किया जाता है तो वह किसी एक पैमाने पर ना होकर कई तरह के पैमानों पर होता है। तो यदि आप यह जानना चाह रहे हैं कि एलन सीकर और सीएलसी सीकर में से कौन सा इंस्टीट्यूट आईआईटी और नीट की बढ़िया कोचिंग दे रहा (Allen Sikar Vs CLC Sikar) है और किस कोचिंग सेंटर में पढ़े छात्र ज्यादा बेहतर परीक्षा परिणाम लेकर आ रहे हैं तो उससे पहले दोनों के बीच में कई तरह के मापदंडों को लेकर तुलना हो जानी चाहिए।

वह इसलिए क्योंकि कोई कोचिंग सेंटर किसी चीज़ में बढ़िया होता है तो दूसरा किसी अन्य चीज़ में। ऐसे में हमने एलन सीकर और सीएलसी सीकर के बीच में इसी का अध्ययन किया (CLC Sikar Vs Allen Sikar) है और उसे हमने 5 भागों में विभाजित किया है ताकि आपको दोनों के बारे में ही बेहतर तरीके से आईडिया हो जाए।

1. आईआईटी और नीट का कोर्स

सबसे पहले हम बात करते हैं आईआईटी और नीट की तैयारी करवाने के लिए कोर्स स्ट्रक्चर की। तो इसके लिए एलन सीकर को तो ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी क्योंकि यह वर्षों से ही अपना काम कर रही है और इनका कोर्स स्ट्रक्चर भी पहले से ही बना हुआ है। इसी कोर्स स्ट्रक्चर के बलबूते ही उन्होंने अपनी कोटा वाली ब्रांच को देश की नंबर एक ब्रांच बना रखा है और उसी कोर्स स्ट्रक्चर को ही वे सीकर शहर में भी फॉलो करते हैं।

हालाँकि सीएलसी सीकर ने भी इसमें बहुत मेहनत की है और उन्होंने आईआईटी और नीट के कोर्स को डिजाईन करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। फिर भी यदि हम दोनों के कोर्स स्ट्रक्चर की बात करें तो निश्चित तौर पर इसमें एलन इंस्टीट्यूट बाजी मार जाता है। इसका मुख्य कारण है उनके पास पहले ही मजबूत कोर्स स्ट्रक्चर व नोट्स का होना जिनका इस्तेमाल वे अपनी तरह तरह की ब्रांच में कर रहे हैं।

2. क्लास का शेड्यूल

अब क्लास के शेड्यूल में सीकर शहर में सीएलसी इंस्टीट्यूट एलन से बढ़िया माना जाता है क्योंकि वहां क्लास को कुछ इस तरह से फिक्स किया गया है या उनका टाइम टेबल कुछ इस तरह से डिजाईन किया गया है जिससे छात्र को वहां पढ़ने में कोई दिक्कत ना हो। कहने का मतलब यह हुआ कि सीएलसी इंस्टीट्यूट ने क्लास का शेड्यूल बनाने में छात्रों की सुविधा और उनकी availability का खासतौर पर ध्यान रखा है।

वहीं यदि हम एलन सीकर की बात करें तो वह अपने हाई स्टैण्डर्ड को मेन्टेन करने के लिए छात्रों पर अनावश्यक दबाव बनाता है। ऐसे में वह कोटा जैसा माहौल देने के लिए क्लास का शेड्यूल भी उसके जैसा बना देता है जो सीकर में पढ़ रहे छात्रों के लिए सही नहीं रहता है।

3. इंस्टीट्यूट का माहौल

अब यदि हम एलन व सीएलसी सीकर के एनवायरनमेंट अर्थात माहौल की बात करें जिसमें स्टडी का एनवायरनमेंट, घर जैसा माहौल, आसपास के छात्रों का व्यवहार इत्यादि आते हैं तो इसमें कुछ ज्यादा अंतर नज़र नहीं आता है। दोनों ही इंस्टीट्यूट में पढ़ने का अनुकूल माहौल है और हर छात्र को पढ़ने के लिए सभी तरह की सुविधा दी गयी है।

इसके लिए दोनों ही इंस्टीट्यूट में समय समय पर डाउट क्लीयरिंग सेशन होते रहते हैं और उसके लिए छात्रों का फीडबैक भी लिया जाता रहता है। उसी के अनुसार ही आगे काम किया जाता है और कोर्स मैटेरियल को भी सुधारा जाता है। ऐसे में अगर हम स्टडी एनवायरनमेंट की बात करें तो उसमें एलन भी एक बढ़िया इंस्टीट्यूट माना जाता है और सीएलसी सीकर भी।

4. टेस्ट सीरीज

यदि छात्रों को जल्द से जल्द अपना सलेक्शन आईआईटी और नीट में करवाना है तो उसके लिए समय समय पर टेस्ट दिया जाना बहुत जरूरी होता है। अब कौन सा इंस्टीट्यूट कितनी बेहतर टेस्ट सीरीज बनाता है, उसके लिए एग्जाम कैसे कंडक्ट करवाता है और उसका रिजल्ट कितनी देर में देता है और फिर उसके बाद छात्रों के डाउट को किस तरह से सोल्व करता है, यह भी बहुत मायने रखता है।

ऐसे में एलन सीकर का रिकॉर्ड इस क्षेत्र में सीएलसी सीकर से बढ़िया रहता है और वहां बच्चों को बेहतर टेस्ट सीरीज दी जाती है। यही कारण है कि वहां समय समय पर छात्रों के टेस्ट होते रहते हैं और उन्हें अपने आप को परखने का मौका मिलता है। वहीं सीएलसी सीकर भी इसमें लगातार मेहनत कर रहा है और अपनी टेस्ट सीरीज को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है।

5. आईआईटी और नीट का रिजल्ट

अंत में बात आती है दोनों ही कोचिंग सेंटर में पढ़ रहे छात्रों के आईआईटी और नीट की परीक्षा में सफल होने की या उनके परीक्षा परिणाम की। तो इसमें निश्चित तौर पर एलन सीएलसी सीकर से बाजी मार जाता है और वहां के छात्र आईआईटी और नीट दोनों ही परीक्षाओं में पूरे सीकर शहर में टॉप बच्चों में से एक माने जाते हैं।

ऐसा नहीं है कि सीएलसी सीकर का रिजल्ट बेकार रहता है बल्कि वहां के छात्रों का रिजल्ट भी शानदार रहता है जो सीकर के टॉप 5 अकैडमी का होता है लेकिन वह इसमें एलन से पिछड़ जाती है। हालाँकि एलन के बच्चे भी सीकर शहर में टॉप मोस्ट बच्चों में रहते हैं लेकिन इसमें बाजी सीकर का ही एक अलग इंस्टीट्यूट मार जाता है।

वह इसलिए क्योंकि जब हमने सीकर शहर के ओवऑल आईआईटी और नीट के रिजल्ट को देखा तो पाया कि सीकर शहर का ही एक अन्य इंस्टीट्यूट जिसका नाम मैट्रिक्स अकैडमी है, वहां के छात्रों का रिजल्ट पूरे सीकर शहर में टॉप का रहा है, एलन से भी ज्यादा। हाल ही में आये JEE 2023 के रिजल्ट में मैट्रिक्स के ही मयंक सोनी ने पूरे सीकर शहर में टॉप किया है और वहीं पूरे भारत वर्ष में उनकी रैंक दूसरे नंबर की है।

निष्कर्ष

इस तरह से आपने यह तो जान ही लिया है कि यदि हम एलन सीकर और सीएलसी सीकर को आपस में compare करते हैं तो निश्चित तौर पर इसमें एलन सीकर का नाम ही उभर कर सामने आता है। वह इसलिए क्योंकि एक तो एलन सीकर बहुत पुराना इंस्टीट्यूट हो गया जिसका बॉस एलन कोटा है। अब जिसके साथ इतने बड़े बॉस का हाथ हो तो उसे आगे बढ़ने से कौन रोक सकता है।

किन्तु यह भी बात उतनी ही सच है कि यदि आप अपने शहर के बॉस हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि आप दूसरे शहर के भी बॉस हो गए। ऐसे में एलन कोटा अवश्य ही कोटा का बॉस होगा लेकिन यदि बात सीकर शहर की आती है तो उसमें बॉस के रूप में मैट्रिक्स अकैडमी का नाम उभर कर सामने आता है।

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अभी ही नहीं बल्कि पिछले कई वर्षों से पूरे सीकर शहर में ही मैट्रिक्स के छात्रों का आईआईटी और नीट की परीक्षा में रिजल्ट टॉप लेवल का रहा है और वहां से आईआईटी और नीट की परीक्षा में चयनित होने वाले छात्रों का आंकड़ा भी पूरे सीकर शहर में सबसे ज्यादा है।

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CLC Vs PCP Sikar in Hindi | CLC सीकर या PCP सीकर | SCAS

सीकर शहर में स्थित सैकड़ों तरह के IIT और NEET के इंस्टीट्यूटस में से कुछ एक के नाम सभी को पता हैं जिनमें से दो के नाम CLC व PCP है। अब हर कोई इनके नाम को ना केवल जानता (CLC Vs PCP Sikar in Hindi) है बल्कि उनका कोई ना कोई जानकार या दोस्त इनमे से किसी एक इंस्टीट्यूट में पढ़ भी रहा होगा। अब इन दोनों ही इंस्टीट्यूट के द्वारा IIT और NEET की तैयारी करवायी जाती है और वो भी बहुत अच्छे से।

यही कारण है कि पूरे सीकर शहर में ही दोनों इंस्टीट्यूट के नाम का डंका बजता है और बहुत से छात्र यहाँ पढ़ते हैं। यहाँ वे केवल पढ़ते ही नहीं (Career Line Coaching Vs Prince Career Pioneer Sikar) है बल्कि हर वर्ष इनमें से कई छात्रों का IIT और NEET की परीक्षा में चयन भी होता है जिस कारण यह दोनों ही कोचिंग सेंटर लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।

अब आपके लिए चिंता की बात तब होती है जब आपको दोनों में से किसी एक इंस्टीट्यूट को IIT और NEET की तैयारी करने के लिए चुनना होता है। ऐसे में आपको यह जानना होता (PCP Vs CLC Sikar) है कि आखिरकार CLC ज्यादा बढ़िया इंस्टीट्यूट है या फिर PCP। ऐसे में आज के इस लेख में हम दोनों के बीच तुलनातमक अध्ययन करने जा रहे हैं ताकि आपको CLC या PCP के बीच में किसी एक को चुनने में दिक्कत ना हो।

करियर लाइन कोचिंग या प्रिंस करियर पायनियर

अब आपके मन में रह रह कर इस तरह के कई प्रश्न उठ रहे (Career Line Coaching Vs Prince Career Pioneer Sikar) होंगे:

  • क्या PCP सीकर IIT की कोचिंग के लिए बेस्ट इंस्टीट्यूट है?
  • क्या सीएलसी सीकर आईआईटी के लिए अच्छा है?
  • CLC व PCP में से कौन सा बढ़िया इंस्टीट्यूट रहेगा?
  • करियर लाइन या प्रिंस में से कौन सा नीट के लिए ज्यादा बढ़िया इंस्टीट्यूट है?
  • क्या CLC या PCP सीकर के टॉप मोस्ट इंस्टीट्यूट हैं?

अब इसी तरह के कई प्रश्न आपके दिमाग में उठना लाजमी है और आपकी इन सब शंकाओं का समाधान करना हमारा कर्तव्य है। ऐसे में हम लोगों के इन्हीं पांच प्रश्नों को ही एक एक करके उठाने वाले (Prince Sikar Vs CLC Sikar) हैं और उसी के अनुसार ही आपके लिए इनके उत्तर देने वाले हैं। ऐसे में आपकी शंका का समाधान हो जाएगा और आपको यह भी पता चल जाएगा कि सीकर शहर में करियर लाइन कोचिंग ज्यादा बढ़िया इंस्टीट्यूट है या फिर प्रिंस करियर पायनियर। इसी के साथ ही यह भी पता चलेगा कि क्या सीकर शहर में इनसे भी बढ़िया कोई इंस्टीट्यूट है या नहीं।

क्या PCP सीकर IIT की कोचिंग के लिए बेस्ट इंस्टीट्यूट है?

PCP Sikar

PCP Sikar

अब यदि आप यह सोच कर चिंतित हैं कि आपको IIT के कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए सीकर के किसी अच्छे इंस्टीट्यूट से JEE की तैयारी करनी है और उसके लिए प्रिंस सीकर बढ़िया विकल्प रहेगा या नहीं तो आज हम आपको बता दें कि प्रिंस सीकर में IIT JEE की बहुत अच्छी तैयारी करवायी जाती है। यहाँ से हर वर्ष सैकड़ों छात्रों का चयन IIT की परीक्षा में होता है। यही कारण है कि PCP को सीकर की टॉप 5 IIT JEE की कोचिंग देने वाली अकैडमी में से एक माना जाता है।

हालाँकि इस टॉप 5 में CLC भी आती है जो IIT की बेस्ट कोचिंग देने के लिए जानी जाती है। हालाँकि यह कहना गलत होगा कि पूरे सीकर शहर में IIT की तैयारी करवाने में PCP अकैडमी का नाम पहले नंबर पर आता है क्योंकि इससे पहले भी 3 ऐसी अकैडमी हैं जो सीकर शहर में IIT की बेस्ट तैयारी करवा रही है। उनके नाम मैट्रिक्स अकैडमी, एलन सीकर व कौटिल्य अकैडमी है।

तो इस तरह से बेशक PCP अकैडमी सीकर शहर में IIT की तैयारी करवाने में टॉप 5 में आती होगी लेकिन उससे भी ऊपर यह तीन अकैडमी आती हैं। इनमे भी मैट्रिक्स व एलन सीकर का नाम सबसे प्रमुख IIT अकैडमी में लिया जाता है और यही दोनों अकैडमी सीकर शहर में टॉप पर आती है।

क्या सीएलसी सीकर आईआईटी के लिए अच्छा है?

अब यदि हम CLC इंस्टीट्यूट की बात करें और यह देखें कि क्या वहां पर आईआईटी की अच्छी कोचिंग दी जा रही है तो बेशक वहां भी JEE परीक्षा की बहुत सही से तैयारी करवायी जाती है। इसी कारण CLC कोचिंग सेंटर भी सीकर के टॉप 5 कोचिंग सेंटर की लिस्ट में बना हुआ है लेकिन यदि उसे PCP से compare किया जाये तो यह उससे एक पायदान नीचे ही आता है।

तो इस हिसाब से सीकर के बेस्ट 5 IIT कोचिंग सेंटर की लिस्ट में PCP का स्थान चौथा है तो वहीं CLC का स्थान पांचवां है। हालाँकि कभी इस लिस्ट में CLC चौथे स्थान पर आ जाता है तो PCP पांचवें स्थान पर। हालाँकि दोनों में ही IIT की कोचिंग देने में बहुत ज्यादा कम्पटीशन है और इसमें किसी एक को बेहतर नहीं कहा जा सकता है। कोई किसी मामले में बढ़िया है तो कोई किसी मामले में।

CLC व PCP में से कौन सा बढ़िया इंस्टीट्यूट रहेगा?

अब ऊपर हमने आपको बताया कि IIT की तैयारी करवाने में दोनों ही बढ़िया इंस्टीट्यूट हैं और आप इसके लिए CLC या फिर PCP किसी में भी एडमिशन ले सकते हैं लेकिन फिर भी यहाँ दोनों में से किसी एक इंस्टीट्यूट की बात हो रही है। तो यदि दोनों में से किसी एक को IIT की तैयारी करने के लिए चुनना होगा तो वर्तमान स्थिति के अनुसार आप प्रिंस अकैडमी को चुन सकते हैं।

वह इसलिए क्योंकि अभी आये रिजल्ट और छात्रों के सफल होने के परिणाम के आधार पर प्रिंस अकैडमी ने सीएलसी से ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है। इसी के साथ ही पिछले कुछ वर्षों में भी PCP का रिजल्ट CLC अकैडमी सीकर की तुलना में कुछ ज्यादा बेहतर रहा है। फिर भी यह अंतर कुछ ज्यादा नहीं है और आप CLC इंस्टीट्यूट में पढ़ कर भी वैसा ही रिजल्ट ला सकते हैं जैसा आप प्रिंस अकैडमी में पढ़ कर ला सकते हैं।

करियर लाइन या प्रिंस में से कौन सा नीट के लिए ज्यादा बढ़िया इंस्टीट्यूट है?

CLC Sikar

CLC Sikar

अभी तक हमने IIT की बात की लेकिन अब बात करते हैं नीट के एग्जाम की। तो दोनों ही इंस्टीट्यूट में नीट की भी तैयारी करवायी जाती है। ऐसे में कौन सा इंस्टीट्यूट नीट की बेहतर तैयारी करवाता है, इसके बारे में भी जानकारी ले ली जाए तो बढ़िया रहेगा।

तो दोनों ही इंस्टीट्यूट में जिस प्रकार से IIT की तैयारी करवाने में अंतर है, ठीक उसी तरह का अंतर नीट की तैयारी करवाने में भी है। इसमें भी सीकर शहर में PCP का स्थान टॉप 5 नीट अकैडमी में से चौथा है तो वहीं CLC सीकर का स्थान पांचवां है। इस तरह से आप प्रिंस अकैडमी को करियर लाइन कोचिंग से एक पायदान ऊपर मान सकते हैं या थोड़ा बहुत बेहतर मान सकते हैं जहाँ आप नीट की तैयारी करने का सोच सकते हैं।

क्या CLC या PCP सीकर के टॉप मोस्ट इंस्टीट्यूट हैं?

अभी तक आपने CLC व PCP के बीच में IIT और NEET को लेकर अंतर की बात कर ली है और उसके माध्यम से आपने यह जान लिया है कि IIT और NEET दोनों में ही प्रिंस अकैडमी करियर लाइन कोचिंग से थोड़ी बेहतर है लेकिन क्या प्रिंस सीकर की टॉप मोस्ट अकैडमी मानी जा सकती है जहाँ पर IIT और NEET की तैयारी करवायी जाती है!! यदि आप ऐसा सोच रहे हैं तो आप गलत हैं क्योंकि सीकर शहर में स्थित सैकड़ों इंस्टीट्यूटस में से कई ऐसे इंस्टीट्यूट हैं जो IIT और NEET की तैयारी इन दोनों से ही बेहतर करवाते हैं।

अब जो प्रिंस अकैडमी है वह पूरे सीकर शहर में ही IIT और NEET की तैयारी करवाने में चौथे स्थान पर आती है और CLC अकैडमी पांचवें स्थान पर। ऐसे में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर सीकर की कौन सी अकैडमी आती है, इसके बारे में जानकारी ली जानी जरुरी हो जाती है।

तो यदि हम IIT की बात करें तो उसमें सीकर शहर की टॉप मोस्ट अकैडमी अर्थात नंबर एक अकैडमी मैट्रिक्स है। वहीं इसमें दूसरे व तीसरे स्थान पर क्रमशः एलन व कौटिल्य अकैडमी आती है। वहीं यदि हम नीट के एग्जाम की बात करें तो उसमें भी मैट्रिक्स अकैडमी का स्थान पहले नंबर पर बना हुआ है तो वहीं दूसरे और तीसरे नंबर पर क्रमशः गुरुकृपा व एलन इंस्टीट्यूट आते हैं।

इस तरह से यदि आपको सीकर के टॉप मोस्ट इंस्टीट्यूट में पढ़ना है और वहां से IIT और NEET की तैयारी करनी है तो उसके लिए मैट्रिक्स अकैडमी सबसे बढ़िया विकल्प रहने वाला है। वहीं यदि आपको CLC या PCP के बीच में से किसी एक इंस्टीट्यूट को चुनना है तो इन दोनों के बीच प्रिंस अकैडमी ज्यादा बढ़िया विकल्प रहेगा।

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Allen Vs Kautilya In Hindi | एलन व कौटिल्य सीकर | SCAS

जब भी आईआईटी या नीट की तैयारी करने की बात आती है तो उसमें मुख्य रूप से जिस इंस्टीट्यूट का नाम उभर कर सामने आता है वह एलन ही है। अब एलन ने इतने वर्षों से अपना बहुत नाम बनाया हुआ है और उसके यहाँ पढ़ रहे छात्र भी देश के टॉप आईआईटी कॉलेज में पढ़ रहे (Allen Vs Kautilya In Hindi) हैं। हालाँकि वह एलन कोटा की बात है लेकिन अब एलन ने अपनी प्रसिद्धि को देखते हुए अपनी कई ब्रांच राजस्थान सहित भारत के अन्य राज्यों में खोल ली है।

कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर कोटा के बाद जिस शहर का नाम सबसे ज्यादा प्रचलन में है वह राजस्थान का सीकर ही है। ऐसे में आज के समय में सीकर में एक से बढ़कर एक कोचिंग संस्थान (Allen Vs Kautilya Academy) खुल चुके हैं जिनके अंतर्गत लाखों छात्र पढ़ रहे हैं और आईआईटी व नीट की तैयारी कर रहे हैं।

ऐसे में सीकर में दो कोचिंग इंस्टीट्यूट का नाम आईआईटी की तैयारी करवाने के लिए बहुत प्रसिद्ध है और आज के इस लेख के माध्यम से हम उन दोनों के बीच ही (Kautilya Vs Allen Sikar) तुलनात्मक अध्ययन करने जा रहे हैं। वे नाम है एलन सीकर व कौटिल्य अकैडमी सीकर का। अब कौन सी अकैडमी आईआईटी की बेहतर तैयारी करवाती है और कौन सबसे बेहतर है, वह तो आपको यह लेख पढ़ कर ही पता चल पायेगा।

एलन व कौटिल्य सीकर में कौन है बेहतर?

तो यहाँ बात एलन सीकर और कौटिल्य सीकर के बीच की हो रही है। तो हम आपको यह तो बताएँगे ही कि दोनों में से कौन सी अकैडमी ज्यादा बेहतर है लेकिन इसी के साथ ही आपको सीकर शहर की टॉप कोचिंग अकैडमी का नाम भी जानने को (Allen Vs Kautilya Academy) मिलेगा।

अब यदि किसी कोचिंग सेंटर के बारे में बेहतर रूप में जानना हो और दो कोचिंग सेंटर की आपस में तुलना करनी हो तो पहले उन दोनों के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी ले ली जाए तो यह बेहतर रहता है। ऐसे में आइये जाने एलन सीकर और कौटिल्य सीकर के बारे में बेसिक जानकरी।

एलन सीकर का रिव्यु

Allen Sikar

Allen Sikar

एलन आईआईटी व नीट की तैयारी करवाने के लिए राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे देश में ही प्रसिद्ध है। यही कारण है कि एलन इंस्टीट्यूट ने भारत के अन्य शहरों में बहुत तेजी के साथ अपने पांव पसारे (Allen Sikar Review in Hindi) हैं और आज देश के एक नहीं बल्कि दर्जनों शहरों में एलन की ब्रांच खुल चुकी है। इसी में उनकी एक ब्रांच सीकर शहर में है जो कोचिंग सिटी के रूप में कोटा के बाद दूसरे शहर के रूप में जानी जाती है।

ऐसे में एलन ने सीकर वाली ब्रांच पर भी बहुत मेहनत की है और वहां उनकी टॉप लेवल की फैकल्टी पढ़ाती है। इसी के साथ ही एलन सीकर में पढ़ रहे छात्रों का रिजल्ट भी बहुत अच्छा जाता है और वे पूरे सीकर शहर में ही श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि एलन की चाहे कोटा वाली ब्रांच हो या सीकर शहर वाली या कोई अन्य ब्रांच, उसने अपनी हरेक ब्रांच में जीतोड़ मेहनत की हुई है ताकि उसका नाम ख़राब ना हो।

कुछ ऐसी ही मेहनत एलन ने सीकर वाली ब्रांच में की हुई है और उसी का परिणम है कि यदि हम सीकर की टॉप 2 या टॉप 3 आईआईटी या नीट अकैडमी की बात करें तो उसमें एलन दूसरे या फिर तीसरे नंबर पर ही रहती है। एक तरह से यह सीकर शहर की टॉप 2 वाली कोचिंग अकैडमी है। यही कारण है कि सीकर शहर में पढ़ने आ रहे बहुत से छात्र एलन सीकर में एडमिशन ले लेते हैं और अपना भविष्य एक सही हाथ में सौंप देते हैं।

कौटिल्य सीकर का रिव्यु

Kautilya Sikar Review in Hindi

Kautilya Sikar Review in Hindi

अब यदि हम कौटिल्य अकैडमी की बात करें तो वह भी एलन से कम नहीं है। ऊपर हमने आपको बताया कि एलन सीकर पूरे सीकर शहर में टॉप 2 नंबर की अकैडमी (Kautilya Sikar Review in Hindi) है तो आपने सोचा होगा कि कौटिल्य अकैडमी पहले नंबर की है। तो यहाँ हम आपकी यह शंका दूर कर देते हैं क्योंकि अभी कौटिल्य को नंबर एक पर आने के लिए बहुत मेहनत करने की जरुरत है।

वह इसलिए क्योंकि आईआईटी की तैयारी करवाने में पूरे सीकर शहर में कौटिल्य का नंबर एलन के जस्ट बाद ही आता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि हम सीकर के टॉप 3 आईआईटी कोचिंग अकैडमी की बात करें तो उसमें कौटिल्य का नाम एलन के बाद तीसरे स्थान पर आता है। कौटिल्य ने इस दिशा में बहुत ज्यादा मेहनत की है और उसके लिए टॉप क्लास फैकल्टी को लिया हुआ है और यही कारण है कि यह सीकर की टॉप आईआईटी अकैडमी में आकर खड़ी हो गयी है।

रही बात कौटिल्य के द्वारा नीट की तैयारी करवाने की तो उसमें अभी कौटिल्य को शुरुआत करने की जरुरत है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कौटिल्य अकैडमी का पूरा नाम ही कौटिल्य आईआईटी अकैडमी है और इसका अर्थ यह हुआ कि कौटिल्य में केवल आईआईटी की ही तैयारी कटवाई जाती है, ना कि नीट की। ऐसे में कौटिल्य का मुकाबला एलन या सीकर के किसी अन्य कोचिंग संस्थान से केवल आईआईटी की तैयारी करवाने में ही किया जा सकता है, ना कि नीट में।

सीकर की नंबर वन अकैडमी कौन सी है?

Matrix Academy

Matrix Academy

अभी तक का लेख पढ़ कर आपने यह जान लिया है कि यदि हम सीकर शहर में टॉप लेवल की आईआईटी अकैडमी की बात करेंगे तो उसमें एलन का नाम दूसरे नंबर वाली अकैडमी (Which coaching is best for IIT in Sikar?) के रूप में तो वहीं कौटिल्य अकैडमी का नाम तीसरे नंबर वाली अकैडमी के रूप में जाना जाता है। वहीं यदि हम नीट की बात करें तो उसमें भी एलन सीकर शहर में दूसरे नंबर पर आती है तो वहीं कौटिल्य में तो नीट की तैयारी करवायी ही नहीं जाती है।

किन्तु अब एलन दूसरे नंबर पर है और कौटिल्य तीसरे तो नंबर वन पर सीकर की कौन सी अकैडमी आती है जो एलन और कौटिल्य दोनों से ही बेहतर प्रदर्शन कर रही है। तो उस अकैडमी का नाम सीकर शहर में रहने वाले लोगों ने तो सुन ही रखा होगा लेकिन आज के समय में राजस्थान प्रदेश के लोग भी उसका नाम जानने लगे हैं। उस अकैडमी का नाम है सीकर शहर की मैट्रिक्स अकैडमी

मैट्रिक्स एक ऐसी अकैडमी है जहाँ ना केवल आईआईटी व नीट की ही तैयारी करवायी जाती है बल्कि इसी के साथ ही वह छात्रों को अन्य प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की भी तैयारी करवाती है जो उन्हें राज्य, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान दिलवाने या स्कॉलरशिप दिलवाने में मदद करते हैं। इसी के साथ ही सीकर शहर में आईआईटी व नीट की परीक्षा में टॉप करने वाले सभी छात्र और इसी के साथ ही सबसे ज्यादा छात्र भी इसी मैट्रिक्स अकैडमी से ही हैं।

यही कारण है कि यह केवल आज से ही नहीं बल्कि पिछले कई वर्षों से आईआईटी व नीट की तैयारी करवाने में सीकर शहर की टॉप लेवल की अकैडमी बनी हुई है। एलन का नाम पूरे देश में प्रसिद्ध अवश्य है लेकिन वह अपनी कोटा वाली ब्रांच के कारण ही ऐसा है। वहीं जब अन्य शहर की बात आती है तो वहां की अकैडमी से मुकाबला किया जाना भी जरूरी होता है।

निष्कर्ष

अब अंत में हम पूरे लेख का निष्कर्ष या सार निकालें तो यही बात निकल कर सामने आएगी कि एलन कौटिल्य से बेहतर अकैडमी अवश्य है लेकिन इसका मतलब यह नही है कि कौटिल्य बेकार या निचले दर्जे वाली अकैडमी है। अब एलन तो इतने वर्षों से प्रसिद्ध अकैडमी है और उसके पास सभी तरह के संस्थान, सुविधाएँ व फैकल्टी है जिस कारण किसी भी शहर में उसके लिए टॉप लेवल की अकैडमी बनने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती है।

वहीं कौटिल्य ने केवल आईआईटी पर ही अपना फोकस रखा हुआ है और इसी कारण वहां पर नीट की तैयारी नहीं करवायी जाती है। इसी कारण वह आईआईटी की तैयारी करवाने में सीकर की टॉप 3 अकैडमी बनी हुई है और नंबर दो पर आने के लिए दिन रात मेहनत कर रही है। किन्तु उसी सीकर शहर में मैट्रिक्स अकैडमी ने अपनी बुलंदी का झंडा गाड़ रखा है और पिछले कई वर्षों से नंबर एक की अकैडमी बनी हुई है।

ऐसे में यदि आपको सीकर शहर में पढ़ने जाना है तो आपको किस अकैडमी से पढ़ना है और किस से नहीं, इसका चुनाव बहुत सोच समझ कर करना होगा। एक सही निर्णय आपका भविष्य बना भी सकता है और गलत निर्णय इसे बिगाड़ भी सकता है।

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Matrix Vs Kautilya Sikar | मैट्रिक्स या कौटिल्य | SCAS

सीकर शहर में कई तरह की आईआईटी अकैडमी प्रसिद्ध हैं जहाँ देश के कोने कोने से छात्र आईआईटी की तैयारी करने और देश के जाने माने आईआईटी कॉलेज में एडमिशन पाने के लिए आते हैं। अब इसी में दो अकैडमी या कोचिंग सेंटर का नाम पूरे सीकर शहर में ही प्रसिद्ध  है जो है मैट्रिक्स अकैडमीकौटिल्य आईआईटी अकैडमी (Matrix Vs Kautilya Sikar)। यदि आप भी सीकर शहर में रहते हैं तो आपने भी इन दोनों के नाम पहले से सुन रखे होंगे।

किन्तु दिक्कत वहां होती है जहाँ हमें इन दोनों में से किसी एक अकैडमी को अपने लिए या अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए चुनना होता है। अब मैट्रिक्स अकैडमी वाले तो अपनी ही बड़ाई करेंगे तो वहीं कौटिल्य अकैडमी वाले अपनी। ऐसे में दोनों में से कौन सी अकैडमी आईआईटी की तैयारी करने के लिए बेस्ट है, इसके बारे में जानना जरूरी हो जाता (Kautilya Vs Matrix Sikar) है।

ऐसे में आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ मैट्रिक्स अकैडमी व कौटिल्य अकैडमी सीकर के बारे में तुलनात्मक अध्ययन करने वाले (Matrix Vs Kautilya difference in Hindi) हैं। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको यह भलीभांति पता चल जाएगा कि जब दोनों में से किसी एक अकैडमी को चुनने की बारी आती है तो आपको किसको चुनना चाहिए।

कौटिल्य अकैडमी व मैट्रिक्स अकैडमी सीकर में से कौन बेहतर है?

वैसे तो सीकर शहर में कई तरह की अकैडमी ऐसी है जहाँ पर आईआईटी की तैयारी करवायी जाती है। हालाँकि वहां पर कई तरह की अकैडमी में आईआईटी के साथ साथ नीट की तैयारी भी करवायी जाती है ताकि छात्रों को एक ही जगह पर दोनों तरह की तैयारियां करने का अवसर मिल (Kautilya IIT Academy Vs Matrix Academy) सके।

ऐसे में कौटिल्य व मैट्रिक्स अकैडमी में से कौन सी अकैडमी ज्यादा बढ़िया हो सकती है, इसके बारे में जानने के लिए बहुत सी बातों को ध्यान में रखना पड़ता है। जैसे कि दोनों ही अकैडमी में आईआईटी की तैयारी करवाने वाली फैकल्टी या स्टाफ कैसा है, वहां बच्चों का आईआईटी की परीक्षा में परिणाम कैसा रहता है, वहां क्लासरूम के बाहर बच्चों पर किस तरह से ध्यान दिया जाता है ताकि वे जल्द से जल्द आईआईटी की परीक्षा को अच्छे अंकों के साथ पास कर सकें।

तो ऐसे में दोनों के बीच के अंतर को बेहतर तरीके से तभी जाना जा सकता है जब आप इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मैट्रिक्स व कौटिल्य अकैडमी के बारे में जाने। तो आज हम आपके सामने वही सब बाते रखने जा रहे हैं ताकि आपको पता चल सके कि आखिरकार सीकर की बेस्ट आईआईटी अकैडमी मैट्रिक्स है या कौटिल्य।

  • फैकल्टी व स्टाफ के बीच अंतर

सबसे पहले हम दोनों इंस्टीट्यूट में पढ़ा रही आईआईटी की फैकल्टी की ही बात कर लेते हैं क्योंकि कोई कोचिंग सेंटर कैसा प्रदर्शन करेगा यह मुख्य रूप से वहां पढ़ा रही फैकल्टी पर ही निर्भर करता है। यदि फैकल्टी का अनुभाव अच्छा है और वह कई वर्षों से आईआईटी की तैयारी करवा रही है तो इसका मतलब यह हुआ कि वह बच्चों को सही से गाइड कर सकते हैं।

ऐसे में जब हमने मैट्रिक्स व कौटिल्य में पढ़ा रही फैकल्टी के एक्सपीरियंस के बीच में तुलनात्मक अध्ययन किया तो पाया कि मैट्रिक्स में पढ़ा रही फैकल्टी कौटिल्य की फैकल्टी से ना केवल एक्सपीरियंस में बेहतर है बल्कि वहां की ज्यादातर फैकल्टी भारत के टॉप आईआईटी कॉलेज से पढ़ी हुई है। अब यदि किसी कोचिंग सेंटर की फैकल्टी ही टॉप आईआईटी कॉलेज से पास आउट है तो आप वहां का माहौल खुद ही समझ सकते हैं। तो मैट्रिक्स अकैडमी की फैकल्टी को कौटिल्य की फैकल्टी से ज्यादा बेहतर ही माना जाएगा।

  • क्लासरूम के बाहर फैसिलिटी

क्लासरूम में तो हर फैकल्टी अपने छात्रों को पढ़ाती है या उनके प्रश्नों का जवाब देती है। ऐसे में फैकल्टी किसकी ज्यादा अच्छी है, यह तो हमने आपको ऊपर बता ही दिया है लेकिन दोनों ही इंस्टीट्यूट में क्लासरूम के बाहर छात्रों पर किस तरह का ध्यान दिया जाता है या उन्हें किस किस तरह की सुविधा दी जाती है, यह भी तो ध्यान देने योग्य बात है।

ऐसे में जब हमने कौटिल्य और मैट्रिक्स अकैडमी में जाकर देखा और साथ ही वहां पढ़ रहे छात्रों से बात की तो जाना कि मैट्रिक्स अकैडमी में जगह जगह छात्रों के डाउट्स को सोल्व करने के लिए डाउट सेंटर बनाये गए हैं। ऐसे में जो छात्र क्लासरूम में अपने प्रश्न नहीं पूछ पाता है या कुछ प्रश्न रह जाते हैं या उसका कोई अलग से डाउट है तो वह इन डाउट सेंटर पर जाकर उन्हें क्लियर कर सकता है। यह किसी भी इंस्टीट्यूट की ओर से उठाया गया एक सराहनीय कदम माना जाएगा।

  • आईआईटी एग्जाम का रिजल्ट

अब अंतिम बात आती है एग्जाम के रिजल्ट की। कहने का मतलब यह हुआ कि मैट्रिक्स अकैडमी व कौटिल्य आईआईटी अकैडमी में छात्रों का रिजल्ट कैसा रहता है और उनके परीक्षा में कितने तक अंक आते हैं या वहां कितने छात्र टॉप कर पाते हैं, यह जानना भी जरुरी होता है। आखिरकार सभी को अंत में अपना रिजल्ट ही तो चाहिए होता है जिस कारण उनका आईआईटी में चयन हो पाता है।

अब जिस इंस्टीट्यूट की फैकल्टी टॉप लेवल की है और साथ ही वहां पर छात्रों के ऊपर क्लासरूम के साथ साथ उसके बाहर भी ध्यान दिया जा रहा है तो निश्चित तौर पर वहां के छात्रों का आईआईटी परीक्षा परिणाम भी बेहतर ही रहने वाला है। तो हाल ही में आये JEE एडवांस्ड के रिजल्ट में मैट्रिक्स के मयंक सोनी ने टॉप किया है जिसकी ऑल इंडिया रैंक 26 रही है तो वहीं OBC वर्ग में उसकी ऑल इंडिया रैंक 2 है जो अपने आप में एक उपलब्धि है। इसी के साथ ही हर वर्ष आईआईटी की परीक्षा में पास होने वाले मैट्रिक्स अकैडमी के छात्रों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

अब यदि हम कौटिल्य सीकर के छात्रों के रिजल्ट की बात करें तो वह भी बहुत शानदार रहता है। हाल ही में आये JEE Advanced के रिजल्ट में कौटिल्य आईआईटी अकैडमी सीकर से टॉप करने वाले युष जांगिड की ऑल इंडिया रैंक 133 रही तो दूसरे नंबर पर मनन सिंघल है जिसकी ऑल इंडिया रैंक 496 रही है। वहीं JEE Mains के रिजल्ट में कौटिल्य सीकर से यश शर्मा ने टॉप किया है जिसकी ऑल इंडिया रैंक 185 रही है।

तभी हमने आपको पहले ही कह दिया था कि सीकर शहर में कौटिल्य आईआईटी अकैडमी सीकर IIT की तैयारी करवाने के लिए अवश्य ही बहुत अच्छा इंस्टीट्यूट है लेकिन यदि IIT के नंबर वन इंस्टीट्यूट की बात की जाए तो उसमे मैट्रिक्स का ही नाम आएगा।

मैट्रिक्स व कौटिल्य में नीट की तैयारी कैसी है?

अभी तक बात हो गई दोनों ही इंस्टीट्यूट में आईआईटी की तैयारी कैसी है या उसमें से कौन बेहतर है। तो इसमें अपने यह जान लिया है कि मैट्रिक्स अकैडमी आईआईटी की तैयारी करवाने के मामले में कौटिल्य से बेहतर है और यहाँ तक कि सीकर शहर में भी वह टॉप पर बनी हुई है। किन्तु जब बात नीट की आती है तो इसमें केवल एक ही नाम आता है और वह है मैट्रिक्स अकैडमी का।

वह इसलिए क्योंकि कौटिल्य अकैडमी का पूरा नाम ही कौटिल्य आईआईटी अकैडमी है और वहां पर आईआईटी की ही तैयारी करवायी जाती है। ऐसे में यदि आप सोच रहे हैं कि वहां आपको नीट की भी तैयारी करवायी जाएगी तो आप गलत हैं। वहीं दूसरी ओर, आपको मैट्रिक्स अकैडमी में आईआईटी के साथ साथ नीट और अन्य एग्जाम की तैयारी करने का भी अवसर मिलेगा। यह बात मैट्रिक्स को कौटिल्य से अलग और बेहतर बनाती है।

निष्कर्ष

अभी तक का लेख पढ़कर आपको यह अच्छी तरह से समझ में आ चुका होगा कि यदि हम सीकर शहर में आईआईटी की तैयारी करवाने के लिए किसी एक इंस्टीट्यूट का नाम लेंगे या फिर मैट्रिक्स और कौटिल्य में तुलनात्मक अध्ययन भी करेंगे तो उसमें केवल एक ही नाम उभर कर सामने आयेगा और वह होगा मैट्रिक्स अकैडमी का।

वह इसलिए क्योंकि मैट्रिक्स केवल कौटिल्य से ही नहीं बल्कि पूरे सीकर शहर में टॉप लेवल की अकैडमी बनी हुई है जहाँ से हर वर्ष हजारों की संख्या में छात्रों का आईआईटी, नीट व अन्य एग्जाम्स में सलेक्शन होता है। अब जो अकैडमी इतने सारे छात्रों का सलेक्शन हर वर्ष दे और वो भी सबसे ज्यादा तो उसे उस शहर की टॉप अकैडमी तो माना ही जाएगा।

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