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नीट 2025 एग्जाम पैटर्न व सिलेबस | NEET Exam Pattern 2025 & Syllabus

NEET Exam Pattern 2025: हर वर्ष देशभर के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए NTA के द्वारा नीट का एग्जाम कंडक्ट करवाया जाता है। इसमें लाखों स्टूडेंट्स बैठते हैं लेकिन कुछ प्रतिशत ही चुने जाते हैं। जैसे कि आप वर्ष 2024 का ही example ले लें। 2024 की नीट परीक्षा के लिए 24 लाख स्टूडेंट्स ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था और उनमें से लगभग 50 हज़ार से एक लाख स्टूडेंट्स का चयन हो पाता है।

अब इनमें से कुछ स्टूडेंट्स को MBBS में एडमिशन मिलता है तो बाकियों को डॉक्टर के अलग-अलग कोर्स में। ऐसे में यदि आपका नीट क्लियर हो भी जाता है तो भी उसके बाद दुविधा खत्म नहीं होती है। वह इसलिए क्योंकि यदि आपको अपनी मनपसंद डॉक्टर की डिग्री और टॉप लेवल का गवर्नमेंट कॉलेज चाहिए तो नीट में अच्छा स्कोर लिया जाना बहुत जरुरी हो जाता है।

ऐसे में यदि आप वर्ष 2025 के नीट एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो उससे पहले आपको नीट 2025 के एग्जाम पैटर्न और सिलेबस (NEET Syllabus 2025 In Hindi) के बारे में सही से जानकारी ले लेना बहुत जरुरी हो जाता है। यही कारण है कि आज हम आपको साल 2025 के नीट एग्जाम सिलेबस और उसके पैटर्न के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। चलिए जानते हैं।

नीट 2025 एग्जाम पैटर्न | NEET Exam Pattern 2025

सबसे पहले हम वर्ष 2025 में होने वाले नीट एग्जाम के पैटर्न को समझ लेते हैं। इस पैटर्न को समझने के बाद ही आप उसके सिलेबस को अच्छे से समझ पाने में सक्षम होंगे। तो नीट की परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा ली जाती है। उसके द्वारा हर वर्ष या कुछ वर्षों में नीट एग्जाम पैटर्न या सिलेबस (NEET Syllabus In Hindi) में परिवर्तन कर दिया जाता है।

ऐसे में हम आपकी सुविधा के लिए लेटेस्ट अपडेट आपके सामने रखने जा रहे हैं। इसके लिए हम एक सूची के माध्यम से आपको नीट 2025 एग्जाम का पूरा पैटर्न समझाने जा रहे हैं ताकि आपको किसी तरह की शंका ना रहने पाए।

विषय

जानकारी

नीट एग्जाम मोड ऑफलाइन मोड (पेन-पेपर के द्वारा OMR शीट पर)
एग्जाम का कुल समय 3 घंटे व 20 मिनट
एग्जाम टाइमिंग दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजकर 20 मिनट तक
एग्जाम सेंटर हर राज्य में सैकड़ों नीट एग्जाम सेंटर है जिसे आपको अपनी पसंद के अनुसार भरना होगा
प्रश्न का प्रकार सभी प्रश्न MCQ होंगे अर्थात हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए 4 विकल्प दिए गए होंगे
कुल प्रश्न 200 प्रश्न होंगे जिसमें से 180 प्रश्न का उत्तर देना होगा
कुल विषय 3 विषय होंगे जिनके नाम फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी है, इसमें बायोलॉजी को दो भागों जूलॉजी और बॉटनी में बांटा गया है
किस विषय से कितने प्रश्न होंगे फिजिक्स से 50, केमिस्ट्री से 50 और बायोलॉजी से कुल 100 प्रश्न (बॉटनी से 50 और जूलॉजी से 50 प्रश्न)
पेपर में कितने सेक्शन होंगे हर विषय दो सेक्शन में बंटा होगा (सेक्शन A और सेक्शन B), इस तरह से कुल 8 सेक्शन होंगे।
पेपर के सेक्शन में प्रश्न हर विषय के सेक्शन A में 35 प्रश्न होंगे जो अनिवार्य होंगे जबकि सेक्शन B में 15 प्रश्न होंगे जिनमें से किन्हीं भी 10 का उत्तर देना अनिवार्य होगा
सही उत्तर के नंबर प्रत्येक सही उत्तर के 4 नंबर मिलेंगे
गलत उत्तर के नंबर प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 नंबर काट लिया जाएगा
उत्तर नहीं देने पर यदि आप किसी प्रश्न को छोड़ देते हैं तो उसका नंबर ना तो जोड़ा जाएगा और ना काटा जाएगा
मैक्सिमम नंबर +720 (सभी 180 प्रश्नों का सही उत्तर देने पर)
मिनिमम नंबर -180 (सभी 180 प्रश्नों का गलत उत्तर देने पर)
एग्जाम की भाषा नीट एग्जाम कुल 13 भाषाओं में होगा (हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, गुजराती, मराठी, बंगाली, आसामी, ओड़िया व उर्दू)

इस तरह ऊपर आपने नीट 2025 एग्जाम पैटर्न (NEET Exam Pattern 2025) के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। इसी के साथ ही आपको कुछ और जानकारी भी ले लेनी चाहिए ताकि बाद में चलकर किसी तरह की समस्या ना हो। जैसे कि:

  • नीट एग्जाम 2025 कुल 13 तरह की भाषाओं में लिया जाएगा। इसमें आप हिंदी व अंग्रेजी भाषा में नीट एग्जाम देना चाहते हैं तो यह आप भारत के किसी भी राज्य में दे सकते हैं।
  • हालाँकि यदि आप किसी अन्य भाषा में नीट एग्जाम देना चाहते हैं तो उसके लिए एग्जाम सेंटर भरने से पहले वहाँ नीट एग्जाम उस भाषा में लिया जाता है या नहीं, इसके बारे में अवश्य देख लें।
  • अधिकतर भाषाएँ क्षेत्र व राज्य की सीमाओं से जुड़ी हुई है। ऐसे में उस भाषा का एग्जाम उसी राज्य के एग्जाम सेंटर्स पर ही लिया जाता है।
  • उदाहरण के तौर पर तमिल में नीट एग्जाम केवल तमिलनाडु के एग्जाम सेंटर्स पर तो बंगाली में नीट एग्जाम केवल पश्चिम बंगाल के एग्जाम सेंटर्स पर ही दिया जा सकता है।
  • इसी के साथ ही आप नीट एग्जाम शुरू होने से लगभग 1 से 2 घंटे पहले ही एग्जाम सेंटर पहुँच जाएंगे तो बहुत सही रहेगा।
  • आपको नीट एग्जाम के लिए जो भी एडमिट कार्ड मिलता है, उसके साथ नीट एग्जाम देने की सभी जानकारी लिखी होती है। ऐसे में आप उक्त जानकारी का हरेक पॉइंट ध्यान से पढ़ें और उसका पालन करें।
  • यदि किसी प्रश्न का उत्तर देने में डाउट है या वह नहीं आता है तो उसका उत्तर ना दें। बहुत से स्टूडेंट्स गलत उत्तर देने के कारण मिली नेगेटिव मार्किंग से भी पिछड़ जाते हैं।
  • कुछ स्टूडेंट्स को यह भी गलतफहमी हो जाती है कि वे कुल 200 प्रश्नों में से किन्हीं भी 180 प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं या एक सब्जेक्ट के कुल 50 प्रश्नों में से किन्हीं 45 प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं।
  • ऐसे में वे सेक्शन A के कुछ प्रश्नों को छोड़ देते हैं जबकि सेक्शन B में 10 से ज्यादा प्रश्नों के उत्तर दे देते हैं। ऐसे में हम आपको बता दें कि चाहे आप सेक्शन B में 10 से ज्यादा सही उत्तर दे दें लेकिन आपके 10 प्रश्न ही गिने जाएंगे। वहीं सेक्शन A में छोड़े गए प्रश्नों का नुकसान होगा वो अलग।

ऐसी ही और भी कई बातें हैं जिनका ध्यान रखना जरुरी है। इसके लिए आप हमारी इस वेबसाइट से जुड़े रहें क्योंकि हम समय-समय पर नीट का एग्जाम देने और उसकी तैयारी करने की तरह-तरह की टिप्स स्टूडेंट्स के साथ शेयर करते रहते हैं।

इसी के साथ ही यदि आपको जल्द से जल्द नीट एग्जाम को क्रैक करना है तो उसके लिए टॉप लेवल के कोचिंग सेंटर से जुड़े रहना बहुत जरुरी होता है। जब हमने इसके बारे में रिसर्च की तो इसमें सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी तो वहीं दिल्ली का आकाश इंस्टीट्यूट टॉप पर आया। आप चाहें तो अभी इनसे संपर्क कर सकते हैं और अपनी नीट की तैयारी अभी से शुरू कर सकते हैं।

नीट 2025 एग्जाम सिलेबस | NEET Syllabus 2025 In Hindi

अभी तक आपने नीट एग्जाम के पैटर्न के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। अब बारी है नीट एग्जाम के सिलेबस को जानने की। तो यहाँ हम आपको एक बात पहले ही क्लियर कर दें कि नीट एग्जाम में जिन 3 सब्जेक्ट्स से प्रश्न पूछे जाते हैं, ये वही सब्जेक्ट्स होते हैं जो हर स्टूडेंट को उसकी 11 वीं और 12 वीं की क्लास में पढ़ाए गए होते हैं।

यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि नीट एग्जाम वही स्टूडेंट्स देते हैं जिन्होंने 11 वीं में मेडिकल को अपनी स्ट्रीम चुना होता है। ऐसे में उन्हें 11 वीं और 12 वीं क्लास की पढ़ाई में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट्स को अनिवार्य तौर पर पढ़ाया जाता है। ऐसे में इन्हीं सब्जेक्ट्स में जो विषय पढ़ाए जाते हैं, उसी में से ही नीट 2025 एग्जाम का सिलेबस और उसके प्रश्न तैयार होते हैं।

नीट एग्जाम में मुख्य रूप से 3 सब्जेक्ट्स ही होते हैं जिन्हें हम फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के नाम से जानते हैं। हालाँकि बायोलॉजी को दो भागों में बांटा गया होता है लेकिन सब्जेक्ट्स और उनके प्रश्न एक दूसरे से मिले हुए होते हैं। ऐसे में आज हम आपको नीट 2025 एग्जाम सिलेबस (NEET 2025 Syllabus) के बारे में 3 भागों में बताने जा रहे हैं:

#1. Physics / भौतिक विज्ञान

क्लास 11 टॉपिक्स

  • Physical World and Measurement / भौतिक जगत और मापन
  • Kinematics / गति विज्ञान
  • Laws of Motion / गति के नियम
  • Work, Energy, and Power / कार्य, ऊर्जा और शक्ति
  • Motion of System of Particles / कणों की गति
  • Gravitation / गुरुत्वाकर्षण
  • Properties of Bulk Matter / ठोस पदार्थ के गुण
  • Thermodynamics / ऊष्मप्रवैगिकी
  • Oscillations and Waves / दोलन और तरंगें
  • Behavior of Perfect Gas and Kinetic Theory / आदर्श गैस का व्यवहार

क्लास 12 टॉपिक्स

  • Electrostatics / स्थिर वैद्युतिकी
  • Current Electricity / धारा वैद्युतिकी
  • Magnetic Effects of Current and Magnetism / धारा के चुंबकीय प्रभाव
  • Electromagnetic Induction / विद्युतचुंबकीय प्रेरण
  • Optics / प्रकाशिकी
  • Dual Nature of Matter and Radiation / पदार्थ और विकिरण की द्वैध प्रकृति
  • Atoms and Nuclei / परमाणु और नाभिक
  • Electronic Devices / इलेक्ट्रॉनिक उपकरण

#2. Chemistry / रसायन विज्ञान

क्लास 11 टॉपिक्स

  • Some Basic Concepts of Chemistry / रसायन विज्ञान के मूलभूत सिद्धांत
  • Structure of Atom / परमाणु की संरचना
  • Classification of Elements / तत्वों का वर्गीकरण
  • Chemical Bonding and Molecular Structure / रासायनिक बंध और अणु संरचना
  • States of Matter / पदार्थ की अवस्थाएँ
  • Thermodynamics / ऊष्मप्रवैगिकी
  • Equilibrium / साम्य
  • Redox Reactions / रीडॉक्स अभिक्रियाएं
  • Hydrogen / हाइड्रोजन
  • s-Block and p-Block Elements / s-ब्लॉक और p-ब्लॉक तत्व
  • Environmental Chemistry / पर्यावरण रसायन

क्लास 12 टॉपिक्स

  • Solid State / ठोस अवस्था
  • Solutions / विलयन
  • Electrochemistry / वैद्युत रसायन
  • Chemical Kinetics / रासायनिक गतिकी
  • Surface Chemistry / सतह रसायन
  • General Principles and Processes of Isolation of Elements / तत्वों का पृथक्करण
  • p-Block, d-Block, f-Block Elements / p-ब्लॉक, d-ब्लॉक, f-ब्लॉक तत्व
  • Coordination Compounds / समन्वय यौगिक
  • Organic Compounds Containing Nitrogen / नाइट्रोजन युक्त यौगिक
  • Biomolecules, Polymers, and Chemistry in Everyday Life / जैविक अणु, पॉलिमर, और दैनिक जीवन में रसायन

#3. Biology / जीवविज्ञान

क्लास 11 टॉपिक्स

  • Diversity in Living Organisms / सजीवों में विविधता
  • Structural Organisation in Animals and Plants / पौधों और जानवरों में संरचनात्मक संगठन
  • Cell Structure and Function / कोशिका संरचना और कार्य
  • Plant Physiology / पादप शरीरक्रिया विज्ञान
  • Human Physiology / मानव शरीरक्रिया विज्ञान

क्लास 12 टॉपिक्स

  • Reproduction / प्रजनन
  • Genetics and Evolution / आनुवंशिकी और विकास
  • Biology and Human Welfare / जीवविज्ञान और मानव कल्याण
  • Biotechnology and Its Applications / जैव प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग
  • Ecology and Environment / पारिस्थितिकी और पर्यावरण

तो यह था नीट 2025 एग्जाम का सिलेबस (NEET Syllabus 2025 In Hindi) जो आपसे पूछा जाएगा। इसमें से प्रत्येक टॉपिक का महत्व और एग्जाम में मार्क्स की वेटेज अलग अलग होती है। इसलिए आपको नीट की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर इसके बारे में लेटेस्ट जानकारी लेते रहना चाहिए। इससे आपको बहुत मदद मिलेगी।

इसी के साथ ही हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक्स के बारे में भी बता देते हैं जो आपकी नीट एग्जाम को क्रैक करने मदद बहुत मदद करेंगे। ऐसे में उन टॉपिक्स के नाम हैं:

नीट 2025 एग्जाम हॉट टॉपिक्स

अगर आपको जल्द से जल्द नीट एग्जाम क्लियर करना है तो ऊपर बताए गए सभी टॉपिक्स की जमकर तैयारी तो करनी ही है लेकिन स्मार्ट स्टडी उसे कहा जाएगा जब वह कुछ जरुरी टॉपिक्स पर अलग से ध्यान लगाए। वह इसलिए क्योंकि नीट एग्जाम में जिन सब्जेक्ट्स के जिन जिन टॉपिक्स पर खास तौर पर प्रश्न पूछे जाते हैं, उनके नाम हम आपको नीचे देने जा रहे हैं।

आइए उनके बारे में भी जान लेते हैं ताकि आपकी तैयारी एकदम पक्की हो (NEET 2025 Syllabus) सके।

#1. Physics / भौतिकी

  • Electrostatics / स्थिर वैद्युतिकी
  • Current Electricity / धारा वैद्युतिकी
  • Optics / प्रकाशिकी
  • Thermodynamics / ऊष्मप्रवैगिकी
  • Modern Physics / आधुनिक भौतिकी

#2. Chemistry / रसायन विज्ञान

  • Organic Chemistry (Hydrocarbons, Carbonyl Compounds) / कार्बनिक रसायन (हाइड्रोकार्बन, कार्बोनिल यौगिक)
  • Chemical Bonding / रासायनिक बंधन
  • Coordination Compounds / समन्वय यौगिक
  • Thermodynamics and Equilibrium / ऊष्मप्रवैगिकी और साम्य
  • p-Block Elements / p-ब्लॉक तत्व

#3. Biology / जीवविज्ञान

  • Human Physiology / मानव शरीरक्रिया विज्ञान
  • Genetics and Evolution / आनुवंशिकी और विकास
  • Reproduction / प्रजनन
  • Ecology / पारिस्थितिकी
  • Cell Structure and Function / कोशिका संरचना और कार्य

इसलिए आपको इन टॉपिक्स (NEET 2025 Syllabus) पर खास ध्यान देने की जरुरत है। नीट एग्जाम में अच्छे नंबर लाने के लिए कुछ स्टूडेंट्स तो एक से दो साल का गैप भी ले लेते हैं जिन्हें हम ड्रापआउट स्टूडेंट्स भी कह सकते हैं। ऐसे में अब यह आप पर निर्भर करता है कि आपका लक्ष्य क्या है और आप उसके तहत किस तरह की तैयारी कर रहे हैं।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपने यह जाना कि नीट 2025 एग्जाम पैटर्न (NEET Exam Pattern 2025) और उसका सिलेबस क्या है। साथ ही आपको किन-किन टॉपिक्स पर ध्यान देने की जरुरत है। यदि आप नीट एग्जाम के बारे में NTA के माध्यम से और जानकारी लेना चाहते हैं तो उनकी ऑफिशियल वेबसाइट का लिंक भी हम आपको यहाँ दे रहे हैं।

इसी के साथ ही आखिर में हम आपको यही कहेंगे कि यदि आपको वाकई में नीट एग्जाम 2025 को जल्द से जल्द और अच्छे नंबर के साथ क्लियर करना है तो उसके लिए किसी टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के साथ जुड़ना जरुरी है। इसमें आप जितनी देर करेंगे, उतना ही आपको भी देर होगी।

ऐसे में देश के कुछ टॉप नीट कोचिंग सेंटर्स में सीकर की मैट्रिक्स नीट अकैडमी, कोटा का एलन करियर इंस्टीट्यूट और दिल्ली का आकाश इंस्टीट्यूट आते हैं। आज के समय में सैकड़ों नीट अकैडमी खुल चुकी है लेकिन टॉप लेवल पर यही 3 इंस्टीट्यूट बने हुए हैं।

Related FAQs

प्रश्न: 2025 में नीट का पेपर कौन बनाएगा?

उत्तर: 2025 में नीट का पेपर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के द्वारा ही बनाया जाएगा।

प्रश्न: नीट में कितने नंबर का पेपर आता है?

उत्तर: नीट में पेपर के कुल नंबर 720 होते हैं। इसमें कुल 180 प्रश्न पूछे जाते हैं और प्रत्येक सही उत्तर के चार अंक मिलते हैं। इस तरह से नीट एग्जाम के कुल नंबर 720 होते हैं।

प्रश्न: Neet की तैयारी में कितना खर्च आता है?

उत्तर: यदि हम भारत के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट जैसे कि मैट्रिक्स सीकर, एलन कोटा, आकाश दिल्ली की बात करें तो नीट की तैयारी में एक से तीन लाख रुपए तक का खर्च आता है।

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नीट की तैयारी कैसे करें? जाने NEET की तैयारी के लिए टिप्स

क्या आप भविष्य में डॉक्टर बनना चाहते हैं? यदि ऐसा है तो उसके लिए अवश्य ही आपको अभी से ही टेंशन हो रही होगी कि अभी तो बहुत मेहनत करने की जरुरत (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है। सबसे पहले तो बारहवीं में अच्छे नंबर लेकर आने हैं, फिर नीट की तैयारी भी करनी है और उसके बाद अच्छे सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेकर वहाँ से MBBS की पढ़ाई करनी है। फिर आगे भी स्पेशल कोर्स करने हैं ताकि आप एक एक्सपर्ट डॉक्टर के रूप में अपना करियर शुरू कर सकें।

ऐसे में आपको सभी चीज़ों के बारे में एक साथ टेंशन लेने की बजाए स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ना चाहिए। इससे आपका मार्ग भी आसान होगा और सफलता भी मिलती चली जाएगी। तो इसमें सबसे पहला स्टेप होता है नीट एग्जाम की तैयारी किया जाना (NEET Exam Ki Taiyari Kaise Kare) और साथ ही बारहवीं में अच्छे नंबर लेकर आना। जी हां, आपको दोनों के बारे में एक साथ सोचना होगा क्योंकि दोनों एक साथ ही चलते हैं।

इसमें भी नीट की तैयारी पर ज्यादा जोर देने की जरुरत है क्योंकि बारहवीं में अच्छे नंबर तो कम पढ़कर भी आ जाएंगे लेकिन नीट में आप चूक गए तो फिर से एक वर्ष मेहनत करनी पड़ेगी। ऐसे में आज हम आपको नीट की तैयारी कैसे करें (NEET Ki Taiyari Kaise Karen), इसके बारे में ही संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। आइए जाने नीट की तैयारी के लिए टिप्स।

नीट की तैयारी कैसे करें?

नीट कोई छोटा मोटा एग्जाम नहीं होता है और ना ही यह वर्ष में दो बार होता है। हर वर्ष लाखों स्टूडेंटस नीट एग्जाम में बैठते हैं और उसमें से बहुत कम ही सेलेक्ट हो पाते हैं। सेलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध सीट्स पर निर्भर करती है। ऐसे में यदि आप नीट एग्जाम में क्लियर हो भी जाते हैं तो भी आपको अच्छा कॉलेज मिलेगा, यह जरुरी नहीं है।

यहाँ हम यह समझाना चाह रहे हैं कि नीट एग्जाम में देशभर के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज आते हैं और उसमें से कुछ टॉप लेवल के होते हैं तो कुछ सामान्य स्तर के। ऐसे में यदि आपकी रैंक सही आती है तभी आपको अपनी पसंद का टॉप मेडिकल कॉलेज मिल पाएगा अन्यथा आपको सामान्य मेडिकल कॉलेज से ही काम चलाना पड़ेगा।

ऐसे में आपको अपनी दसवीं कक्षा के बाद से ही नीट की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। कुछ स्टूडेंट्स बारहवीं के बाद नीट की तैयारी शुरू करते हैं, ऐसे में उन्हें ज्यादा समय लग जाता है। आइए एक-एक करके नीट की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) करने के ऊपर सभी जरुरी टिप्स को जान लेते हैं।

#1. अपनी स्किल्स को समझें

सबसे पहले तो आपको अपने आप को पहचानने की जरुरत है। हमने सबसे पहले अपने आप को जानने या अपनी स्किल्स का आंकलन करने वाला पॉइंट इसलिए रखा है क्योंकि ऐसा बहुत बार देखने में आता है कि स्टूडेंट्स नीट एग्जाम या डॉक्टर बनने की तैयारी तो करने लग जाते हैं लेकिन बाद में जाकर उन्हें यह अहसास होता है कि यह उनकी क्षमता से बाहर है या उनका इसमें इंटरेस्ट ही नहीं है।

ऐसा अक्सर उन स्टूडेंट्स में ज्यादा देखने को मिलता है जिनके माता, पिता या परिवार में से कोई और भी डॉक्टर होता है या फिर उनके पेरेंट्स के द्वारा उन पर डॉक्टर बनने का दबाव बनाया जाता है। या फिर कुछ स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जो अपने दोस्तों या जानने वालों की देखा देखी इस राह पर आगे बढ़ जाते हैं और फिर बाद में पछताते फिरते हैं।

ऐसे में हम आपकी स्किल्स को या आपको कम नहीं आंक रहे हैं लेकिन आपको पहले ही सचेत कर रहे हैं कि एक बार आप अकेले में बैठकर आत्म चिंतन अवश्य कीजिए और स्वयं से पूछिए कि क्या आप वाकई में डॉक्टर बनने को इच्छुक हैं और उसके लिए नीट एग्जाम की तैयारी करना चाहते हैं। यदि आपका जवाब हां है तो इस लेख को आगे पढ़ें अन्यथा आप इसे यहीं पर छोड़ सकते हैं।

#2. नीट एग्जाम का सिलेबस जाने

अब जब आपने डॉक्टर बनने का सपना देख ही लिया है तो उसका पहला पड़ाव होता है नीट एग्जाम को क्लियर किया जाना और वह भी अच्छे नंबर के साथ। इसके लिए सबसे पहले जो काम आपको करना है, वह है नीट एग्जाम का सिलेबस, पैटर्न, सिलेक्शन, प्रोसेस इत्यादि के बारे में अच्छे से जानकारी लिया जाना।

उदाहरण के तौर पर नीट एग्जाम वर्ष में किस समय आयोजित होता है, उसके लिए क्या कुछ तैयारी करनी पड़ती है, कौन-कौन से विषय इसमें आते हैं, किस विषय से कौन से टॉपिक लिए जाते हैं और उन टॉपिक पर कितने और कैसे प्रश्न पूछे जाते हैं, नीट में कुल कितनी सीट होती है, किस रैंक पर कौन सा कॉलेज मिलता है, कुल कितने मेडिकल कॉलेज हैं, इत्यादि।

एक तरह से आपको नीट एग्जाम के बारे में शुरू से लेकर अंत तक हरेक छोटी से बड़ी जानकारी जुटा लेनी चाहिए। इसमें भी नीट एग्जाम के सिलेबस को अच्छे से समझा जाना आवश्यक है। वह इसलिए क्योंकि आपको इसी सिलेबस की ही तैयारी करनी है जो आपको नीट एग्जाम क्लियर करवाने में सहायता करेगा।

#3. एक टाइमलाइन बनाएं

अब जब आपने नीट एग्जाम के पैटर्न और सिलेबस को अच्छे से समझ लिया है तो अब बारी आती है अपनी टाइमलाइन बनाए जाने की। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप अपने आप को कितने वर्षों में डॉक्टर बने हुए देखना चाहते हैं और उसके लिए आप कितना समय लेंगे। कुछ स्टूडेंट्स कड़ी मेहनत के दम पर बारहवीं के जस्ट बाद ही नीट क्लियर कर देते हैं तो कुछ एक या दो वर्ष ड्रॉप लेकर उसे क्लियर कर पाते हैं।

ज्यादातर स्टूडेंट्स तो दसवीं के बाद से ही नीट की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Karen) करने में जुट जाते हैं तो कुछ अपनी तैयारी बारहवीं में या उसके बाद भी शुरू करते हैं। ऐसे में यह आप पर निर्भर करता है कि आपकी समय सीमा क्या है और आप इस रास्ते पर किस तेजी के साथ आगे बढ़ने को इच्छुक हैं। इसी पर ही आपकी आगे की कार्य योजना और लक्ष्य निर्भर करेंगे।

#4. अपना लक्ष्य निर्धारित करें

अब जब आपने अपनी टाइमलाइन भी बना ली है तो उसी के साथ-साथ एक काम और करना है और वह है एक स्पष्ट लक्ष्य का होना। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप आगे चलकर अपने आप को किस रूप में देखते हैं। अब डॉक्टर बनना तो आपका सपना है ही लेकिन यह जरुरी नहीं कि नीट की तैयारी केवल MBBS का कोर्स करने के लिए ही की जाती है।

नीट एग्जाम (NEET Exam Ki Taiyari Kaise Kare) के तहत कई और भी कोर्स किए जाते हैं और उसके तहत डॉक्टर भी कई तरह के बनते हैं। उदाहरण के तौर पर आयुर्वेद के डॉक्टर, होम्योपैथिक डॉक्टर या डेंटिस्ट इत्यादि। ऐसे में आपका लक्ष्य क्या है, इस पर ध्यान दें। साथ ही इस लक्ष्य में कुछ सरकारी मेडिकल कॉलेज भी रखें।

अब यदि आप टॉप गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन लेने का लक्ष्य लेकर चलेंगे तभी आगे चलकर आपका सिलेक्शन उसमें हो पाएगा। इससे आपको प्रेरणा भी मिलती रहेगी जो अवश्य ही आपको सफल बनाएगी।

#5. सही कोचिंग का चुनाव करें

यह सबसे महत्वपूर्ण और जरुरी पॉइंट है। यदि आपने यहाँ पर किसी तरह की ढील बरती तो बाकी किसी भी चीज़ का कोई मतलब नहीं रह जाता है। यदि आप सोचते हैं कि आप घर पर पढ़कर ही या सेल्फ स्टडी करके ही नीट जैसे मुश्किल एग्जाम को पास कर लेंगे तो यह आपका भ्रम है। आज तक कुछ चुनिंदा मतलब लाखों में से इक्का दुक्का स्टूडेंट ही अकेले पढ़कर नीट एग्जाम को क्लियर कर पाए हैं।

इसलिए सही कोचिंग का चुनाव किया जाना बहुत जरुरी हो जाता है। अब नीट के कोचिंग सेंटर तो हर शहर में खुले हुए हैं लेकिन उससे फर्क नहीं पड़ेगा। सही शहर के सही कोचिंग सेंटर से पढ़कर आप जल्द से जल्द और अच्छी रैंक के साथ नीट एग्जाम को क्लियर कर पाएंगे। यदि हम देश के कुछ चुनिंदा कोचिंग सेंटर के नाम लें तो उसमें सीकर शहर की मैट्रिक्स अकैडमी और गुरुकृपा, कोटा का एलन इंस्टीट्यूट और दिल्ली की आकाश अकैडमी बेस्ट है।

हालाँकि दिल्ली में स्टूडेंटस मौज मस्ती में ज्यादा व्यस्त रहते हैं और कोटा में एग्जाम प्रेशर बहुत ज्यादा होता है तो हाल के वर्षों में सीकर शहर इस सूची में टॉप में आ गया है। खासतौर पर वहाँ मैट्रिक्स जैसे कोचिंग सेंटर ने टॉप लेवल का प्रदर्शन किया है जिस कारण वह इस लिस्ट में टॉप पर आ गया है। इसलिए अगर आप सही कोचिंग का चुनाव करते हैं तो आपके नीट एग्जाम क्लियर करने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है।

#6. दिन का टाइमटेबल बनाएं

अब जब आपने एक सही कोचिंग का चुनाव कर लिया है तो उसी के साथ-साथ अपने पूरे दिन का सही टाइमटेबल बनाया जाना भी जरुरी हो जाता है। इसके तहत आपको कितने बजे सोना है, कब उठना है, कितनी देर पढ़ना है, कोचिंग का टाइम क्या है, सेल्फ स्टडी कितनी देर और कब से कब तक करनी है, आराम कब करना है, इत्यादि सब आना चाहिए।

अगर आपका टाइमटेबल सेट होगा और आप रोजाना उसी को फॉलो करेंगे तो यकीन मानिए आप अपने साथ के कई स्टूडेंट्स से आगे निकल जाएंगे। यह आपको अनुशासित करेगा और ध्यान भटकने से भी रोकेगा। इसलिए स्ट्रिक्ट टाइमटेबल बनाएं और उसे डेली फॉलो भी करें।

#7. अपने स्टडी डाउट क्लियर करें

अब जब आप नीट एग्जाम की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) कर रहे हैं तो हर दिन आपको कुछ ना कुछ डाउट होते होंगे। यह डाउट किसी टॉपिक को लेकर या किसी प्रश्न को हल करते हुए हो सकते हैं। ऐसे में आपको अपने सभी तरह के डाउट नियमित रूप से सोल्व करवाने की जरुरत है अन्यथा यह यूँ के यूँ ही पड़े रह जाते हैं।

जो स्टूडेंट्स अपने सभी डाउट समय रहते सोल्व करवा लेते हैं उन्हें चीजें जल्दी क्लियर होती है। मैट्रिक्स सीकर और एलन कोटा में स्पेशल इसी चीज़ को ध्यान में रखकर अलग से डाउट सेंटर बनाए गए हैं। इन डाउट सेंटर में जाकर स्टूडेंट्स किसी भी समय अपने डाउट को क्लियर कर सकते हैं।

#8. टाइम मैनेजमेंट है बहुत जरुरी

टाइमटेबल बनाने के साथ ही टाइम मैनेजमेंट अर्थात समय का प्रबंधन किया जाना भी बहुत जरुरी होता है। यहाँ हम यह समझाना चाह रहे हैं कि कुछ स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं जो पढ़ते-पढ़ते कहीं और ध्यान दे रहे होते हैं या कुछ और सोच रहे होते हैं और इस कारण उनका सारा टाइम इसी में ही निकल जाता है।

साथ ही वे एक चीज़ को करने में या समझने में बहुत समय लगा देते हैं जिस कारण टाइमटेबल भी बिगड़ता है और आपकी योजना भी धरी की धरी रह जाती है। यह आपके पूरे काम को बुरे तरीके से प्रभावित करता है। इसलिए टाइम का पूरा ध्यान रखें और अपना ध्यान भटकने से रोकें। दोस्तों के साथ मस्ती करना ठीक है लेकिन एक लिमिट तक अन्यथा उनका तो नुकसान हो ही रहा है, साथ में आपका भी।

#9. मॉक टेस्ट देते रहें

नीट एग्जाम जल्द से जल्द क्लियर करना है तो आपको समय-समय पर मॉक टेस्ट या प्रैक्टिस टेस्ट देते रहना चाहिए। इससे आप एग्जाम के लिए अच्छे से तैयार हो पाते हैं। हर टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट हर महीने और आखिर में तो हर सप्ताह मॉक टेस्ट लेता है ताकि स्टूडेंट्स की तैयारी में किसी तरह की कमी ना रहने पाए।

इसलिए आप जिस भी कोचिंग सेंटर में एडमिशन लेने जा रहे हैं, उसके बारे में अच्छे से रिसर्च अवश्य कर लें। आप वहाँ के ओल्ड स्टूडेंट्स से बात कर सकते हैं, नेट में उनके बारे में पढ़ सकते हैं, उनके रिव्यु देख सकते हैं, वहाँ के पहले के मॉक टेस्ट को पढ़ सकते हैं, अपने जानने वालों से पूछ सकते हैं।

#10. रिवीजन भी है बहुत जरुरी

यह एक ऐसा पॉइंट है या एक ऐसी चीज़ है जो आपकी बहुत मदद करेगी। दरअसल होता यह है कि स्टूडेंट ऊपर के सभी पॉइंट को फॉलो करता हुआ नीट की तैयारी करता रहता है लेकिन वह पुराना पढ़ा हुआ भूलता भी चला जाता है। अब इतना पढ़ने का क्या ही लाभ हुआ जब आप पुरानी पढ़ी हुई चीज़ को भूलते चले जाते हैं। इससे तो आपको आगे वही चीज़ फिर से पढ़नी पढ़ेगी।

तो इस स्थिति से बचने का सबसे सही उपाय है, समय रहते उनकी रिवीजन किया जाना। इसके लिए आप हर सप्ताह में एक दिन या हर दिन एक घंटा निर्धारित करें कि आप पुरानी पढ़ी हुई चीज़ की अच्छे से रिवीजन करेंगे। साथ ही हर महीने में भी एक दिन रिवीजन का जरुर रखें जब आप पूरे महीने की पढ़ाई का रिवीजन करेंगे।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस लेख में आपने नीट एग्जाम की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) करने के ऊपर पूरी जानकारी ले ली है। यहाँ हम एक बार फिर दोहरा दें कि एक सही कोचिंग का चुनाव आपकी नीट की तैयारियों को एक नई उड़ान दे सकता है, वहीं गलत कोचिंग का चुनाव आपको भ्रमित कर सकता है।

इसलिए टॉप लेवल के नीट कोचिंग सेंटर का ही चुनाव करें। इससे आपको तेज गति से तैयारी करने में बहुत मदद मिलेगी। सीकर का मैट्रिक्स नीट डिविजन या फिर कोटा का एलन इंस्टीट्यूट इसमें आपकी बहुत मदद कर सकते हैं। मैट्रिक्स अकैडमी में तो करियर काउंसलिंग की सुविधा भी दी जाती है जो आपके लिए शुरूआती तौर पर बहुत जरुरी होती है।

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सीकर में NEET कोचिंग फीस: आपके बजट में बेस्ट विकल्प

Sikar NEET Coaching Fees: क्या आप नीट की तैयारी करने को इच्छुक हैं और उसके लिए एक बेस्ट विकल्प की तलाश में हैं। देखने को तो सीकर शहर में नीट के दर्जनों कोचिंग इंस्टीट्यूट खुले हुए हैं लेकिन उनमें से कुछ एक ही बेहतर हैं। अब डॉक्टर बनने के लिए ना सिर्फ बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरुरत होती है बल्कि उसके लिए बहुत सारा पैसा भी बहाना पड़ता है।

इसे हम इस तरह से कहें कि डॉक्टर की पढ़ाई में पैसा पानी की तरह बहता है। यही कारण है कि ज्यादातर स्टूडेंट्स का सपना होता है कि वे नीट को जल्दी से जल्दी और अच्छे नंबर से क्रैक कर (NEET Coaching Fees Sikar) लें ताकि उनका गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन हो जाए। पहली बात तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की फीस प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की तुलना में बहुत कम होती है और दूसरा वहाँ की पढ़ाई भी टॉप लेवल की होती है।

अब यह तो हो गई बाद की बात। उससे पहले तो आपको नीट की तैयारी करनी होती है और उसके लिए किसी ना किसी कोचिंग सेंटर से जुड़ना होता (Sikar Coaching Fees For NEET) है। अब सीकर में नीट के कोचिंग इंस्टीट्यूट की फीस की बात की जाए तो इसको लेकर कई पेरेंट्स और यहाँ तक कि स्टूडेंट्स के माथे पर भी पसीना आ जाता है।

ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट और वहाँ के फीस स्ट्रक्चर का तुलनात्मक अध्ययन करेंगे। इससे आप बेहतर तरीके से अपना निर्णय ले पाएंगे कि आपके लिए सीकर का कौन सा कोचिंग संस्थान बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

Sikar NEET Coaching Fees | सीकर में नीट कोचिंग फीस

यहाँ हम ना केवल सीकर के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के बीच फीस को लेकर तुलनात्मक अध्ययन करेंगे बल्कि साथ ही आपको कई अन्य मापदंडों के आधार पर भी बताएँगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि मान लीजिए कि एक इंस्टीट्यूट कम फीस ले रहा हो और दूसरा ज्यादा लेकिन पहले वाला कम फीस के नाम पर सुविधाएँ भी नामात्र या घटिया क्वालिटी की दे रहा हो जबकि दूसरे वाला वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी तो आप किसे चुनेंगे?

आपका जवाब अवश्य ही दूसरे वाला होगा क्योंकि कम फीस देकर कुछ नहीं सीखने से बेहतर है ज्यादा फीस देकर अच्छा सीखना। वह इसलिए क्योंकि पहले वाले में आपके पैसे अवश्य ही कम लगेंगे लेकिन उसका क्या ही फायदा जब रिजल्ट ही अच्छा ना रहे। इससे आपका पैसा और समय दोनों ही बर्बाद होंगे।

वहीं यहाँ पर एक बात पर और ध्यान देना जरुरी (Sikar Coaching Fees NEET) है। वह यह है कि एक इंस्टीट्यूट बहुत ज्यादा फीस ले रहा है लेकिन दूसरे वाला कम। अब पहले वाले में कहने के नाम पर अनावश्यक सुविधाएँ हैं जबकि दूसरे वाले में सब जरुरत वाली सुविधाएँ, तो आप अवश्य ही इसमें दूसरे वाला चुनेंगे।

तभी हम आपको टॉप नीट इंस्टीट्यूट के फीस स्ट्रक्चर के साथ-साथ वहाँ मिलने वाली अन्य सुविधाओं के आधार पर तुलना करके बताएँगे। ऐसे में पहले हम आपके सामने एक टेबल रखने जा रहे हैं जिससे आपको मोटे तौर पर सीकर के नीट फीस स्ट्रक्चर (Sikar NEET Coaching Fees) का आईडिया हो सके।

नीट इंस्टीट्यूट का नाम लगभग वार्षिक फीस बैच साइज एडमिशन प्रोसेस फैसिलिटी एक्स्ट्रा फैसिलिटी स्कॉलरशिप
Matrix Academy ₹85,000 – ₹1,20,000 70-90 स्टूडेंट्स का बैच मैरिट पर आधारित छोटे बैच, स्पेशल टेस्ट सीरीज़, डाउट सेंटर्स, 365 दिन खुला, स्टडी मटेरियल, ऑनलाइन क्लासेज, मेंटरशिप पर्सनल गाइडेंस, टेस्ट रिव्यू, ऑनलाइन टेस्ट, मोबाइल ऐप सपोर्ट, डिजिटल लर्निंग हां, 90% तक
ALLEN Career Institute ₹1,00,000 – ₹1,50,000 100-120 स्टूडेंट्स का बैच टेस्ट पर आधारित स्टडी मटेरियल, टेस्ट सीरीज़, डाउट सेशन ऑनलाइन टेस्ट, मोबाइल ऐप सपोर्ट हां, 50% तक
Aakash Institute ₹90,000 – ₹1,30,000 80-100 स्टूडेंट्स का बैच प्रवेश परीक्षा या डायरेक्ट मॉक टेस्ट, स्टडी मटेरियल, कस्टमाइज्ड लर्निंग डिजिटल ट्यूटोरियल, वीडियो लेक्चर हां, 70% तक
Resonance ₹1,00,000 – ₹1,40,000 120 स्टूडेंट्स का बैच डायरेक्ट एडमिशन वीकली टेस्ट, स्टडी मटेरियल, मेंटरिंग डिजिटल लर्निंग, करियर काउंसलिंग हां, 50% तक
Toppers Academy ₹80,000 – ₹1,20,000 50-70 स्टूडेंट्स का बैच ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन क्लासेज, स्टडी मटेरियल पर्सनल गाइडेंस, लाइव सेशन हां, 30% तक

ऊपर हमने आपको सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की फीस और वहाँ मिल रही सुविधाओं के बीच में एक तुलनात्मक टेबल उपलब्ध करवा दी है। अब हम एक-एक करके इन कोचिंग सेंटर्स के बारे में आपको बता देते (Sikar Coaching Fees For NEET) हैं।

#1. मैट्रिक्स अकैडमी, सीकर

मैट्रिक्स अकैडमी में नीट के साथ-साथ IIT JEE की भी तैयारी करवाई जाती है। ऐसे में उनकी दोनों ब्रांच को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। मैट्रिक्स अकैडमी में नीट की तैयारी मैट्रिक्स नीट डिविजन (Matrix NEET Division) के तहत करवाई जाती है। अब मैट्रिक्स अकैडमी में जो कुछ सुख-सुविधाएँ हैं, वह इस प्रकार है:

  • मैट्रिक्स में लगभग सभी तरह की फैसिलिटी दी जाती है जो किसी स्टूडेंट को नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए जरुरी होती है।
  • इसमें कस्टमाइज्ड स्टडी मटेरियल के साथ-साथ डिटेल्ड स्टडी मटेरियल की जरुरत सबसे ज्यादा होती है जिसको मैट्रिक्स ने बेहतर रूप से तैयार किया हुआ है।
  • मैट्रिक्स की जो चीज़ इसे बाकियों से अलग बनाती है, वह है यहाँ के डाउट सेंटर्स और साल के हर दिन अपने स्टूडेंट्स के लिए खुला रहना।
  • मैट्रिक्स के डाउट सेंटर्स में स्टूडेंट्स कभी भी अपने डाउट ले जाकर पूछ सकते हैं। अगर स्टूडेंट्स के डाउट टाइम टू टाइम क्लियर होते रहते हैं तो उनकी तैयारी में कोई रूकावट नहीं आती है।
  • वहीं साल के हर दिन खुले रहना भी अपने आप में एक अनोखा प्रयोग है। एक तरह से हर छुट्टी, त्यौहार वाले दिन भी मैट्रिक्स अपने स्टूडेंट्स के लिए कभी बंद नहीं होता है।
  • मैट्रिक्स में स्टूडेंट्स के बैच भी बाकी नीट इंस्टीट्यूट की तुलना में छोटे रखे जाते हैं। इससे टीचर अपने स्टूडेंट्स पर बेहतर तरीके से ध्यान दे पाता है।
  • इसके अलावा मोबाइल ऐप पर हर अपडेट मिलना, डिजिटल लर्निंग, ऑनलाइन टेस्ट एंड सेशन इत्यादि हर जरुरी फैसिलिटी मैट्रिक्स नीट डिविजन के तहत दी जाती है।

अब सबसे मजेदार बात यह है कि लगभग सभी तरह की फैसिलिटी देकर भी मैट्रिक्स की फीस ना तो बहुत ज्यादा है और ना ही एकदम कम। एक तरह से आपके बजट में बेस्ट विकल्प के तौर पर मैट्रिक्स ही सबसे पहले नंबर पर आता (Matrix Sikar NEET Fees) है। यही कारण है कि वह इस लिस्ट में भी टॉप पर बना हुआ है।

#2. एलन सीकर

एलन का नाम तो आपने अवश्य ही सुन रखा होगा। वह इसलिए क्योंकि एलन अब से नहीं बल्कि कई वर्षों से नीट की कोचिंग दे रहा है। उसका यह नाम एक दिन में नहीं बल्कि कई वर्षों की मेहनत के बाद बना है। शुरुआत एलन कोटा से हुई थी लेकिन देखते ही देखते इसकी ब्रांच अन्य कई शहरों में भी खुलती चली गई। आइए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • एलन ने कई वर्षों की मेहनत से अपना स्टडी मटेरियल तैयार किया हुआ है जिसका कोई तोड़ नहीं है। एक तरह से इनका स्टडी मटेरियल बहुत अच्छा है।
  • एलन में भी मैट्रिक्स की तरह ही डाउट सेशन रखे जाते हैं जहाँ जाकर स्टूडेंट्स अपने डाउट क्लियर करते हैं।
  • यहाँ पर समय-समय पर टेस्ट लिए जाते रहते हैं। हालाँकि आज के समय में हर टॉप कोचिंग सेंटर टाइम टू टाइम टेस्ट लेता रहता है।
  • एलन की मोबाइल ऐप भी है जहाँ पर स्टूडेंट्स को हर तरह का अपडेट मिलता रहता है।
  • साथ ही यहाँ पर ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है।

वैसे तो एलन नीट की कोचिंग देने में एक बहुत बड़ा ब्रांड है लेकिन वहाँ की फीस अन्य कोचिंग इंस्टीट्यूट की तुलना में बहुत ज्यादा है। साथ ही ज्यादा नाम होने के कारण वहाँ स्टूडेंट्स भी बहुत ज्यादा होते हैं और टीचर कम। इस कारण वहाँ के एक-एक बैच में भर-भर कर स्टूडेंट्स को लिया जाता है।

#3. आकाश इंस्टीट्यूट, सीकर

एलन की तरह ही आकाश भी देशभर में अपनी ब्रांच के लिए जाना जाता है। इनकी ब्रांच भी आपको हर बड़े शहर में देखने को मिल जाएगी जहाँ हजारों स्टूडेंट्स तैयारी कर रहे होते हैं। ऐसे में आइए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • आकाश में अधिकतर स्टूडेंट्स को बिना किसी टेस्ट के डायरेक्ट ले लिया जाता है। एक तरह से यहाँ पर हर तरह का स्टूडेंट एडमिशन ले सकता है।
  • यहाँ की मुख्य सुविधा है सबकुछ ऑनलाइन उपलब्ध होना। कहने का मतलब यह हुआ कि आकाश का पूरा स्टडी मटेरियल, लेक्चर इत्यादि ऑनलाइन मिल जाएंगे।
  • ऐसे में आप एक साथ कई टीचर के लेक्चर और स्टडी मटेरियल ऑनलाइन देख सकते हैं और तैयारी कर सकते हैं।
  • यहाँ पर हर लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाती है ताकि अगर कोई स्टूडेंट अपनी क्लास मिस कर देता है तो बाद में उसे देखकर पढ़ सके।
  • यहाँ की स्टडी भी कस्टमाइज्ड तरीके से करवाई जाती है ताकि स्टूडेंट स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ सके।

आकाश की फीस तो मॉडरेट है लेकिन यहाँ भी एलन की तरह एक बैच में कई स्टूडेंट्स होते हैं। साथ ही आकाश इंस्टीट्यूट ऑनलाइन स्टडी पर ज्यादा फोकस करता है जिस कारण स्टूडेंट टीचर का ज्यादा संपर्क नहीं हो पाता है। इस कारण स्टूडेंट्स के डाउट पेंडिंग रह जाते हैं।

#4. रेजोनेंस अकैडमी, सीकर

रेजोनेंस भी एक जाना पहचाना नाम है जिसने हाल ही के वर्षों में अपना बहुत नाम कमाया है। इसका कारण है यहाँ का अच्छा रिजल्ट और स्टूडेंट्स का रेजोनेंस पर भरोसा।

  • रेजोनेंस अकैडमी में ज्यादातर डायरेक्ट एडमिशन ही होता है। इस कारण यहाँ भी कोई भी स्टूडेंट एडमिशन ले सकता है।
  • यहाँ पर स्टूडेंट्स का वीकली अर्थात साप्ताहिक तौर पर टेस्ट लिया जाता है जो उन्हें एग्जाम के लिए तैयार करता है।
  • यहाँ पर स्टूडेंट्स की टाइम टू टाइम मेंटरिंग की जाती है और पर्सनल गाइडेंस दी जाती है।

रेजोनेंस भी एक अच्छी अकैडमी है लेकिन यहाँ पर एक बैच में लगभग 120 या इससे भी ज्यादा स्टूडेंट्स होते हैं। साथ ही यहाँ की फीस भी अपेक्षाकृत थोड़ी ज्यादा है।

#5. टॉपर्स अकैडमी, सीकर

यह भी आकाश की तरह ही ऑनलाइन स्टडी पर ज्यादा ध्यान देती है। हालाँकि आज के समय में इसका नाम भी बहुत प्रचलन में आ गया है, आइए जाने।

  • यहाँ की फीस कुछ ज्यादा नहीं है। जिनकी आर्थिक स्थिति थोड़ी कमजोर होती है, वे अवश्य ही इस अकैडमी को चुनते हैं।
  • इस अकैडमी में स्टूडेंटस के बैच भी छोटे ही रखे जाते हैं जिस कारण टीचर अपने स्टूडेंट्स पर सही से ध्यान दे पाते हैं।
  • हालाँकि यहाँ मिलने वाली फैसिलिटी भी बहुत ही कम है। जहाँ अन्य 4 नीट इंस्टीट्यूट तरह-तरह की फैसिलिटी देते हैं तो वहीं टॉपर्स अकैडमी में इतनी फैसिलिटी नहीं है।

एक तरह से यहाँ आपको स्टडी मटेरियल, ऑनलाइन सेशन, पर्सनल गाइडेंस इत्यादि दी जाती है जो लगभग हर टॉप नीट इंस्टीट्यूट दे देता है। हालाँकि यह अकैडमी सीकर की बाकी नीट अकैडमी से अच्छी है तभी यह टॉप 5 में आती है।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको सीकर में नीट कोचिंग फीस के स्ट्रक्चर (Sikar NEET Coaching Fees) और टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर्स के बीच में तुलनात्मक अध्ययन करके दे दिया है। अगर आप बजट के अंदर बेस्ट विकल्प ढूंढ रहे हैं तो उसमें मैट्रिक्स सबसे बेस्ट विकल्प रहने वाला है।

वहीं ब्रांड वैल्यू के हिसाब से एलन, सबसे कम पैसों के हिसाब से टॉपर्स, ऑनलाइन स्टडी के हिसाब से आकाश और डायरेक्ट एडमिशन के हिसाब से रेजोनेंस बेटर ऑप्शन है। हालाँकि इस बात का जरुर ध्यान रखें कि जिस इंस्टीट्यूट में बैच साइज़ छोटा होता है, वहाँ पर अक्सर स्टूडेंट्स का सिलेक्शन जल्दी होता है।

वह इसलिए क्योंकि बैच में कम स्टूडेंट्स होने से स्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच में ज्यादा कनेक्शन होता (Sikar Coaching Fees For NEET) है। अब अगर स्टूडेंट टीचर के लगातार संपर्क में बना रहता है तो उसे एक्सपर्ट गाइडेंस मिलती है, नई तरह की चीज़ों से वह अपडेटेड रहता है और उसके कोई भी डाउट अधूरे नहीं रहते।

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JEE/NEET की तैयारी में स्ट्रेस से छुटकारा पाने के 13 प्रभावी उपाय

आज के समय में एक चीज़ बहुत कॉमन हो चली है और वह है स्टूडेंट का प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते-करते अचानक से सुसाइड कर लेना। अब आप ही सोचिए, उस बच्चे ने आखिरकार इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? अगर उसे सही समय पर सही गाइडेंस मिल जाती, मेंटर व प्रोफेशनल का साथ मिलता और पढ़ाई को अच्छे से मैनेज (JEE NEET exam stress management tips in Hindi) करने के उपाय सुझाए जाते, तो क्या ऐसी नौबत आती!!

इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल बहुत ही सेंसिटिव टॉपिक पर है और वह है JEE और NEET की तैयारी करते समय स्ट्रेस मैनेजमेंट कैसे किया जाए। आज का यह टॉपिक उन सभी स्टूडेंट्स के लिए लिखा जा रहा है जो JEE और NEET की तैयारी (JEE NEET ki taiyari kaise kare) करते हुए खुद को बहुत ज्यादा दबाव में पा रहे हैं या धीरे-धीरे यह दबाव बढ़ता जा रहा है।

JEE और NEET की तैयारी के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट

हम आपको उदाहरण देते हैं। मान लीजिए दो कैंडिडेट हैं और दोनों को एक ही कंपनी में इंटरव्यू देने जाना है। अब पहले वाले कैंडिडेट ने रातभर जाग-जाग कर इंटरव्यू की सारी पढ़ाई की। इस दौरान उसने सिर्फ 2 से 3 घंटे की नींद ली। इंटरव्यू रूम में जाने से पहले भी वह बुक खोलकर रटे-रटाये उत्तर दोहरा रहा है।

वहीं दूसरा कैंडिडेट जिसे अपने मेंटर का सही मार्गदर्शन मिला। उसे उसके मेंटर ने बताया कि इंटरव्यू में रटे रटाये उत्तर देने की बजाए खुलकर बात करनी चाहिए लेकिन उसमें कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए। अपनी कमजोरी बतानी चाहिए लेकिन उस कमजोरी को ताकत कैसे बनाया जा सकता है, वह भी जानना चाहिए।

अब जरा आप ही बताइए कि जो इंटरव्यू लेने वाला होगा, वह दोनों में से किसे सलेक्ट करेगा? आपका उत्तर होगा, दूसरे वाले को। लेकिन ऐसा क्यों? तैयारी तो पहले वाले ने ज्यादा की थी ना तो दूसरा वाला क्यों सलेक्ट होगा? तो इसका सीधा सा जवाब है कि दूसरे वाले ने स्मार्ट तरीके से तैयारी की जबकि पहले वाला बस रट्टा मारने में ही रह गया।

आशा है कि आपको हमारा आशय थोड़ा बहुत तो समझ आ गया (JEE NEET ki taiyari kaise kare) होगा। अब हम JEE और NEET की तैयारी करने में होने वाले स्ट्रेस पर वापस आते हैं। आइए इसके कारण, उपाय और अन्य चीज़ों के बारे में जान लेते हैं।

स्ट्रेस होने के कारण

JEE और NEET की तैयारी करते समय होने वाले स्ट्रेस के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। उनमें से कुछ चुनिंदा कारणों को हम आपके सामने रख देते (Exam stress causes and effects in Hindi) हैं।

  1. आज के समय में कम्पटीशन इतना ज्यादा बढ़ गया है कि पूछिए मत। हर किसी को एक दूसरे से आगे निकलना है और यही तनाव का मुख्य कारण भी है।
  2. सलेबस इतना ज्यादा है कि स्टूडेंट को समझ ही नहीं आता कि वह क्या पढ़े और क्या नहीं। 11वीं और 12वीं क्लास की बुक्स, तरह-तरह के नोट्स और अलग-अलग ऑथर की बुक्स इत्यादि की भरमार है।
  3. खुद की कैपबिलिटी से अधिक उम्मीदें रखना। हम यह नहीं कह रहे कि आप स्वयं को कम आंके लेकिन आप अपने से इतनी भी उम्मीद ना लगाएं, जो आपका विश्वास बढ़ाने की बजाए उल्टा उसे गिरा दे।
  4. सामाजिक दबाव भी स्ट्रेस को बहुत ज्यादा बढ़ाता है। खासतौर पर स्टूडेंट के पेरेंट्स उससे बहुत ज्यादा उम्मीदें लगाए रखते हैं और यह भी तनाव का मुख्य कारण है।
  5. कोचिंग क्लासेज और टीचर्स का स्टूडेंट के साथ कम इंटरेक्शन। बहुत से और खासतौर पर बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर्स ऐसे हैं जो अपने यहाँ भर-भर कर स्टूडेंट तो ले लेते हैं लेकिन उसके अनुपात में इतने टीचर्स नहीं होते।
  6. इसे हम स्टूडेंट टीचर रेश्यो के तहत भी ले सकते हैं। अब टीचर्स की संख्या स्टूडेंट्स की संख्या से बहुत कम होगी तो अवश्य ही वे स्टूडेंटस को कम टाइम दे पाएंगे। इससे स्टूडेंट का तनाव और बढ़ता चला जाता है।
  7. सिर्फ कम रेश्यो ही नहीं बल्कि टीचर का अनुभव कैसा है, यह भी बहुत मायने रखता है। JEE और NEET की तैयारी करते समय एक स्टूडेंट का सही मार्गदर्शन उसका टीचर ही कर सकता है। अब अगर वही अनुभवी नहीं है तो स्ट्रेस तो होगा ही।
  8. स्टूडेंट का गलत संगत में पड़ना या शहर की चकाचौंध में खो जाना। बहुत बार यह देखने में आता है कि स्टूडेंट चाहकर भी इतना पढ़ नहीं पाता या टाइम नहीं निकाल पाता।
  9. इसे हम अनुचित समय प्रबंधन या बैड टाइम मैनेजमेंट भी कह सकते हैं। जब टाइम ही सही से मैनेज नहीं किया गया तो पूरे दिन का शेड्यूल बिगड़ जाता है।
  10. बुरा ही सोचते रहना भी स्ट्रेस बढ़ने का कारण है। ऊपर हमने आपको बताया कि आप खुद से ज्यादा उम्मीदें ना लगाएं क्योंकि इससे स्ट्रेस बढ़ता है। अब वहीं कुछ ऐसे स्टूडेंट भी होते हैं जो हमेशा अपने आप को दूसरों से कमतर आंकते हैं तो इस कारण भी स्ट्रेस बढ़ता है।

ऊपर हमने आपको JEE और NEET की तैयारी करते समय स्ट्रेस बढ़ने के चुनिंदा 10 कारण बता दिए हैं। अब बारी आती है, स्ट्रेस मैनेजमेंट के उपाय जानने की। तो आइए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

स्ट्रेस मैनेजमेंट के उपाय

वैसे तो स्ट्रेस मैनेजमेंट के भी कई तरह के उपाय हैं। हमने भी सभी तरह के उपाय देखे और पढ़े। साथ ही सफल होने वाले स्टूडेंट्स की कहानियां भी पढ़ी और जाना कि किन-किन तरीकों के कारण उनका स्ट्रेस कम हुआ।

इतना ही नहीं, उन्होंने ना केवल स्ट्रेस को कम किया बल्कि JEE और NEET में अच्छी रैंक भी हासिल की। तो चलिए ऐसे ही कुछ चुनिंदा उपायों (JEE NEET exam stress management tips in Hindi) के बारे में जान लेते हैं।

#1. टाइम मैनेजमेंट है सबसे जरुरी

स्ट्रेस को मैनेज करना है तो उसके उपाय में अपना टाइम मैनेज करना सबसे पहले आता है। आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि जब दिन की शुरुआत ही बुरी हो तो पूरा दिन ही ख़राब जाता है। तो वही चीज़ JEE और NEET की तैयारी करने में भी लागू होती है।

अगर आपके दिन की शुरुआत ही आलस, कामचोरी या ऐसी ही किसी आदत में जाती है तो पुरे दिन का शेड्यूल ख़राब होता है। इसके लिए आप पूरे दिन का निर्धारित शेड्यूल बनाएं और उसी के अनुसार ही चलें। फिर देखिए कैसे आपकी तैयारी भी अच्छे से होती है और स्ट्रेस भी कम हो जाता है।

#2. खुद को पहचानना

आप चाहे JEE की तैयारी कर रहे हो या नीट के एग्जाम की, आपको पहले अपने आप का आंकलन करना जरुरी है। अपने आप को पहचानने का मतलब है कि आप खुद से पूछें कि क्या आप यह कर सकते हैं? अगर कर सकते हैं तो आपको इसमें कितना टाइम लगेगा? अब क्या आपके पास उतना टाइम है?

इतने टाइम में आपका कितना खर्च होगा और क्या आपके पेरेंट्स उतना खर्चा उठा सकते हैं? क्या आपको लोन लेने की जरुरत है? आपके ऊपर कोई पारिवारिक दबाव तो नहीं है? इत्यादि। ऐसे ही कई प्रश्न अपने आप से पूछें और उसके बाद ही आगे का फैसला लें।

#3. सही शहर का चुनाव

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि कोचिंग लेने के लिए सही शहर का चुनाव किया जाना भी बहुत जरुरी हो जाता है। अब कहने को तो मेट्रो सिटी में हर तरह की फैसिलिटी मिलती है और बड़े से बड़े कोचिंग सेंटर भी वहाँ होते हैं लेकिन अगर हम पढ़ाई वाले माहौल की बात करें तो वह ना के बराबर होता है।

फिर चाहे आप दिल्ली को ले लीजिए या फिर मुंबई को। हर जगह बड़े से बड़े कोचिंग सेंटर तो हैं लेकिन ज्यादातर स्टूडेंट मौज मस्ती में ही रहते हैं। रही बात कोटा की तो वहाँ स्टूडेंट पर इतना ज्यादा प्रेशर बनाया जाता है कि वह ना चाहते हुए भी स्ट्रेस में आ जाता है। ऐसे में आप सीकर या जयपुर जैसे शहरों का चुनाव कर सकते हैं।

#4. सही कोचिंग का चुनाव

स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए जितना ध्यान सही शहर को चुनने में लगाना होता है, उससे ज्यादा ध्यान सही कोचिंग सेंटर को चुनने में लगाना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि एक कोचिंग सेंटर ही आपकी जिंदगी बना भी सकता है और उसे बिगाड़ भी सकता है।

एक अच्छे कोचिंग सेंटर में स्टूडेंट को सभी तरह की फैसिलिटी तो दी जाएगी ही लेकिन उसी के साथ ही वहाँ स्टूडेंट टीचर रेश्यो, टीचर्स का एक्सपीरियंस और स्टूडेंट से डील करने की तकनीक इत्यादि बहुत मायने रखती है।

ऊपर हमने दो शहर बताए जो कोचिंग के लिए सही हैं। जब हमने इन शहरों में खुले कोचिंग सेंटर के बारे में जांच पड़ताल की तो कुछ चुनिंदा कोचिंग सेंटर उभर कर सामने आए। इसमें सीकर का मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर और कौटिल्य अच्छा लगा तो वहीं जयपुर का एलन कोचिंग सेंटर।

#5. हर दिन है नया

हमने इस पॉइंट को खासतौर पर इसलिए डाला है क्योंकि यह पिछले साल JEE में टॉप करने वाले कुछ स्टूडेंट्स ने हाईलाइट किया था। उनके अनुसार यह सिर्फ और सिर्फ स्टूडेंट की सोच पर निर्भर करता है।

कुछ स्टूडेंट अगला दिन आने पर यह सोचते हैं कि ओह्ह, तैयारी के लिए एक दिन और कम हो गया जबकि कुछ स्टूडेंट अगले दिन को एक नए दिन के तौर पर देखते हैं। इसलिए आप भी हर नए दिन को तैयारी के लिए एक और दिन के तौर पर देखें।

#6. जरुरी चीज़ों को हाईलाइट करें

जब एग्जाम पास आने लगते हैं तो देखने में आता है कि ज्यादातर स्टूडेंट हड़बड़ी में पढ़ते हैं या दूसरे स्टूडेंट्स से नोट्स मांगते फिरते हैं। ऐसे में आप पहले दिन से ही जरुरी चीज़ों के नोट्स बनाना शुरू कर देंगे तो बहुत हेल्प होगी।

इसके लिए आप बुक में भी जरुरी चीजों को मार्कर से हाईलाइट करें, कॉपी में नोट्स बनाएं ताकि एक क्विक रिविजन की जा सके।

#7. डाउट को छोड़े नहीं

अब ऐसा तो हो ही नहीं सकता कि आप JEE और NEET की तैयारी कर रहे हो और आपके कोई भी डाउट ही ना हो। आपके जो भी डाउट हो, उन्हें नोट करके रख लें और फिर अगले दिन अपने टीचर से उन डाउट को क्लियर करवाएं।

यही बात हमें सीकर के मैट्रिक्स कोचिंग की अच्छी लगी कि उन्होंने अपने कोचिंग सेंटर में जगह-जगह डाउट सेंटर बनाकर रखे हैं जहाँ स्टूडेंट्स कभी भी अपने डाउट लेकर आ सकते हैं। अब ऐसी ही फैसिलिटी अन्य कोचिंग सेंटर्स भी देने लगे हैं।

#8. पूरी नींद और उचित खानपान

अगर आप कम सोएंगे तो इसका मतलब यह नहीं कि आप ज्यादा तैयारी कर पाएंगे। इससे आप दिमागी तौर पर थक जाएंगे और स्ट्रेस भी बढ़ता चला जाएगा। इसलिए नींद पूरी लें, ना ही ज्यादा और ना ही कम।

साथ ही अपना खानपान भी सही रखें क्योंकि गलत खानपान भी स्ट्रेस को बढ़ाता है। ऐसे में आप बाहर का खाने से बचें। फ़ास्ट फूड, तला फला भी ना खाएं। रोजाना बादाम, चने, दाल, दूध, दही इत्यादि अवश्य लें।

#9. योग व प्राणायाम

स्ट्रेस को कम करने में योग बहुत ही प्रभावी रहता है। आप सुबह के समय जल्दी उठने की आदत डालें और कम से कम 30 मिनट के लिए योग व प्राणायाम करने का नियम बना लें। फिर देखिए आपका स्ट्रेस भी कम होता है और आप ध्यान लगाकर पढ़ पाते हैं।

#10. पेरेंट्स के साथ बातचीत करते रहना

आप चाहे दूसरे शहर में रहकर JEE और NEET की तैयारी कर रहे हो लेकिन हर दिन अपने पेरेंट्स से साथ बात जरुर करें। अगर रोजाना बात नहीं हो पाती है तो दो दिन में एक बार तो जरुर करें। इससे आपको भी घर के बारे में पता चलता रहेगा और पेरेंट्स को भी आपकी स्थिति का पता रहेगा।

#11. सीनियर के साथ कॉन्टेक्ट में रहना

आप जिस भी कोचिंग सेंटर में पढ़ते हो, वहाँ आपका सीनियर बैच भी होगा। आपको उनमें से कुछ सीनियर के साथ कॉन्टेक्ट बनाना चाहिए। ये सीनियर आपकी बहुत तरीके से मदद कर सकते हैं, खासतौर पर स्ट्रेस को कम करने में।

#12. सही फ्रेंड सर्कल बनाएं

आपका फ्रेंड सर्कल अर्थात दोस्तों की मंडली कैसी है, यह भी बहुत मायने रखती है। यदि यह अच्छा फ्रेंड सर्कल है तो आप दोगुनी गति से JEE और NEET की तैयारी कर पाते हैं और वहीं अगर यह बुरा है तो आपका जीवन बर्बाद कर देगा।

#13. बैकअप तैयार रखें

चाहे आपकी तैयारी कितनी ही मजबूत क्यों ना हो या आपको अपने आप पर कितना ही विश्वास क्यों ना हो लेकिन हमेशा एक बैकअप प्लान तैयार रखें। हम यह नहीं कह रहे हैं कि आपका JEE और NEET में सलेक्शन नहीं होगा लेकिन हमेशा अपनी तैयारी पूरी करके ही चलना चाहिए।

अगर आपके पास बैकअप प्लान होगा तो आपका स्ट्रेस अपने आप ही कम हो जाएगा। हालाँकि इस बात का भी ध्यान रखें कि बैकअप प्लान के चक्कर में अपनी JEE और NEET की तैयारी को कमजोर ना पड़ने दें। बैकअप प्लान को एक आखिरी विकल्प के तौर पर ही रखें।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि JEE और NEET की तैयारी (JEE NEET exam stress management tips in Hindi) करते समय स्ट्रेस होने के क्या कुछ कारण हो सकते हैं। वहीं स्ट्रेस मैनेज करने के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं। आशा है कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। आप अपना फीडबैक नीचे कमेंट सेक्शन में दे सकते हैं।

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JEE/NEET की तैयारी के लिए सीकर क्यों बन रहा है स्टूडेंट्स की पहली पसंद!!

राजस्थान का सीकर शहर कोई ज्यादा बड़ा शहर नहीं है। पहले के समय में बहुत कम लोग ही इसके बारे में जानते थे। हालाँकि अब परिस्थितियां बहुत बदल चुकी हैं। अब अगर आप किसी ऐसे स्टूडेंट से सीकर के बारे में पूछेंगे जो अभी दसवीं से बारहवीं में पढ़ रहा हो तो उसका कोई ना कोई जानकार सीकर में JEE और NEET की तैयारी करता हुआ पाया जाएगा।

इतना ही नहीं, उनमें से बहुत से स्टूडेंट तो खुद सीकर जाकर JEE और NEET की तैयारी (Sikar JEE NEET Coaching) करने का मन बना रहे होंगे। लेकिन ऐसा क्यों? कुछ साल पहले जब हम JEE और NEET की तैयारी करने वाले शहर की बात करते थे तो उसमें केवल एक ही नाम आता था और वह था राजस्थान का कोटा शहर। हालाँकि अब कोटा का वर्चस्व राजस्थान का ही दूसरा शहर सीकर तोड़ता जा रहा है।

अब सीकर शहर में ऐसा क्या है जो वह JEE और NEET की तैयारी करने और करवाने दोनों में स्टूडेंट्स और टीचर्स की पहली पसंद बनता जा रहा है? आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी के बारे में ही बताने वाले हैं। चलिए जानते हैं आखिरकार क्यों है सीकर JEE और NEET की तैयारी करने के लिए स्टूडेंट्स की पहली पसंद।

JEE/NEET की तैयारी के लिए सीकर है स्टूडेंट्स की पहली पसंद

सीकर शहर स्टूडेंट्स की पहली पसंद ही नहीं बल्कि देश में भी JEE और NEET तैयारी करवाने के लिए नंबर वन (Sikar JEE NEET Coaching) बनता जा रहा है। इसके पीछे एक या दो नहीं बल्कि कई कारण हैं। उन्हीं में से 5 मुख्य कारण आज हम आपको बताएँगे।

#1. सीकर के JEE/NEET कोचिंग सेंटर्स

सीकर को JEE/NEET की तैयारी करवाने के लिए देश में नंबर वन लाने में जिसकी सबसे अहम भूमिका है, वह है सीकर शहर में खुले दर्जनों कोचिंग सेंटर्स। अब आप कहेंगे कि इस तरह के JEE/NEET कोचिंग सेंटर्स तो आज के समय में किस शहर में नहीं खुले हैं। हम देश के किसी भी शहर में चले जाएं, वहाँ दर्जनों JEE/NEET के कोचिंग सेंटर्स मिल जाएंगे।

ऐसे में आज हम आपको बता दें कि सीकर शहर के कुछ कोचिंग सेंटर्स ऐसे हैं जिन्होंने JEE/NEET की तैयारी करवाने में अपना परचम पूरे देश में लहरा दिया है। पहले हम आपको सीकर के टॉप 5 JEE/NEET के कोचिंग सेंटर्स की लिस्ट दे देते हैं:

अब इसमें मैट्रिक्स सीकर का नंबर वन कोचिंग सेंटर है तो उसके बाद एलन का नाम आता है। इसके बाद क्रमानुसार गुरुकृपा, कौटिल्य और प्रिंस अकादमी का नाम आता है।

अब इन कोचिंग सेंटर्स ने अपना JEE/NEET कोचिंग सेंटर खोलने से पहले कई वर्षों की रिसर्च की है। उन्होंने देखा कि ऐसा क्या है जो हम स्टूडेंट्स को JEE/NEET की तैयारी करवाने के लिए दे सकते हैं। इसके बाद ही उन्होंने देशभर में से ऐसे टीचर्स की खोज की जिनका ना केवल एक्सपीरियंस अच्छा हो बल्कि वे स्टूडेंट्स के नेचर और उनके सीखने की क्षमता का आंकलन कर उन्हें पढ़ा सकें।

इसी का परिणाम है कि आज सीकर शहर मुख्यतया इन्हीं पांच कोचिंग सेंटर्स की बदोलत देश का नंबर वन JEE/NEET कोचिंग शहर बनता जा रहा है। इसमें भी मैट्रिक्स और गुरुकृपा के द्वारा किया गया काम शानदार रहा है।

#2. सीकर शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर

अब आपने सीकर के फेमस JEE/NEET कोचिंग सेंटर के बारे में तो जान लिया है लेकिन अब हम जानेंगे सीकर शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में। अब हमने ऊपर बात की कि JEE और NEET के कोचिंग सेंटर तो हर शहर में हैं लेकिन क्या आपके शहर में वैसा माहौल है? नहीं ना। बस यही चीज़ सीकर को बाकी शहरों से अलग करती है।

सीकर शहर में आपको कोचिंग सेंटर्स के अलावा दर्जनों लाइब्रेरी, स्टूडेंट्स एरिया, किताबों की दुकाने, हॉस्टल, व अन्य फैसिलिटी आराम से मिल जाएगी। एक तरह से कहा जाए तो यह पूरा शहर ही कोचिंग सेंटर बनता जा रहा है। अब स्टूडेंट का JEE/NEET में सक्सेस रेट तब बढ़ जाता (Sikar NEET Coaching) है जब उसके आसपास का माहौल भी पढ़ने वाला हो।

आप आज ही सीकर शहर में निकल जाएं या फिर सीकर में रह रहे किसी स्टूडेंट या लोकल से पूछ लें कि वहाँ का माहौल और इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है। आप पाएंगे कि धीरे-धीरे सीकर शहर स्टूडेंट्स की कोचिंग के हिसाब से ढलता दिख रहा है।

साथी ही यहाँ के कोचिंग सेंटर्स ने भी इसमें बहुत बढ़िया काम किया है। खासतौर पर मैट्रिक्स और प्रिंस अकैडमी ने तो वर्ल्ड क्लास हॉस्टल की सुविधाएँ प्रदान की हुई हैं। उनके हॉस्टल भी कोचिंग सेंटर के पास ही हैं। ऐसे में बाहर से आकर पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को किसी तरह की समस्या नहीं होती है।

#3. कम लागत में बेहतर रिजल्ट

जो स्टूडेंट्स JEE/NEET की तैयारी करने जाते हैं, अभी तक उनकी बात हुई लेकिन अब हम बात करते हैं उनके पेरेंट्स की। दरअसल अपने बच्चे को दूसरे शहर में पढ़ने के लिए भेजना एक अलग बात है लेकिन साथ ही उसके लिए भारी भरकम फीस चुकाना एक अलग बात।

अब कोटा ले लीजिए या फिर अन्य बड़े शहर, जैसे कि दिल्ली, मुंबई, जयपुर इत्यादि। हर जगह आपको कोचिंग सेंटर की भारी भरकम फीस तो चुकानी ही होगी और साथ ही बच्चों के रहने के लिए हॉस्टल का खर्चा भी बहुत ज्यादा हो जाता है। इतना ही नहीं, बाकी सभी चीजें भी बहुत महँगी होती है, जैसे कि कामवाली का खर्चा ले लो या बाहर से कुछ खरीदना हो इत्यादि।

अब सीकर भारत की थर्ड टायर सिटी है। यह बड़े शहरों जैसी ना तो खर्चीली है और ना ही स्टूडेंट्स का मन भटकाती है। कहने का मतलब यह हुआ कि यहाँ के कोचिंग सेंटर्स की फीस भी बाकी शहरों की तुलना में कम है और साथ ही रहने, खाने-पीने का खर्चा भी बहुत कम है।

अब मजेदार बात यह है कि यह कम खर्चे में भी वह सभी फैसिलिटी प्रोवाइड कर रही है जो सभी बड़े शहर दोगुने पैसे लेकर करते हैं। यही कारण है कि स्टूडेंट्स के साथ ही पेरेंट्स के लिए भी सीकर शहर JEE और NEET की तैयारी करवाने के लिए पहली पसंद (Sikar JEE Coaching) बनता जा रहा है।

#4. स्टूडेंट्स पर ज्यादा फोकस

अब एक चीज़ और है जो सीकर शहर को JEE/NEET की तैयारी करवाने के लिए स्टूडेंट्स और पेरेंट्स की फर्स्ट चॉइस बनाती है, वह है कम भीड़ के कारण स्टूडेंट्स पर ज्यादा फोकस। दरअसल अगर आप कोटा या दिल्ली जैसे शहर को देखेंगे तो वहाँ स्टूडेंट्स का हुजूम उमड़ता दिखाई देता है। ऐसे में वहाँ के कोचिंग सेंटर्स भी स्टूडेंट्स को भर-भरकर ले लेते हैं।

अब अगर आप उनके बैच में जाकर देखेंगे तो वहाँ के एक-एक बैच में 100 से 200 स्टूडेंट्स पढ़ते हुए दिखाई देते हैं। आखिरी पंक्ति में बैठे स्टूडेंट तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए टीचर्स माइक का इस्तेमाल करते हैं। अब जरा आप ही सोचकर देखिए कि जब टीचर को ही माइक से बोलना पड़ रहा है तो आखिर में बैठा वह स्टूडेंट अपने डाउट कैसे पूछ पाएगा?

चलो मान लीजिए कि आपका बच्चा पहली लाइन में बैठा है लेकिन क्या टीचर इतने स्टूडेंट्स के डाउट अपनी क्लास में सुन पाएगा और उनका जवाब दे पाएगा? नहीं ना, बस यही कारण है कि ये शहर JEE/NEET की तैयारी (Sikar NEET Coaching) करवाने में अब पिछड़ते जा रहे हैं और सीकर आगे बढ़ता जा रहा है।

सीकर में चाहे स्टूडेंट्स ज्यादा आ जाएं लेकिन वहाँ के टॉप कोचिंग सेंटर्स ने एक स्पष्ट नीति बना रखी है कि उनके एक बैच में मैक्सिमम 50 से 60 स्टूडेंट्स ही होंगे। इससे फायदा यह होता है कि टीचर्स अपने स्टूडेंट्स पर ज्यादा फोकस कर पाते हैं और उन्हें सुन पाते हैं। वहीं मैट्रिक्स अकैडमी में तो बाकायदा अलग से डाउट सेंटर्स बना रखे हैं ताकि स्टूडेंट्स के डाउट क्लास के अलावा अलग से भी सोल्व करवाए जा सकें।

#5. लगातार बढ़ता रिजल्ट

अब हम कितनी ही बात कर लें लेकिन बात तो आखिर में JEE/NEET के एग्जाम रिजल्ट की ही आती है। शहर चाहे कितना ही अच्छा क्यों ना हो या कोचिंग सेंटर्स कैसी ही फैसिलिटी क्यों ना देते हो लेकिन जब तक स्टूडेंट्स वैसा रिजल्ट लेकर नहीं आते, तब तक वो बात नहीं बनती।

तो हमने इस बारे में भी बहुत रिसर्च की है और पाया है कि JEE/NEET में सलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स के परसेंटेज में सीकर में स्टडी कर रहे स्टूडेंट्स का रेश्यो बढ़ता जा रहा है। एक तरह से देखा जाए तो हर साल सीकर से सलेक्ट होने वाले स्टूडेंट बढ़ रहे हैं। सबसे मुख्य बात यह है सीकर में पढ़ रहे टोटल स्टूडेंट्स में से कितने परसेंटेज स्टूडेंट्स ने एग्जाम क्रैक किया।

आइए हम आपको आंकड़ों से समझा देते हैं। जहाँ देशभर में JEE/NEET की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स का सलेक्शन रेश्यो 1.3% है तो वहीं सीकर शहर का 7.48% है। अब आप खुद ही सोचिए कि नेशनल परसेंटेज की तुलना में सीकर शहर का सलेक्शन रेश्यो लगभग 6 गुना है। इसी से ही आप समझ सकते हैं कि सीकर में किस लेवल की कोचिंग दी जा रही है और वहाँ का रिजल्ट कैसा है।

वहीं अगर हम सीकर शहर में ही पढ़ रहे स्टूडेंट्स की ही बात करें तो वहाँ 2024 में JEE के एग्जाम में टॉप करने वाले स्टूडेंट का नाम मयंक सोनी (Sikar JEE Coaching) है जो मैट्रिक्स अकैडमी से पढ़े हुए हैं। वहीं दूसरे नंबर पर एलन सीकर के कृष गुप्ता, तीसरे पर मैट्रिक्स के मोहित मोदी, चौथे पर मैट्रिक्स के अमन नेहरा और पांचवें पर मैट्रिक्स की ही आतिशी जी हैं।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि सीकर शहर में ऐसी क्या चीजें हैं जो इसे कोटा या बाकी बड़े शहरों की तुलना में JEE/NEET की तैयारी करने के लिए स्टूडेंट्स की पहली पसंद बना रहा (Sikar JEE NEET Coaching) है।

इसके अलावा भी बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो सीकर को टॉप पर ला रही हैं। जैसे कि वहाँ हो रहा विकास, स्टूडेंट्स को दी जा रही फैसिलिटी, स्कूलिंग स्ट्रक्चर, कोचिंग सेंटर्स का रवैया, टीचर्स का नेचर इत्यादि। हालाँकि हमने यहाँ पांच प्रमुख कारण आपके सामने रखे हैं ताकि आपको बेहतर आईडिया हो सके।

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The Top 10 NEET and JEE Coaching Institutes in Sikar

जब भी आप और हम JEE या NEET की कोचिंग लेने की बात करते हैं तो सबसे पहला नाम कोटा शहर का ही आता है। वैसे हम बात करें तो JEE और NEET की कोचिंग देने के एक नहीं बल्कि हजारों इंस्टीट्यूट देश के कोने कोने में खुल चुके हैं फिर चाहे वह मेट्रो सिटी हो या छोटे शहर। इन सभी में मायने यह रखता है कि कौन से शहर में बेस्ट कोचिंग दी जा रही है। अब कोटा के टक्कर का जो शहर है उसमें सीकर का नाम सबसे पहले लिया जाता है। सीकर शहर में खुले सैकड़ों JEE और NEET के इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) और वहां के स्टूडेंट्स की परफॉरमेंस के कारण ही यह देश का फेमस कोचिंग शहर बन चुका है।

अब बात सीकर शहर में JEE और NEET की कोचिंग लेने की हो रही है तो जरुर ही आपको सीकर के टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूटस के नाम भी जानने (Sikar Coaching Center List) होंगे। वैसे तो सीकर शहर में JEE और NEET की कोचिंग देने के सैकड़ों इंस्टीट्यूट हैं लेकिन उसमें नंबर एक पर कौन है, टॉप 5 में कौन से इंस्टीट्यूट आते हैं और टॉप 10 में कौन कौन से इंस्टीट्यूट आते (Top Coaching Institute in Sikar for IIT) हैं, यह एक बड़ा सवाल है। इसी के साथ ही सीकर में JEE की बेस्ट कोचिंग कौन सा इंस्टीट्यूट दे रहा है तो NEET के बेस्ट इंस्टीट्यूट कौन कौन से हैं, यह जानना भी आपके लिए जरुरी हो जाता है।

Coaching Institutes in Sikar

ऐसे में आज हम आपके साथ सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूटस की लिस्ट ही शेयर करने वाले हैं। आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपको यह बात पता चलेगी कि अगर आपको सीकर शहर में JEE और NEET की कोचिंग लेने के लिए जाना है तो उसके लिए बेस्ट इंस्टीट्यूट कौन सा रहेगा। आइये जाने सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूटस के बारे में।

सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट

क्या आप जानते हैं कि आखिरकार क्यों सीकर JEE और NEET की कोचिंग देने के मामले में देश की टॉप मोस्ट सिटी बन चुकी है!! तो इसका सीधा सा जवाब है सीकर शहर में खुले सैकड़ों JEE और NEET के कोचिंग इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) और वहां से लगातार JEE और NEET के एग्जाम में सेलेक्ट होते स्टूडेंट्स। अब कोई भी शहर यूँ ही टॉप पर नहीं आ जाता है और उसके पीछे बहुत मेहनत लगती है।

वैसे तो सैकड़ों तरह के इंस्टीट्यूट बड़े बड़े शहरों या जिन्हें हम मेट्रो सिटी के नाम से जानते हैं, वहां भी खुले हुए हैं, जैसे कि दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चेन्नई इत्यादि लेकिन इन सभी में सीकर ही टॉप पर क्यों है और क्यों उसने कोटा को भी कड़ी टक्कर दी हुई है जिसे कोचिंग हब के नाम से जाना जाता है। तो इसके लिए हम सीकर के बेस्ट कोचिंग इंस्टीट्यूटस (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) को ही श्रेय दे सकते हैं और वो भी टॉप लेवल के इंस्टीट्यूटस।

सीकर के टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट ऐसे इंस्टीट्यूट हैं जिन्होंने पूरे सीकर शहर की ही किस्मत बदल कर रख दी है। यही कारण है कि पूरे देशभर से बच्चे अब कोटा की बजाये सीकर शहर में भी आ रहे हैं और आज के समय में लाखों बच्चे सीकर के इन कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ रहे हैं। तो आइये जाने सीकर के यह टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट (Sikar Coaching Center List) कौन कौन से हैं।

सीकर के टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि सिर्फ JEE और NEET के इंस्टीट्यूट खोलने से ही कुछ नहीं होता है बल्कि उन कोचिंग इंस्टीट्यूट को बेहतर से बेस्ट बनाने में पूरा जोर लग जाता है। इसके लिए उन्हें ना सिर्फ बेस्ट फैकल्टी हायर करनी होती है बल्कि स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी भी देनी होती है।

तो जब हमने सीकर शहर के सभी तरह के कोचिंग इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) के बारे में छानबीन की और वहां पढ़ रहे स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स से बात की तो कुछ इंस्टीट्यूट इसमें ओरों से बहुत बेहतर लगे। इसी के साथ ही हमने JEE और NEET के एग्जाम में इन इंस्टीट्यूट से हर वर्ष सेलेक्ट हो रहे बच्चों के आंकड़े भी देखे। इसी के आधार पर ही हमने आपके लिए रैंक 1 से रैंक 10 वाले सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट की एक लिस्ट तैयार की है, जो कि इस प्रकार है:

  • मैट्रिक्स JEE अकैडमी (Matrix IIT Sikar)
  • एलन सीकर (Allen Sikar)
  • गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)
  • कौटिल्य आईआईटी अकैडमी (Kautilya IIT Academy)
  • पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer
  • सीएलसी या Career Line Coaching
  • अन अकैडमी सेंटर सीकर (Unacademy Centre)
  • आकाश इंस्टीट्यूट (Aakash Institute)
  • मैक अकैडमी (Mach Academy)
  • आयाम अकैडमी (Aayaam Academy)

ऊपर बताये गए सभी इंस्टीट्यूट सीकर के टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) के नाम से जाने जाते हैं। इसमें से मैट्रिक्स अकैडमी का नाम सबसे ज्यादा फेमस है क्योंकि वहां लगातार कई वर्षों से JEE का रिजल्ट टॉप लेवल का रहा है। वहीं NEET की कोचिंग वहां पिछले एक वर्ष से ही शुरू हुई है और इसके पहले ही बैच ने टॉप लेवल का रिजल्ट दिया है।

दूसरे नंबर के कोचिंग सेंटर एलन इंस्टीट्यूट का नाम तो आप सभी ने ही सुन रखा होगा। तो जिस एलन का नाम आपने सुन रखा है वह दरअसल कोटा वाली ब्रांच है लेकिन अपनी बढ़ती ब्रांड वैल्यू के कारण एलन ने देश के कई शहरों में अपनी ब्रांच खोल ली है जिसमें से सीकर भी एक है। इसी कारण एलन सीकर का नाम सीकर शहर में दूसरे नंबर पर आता है।

अब इसमें से कोई इंस्टीट्यूट JEE की तैयारी करवाने के लिए फेमस है तो कोई NEET की कोचिंग देने के लिए। ऐसे में आपके लिए यह जानना भी बहुत जरुरी हो जाता है कि इन सभी में से JEE और NEET की कोचिंग देने के लिए अलग से कौन कौन से कोचिंग इंस्टीट्यूट पूरे सीकर शहर में फेमस है। तो आइये उसका भी पता लगा लेते हैं।

सीकर के टॉप 5 JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट

अभी तक आपने सीकर के टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट की ओवरऑल लिस्ट जान ली है लेकिन जब हम JEE की बेस्ट कोचिंग देने की बात करते हैं तो इसमें कुछ इंस्टीट्यूट दूसरे से ऊपर आ जाते हैं तो कुछ नीचे चले जाते हैं। ऐसे में आइये जाने सीकर के टॉप JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट (Top Coaching Institute in Sikar for IIT) कौन कौन से हैं।

  • मैट्रिक्स JEE अकैडमी (Matrix IIT Sikar)

मैट्रिक्स अकैडमी का नाम इस लिस्ट में टॉप पर है। वह इसलिए क्योंकि पिछले कई सालों से मैट्रिक्स अकैडमी के स्टूडेंट्स का JEE के एग्जाम में रिजल्ट शानदार रहा है जो पूरे सीकर शहर में ही टॉप लेवल का है। हाल ही में आये JEE 2023 के रिजल्ट में मैट्रिक्स के मयंक सोनी ने पूरे सीकर शहर में टॉप किया है जिनकी OBC कैटेगरी में आल इंडिया रैंकिंग 2 है तो वहीं सभी वर्गों में 26 है। इतना ही नहीं, सीकर के टॉप 5 स्टूडेंट्स में से 4 स्टूडेंट तो अकेले मैट्रिक्स अकैडमी से ही है।

  • एलन सीकर (Allen Sikar)

सीकर में JEE की कोचिंग देने में एलन इंस्टिट्यूट का नाम दूसरी पोजीशन पर आता है। वहां पढ़ रहे हर स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी तो दी जाती है लेकिन मैट्रिक्स की तुलना में वह इसलिए नीचे आ जाता है क्योंकि मैट्रिक्स की फैकल्टी पूरे सीकर शहर में टॉप क्लास की फैकल्टी मानी जाती है। यही कारण है कि मैट्रिक्स अकैडमी का रिजल्ट भी टॉप लेवल का है। वही एलन की टॉप क्लास की फैकल्टी को कोटा वाली ब्रांच में शिफ्ट कर दिया जाता है।

  • कौटिल्य आईआईटी अकैडमी (Kautilya IIT Academy)

अब इसी कैटेगरी में कौटिल्य अकैडमी की पोजीशन तीसरे नंबर की है जो सीकर शहर में JEE की कोचिंग देने में बेस्ट कोचिंग इंस्टीट्यूट बना हुआ है। कौटिल्य में सिर्फ JEE की ही कोचिंग दी जाती है और इसी कारण इसका पूरा नाम भी कौटिल्य IIT अकैडमी ही रखा गया है। यहाँ पर नीट की कोचिंग नहीं देने के कारण भी यह ओवरआल की लिस्ट में बाकि से पिछड़ जाता है। हालाँकि JEE की तैयारी यहाँ बहुत अच्छे से करवायी जाती है।

  • पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer

पीसीपी को हम प्रिंस अकैडमी या प्रिंस करियर अकैडमी के नाम से भी जानते हैं जो सीकर के टॉप 5 JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट में से चौथी पोजीशन पर आती है। इसकी ख़ास बात यह है कि मैट्रिक्स अकैडमी की तरह ही यह सीकर शहर में स्कूल से लेकर JEE और NEET दोनों की कोचिंग देती है। शुरुआत में तो इसनें टॉप 3 अकैडमी को सीधी टक्कर दी थी लेकिन धीरे धीरे यह खिसक कर चौथे पायदान पर आ गयी। इसका कारण प्रिंस में सभी तरह की फैसिलिटी का नहीं होना है और टॉप क्लास की फैकल्टी का दूसरे टॉप इंस्टिट्यूट में शिफ्ट हो जाना है।

  • सीएलसी या Career Line Coaching

अब इसी कैटेगरी में करियर लाइन कोचिंग की पोजीशन आखिरी अर्थात पांचवें नंबर की है। कभी यह प्रिंस को पछाड़ कर चौथी पोजीशन पर भी आ जाता है तो कभी फिर से पांचवें पर आ जाता है। यहाँ भी JEE की बहुत अच्छे से तैयारी करवायी जाती है लेकिन मैट्रिक्स और एलन की तुलना में यहाँ बच्चों के लिए प्रॉपर डाउट सेंटर नहीं बनाये गए हैं। इस कारण स्टूडेंट्स के मन में जो डाउट होते हैं, वे सही टाइम पर सोल्व ही नहीं हो पाते हैं।

इस तरह से यह 5 इंस्टिट्यूट ऐसे हैं जिन्हें पूरे सीकर शहर में JEE IIT की बेस्ट कोचिंग देने वाले इंस्टिट्यूट (Top Coaching Institute in Sikar for IIT) में से एक गिना जाता है। वैसे तो सीकर में और भी दर्जनों इंस्टिट्यूट है जो JEE की बेस्ट कोचिंग देने का दावा करते हैं लेकिन हमने खुद वहां जाकर और वहां के स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स से पूछकर आपके सामने यह लिस्ट रखी है।

सीकर के टॉप 5 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट

अब जब आपने सीकर के बेस्ट JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में जान ही लिया है तो जरुर ही आपको सीकर के टॉप NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) के बारे में भी जानना होगा। तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि जब हम JEE और NEET की कोचिंग के लिए टॉप 5 कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट अलग अलग देखेंगे तो इसमें कुछ इंस्टीट्यूट ऊपर नीचे हो जाते हैं तो वहीं कुछ इंस्टीट्यूट नए आ जाते हैं तो वहीं कुछ का नाम कट भी सकता है। ऐसे में सीकर के टॉप NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम हैं:

  • मैट्रिक्स नीट डिवीज़न (Matrix NEET Division)

मैट्रिक्स अकैडमी का नाम सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट में सबसे पहले इसलिए आता है क्योंकि यहाँ ना सिर्फ JEE की बेस्ट कोचिंग दी जा रही है बल्कि NEET की भी बेस्ट कोचिंग देने का रिकॉर्ड इसी के नाम पर दर्ज हो चुका है। वह इसलिए क्योंकि मैट्रिक्स अकैडमी ने साल 2022 से ही NEET की कोचिंग देनी शुरू की है।

जहाँ अमूमन पहली बार में किसी इंस्टीट्यूट के यहाँ से 20 से 30 बच्चे ही NEET का टफ एग्जाम क्लियर कर पाते हैं तो वहीं मैट्रिक्स नीट डिवीजन के 200 से भी अधिक बच्चों ने इसे क्लियर कर अपना परचम लहराया है। यही कारण है कि मैट्रिक्स अकैडमी को ही सीकर का बेस्ट NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) कहा जा सकता है।

  • गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)

अब आप सोच रहे होंगे कि पहले की तरह ही एलन सीकर का नाम सीकर में टॉप 5 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट में दूसरी पोजीशन पर आएगा लेकिन ऐसा नहीं है। इसमें सीकर का गुरुकृपा इंस्टीट्यूट बाजी मार जाता है और एलन को पछाड़ कर सीकर का नंबर 2 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट बन जाता है। वह इसलिए क्योंकि गुरुकृपा कोचिंग सेंटर ने अपने यहाँ NEET की कोचिंग देने के लिए बहुत ही एक्सपीरियंसड फैकल्टी को हायर किया हैं ताकि उनके यहाँ से ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स का सिलेक्शन NEET एग्जाम में हो सके।

  • एलन सीकर (Allen Sikar)

सीकर के टॉप NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट में एलन इंस्टीट्यूट का नाम तीसरे नंबर पर आता है। जब तक मैट्रिक्स ने अपनी NEET की ब्रांच शुरू नहीं की थी तब तक गुरुकृपा पहले और एलन तीसरे स्थान पर हुआ करते थे लेकिन साल 2022 के बाद से गुरुकृपा दूसरे स्थान पर आ गया है तो वही एलन तीसरे पर खिसक गया है। हालाँकि एलन सीकर में इन दोनों कोचिंग इंस्टीट्यूट के अलावा अन्य किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट की तुलना में बहुत अच्छी NEET की तैयारी करवायी जाती है।

  • पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer

सीकर में नीट की बेस्ट कोचिंग देने के मामले में प्रिंस करियर लाइन कोचिंग इंस्टीट्यूट का नाम JEE के टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट के जैसा ही है। उसमें भी प्रिंस का स्थान चौथे नंबर पर था और NEET की कोचिंग देने में भी इसका स्थान चौथे नंबर का ही है। ऐसे में अगर आपको सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेनी है तो उसके लिए आप पीसीपी सीकर का चुनाव भी कर सकते हैं।

  • सीएलसी या Career Line Coaching

अब इस लिस्ट में सीएलसी का नंबर आखिरी और टॉप 5 में बना हुआ है। करियर लाइन कोचिंग ने पिछले कुछ सालों में अपनी कोचिंग को बेहतर बनाने में बहुत मेहनत की है और उसी का रिजल्ट है कि आज के समय में यह सीकर के टॉप 5 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट में बना हुआ है। इसलिए अगर आपको सीकर में NEET की कोचिंग लेनी है तो आप सीएलसी का भी चुनाव कर सकते हैं।

तो यह थी सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) और उनके बारे में हमारा आंकलन। आप यह जरुर याद रखे कि जब JEE की बात हो रही है तो उसके लिए इंस्टिट्यूट को अलग तरीके से परखे और नीट की बात हो रही है तो अलग। कई बार यह देखने में आता है कि  Overall में कुछ इंस्टिट्यूट ऊपर आ जाते हैं तो कुछ नीचे लेकिन जब इन दोनों एग्जाम के लिए अलग अलग बात हो तो हमें सही तरह से पता चलता है कि कौन किस से बेहतर है।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपने सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। इसी के साथ ही हमने आपको सीकर के टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट (Coaching Institute In Sikar) भी दी है तो वहीं JEE और NEET के लिए अलग अलग से टॉप 5 कोचिंग इंस्टीट्यूट की एक लिस्ट भी दी है। ऐसे में अगर आपको सीकर में JEE की कोचिंग लेनी है तो आप मैट्रिक्स या एलन में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं और वहीं अगर NEET की कोचिंग लेनी है तो उसके लिए मैट्रिक्स या गुरुकृपा में से किसी एक को चुना जा सकता है।

वहीं अगर आप JEE और NEET दोनों के लिए ही टॉप लेवल का कोचिंग इंस्टीट्यूट देख रहे हैं तो उसमें सीकर के मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट का नाम सबसे पहले लिया जाता है। ऐसे में आपको ही यह फैसला करना है कि आप किस इंस्टीट्यूट को JEE और NEET की तैयारी करने के लिए चुनते हैं। आप अगर आज सही फैसला लेंगे तो JEE और NEET के एग्जाम को जल्दी और अच्छे नंबरों से पास करने की पोसिबिलिटी उतनी ही बढ़ जाएगी।

सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट – Related FAQs

प्रश्न: क्या सीकर नीट कोचिंग के लिए अच्छा है?

उत्तर: सीकर नीट की कोचिंग में कोटा को कड़ी टक्कर दे रहा है जहां से हर साल काफी बच्चे नीट को क्लियर कर पाते हैं।

प्रश्न: सीकर में नीट के लिए कौन सी कोचिंग रैंक 1 है?

उत्तर: सीकर में नीट की कोचिंग के लिए मैट्रिक्स नीट डिवीजन को रैंक 1 हासिल है।

प्रश्न: आईआईटी जेईई के लिए सीकर में कौन सी कोचिंग रैंक 1 है?

उत्तर: आईआईटी जेईई के लिए सीकर में मैट्रिक्स जेईई अकैडमी को प्रथम स्थान हासिल है।

प्रश्न: क्या सीकर आईआईटी जेईई के लिए अच्छा है?

उत्तर: सीकर में आईआईटी जेईई के लिए कुछ कोचिंग इंस्टीट्यूट काफी अच्छे हैं जैसे कि मैट्रिक्स जेईई अकैडमी, एलन सीकर, कौटिल्य आईआईटी अकैडमी, पीसीपी सीकर और सीएलसी इत्यादि।

प्रश्न: एलन सीकर या मैट्रिक्स सीकर में से कौन सा बेहतर है?

उत्तर: एलन सीकर या मैट्रिक्स सीकर में से मैट्रिक्स ज्यादा अच्छा है क्योंकि एलन का ध्यान कोटा वाली ब्रांच पर रहता है।

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Gurukripa vs Matrix

NEET Coaching In Sikar | SCAS

सीकर शहर राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश में नीट की कोचिंग देने का हब बनता जा रहा है। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि सीकर शहर में खुले नीट के सैकड़ों इंस्टिट्यूट और वहां पढ़ रहे हजारों लाखों छात्रों का आंकड़ा कह रहा है। हर बढ़ते साल के साथ नीट एग्जाम में सेलेक्ट होने वाले छात्रों का आंकड़ा सीकर शहर में बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम सीकर में नीट कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) के बारे में ही बात करेंगे।

अब वैसे तो सीकर में सैकड़ों इंस्टिट्यूट है लेकिन हर इंस्टिट्यूट तो अच्छा नहीं होता है। उनमें से कुछ अच्छे होते हैं तो कुछ सही सही जबकि उन अच्छों में से कुछ बेस्ट भी होते हैं जिनका पूरे सीकर शहर में ही डंका बजता है। ऐसे में हम आपको सीकर के चुनिंदा बेस्ट इंस्टिट्यूट (Sikar NEET Coaching Institute) के नाम तो बतायेंगे ही, साथ ही यह भी बताएँगे कि आखिरकार क्यों उन इंस्टिट्यूट को ही सीकर के बेस्ट नीट इंस्टिट्यूट में से एक गिना जाता है।

यहाँ आपको सीकर के टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर (Top 10 NEET Coaching in Sikar) के नाम जानने को मिलेंगे और उनमें भी टॉप 5 इंस्टिट्यूट के बारे में विस्तार से जानने को मिलेगा। चलिए बात करते हैं सीकर में नीट कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) के बारे में।

सीकर में नीट कोचिंग

सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेने आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या हर साल बढ़ती ही जा रही है। जो शहर पहले सिर्फ JEE IIT की कोचिंग देने के लिए ही लोगों के बीच फेमस था, उसने आज नीट की कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) देने में भी बहुत शानदार काम किया है। अगर हम आज की बात करें तो सीकर शहर से भी लगभग उतने ही स्टूडेंट्स का नीट के एग्जाम में सिलेक्शन हो रहा है, जितने स्टूडेंट्स का कोटा शहर से होता है।

Neet coaching in Sikar

तो सीकर शहर को नीट कोचिंग देने में इतना ऊपर पहुंचाने का जिसनें काम किया है वह है सीकर में खुले सैकड़ों नीट कोचिंग सेंटर्स। अब सिर्फ कोचिंग सेंटर्स खोलने से ही कुछ नहीं हो जाता क्योंकि नीट के कोचिंग सेंटर तो देश के हर शहर और गाँव में हैं। बात तब बनती है जब उन कोचिंग सेंटर्स में स्टूडेंट्स को टॉप लेवल की नीट कोचिंग दी जा रही हो और उसके लिए टॉप लेवल की फैकल्टी भी हायर की गयी हो।

इसी के साथ ही उन नीट कोचिंग सेंटर्स में स्टूडेंट्स को किस किस तरह की फैसिलिटीस और स्टडी करिकुलम दिया जाता है, यह भी बहुत मायने रखता है। इसके अलावा उन कोचिंग सेंटर्स से कितने स्टूडेंट्स का नीट में सिलेक्शन हुआ है और कितने स्टूडेंट्स ने टॉप किया है, यह भी बहुत मायने रखता है। तो ऐसे में सीकर के कुछ चुनिंदा नीट कोचिंग सेंटर (Sikar NEET Coaching Institute) हैं जिन्होंने इनमें से हर फील्ड में टॉप लेवल का काम किया है।

आज हम आपको उन टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट (Top NEET Coaching in Sikar) बतायेंगे जिन्होंने पूरे सीकर शहर में ही धमाल मचाया हुआ है। ताकि जब आप सीकर में नीट की कोचिंग लेने पहुंचे तो आपको अपना कोचिंग सेंटर चुनने में किसी तरह की परेशानी ना हो।

सीकर के टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर

अब यह तो हमने आपको ऊपर ही बता दिया कि सीकर एक ऐसा शहर है जहाँ नीट के एक या दो नहीं बल्कि सैकड़ों कोचिंग सेंटर खुले हुए हैं और यह कोई बड़ी बात नहीं है। एक सामान्य से शहर में भी नीट के 10 से 15 कोचिंग सेंटर खुल जाते हैं लेकिन आपको भी पता होगा कि उनमें से कुछ एक को छोड़कर बाकि कोचिंग सेंटर ज्यादा काम के नहीं होते हैं। ऐसे में सीकर शहर नीट की कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) देने के लिए फेमस इसलिए ही है क्योंकि यहाँ पर सैकड़ों नीट कोचिंग सेंटर में से कम से कम 10 कोचिंग सेंटर ऐसे हैं जो पूरे शहर तो क्या देशभर में प्रसिद्ध है।

सीकर के इन टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर (Top 10 NEET Coaching in Sikar) में से पहले के 5 कोचिंग सेंटर्स का नाम तो राजस्थान सहित पूरे देश में चलता है। ऐसे में आज हम आपके साथ रैंक 1 से लेकर रैंक 10 तक के सीकर टॉप नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट और उनके बारे में बेसिक जानकारी रखेंगे।

  1. मैट्रिक्स नीट डिवीज़न (Matrix NEET Division)
  2. गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)
  3. एलन सीकर (Allen Sikar)
  4. पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer
  5. सीएलसी या Career Line Coaching
  6. आयाम करियर अकैडमी (Aayaam Career Academy)
  7. आकाश इंस्टीट्यूट (Aakash Institute)
  8. समर्पण करियर इंस्टीट्यूट (Samarpan Career Institute)
  9. दयाल करियर इंस्टीट्यूट (Dyal Career Institute)
  10. इम्पल्स करियर इंस्टीट्यूट (Impulse Career Institute)

तो यह है सीकर के टॉप नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट (Top NEET Coaching in Sikar) जहाँ आप अपना करियर बनाने और नीट के एग्जाम को जल्द से जल्द पास करने के लिए कोचिंग लेने जा सकते हैं।

इनमें से मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर को सीकर का टॉप लेवल का नीट कोचिंग सेंटर माना जाता है क्योंकि जब से इस कोचिंग सेंटर में नीट की शुरुआत हुई है, तब से ही इसने सीकर के बाकि के नीट कोचिंग सेंटर्स को बहुत तगड़ा कॉम्पिटिशन दिया है। वहीं एलन का नाम तो आप सभी ने सुन रखा होगा जिसकी कोटा वाली ब्रांच पूरे देश में प्रसिद्ध है। तो चलिए एक एक करके सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर के बारे में जरुरी जानकारी ले लेते हैं।

  • मैट्रिक्स नीट डिवीजन – सीकर का टॉप नीट कोचिंग सेंटर

ऊपर दी गयी लिस्ट में से Matrix NEET Division को सीकर का टॉप नीट कोचिंग सेंटर बताया गया है। इसके पीछे एक नहीं बल्कि कई कारण हैं। दरअसल मैट्रिक्स अकैडमी सीकर की जानीमानी अकैडमी है जिसके सीकर में स्कूल से लेकर JEE की तैयारी करवाने के कोचिंग सेंटर हैं। तो यहाँ पर JEE की तैयारी तो बहुत पहले से ही करवायी जा रही थी और नीट की तैयारी साल 2022 से ही शुरू की गयी है।

आमतौर पर जब कोई इंस्टीट्यूट नीट की कोचिंग देना शुरू करता है तो उनके यहाँ के पहले बैच से 20 से 30 स्टूडेंट ही नीट की परीक्षा में सेलेक्ट हो पाते (Top NEET coaching in Sikar) हैं लेकिन साल 2023 के NEET UG रिजल्ट में मैट्रिक्स नीट डिवीजन के 200 से भी अधिक स्टूडेंट्स ने नीट एग्जाम को पास कर एक नया कीर्तिमान रच दिया है। यह बात अपने आप में ही किसी कोचिंग सेंटर के लिए एक बड़ी उपलब्धि के बराबर है।

अब जब हमने इसके बारे में और रिसर्च की तो पता चला कि मैट्रिक्स के स्कूल में क्लास छठी से ही बच्चों को नीट की तैयारी करवानी शुरू कर दी जाती है जिसे प्री फाउंडेशन कोर्स का नाम दिया गया है। इसी के साथ ही मैट्रिक्स ने अपनी JEE वाली ब्रांच से बहुत कुछ सीखा और नीट की कोचिंग देने के लिए देश की जानी मानी और टॉप नीट फैकल्टी को हायर किया। इसी का रिजल्ट है कि यह अकैडमी पहले साल में ही सीकर शहर में नीट की कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) देने वाली टॉप अकैडमी बन गयी है।

  • गुरुकृपा करियर इंस्टीट्यूट – सीकर का नंबर 2 नीट इंस्टीट्यूट

साल 2022 से पहले तक अर्थात जब से मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर ने अपनी नीट की ब्रांच नहीं खोली थी, तब तक गुरुकृपा (Gurukripa Career Institute) इस लिस्ट में टॉप पर होता था या कभी कभार एलन सीकर टॉप पर आ जाता था। हालाँकि मैट्रिक्स से पहले तो सीकर के नंबर एक नीट इंस्टीट्यूट पर एक तरह से गुरुकृपा करियर इंस्टीट्यूट या जीसीआई का ही दबदबा था जो कितने सालों के बाद अब जाकर टूटा है।

जब से मैट्रिक्स नीट डिवीजन खुला है तब से ही गुरुकृपा का पूरे सीकर शहर में जो दबदबा था, वह खत्म सा हो गया है। ऐसे में GCI आज के समय में सीकर का नंबर दो नीट कोचिंग सेंटर बनकर रह गया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यहाँ नीट की कोचिंग देने में किसी तरह की कमी आयी है। आज भी गुरुकृपा में नीट की बहुत बढ़िया कोचिंग दी जाती है और इसी कारण ही यह सीकर के टॉप लेवल के नीट कोचिंग सेंटर (Sikar NEET Coaching Institute) में से एक बना हुआ है।

  • एलन सीकर – सीकर का नंबर 3 नीट कोचिंग सेंटर

सीकर शहर के बेस्ट लेवल के नीट कोचिंग सेंटर की बात हो रही है तो कुछ साल पहले तक एलन (Allen Sikar) इस लिस्ट में टॉप पर था लेकिन जबसे मैट्रिक्स ने अपनी नीट की ब्रांच खोली है और गुरुकृपा ने जो तैयारी की है, उसके बाद तो एलन भी खिसकर तीसरे पायदान पर आ गया है। हालाँकि एलन भी किसी मामले में अन्य नीट कोचिंग सेंटर से कम नहीं है और यही कारण है कि इसका सिक्का पूरे देशभर में चलता है।

फिर भी एलन सीकर में तीसरे नंबर पर इसलिए है क्योंकि एलन इंस्टीट्यूट के द्वारा अपनी कोटा वाली ब्रांच पर ज्यादा फोकस रखा जाता है, ना कि सीकर वाली ब्रांच पर। वैसे तो एलन सीकर में भी सभी तरह की वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी है लेकिन मैट्रिक्स और गुरुकृपा ने उससे ज्यादा मजबूत तैयारी कर रखी है। ऐसे में आप मैट्रिक्स और गुरुकृपा के बाद सीकर के नंबर तीन नीट कोचिंग सेंटर की बात करते हैं तो उसमें एलन सीकर का ही नाम आता है।

  • प्रिंस करियर इंस्टीट्यूट – नंबर 4 नीट कोचिंग सेंटर इन सीकर

अब अगर आप सीकर में या उसके आसपास के किसी शहर में रहते हैं तो आपने मैट्रिक्स के साथ साथ प्रिंस इंस्टिट्यूट (Prince Career Pioneer) का नाम भी बहुत बार सुन रखा होगा। वह इसलिए क्योंकि जिस तरह से मैट्रिक्स के सीकर शहर में स्कूल से लेकर JEE और नीट के कोचिंग सेंटर हैं, उसी तरह प्रिंस अकैडमी भी यह सभी सुविधाएँ देता है। वहां भी बच्चों को प्री फाउंडेशन कोर्स करवाया जाता है और बाकि सभी तरह की फैसिलिटी दी जाती है।

हालाँकि अगर नीट की बेस्ट कोचिंग देने की बात आती है तो PCP Sikar उसमें ना केवल मैट्रिक्स से बल्कि गुरुकृपा और एलन से भी पिछड़ जाता है। यही कारण है कि पिछले कई सालों से प्रिंस या पीसीपी का नाम सीकर के नंबर 4 वाले नीट कोचिंग सेंटर में बना हुआ है। अगर इसे सीकर के टॉप 3 नीट कोचिंग सेंटर (Top NEET coaching in Sikar) में आना है तो अभी बहुत मेहनत किये जाने की जरुरत है।

  • करियर लाइन कोचिंग – नंबर 5 सीकर नीट कोचिंग सेंटर

सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट में सीएलसी या Career Line Coaching सेंटर का नाम आखिरी और पांचवीं पोजीशन पर आता है। एक समय में तो यह तीसरे से चौथे स्थान पर आया करता था लेकिन अब इसका स्थान पांचवां बना हुआ है। यहाँ भी स्टूडेंट्स को सभी तरह की फैसिलिटी दी जाती है लेकिन नीट को पढ़ाने वाली फैकल्टी उस लेवल की नहीं है, जितनी की बाकी के 4 कोचिंग सेंटर्स की है।

अब सीएलसी (CLC Sikar) में फैसिलिटी तो सभी तरह की दी जा रही है लेकिन जब फैकल्टी ही टॉप लेवल की नहीं है तो स्टूडेंट्स नीट की कोचिंग लेने में पिछड़ जाते हैं। अब आप यह मत समझे कि यहाँ की फैकल्टी उतनी अच्छी नहीं है बल्कि यहाँ की नीट फैकल्टी भी बहुत अच्छी है लेकिन अगर आप इसे ऊपर के 4 टॉप इंस्टिट्यूट से compare करेंगे तो वह इतनी अच्छी नहीं मानी जाती है। ऐसे में सीएलसी कोचिंग सेंटर सीकर में नीट के बाकि कोचिंग सेंटर से तो बेस्ट है लेकिन इसे अभी ऊपर के 4 कोचिंग सेंटर से टक्कर लेने में बहुत मेहनत करने की जरुरत है।

सीकर नीट के कोचिंग सेंटर का सक्सेस रेट

इस आर्टिकल को पढ़कर आपने सीकर के टॉप लेवल के कोचिंग सेंटर्स के बारे में बहुत कुछ जान तो लिया है लेकिन अभी भी एक और जरुरी बात जाननी रह गयी है। वह जरुरी चीज़ है इन टॉप 5 इंस्टिट्यूट का सक्सेस रेट। कहने का मतलब यह हुआ कि वहां जितने स्टूडेंट नीट की कोचिंग ले रहे हैं, उनके परसेंट में सफल होने वाले स्टूडेंट्स का रेट कितना होता है। इसे हम सक्सेस रेट के नाम से जानते हैं।

उदाहरण के तौर पर अगर मैट्रिक्स में 100 स्टूडेंट नीट की कोचिंग ले रहे हैं और 35 स्टूडेंट नीट एग्जाम में पास हो जाते हैं तो मैट्रिक्स का सक्सेस रेट 35 परसेंट है। वही किसी दूसरे इंस्टिट्यूट में 200 स्टूडेंट पढ़ रहे हैं और 40 बच्चे पास होते हैं तो उसका सक्सेस रेट 20 परसेंट है। ऐसे में आपके लिए यह सक्सेस रेट बहुत मायने रखता है क्योंकि किसी इंस्टिट्यूट को बेस्ट यही बनाता है।

  • मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर का सक्सेस रेट आमतौर पर 40 परसेंट रहता है क्योंकि इसके पहले बैच के लगभग 40 परसेंट बच्चों का नीट के एग्जाम में सिलेक्शन हो गया है।
  • मैट्रिक्स के लिए यह अपने आप में ही एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी जिस कारण हमने इसे सीकर के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट में पहले नंबर पर रखा है।
  • गुरुकृपा का सक्सेस रेट 30 परसेंट है तो वहीं एलन के सक्सेस रेट के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। वह इसलिए क्योंकि एलन इंस्टीट्यूट अपनी सभी ब्रांच के रिजल्ट को एक साथ मिलाकर दिखाता है।
  • वहीं अगर हम प्रिंस और करियर लाइन कोचिंग सेंटर की बात करें तो उनका सक्सेस रेट क्रमशः 20 व 15 परसेंट के आसपास रहता है।
  • इसी तरह से बाकि इंस्टीट्यूट का सक्सेस रेट भी उनकी रैंकिंग के साथ नीचे गिरता चला जाता है। हालाँकि किसी किसी साल के लिए यह सक्सेस रेट कम या ज्यादा भी हो सकता है लेकिन हमने आपको ओवरऑल सक्सेस रेट के बारे में यहाँ बताया है।

हमने आपको सक्सेस रेट के बारे में इसलिए बताया क्योंकि कोई कोई इंस्टिट्यूट अपने यहाँ भर भर के स्टूडेंट ले लेता है। अब किसी इंस्टिट्यूट में एक हज़ार स्टूडेंट नीट की तैयारी करते हैं और 100 सेलेक्ट हो जाते हैं तो भी उस इंस्टिट्यूट को उससे नीचे ही माना जाएगा जहाँ के कुल 100 स्टूडेंट में से 40 बच्चे सेलेक्ट हो रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि पहले वाले का सक्सेस रेट बस 10 परसेंट रहा जबकि दूसरे वाले का 40 परसेंट था।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आप सभी ने ही यह जान लिया है कि अगर आपको सीकर में नीट की कोचिंग लेनी है और उसके लिए किसी बेस्ट कोचिंग सेंटर का चुनाव करना है तो आपके लिए सबसे बढ़िया नीट कोचिंग सेंटर कौन से रहने वाले हैं। अब अगर आप अपने लिए सीकर के बेस्ट नीट कोचिंग इंस्टिट्यूट (NEET Coaching In Sikar) देख रहे हैं तो आपको बिना कुछ सोचे समझे मैट्रिक्स नीट डिवीजन में एडमिशन ले लेना चाहिए। वहीं अगर आप अपने बच्चे के लिए नीट कोचिंग का पता लगाने यहाँ आये हैं तो आप उसे मैट्रिक्स अकैडमी की वेबसाइट या कोचिंग सेंटर विजिट करने को कहें।

मैट्रिक्स के अलावा आप चाहे तो गुरुकृपा या फिर एलन में भी जाकर पता कर सकते हैं। इस बात को आपको ही देखना होगा कि आप अपने लिए या अपने बच्चों के लिए किस तरह का भविष्य देखते हैं और उसका यह भविष्य कौन सा इंस्टिट्यूट जल्दी बना सकता है। इस बात का हमेशा ध्यान रखियेगा कि सही समय पर लिया गया सही निर्णय आपका करियर और भविष्य दोनों ही बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।

सीकर में नीट कोचिंग – Related FAQs

प्रश्न: सीकर में नीट के लिए कौन सी कोचिंग सबसे अच्छी है?

उत्तर: सीकर में नीट के लिए मैट्रिक्स नीट डिवीजन के द्वारा दी गई कोचिंग सबसे अच्छी कोचिंग मानी जाती है।

प्रश्न: क्या एलन सीकर नीट के लिए अच्छा है?

उत्तर: एलन सीकर नीट के लिए सीकर में तीसरे स्थान पर आता है।

प्रश्न: एलन कोटा या एलन सीकर में से कौन बेहतर है?

उत्तर: एलन कोटा एलन सीकर से बेहतर है और एलन के द्वारा अपनी कोटा वाली ब्रांच पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।

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NEET Ka Exam Kon De Sakta Hai | नीट का एग्जाम कौन दे सकता है

वह हर छात्र जो डॉक्टर बनने का सपना देख रहा है तो उसे भारत देश में नीट की परीक्षा में बैठना होता है ताकि बारहवीं कक्षा की पढ़ाई मेडिकल स्ट्रीम से करने के बाद वह देश के सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में चयनित हो सके। ऐसे में एक प्रश्न जो सभी के दिमाग में उठता है वह यह है कि नीट का एग्जाम कौन दे सकता है (NEET Ka Exam Kon De Sakta Hai) या फिर नीट की परीक्षा में बैठने के लिए पात्रता मानदंड क्या है।

ऐसे में यदि आप भी नीट की परीक्षा में बैठना चाहते हैं और नीट पात्र मानदंड 2024 के बारे में जानने को इच्छुक हैं तो आज हम इसी विषय पर ही चर्चा करने वाले (NEET Eligibility Criteria 2024 In Hindi) हैं। दरअसल भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय व मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने नीट परीक्षा 2024 में बैठने के लिए कुछ नियम निर्धारित किये हुए हैं, जिन्हें हम नीट परीक्षा पात्रता मानदंड कह सकते हैं। यह मानदंड शिक्षा, आयु, नागरिकता, कोटा सीट और कोड को लेकर बनाये गए हैं।

इसलिए आपको यदि नीट की परीक्षा में बैठना है और देश के किसी गणमान्य सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेना है तो उसके लिए आपको नीट एग्जाम पात्रता मानदंड के बारे में पूरी जानकारी होनी जरुरी है। इन्हें हम नीट एग्जाम एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया 2024 भी कह सकते (NEET Exam Eligibility In Hindi) हैं। तो आइये जाने नीट के एग्जाम में कौन कौन बैठ सकता है।

नीट का एग्जाम कौन दे सकता है?

नीट एग्जाम NTA अर्थात नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) ले सकती है जिसे हम हिंदी में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी भी कह सकते हैं। इस एजेंसी को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय व मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया मैनेज करते हैं और सभी तरह के नियम व दिशा निर्देश बनाते हैं। ऐसे में हर वर्ष जो नीट एग्जाम कंडक्ट करवाया जाता है वह इसी NTA के द्वारा ही आयोजित करवाया जाता (NEET Ka Exam Kon De Sakta Hai) है।

जो भी छात्र नीट एग्जाम में बैठता है, उसके लिए कुछ दिशा निर्देश व पात्रता मानदंड बनाये गए हैं, जिनका पालन किया जाना हर उस छात्र के लिए जरुरी है, जो देश के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने का इच्छुक है। यह पात्रता मानदंड छात्रों की आयु, शिक्षा के स्तर, उनकी नागरिकता, राज्य के अनुसार कोटा सीट और नीट फॉर्म भरे जाने में कोड को लेकर बनाये गए (NEET Eligibility Criteria 2024 In Hindi) हैं।

यदि आपको भी नीट की परीक्षा देनी है तो आपके लिए भी निश्चित तौर पर इन पाँचों नीट एग्जाम पात्रता मानदंड 2024 का पालन किया जाना जरुरी (NEET Exam Eligibility In Hindi) है। ऐसे में नीट का एग्जाम कौन दे सकता है और यह नीट एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया कौन कौन से हैं, उनके बारे में जान लेते हैं।

#1. नीट एग्जाम पात्रता मानदंड – आयु सीमा

जो छात्र नीट एग्जाम में बैठना चाहते हैं उनके लिए न्यूनतम व अधिकतम आयु को लेकर कुछ नियम बनाये गए हैं। ऐसे में हर वह छात्र जो नीट एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया 2024 के अनुसार आयु सीमा को जानना चाहता है तो उसे न्यूनतम आयु सीमा और अधिकतम आयु सीमा के बारे में पता होना जरुरी (NEET Exam Age Limit in Hindi) है, आइये जाने इसके बारे में।

  • नीट एग्जाम देने के लिए न्यूनतम आयु सीमा क्या है?

अब यदि आप नीट का एग्जाम देने को इच्छुक हैं तो उसके लिए जो भी छात्र नीट परीक्षा में बैठ रहा है, उसकी आयु उस वर्ष के अंत तक अर्थात 31 दिसंबर तक 17 वर्ष की हो जानी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप वर्ष 2024 की नीट परीक्षा में बैठने जा रहे हैं तो 31 दिसंबर 2024 तक आपकी आयु 17 वर्ष की हो जानी (NEET exam minimum age limit) चाहिए क्योंकि यही नीट की न्यूनतम आयु सीमा है। यदि आप 31 दिसंबर के एक दिन बाद भी 17 वर्ष के हो रहे हैं तो फिर आप उस वर्ष की नीट परीक्षा में नहीं बैठ सकते हैं।

  • नीट एग्जाम देने के लिए अधिकतम आयु सीमा क्या है?

भारत सरकार ने नीट की अधिकतम आयु सीमा के लिए नियम बनाने चाहे थे किन्तु वर्तमान में इस पर सर्वोच्च न्यायालय की रोक लगी हुई है। ऐसे में जब तक इस मामले का निपटारा नहीं हो जाता है तब तक भारत का कोई भी छात्र जो अन्य पात्रता मानदंड को पूरा करता (NEET exam maximum age limit) है, वह किसी भी आयु सीमा तक नीट की परीक्षा को दे सकता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि वर्तमान समय में नीट एग्जाम में बैठने के लिए अधिकतम आयु सीमा का कोई फॉर्मूला नहीं है।

#2. नीट एग्जाम एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया – शिक्षा

अब जब आपने नीट एग्जाम में बैठने के आयु सीमा वाले पात्रता मानदंड के बारे में जानकारी ले ली है तो अब बारी आती है नीट एग्जाम में शैक्षणिक क्राइटेरिया जानने की जो बहुत ही ज्यादा जरुरी हो जाता है। तो इसके लिए सबसे पहले तो आप यह जान लें कि नीट की परीक्षा वही छात्र दे सकता है जिसने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से अपनी बारहवीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर ली (NEET exam education qualification) है और वह भी मेडिकल में या फिर फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ।

यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि नीट एग्जाम में बैठने के लिए आपका कम से कम बारहवीं पास होना जरुरी है और वो भी फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी विषयों के साथ। इतना ही नहीं, इसके लिए छात्रों की जाति के आधार पर भी बारहवीं में कम से कम कितने प्रतिशत मार्क्स होने चाहिए, वह भी बताया गया  (NEET Eligibility Criteria In Hindi) है। आइये उसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • जनरल वर्ग के छात्र

जो छात्र सामान्य श्रेणी में या जनरल केटेगरी में आते हैं, उन्हें अपनी बारहवीं की परीक्षा में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक लाने जरुरी हैं, तभी वे नीट एग्जाम में बैठने के लिए पात्र माने जाते हैं। यदि उनके 50 प्रतिशत से कम अंक हैं तो वे नीट परीक्षा में नहीं बैठ सकते हैं या फिर उन्हें फिर से बारहवीं की परीक्षा देनी होती है।

  • आरक्षित वर्ग के छात्र (OBC, SC व ST)

अब जो भी छात्र आरक्षित या रिजर्व्ड केटेगरी से आते हैं जैसे कि अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, उन्हें अपनी बारहवीं की परीक्षा में कम से कम 40 प्रतिशत अंक लेने जरुरी हैं। ऐसे में आरक्षित वर्ग के छात्र के यदि 40 प्रतिशत या उससे अधिक अंक हैं तो वे नीट परीक्षा 2024 में बैठ सकते हैं।

  • विकलांग या PWD वर्ग के छात्र

जो छात्र विकलांग हैं, उन्हें नीट परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम अंक में कुछ छूट दी गयी है जो कि 45 प्रतिशत है। तो यह नियम सामान्य वर्ग के विकलांग छात्रों के लिए है क्योंकि उनके न्यूनतम अंक की सीमा 50 प्रतिशत अंक की बजाये 45 प्रतिशत अंक हो जाती है। वहीं जो आरक्षित वर्ग के विकलांग छात्र हैं, उनके लिए तो पहले से यह ही न्यूनतम अंक की पात्रता 40 प्रतिशत है।

#3. नीट परीक्षा पात्रता मानदंड नागरिकता

अब हम बात करेंगे नीट एग्जाम में बैठने के लिए छात्रों के लिए नागरिकता का पैमाना क्या है। तो वे सभी छात्र जो भारत देश के नागरिक हैं और भारत देश में ही रह रहे हैं, वे नीट एग्जाम 2024 में बैठने के लिए पात्र माने जाएंगे। हालाँकि ऐसा नहीं है कि केवल भारत देश में रह रहे व भारत की नागरिकता लिए हुए छात्र ही नीट परीक्षा में बैठ सकते हैं क्योंकि इसके अलावा भी अन्य छात्र कुछ अन्य शर्तों के साथ नीट परीक्षा में बैठने के लिए एलिजिबल होते हैं, आइये जाने।

  • भारत देश में रह रहे और भारत की नागरिकता लिए हुए सभी छात्र नीट एग्जाम दे सकते हैं।
  • भारत के विदेशी नागरिक अर्थात Overseas citizen of India या OCI कार्ड लिए हुए छात्र भी नीट की परीक्षा दे सकते हैं।
  • अब जो छात्र जन्म से तो भारतीय हैं लेकिन अब विदेश की नागरिकता ले चुके हैं अर्थात Non-resident Indians या NRI है, वे भी नीट एग्जाम दे सकते हैं।
  • अब जो छात्र भारत में जन्मे हैं लेकिन विदेशी हैं अर्थात Persons with Indian origin या PIO कार्ड लिए हुए हैं, वे भी नीट एग्जाम दे सकते हैं।
  • बाकि बच गए वे छात्र जो विदेश में जन्मे हैं और वहीं के नागरिक हैं तो वे नीट एग्जाम नहीं दे सकते हैं लेकिन यदि वे कुछ विशेष नियम व शर्तों का पालन करते हैं और अपने देश व भारत से अनुमति ले लेते हैं तो उन्हें नीट परीक्षा में बैठने दिया जा सकता है।

इस तरह से भारत के सभी छात्र फिर चाहे वे देश में रह रहे हो या विदेश में, उनके पास चाहे नागरिकता देश की हो या विदेश की, वे बिना किसी रोकटोक के नीट एग्जाम 2024 दे सकते हैं और यहाँ के सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पा सकते (NEET Ka Exam Kon De Sakta Hai) हैं।

#4. नीट परीक्षा एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया कोटा सीट

नीट एग्जाम में बैठने या उसमे सेलेक्ट होने के लिए हर राज्य के अनुसार मेडिकल कॉलेज में सीट को रिजर्व या आरक्षित रखा जाता है। पहले के समय में जब नीट की परीक्षा नहीं होती थी तब सभी राज्यों का अलग-अलग AIPMT का एग्जाम होता था। इसी के साथ ही कुछ बड़े सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेज का अलग से भी एग्जाम होता था किन्तु जब से नीट आयी (NEET exam reservation quota) है, तब से ही देश के सभी मेडिकल कॉलेज के लिए एक ही एग्जाम कर दिया गया है।

फिर भी आप जिस राज्य के हैं, वहां के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए आपका कोटा निर्धारित किया गया होता है। हर राज्य के अनुसार वहां के सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए उस राज्य के छात्रों का कोटा 85 प्रतिशत होता (NEET reservation criteria 2024) है। इस तरह से राजस्थान के मेडिकल कॉलेज में 85 प्रतिशत सीट राजस्थान के ही छात्रों के लिए ही आरक्षित रखी गयी है। यदि आपको देशभर के मेडिकल कॉलेज में से किसी एक को चुनना है तो आपको बाकि बची 15 प्रतिशत कोटा सीट में अपना दावा ठोकना होगा।

#5. नीट एग्जाम देने के लिए कोड

अब बात करते हैं नीट एग्जाम के लिए भरे जाने वाले फॉर्म में कोड को भरे जाने की। तो जब आप नीट एग्जाम का फॉर्म भर रहे होते हैं तो उसके लिए आपके सामने 7 तरह के कोड होते (NEET exam code) हैं। इन कोड को 1 से 7 तक चिन्हित किया गया होता है जिसमें से किसी एक कोड का चयन आपको करना होता है। अब आपको किस कोड का चयन करना है और उस कोड का क्या मतलब होता है, आइये इसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • कोड 01

जो छात्र अपनी बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में शामिल होंगे या जो अपनी बारहवीं परीक्षा का परिणाम आने का इंतज़ार कर रहे हैं, उन छात्रों को कोड 01 का चयन करना (NEET exam code 01) होगा। उदाहरण के तौर पर यदि आप नीट एग्जाम 2024 में बैठने वाले हैं और आपका बारहवीं का एग्जाम 2024 में ही है या उसका परिणाम आने वाला है तो आपको इस कोड का चयन करना होगा। हालाँकि नीट कॉलेज में एडमिशन से पहले तक आपकी बारहवीं परीक्षा का परिणाम आ जाना चाहिए और उसके अंक निर्धारित मानदंडों का पालन करते हुए होने चाहिए अन्यथा आप अपात्र मान लिए जाएंगे।

  • कोड 02

नीट एग्जाम के इस कोड में दो तरह के छात्र आते हैं जो इसका चयन कर सकते (NEET exam code 02) हैं। पहले नियम के अनुसार वे छात्र इस कोड का चयन करेंगे जिन्होंने अपनी 11वीं और 12वीं की पढ़ाई सीबीएसई से ना करके ISCE से की है। उन्हें नीट परीक्षा में बैठने के लिए अपनी 11वीं और 12वीं की पढ़ाई में सब्जेक्ट के तौर पर फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, गणित या अंग्रेजी के साथ साथ किसी अन्य वैकल्पिक विषय में पढ़ना जरुरी होता (NEET Ka Exam Kon De Sakta Hai) है।

दूसरे नियम के अनुसार, छात्रों का वह वर्ग जो भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पढ़ा हो लेकिन उसने ड्रॉप किया हो अर्थात उसकी बारहवीं उस वर्ष से एक वर्ष पहले तक समाप्त हो गयी है तो उसे भी कोड 02 का चयन करना होगा। उदाहरण के तौर पर आप नीट एग्जाम 2024 में बैठने जा रहे हैं और आपने अपनी बारहवीं की पढ़ाई वर्ष 2022 में ही पूरी कर ली थी।

  • कोड 03

नीट एग्जाम में कोड 03 का चयन वह छात्र कर सकता (NEET exam code 03) है जिसने इंटरमीडिएट या प्री डिग्री कोर्स को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से प्राप्त किया हुआ हो। उसे भी अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई में फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी के साथ साथ अंग्रेजी की पढ़ाई करनी जरुरी होती है। इसमें सभी राज्य बोर्ड के छात्र आ जाते हैं जैसे कि राजस्थान बोर्ड या गुजरात बोर्ड इत्यादि।

  • कोड 04

नीट एग्जाम में कोड 04 को वही छात्र भर सकते (NEET exam code 04) हैं जिन्होंने अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा या प्री यूनिवर्सिटी या इससे संबंधित कोर्स को पूरा कर लिया है और उसके बाद प्री प्रोफेशनल या प्री मेडिकल कोर्स को किसी मेडिकल या साइंस कॉलेज से कर रहे हैं।

  • कोड 05

ऐसा छात्र जो अपनी बारहवीं कक्षा की पढ़ाई को फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी व इंग्लिश में पूरा कर चुका (NEET exam code 05) है और अब किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज से 3 वर्ष की पढ़ाई फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी में ही कर रहा है और उसके प्रथम वर्ष में है।

  • कोड 06

ऐसा छात्र जिसने अपनी बारहवीं की पढ़ाई किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से पीसीबी व इंग्लिश में पास कर ली (NEET exam code 06) हो और अब बीएससी की पढ़ाई कर रहा हो। उसका बीएससी के एग्जाम में फिजिक्स, केमिस्ट्री या बायोलॉजी में से किसी दो सब्जेक्ट में पास होना भी जरुरी होता है।

  • कोड 07

वह छात्र जो विदेश या अंतर्राष्ट्रीय स्तर के बोर्ड में पढ़ रहा (NEET exam code 07) हो और उसने 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पीसीबी व इंग्लिश में की हो और अन्य पात्रता मानदंडों को पूरा करता हो।

नीट एग्जाम में कितनी बार बैठ सकते हैं?

नीट एग्जाम एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया 2024 को पूरी तरह जानने के बाद एक छोटी सी शंका जो अभी भी आपके दिमाग में रह गयी होगी, वह यह होगी कि आप नीट के एग्जाम में कितनी बार बैठ सकते हैं। अब ऊपर हमने आपको नीट एग्जाम में बैठने के लिए न्यूनतम आयु सीमा का 17 वर्ष होना तो बता दिया (NEET me kitni bar exam de sakte hai) है लेकिन अधिकतम आयु सीमा पर सर्वोच्च न्यायालय की रोक के कारण इसका कोई क्राइटेरिया नहीं है।

ऐसे में सभी के मन में यह सवाल उठना लाजमी है कि नीट की परीक्षा कितनी बार दे सकते हैं या उसे देने के लिए कितने अटेम्प्ट मिलते हैं। ऐसे में यहाँ हम आपको यह पहले ही स्पष्ट कर दें कि आप जितनी बार चाहे उतनी बार नीट की परीक्षा दे सकते हैं फिर चाहे वह 2 बार हो या 20 बार। अभी के लिए इस पर किसी तरह की रोक नही है लेकिन भविष्य में इस पर रोक लगायी जा सकती है।

हालाँकि यह भी जान लें कि एक समय के बाद छात्र का हौसला टूटने लगता है क्योंकि नीट की परीक्षा हर वर्ष लाखों छात्रों के द्वारा दी जाती है और उसमें से कुछ लिमिटेड छात्र ही चयनित हो पाते हैं। ऐसे में आपका किसी अच्छे इंस्टीट्यूट से पढ़ना जरुरी हो जाता है क्योंकि वहीं से ही आपको सही मार्गदर्शन और बेस्ट टीचर मिलते हैं। नीट की कोचिंग देने में सीकर और कोटा शहर बहुत प्रसिद्ध है। जहाँ सीकर का मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट टॉप पर बना हुआ है तो वहीं कोटा का एलन अच्छा काम कर रहा (NEET Ka Exam Kon De Sakta Hai) है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप नीट एग्जाम देने के लिए कितने सीरियस हैं।

नीट का एग्जाम कौन दे सकता है – Related FAQs 

प्रश्न: नीट के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

उत्तर: नीट के लिए योग्यता हमने ऊपर के लेख में विस्तार से दी है जो आपको पढ़नी चाहिए।

प्रश्न: नीट का फॉर्म कौन भर सकता है?

उत्तर: नीट का एग्जाम वह भर सकता है जिसने अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा को पीसीबी सब्जेक्ट से पास किया है बाकि की जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।

प्रश्न: क्या मैं 10वीं के बाद नीट दे सकता हूं?

उत्तर: नहीं, आपको अपनी 12वीं कक्षा को पास करना होगा।

प्रश्न: नीट में उम्र कितनी होनी चाहिए?

उत्तर: नीट का एग्जाम देना है तो उस साल आपकी उम्र 31 दिसंबर तक 17 वर्ष होनी चाहिए।

प्रश्न: नीट में कितने सब्जेक्ट होते है?

उत्तर: नीट में 3 विषय होते हैं फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी।

इन्हें भी पढ़ें:

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NEET Exam Pattern In Hindi | नीट परीक्षा पैटर्न 2024 | SCAS

देशभर के मेडिकल कॉलेज में छात्रों का प्रवेश करवाने के लिए नीट का एग्जाम आयोजित करवाया जाता (NEET Exam Pattern In Hindi) है। इससे पहले AIPMT व अन्य कई तरह के एग्जाम लिए जाते थे पिछले कुछ वर्षों से सभी तरह के एग्जाम को एक साथ करके नीट की परीक्षा ली जाती है। ऐसे में बहुत से छात्रों को नीट के बारे में इतनी जानकारी नहीं होती है और खासतौर पर नीट परीक्षा पैटर्न के बारे में बहुत छात्र आशंकित रहते हैं।

हम आपको पहले ही बता दें कि नीट एग्जाम का पैटर्न समय-समय पर बदला जा सकता (NEET Exam Details In Hindi) है और वो इसको आयोजित करवाने वाली एजेंसी पर निर्भर करता है। पिछली बार नीट परीक्षा पैटर्न को वर्ष 2021 में बदला गया था और उसके बाद से इसे ही माना गया है। ऐसे में आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ नीट परीक्षा पैटर्न 2024 के बारे में ही चर्चा करने वाले हैं।

आज के इस लेख को पढ़ कर ना केवल आपको नीट एग्जाम पैटर्न 2024 के बारे में लेटेस्ट अपडेट (Merits Of NEET Exam) मिलेगी बल्कि इसमें आपसे क्या कुछ पूछा जाता है, किस विषय पर कितने प्रश्न पूछे जाते हैं, उसके कितने अंक आपको मिलते हैं, इत्यादि हरेक चीज़ के बारे में जानकारी मिलेगी। तो आइये जाने नीट परीक्षा पैटर्न हिंदी में।

नीट परीक्षा पैटर्न 2024

नीट की परीक्षा को पहली बार वर्ष 2013 में आयोजित किया गया था। उसके अगले दो साल अर्थात वर्ष 2014 व 2015 में इसे सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर स्थगित कर दिया गया (NEET Exam Details In Hindi) था लेकिन फिर वर्ष 2016 से इसे लगातार आयोजित किया जा रहा है। अभी यदि आपको भारत के किसी भी सरकारी से लेकर निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाना है तो उसके लिए नीट की परीक्षा को उत्तीर्ण किया जाना बहुत ही जरुरी हो जाता है।

यदि आपने नीट परीक्षा को क्लियर नहीं किया हुआ (Who Conduct NEET Exam 2024) है तो आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में तो प्रवेश मिलेगा ही नहीं और यहाँ तक कि उच्च व प्रसिद्ध निजी मेडिकल कॉलेज में भी सामान्य प्रवेश नहीं मिलेगा। ऐसे में नीट की परीक्षा को पास करना बहुत ही जरुरी हो जाता है। तो यदि नीट की परीक्षा को पास करना है तो उसके पैटर्न को समझना भी बहुत जरुरी हो जाता है क्योंकि इसके बिना तो आप उसे किसी भी हालत में पास नहीं कर पाएंगे।

ऐसे में यदि आपको नीट एग्जाम पैटर्न (NEET Exam Pattern In Hindi) को समझना है तो उसके लिए आपको नीट की परीक्षा में पूछे जाने वाले विषय, उसका सिलेबस, उसके कुल प्रश्न, उसके अंक व समय के बारे में जानकारी होनी बहुत ही जरुरी हो जाती है। तो हम आपको नीट परीक्षा पैटर्न 2024 के बारे में सिलसिलेवार तरीके से हर चीज़ के ऊपर विस्तृत जानकारी देंगे। आइये समझें नीट एग्जाम पैटर्न 2024 के बारे में विस्तार से।

#1. नीट एग्जाम के विषय

सबसे पहले बात करते हैं नीट की परीक्षा में पूछे जाने वाले विषयों के बारे में। तो यहाँ आप यह जान लें कि नीट की परीक्षा आपके द्वारा बारहवीं कक्षा को मेडिकल स्ट्रीम से पास करने के बाद आयोजित करवायी जाती है। इसके लिए आपके पास अपनी 11वीं व 12वीं क्लास में मेडिकल स्ट्रीम का होना अनिवार्य है और उसी के साथ ही बारहवीं में आपके कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने जरुरी (NEET Exam Subjects 2024) हैं। हालाँकि आरक्षित वर्ग के छात्रों को इसमें कुछ छूट दी गयी है जो 40 प्रतिशत से 45 प्रतिशत के बीच की है।

नीट एग्जाम में आपसे आपके 11वीं व 12वीं विषय में पढाये गए तीन विषयों के ऊपर ही प्रश्न पूछे जाते (NEET Exam Details In Hindi) हैं। ऐसे में आपसे जिन तीन तरह के विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे वह इस प्रकार हैं:

  • फिजिक्स या भौतिक विज्ञान

नीट एग्जाम में सबसे पहले तो आपसे फिजिक्स सब्जेक्ट पर प्रश्न पूछे जाते हैं जिसे हम भौतिक विज्ञान के नाम से भी जानते हैं। इसमें आने वाले प्रश्न वही होंगे जो आपने अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई में पढ़े होंगे। नीट एग्जाम में पूछे गए कुल प्रश्नों में से फिजिक्स के प्रश्नों की संख्या 25 प्रतिशत की होती है।

  • केमिस्ट्री या रसायन शास्त्र

नीट एग्जाम का दूसरा सब्जेक्ट केमिस्ट्री होता है जिसे हम रसायन विज्ञान भी कहते हैं। इसमें केमिस्ट्री के तरह-तरह के फॉर्मूला, मेथड इत्यादि विषय पर प्रश्न पूछे जाते हैं। फिजिक्स की तरह ही केमिस्ट्री के प्रश्नों की संख्या भी नीट परीक्षा में 25 प्रतिशत की होती है।

  • बायोलॉजी या जीव विज्ञान

नीट एग्जाम का जो तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण विषय होता है वह होता है बायोलॉजी क्योंकि यही आपका नीट एग्जाम पास करवा सकता है। जितने प्रश्न फिजिक्स व केमिस्ट्री को मिलाकर पूछे जाते हैं, उतने अकेले बायोलॉजी से पूछे जाते हैं। वह इसलिए क्योंकि नीट परीक्षा में बायोलॉजी को दो भागों में तोड़कर प्रश्न पूछे जाते हैं, जो इस प्रकार है:

– जूलॉजी या प्राणी विज्ञान

इसे हम हिंदी में जंतु विज्ञान के नाम से भी जानते हैं जिसमें अलग-अलग तरह के जीव-जंतुओं और मनुष्यों के शरीर की प्रणाली पर प्रश्न पूछे जाते हैं। तो नीट एग्जाम का पैटर्न 25 प्रतिशत इसी पर ही निर्भर करता है अर्थात उसके 25 प्रतिशत प्रश्न इसी विषय पर ही पूछे जाएंगे।

– बॉटनी या वनस्पति विज्ञान

नीट एग्जाम के पैटर्न में जो अंतिम विषय होता है वह होता है बॉटनी जिसे हम वनस्पति विज्ञान भी कहते हैं। इसमें पूछे गए प्रश्नों की संख्या भी 25 प्रतिशत होती है जिसमें आपसे पेड़-पौधों के विज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।

#2. नीट एग्जाम का सिलेबस

अब बात करते हैं नीट एग्जाम के सिलेबस की। तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि आपकी 11वीं और 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय में जो भी सिलेबस आता (NEET Exam Syllabus 2024 In Hindi) है, वही आपसे नीट की परीक्षा में पूछे जाते हैं। इनके अलावा नीट में कोई भी प्रश्न इनके बाहर से नहीं पूछा जाता है। ऐसे में फिजिक्स केमिस्ट्री व बायोलॉजी के 11वीं और 12वीं कक्षा के विषय ही नीट एग्जाम का सिलेबस होता है।

ऐसे में आपसे जिन-जिन विषयों पर प्रश्न पूछे जा सकते (NEET Exam Pattern In Hindi) हैं या ऊपर बताये गए सब्जेक्ट में से जिन जिन विषय पर प्रश्न आ सकते हैं, उनकी सूची कुछ इस प्रकार है:

नीट एग्जाम में फिजिक्स का सिलेबस

नीट की परीक्षा में फिजिक्स विषय से जिन जिन अध्यायों या पाठ पर प्रश्न पूछे जा सकते (NEET Exam Physics Syllabus) हैं वे हैं:

  • Thermodynamics
  • गति के नियम या लॉ ऑफ मोशन
  • – Kinematics
  • करंट इलेक्ट्रिसिटी
  • एटम
  • इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स
  • ऑप्टिक्स
  • Gravitation
  • कार्य, ऊर्जा व शक्ति इत्यादि।

इनके अलावा जो भी अध्याय आपको फिजिक्स विषय में पढ़ाये जाएंगे, वे सभी ही नीट एग्जाम में आ सकते हैं। इसलिए आप अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई को बहुत ही ध्यान के साथ करें और फिजिक्स के हर चैप्टर को अच्छे से समझें।

नीट एग्जाम में केमिस्ट्री का सिलेबस

अब नीट के एग्जाम में केमिस्ट्री से भी वही अध्याय आते हैं जो आपने अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई में पढ़े (NEET Exam Chemistry Syllabus) होंगे। इनमें से कुछ प्रमुख विषय हैं:

  • हाइड्रोजन
  • हाइड्रोकार्बन
  • सॉलिड स्टेट
  • सलूशन या विलयन
  • Biomolecules
  • Equilibrium
  • P Block एलिमेंट्स
  • विद्युत रसायन
  • Polymers या बहुलक
  • एनवायर्नमेंटल केमिस्ट्री
  • सरफेस केमिस्ट्री इत्यादि।

फिजिक्स की तरह ही केमिस्ट्री के सभी तरह के अध्याय से प्रश्न नीट परीक्षा में पूछे जा सकते हैं जो आपने अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई में पढ़े होंगे।

नीट एग्जाम में बायोलॉजी का सिलेबस

अब करते हैं बात नीट एग्जाम के सबसे महत्वपूर्ण विषय के बारे में जो है बायोलॉजी जिसे हम जूलॉजी और बॉटनी दो भागो में तोड़कर देखते हैं। आपने भी अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई को इन दो अलग-अलग किताबों से पढ़ा (NEET Exam Biology Syllabus) होगा। ऐसे में इनमें कुछ इस तरह के विषय या अध्याय नीट एग्जाम के सिलेबस में आते हैं।

  • रिप्रोडक्शन या प्रजनन
  • आनुवांशिकी व विकास
  • मानव शरीर विज्ञान
  • कोशिका की सरंचना व कार्य
  • बायोलॉजी व ह्यूमन वेलफेयर
  • इकोलॉजी व एनवायरनमेंट
  • प्लांट फिजियोलॉजी
  • जैव प्रोद्योगिकी इत्यादि।

इसमें आपको जूलॉजी और बॉटनी में पढ़ाये जाने वाले हर तरह के अध्याय को बहुत ही बारीकी से पढ़ना होगा क्योंकि अकेले बायोलॉजी से ही आपकी नीट परीक्षा के 50 प्रतिशत प्रश्न और इतने ही अंक होंगे। ऐसे में 11वीं से ही बायोलॉजी को मन लगाकर पढ़ना शुरू कर देंगे तो बेहतर रहेगा।

#3. नीट एग्जाम के प्रश्न

अभी तक आपने नीट एग्जाम में किस किस विषय से प्रश्न पूछे जा सकते हैं और नीट का सिलेबस क्या कुछ होता है, इसके बारे में तो जान लिया है लेकिन उसमें किस विषय से कितने प्रश्न और किस पैटर्न में पूछे जाते हैं, इसके बारे में जाना जाना अभी बाकि है। ऐसे में नीट परीक्षा पैटर्न के अनुसार आपसे कुल 200 प्रश्न पूछे जाते हैं लेकिन उसमें से आपको केवल 180 प्रश्नों के उत्तर ही देने होते (NEET Exam Questions Pattern) हैं। अब यह 180 प्रश्न उन 200 में से नहीं चुनने होते हैं जबकि इनका चुनाव आपको उनके खंड के आधार पर करना होता है।

इन 200 में से हरेक विषय पर आपसे 50 प्रश्न पूछे जाते हैं। नीट में कुल 4 विषय होते हैं तो हरेक विषय के 50 प्रश्न को मिला लिया जाए तो कुल 200 प्रश्न हो जाते हैं। अब आपको उन 50 में से केवल 45 प्रश्नों के ही उत्तर देने होते हैं लेकिन इन्हें आप 50 में से किन्हीं 45 प्रश्नों को नहीं चुन सकते हैं। इसके लिए नीट परीक्षा पैटर्न बनाया गया है जिसमें प्रत्येक विषय के अनुसार दो खंड होते हैं जिन्हें खंड अ व खंड ब में बांटा गया होता है।

प्रत्येक विषय के खंड अ में कुल 35 प्रश्न होते हैं जिनके उत्तर देने जरुरी होते हैं अर्थात आपको इन 35 प्रश्नों को हल करना ही होता है और इन्हें आप छोड़ नहीं सकते हैं। वहीं प्रत्येक विषय के खंड ब में कुल 15 प्रश्न होते हैं जिनमें से आप किन्हीं 10 प्रश्नों के उत्तर देने के लिए स्वतंत्र होते (NEET Exam Question Paper Pattern) हैं जबकि अन्य 5 प्रश्नों को आप छोड़ सकते हैं। इसे आप कुछ इस तरह से समझ सकते हैं।

विषय

खंड अ

खंड ब

फिजिक्स 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
केमिस्ट्री 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
जूलॉजी 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
बॉटनी 35 प्रश्न (सभी जरुरी) 15 प्रश्न (कुल 10 जरूरी)
कुल 140 प्रश्न (सभी जरुरी) 60 प्रश्न (40 जरुरी)

तो इस तरह से आपको इन 200 प्रश्नों में से कुल 180 प्रश्नों के ही उत्तर देने होते हैं लेकिन आपको यह प्रत्येक विषय के खंड ब में से चुनने होते हैं। खंड अ के सभी प्रश्न आपको हल करने होते हैं। हालाँकि यदि आपको कोई प्रश्न समझ नहीं आता है तो आप उसको छोड़ सकते हैं।

#4. नीट एग्जाम के नंबर

अब करते हैं नीट परीक्षा में मिलने वाले नंबर की बात। आखिरकार इन्हीं नंबर की बदौलत ही तो आप नीट एग्जाम को पास कर पाते हैं या उसमें चूक जाते हैं। तो नीट की परीक्षा में सभी विषयों से पूछे जाने वाले सभी प्रश्नों के उत्तरों के अंक एक समान ही रहते (NEET Exam Total Marks Subject Wise) हैं जो कि 4 है। ऐसे में यदि आप नीट एग्जाम में किसी प्रश्न का उत्तर देते हैं और यदि वह सही है तो उसके लिए आपको कुल 4 अंक मिलेंगे।

इसी तरह यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर देते हैं और यदि वह गलत उत्तर है तो उसके लिए आपका 1 अंक काट लिया जाएगा। वहीं यदि आप किसी प्रश्न का उत्तर नहीं देते है तो उसके लिए आपको कोई अंक नहीं दिया जाएगा। आइये हर विषय के अनुसार नीट एग्जाम में कितने नंबर दिए जाते (NEET Exam Total Marks 2024) हैं, उसको समझ लेते हैं।

विषय

सही उत्तर के अंक गलत उत्तर के अंक कुल अंक अधिकतम अंक

न्यूनतम अंक

फिजिक्स +4 -1 180 +180 -45
केमिस्ट्री +4 -1 180 +180 -45
जूलॉजी +4 -1 180 +180 -45
बॉटनी +4 -1 180 +180 -45
कुल 720 +720 -180

इस तरह से यदि आप नीट की परीक्षा में बैठते हैं और आप सभी प्रश्नों के उत्तर देते हैं तो उसके लिए आपको अधिकतम अंक 720 मिल सकते हैं तो वहीं न्यूनतम अंक -180 आ सकते हैं।

#5. नीट एग्जाम का समय

अब यदि हम नीट एग्जाम पैटर्न के अनुसार उसको करने के लिए कुल समय की बात करें तो इसके लिए आपको 3 घंटे 20 मिनट का समय दिया जाता (NEET Exam Time Duration) है। एक तरह से आपको कुल 200 मिनट का समय नीट की परीक्षा को देने के लिए दिया जाता है। आप इन 200 मिनट में इन 180 प्रश्नों का उत्तर देने के लिए बाध्य होते हैं।

हालाँकि आपको परीक्षा शुरू होने से तुरंत पहले ही नीट परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचना होता है बल्कि उससे कम से कम एक घंटा पहले वहां पहुंचना होता है। वह इसलिए क्योंकि आपको सीधे एग्जाम हॉल में नहीं ले जाया जाता है बल्कि उससे पहले आपकी आईडी चेक की जाती (NEET Exam Timing 2024) है, आपकी एंट्री करवायी जाती है और अन्य डिटेल भरी जाती है। उसके बाद ही तय समय पर नीट परीक्षा शुरू करवायी जाती (NEET Exam Pattern In Hindi) है जिसे करने के लिए 3 घंटे 20 मिनट का समय होता है।

नीट एग्जाम कौन करवाता है?

अब आपको यह भी जान लेना (Who Conduct NEET Exam 2024) चाहिए कि आखिरकार किसके द्वारा नीट एग्जाम लिया जाता है। तो जब वर्ष 2013 में नीट एग्जाम शुरू किया गया था तब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा नीट एग्जाम लिया गया था। उसके बाद से भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय व मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा एक बोर्ड या एजेंसी गठित की गयी जो नीट एग्जाम करवाती है।

 इस एजेंसी को हम राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी या नेशनल टेस्टिंग एजेंसी / National Testing Agency के नाम से जानते हैं। इसे हम शोर्ट फॉर्म में NTA भी कह सकते (NEET Exam Kon Karwata Hai) हैं जिसके माध्यम से हर वर्ष नीट एग्जाम को लिया जाता है। हालाँकि इस पर नियंत्रण शिक्षा मंत्रालय और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का ही होता है जिनके द्वारा NTA में अधिकारियों की नियुक्ति की जाती है। इन्हीं के ऊपर ही देशभर के मेडिकल कॉलेज में छात्रों के चयन का उत्तरदायित्व होता है।

नीट एग्जाम के फायदे

अब आपको नीट एग्जाम देने के क्या कुछ फायदे होते हैं या नीट एग्जाम की मेरिट के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए। वैसे तो नीट एग्जाम के द्वारा ही आप भारत के टॉप लेवल के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाते (Merits Of NEET Exam) हैं फिर चाहे वह सरकारी मेडिकल कॉलेज हो या फिर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज। हालाँकि यह आपके लिए किस तरह से फायदेमंद होता है या नीट एग्जाम देने के क्या कुछ लाभ हैं, आइये उन पर एक नज़र डाल लेते हैं।

  • पहले के समय में मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाना होता था तो उसके लिए हर राज्य के अपने मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट होते थे और साथ ही बड़े प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के अलग से टेस्ट होते थे। जब से नीट आया है तब से ही हर मेडिकल कॉलेज में प्रवेश इसके माध्यम से होने लगा है।
  • अलग अलग टेस्ट देने पर आपको अलग अलग फीस का भुगतान करना होता था जबकि नीट एक ही बारी में होने वाला एग्जाम है जो देशभर में आयोजित करवाया जाता (NEET Exam Ke Fayde) है। ऐसे में आपको फीस भी एक बारी ही देनी होती है।
  • नीट के माध्यम से आपका चयन देश के किसी भी मेडिकल कॉलेज में हो सकता है और आप अपने को मिले कुल अंकों के आधार पर कोई भी मेडिकल कॉलेज भर सकते हैं या उसके लिए आवेदन भेज सकते हैं।
  • नीट की परीक्षा केवल अंग्रेजी व हिंदी में ही नहीं बल्कि भारत की 9 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित करवायी जाती है। ऐसे में आप बिना किसी टेंशन के अपनी मातृभाषा में नीट एग्जाम दे सकते हैं।
  • यह हर वर्ष निर्बाध रूप से आयोजित होने वाली परीक्षा है और इसमें किसी तरह की देरी नहीं होती है क्योंकि हर वर्ष देशभर के सभी मेडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष के छात्रों की सीट इसी एग्जाम के माध्यम से ही भरी जाती है।

इस तरह से नीट की परीक्षा देने पर आपको कई तरह के फायदे देखने को मिलते हैं। हालाँकि बहुत से छात्र पहली बार में नीट में पास नहीं हो पाते हैं और यदि पास हो भी जाते हैं तो उन्हें अपनी पसंद का मेडिकल कॉलेज नहीं मिलता है तो वे दूसरे वर्ष नीट एग्जाम में फिर से बैठते (NEET Exam Pattern In Hindi) हैं।

यह बहुत हद्द तक इस पर भी निर्भर करता है कि आप नीट की कोचिंग किस इंस्टिट्यूट से ले रहे हैं। यदि आपको टॉप लेवल का इंस्टिट्यूट मिल जाता है तो फिर आपका पहले या दूसरे वर्ष में ही नीट में चयन हो जाता है। यदि आप सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेने का सोच रहे हैं तो उसके लिए मैट्रिक्स इंस्टिट्यूट सबसे बढ़िया है और यदि कोटा पढ़ने जाना है तो उसके लिए एलन इंस्टिट्यूट बेहतर रहेगा।

नीट परीक्षा पैटर्न 2024 – Related FAQs

प्रश्न: नीट 2024 का नया पैटर्न क्या है?

उत्तर: नीट 2024 में 200 प्रश्न पूछे जायेंगे जिसमें से 180 प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थी को देने होंगे और हर प्रश्न के सही होने पर 4 नंबर मिलेंगे बाकी की जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।

प्रश्न: नीट 2024 में कितने चैप्टर होते हैं?

उत्तर: नीट 2024 में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी से प्रश्न आयेंगे जिसके बारे में अधिक जानकारी आप ऊपर का लेख पढ़ कर प्राप्त कर सकते हो।

प्रश्न: नीट 2024 का पेपर कौन बनाएगा?

उत्तर: नीट 2024 का पेपर NTA द्वारा लिया जाएगा।

इन्हें भी पढ़ें:

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NEET Exam Kya Hota Hai | नीट एग्जाम क्या होता है? | SCAS

भारत देश में मेडिकल की पढ़ाई करनी है और उसके लिए अच्छे सरकारी या फिर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में एडमिशन चाहिए तो नीट की परीक्षा (NEET Exam Kya Hota Hai) देनी जरुरी हो जाती है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है कि यह नीट एग्जाम क्या होता है या फिर नीट एग्जाम क्या है। ऐसे में आज हम इस लेख के माध्यम से नीट की परीक्षा के बारे में ही बात करने वाले (NEET exam kya hai) हैं।

आज के इस लेख को पढ़ कर आपको नीट परीक्षा के बारे में सबकुछ पता चल जाएगा जैसे कि नीट एग्जाम किसलिये होता है, नीट एग्जाम कितनी बार दे सकते हैं (NEET exam kitni baar de sakte hai), नीट एग्जाम कैसे होता है, नीट एग्जाम कौन लेता है, उसका सिलेबस क्या है इत्यादि। इसे पढ़कर आपकी नीट के बारे में हरेक शंका का सरल समाधान हो जाएगा। तो आइये जाने नीट परीक्षा के बारे में।

नीट एग्जाम क्या होता है?

भारत देश में असंख्य कॉलेज व यूनिवर्सिटी है जिनमें इंजीनियरिंग से लेकर आर्किटेक्ट, मैनेजमेंट, डिज़ाइनर इत्यादि की पढ़ाई करवायी जाती है लेकिन मेडिकल कॉलेज आपको यूँ ही नहीं (NEET Exam Kya Hota Hai) दिखेंगे। ऐसे में यदि किसी शहर में मेडिकल कॉलेज है तो यह उस शहर के लिए गर्व की बात होती है क्योंकि मेडिकल कॉलेज को लाइसेंस बहुत ही मुश्किल से मिलता है। अब देशभर में जो भी मेडिकल कॉलेज है फिर चाहे वह सरकारी हो या निजी, इनमें आपको सीधे प्रवेश चाहिए तो उसके लिए नीट की परीक्षा को पास करना जरुरी होता है।

वैसे तो देशभर में कई तरह के मेडिकल कॉलेज हैं लेकिन यदि आपको टॉप के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश चाहिए और वो भी बिना डोनेशन के तो आपको नीट एग्जाम देना (NEET exam kya hai) होगा और उसमें पास होना होगा। एक तरह से कहा जाए तो नीट एग्जाम और कुछ नहीं बल्कि इन सभी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली एक परीक्षा है।

इस परीक्षा को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के द्वारा आयोजित करवाया जाता है। इसे हम शोर्ट फॉर्म में NTA भी कह सकते हैं जो भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अधीन रहकर कार्य करती है। नीट के एग्जाम की घोषणा तो वर्ष 2012 में कर दी गयी थी लेकिन इसकी आधिकारिक शुरुआत वर्ष 2013 से हुई थी। इस परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों को कुछ नियम व शर्तों का पालन करना होता है जिनमें प्रमुख अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई मेडिकल विषय में 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना है।

यह ऑनलाइन परीक्षा ना होकर ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाती (NEET exam kis liye hota h) है जिसे पेन व पेपर पर देना होता है। वर्ष 2016 से इसे लगातार हर वर्ष लिया जा रहा है ताकि मेडिकल कॉलेज में छात्रों को प्रथम वर्ष में प्रवेश दिया जा सके। इसके जरिये छात्रों को MBBS, BDS व AYUSH के तहत आने वाले विभिन्न कोर्स में पढ़ने का अवसर दिया जाता है। आइये इसके बारे में एक एक करके पूरी जानकारी ले लेते हैं।

नीट की फुल फॉर्म क्या है?

सबसे पहले तो हम नीट एग्जाम की फुल फॉर्म की बात कर लेते (NEET Full Form in Hindi) हैं क्योंकि बहुत से लोग इसे देना तो चाहते हैं लेकिन उन्हें इसकी फुल फॉर्म ही नहीं पता होती है। तो नीट अंग्रेजी भाषा का शब्द है जिसकी फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) होती है। हालाँकि इसका पूरा नाम नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (अंडरग्रेजुएट) / National Eligibility cum Entrance Test (Undergraduate / UG) होता है।

वहीं यदि हम नीट के हिंदी नाम की बात करें तो इसे हिंदी में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा कहा जाता है। वहीं यदि हमे अंडरग्रेजुएट शब्द भी जोड़ना है तो उसे हम यूँ का यूँ या फिर यूजी करके जोड़ सकते हैं। इसे राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी जिसे अंग्रेजी में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency / NTA) भी कहते हैं, के द्वारा भारतीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के साथ मिलकर आयोजित करवाया जाता है।

नीट परीक्षा का इतिहास

अब यदि आपको नीट एग्जाम देना है या इसके बारे में जानना है तो उसके लिए आपको इसके इतिहास के बारे में भी जानकारी होनी (NEET exam history in Hindi) चाहिए। तो आपने पहले कभी AIPMT परीक्षा का नाम तो सुना ही होगा और यदि नहीं सुना है तो आज हम आपको इसके बारे में बता देते हैं। दरअसल नीट परीक्षा तो एक तरह से वर्ष 2013 में शुरू हुई थी जिसे राष्ट्रीय स्तर पर लिया गया था लेकिन उससे पहले हर राज्य के द्वारा अपनी अलग-अलग AIPMT के एग्जाम लिए जाते थे तो वहीं कई बड़े मेडिकल कॉलेज अपने खुद के एग्जाम अलग से करवाते थे।

फिर वर्ष 2013 में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने नीट का एग्जाम लिया लेकिन इसके बाद के लिए सर्वोच्च न्यायालय ने इस पर रोक लगा दी। इस कारण यह वर्ष 2014 व 2015 में नहीं लिया गया लेकिन फिर वर्ष 2016 से इसे फिर से लागू कर दिया गया। उसके बाद से भारत के लगभग हर प्रमुख मेडिकल कॉलेज फिर चाहे वह सरकारी हो या प्राइवेट, उसके लिए नीट के एग्जाम को मान्यता दे दी गयी और AIPMT को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

नीट एग्जाम किसलिये होता है?

अब आपका अगला प्रश्न (NEET exam kis liye hota h) होगा कि आखिरकार नीट एग्जाम लेने की क्या जरुरत थी या नीट एग्जाम किसलिये होता है। तो इसका उत्तर यह है कि नीट का एग्जाम देकर ही हमें हमारे भविष्य के डॉक्टर मिलते हैं फिर चाहे वह एलोपैथी के हो या आयुर्वेदिक या डेंटिस्ट या अन्य कोई डॉक्टर। डॉक्टर के हाथ में ही हमारे जीवन की बागडौर होती है और यदि उनका चयन ही सही से नहीं हो पाया तो देश का भविष्य अधर में लटक सकता है।

इसी को ध्यान में रखते हुए राज्यों के बीच हो रहे असंतुलन को देखते हुए भारत सरकार व मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने यह निर्णय लिया और नीट का कांसेप्ट आया। इसके तहत भारत देश में मेडिकल की तैयारी कर रहा और डॉक्टर बनने का इच्छुक हर छात्र नीट की परीक्षा में बैठ सकता है और उसे अच्छे अंकों के साथ पास कर एक अच्छे मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पा सकता है।

नीट एग्जाम कैसे होता है?

अब बात करते हैं नीट एग्जाम को देने के बारे (NEET exam kaise hota hai) में। तो बहुत से छात्र इस बात को लेकर शंका में रहते हैं कि नीट एग्जाम का पैटर्न कैसा होता है या फिर इसे किस तरह से दिया जाता है। ऐसे में यहाँ हम आपको पहले ही बता दें कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी के द्वारा इसमें परिवर्तन किया जा सकता है लेकिन फिर भी अभी जो पैटर्न है, वह हम आपको बता देते हैं।

नीट की परीक्षा में कुल चार विषयों से 200 प्रश्न पूछे जाते हैं जिसमें एक पैटर्न के अनुसार आपको 180 प्रश्नों का उत्तर देना होता है। अब इसमें प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देने पर 4 अंक मिलते हैं और गलत उत्तर देने पर 1 अंक काट लिया जाता (NEET exam kya hota hai) है। नीट की परीक्षा में अधिकतम अंक 720 होते हैं जबकि न्यूनतम अंक -180 होते हैं। आइये जाने एक एक करके इन सभी के बारे में।

  • नीट एग्जाम के सब्जेक्ट

सबसे पहले हम नीट एग्जाम में आने वाले सब्जेक्ट के बारे में बात कर लेते हैं। नीट की परीक्षा में आपसे 4 विषयों पर प्रश्न पूछे (NEET exam subjects list) जाएंगे जिनके बारे में आपने अपनी 11वीं और 12वीं की कक्षा में पढ़ा होगा। तो यह चार विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी होते हैं। इसमें से बॉटनी व जूलॉजी को हम बायोलॉजी का ही पार्ट मानते हैं जिन्हें दो हिस्सों में तोड़कर पढ़ाया जाता है। 

  • नीट एग्जाम का पैटर्न

नीट के एग्जाम में कुल 200 प्रश्न आते हैं जिनमें से आपको केवल 180 प्रश्न के ही उत्तर देने होते (NEET exam ka pattern) हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप किसी भी 180 प्रश्न के उत्तर दे देंगे। यह पैटर्न वर्ष 2021 से अप्लाई किया गया है जिसके अनुसार प्रत्येक सब्जेक्ट से 50 प्रश्न पूछे जाते हैं। इन 50 प्रश्नों को दो सेक्शन A और B में बांटा गया होता है। A सेक्शन में 35 प्रश्न आते हैं जिनका उत्तर देना अनिवार्य है तो वहीं B सेक्शन में 15 प्रश्न आते हैं जिनमें से किन्हीं 10 के उत्तर देने होते (NEET exam kaise hota hai) हैं।

  • नीट एग्जाम देने का समय

अब बात करते हैं नीट एग्जाम देने के समय के बारे में अर्थात आपको नीट की परीक्षा देने के लिए कुल कितना समय मिलता (NEET exam time duration) है। तो इसके लिए आपको कुल 3 घंटे 20 मिनट अर्थात 200 मिनट का समय मिलता है। नीट की परीक्षा दोपहर में 2 बजे शुरू होती है और 5 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होती है। हालाँकि आपको परीक्षा शुरू होने से कम से कम एक घंटा पहले एग्जाम सेंटर पर पहुँच जाना होता है ताकि बाकि फॉर्मेलिटी पूरी की जा सके।

  • नीट एग्जाम के नंबर

नीट की परीक्षा में कुल 180 प्रश्न के उत्तर देने होते हैं और हरेक सही उत्तर के 4 अंक दिए जाते हैं। वहीं यदि आप किसी प्रश्न का गलत उत्तर देते है तो आपका एक अंक माइनस में चला जाता (NEET exam marks criteria) है। वहीं आप किसी प्रश्न का उत्तर नहीं देते है तो उसके कोई भी अंक माइनस या प्लस में नही होते हैं। इस तरह से आपको नीट की परीक्षा में अधिकतम 720 अंक और न्यूनतम -180 अंक मिल सकते है।

नीट एग्जाम देने के पात्रता मानदंड

अब यदि आपको नीट की परीक्षा देनी है और उसके लिए पात्रता मानदंड या योग्यता के बारे में जानना है तो आज हम उसके बारे में भी बता देते (NEET exam eligibility in Hindi) हैं। दरअसल बहुत से लोगों को इसको लेकर सही जानकारी नहीं होती है जिस कारण उनका एक साल ख़राब हो जाता है। ऐसे में नीट परीक्षा देने के लिए जो जो योग्यताएं आपके अंदर होनी चाहिए, वह इस प्रकार हैं:

  • न्यूनतम आयु सीमा

अब यदि आपको नीट के एग्जाम में बैठना (NEET exam age limit) है तो उसके लिए आपकी आयु कम से कम 17 वर्ष होनी ही चाहिए। यदि आप 17 वर्ष की आयु से पहले ही बारहवीं पास कर लेते हैं तो भी आप नीट की परीक्षा नहीं दे सकते हैं। वहीं इसके लिए 17 वर्ष की आयु का पैमाना हर वर्ष 31 दिसंबर से आँका जाता है। उदाहरण के तौर पर यदि आप वर्ष 2024 के लिए नीट की परीक्षा में बैठ रहे हैं तो आपकी आयु 31 दिसंबर 2024 तक 17 वर्ष की हो जानी चाहिए।

  • अधिकतम आयु सीमा

अभी के लिए नीट की परीक्षा में बैठने के लिए अधिकतम आयु सीमा का कोई मानदंड नहीं है क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय के पास यह मामला लंबित (NEET exam age requirement) है। ऐसे में जब तक इस पर वहां से आदेश नहीं आ जाता है तब तक 17 वर्ष से ऊपर की आयु का कोई भी व्यक्ति अन्य मानदंडों को पूरा करते हुए नीट की परीक्षा में बैठ सकता है।

  • शैक्षणिक योग्यता

बहुत से छात्र इस योग्यता से चूक जाते हैं क्योंकि इसके लिए NTA ने बहुत ही कड़े मानदंड बनाये हुए है। पहले मानदंड के अनुसार सभी छात्र जो नीट की परीक्षा देना चाहते (NEET exam education qualification) हैं उन्हें अपनी 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई मेडिकल में या फिर नॉन मेडिकल बायोलॉजी के साथ करनी होगी। दूसरे मानदंड के अनुसार छात्र के बारहवीं कक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए। तीसरे मानदंड के अनुसार उसके फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी में भी अलग-अलग न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए।

हालाँकि यह 50 प्रतिशत अंक लाने का नियम जनरल वर्ग के छात्रों के लिए है। SC, ST व OBC वर्ग के छात्रों को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक चाहिए होते हैं। वहीं PDW छात्रों को न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक लाने होते हैं।

  • नागरिकता

नीट की परीक्षा में बैठने के लिए हर छात्र का भारतीय होना आवश्यक है। कोई भी छात्र जो विदेशी नागरिकता ले चुका है या विदेशी है तो उसे नीट की परीक्षा में नहीं बैठने दिया (NEET exam ke liye yogyata) जाएगा। इस तरह से यदि आप भारतीय नागरिक हैं तो ही आप नीट एग्जाम दे सकते हैं।

नीट एग्जाम कितनी बार दे सकते हैं?

अब जब आप यह जान चुके (NEET exam kitni baar de sakte hai) हैं कि नीट को देने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष है और अधिकतम आयु सीमा का मामला सर्वोच्च न्यायालय में लंबित चल रहा है तो ऐसे में नीट एग्जाम कितनी बार दिया जा सकता है, यह प्रश्न उठाना स्वाभाविक है। ऐसे में आज हम आपको बता दें कि वर्तमान नियमों के अनुसार नीट की परीक्षा देने के लिए कोई लिमिट नहीं है और यह आप 17 वर्ष की आयु होने के बाद बाकि के सभी मानदंडों को पूरा करते हुए कितनी भी बार दे सकते हैं।

हालाँकि इस पर जैसे ही अधिकतम आयु सीमा का निर्णय सर्वोच्च न्यायालय से (NEET Exam Kya Hota Hai) आएगा तो इसकी भी एक लिमिट निर्धारित हो जाएगी। इसी के साथ ही कभी भी यह निर्णय भी लिया जा सकता है कि एक छात्र अपनी न्यूनतम व अधिकतम आयु सीमा के बीच में कितनी बार नीट की परीक्षा में बैठ सकता है लेकिन अभी इसके बारे में चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है।

नीट एग्जाम का सिलेबस

अब यदि आप नीट एग्जाम का सलेबस जानना चाहते हैं तो उसके लिए कोई अलग से सलेबस नहीं होता (NEET exam ka syllabus) है। वह इसलिए क्योंकि जो भी विषय और उसके अंतर्गत आने वाले सभी चैप्टर आपने अपनी 11 वीं और 12 वीं कक्षा में पढ़े हैं, उन्हें ही नीट की परीक्षा में आपसे पूछा जाता है। अब यह तो हमने आपको ऊपर ही बता दिया है कि नीट की परीक्षा में 4 विषय आते हैं जो फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी होते हैं।

ऐसे में आपके यह चारों विषय दोनों कक्षाओं में आये होंगे और उन दो वर्षों में आपने इन चारों विषयों में कई तरह के चैप्टर को पढ़ा होगा। तो आपने इस दौरान जो भी चैप्टर पढ़े हैं, उनमे से किसी पर भी यह 200 प्रश्न पूछे जा सकते हैं। इसलिए यदि आपको नीट का एग्जाम जल्द से जल्द और अच्छे अंकों के साथ पास करना है तो उसके लिए आपको 11वीं और 12वीं की पढ़ाई को सीरियस होकर पढ़ना (NEET Exam Kya Hota Hai) होगा।

वहीं आपको केवल 11वीं और 12वीं की पढ़ाई ही नहीं पढ़नी है बल्कि उसके साथ साथ नीट की अलग से तैयारी भी करने लग जाना है। इसके लिए भारत के लाखों बच्चे भारत के विभिन्न शहरों में कोचिंग लेने जाते हैं। नीट की तैयारी करवाने में दो शहर प्रमुख हैं जिनके नाम सीकर व कोटा है। ऐसे में सीकर का मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट (Matrix Academy) और कोटा की एलन अकैडमी नीट की तैयारी करवाने में पूरे देश में टॉप पर बने हुए हैं। ऐसे में आपको बिना देर किये अभी से ही नीट की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

नीट एग्जाम की अन्य जानकारी

अब जाते जाते आपको नीट एग्जाम के बारे में जो जानकारी रह गयी (NEET exam information in Hindi) है, इसके बारे में भी जानकारी दे देते हैं ताकि आपके मन में नीट को लेकर किसी प्रकार की शंका ना रहे।

  • नीट का एग्जाम एक वर्ष में एक बार ही आयोजित करवाया जाता है। ऐसे में यदि आपका उस वर्ष सलेक्शन नहीं हुआ है तो आपको अगले वर्ष होने वाली नीट की परीक्षा की अभी से ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
  • नीट को अंग्रेजी के साथ-साथ भारत की 9 अन्य भाषाओँ में भी आयोजित करवाया जाता (NEET exam language) है जो है: हिंदी, आसामी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, उड़िया, तमिल व तेलुगु।
  • जब नीट की परीक्षा की शुरुआत हुई थी अर्थात वर्ष 2013 में लगभग 6.5 लाख बच्चों ने इसकी परीक्षा दी थी। यदि हम हाल के ही वर्ष की बात करें तो वर्ष 2023 में 20 लाख से अधिक छात्र नीट के एग्जाम में बैठे थे।
  • नीट में जिन छात्रों का चयन हो जाता (NEET exam courses list) है उन्हें भारत में MBBS, BDS, BAMS, BUMS व BHMS इत्यादि मेडिकल कोर्स करने की अनुमति मिलती है।
  • इसके तहत भारत में हर वर्ष 1.7 लाख से ऊपर छात्रों का चयन किया जाता है जिन्हें देशभर के विभिन्न मेडिकल कॉलेज के विभिन्न कोर्स में प्रवेश मिलता है।

इस तरह से 20 लाख बच्चों में से नीट की परीक्षा में चयनित होने की संभावना जरुर ही 20 प्रतिशत के आसपास है लेकिन साथ ही इसमें रैंक भी बहुत मायने रखती (NEET Exam Kya Hota Hai) है। वह इसलिए क्योंकि यदि आप अच्छी रैंक लायेंगे तो आपका टॉप के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश होगा वहीं कम रैंक लाने पर आपको कॉलेज भी लो लेवल वाले ही मिलेंगे। ऐसे में बिना देर किये आज से ही नीट एग्जाम की जमकर तैयारी करना शुरू कर दीजिये।

नीट एग्जाम क्या होता है – Related FAQs

प्रश्न: नीट का एग्जाम देने से क्या बनते हैं?

उत्तर: नीट का एग्जाम देने से आपका भारत के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन होता है और आप एमबीबीएस, बीडीएस आदि कोर्स कर पाते हो।

प्रश्न: नीट में कितने सब्जेक्ट होते है?

उत्तर: नीट में 4 विषय होते हैं फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी।

प्रश्न: नीट के लिए 12वीं में कितने मार्क्स चाहिए?

उत्तर: नीट के लिए 12वीं कक्षा में जनरल कैटेगरी वालों को न्यूनतम 50 प्रतिशत और SC, ST व OBC वर्ग के छात्रों को न्यूनतम 40 प्रतिशत तो वहीं PDW छात्रों को न्यूनतम 45 प्रतिशत अंक लाने होते हैं।

प्रश्न: नीट में कितने नंबर आने पर सरकारी कॉलेज मिलता है?

उत्तर: वैसे तो यह आंकड़ा कट ऑफ पर निर्धारित होता है लेकिन यदि आप जनरल वर्ग के छात्र हैं तो कम से कम आपके 620 अंक तो होने ही चाहिए।

प्रश्न: नीट का पेपर कौन सी भाषा में आता है?

उत्तर: नीट का पेपर अंग्रेजी के साथ-साथ भारत की 9 अन्य भाषाओँ में भी आयोजित करवाया जाता है जो है: हिंदी, आसामी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, उड़िया, तमिल व तेलुगु।

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