NEET me Kitne Marks Chahiye: बहुत से स्टूडेंट्स यह जानना चाहते हैं कि आखिरकार उन्हें नीट में सरकारी कॉलेज के लिए कितने नंबर चाहिए? अब इसके बारे में यदि आप इंटरनेट पर सर्च करते हैं तो हर वेबसाइट आपको गोल-गोल जवाब देती है या गलत जानकारी देती है। आप चाहे हिंदी भाषा की कोई वेबसाइट देख लें या फिर अंग्रेजी में, आपको कहीं से भी इसका सही से उत्तर नहीं मिलेगा।

यहाँ तक कि आपको नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इसके बारे में सही से जानकारी नहीं मिलेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि नीट के तहत सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेने का प्रोसेस बहुत ही पेचीदा और जटिल है। ऐसे में अधिकतर या यूँ कहें कि जो लोग इस फील्ड से नहीं गुजरे हैं, उन्हें इसके बारे में सही से नहीं पता होता है। हमने भी इंटरनेट पर इसके बारे में बहुत छानबीन की लेकिन ठीक से क्लेअरिटी नहीं मिली।

आखिर में जाकर हमने नीट में सेलेक्ट हो चुके स्टूडेंट्स और टॉप सरकारी मेडिकल कॉलेज से पढ़ रहे स्टूडेंट्स से इस प्रोसेस को जाना। इसके बाद ही हम यह आर्टिकल लिख रहे हैं ताकि आप तक संपूर्ण जानकारी सही रूप में पहुंचे। इस आर्टिकल से हम आपके नीट में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए (NEET me Passing Marks Kitne Chahiye) से लेकर नीट में सरकारी कॉलेज के लिए कितने नंबर चाहिए, इत्यादि सभी डाउट क्लियर करने वाले हैं। चलिए शुरू करते हैं।

नीट में सरकारी कॉलेज के लिए कितने नंबर चाहिए?

तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि यह प्रक्रिया बहुत ही पेचीदा है और इसके तहत सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेने की प्रक्रिया भी बहुत जटिल है। अब डॉक्टर की पढ़ाई करना और एक अच्छा डॉक्टर बनना कोई सरल काम थोड़ी ना है। ठीक वैसे ही नीट का एग्जाम क्लियर करना और फिर अच्छा सरकारी कॉलेज लेना कोई सरल काम कैसे हो सकता है।

इसके लिए हम आपको शुरू से लेकर अंत तक इस जटिल प्रक्रिया को विभिन्न भागों में समझाने का प्रयास करेंगे। तो इसमें मुख्य रूप से जो संस्थान भूमिका निभाते (NEET me Kitne Marks Chahiye) हैं, उनके नाम हैं:

  1. National Testing Agency (NTA) / राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी
  2. Medical Counselling Committee (MCC) / मेडिकल काउंसलिंग कमेटी
  3. State Medical Counselling Committees / राज्य मेडिकल काउंसलिंग कमेटी
  4. All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) / अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)
  5. अन्य केंद्रीय व राज्य सरकारी मेडिकल कॉलेज

तो यदि आपको नीट के तहत सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेना है तो आपको ऊपर बताई गई इन पांच संस्थाओं का नीट के एग्जाम में क्या कुछ योगदान होता है, उसके बारे में समझना होगा। इसके बाद ही आप यह जान पाएंगे कि नीट में सरकारी कॉलेज के लिए कितने नंबर (NEET Exam me Kitne Marks Chahiye) चाहिए। तो चलिए जानते हैं।

#1. National Testing Agency (NTA) / राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी

नीट एग्जाम में सबसे पहला और मुख्य रोल आता है NTA का जिसे हम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी भी कहते हैं। वह इसलिए क्योंकि नीट का एग्जाम यही कंडक्ट करवाती है। ऐसे में नीट का एग्जाम बनाना, उसके नंबर देना और स्टूडेंट्स को रैंक देना, इसी संस्थान के द्वारा किया जाता है। तो NTA का काम नीट का एग्जाम कंडक्ट करवाने से लेकर सभी स्टूडेंट्स को नीट के तहत उसके नंबर और रैंक देने तक ही सीमित होता है।

#2. Medical Counselling Committee (MCC) / मेडिकल काउंसलिंग कमेटी

अब सरकारी मेडिकल कॉलेज में दूसरा मुख्य भाग है एमसीसी का जो केंद्रीय स्तर पर मेडिकल काउंसलिंग कमेटी होती है। इसके तहत देशभर के बड़े से बड़े डॉक्टर और चयन करने वाला पैनल बैठता है। इनका काम स्टूडेंट्स को नीट में मिले नंबर और रैंक के आधार पर देशभर के सेंट्रल और स्टेट मेडिकल कॉलेज में उनका एडमिशन करवाने के लिए काउंसलिंग करने का होता है।

#3. State Medical Counselling Committees / राज्य मेडिकल काउंसलिंग कमेटी

अब एमसीसी तो केंद्रीय स्तर पर ही मुख्य भूमिका निभाता है क्योंकि स्टेट या राज्य के मेडिकल कॉलेज में राज्य की मेडिकल काउंसलिंग कमेटी का ज्यादा वर्चस्व होता है। ऐसे में हर राज्य की अपनी अलग एमसीसी होती है। उदाहरण के तौर पर हरियाणा की अलग एमसीसी होगी तो वहीं उड़ीसा की अलग। यह उसी राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स की नीट के स्कोर के तहत काउंसलिंग करते हैं।

#4. All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) / अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)

यह देश के टॉप लेवल के मेडिकल कॉलेज होते हैं। जिस प्रकार इंजीनियरिंग के लिए देश के टॉप कॉलेज IIT होते हैं तो उसी तरह मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए एम्स को टॉप कॉलेज की श्रेणी में रखा गया है। अभी देश में 20 एम्स है तो वहीं जल्द ही कुछ और एम्स को शुरू करने का काम चल रहा है। एम्स में सेंट्रल एमसीसी के जरिए ही एडमिशन लिया जा सकता है।

#5. अन्य केंद्रीय व राज्य सरकारी मेडिकल कॉलेज

मेडिकल कॉलेज में केवल एम्स ही नहीं आते हैं बल्कि अन्य केंद्रीय व राज्य स्तरीय कॉलेज भी आते हैं। अब अगर हम एम्स के अलावा अन्य केंद्रीय सरकारी मेडिकल कॉलेज की बात करें तो उसमें कुछ के नाम JIPMER, BHU, AMU इत्यादि हैं। वहीं राज्य स्तर पर कई तरह के मेडिकल कॉलेज होते हैं। केंद्रीय कॉलेज में केंद्रीय एमसीसी तो वहीं राज्य के कॉलेज में केंद्र और राज्य एमसीसी दोनों काउंसलिंग लेते हैं।

तो इस तरह से आपने नीट में सरकारी कॉलेज लेने के लिए प्रमुख संस्थाओं और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में जान लिया है। इससे आपको यह तो पता चल गया होगा कि नीट का एग्जाम क्लियर करना और उसके तहत अच्छा सरकारी मेडिकल कॉलेज लेना कितना कठिन काम होता है। तो इसके लिए आपको कोचिंग भी टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूट से ही लेनी चाहिए।

तो कुछ प्रसिद्ध नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम मैट्रिक्स सीकर, आकाश दिल्ली, एलन कोटा है। यदि आप इन इंस्टीट्यूट से नीट की कोचिंग लेते हैं तो अवश्य ही आप जल्द से जल्द नीट का एग्जाम अच्छे स्कोर के साथ क्लियर कर पाएंगे। इसमें भी मैट्रिक्स अकैडमी ने तो पिछले कुछ वर्षों में ही नीट की कोचिंग देनी शुरू की है और देखते ही देखते पहले नंबर पर आ गई है।

अब बात करते हैं, नीट में सरकारी कॉलेज के लिए कितने नंबर चाहिए (NEET me Kitne Marks Chahiye), के बारे में। तो अब जब आपने सभी संस्थाओं के बारे में जान लिया है तो आइए इस रहस्य से भी पर्दा उठा लिया जाए। आइए जाने।

नीट में कितने नंबर पर सरकारी कॉलेज मिलेगा?

इसे हम चरण दर चरण समझाने का प्रयास करते हैं। चलिए शुरू करते हैं।

  1. सबसे पहले तो आपको नीट का फॉर्म भरना होगा। उसके तहत NTA आपका नीट एग्जाम कंडक्ट करवाएगा और आपको पूरी तैयारी के साथ वह देना होगा।
  2. अब NTA के द्वारा नीट का रिजल्ट निकाला जाएगा और उसके अनुसार आपको पासिंग मार्क्स, कट ऑफ नंबर व रैंक दी जाएगी।
  3. अब यह पासिंग मार्क्स तो सभी के एक समान होते हैं लेकिन एक स्टूडेंट को रैंक 4 तरह की दी जाती है।
  4. सबसे पहले रैंक उसकी All In India (AIQ) रैंक होती है तो वहीं दूसरी उसकी अपनी जाति के अनुसार AIQ होती है।
  5. तीसरी रैंक उसके राज्य के कुल स्टूडेंट्स के अनुसार रैंक होती है तो चौथी रैंक उसके राज्य में जाति के अनुसार उसकी रैंक होती है।
  6. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि सेंट्रल और स्टेट मेडिकल कॉलेज में राज्य और स्टूडेंट्स की जाति के अनुसार सीट्स आरक्षित होती है।
  7. अब जब आपको NTA के द्वारा नंबर और रैंक दे दी जाती है तो शुरू होता है MCC और स्टेट MCC का काम।
  8. MCC की ऑफिसियल वेबसाइट में आप काउंसलिंग के लिए आवेदन करते हैं तो साथ के साथ स्टेट की एमसीसी में भी आवेदन करना होता है।
  9. इसमें आपको अपनी प्रेफेरेंस और रैंक को ध्यान में रखकर सभी कॉलेज को क्रमानुसार भरना होता है। देशभर में लगभग 400 मेडिकल कॉलेज हैं। आप इसमें से सभी को या कुछ चुनिंदा को क्रमानुसार भर सकते हैं।
  10. अब जो सेंट्रल मेडिकल कॉलेज होते हैं, उसमें 100 प्रतिशत सीट्स पर काउंसलिंग सेंट्रल एमसीसी ही करती है और किसी भी राज्य का स्टूडेंट इसमें जा सकता है। हालाँकि सीट्स के लिए स्टूडेंट्स की जाति को अवश्य देखा जाता है।
  11. वहीं जो राज्य स्तर के मेडिकल कॉलेज हैं, उस पर 85 प्रतिशत सीट्स पर काउंसलिंग स्टेट एमसीसी करता है तो बाकी 15 प्रतिशत सीट्स पर सेंट्रल एमसीसी करता है।
  12. कहने का मतलब यह हुआ कि स्टेट के सभी मेडिकल कॉलेज पर उसी राज्य की काउंसलिंग कमेटी 85 परसेंट सीट्स पर स्टूडेंट्स को एडमिशन दिलवाती है तो बाकी 15 परसेंट पर सेंट्रल मेडिकल काउंसलिंग कमेटी।
  13. इसे आप इस तरह से भी समझ सकते हैं कि मध्य प्रदेश के किसी राज्य स्तर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में कुल 100 सीट है तो उसमें मध्य प्रदेश राज्य के ही 85 स्टूडेंट्स लिए जाएंगे जो स्टेट एमसीसी चुनेगी तो वहीं 15 स्टूडेंट्स मध्य प्रदेश सहित पूरे देश के किसी भी राज्य से हो सकते हैं जिन्हें सेंट्रल एमसीसी चुनती है।
  14. इसी कारण हर स्टूडेंट की राज्य स्तरीय कट ऑफ भी अलग निकलती है। वह इसलिए क्योंकि हर राज्य में नीट का एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स, उसमें पास होने वाले स्टूडेंट्स, वहाँ के मेडिकल कॉलेज में कुल खाली सीट इत्यादि अलग-अलग होती है।
  15. हर स्टूडेंट को अपनी रैंक और कट ऑफ मार्क्स के हिसाब से सरकारी मेडिकल कॉलेज मिलता है। ऐसे में सभी स्टूडेंट्स को बहुत ही ध्यान से काउंसलिंग में भाग लेना होता है और कॉलेज के क्रम चुनने होते हैं।

यह प्रक्रिया पेचीदा जरुर है क्योंकि इसमें केंद्र और राज्य स्तर पर मेडिकल कॉलेज का वर्गीकरण किया गया है। बहुत से स्टूडेंट्स इस प्रक्रिया को सही भी नहीं मानते हैं क्योंकि कुछ राज्यों में मेडिकल सीट पर बहुत ज्यादा कम्पटीशन देखने को मिलता (NEET Exam me Kitne Marks Chahiye) है तो कुछ में बहुत कम।

उदाहरण के तौर पर केरल राज्य में कम्पटीशन बहुत कम है तो वहीं राजस्थान में बहुत ज्यादा है। जहाँ कुछ राज्यों में जनरल श्रेणी के लिए नीट की कट ऑफ 640 नंबर से ऊपर चली जाती है तो कुछ राज्यों में यह 580 के आसपास रहती है। हालाँकि यदि आप जनरल श्रेणी में आते हैं तो आपको 600 से ऊपर नंबर और आरक्षित श्रेणी वालों को 550 से ऊपर नंबर स्कोर करने पर ध्यान देना चाहिए।

नीट में पास होने के लिए कितने नंबर चाहिए?

अब बात करते हैं नीट में पासिंग मार्क्स के बारे में (NEET me Passing Marks Kitne Chahiye)। अभी तक तो आपने जाना कि नीट में सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए कितने नंबर चाहिए या क्या कट ऑफ रहती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कट ऑफ से कम नंबर पाने वाले स्टूडेंट्स नीट एग्जाम में फेल हो जाते हैं। दरअसल नीट एक फार्मूला के तहत पासिंग मार्क्स भी निकालती है जिसे Minimum Qualifying Percentile कहा जाता है।

अभी तक आपने परसेंटेज के बारे में सुन रखा होगा लेकिन यह परसेंटाइल इससे अलग होती है। इसके लिए एक फार्मूला बनाया गया है, जो कि इस प्रकार है:

नीट में Minimum Qualifying Percentile = (आपके टोटल नंबर * 100) / टॉप करने वाले स्टूडेंट के मार्क्स

अब इसे एक उदाहरण से समझ लेते हैं। मान लीजिए कि नीट का एग्जाम 100 नंबर का होता है और उसमें आपके 45 नंबर आए हैं। इस हिसाब से आपके परसेंट तो 45 प्रतिशत बने लेकिन नीट में प्रतिशत कोई मायने नहीं रखते और इसके लिए परसेंटाइल ही मायने रखती है। तो ऊपर दिए गए फार्मूला के अनुसार हमें टॉप स्टूडेंट के मार्क्स जानने हैं। तो मान लीजिए जिस स्टूडेंट ने टॉप किया है, उसने नीट में 100 में से 90 नंबर लिए हैं। तो फार्मूला लगाकर देखते हैं।

(45 * 100) / 90 = 4500 / 90 = 50

तो इस तरह से आपने देखा कि आपके परसेंट तो 45 थे लेकिन टॉप स्कोर करने वाले स्टूडेंट के हिसाब से आपके परसेंटाइल 50 हो गए। अब यदि वह स्टूडेंट 100 में से 100 नंबर लेकर आता है तो आपके परसेंटाइल 45 होते। इसी तरह नीट में मिलने वाले पासिंग मार्क्स अर्थात परसेंटाइल टॉप स्टूडेंट के द्वारा स्कोर किए गए मार्क्स पर निर्भर करते हैं।

अब यह पासिंग मार्क्स भी जातियों के आधार पर होते हैं। जनरल कैटेगरी वाले स्टूडेंट्स को न्यूनतम 50 परसेंटाइल, जनरल विकलांग को 45 परसेंटाइल, अन्य सभी आरक्षित वर्ग व उसके तहत आने वाले विकलांगों को 40 परसेंटाइल लाने होते हैं।

इसलिए यदि आप जल्द से जल्द नीट में अपना सिलेक्शन करवाना चाहते हैं और वह भी अच्छे मार्क्स के साथ तो आपका टॉप लेवल के नीट कोचिंग सेंटर में पढ़ना बहुत जरुरी हो जाता है। मैट्रिक्स सीकर, आकाश दिल्ली, एलन कोटा जैसे इंस्टीट्यूट इस मामले में आपको सही गाइडेंस और स्टडी मटेरियल देते हैं। मैट्रिक्स में तो इसके लिए अलग से डाउट सेंटर भी बनाए गए हैं जहाँ स्टूडेंट्स किसी भी समय जाकर अपने डाउट क्लियर कर सकते हैं।

निष्कर्ष

उक्त लेख के माध्यम से आपने नीट में सरकारी कॉलेज के लिए कितने नंबर चाहिए (NEET me Kitne Marks Chahiye), के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। यह प्रक्रिया पेचीदा अवश्य है लेकिन हमने आपको इस लेख में साफ़ व स्पष्ट शब्दों में समझाने का प्रयास किया है। यदि अभी भी आपको कोई शंका है या कोई सवाल है तो आप नीचे कमेंट कर हमसे पूछ सकते हैं।

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प्रश्न: अगर मुझे नीट में 550 अंक मिलते हैं तो क्या मुझे सरकारी कॉलेज मिल सकता है?

उत्तर: यदि आपको नीट में 550 अंक मिलते हैं तो आपको सरकारी कॉलेज मिल सकता है लेकिन यह पूर्ण रूप से उस समय निकाली गई कट ऑफ, आपके राज्य की मेडिकल सीट और आपके द्वारा काउंसलिंग के समय चुने गए कॉलेज की प्रेफेरेंस पर निर्भर करता है।

प्रश्न: Obc के लिए mbbs के लिए नीट में कितने अंक आवश्यक हैं?

उत्तर: Obc के लिए mbbs के लिए नीट में कम से कम 500 से अधिक अंक आवश्यक हैं। हालाँकि यह आंकड़ा हर राज्य के अनुसार बदल भी सकता है।

प्रश्न: नीट में कितने marks आने पर सरकारी कॉलेज मिलता है?

उत्तर: यदि आप सामान्य श्रेणी में आते हैं तो आपका ध्यान नीट में 620 से अधिक अंक लाने पर होना चाहिए, तभी जाकर आपको सरकारी कॉलेज मिलेगा।

प्रश्न: क्या नीट में 600 अंकों वाला सरकारी कॉलेज मिल सकता है?

उत्तर: नीट में 600 अंक एक अच्छा स्कोर है लेकिन आज के समय में कम्पटीशन बहुत ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में आपका ध्यान 620 से अधिक अंक लेने पर होना चाहिए लेकिन यदि आप आरक्षित वर्ग से आते हैं तो 600 में काम चल जाएगा।

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Medical Courses List: जब कभी भी मेडिकल फील्ड की बात आती है तो सबसे पहले सभी के दिमाग में एक ही कोर्स आता है और वह है MBBS। अब वे सभी लोग गलत भी नहीं हैं क्योंकि डॉक्टर बनने की पहली सीढी यही MBBS की डिग्री ही होती है। हालाँकि डॉक्टर बनने के लिए यही डिग्री ली जाए, यह जरुरी नहीं है।

वह इसलिए क्योंकि MBBS की डिग्री केवल एलोपैथी डॉक्टर बनने के लिए जरुरी है, वहीं आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक या अन्य तरह का डॉक्टर बनने के लिए अलग डिग्री होती है। अब मेडिकल कोर्स लिस्ट में डॉक्टर के अलावा भी कई सारी फील्ड होती है। जैसे कि नर्सिंग, फार्मास्युटिकल, तकनीशियन इत्यादि। डॉक्टर बनने के लिए तो नीट का एग्जाम देना पड़ता है जो बहुत मुश्किल होता है।

वहीं कई स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जो NEET के बिना 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स (Bina NEET ke Medical Course) के बारे में जानने को इच्छुक होते हैं। ऐसे में आज हम आपको नीट एग्जाम के बिना 12वीं में कौन-कौन से मेडिकल कोर्स होते हैं और नीट के साथ कौन-कौन से कोर्स होते हैं, इन सभी के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। चलिए शुरू करते हैं।

मेडिकल कोर्स लिस्ट | Medical Courses List

वैसे तो मेडिकल लाइन में कई तरह के कोर्स होते हैं लेकिन उसमें सबसे पहली फील्ड या यूँ कहें कि सबसे टॉप की फील्ड डॉक्टर की ही होती है। उसमें भी सबसे महत्वपूर्ण कोर्स MBBS का ही माना जाता है। वह इसलिए क्योंकि आगे जाकर एक बड़ा डॉक्टर या सर्जन बनने के लिए MBBS ही शुरूआती कोर्स होता है। इसे मेडिकल का अंडर ग्रेजुएशन कोर्स भी कहा जाता है। उसके बाद स्टूडेंट्स पोस्ट ग्रेजुएशन करते हैं जो अलग-अलग कैटेगरी में होती है।

हालाँकि इसके अलावा भी कई तरह के कोर्स होते हैं जिन्हें हम मेडिकल लाइन कोर्स लिस्ट (Medical Line Course List) के तहत आपको देने वाले हैं। ऐसे में आइए जाने मेडिकल कोर्स लिस्ट के तहत आने वाले हरेक कोर्स के बारे में।

#1. अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स (Undergraduate Medical Courses)

यहाँ पर हम उन सभी कोर्स के बारे में बताने वाले हैं जो 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स लिस्ट में आते हैं। इनमें से ज्यादातर कोर्स को करने के लिए आपको नीट का एग्जाम पास करना होता है तो वहीं कुछ में नीट के बिना भी एडमिशन लिया जा सकता है। आइए जाने।

  • MBBS (Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery): यह डॉक्टर बनने का मुख्य कोर्स होता है। इसके लिए नीट यूजी का एग्जाम देना होता है जिसकी फुल फॉर्म National Eligibility cum Entrance Test – Undergraduate होती है। इसकी पढ़ाई 5.5 वर्ष की होती है जिसमें 4.5 वर्ष के लिए पढ़ाई और एक वर्ष के लिए इंटर्नशिप होती है।

MBBS की पढ़ाई आप सरकारी और प्राइवेट में से किसी में भी कर सकते हैं। जहाँ सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए नीट एग्जाम का पास करना जरुरी होता है तो प्राइवेट में इंटरनल प्रोसेस होता है। नीट एग्जाम को जल्द से जल्द पास करने के लिए आपका टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ना जरुरी है।

देश के कुछ टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम मैट्रिक्स अकैडमी सीकर, कोटा इंस्टीट्यूट कोटा, आकाश इंस्टीट्यूट दिल्ली है। सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS की प्रति वर्ष फीस 10 हज़ार से एक लाख के बीच तो वहीं प्राइवेट में 10 लाख से 25 लाख तक होती है। टॉप मेडिकल कॉलेज में एम्स आते हैं।

  • BDS (Bachelor of Dental Surgery): अब अगर आप डेंटिस्ट बनना चाहते हैं तो उसके लिए BDS का कोर्स करना होता है। इसकी अवधि 5 साल की होती है जिसमें 4 साल की पढ़ाई और एक साल की इंटर्नशिप होती है। इसका खर्चा सरकारी में अधिकतम एक लाख और प्राइवेट में 5 लाख प्रति वर्ष का होता है।
  • BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery): अब यदि आप आयुर्वेद में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो उसके लिए यह कोर्स करना होता है। इसके लिए भी नीट एग्जाम पास कर सरकारी कॉलेज में एडमिशन लिया जाता है। यह भी 5.5 साल का कोर्स है। सरकारी कॉलेज में प्रति वर्ष 50 हज़ार तो वहीं प्राइवेट में 3 लाख तक लगते हैं।
  • BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery): यह होम्योपैथी चिकित्सा या यूँ कहें कि होम्योपैथिक डॉक्टर बनने के लिए किया जाता है।
  • BUMS (Bachelor of Unani Medicine and Surgery): यूनानी मेडिकल फील्ड में डॉक्टर बनने के लिए यह कोर्स किया जाता है।
  • BPT (Bachelor of Physiotherapy): फिजियोथेरेपिस्ट बनने के लिए यह कोर्स किया जाता है।
  • B.Sc Nursing: इसके लिए नीट का एग्जाम देने की जरुरत नहीं होती है। हालाँकि नीट एग्जाम के स्कोर की मदद से आपको अच्छा कॉलेज जरुर मिल सकता है।
  • Bachelor of Pharmacy (B. Pharm): फार्मास्युटिकल अर्थात दवाइयों की फील्ड में काम करने के लिए यह कोर्स किया जाता है। इससे आप दवाई बेचने वाली कंपनियों या मेडिकल स्टोर्स में काम करने के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।
  • Bachelor of Technology (Biomedical Engineering): यह एक सामान्य इंजीनियरिंग कोर्स की तरह ही होता है जिसकी अवधि 4 वर्ष की होती है। इसकी डिग्री लेने के बाद आप दवाई वाली कंपनियों में रिसर्च या इंजीनियर के तौर पर काम करते हैं।

#2. पोस्टग्रेजुएट मेडिकल कोर्स (Postgraduate Medical Courses)

अब बात करते हैं मेडिकल कोर्स लिस्ट (Medical Courses List) में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के बारे में। तो इसके बारे में आप यह जान लें कि यह कोर्स आप 12 वीं के बाद नहीं कर सकते हैं बल्कि उससे पहले आपको ऊपर बताए गए कोर्स में से कोई एक कोर्स करना होगा। उसके बाद ही आप यह कोर्स कर सकते हैं। साथ ही इसमें अच्छा कॉलेज लेने के लिए आपको नीट पीजी अर्थात पोस्ट ग्रेजुएशन का एग्जाम देना होता है।

  • MD (Doctor of Medicine): डॉक्टर में ही एक हाई डिग्री जो MBBS के बाद ही की जाती है। यह कोर्स 3 साल का होता है और नीट पीजी का एग्जाम पास करना होता है।
  • MS (Master of Surgery): यह करके आप सर्जन बन जाते हैं। इसके लिए भी सभी क्राइटेरिया MD के समान ही है।
  • MDS (Master of Dental Surgery): यह BDS कोर्स के बाद किया जाता है अर्थात डेंटिस्ट में हायर डिग्री लेना।
  • M.Sc (Master of Science in Medical Fields): यह कोर्स मेडिकल साइंस में रिसर्च करने के लिए किया जाता है। बीएससी नर्सिंग के बाद इसे किया जाता है।
  • Masters in Technology (Biomedical Engineering): इंजीनियरिंग में ही हायर डिग्री जिसे बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद किया जाता है।

#3. सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स (Certificate & Diploma Courses)

अब हम जिन कोर्स की लिस्ट रख रहे हैं, उनमें से किसी को भी करने के लिए नीट एग्जाम नहीं देना पड़ता है। तभी इन्हें डिप्लोमा कोर्स कहा जाता है। अब यह आप 10 वीं, 12 वीं के बाद कर सकते हैं जो कोर्स के आधार पर तय होता है। यह 6 महीने से लेकर 2 साल तक के लिए हो सकते हैं और इनकी फीस भी 20 हज़ार से लेकर 2 लाख तक हो सकती है।

  • Diploma in Medical Lab Technology (DMLT)
  • Diploma in Radiology
  • Diploma in Anesthesia
  • Certificate in Nutrition and Dietetics
  • Certificate in Emergency Medical Technology

#4. पैरामेडिकल कोर्स (Paramedical Courses)

ये उस तरह के कोर्स होते हैं जो अस्पताल में डॉक्टर और नर्स की सहायता करने के उद्देश्य से किए जाते हैं। इन्हें करके ही लैब तकनीशियन, रेडियोग्राफर, ओटी टेक्नीशियन इत्यादि बना जाता है।

  • X-Ray Technology
  • OT Technician
  • Bachelor of Optometry
  • B.Sc in Medical Laboratory Technology (MLT)

#5. रिसर्च और पीएचडी कोर्स (Research & PhD Courses)

अब हम मेडिकल लाइन कोर्स लिस्ट (Medical Line Course List) में जिन कोर्स को बताने वाले हैं, वह मेडिकल फील्ड में सबसे हायर या टॉप मोस्ट कोर्स हैं। इनके लिए आपके पास ना केवल अंडर ग्रेजुएशन की डिग्री का होना जरुरी है बल्कि पोस्ट ग्रेजुएशन भी होनी जरुरी है। तभी आप इसमें आगे बढ़ सकते हैं।

एक तरह से आपके पास MD, MS, M.Sc इत्यादि की डिग्री होनी चाहिए। यह कोर्स भी 3 से 6 साल तक के हो सकते हैं। इनकी फीस भी 20 हज़ार से 3 लाख प्रति वर्ष होती है जो सरकारी और प्राइवेट कॉलेज में अलग-अलग होती है।

  • PhD in Biomedical Sciences
  • PhD in Clinical Research
  • PhD in Genetics
  • PhD in Medical Microbiology

तो यह थे मेडिकल कोर्स लिस्ट में आने वाले सभी तरह के मेडिकल कोर्स। अब यह आप पर मिर्भर करता है कि आप किस तरह का कोर्स करना चाहते हैं या आपकी रुचि किसमें है। इसी के साथ ही आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपके पास उस तरह के संसाधन है या नहीं।

कहने का मतलब यह हुआ कि किस कोर्स को करने में कितना समय लगता है, उसके लिए कितनी तैयारी करने की जरुरत है, कितना पैसा लगेगा, इत्यादि को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ना चाहिए। ज्यादातर स्टूडेंट्स मेडिकल में नीट एग्जाम की तैयारी करते हैं क्योंकि अगर उनका अच्छा स्कोर आ गया तो उन्हें अच्छा सरकारी मेडिकल कॉलेज मिल जाएगा।

अब प्राइवेट कॉलेज में तो एक साल की ही फीस 10 लाख से ऊपर होती है तो वहीं सरकारी में यह 10 हज़ार से ही शुरू होती है। ऐसे में नीट एग्जाम की अच्छे से तैयारी की जानी बहुत जरुरी होती है। ऐसे में हम आपको इसके बारे में भी थोड़ी जानकारी दे देते हैं।

टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट इन इंडिया

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि अगर आपको जल्द से जल्द नीट एग्जाम पास करना है और वो भी अच्छे स्कोर के साथ तो उसके लिए आपका टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से कोचिंग लेना भी जरुरी हो जाता है। ऐसे में हम आपको टॉप 5 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट इन इंडिया के बारे में बताने वाले हैं।

  1. मैट्रिक्स नीट डिविजन, सीकर
  2. एलन इंस्टिट्यूट, कोटा
  3. आकाश इंस्टिट्यूट, दिल्ली
  4. गुरुकृपा इंस्टिट्यूट, सीकर
  5. रेजोनेंस अकैडमी, दिल्ली

इस लिस्ट में सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी का नाम सबसे पहले आता है। कुछ साल पहले एलन कोटा नंबर एक इंस्टीट्यूट था लेकिन मैट्रिक्स अकैडमी ने पिछले कुछ सालों में जो प्रदर्शन किया है, उस कारण वह नंबर एक नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट बन गया है और एलन दूसरे नंबर पर खिसक गया है।

अब जैसा कि हमने आपको पहले ही बोला था कि आज के इस आर्टिकल में हम आपको NEET के बिना 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स (Bina NEET ke Medical Course) के बारे में भी बताएंगे तो अब उसका समय भी आ गया है। ऊपर आपने मेडिकल कोर्स लिस्ट की पूरी सूची देख ली है लेकिन किस कोर्स में नीट जरुरी है और किस में नहीं, इसमें अभी भी आपको शंका होगी।

ऐसे में आइए इसके बारे में आपकी हरेक शंका को दूर कर दिया जाए और नीट एग्जाम के बिना कौन-कौन से मेडिकल कोर्स हो सकते हैं, वह भी आपको बता देते हैं।

NEET के बिना 12 वीं के बाद मेडिकल कोर्स

यहाँ पर हम कुल 13 नाम या कोर्स लिस्ट में रखने जा रहे हैं जिनमें नीट एग्जाम देने की जरुरत नहीं पड़ती (Bina NEET ke Medical Course) है:

  1. B.Sc. Nursing (Bachelor of Science in Nursing)
  2. Diploma in Pharmacy (D.Pharm)
  3. Bachelor of Pharmacy (B.Pharm)
  4. Diploma in Medical Lab Technology (DMLT)
  5. Diploma in Operation Theatre Technology (OTT)
  6. B.Sc. Radiology and Imaging Technology
  7. BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery)
  8. BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery)
  9. BUMS (Bachelor of Unani Medicine and Surgery)
  10. BNYS (Bachelor of Naturopathy and Yogic Sciences)
  11. Bachelor of Physiotherapy (BPT)
  12. Bachelor of Occupational Therapy (BOT)
  13. Diploma in Public Health Management

तो यह थे वह सभी कोर्स की लिस्ट जिनके लिए आपको नीट की तैयारी नहीं करनी है। हालाँकि इनमें से कुछ कोर्स में अच्छा या यूँ कहें कि टॉप लेवल का कॉलेज लेना है तो वहाँ नीट एग्जाम को कंसीडर किया जाता है लेकिन केवल वही एक पैमाना नहीं होता है।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपने मेडिकल कोर्स लिस्ट (Medical Courses List) के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। साथ ही आपने यह भी जान लिया है कि किस कोर्स को करने के लिए नीट एग्जाम देना होता है तो उसके बिना भी कौन-कौन से मेडिकल कोर्स किए जा सकते हैं।

इतना ही नहीं, नीट एग्जाम को जल्द से जल्द पास करने के लिए कौन से नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट आपके लिए बेस्ट हैं, उसके बारे में भी हमने आपको बता दिया है। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई होगी। यदि फिर भी आपके मन में कोई शंका रह गई तो आप नीचे कमेंट कर हमसे पूछ सकते हैं।

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प्रश्न: मेडिकल फील्ड में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?

उत्तर: मेडिकल फील्ड में सबसे अच्छा कोर्स डॉक्टर बनने का होता है। इसमें भी सबसे बड़ी डिग्री MBBS की ही मानी जाती है लेकिन भविष्य में आयुर्वेद डॉक्टर की मांग बहुत रहने वाली है।

प्रश्न: 2 साल का कौन सा मेडिकल कोर्स है?

उत्तर: 2 साल का मेडिकल कोर्स डिप्लोमा, पैरामेडिकल या सर्टिफिकेट कोर्स होता है। इसमें आप कई तरह के कोर्स कर सकते हैं जिसके बारे में हमने इस आर्टिकल में भी बताया है।

प्रश्न: किस मेडिकल फील्ड की सबसे ज्यादा डिमांड है?

उत्तर: मेडिकल की हरेक फील्ड में बराबर का काम है क्योंकि मेडिकल की हरेक फील्ड का दूसरी मेडिकल फील्ड से संबंध होता है।

प्रश्न: मेडिकल लाइन में सबसे अच्छा कोर्स कौन सा होता है?

उत्तर: मेडिकल लाइन में सबसे अच्छा कोर्स जैसी कोई बात नहीं होती है क्योंकि यह व्यक्ति विशेष की रुचि और कौशल पर निर्भर करता है।

इन्हें भी पढ़ें:

Top Medical Colleges in India: हमारे देश में मेडिकल की पढ़ाई को बहुत महंगा माना जाता है लेकिन सभी कॉलेज में ऐसा नहीं है। दरअसल जो सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं वहाँ फीस बहुत कम लगती है और होनहार स्टूडेंट्स को तो स्कॉलरशिप भी दी जाती है। यह स्कॉलरशिप भारत सरकार व राज्य सरकार के द्वारा अलग-अलग मापदंडों के आधार पर दी जाती है।

अब यदि हम देश के टॉप मेडिकल कॉलेज की बात करें तो उसमें एक नाम सबसे पहले आता है और वह है AIIMS जो कि सरकारी मेडिकल कॉलेज है। AIIMS की फुल फॉर्म अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences) होती है। भारत देश में AIIMS की कई ब्रांच अलग अलग राज्यों के शहरों में खुली हुई है लेकिन आप यह मत सोच लें कि बस AIIMS ही सरकारी मेडिकल कॉलेज है।

देश में अन्य सरकारी कॉलेज भी है जो टॉप मेडिकल कॉलेज (Top 10 Medical Colleges in India) की श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा कई प्राइवेट कॉलेज भी हैं जो टॉप मेडिकल कॉलेज इन इंडिया में अच्छी रैंकिंग लिए हुए हैं। ऐसे में आज हम आपके सामने इसी लिस्ट को ही रखने वाले हैं। आइए जानते हैं।

टॉप मेडिकल कॉलेज इन इंडिया 2024 | Top Medical Colleges in India 2024

भारत देश में किसी भी कॉलेज या यूनिवर्सिटी की रैंकिंग निकालने का काम NIRF के द्वारा किया जाता है। यह एक सरकारी संस्थान है जिसकी फुल फॉर्म नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ़्रेमवर्क (National Institutional Ranking Framework) होती है।

अब NIRF के द्वारा ही हर वर्ष भारत देश के हर सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की रैंकिंग निकाली जाती है और उन्हें अपनी वेबसाइट पर पब्लिश किया जाता है। इनकी वेबसाइट पर सिर्फ मेडिकल कॉलेज की ही नहीं बल्कि इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, लॉ इत्यादि सभी क्षेत्र के कॉलेज और यूनिवर्सिटी की रैंकिंग अपलोड की जाती है।

इसी के साथ ही यह संस्था हर कॉलेज को मिले स्कोर को भी अपलोड करती है जिन्हें विभिन्न पैमानों पर आंका जाता है। ऐसे में आज हम आपके सामने NIRF के द्वारा AIIMS सहित भारत के सभी मेडिकल कॉलेज का आंकलन कर निकाली गई टॉप 50 मेडिकल कॉलेज इन इंडिया की सूची (Top Medical Colleges in India) रखने जा रहे हैं।

रैंक नाम शहर राज्य

स्कोर

1 AIIMS दिल्ली नई दिल्ली दिल्ली 94.46
2 पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ चंडीगढ़ 80.83
3 क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर तमिलनाडु 75.11
4 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेस बेंगलुरु कर्नाटक 71.92
5 जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च पुदुचेरी पुदुचेरी 70.74
6 संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस लखनऊ उत्तर प्रदेश 70.07
7 बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी उत्तर प्रदेश 69.54
8 अमृता विश्व विद्यापीठम कोयंबटूर तमिलनाडु 68.81
9 कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल मणिपाल कर्नाटक 67.42
10 मद्रास मेडिकल कॉलेज एंड गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल चेन्नई तमिलनाडु 64.12
11 डॉ. डी. वाई. पाटिल विद्यापीठ पुणे महाराष्ट्र 64.1
12 सविता इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड टेक्निकल साइंसेस चेन्नई तमिलनाडु 63.72
13 श्री चित्रा तिरुनाल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम केरल 63.68
14 AIIMS ऋषिकेश ऋषिकेश उत्तराखंड 63.16
15 AIIMS भुवनेश्वर खोरधा ओडिशा 62.97
16 AIIMS जोधपुर जोधपुर राजस्थान 62.57
17 वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज एंड सफदरजंग हॉस्पिटल नई दिल्ली दिल्ली 62.36
18 एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी चेन्नई तमिलनाडु 62
19 किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ उत्तर प्रदेश 61.95
20 श्री रामचंद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च चेन्नई तमिलनाडु 61.62
21 शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान भुवनेश्वर ओडिशा 61.28
22 इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता पश्चिम बंगाल 60.47
23 दत्ता मेघे इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च वर्धा महाराष्ट्र 60.14
24 मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली दिल्ली 59.63
25 कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी भुवनेश्वर ओडिशा 59.6
26 AIIMS पटना पटना बिहार 58.24
27 अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़ उत्तर प्रदेश 58.07
28 सेंट जॉन्स मेडिकल कॉलेज बेंगलुरु कर्नाटक 58.03
29 लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली दिल्ली 57.8
30 आर्म्ड फोर्स मेडिकल कॉलेज पुणे महाराष्ट्र 57.68
31 AIIMS भोपाल भोपाल मध्य प्रदेश 57.66
32 यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज दिल्ली दिल्ली 57.65
33 कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मैंगलोर मंगलुरु कर्नाटक 57.12
34 इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज नई दिल्ली दिल्ली 56.89
35 गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल चंडीगढ़ चंडीगढ़ 56.53
35 महार्षि मार्कंडेश्वर यूनिवर्सिटी अंबाला हरियाणा 56.53
37 जामिया हमदर्द नई दिल्ली दिल्ली 55.53
38 AIIMS रायपुर रायपुर छत्तीसगढ़ 55.27
39 जेएसएस मेडिकल कॉलेज मैसूर कर्नाटक 55
40 दयानंद मेडिकल कॉलेज लुधियाना पंजाब 54.48
41 पीएसजी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च कोयंबटूर तमिलनाडु 53.11
42 गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम तिरुवनंतपुरम केरल 52.3
43 सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज जयपुर राजस्थान 51.91
44 मेडिकल कॉलेज कोलकाता पश्चिम बंगाल 51.87
45 गुजरात कैंसर एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट अहमदाबाद गुजरात 51.77
46 एम.एस. रामैया मेडिकल कॉलेज बेंगलुरु कर्नाटक 51.76
47 महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट पुदुचेरी पुदुचेरी 51.02
48 उस्मानिया मेडिकल कॉलेज हैदराबाद तेलंगाना 50.99
49 क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज लुधियाना पंजाब 50.96
50 पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज रोहतक हरियाणा 50.71

ऊपर आपने देखा कि भारत देश में कौन-कौन सा मेडिकल कॉलेज किस क्रम में और कितना स्कोर लिए हुए है। अब इसमें आपको कई तरह के AIIMS के नाम भी दिखाई दिए होंगे जो NIRF ने अपनी टॉप मेडिकल कॉलेज इन इंडिया 2024 की लिस्ट में डाले हुए हैं।

अब यह जरुरी नहीं है कि सभी तरह के AIIMS टॉप पर ही आएं क्योंकि उनके अलावा भी कई सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज ऐसे हैं जो इस लिस्ट में ऊपर आते हैं। हालाँकि इसमें AIIMS दिल्ली का नाम शीर्ष पर बना हुआ है जिसे भारत का टॉप मेडिकल कॉलेज माना जाता है।

आपने भी अवश्य ही AIIMS दिल्ली का नाम पहले सुन रखा होगा। यह इसलिए ही सभी ने सुना हुआ है क्योंकि यह आज से नहीं बल्कि कई वर्षों से देश में टॉप लेवल का मेडिकल कॉलेज बना हुआ है जहाँ एडमिशन लेना सभी मेडिकल स्टूडेंट्स का सपना होता है। अब हम आपके सामने NIRF के द्वारा जारी पिछले कुछ वर्षों के टॉप 10 मेडिकल कॉलेज की लिस्ट भी रख देते हैं।

टॉप 10 मेडिकल कॉलेज इन इंडिया 2023 | Top 10 Medical Colleges in India 2023

रैंक नाम शहर राज्य

स्कोर

1 AIIMS दिल्ली नई दिल्ली दिल्ली 94.32
2 पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ चंडीगढ़ 81.1
3 क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर तमिलनाडु 75.29
4 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेस बैंगलोर कर्नाटक 72.46
5 जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च पुदुचेरी पुदुचेरी 72.1
6 अमृता विश्व विद्यापीठम कोयंबटूर तमिलनाडु 70.84
7 संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस लखनऊ उत्तर प्रदेश 69.62
8 बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी उत्तर प्रदेश 68.75
9 कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल मणिपाल कर्नाटक 66.19
10 श्री चित्रा तिरुनाल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम केरल 65.24

टॉप 10 मेडिकल कॉलेज इन इंडिया 2022 | Top 10 Medical Colleges in India 2022

रैंक नाम शहर राज्य

स्कोर

1 AIIMS दिल्ली नई दिल्ली दिल्ली 91.6
2 पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ चंडीगढ़ 79
3 क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर तमिलनाडु 72.84
4 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेस बैंगलोर कर्नाटक 71.56
5 बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी उत्तर प्रदेश 68.12
6 जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च पुदुचेरी पुदुचेरी 67.64
7 संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस लखनऊ उत्तर प्रदेश 67.18
8 अमृता विश्व विद्यापीठम कोयंबटूर तमिलनाडु 66.49
9 श्री चित्रा तिरुनाल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेस एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम केरल 65.17
10 कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल मणिपाल कर्नाटक 63.89

टॉप 10 मेडिकल कॉलेज इन इंडिया 2021 | Top 10 Medical Colleges in India 2021

रैंक नाम शहर राज्य

स्कोर

1 AIIMS दिल्ली नई दिल्ली दिल्ली 92.07
2 पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़ चंडीगढ़ 82.62
3 क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर तमिलनाडु 75.33
4 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेस बैंगलोर कर्नाटक 73.62
5 संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस लखनऊ उत्तर प्रदेश 72.45
6 अमृता विश्व विद्यापीठम कोयंबटूर तमिलनाडु 69.25
7 बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी उत्तर प्रदेश 67.62
8 जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च पुदुचेरी पुदुचेरी 67.42
9 किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ उत्तर प्रदेश 64.67
10 कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मणिपाल मणिपाल कर्नाटक 63.6

इस तरह से आपने पिछले चार वर्षों के टॉप मेडिकल कॉलेज इन इंडिया की लिस्ट जान ली है जिसे NIRF के द्वारा पब्लिश किया गया है। अब यह लिस्ट NIRF के द्वारा कई पैमानों और मापदंडों को आधार बनाकर तैयार की जाती है, जैसे कि:

  • उस मेडिकल कॉलेज के टीचर्स और फैकल्टी कैसी है, उनका एक्सपीरियंस कितना है, वे किस तरह से स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं।
  • उस मेडिकल कॉलेज में किस-किस तरह की फैसिलिटी और अन्य सुविधाएँ दी जाती है, वहाँ उन फैसिलिटी का इस्तेमाल किस तरह से किया जाता है।
  • वहाँ पर स्टूडेंट्स का लेवल कैसा है अर्थात वहाँ स्टूडेंट्स का स्कोर कितना आता है, वे अलग-अलग एग्जाम में कैसा परफॉर्म करते हैं और उनका ओवरऑल एक्सपीरियंस कैसा है।
  • वहाँ हॉस्टल की सुविधा किस तरह की है, स्टडी एनवायरनमेंट कैसा है और हॉस्टल में अन्य क्या कुछ सुविधाएँ उपलब्ध है।
  • उस मेडिकल कॉलेज से संबंधित हॉस्पिटल में किस तरह के डॉक्टर हैं, वहाँ किस तरह की ट्रेनिंग दी जाती है और उन्हें इंटरनेशनल स्तर पर किस तरह से परखा जाता है।

इसके अलावा भी कई तरह के मापदंड होते हैं जिनके आधार पर NIRF के द्वारा भारत के टॉप मेडिकल कॉलेज की लिस्ट (Top 10 Medical Colleges in India 2024) निकाली जाती है। अब इसमें भी यदि आप एक चीज़ कॉमन देखेंगे तो पाएंगे कि इन सभी में AIIMS दिल्ली पहले नंबर पर बना हुआ है।

ऐसे में यदि हम देश के टॉप मेडिकल कॉलेज की बात करेंगे तो उसमें AIIMS दिल्ली का ही नाम प्रमुख तौर पर लिया जाता है। तो आइए AIIMS दिल्ली के बारे में और अधिक जान लेते हैं।

AIIMS दिल्ली – देश का टॉप मेडिकल कॉलेज | Number 1 Medical College in India

AIIMS दिल्ली की फुल फॉर्म अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली (All India Institute of Medical Sciences Delhi) होती है। यह भारत का टॉप मेडिकल कॉलेज है जो भारत की राजधानी दिल्ली के एम्स मेट्रो के पास में ही स्थित है।

इस कॉलेज की स्थापना आज से लगभग 68 वर्ष पहले सन 1956 में हुई थी। यदि हम इसके आदर्श वाक्य को जाने तो वह संस्कृत में “शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्” और अंग्रेजी में “The body is indeed the primary instrument of dharma” होता है।

यह भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आता है। हर वर्ष इसके लिए लगभग 4 हज़ार करोड़ का बजट पास किया जाता है। वर्तमान में AIIMS दिल्ली के डीन डॉक्टर कौशल कुमार वर्मा और डायरेक्टर डॉक्टर एम श्रीनिवास (Number 1 Medical College in India) है।

वहीं यदि हम यहाँ के स्टाफ की बात करें तो यहाँ 800 से ज्यादा फैकल्टी और 10 हज़ार से ज्यादा एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ काम करता है। लगभग 3700 से अधिक स्टूडेंट्स मेडिकल की अलग-अलग स्ट्रीम में पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से कुछ अंडर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे हैं तो कुछ पोस्ट ग्रेजुएशन।

टॉप मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कैसे लें?

अब यदि आप भी मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं और उसके लिए देश के टॉप मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने को इच्छुक हैं तो उसके लिए आपको नीट का एग्जाम देना होता है। नीट एक शोर्ट फॉर्म है जिसे अंग्रेजी में NEET करके लिखा जाता है। अब यदि आप इसकी फुल फॉर्म जानना चाहते हैं तो NEET की फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) होती है।

भारत सरकार के द्वारा हर वर्ष नीट का एग्जाम लिया जाता है और इसके माध्यम से देश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू की जाती है। नीट का एग्जाम बहुत ही कठिन होता है और टॉप मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए तो आपको और भी ज्यादा मेहनत करने की जरुरत पड़ती है।

ऐसे में आपका टॉप लेवल के नीट कोचिंग सेंटर से पढ़ना उतना ही जरुरी हो जाता है। ऐसे में यदि हम देश के कुछ चुनिंदा और टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की बात करें तो उनके नाम इस प्रकार हैं:

रैंक 1. मैट्रिक्स नीट डिवीज़न (Matrix NEET Division)

रैंक 2. गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)

रैंक 3: एलन करियर इंस्टिट्यूट, कोटा

रैंक 4: करियर पॉइंट, कोटा

रैंक 5: नारायण अकैडमी, जयपुर

तो यह थे देश के टॉप नीट कोचिंग सेंटर्स जहाँ से आप अपनी तैयारी को और मजबूत कर सकते हैं। यह ध्यान रखें कि यदि आपको टॉप मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना है तो उसके लिए तैयारी भी टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट से ही करनी होगी।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने टॉप मेडिकल कॉलेज इन इंडिया की पूरी लिस्ट (Top Medical Colleges in India) जान ली है। साथ ही आपने NIRF के द्वारा जारी की गई पिछले कुछ वर्षों की लिस्ट भी पढ़ ली है। इतना ही नहीं, हमने आपको इन मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए किन कोचिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई करनी चाहिए, उसमें भी टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर्स की लिस्ट दे दी है।

NEET का एग्जाम बहुत ही मुश्किल माना जाता है और बहुत से स्टूडेंट्स को तो अच्छा मेडिकल कॉलेज पाने के लिए 2 से 3 वर्ष का ड्रॉप भी लेना पड़ता है लेकिन यदि आप पहले से ही अपना बेस मजबूत रखेंगे और टॉप मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई कर लेंगे तो अवश्य ही आपका सिलेक्शन कोई नहीं रोक पाएगा।

इन्हें भी पढ़ें:

NEET Exam Pattern 2025: हर वर्ष देशभर के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए NTA के द्वारा नीट का एग्जाम कंडक्ट करवाया जाता है। इसमें लाखों स्टूडेंट्स बैठते हैं लेकिन कुछ प्रतिशत ही चुने जाते हैं। जैसे कि आप वर्ष 2024 का ही example ले लें। 2024 की नीट परीक्षा के लिए 24 लाख स्टूडेंट्स ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था और उनमें से लगभग 50 हज़ार से एक लाख स्टूडेंट्स का चयन हो पाता है।

अब इनमें से कुछ स्टूडेंट्स को MBBS में एडमिशन मिलता है तो बाकियों को डॉक्टर के अलग-अलग कोर्स में। ऐसे में यदि आपका नीट क्लियर हो भी जाता है तो भी उसके बाद दुविधा खत्म नहीं होती है। वह इसलिए क्योंकि यदि आपको अपनी मनपसंद डॉक्टर की डिग्री और टॉप लेवल का गवर्नमेंट कॉलेज चाहिए तो नीट में अच्छा स्कोर लिया जाना बहुत जरुरी हो जाता है।

ऐसे में यदि आप वर्ष 2025 के नीट एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो उससे पहले आपको नीट 2025 के एग्जाम पैटर्न और सिलेबस (NEET Syllabus 2025 In Hindi) के बारे में सही से जानकारी ले लेना बहुत जरुरी हो जाता है। यही कारण है कि आज हम आपको साल 2025 के नीट एग्जाम सिलेबस और उसके पैटर्न के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं। चलिए जानते हैं।

नीट 2025 एग्जाम पैटर्न | NEET Exam Pattern 2025

सबसे पहले हम वर्ष 2025 में होने वाले नीट एग्जाम के पैटर्न को समझ लेते हैं। इस पैटर्न को समझने के बाद ही आप उसके सिलेबस को अच्छे से समझ पाने में सक्षम होंगे। तो नीट की परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा ली जाती है। उसके द्वारा हर वर्ष या कुछ वर्षों में नीट एग्जाम पैटर्न या सिलेबस (NEET Syllabus In Hindi) में परिवर्तन कर दिया जाता है।

ऐसे में हम आपकी सुविधा के लिए लेटेस्ट अपडेट आपके सामने रखने जा रहे हैं। इसके लिए हम एक सूची के माध्यम से आपको नीट 2025 एग्जाम का पूरा पैटर्न समझाने जा रहे हैं ताकि आपको किसी तरह की शंका ना रहने पाए।

विषय

जानकारी

नीट एग्जाम मोड ऑफलाइन मोड (पेन-पेपर के द्वारा OMR शीट पर)
एग्जाम का कुल समय 3 घंटे व 20 मिनट
एग्जाम टाइमिंग दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजकर 20 मिनट तक
एग्जाम सेंटर हर राज्य में सैकड़ों नीट एग्जाम सेंटर है जिसे आपको अपनी पसंद के अनुसार भरना होगा
प्रश्न का प्रकार सभी प्रश्न MCQ होंगे अर्थात हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए 4 विकल्प दिए गए होंगे
कुल प्रश्न 200 प्रश्न होंगे जिसमें से 180 प्रश्न का उत्तर देना होगा
कुल विषय 3 विषय होंगे जिनके नाम फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायोलॉजी है, इसमें बायोलॉजी को दो भागों जूलॉजी और बॉटनी में बांटा गया है
किस विषय से कितने प्रश्न होंगे फिजिक्स से 50, केमिस्ट्री से 50 और बायोलॉजी से कुल 100 प्रश्न (बॉटनी से 50 और जूलॉजी से 50 प्रश्न)
पेपर में कितने सेक्शन होंगे हर विषय दो सेक्शन में बंटा होगा (सेक्शन A और सेक्शन B), इस तरह से कुल 8 सेक्शन होंगे।
पेपर के सेक्शन में प्रश्न हर विषय के सेक्शन A में 35 प्रश्न होंगे जो अनिवार्य होंगे जबकि सेक्शन B में 15 प्रश्न होंगे जिनमें से किन्हीं भी 10 का उत्तर देना अनिवार्य होगा
सही उत्तर के नंबर प्रत्येक सही उत्तर के 4 नंबर मिलेंगे
गलत उत्तर के नंबर प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 नंबर काट लिया जाएगा
उत्तर नहीं देने पर यदि आप किसी प्रश्न को छोड़ देते हैं तो उसका नंबर ना तो जोड़ा जाएगा और ना काटा जाएगा
मैक्सिमम नंबर +720 (सभी 180 प्रश्नों का सही उत्तर देने पर)
मिनिमम नंबर -180 (सभी 180 प्रश्नों का गलत उत्तर देने पर)
एग्जाम की भाषा नीट एग्जाम कुल 13 भाषाओं में होगा (हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, गुजराती, मराठी, बंगाली, आसामी, ओड़िया व उर्दू)

इस तरह ऊपर आपने नीट 2025 एग्जाम पैटर्न (NEET Exam Pattern 2025) के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। इसी के साथ ही आपको कुछ और जानकारी भी ले लेनी चाहिए ताकि बाद में चलकर किसी तरह की समस्या ना हो। जैसे कि:

  • नीट एग्जाम 2025 कुल 13 तरह की भाषाओं में लिया जाएगा। इसमें आप हिंदी व अंग्रेजी भाषा में नीट एग्जाम देना चाहते हैं तो यह आप भारत के किसी भी राज्य में दे सकते हैं।
  • हालाँकि यदि आप किसी अन्य भाषा में नीट एग्जाम देना चाहते हैं तो उसके लिए एग्जाम सेंटर भरने से पहले वहाँ नीट एग्जाम उस भाषा में लिया जाता है या नहीं, इसके बारे में अवश्य देख लें।
  • अधिकतर भाषाएँ क्षेत्र व राज्य की सीमाओं से जुड़ी हुई है। ऐसे में उस भाषा का एग्जाम उसी राज्य के एग्जाम सेंटर्स पर ही लिया जाता है।
  • उदाहरण के तौर पर तमिल में नीट एग्जाम केवल तमिलनाडु के एग्जाम सेंटर्स पर तो बंगाली में नीट एग्जाम केवल पश्चिम बंगाल के एग्जाम सेंटर्स पर ही दिया जा सकता है।
  • इसी के साथ ही आप नीट एग्जाम शुरू होने से लगभग 1 से 2 घंटे पहले ही एग्जाम सेंटर पहुँच जाएंगे तो बहुत सही रहेगा।
  • आपको नीट एग्जाम के लिए जो भी एडमिट कार्ड मिलता है, उसके साथ नीट एग्जाम देने की सभी जानकारी लिखी होती है। ऐसे में आप उक्त जानकारी का हरेक पॉइंट ध्यान से पढ़ें और उसका पालन करें।
  • यदि किसी प्रश्न का उत्तर देने में डाउट है या वह नहीं आता है तो उसका उत्तर ना दें। बहुत से स्टूडेंट्स गलत उत्तर देने के कारण मिली नेगेटिव मार्किंग से भी पिछड़ जाते हैं।
  • कुछ स्टूडेंट्स को यह भी गलतफहमी हो जाती है कि वे कुल 200 प्रश्नों में से किन्हीं भी 180 प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं या एक सब्जेक्ट के कुल 50 प्रश्नों में से किन्हीं 45 प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं।
  • ऐसे में वे सेक्शन A के कुछ प्रश्नों को छोड़ देते हैं जबकि सेक्शन B में 10 से ज्यादा प्रश्नों के उत्तर दे देते हैं। ऐसे में हम आपको बता दें कि चाहे आप सेक्शन B में 10 से ज्यादा सही उत्तर दे दें लेकिन आपके 10 प्रश्न ही गिने जाएंगे। वहीं सेक्शन A में छोड़े गए प्रश्नों का नुकसान होगा वो अलग।

ऐसी ही और भी कई बातें हैं जिनका ध्यान रखना जरुरी है। इसके लिए आप हमारी इस वेबसाइट से जुड़े रहें क्योंकि हम समय-समय पर नीट का एग्जाम देने और उसकी तैयारी करने की तरह-तरह की टिप्स स्टूडेंट्स के साथ शेयर करते रहते हैं।

इसी के साथ ही यदि आपको जल्द से जल्द नीट एग्जाम को क्रैक करना है तो उसके लिए टॉप लेवल के कोचिंग सेंटर से जुड़े रहना बहुत जरुरी होता है। जब हमने इसके बारे में रिसर्च की तो इसमें सीकर की मैट्रिक्स अकैडमी तो वहीं दिल्ली का आकाश इंस्टीट्यूट टॉप पर आया। आप चाहें तो अभी इनसे संपर्क कर सकते हैं और अपनी नीट की तैयारी अभी से शुरू कर सकते हैं।

नीट 2025 एग्जाम सिलेबस | NEET Syllabus 2025 In Hindi

अभी तक आपने नीट एग्जाम के पैटर्न के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। अब बारी है नीट एग्जाम के सिलेबस को जानने की। तो यहाँ हम आपको एक बात पहले ही क्लियर कर दें कि नीट एग्जाम में जिन 3 सब्जेक्ट्स से प्रश्न पूछे जाते हैं, ये वही सब्जेक्ट्स होते हैं जो हर स्टूडेंट को उसकी 11 वीं और 12 वीं की क्लास में पढ़ाए गए होते हैं।

यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि नीट एग्जाम वही स्टूडेंट्स देते हैं जिन्होंने 11 वीं में मेडिकल को अपनी स्ट्रीम चुना होता है। ऐसे में उन्हें 11 वीं और 12 वीं क्लास की पढ़ाई में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट्स को अनिवार्य तौर पर पढ़ाया जाता है। ऐसे में इन्हीं सब्जेक्ट्स में जो विषय पढ़ाए जाते हैं, उसी में से ही नीट 2025 एग्जाम का सिलेबस और उसके प्रश्न तैयार होते हैं।

नीट एग्जाम में मुख्य रूप से 3 सब्जेक्ट्स ही होते हैं जिन्हें हम फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के नाम से जानते हैं। हालाँकि बायोलॉजी को दो भागों में बांटा गया होता है लेकिन सब्जेक्ट्स और उनके प्रश्न एक दूसरे से मिले हुए होते हैं। ऐसे में आज हम आपको नीट 2025 एग्जाम सिलेबस (NEET 2025 Syllabus) के बारे में 3 भागों में बताने जा रहे हैं:

#1. Physics / भौतिक विज्ञान

क्लास 11 टॉपिक्स

  • Physical World and Measurement / भौतिक जगत और मापन
  • Kinematics / गति विज्ञान
  • Laws of Motion / गति के नियम
  • Work, Energy, and Power / कार्य, ऊर्जा और शक्ति
  • Motion of System of Particles / कणों की गति
  • Gravitation / गुरुत्वाकर्षण
  • Properties of Bulk Matter / ठोस पदार्थ के गुण
  • Thermodynamics / ऊष्मप्रवैगिकी
  • Oscillations and Waves / दोलन और तरंगें
  • Behavior of Perfect Gas and Kinetic Theory / आदर्श गैस का व्यवहार

क्लास 12 टॉपिक्स

  • Electrostatics / स्थिर वैद्युतिकी
  • Current Electricity / धारा वैद्युतिकी
  • Magnetic Effects of Current and Magnetism / धारा के चुंबकीय प्रभाव
  • Electromagnetic Induction / विद्युतचुंबकीय प्रेरण
  • Optics / प्रकाशिकी
  • Dual Nature of Matter and Radiation / पदार्थ और विकिरण की द्वैध प्रकृति
  • Atoms and Nuclei / परमाणु और नाभिक
  • Electronic Devices / इलेक्ट्रॉनिक उपकरण

#2. Chemistry / रसायन विज्ञान

क्लास 11 टॉपिक्स

  • Some Basic Concepts of Chemistry / रसायन विज्ञान के मूलभूत सिद्धांत
  • Structure of Atom / परमाणु की संरचना
  • Classification of Elements / तत्वों का वर्गीकरण
  • Chemical Bonding and Molecular Structure / रासायनिक बंध और अणु संरचना
  • States of Matter / पदार्थ की अवस्थाएँ
  • Thermodynamics / ऊष्मप्रवैगिकी
  • Equilibrium / साम्य
  • Redox Reactions / रीडॉक्स अभिक्रियाएं
  • Hydrogen / हाइड्रोजन
  • s-Block and p-Block Elements / s-ब्लॉक और p-ब्लॉक तत्व
  • Environmental Chemistry / पर्यावरण रसायन

क्लास 12 टॉपिक्स

  • Solid State / ठोस अवस्था
  • Solutions / विलयन
  • Electrochemistry / वैद्युत रसायन
  • Chemical Kinetics / रासायनिक गतिकी
  • Surface Chemistry / सतह रसायन
  • General Principles and Processes of Isolation of Elements / तत्वों का पृथक्करण
  • p-Block, d-Block, f-Block Elements / p-ब्लॉक, d-ब्लॉक, f-ब्लॉक तत्व
  • Coordination Compounds / समन्वय यौगिक
  • Organic Compounds Containing Nitrogen / नाइट्रोजन युक्त यौगिक
  • Biomolecules, Polymers, and Chemistry in Everyday Life / जैविक अणु, पॉलिमर, और दैनिक जीवन में रसायन

#3. Biology / जीवविज्ञान

क्लास 11 टॉपिक्स

  • Diversity in Living Organisms / सजीवों में विविधता
  • Structural Organisation in Animals and Plants / पौधों और जानवरों में संरचनात्मक संगठन
  • Cell Structure and Function / कोशिका संरचना और कार्य
  • Plant Physiology / पादप शरीरक्रिया विज्ञान
  • Human Physiology / मानव शरीरक्रिया विज्ञान

क्लास 12 टॉपिक्स

  • Reproduction / प्रजनन
  • Genetics and Evolution / आनुवंशिकी और विकास
  • Biology and Human Welfare / जीवविज्ञान और मानव कल्याण
  • Biotechnology and Its Applications / जैव प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग
  • Ecology and Environment / पारिस्थितिकी और पर्यावरण

तो यह था नीट 2025 एग्जाम का सिलेबस (NEET Syllabus 2025 In Hindi) जो आपसे पूछा जाएगा। इसमें से प्रत्येक टॉपिक का महत्व और एग्जाम में मार्क्स की वेटेज अलग अलग होती है। इसलिए आपको नीट की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर इसके बारे में लेटेस्ट जानकारी लेते रहना चाहिए। इससे आपको बहुत मदद मिलेगी।

इसी के साथ ही हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक्स के बारे में भी बता देते हैं जो आपकी नीट एग्जाम को क्रैक करने मदद बहुत मदद करेंगे। ऐसे में उन टॉपिक्स के नाम हैं:

नीट 2025 एग्जाम हॉट टॉपिक्स

अगर आपको जल्द से जल्द नीट एग्जाम क्लियर करना है तो ऊपर बताए गए सभी टॉपिक्स की जमकर तैयारी तो करनी ही है लेकिन स्मार्ट स्टडी उसे कहा जाएगा जब वह कुछ जरुरी टॉपिक्स पर अलग से ध्यान लगाए। वह इसलिए क्योंकि नीट एग्जाम में जिन सब्जेक्ट्स के जिन जिन टॉपिक्स पर खास तौर पर प्रश्न पूछे जाते हैं, उनके नाम हम आपको नीचे देने जा रहे हैं।

आइए उनके बारे में भी जान लेते हैं ताकि आपकी तैयारी एकदम पक्की हो (NEET 2025 Syllabus) सके।

#1. Physics / भौतिकी

  • Electrostatics / स्थिर वैद्युतिकी
  • Current Electricity / धारा वैद्युतिकी
  • Optics / प्रकाशिकी
  • Thermodynamics / ऊष्मप्रवैगिकी
  • Modern Physics / आधुनिक भौतिकी

#2. Chemistry / रसायन विज्ञान

  • Organic Chemistry (Hydrocarbons, Carbonyl Compounds) / कार्बनिक रसायन (हाइड्रोकार्बन, कार्बोनिल यौगिक)
  • Chemical Bonding / रासायनिक बंधन
  • Coordination Compounds / समन्वय यौगिक
  • Thermodynamics and Equilibrium / ऊष्मप्रवैगिकी और साम्य
  • p-Block Elements / p-ब्लॉक तत्व

#3. Biology / जीवविज्ञान

  • Human Physiology / मानव शरीरक्रिया विज्ञान
  • Genetics and Evolution / आनुवंशिकी और विकास
  • Reproduction / प्रजनन
  • Ecology / पारिस्थितिकी
  • Cell Structure and Function / कोशिका संरचना और कार्य

इसलिए आपको इन टॉपिक्स (NEET 2025 Syllabus) पर खास ध्यान देने की जरुरत है। नीट एग्जाम में अच्छे नंबर लाने के लिए कुछ स्टूडेंट्स तो एक से दो साल का गैप भी ले लेते हैं जिन्हें हम ड्रापआउट स्टूडेंट्स भी कह सकते हैं। ऐसे में अब यह आप पर निर्भर करता है कि आपका लक्ष्य क्या है और आप उसके तहत किस तरह की तैयारी कर रहे हैं।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपने यह जाना कि नीट 2025 एग्जाम पैटर्न (NEET Exam Pattern 2025) और उसका सिलेबस क्या है। साथ ही आपको किन-किन टॉपिक्स पर ध्यान देने की जरुरत है। यदि आप नीट एग्जाम के बारे में NTA के माध्यम से और जानकारी लेना चाहते हैं तो उनकी ऑफिशियल वेबसाइट का लिंक भी हम आपको यहाँ दे रहे हैं।

इसी के साथ ही आखिर में हम आपको यही कहेंगे कि यदि आपको वाकई में नीट एग्जाम 2025 को जल्द से जल्द और अच्छे नंबर के साथ क्लियर करना है तो उसके लिए किसी टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के साथ जुड़ना जरुरी है। इसमें आप जितनी देर करेंगे, उतना ही आपको भी देर होगी।

ऐसे में देश के कुछ टॉप नीट कोचिंग सेंटर्स में सीकर की मैट्रिक्स नीट अकैडमी, कोटा का एलन करियर इंस्टीट्यूट और दिल्ली का आकाश इंस्टीट्यूट आते हैं। आज के समय में सैकड़ों नीट अकैडमी खुल चुकी है लेकिन टॉप लेवल पर यही 3 इंस्टीट्यूट बने हुए हैं।

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प्रश्न: 2025 में नीट का पेपर कौन बनाएगा?

उत्तर: 2025 में नीट का पेपर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के द्वारा ही बनाया जाएगा।

प्रश्न: नीट में कितने नंबर का पेपर आता है?

उत्तर: नीट में पेपर के कुल नंबर 720 होते हैं। इसमें कुल 180 प्रश्न पूछे जाते हैं और प्रत्येक सही उत्तर के चार अंक मिलते हैं। इस तरह से नीट एग्जाम के कुल नंबर 720 होते हैं।

प्रश्न: Neet की तैयारी में कितना खर्च आता है?

उत्तर: यदि हम भारत के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट जैसे कि मैट्रिक्स सीकर, एलन कोटा, आकाश दिल्ली की बात करें तो नीट की तैयारी में एक से तीन लाख रुपए तक का खर्च आता है।

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क्या आप भविष्य में डॉक्टर बनना चाहते हैं? यदि ऐसा है तो उसके लिए अवश्य ही आपको अभी से ही टेंशन हो रही होगी कि अभी तो बहुत मेहनत करने की जरुरत (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) है। सबसे पहले तो बारहवीं में अच्छे नंबर लेकर आने हैं, फिर नीट की तैयारी भी करनी है और उसके बाद अच्छे सरकारी कॉलेज में एडमिशन लेकर वहाँ से MBBS की पढ़ाई करनी है। फिर आगे भी स्पेशल कोर्स करने हैं ताकि आप एक एक्सपर्ट डॉक्टर के रूप में अपना करियर शुरू कर सकें।

ऐसे में आपको सभी चीज़ों के बारे में एक साथ टेंशन लेने की बजाए स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ना चाहिए। इससे आपका मार्ग भी आसान होगा और सफलता भी मिलती चली जाएगी। तो इसमें सबसे पहला स्टेप होता है नीट एग्जाम की तैयारी किया जाना (NEET Exam Ki Taiyari Kaise Kare) और साथ ही बारहवीं में अच्छे नंबर लेकर आना। जी हां, आपको दोनों के बारे में एक साथ सोचना होगा क्योंकि दोनों एक साथ ही चलते हैं।

इसमें भी नीट की तैयारी पर ज्यादा जोर देने की जरुरत है क्योंकि बारहवीं में अच्छे नंबर तो कम पढ़कर भी आ जाएंगे लेकिन नीट में आप चूक गए तो फिर से एक वर्ष मेहनत करनी पड़ेगी। ऐसे में आज हम आपको नीट की तैयारी कैसे करें (NEET Ki Taiyari Kaise Karen), इसके बारे में ही संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। आइए जाने नीट की तैयारी के लिए टिप्स।

नीट की तैयारी कैसे करें?

नीट कोई छोटा मोटा एग्जाम नहीं होता है और ना ही यह वर्ष में दो बार होता है। हर वर्ष लाखों स्टूडेंटस नीट एग्जाम में बैठते हैं और उसमें से बहुत कम ही सेलेक्ट हो पाते हैं। सेलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध सीट्स पर निर्भर करती है। ऐसे में यदि आप नीट एग्जाम में क्लियर हो भी जाते हैं तो भी आपको अच्छा कॉलेज मिलेगा, यह जरुरी नहीं है।

यहाँ हम यह समझाना चाह रहे हैं कि नीट एग्जाम में देशभर के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज आते हैं और उसमें से कुछ टॉप लेवल के होते हैं तो कुछ सामान्य स्तर के। ऐसे में यदि आपकी रैंक सही आती है तभी आपको अपनी पसंद का टॉप मेडिकल कॉलेज मिल पाएगा अन्यथा आपको सामान्य मेडिकल कॉलेज से ही काम चलाना पड़ेगा।

ऐसे में आपको अपनी दसवीं कक्षा के बाद से ही नीट की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। कुछ स्टूडेंट्स बारहवीं के बाद नीट की तैयारी शुरू करते हैं, ऐसे में उन्हें ज्यादा समय लग जाता है। आइए एक-एक करके नीट की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) करने के ऊपर सभी जरुरी टिप्स को जान लेते हैं।

#1. अपनी स्किल्स को समझें

सबसे पहले तो आपको अपने आप को पहचानने की जरुरत है। हमने सबसे पहले अपने आप को जानने या अपनी स्किल्स का आंकलन करने वाला पॉइंट इसलिए रखा है क्योंकि ऐसा बहुत बार देखने में आता है कि स्टूडेंट्स नीट एग्जाम या डॉक्टर बनने की तैयारी तो करने लग जाते हैं लेकिन बाद में जाकर उन्हें यह अहसास होता है कि यह उनकी क्षमता से बाहर है या उनका इसमें इंटरेस्ट ही नहीं है।

ऐसा अक्सर उन स्टूडेंट्स में ज्यादा देखने को मिलता है जिनके माता, पिता या परिवार में से कोई और भी डॉक्टर होता है या फिर उनके पेरेंट्स के द्वारा उन पर डॉक्टर बनने का दबाव बनाया जाता है। या फिर कुछ स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जो अपने दोस्तों या जानने वालों की देखा देखी इस राह पर आगे बढ़ जाते हैं और फिर बाद में पछताते फिरते हैं।

ऐसे में हम आपकी स्किल्स को या आपको कम नहीं आंक रहे हैं लेकिन आपको पहले ही सचेत कर रहे हैं कि एक बार आप अकेले में बैठकर आत्म चिंतन अवश्य कीजिए और स्वयं से पूछिए कि क्या आप वाकई में डॉक्टर बनने को इच्छुक हैं और उसके लिए नीट एग्जाम की तैयारी करना चाहते हैं। यदि आपका जवाब हां है तो इस लेख को आगे पढ़ें अन्यथा आप इसे यहीं पर छोड़ सकते हैं।

#2. नीट एग्जाम का सिलेबस जाने

अब जब आपने डॉक्टर बनने का सपना देख ही लिया है तो उसका पहला पड़ाव होता है नीट एग्जाम को क्लियर किया जाना और वह भी अच्छे नंबर के साथ। इसके लिए सबसे पहले जो काम आपको करना है, वह है नीट एग्जाम का सिलेबस, पैटर्न, सिलेक्शन, प्रोसेस इत्यादि के बारे में अच्छे से जानकारी लिया जाना।

उदाहरण के तौर पर नीट एग्जाम वर्ष में किस समय आयोजित होता है, उसके लिए क्या कुछ तैयारी करनी पड़ती है, कौन-कौन से विषय इसमें आते हैं, किस विषय से कौन से टॉपिक लिए जाते हैं और उन टॉपिक पर कितने और कैसे प्रश्न पूछे जाते हैं, नीट में कुल कितनी सीट होती है, किस रैंक पर कौन सा कॉलेज मिलता है, कुल कितने मेडिकल कॉलेज हैं, इत्यादि।

एक तरह से आपको नीट एग्जाम के बारे में शुरू से लेकर अंत तक हरेक छोटी से बड़ी जानकारी जुटा लेनी चाहिए। इसमें भी नीट एग्जाम के सिलेबस को अच्छे से समझा जाना आवश्यक है। वह इसलिए क्योंकि आपको इसी सिलेबस की ही तैयारी करनी है जो आपको नीट एग्जाम क्लियर करवाने में सहायता करेगा।

#3. एक टाइमलाइन बनाएं

अब जब आपने नीट एग्जाम के पैटर्न और सिलेबस को अच्छे से समझ लिया है तो अब बारी आती है अपनी टाइमलाइन बनाए जाने की। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप अपने आप को कितने वर्षों में डॉक्टर बने हुए देखना चाहते हैं और उसके लिए आप कितना समय लेंगे। कुछ स्टूडेंट्स कड़ी मेहनत के दम पर बारहवीं के जस्ट बाद ही नीट क्लियर कर देते हैं तो कुछ एक या दो वर्ष ड्रॉप लेकर उसे क्लियर कर पाते हैं।

ज्यादातर स्टूडेंट्स तो दसवीं के बाद से ही नीट की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Karen) करने में जुट जाते हैं तो कुछ अपनी तैयारी बारहवीं में या उसके बाद भी शुरू करते हैं। ऐसे में यह आप पर निर्भर करता है कि आपकी समय सीमा क्या है और आप इस रास्ते पर किस तेजी के साथ आगे बढ़ने को इच्छुक हैं। इसी पर ही आपकी आगे की कार्य योजना और लक्ष्य निर्भर करेंगे।

#4. अपना लक्ष्य निर्धारित करें

अब जब आपने अपनी टाइमलाइन भी बना ली है तो उसी के साथ-साथ एक काम और करना है और वह है एक स्पष्ट लक्ष्य का होना। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप आगे चलकर अपने आप को किस रूप में देखते हैं। अब डॉक्टर बनना तो आपका सपना है ही लेकिन यह जरुरी नहीं कि नीट की तैयारी केवल MBBS का कोर्स करने के लिए ही की जाती है।

नीट एग्जाम (NEET Exam Ki Taiyari Kaise Kare) के तहत कई और भी कोर्स किए जाते हैं और उसके तहत डॉक्टर भी कई तरह के बनते हैं। उदाहरण के तौर पर आयुर्वेद के डॉक्टर, होम्योपैथिक डॉक्टर या डेंटिस्ट इत्यादि। ऐसे में आपका लक्ष्य क्या है, इस पर ध्यान दें। साथ ही इस लक्ष्य में कुछ सरकारी मेडिकल कॉलेज भी रखें।

अब यदि आप टॉप गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन लेने का लक्ष्य लेकर चलेंगे तभी आगे चलकर आपका सिलेक्शन उसमें हो पाएगा। इससे आपको प्रेरणा भी मिलती रहेगी जो अवश्य ही आपको सफल बनाएगी।

#5. सही कोचिंग का चुनाव करें

यह सबसे महत्वपूर्ण और जरुरी पॉइंट है। यदि आपने यहाँ पर किसी तरह की ढील बरती तो बाकी किसी भी चीज़ का कोई मतलब नहीं रह जाता है। यदि आप सोचते हैं कि आप घर पर पढ़कर ही या सेल्फ स्टडी करके ही नीट जैसे मुश्किल एग्जाम को पास कर लेंगे तो यह आपका भ्रम है। आज तक कुछ चुनिंदा मतलब लाखों में से इक्का दुक्का स्टूडेंट ही अकेले पढ़कर नीट एग्जाम को क्लियर कर पाए हैं।

इसलिए सही कोचिंग का चुनाव किया जाना बहुत जरुरी हो जाता है। अब नीट के कोचिंग सेंटर तो हर शहर में खुले हुए हैं लेकिन उससे फर्क नहीं पड़ेगा। सही शहर के सही कोचिंग सेंटर से पढ़कर आप जल्द से जल्द और अच्छी रैंक के साथ नीट एग्जाम को क्लियर कर पाएंगे। यदि हम देश के कुछ चुनिंदा कोचिंग सेंटर के नाम लें तो उसमें सीकर शहर की मैट्रिक्स अकैडमी और गुरुकृपा, कोटा का एलन इंस्टीट्यूट और दिल्ली की आकाश अकैडमी बेस्ट है।

हालाँकि दिल्ली में स्टूडेंटस मौज मस्ती में ज्यादा व्यस्त रहते हैं और कोटा में एग्जाम प्रेशर बहुत ज्यादा होता है तो हाल के वर्षों में सीकर शहर इस सूची में टॉप में आ गया है। खासतौर पर वहाँ मैट्रिक्स जैसे कोचिंग सेंटर ने टॉप लेवल का प्रदर्शन किया है जिस कारण वह इस लिस्ट में टॉप पर आ गया है। इसलिए अगर आप सही कोचिंग का चुनाव करते हैं तो आपके नीट एग्जाम क्लियर करने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है।

#6. दिन का टाइमटेबल बनाएं

अब जब आपने एक सही कोचिंग का चुनाव कर लिया है तो उसी के साथ-साथ अपने पूरे दिन का सही टाइमटेबल बनाया जाना भी जरुरी हो जाता है। इसके तहत आपको कितने बजे सोना है, कब उठना है, कितनी देर पढ़ना है, कोचिंग का टाइम क्या है, सेल्फ स्टडी कितनी देर और कब से कब तक करनी है, आराम कब करना है, इत्यादि सब आना चाहिए।

अगर आपका टाइमटेबल सेट होगा और आप रोजाना उसी को फॉलो करेंगे तो यकीन मानिए आप अपने साथ के कई स्टूडेंट्स से आगे निकल जाएंगे। यह आपको अनुशासित करेगा और ध्यान भटकने से भी रोकेगा। इसलिए स्ट्रिक्ट टाइमटेबल बनाएं और उसे डेली फॉलो भी करें।

#7. अपने स्टडी डाउट क्लियर करें

अब जब आप नीट एग्जाम की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) कर रहे हैं तो हर दिन आपको कुछ ना कुछ डाउट होते होंगे। यह डाउट किसी टॉपिक को लेकर या किसी प्रश्न को हल करते हुए हो सकते हैं। ऐसे में आपको अपने सभी तरह के डाउट नियमित रूप से सोल्व करवाने की जरुरत है अन्यथा यह यूँ के यूँ ही पड़े रह जाते हैं।

जो स्टूडेंट्स अपने सभी डाउट समय रहते सोल्व करवा लेते हैं उन्हें चीजें जल्दी क्लियर होती है। मैट्रिक्स सीकर और एलन कोटा में स्पेशल इसी चीज़ को ध्यान में रखकर अलग से डाउट सेंटर बनाए गए हैं। इन डाउट सेंटर में जाकर स्टूडेंट्स किसी भी समय अपने डाउट को क्लियर कर सकते हैं।

#8. टाइम मैनेजमेंट है बहुत जरुरी

टाइमटेबल बनाने के साथ ही टाइम मैनेजमेंट अर्थात समय का प्रबंधन किया जाना भी बहुत जरुरी होता है। यहाँ हम यह समझाना चाह रहे हैं कि कुछ स्टूडेंट्स ऐसे होते हैं जो पढ़ते-पढ़ते कहीं और ध्यान दे रहे होते हैं या कुछ और सोच रहे होते हैं और इस कारण उनका सारा टाइम इसी में ही निकल जाता है।

साथ ही वे एक चीज़ को करने में या समझने में बहुत समय लगा देते हैं जिस कारण टाइमटेबल भी बिगड़ता है और आपकी योजना भी धरी की धरी रह जाती है। यह आपके पूरे काम को बुरे तरीके से प्रभावित करता है। इसलिए टाइम का पूरा ध्यान रखें और अपना ध्यान भटकने से रोकें। दोस्तों के साथ मस्ती करना ठीक है लेकिन एक लिमिट तक अन्यथा उनका तो नुकसान हो ही रहा है, साथ में आपका भी।

#9. मॉक टेस्ट देते रहें

नीट एग्जाम जल्द से जल्द क्लियर करना है तो आपको समय-समय पर मॉक टेस्ट या प्रैक्टिस टेस्ट देते रहना चाहिए। इससे आप एग्जाम के लिए अच्छे से तैयार हो पाते हैं। हर टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट हर महीने और आखिर में तो हर सप्ताह मॉक टेस्ट लेता है ताकि स्टूडेंट्स की तैयारी में किसी तरह की कमी ना रहने पाए।

इसलिए आप जिस भी कोचिंग सेंटर में एडमिशन लेने जा रहे हैं, उसके बारे में अच्छे से रिसर्च अवश्य कर लें। आप वहाँ के ओल्ड स्टूडेंट्स से बात कर सकते हैं, नेट में उनके बारे में पढ़ सकते हैं, उनके रिव्यु देख सकते हैं, वहाँ के पहले के मॉक टेस्ट को पढ़ सकते हैं, अपने जानने वालों से पूछ सकते हैं।

#10. रिवीजन भी है बहुत जरुरी

यह एक ऐसा पॉइंट है या एक ऐसी चीज़ है जो आपकी बहुत मदद करेगी। दरअसल होता यह है कि स्टूडेंट ऊपर के सभी पॉइंट को फॉलो करता हुआ नीट की तैयारी करता रहता है लेकिन वह पुराना पढ़ा हुआ भूलता भी चला जाता है। अब इतना पढ़ने का क्या ही लाभ हुआ जब आप पुरानी पढ़ी हुई चीज़ को भूलते चले जाते हैं। इससे तो आपको आगे वही चीज़ फिर से पढ़नी पढ़ेगी।

तो इस स्थिति से बचने का सबसे सही उपाय है, समय रहते उनकी रिवीजन किया जाना। इसके लिए आप हर सप्ताह में एक दिन या हर दिन एक घंटा निर्धारित करें कि आप पुरानी पढ़ी हुई चीज़ की अच्छे से रिवीजन करेंगे। साथ ही हर महीने में भी एक दिन रिवीजन का जरुर रखें जब आप पूरे महीने की पढ़ाई का रिवीजन करेंगे।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस लेख में आपने नीट एग्जाम की तैयारी (NEET Ki Taiyari Kaise Kare) करने के ऊपर पूरी जानकारी ले ली है। यहाँ हम एक बार फिर दोहरा दें कि एक सही कोचिंग का चुनाव आपकी नीट की तैयारियों को एक नई उड़ान दे सकता है, वहीं गलत कोचिंग का चुनाव आपको भ्रमित कर सकता है।

इसलिए टॉप लेवल के नीट कोचिंग सेंटर का ही चुनाव करें। इससे आपको तेज गति से तैयारी करने में बहुत मदद मिलेगी। सीकर का मैट्रिक्स नीट डिविजन या फिर कोटा का एलन इंस्टीट्यूट इसमें आपकी बहुत मदद कर सकते हैं। मैट्रिक्स अकैडमी में तो करियर काउंसलिंग की सुविधा भी दी जाती है जो आपके लिए शुरूआती तौर पर बहुत जरुरी होती है।

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Sikar NEET Coaching Fees: क्या आप नीट की तैयारी करने को इच्छुक हैं और उसके लिए एक बेस्ट विकल्प की तलाश में हैं। देखने को तो सीकर शहर में नीट के दर्जनों कोचिंग इंस्टीट्यूट खुले हुए हैं लेकिन उनमें से कुछ एक ही बेहतर हैं। अब डॉक्टर बनने के लिए ना सिर्फ बहुत ज्यादा मेहनत करने की जरुरत होती है बल्कि उसके लिए बहुत सारा पैसा भी बहाना पड़ता है।

इसे हम इस तरह से कहें कि डॉक्टर की पढ़ाई में पैसा पानी की तरह बहता है। यही कारण है कि ज्यादातर स्टूडेंट्स का सपना होता है कि वे नीट को जल्दी से जल्दी और अच्छे नंबर से क्रैक कर (NEET Coaching Fees Sikar) लें ताकि उनका गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन हो जाए। पहली बात तो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की फीस प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की तुलना में बहुत कम होती है और दूसरा वहाँ की पढ़ाई भी टॉप लेवल की होती है।

अब यह तो हो गई बाद की बात। उससे पहले तो आपको नीट की तैयारी करनी होती है और उसके लिए किसी ना किसी कोचिंग सेंटर से जुड़ना होता (Sikar Coaching Fees For NEET) है। अब सीकर में नीट के कोचिंग इंस्टीट्यूट की फीस की बात की जाए तो इसको लेकर कई पेरेंट्स और यहाँ तक कि स्टूडेंट्स के माथे पर भी पसीना आ जाता है।

ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट और वहाँ के फीस स्ट्रक्चर का तुलनात्मक अध्ययन करेंगे। इससे आप बेहतर तरीके से अपना निर्णय ले पाएंगे कि आपके लिए सीकर का कौन सा कोचिंग संस्थान बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।

Sikar NEET Coaching Fees | सीकर में नीट कोचिंग फीस

यहाँ हम ना केवल सीकर के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट के बीच फीस को लेकर तुलनात्मक अध्ययन करेंगे बल्कि साथ ही आपको कई अन्य मापदंडों के आधार पर भी बताएँगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि मान लीजिए कि एक इंस्टीट्यूट कम फीस ले रहा हो और दूसरा ज्यादा लेकिन पहले वाला कम फीस के नाम पर सुविधाएँ भी नामात्र या घटिया क्वालिटी की दे रहा हो जबकि दूसरे वाला वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी तो आप किसे चुनेंगे?

आपका जवाब अवश्य ही दूसरे वाला होगा क्योंकि कम फीस देकर कुछ नहीं सीखने से बेहतर है ज्यादा फीस देकर अच्छा सीखना। वह इसलिए क्योंकि पहले वाले में आपके पैसे अवश्य ही कम लगेंगे लेकिन उसका क्या ही फायदा जब रिजल्ट ही अच्छा ना रहे। इससे आपका पैसा और समय दोनों ही बर्बाद होंगे।

वहीं यहाँ पर एक बात पर और ध्यान देना जरुरी (Sikar Coaching Fees NEET) है। वह यह है कि एक इंस्टीट्यूट बहुत ज्यादा फीस ले रहा है लेकिन दूसरे वाला कम। अब पहले वाले में कहने के नाम पर अनावश्यक सुविधाएँ हैं जबकि दूसरे वाले में सब जरुरत वाली सुविधाएँ, तो आप अवश्य ही इसमें दूसरे वाला चुनेंगे।

तभी हम आपको टॉप नीट इंस्टीट्यूट के फीस स्ट्रक्चर के साथ-साथ वहाँ मिलने वाली अन्य सुविधाओं के आधार पर तुलना करके बताएँगे। ऐसे में पहले हम आपके सामने एक टेबल रखने जा रहे हैं जिससे आपको मोटे तौर पर सीकर के नीट फीस स्ट्रक्चर (Sikar NEET Coaching Fees) का आईडिया हो सके।

नीट इंस्टीट्यूट का नाम लगभग वार्षिक फीस बैच साइज एडमिशन प्रोसेस फैसिलिटी एक्स्ट्रा फैसिलिटी स्कॉलरशिप
Matrix Academy ₹85,000 – ₹1,20,000 70-90 स्टूडेंट्स का बैच मैरिट पर आधारित छोटे बैच, स्पेशल टेस्ट सीरीज़, डाउट सेंटर्स, 365 दिन खुला, स्टडी मटेरियल, ऑनलाइन क्लासेज, मेंटरशिप पर्सनल गाइडेंस, टेस्ट रिव्यू, ऑनलाइन टेस्ट, मोबाइल ऐप सपोर्ट, डिजिटल लर्निंग हां, 90% तक
ALLEN Career Institute ₹1,00,000 – ₹1,50,000 100-120 स्टूडेंट्स का बैच टेस्ट पर आधारित स्टडी मटेरियल, टेस्ट सीरीज़, डाउट सेशन ऑनलाइन टेस्ट, मोबाइल ऐप सपोर्ट हां, 50% तक
Aakash Institute ₹90,000 – ₹1,30,000 80-100 स्टूडेंट्स का बैच प्रवेश परीक्षा या डायरेक्ट मॉक टेस्ट, स्टडी मटेरियल, कस्टमाइज्ड लर्निंग डिजिटल ट्यूटोरियल, वीडियो लेक्चर हां, 70% तक
Resonance ₹1,00,000 – ₹1,40,000 120 स्टूडेंट्स का बैच डायरेक्ट एडमिशन वीकली टेस्ट, स्टडी मटेरियल, मेंटरिंग डिजिटल लर्निंग, करियर काउंसलिंग हां, 50% तक
Toppers Academy ₹80,000 – ₹1,20,000 50-70 स्टूडेंट्स का बैच ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन क्लासेज, स्टडी मटेरियल पर्सनल गाइडेंस, लाइव सेशन हां, 30% तक

ऊपर हमने आपको सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की फीस और वहाँ मिल रही सुविधाओं के बीच में एक तुलनात्मक टेबल उपलब्ध करवा दी है। अब हम एक-एक करके इन कोचिंग सेंटर्स के बारे में आपको बता देते (Sikar Coaching Fees For NEET) हैं।

#1. मैट्रिक्स अकैडमी, सीकर

मैट्रिक्स अकैडमी में नीट के साथ-साथ IIT JEE की भी तैयारी करवाई जाती है। ऐसे में उनकी दोनों ब्रांच को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। मैट्रिक्स अकैडमी में नीट की तैयारी मैट्रिक्स नीट डिविजन (Matrix NEET Division) के तहत करवाई जाती है। अब मैट्रिक्स अकैडमी में जो कुछ सुख-सुविधाएँ हैं, वह इस प्रकार है:

  • मैट्रिक्स में लगभग सभी तरह की फैसिलिटी दी जाती है जो किसी स्टूडेंट को नीट एग्जाम की तैयारी करने के लिए जरुरी होती है।
  • इसमें कस्टमाइज्ड स्टडी मटेरियल के साथ-साथ डिटेल्ड स्टडी मटेरियल की जरुरत सबसे ज्यादा होती है जिसको मैट्रिक्स ने बेहतर रूप से तैयार किया हुआ है।
  • मैट्रिक्स की जो चीज़ इसे बाकियों से अलग बनाती है, वह है यहाँ के डाउट सेंटर्स और साल के हर दिन अपने स्टूडेंट्स के लिए खुला रहना।
  • मैट्रिक्स के डाउट सेंटर्स में स्टूडेंट्स कभी भी अपने डाउट ले जाकर पूछ सकते हैं। अगर स्टूडेंट्स के डाउट टाइम टू टाइम क्लियर होते रहते हैं तो उनकी तैयारी में कोई रूकावट नहीं आती है।
  • वहीं साल के हर दिन खुले रहना भी अपने आप में एक अनोखा प्रयोग है। एक तरह से हर छुट्टी, त्यौहार वाले दिन भी मैट्रिक्स अपने स्टूडेंट्स के लिए कभी बंद नहीं होता है।
  • मैट्रिक्स में स्टूडेंट्स के बैच भी बाकी नीट इंस्टीट्यूट की तुलना में छोटे रखे जाते हैं। इससे टीचर अपने स्टूडेंट्स पर बेहतर तरीके से ध्यान दे पाता है।
  • इसके अलावा मोबाइल ऐप पर हर अपडेट मिलना, डिजिटल लर्निंग, ऑनलाइन टेस्ट एंड सेशन इत्यादि हर जरुरी फैसिलिटी मैट्रिक्स नीट डिविजन के तहत दी जाती है।

अब सबसे मजेदार बात यह है कि लगभग सभी तरह की फैसिलिटी देकर भी मैट्रिक्स की फीस ना तो बहुत ज्यादा है और ना ही एकदम कम। एक तरह से आपके बजट में बेस्ट विकल्प के तौर पर मैट्रिक्स ही सबसे पहले नंबर पर आता (Matrix Sikar NEET Fees) है। यही कारण है कि वह इस लिस्ट में भी टॉप पर बना हुआ है।

#2. एलन सीकर

एलन का नाम तो आपने अवश्य ही सुन रखा होगा। वह इसलिए क्योंकि एलन अब से नहीं बल्कि कई वर्षों से नीट की कोचिंग दे रहा है। उसका यह नाम एक दिन में नहीं बल्कि कई वर्षों की मेहनत के बाद बना है। शुरुआत एलन कोटा से हुई थी लेकिन देखते ही देखते इसकी ब्रांच अन्य कई शहरों में भी खुलती चली गई। आइए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • एलन ने कई वर्षों की मेहनत से अपना स्टडी मटेरियल तैयार किया हुआ है जिसका कोई तोड़ नहीं है। एक तरह से इनका स्टडी मटेरियल बहुत अच्छा है।
  • एलन में भी मैट्रिक्स की तरह ही डाउट सेशन रखे जाते हैं जहाँ जाकर स्टूडेंट्स अपने डाउट क्लियर करते हैं।
  • यहाँ पर समय-समय पर टेस्ट लिए जाते रहते हैं। हालाँकि आज के समय में हर टॉप कोचिंग सेंटर टाइम टू टाइम टेस्ट लेता रहता है।
  • एलन की मोबाइल ऐप भी है जहाँ पर स्टूडेंट्स को हर तरह का अपडेट मिलता रहता है।
  • साथ ही यहाँ पर ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा भी उपलब्ध है।

वैसे तो एलन नीट की कोचिंग देने में एक बहुत बड़ा ब्रांड है लेकिन वहाँ की फीस अन्य कोचिंग इंस्टीट्यूट की तुलना में बहुत ज्यादा है। साथ ही ज्यादा नाम होने के कारण वहाँ स्टूडेंट्स भी बहुत ज्यादा होते हैं और टीचर कम। इस कारण वहाँ के एक-एक बैच में भर-भर कर स्टूडेंट्स को लिया जाता है।

#3. आकाश इंस्टीट्यूट, सीकर

एलन की तरह ही आकाश भी देशभर में अपनी ब्रांच के लिए जाना जाता है। इनकी ब्रांच भी आपको हर बड़े शहर में देखने को मिल जाएगी जहाँ हजारों स्टूडेंट्स तैयारी कर रहे होते हैं। ऐसे में आइए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

  • आकाश में अधिकतर स्टूडेंट्स को बिना किसी टेस्ट के डायरेक्ट ले लिया जाता है। एक तरह से यहाँ पर हर तरह का स्टूडेंट एडमिशन ले सकता है।
  • यहाँ की मुख्य सुविधा है सबकुछ ऑनलाइन उपलब्ध होना। कहने का मतलब यह हुआ कि आकाश का पूरा स्टडी मटेरियल, लेक्चर इत्यादि ऑनलाइन मिल जाएंगे।
  • ऐसे में आप एक साथ कई टीचर के लेक्चर और स्टडी मटेरियल ऑनलाइन देख सकते हैं और तैयारी कर सकते हैं।
  • यहाँ पर हर लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाती है ताकि अगर कोई स्टूडेंट अपनी क्लास मिस कर देता है तो बाद में उसे देखकर पढ़ सके।
  • यहाँ की स्टडी भी कस्टमाइज्ड तरीके से करवाई जाती है ताकि स्टूडेंट स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ सके।

आकाश की फीस तो मॉडरेट है लेकिन यहाँ भी एलन की तरह एक बैच में कई स्टूडेंट्स होते हैं। साथ ही आकाश इंस्टीट्यूट ऑनलाइन स्टडी पर ज्यादा फोकस करता है जिस कारण स्टूडेंट टीचर का ज्यादा संपर्क नहीं हो पाता है। इस कारण स्टूडेंट्स के डाउट पेंडिंग रह जाते हैं।

#4. रेजोनेंस अकैडमी, सीकर

रेजोनेंस भी एक जाना पहचाना नाम है जिसने हाल ही के वर्षों में अपना बहुत नाम कमाया है। इसका कारण है यहाँ का अच्छा रिजल्ट और स्टूडेंट्स का रेजोनेंस पर भरोसा।

  • रेजोनेंस अकैडमी में ज्यादातर डायरेक्ट एडमिशन ही होता है। इस कारण यहाँ भी कोई भी स्टूडेंट एडमिशन ले सकता है।
  • यहाँ पर स्टूडेंट्स का वीकली अर्थात साप्ताहिक तौर पर टेस्ट लिया जाता है जो उन्हें एग्जाम के लिए तैयार करता है।
  • यहाँ पर स्टूडेंट्स की टाइम टू टाइम मेंटरिंग की जाती है और पर्सनल गाइडेंस दी जाती है।

रेजोनेंस भी एक अच्छी अकैडमी है लेकिन यहाँ पर एक बैच में लगभग 120 या इससे भी ज्यादा स्टूडेंट्स होते हैं। साथ ही यहाँ की फीस भी अपेक्षाकृत थोड़ी ज्यादा है।

#5. टॉपर्स अकैडमी, सीकर

यह भी आकाश की तरह ही ऑनलाइन स्टडी पर ज्यादा ध्यान देती है। हालाँकि आज के समय में इसका नाम भी बहुत प्रचलन में आ गया है, आइए जाने।

  • यहाँ की फीस कुछ ज्यादा नहीं है। जिनकी आर्थिक स्थिति थोड़ी कमजोर होती है, वे अवश्य ही इस अकैडमी को चुनते हैं।
  • इस अकैडमी में स्टूडेंटस के बैच भी छोटे ही रखे जाते हैं जिस कारण टीचर अपने स्टूडेंट्स पर सही से ध्यान दे पाते हैं।
  • हालाँकि यहाँ मिलने वाली फैसिलिटी भी बहुत ही कम है। जहाँ अन्य 4 नीट इंस्टीट्यूट तरह-तरह की फैसिलिटी देते हैं तो वहीं टॉपर्स अकैडमी में इतनी फैसिलिटी नहीं है।

एक तरह से यहाँ आपको स्टडी मटेरियल, ऑनलाइन सेशन, पर्सनल गाइडेंस इत्यादि दी जाती है जो लगभग हर टॉप नीट इंस्टीट्यूट दे देता है। हालाँकि यह अकैडमी सीकर की बाकी नीट अकैडमी से अच्छी है तभी यह टॉप 5 में आती है।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको सीकर में नीट कोचिंग फीस के स्ट्रक्चर (Sikar NEET Coaching Fees) और टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर्स के बीच में तुलनात्मक अध्ययन करके दे दिया है। अगर आप बजट के अंदर बेस्ट विकल्प ढूंढ रहे हैं तो उसमें मैट्रिक्स सबसे बेस्ट विकल्प रहने वाला है।

वहीं ब्रांड वैल्यू के हिसाब से एलन, सबसे कम पैसों के हिसाब से टॉपर्स, ऑनलाइन स्टडी के हिसाब से आकाश और डायरेक्ट एडमिशन के हिसाब से रेजोनेंस बेटर ऑप्शन है। हालाँकि इस बात का जरुर ध्यान रखें कि जिस इंस्टीट्यूट में बैच साइज़ छोटा होता है, वहाँ पर अक्सर स्टूडेंट्स का सिलेक्शन जल्दी होता है।

वह इसलिए क्योंकि बैच में कम स्टूडेंट्स होने से स्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच में ज्यादा कनेक्शन होता (Sikar Coaching Fees For NEET) है। अब अगर स्टूडेंट टीचर के लगातार संपर्क में बना रहता है तो उसे एक्सपर्ट गाइडेंस मिलती है, नई तरह की चीज़ों से वह अपडेटेड रहता है और उसके कोई भी डाउट अधूरे नहीं रहते।

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आज के समय में एक चीज़ बहुत कॉमन हो चली है और वह है स्टूडेंट का प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते-करते अचानक से सुसाइड कर लेना। अब आप ही सोचिए, उस बच्चे ने आखिरकार इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? अगर उसे सही समय पर सही गाइडेंस मिल जाती, मेंटर व प्रोफेशनल का साथ मिलता और पढ़ाई को अच्छे से मैनेज (JEE NEET exam stress management tips in Hindi) करने के उपाय सुझाए जाते, तो क्या ऐसी नौबत आती!!

इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल बहुत ही सेंसिटिव टॉपिक पर है और वह है JEE और NEET की तैयारी करते समय स्ट्रेस मैनेजमेंट कैसे किया जाए। आज का यह टॉपिक उन सभी स्टूडेंट्स के लिए लिखा जा रहा है जो JEE और NEET की तैयारी (JEE NEET ki taiyari kaise kare) करते हुए खुद को बहुत ज्यादा दबाव में पा रहे हैं या धीरे-धीरे यह दबाव बढ़ता जा रहा है।

JEE और NEET की तैयारी के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट

हम आपको उदाहरण देते हैं। मान लीजिए दो कैंडिडेट हैं और दोनों को एक ही कंपनी में इंटरव्यू देने जाना है। अब पहले वाले कैंडिडेट ने रातभर जाग-जाग कर इंटरव्यू की सारी पढ़ाई की। इस दौरान उसने सिर्फ 2 से 3 घंटे की नींद ली। इंटरव्यू रूम में जाने से पहले भी वह बुक खोलकर रटे-रटाये उत्तर दोहरा रहा है।

वहीं दूसरा कैंडिडेट जिसे अपने मेंटर का सही मार्गदर्शन मिला। उसे उसके मेंटर ने बताया कि इंटरव्यू में रटे रटाये उत्तर देने की बजाए खुलकर बात करनी चाहिए लेकिन उसमें कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए। अपनी कमजोरी बतानी चाहिए लेकिन उस कमजोरी को ताकत कैसे बनाया जा सकता है, वह भी जानना चाहिए।

अब जरा आप ही बताइए कि जो इंटरव्यू लेने वाला होगा, वह दोनों में से किसे सलेक्ट करेगा? आपका उत्तर होगा, दूसरे वाले को। लेकिन ऐसा क्यों? तैयारी तो पहले वाले ने ज्यादा की थी ना तो दूसरा वाला क्यों सलेक्ट होगा? तो इसका सीधा सा जवाब है कि दूसरे वाले ने स्मार्ट तरीके से तैयारी की जबकि पहले वाला बस रट्टा मारने में ही रह गया।

आशा है कि आपको हमारा आशय थोड़ा बहुत तो समझ आ गया (JEE NEET ki taiyari kaise kare) होगा। अब हम JEE और NEET की तैयारी करने में होने वाले स्ट्रेस पर वापस आते हैं। आइए इसके कारण, उपाय और अन्य चीज़ों के बारे में जान लेते हैं।

स्ट्रेस होने के कारण

JEE और NEET की तैयारी करते समय होने वाले स्ट्रेस के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। उनमें से कुछ चुनिंदा कारणों को हम आपके सामने रख देते (Exam stress causes and effects in Hindi) हैं।

  1. आज के समय में कम्पटीशन इतना ज्यादा बढ़ गया है कि पूछिए मत। हर किसी को एक दूसरे से आगे निकलना है और यही तनाव का मुख्य कारण भी है।
  2. सलेबस इतना ज्यादा है कि स्टूडेंट को समझ ही नहीं आता कि वह क्या पढ़े और क्या नहीं। 11वीं और 12वीं क्लास की बुक्स, तरह-तरह के नोट्स और अलग-अलग ऑथर की बुक्स इत्यादि की भरमार है।
  3. खुद की कैपबिलिटी से अधिक उम्मीदें रखना। हम यह नहीं कह रहे कि आप स्वयं को कम आंके लेकिन आप अपने से इतनी भी उम्मीद ना लगाएं, जो आपका विश्वास बढ़ाने की बजाए उल्टा उसे गिरा दे।
  4. सामाजिक दबाव भी स्ट्रेस को बहुत ज्यादा बढ़ाता है। खासतौर पर स्टूडेंट के पेरेंट्स उससे बहुत ज्यादा उम्मीदें लगाए रखते हैं और यह भी तनाव का मुख्य कारण है।
  5. कोचिंग क्लासेज और टीचर्स का स्टूडेंट के साथ कम इंटरेक्शन। बहुत से और खासतौर पर बड़े-बड़े कोचिंग सेंटर्स ऐसे हैं जो अपने यहाँ भर-भर कर स्टूडेंट तो ले लेते हैं लेकिन उसके अनुपात में इतने टीचर्स नहीं होते।
  6. इसे हम स्टूडेंट टीचर रेश्यो के तहत भी ले सकते हैं। अब टीचर्स की संख्या स्टूडेंट्स की संख्या से बहुत कम होगी तो अवश्य ही वे स्टूडेंटस को कम टाइम दे पाएंगे। इससे स्टूडेंट का तनाव और बढ़ता चला जाता है।
  7. सिर्फ कम रेश्यो ही नहीं बल्कि टीचर का अनुभव कैसा है, यह भी बहुत मायने रखता है। JEE और NEET की तैयारी करते समय एक स्टूडेंट का सही मार्गदर्शन उसका टीचर ही कर सकता है। अब अगर वही अनुभवी नहीं है तो स्ट्रेस तो होगा ही।
  8. स्टूडेंट का गलत संगत में पड़ना या शहर की चकाचौंध में खो जाना। बहुत बार यह देखने में आता है कि स्टूडेंट चाहकर भी इतना पढ़ नहीं पाता या टाइम नहीं निकाल पाता।
  9. इसे हम अनुचित समय प्रबंधन या बैड टाइम मैनेजमेंट भी कह सकते हैं। जब टाइम ही सही से मैनेज नहीं किया गया तो पूरे दिन का शेड्यूल बिगड़ जाता है।
  10. बुरा ही सोचते रहना भी स्ट्रेस बढ़ने का कारण है। ऊपर हमने आपको बताया कि आप खुद से ज्यादा उम्मीदें ना लगाएं क्योंकि इससे स्ट्रेस बढ़ता है। अब वहीं कुछ ऐसे स्टूडेंट भी होते हैं जो हमेशा अपने आप को दूसरों से कमतर आंकते हैं तो इस कारण भी स्ट्रेस बढ़ता है।

ऊपर हमने आपको JEE और NEET की तैयारी करते समय स्ट्रेस बढ़ने के चुनिंदा 10 कारण बता दिए हैं। अब बारी आती है, स्ट्रेस मैनेजमेंट के उपाय जानने की। तो आइए इसके बारे में भी जान लेते हैं।

स्ट्रेस मैनेजमेंट के उपाय

वैसे तो स्ट्रेस मैनेजमेंट के भी कई तरह के उपाय हैं। हमने भी सभी तरह के उपाय देखे और पढ़े। साथ ही सफल होने वाले स्टूडेंट्स की कहानियां भी पढ़ी और जाना कि किन-किन तरीकों के कारण उनका स्ट्रेस कम हुआ।

इतना ही नहीं, उन्होंने ना केवल स्ट्रेस को कम किया बल्कि JEE और NEET में अच्छी रैंक भी हासिल की। तो चलिए ऐसे ही कुछ चुनिंदा उपायों (JEE NEET exam stress management tips in Hindi) के बारे में जान लेते हैं।

#1. टाइम मैनेजमेंट है सबसे जरुरी

स्ट्रेस को मैनेज करना है तो उसके उपाय में अपना टाइम मैनेज करना सबसे पहले आता है। आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि जब दिन की शुरुआत ही बुरी हो तो पूरा दिन ही ख़राब जाता है। तो वही चीज़ JEE और NEET की तैयारी करने में भी लागू होती है।

अगर आपके दिन की शुरुआत ही आलस, कामचोरी या ऐसी ही किसी आदत में जाती है तो पुरे दिन का शेड्यूल ख़राब होता है। इसके लिए आप पूरे दिन का निर्धारित शेड्यूल बनाएं और उसी के अनुसार ही चलें। फिर देखिए कैसे आपकी तैयारी भी अच्छे से होती है और स्ट्रेस भी कम हो जाता है।

#2. खुद को पहचानना

आप चाहे JEE की तैयारी कर रहे हो या नीट के एग्जाम की, आपको पहले अपने आप का आंकलन करना जरुरी है। अपने आप को पहचानने का मतलब है कि आप खुद से पूछें कि क्या आप यह कर सकते हैं? अगर कर सकते हैं तो आपको इसमें कितना टाइम लगेगा? अब क्या आपके पास उतना टाइम है?

इतने टाइम में आपका कितना खर्च होगा और क्या आपके पेरेंट्स उतना खर्चा उठा सकते हैं? क्या आपको लोन लेने की जरुरत है? आपके ऊपर कोई पारिवारिक दबाव तो नहीं है? इत्यादि। ऐसे ही कई प्रश्न अपने आप से पूछें और उसके बाद ही आगे का फैसला लें।

#3. सही शहर का चुनाव

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि कोचिंग लेने के लिए सही शहर का चुनाव किया जाना भी बहुत जरुरी हो जाता है। अब कहने को तो मेट्रो सिटी में हर तरह की फैसिलिटी मिलती है और बड़े से बड़े कोचिंग सेंटर भी वहाँ होते हैं लेकिन अगर हम पढ़ाई वाले माहौल की बात करें तो वह ना के बराबर होता है।

फिर चाहे आप दिल्ली को ले लीजिए या फिर मुंबई को। हर जगह बड़े से बड़े कोचिंग सेंटर तो हैं लेकिन ज्यादातर स्टूडेंट मौज मस्ती में ही रहते हैं। रही बात कोटा की तो वहाँ स्टूडेंट पर इतना ज्यादा प्रेशर बनाया जाता है कि वह ना चाहते हुए भी स्ट्रेस में आ जाता है। ऐसे में आप सीकर या जयपुर जैसे शहरों का चुनाव कर सकते हैं।

#4. सही कोचिंग का चुनाव

स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए जितना ध्यान सही शहर को चुनने में लगाना होता है, उससे ज्यादा ध्यान सही कोचिंग सेंटर को चुनने में लगाना चाहिए। वह इसलिए क्योंकि एक कोचिंग सेंटर ही आपकी जिंदगी बना भी सकता है और उसे बिगाड़ भी सकता है।

एक अच्छे कोचिंग सेंटर में स्टूडेंट को सभी तरह की फैसिलिटी तो दी जाएगी ही लेकिन उसी के साथ ही वहाँ स्टूडेंट टीचर रेश्यो, टीचर्स का एक्सपीरियंस और स्टूडेंट से डील करने की तकनीक इत्यादि बहुत मायने रखती है।

ऊपर हमने दो शहर बताए जो कोचिंग के लिए सही हैं। जब हमने इन शहरों में खुले कोचिंग सेंटर के बारे में जांच पड़ताल की तो कुछ चुनिंदा कोचिंग सेंटर उभर कर सामने आए। इसमें सीकर का मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर और कौटिल्य अच्छा लगा तो वहीं जयपुर का एलन कोचिंग सेंटर।

#5. हर दिन है नया

हमने इस पॉइंट को खासतौर पर इसलिए डाला है क्योंकि यह पिछले साल JEE में टॉप करने वाले कुछ स्टूडेंट्स ने हाईलाइट किया था। उनके अनुसार यह सिर्फ और सिर्फ स्टूडेंट की सोच पर निर्भर करता है।

कुछ स्टूडेंट अगला दिन आने पर यह सोचते हैं कि ओह्ह, तैयारी के लिए एक दिन और कम हो गया जबकि कुछ स्टूडेंट अगले दिन को एक नए दिन के तौर पर देखते हैं। इसलिए आप भी हर नए दिन को तैयारी के लिए एक और दिन के तौर पर देखें।

#6. जरुरी चीज़ों को हाईलाइट करें

जब एग्जाम पास आने लगते हैं तो देखने में आता है कि ज्यादातर स्टूडेंट हड़बड़ी में पढ़ते हैं या दूसरे स्टूडेंट्स से नोट्स मांगते फिरते हैं। ऐसे में आप पहले दिन से ही जरुरी चीज़ों के नोट्स बनाना शुरू कर देंगे तो बहुत हेल्प होगी।

इसके लिए आप बुक में भी जरुरी चीजों को मार्कर से हाईलाइट करें, कॉपी में नोट्स बनाएं ताकि एक क्विक रिविजन की जा सके।

#7. डाउट को छोड़े नहीं

अब ऐसा तो हो ही नहीं सकता कि आप JEE और NEET की तैयारी कर रहे हो और आपके कोई भी डाउट ही ना हो। आपके जो भी डाउट हो, उन्हें नोट करके रख लें और फिर अगले दिन अपने टीचर से उन डाउट को क्लियर करवाएं।

यही बात हमें सीकर के मैट्रिक्स कोचिंग की अच्छी लगी कि उन्होंने अपने कोचिंग सेंटर में जगह-जगह डाउट सेंटर बनाकर रखे हैं जहाँ स्टूडेंट्स कभी भी अपने डाउट लेकर आ सकते हैं। अब ऐसी ही फैसिलिटी अन्य कोचिंग सेंटर्स भी देने लगे हैं।

#8. पूरी नींद और उचित खानपान

अगर आप कम सोएंगे तो इसका मतलब यह नहीं कि आप ज्यादा तैयारी कर पाएंगे। इससे आप दिमागी तौर पर थक जाएंगे और स्ट्रेस भी बढ़ता चला जाएगा। इसलिए नींद पूरी लें, ना ही ज्यादा और ना ही कम।

साथ ही अपना खानपान भी सही रखें क्योंकि गलत खानपान भी स्ट्रेस को बढ़ाता है। ऐसे में आप बाहर का खाने से बचें। फ़ास्ट फूड, तला फला भी ना खाएं। रोजाना बादाम, चने, दाल, दूध, दही इत्यादि अवश्य लें।

#9. योग व प्राणायाम

स्ट्रेस को कम करने में योग बहुत ही प्रभावी रहता है। आप सुबह के समय जल्दी उठने की आदत डालें और कम से कम 30 मिनट के लिए योग व प्राणायाम करने का नियम बना लें। फिर देखिए आपका स्ट्रेस भी कम होता है और आप ध्यान लगाकर पढ़ पाते हैं।

#10. पेरेंट्स के साथ बातचीत करते रहना

आप चाहे दूसरे शहर में रहकर JEE और NEET की तैयारी कर रहे हो लेकिन हर दिन अपने पेरेंट्स से साथ बात जरुर करें। अगर रोजाना बात नहीं हो पाती है तो दो दिन में एक बार तो जरुर करें। इससे आपको भी घर के बारे में पता चलता रहेगा और पेरेंट्स को भी आपकी स्थिति का पता रहेगा।

#11. सीनियर के साथ कॉन्टेक्ट में रहना

आप जिस भी कोचिंग सेंटर में पढ़ते हो, वहाँ आपका सीनियर बैच भी होगा। आपको उनमें से कुछ सीनियर के साथ कॉन्टेक्ट बनाना चाहिए। ये सीनियर आपकी बहुत तरीके से मदद कर सकते हैं, खासतौर पर स्ट्रेस को कम करने में।

#12. सही फ्रेंड सर्कल बनाएं

आपका फ्रेंड सर्कल अर्थात दोस्तों की मंडली कैसी है, यह भी बहुत मायने रखती है। यदि यह अच्छा फ्रेंड सर्कल है तो आप दोगुनी गति से JEE और NEET की तैयारी कर पाते हैं और वहीं अगर यह बुरा है तो आपका जीवन बर्बाद कर देगा।

#13. बैकअप तैयार रखें

चाहे आपकी तैयारी कितनी ही मजबूत क्यों ना हो या आपको अपने आप पर कितना ही विश्वास क्यों ना हो लेकिन हमेशा एक बैकअप प्लान तैयार रखें। हम यह नहीं कह रहे हैं कि आपका JEE और NEET में सलेक्शन नहीं होगा लेकिन हमेशा अपनी तैयारी पूरी करके ही चलना चाहिए।

अगर आपके पास बैकअप प्लान होगा तो आपका स्ट्रेस अपने आप ही कम हो जाएगा। हालाँकि इस बात का भी ध्यान रखें कि बैकअप प्लान के चक्कर में अपनी JEE और NEET की तैयारी को कमजोर ना पड़ने दें। बैकअप प्लान को एक आखिरी विकल्प के तौर पर ही रखें।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि JEE और NEET की तैयारी (JEE NEET exam stress management tips in Hindi) करते समय स्ट्रेस होने के क्या कुछ कारण हो सकते हैं। वहीं स्ट्रेस मैनेज करने के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं। आशा है कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। आप अपना फीडबैक नीचे कमेंट सेक्शन में दे सकते हैं।

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राजस्थान का सीकर शहर कोई ज्यादा बड़ा शहर नहीं है। पहले के समय में बहुत कम लोग ही इसके बारे में जानते थे। हालाँकि अब परिस्थितियां बहुत बदल चुकी हैं। अब अगर आप किसी ऐसे स्टूडेंट से सीकर के बारे में पूछेंगे जो अभी दसवीं से बारहवीं में पढ़ रहा हो तो उसका कोई ना कोई जानकार सीकर में JEE और NEET की तैयारी करता हुआ पाया जाएगा।

इतना ही नहीं, उनमें से बहुत से स्टूडेंट तो खुद सीकर जाकर JEE और NEET की तैयारी (Sikar JEE NEET Coaching) करने का मन बना रहे होंगे। लेकिन ऐसा क्यों? कुछ साल पहले जब हम JEE और NEET की तैयारी करने वाले शहर की बात करते थे तो उसमें केवल एक ही नाम आता था और वह था राजस्थान का कोटा शहर। हालाँकि अब कोटा का वर्चस्व राजस्थान का ही दूसरा शहर सीकर तोड़ता जा रहा है।

अब सीकर शहर में ऐसा क्या है जो वह JEE और NEET की तैयारी करने और करवाने दोनों में स्टूडेंट्स और टीचर्स की पहली पसंद बनता जा रहा है? आज के इस आर्टिकल में हम आपको इसी के बारे में ही बताने वाले हैं। चलिए जानते हैं आखिरकार क्यों है सीकर JEE और NEET की तैयारी करने के लिए स्टूडेंट्स की पहली पसंद।

JEE/NEET की तैयारी के लिए सीकर है स्टूडेंट्स की पहली पसंद

सीकर शहर स्टूडेंट्स की पहली पसंद ही नहीं बल्कि देश में भी JEE और NEET तैयारी करवाने के लिए नंबर वन (Sikar JEE NEET Coaching) बनता जा रहा है। इसके पीछे एक या दो नहीं बल्कि कई कारण हैं। उन्हीं में से 5 मुख्य कारण आज हम आपको बताएँगे।

#1. सीकर के JEE/NEET कोचिंग सेंटर्स

सीकर को JEE/NEET की तैयारी करवाने के लिए देश में नंबर वन लाने में जिसकी सबसे अहम भूमिका है, वह है सीकर शहर में खुले दर्जनों कोचिंग सेंटर्स। अब आप कहेंगे कि इस तरह के JEE/NEET कोचिंग सेंटर्स तो आज के समय में किस शहर में नहीं खुले हैं। हम देश के किसी भी शहर में चले जाएं, वहाँ दर्जनों JEE/NEET के कोचिंग सेंटर्स मिल जाएंगे।

ऐसे में आज हम आपको बता दें कि सीकर शहर के कुछ कोचिंग सेंटर्स ऐसे हैं जिन्होंने JEE/NEET की तैयारी करवाने में अपना परचम पूरे देश में लहरा दिया है। पहले हम आपको सीकर के टॉप 5 JEE/NEET के कोचिंग सेंटर्स की लिस्ट दे देते हैं:

अब इसमें मैट्रिक्स सीकर का नंबर वन कोचिंग सेंटर है तो उसके बाद एलन का नाम आता है। इसके बाद क्रमानुसार गुरुकृपा, कौटिल्य और प्रिंस अकादमी का नाम आता है।

अब इन कोचिंग सेंटर्स ने अपना JEE/NEET कोचिंग सेंटर खोलने से पहले कई वर्षों की रिसर्च की है। उन्होंने देखा कि ऐसा क्या है जो हम स्टूडेंट्स को JEE/NEET की तैयारी करवाने के लिए दे सकते हैं। इसके बाद ही उन्होंने देशभर में से ऐसे टीचर्स की खोज की जिनका ना केवल एक्सपीरियंस अच्छा हो बल्कि वे स्टूडेंट्स के नेचर और उनके सीखने की क्षमता का आंकलन कर उन्हें पढ़ा सकें।

इसी का परिणाम है कि आज सीकर शहर मुख्यतया इन्हीं पांच कोचिंग सेंटर्स की बदोलत देश का नंबर वन JEE/NEET कोचिंग शहर बनता जा रहा है। इसमें भी मैट्रिक्स और गुरुकृपा के द्वारा किया गया काम शानदार रहा है।

#2. सीकर शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर

अब आपने सीकर के फेमस JEE/NEET कोचिंग सेंटर के बारे में तो जान लिया है लेकिन अब हम जानेंगे सीकर शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में। अब हमने ऊपर बात की कि JEE और NEET के कोचिंग सेंटर तो हर शहर में हैं लेकिन क्या आपके शहर में वैसा माहौल है? नहीं ना। बस यही चीज़ सीकर को बाकी शहरों से अलग करती है।

सीकर शहर में आपको कोचिंग सेंटर्स के अलावा दर्जनों लाइब्रेरी, स्टूडेंट्स एरिया, किताबों की दुकाने, हॉस्टल, व अन्य फैसिलिटी आराम से मिल जाएगी। एक तरह से कहा जाए तो यह पूरा शहर ही कोचिंग सेंटर बनता जा रहा है। अब स्टूडेंट का JEE/NEET में सक्सेस रेट तब बढ़ जाता (Sikar NEET Coaching) है जब उसके आसपास का माहौल भी पढ़ने वाला हो।

आप आज ही सीकर शहर में निकल जाएं या फिर सीकर में रह रहे किसी स्टूडेंट या लोकल से पूछ लें कि वहाँ का माहौल और इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है। आप पाएंगे कि धीरे-धीरे सीकर शहर स्टूडेंट्स की कोचिंग के हिसाब से ढलता दिख रहा है।

साथी ही यहाँ के कोचिंग सेंटर्स ने भी इसमें बहुत बढ़िया काम किया है। खासतौर पर मैट्रिक्स और प्रिंस अकैडमी ने तो वर्ल्ड क्लास हॉस्टल की सुविधाएँ प्रदान की हुई हैं। उनके हॉस्टल भी कोचिंग सेंटर के पास ही हैं। ऐसे में बाहर से आकर पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को किसी तरह की समस्या नहीं होती है।

#3. कम लागत में बेहतर रिजल्ट

जो स्टूडेंट्स JEE/NEET की तैयारी करने जाते हैं, अभी तक उनकी बात हुई लेकिन अब हम बात करते हैं उनके पेरेंट्स की। दरअसल अपने बच्चे को दूसरे शहर में पढ़ने के लिए भेजना एक अलग बात है लेकिन साथ ही उसके लिए भारी भरकम फीस चुकाना एक अलग बात।

अब कोटा ले लीजिए या फिर अन्य बड़े शहर, जैसे कि दिल्ली, मुंबई, जयपुर इत्यादि। हर जगह आपको कोचिंग सेंटर की भारी भरकम फीस तो चुकानी ही होगी और साथ ही बच्चों के रहने के लिए हॉस्टल का खर्चा भी बहुत ज्यादा हो जाता है। इतना ही नहीं, बाकी सभी चीजें भी बहुत महँगी होती है, जैसे कि कामवाली का खर्चा ले लो या बाहर से कुछ खरीदना हो इत्यादि।

अब सीकर भारत की थर्ड टायर सिटी है। यह बड़े शहरों जैसी ना तो खर्चीली है और ना ही स्टूडेंट्स का मन भटकाती है। कहने का मतलब यह हुआ कि यहाँ के कोचिंग सेंटर्स की फीस भी बाकी शहरों की तुलना में कम है और साथ ही रहने, खाने-पीने का खर्चा भी बहुत कम है।

अब मजेदार बात यह है कि यह कम खर्चे में भी वह सभी फैसिलिटी प्रोवाइड कर रही है जो सभी बड़े शहर दोगुने पैसे लेकर करते हैं। यही कारण है कि स्टूडेंट्स के साथ ही पेरेंट्स के लिए भी सीकर शहर JEE और NEET की तैयारी करवाने के लिए पहली पसंद (Sikar JEE Coaching) बनता जा रहा है।

#4. स्टूडेंट्स पर ज्यादा फोकस

अब एक चीज़ और है जो सीकर शहर को JEE/NEET की तैयारी करवाने के लिए स्टूडेंट्स और पेरेंट्स की फर्स्ट चॉइस बनाती है, वह है कम भीड़ के कारण स्टूडेंट्स पर ज्यादा फोकस। दरअसल अगर आप कोटा या दिल्ली जैसे शहर को देखेंगे तो वहाँ स्टूडेंट्स का हुजूम उमड़ता दिखाई देता है। ऐसे में वहाँ के कोचिंग सेंटर्स भी स्टूडेंट्स को भर-भरकर ले लेते हैं।

अब अगर आप उनके बैच में जाकर देखेंगे तो वहाँ के एक-एक बैच में 100 से 200 स्टूडेंट्स पढ़ते हुए दिखाई देते हैं। आखिरी पंक्ति में बैठे स्टूडेंट तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए टीचर्स माइक का इस्तेमाल करते हैं। अब जरा आप ही सोचकर देखिए कि जब टीचर को ही माइक से बोलना पड़ रहा है तो आखिर में बैठा वह स्टूडेंट अपने डाउट कैसे पूछ पाएगा?

चलो मान लीजिए कि आपका बच्चा पहली लाइन में बैठा है लेकिन क्या टीचर इतने स्टूडेंट्स के डाउट अपनी क्लास में सुन पाएगा और उनका जवाब दे पाएगा? नहीं ना, बस यही कारण है कि ये शहर JEE/NEET की तैयारी (Sikar NEET Coaching) करवाने में अब पिछड़ते जा रहे हैं और सीकर आगे बढ़ता जा रहा है।

सीकर में चाहे स्टूडेंट्स ज्यादा आ जाएं लेकिन वहाँ के टॉप कोचिंग सेंटर्स ने एक स्पष्ट नीति बना रखी है कि उनके एक बैच में मैक्सिमम 50 से 60 स्टूडेंट्स ही होंगे। इससे फायदा यह होता है कि टीचर्स अपने स्टूडेंट्स पर ज्यादा फोकस कर पाते हैं और उन्हें सुन पाते हैं। वहीं मैट्रिक्स अकैडमी में तो बाकायदा अलग से डाउट सेंटर्स बना रखे हैं ताकि स्टूडेंट्स के डाउट क्लास के अलावा अलग से भी सोल्व करवाए जा सकें।

#5. लगातार बढ़ता रिजल्ट

अब हम कितनी ही बात कर लें लेकिन बात तो आखिर में JEE/NEET के एग्जाम रिजल्ट की ही आती है। शहर चाहे कितना ही अच्छा क्यों ना हो या कोचिंग सेंटर्स कैसी ही फैसिलिटी क्यों ना देते हो लेकिन जब तक स्टूडेंट्स वैसा रिजल्ट लेकर नहीं आते, तब तक वो बात नहीं बनती।

तो हमने इस बारे में भी बहुत रिसर्च की है और पाया है कि JEE/NEET में सलेक्ट होने वाले स्टूडेंट्स के परसेंटेज में सीकर में स्टडी कर रहे स्टूडेंट्स का रेश्यो बढ़ता जा रहा है। एक तरह से देखा जाए तो हर साल सीकर से सलेक्ट होने वाले स्टूडेंट बढ़ रहे हैं। सबसे मुख्य बात यह है सीकर में पढ़ रहे टोटल स्टूडेंट्स में से कितने परसेंटेज स्टूडेंट्स ने एग्जाम क्रैक किया।

आइए हम आपको आंकड़ों से समझा देते हैं। जहाँ देशभर में JEE/NEET की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स का सलेक्शन रेश्यो 1.3% है तो वहीं सीकर शहर का 7.48% है। अब आप खुद ही सोचिए कि नेशनल परसेंटेज की तुलना में सीकर शहर का सलेक्शन रेश्यो लगभग 6 गुना है। इसी से ही आप समझ सकते हैं कि सीकर में किस लेवल की कोचिंग दी जा रही है और वहाँ का रिजल्ट कैसा है।

वहीं अगर हम सीकर शहर में ही पढ़ रहे स्टूडेंट्स की ही बात करें तो वहाँ 2024 में JEE के एग्जाम में टॉप करने वाले स्टूडेंट का नाम मयंक सोनी (Sikar JEE Coaching) है जो मैट्रिक्स अकैडमी से पढ़े हुए हैं। वहीं दूसरे नंबर पर एलन सीकर के कृष गुप्ता, तीसरे पर मैट्रिक्स के मोहित मोदी, चौथे पर मैट्रिक्स के अमन नेहरा और पांचवें पर मैट्रिक्स की ही आतिशी जी हैं।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना कि सीकर शहर में ऐसी क्या चीजें हैं जो इसे कोटा या बाकी बड़े शहरों की तुलना में JEE/NEET की तैयारी करने के लिए स्टूडेंट्स की पहली पसंद बना रहा (Sikar JEE NEET Coaching) है।

इसके अलावा भी बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो सीकर को टॉप पर ला रही हैं। जैसे कि वहाँ हो रहा विकास, स्टूडेंट्स को दी जा रही फैसिलिटी, स्कूलिंग स्ट्रक्चर, कोचिंग सेंटर्स का रवैया, टीचर्स का नेचर इत्यादि। हालाँकि हमने यहाँ पांच प्रमुख कारण आपके सामने रखे हैं ताकि आपको बेहतर आईडिया हो सके।

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जब भी आप और हम JEE या NEET की कोचिंग लेने की बात करते हैं तो सबसे पहला नाम कोटा शहर का ही आता है। वैसे हम बात करें तो JEE और NEET की कोचिंग देने के एक नहीं बल्कि हजारों इंस्टीट्यूट देश के कोने कोने में खुल चुके हैं फिर चाहे वह मेट्रो सिटी हो या छोटे शहर। इन सभी में मायने यह रखता है कि कौन से शहर में बेस्ट कोचिंग दी जा रही है। अब कोटा के टक्कर का जो शहर है उसमें सीकर का नाम सबसे पहले लिया जाता है। सीकर शहर में खुले सैकड़ों JEE और NEET के इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) और वहां के स्टूडेंट्स की परफॉरमेंस के कारण ही यह देश का फेमस कोचिंग शहर बन चुका है।

अब बात सीकर शहर में JEE और NEET की कोचिंग लेने की हो रही है तो जरुर ही आपको सीकर के टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूटस के नाम भी जानने (Sikar Coaching Center List) होंगे। वैसे तो सीकर शहर में JEE और NEET की कोचिंग देने के सैकड़ों इंस्टीट्यूट हैं लेकिन उसमें नंबर एक पर कौन है, टॉप 5 में कौन से इंस्टीट्यूट आते हैं और टॉप 10 में कौन कौन से इंस्टीट्यूट आते (Top Coaching Institute in Sikar for IIT) हैं, यह एक बड़ा सवाल है। इसी के साथ ही सीकर में JEE की बेस्ट कोचिंग कौन सा इंस्टीट्यूट दे रहा है तो NEET के बेस्ट इंस्टीट्यूट कौन कौन से हैं, यह जानना भी आपके लिए जरुरी हो जाता है।

Coaching Institutes in Sikar

ऐसे में आज हम आपके साथ सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूटस की लिस्ट ही शेयर करने वाले हैं। आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपको यह बात पता चलेगी कि अगर आपको सीकर शहर में JEE और NEET की कोचिंग लेने के लिए जाना है तो उसके लिए बेस्ट इंस्टीट्यूट कौन सा रहेगा। आइये जाने सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूटस के बारे में।

सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट

क्या आप जानते हैं कि आखिरकार क्यों सीकर JEE और NEET की कोचिंग देने के मामले में देश की टॉप मोस्ट सिटी बन चुकी है!! तो इसका सीधा सा जवाब है सीकर शहर में खुले सैकड़ों JEE और NEET के कोचिंग इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) और वहां से लगातार JEE और NEET के एग्जाम में सेलेक्ट होते स्टूडेंट्स। अब कोई भी शहर यूँ ही टॉप पर नहीं आ जाता है और उसके पीछे बहुत मेहनत लगती है।

वैसे तो सैकड़ों तरह के इंस्टीट्यूट बड़े बड़े शहरों या जिन्हें हम मेट्रो सिटी के नाम से जानते हैं, वहां भी खुले हुए हैं, जैसे कि दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चेन्नई इत्यादि लेकिन इन सभी में सीकर ही टॉप पर क्यों है और क्यों उसने कोटा को भी कड़ी टक्कर दी हुई है जिसे कोचिंग हब के नाम से जाना जाता है। तो इसके लिए हम सीकर के बेस्ट कोचिंग इंस्टीट्यूटस (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) को ही श्रेय दे सकते हैं और वो भी टॉप लेवल के इंस्टीट्यूटस।

सीकर के टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट ऐसे इंस्टीट्यूट हैं जिन्होंने पूरे सीकर शहर की ही किस्मत बदल कर रख दी है। यही कारण है कि पूरे देशभर से बच्चे अब कोटा की बजाये सीकर शहर में भी आ रहे हैं और आज के समय में लाखों बच्चे सीकर के इन कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ रहे हैं। तो आइये जाने सीकर के यह टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट (Sikar Coaching Center List) कौन कौन से हैं।

सीकर के टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि सिर्फ JEE और NEET के इंस्टीट्यूट खोलने से ही कुछ नहीं होता है बल्कि उन कोचिंग इंस्टीट्यूट को बेहतर से बेस्ट बनाने में पूरा जोर लग जाता है। इसके लिए उन्हें ना सिर्फ बेस्ट फैकल्टी हायर करनी होती है बल्कि स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी भी देनी होती है।

तो जब हमने सीकर शहर के सभी तरह के कोचिंग इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) के बारे में छानबीन की और वहां पढ़ रहे स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स से बात की तो कुछ इंस्टीट्यूट इसमें ओरों से बहुत बेहतर लगे। इसी के साथ ही हमने JEE और NEET के एग्जाम में इन इंस्टीट्यूट से हर वर्ष सेलेक्ट हो रहे बच्चों के आंकड़े भी देखे। इसी के आधार पर ही हमने आपके लिए रैंक 1 से रैंक 10 वाले सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट की एक लिस्ट तैयार की है, जो कि इस प्रकार है:

  • मैट्रिक्स JEE अकैडमी (Matrix IIT Sikar)
  • एलन सीकर (Allen Sikar)
  • गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)
  • कौटिल्य आईआईटी अकैडमी (Kautilya IIT Academy)
  • पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer
  • सीएलसी या Career Line Coaching
  • अन अकैडमी सेंटर सीकर (Unacademy Centre)
  • आकाश इंस्टीट्यूट (Aakash Institute)
  • मैक अकैडमी (Mach Academy)
  • आयाम अकैडमी (Aayaam Academy)

ऊपर बताये गए सभी इंस्टीट्यूट सीकर के टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट (Coaching Institute In Sikar) के नाम से जाने जाते हैं। इसमें से मैट्रिक्स अकैडमी का नाम सबसे ज्यादा फेमस है क्योंकि वहां लगातार कई वर्षों से JEE का रिजल्ट टॉप लेवल का रहा है। वहीं NEET की कोचिंग वहां पिछले एक वर्ष से ही शुरू हुई है और इसके पहले ही बैच ने टॉप लेवल का रिजल्ट दिया है।

दूसरे नंबर के कोचिंग सेंटर एलन इंस्टीट्यूट का नाम तो आप सभी ने ही सुन रखा होगा। तो जिस एलन का नाम आपने सुन रखा है वह दरअसल कोटा वाली ब्रांच है लेकिन अपनी बढ़ती ब्रांड वैल्यू के कारण एलन ने देश के कई शहरों में अपनी ब्रांच खोल ली है जिसमें से सीकर भी एक है। इसी कारण एलन सीकर का नाम सीकर शहर में दूसरे नंबर पर आता है।

अब इसमें से कोई इंस्टीट्यूट JEE की तैयारी करवाने के लिए फेमस है तो कोई NEET की कोचिंग देने के लिए। ऐसे में आपके लिए यह जानना भी बहुत जरुरी हो जाता है कि इन सभी में से JEE और NEET की कोचिंग देने के लिए अलग से कौन कौन से कोचिंग इंस्टीट्यूट पूरे सीकर शहर में फेमस है। तो आइये उसका भी पता लगा लेते हैं।

सीकर के टॉप 5 JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट

अभी तक आपने सीकर के टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट की ओवरऑल लिस्ट जान ली है लेकिन जब हम JEE की बेस्ट कोचिंग देने की बात करते हैं तो इसमें कुछ इंस्टीट्यूट दूसरे से ऊपर आ जाते हैं तो कुछ नीचे चले जाते हैं। ऐसे में आइये जाने सीकर के टॉप JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट (Top Coaching Institute in Sikar for IIT) कौन कौन से हैं।

  • मैट्रिक्स JEE अकैडमी (Matrix IIT Sikar)

मैट्रिक्स अकैडमी का नाम इस लिस्ट में टॉप पर है। वह इसलिए क्योंकि पिछले कई सालों से मैट्रिक्स अकैडमी के स्टूडेंट्स का JEE के एग्जाम में रिजल्ट शानदार रहा है जो पूरे सीकर शहर में ही टॉप लेवल का है। हाल ही में आये JEE 2023 के रिजल्ट में मैट्रिक्स के मयंक सोनी ने पूरे सीकर शहर में टॉप किया है जिनकी OBC कैटेगरी में आल इंडिया रैंकिंग 2 है तो वहीं सभी वर्गों में 26 है। इतना ही नहीं, सीकर के टॉप 5 स्टूडेंट्स में से 4 स्टूडेंट तो अकेले मैट्रिक्स अकैडमी से ही है।

  • एलन सीकर (Allen Sikar)

सीकर में JEE की कोचिंग देने में एलन इंस्टिट्यूट का नाम दूसरी पोजीशन पर आता है। वहां पढ़ रहे हर स्टूडेंट्स को वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी तो दी जाती है लेकिन मैट्रिक्स की तुलना में वह इसलिए नीचे आ जाता है क्योंकि मैट्रिक्स की फैकल्टी पूरे सीकर शहर में टॉप क्लास की फैकल्टी मानी जाती है। यही कारण है कि मैट्रिक्स अकैडमी का रिजल्ट भी टॉप लेवल का है। वही एलन की टॉप क्लास की फैकल्टी को कोटा वाली ब्रांच में शिफ्ट कर दिया जाता है।

  • कौटिल्य आईआईटी अकैडमी (Kautilya IIT Academy)

अब इसी कैटेगरी में कौटिल्य अकैडमी की पोजीशन तीसरे नंबर की है जो सीकर शहर में JEE की कोचिंग देने में बेस्ट कोचिंग इंस्टीट्यूट बना हुआ है। कौटिल्य में सिर्फ JEE की ही कोचिंग दी जाती है और इसी कारण इसका पूरा नाम भी कौटिल्य IIT अकैडमी ही रखा गया है। यहाँ पर नीट की कोचिंग नहीं देने के कारण भी यह ओवरआल की लिस्ट में बाकि से पिछड़ जाता है। हालाँकि JEE की तैयारी यहाँ बहुत अच्छे से करवायी जाती है।

  • पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer

पीसीपी को हम प्रिंस अकैडमी या प्रिंस करियर अकैडमी के नाम से भी जानते हैं जो सीकर के टॉप 5 JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट में से चौथी पोजीशन पर आती है। इसकी ख़ास बात यह है कि मैट्रिक्स अकैडमी की तरह ही यह सीकर शहर में स्कूल से लेकर JEE और NEET दोनों की कोचिंग देती है। शुरुआत में तो इसनें टॉप 3 अकैडमी को सीधी टक्कर दी थी लेकिन धीरे धीरे यह खिसक कर चौथे पायदान पर आ गयी। इसका कारण प्रिंस में सभी तरह की फैसिलिटी का नहीं होना है और टॉप क्लास की फैकल्टी का दूसरे टॉप इंस्टिट्यूट में शिफ्ट हो जाना है।

  • सीएलसी या Career Line Coaching

अब इसी कैटेगरी में करियर लाइन कोचिंग की पोजीशन आखिरी अर्थात पांचवें नंबर की है। कभी यह प्रिंस को पछाड़ कर चौथी पोजीशन पर भी आ जाता है तो कभी फिर से पांचवें पर आ जाता है। यहाँ भी JEE की बहुत अच्छे से तैयारी करवायी जाती है लेकिन मैट्रिक्स और एलन की तुलना में यहाँ बच्चों के लिए प्रॉपर डाउट सेंटर नहीं बनाये गए हैं। इस कारण स्टूडेंट्स के मन में जो डाउट होते हैं, वे सही टाइम पर सोल्व ही नहीं हो पाते हैं।

इस तरह से यह 5 इंस्टिट्यूट ऐसे हैं जिन्हें पूरे सीकर शहर में JEE IIT की बेस्ट कोचिंग देने वाले इंस्टिट्यूट (Top Coaching Institute in Sikar for IIT) में से एक गिना जाता है। वैसे तो सीकर में और भी दर्जनों इंस्टिट्यूट है जो JEE की बेस्ट कोचिंग देने का दावा करते हैं लेकिन हमने खुद वहां जाकर और वहां के स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स से पूछकर आपके सामने यह लिस्ट रखी है।

सीकर के टॉप 5 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट

अब जब आपने सीकर के बेस्ट JEE कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में जान ही लिया है तो जरुर ही आपको सीकर के टॉप NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) के बारे में भी जानना होगा। तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि जब हम JEE और NEET की कोचिंग के लिए टॉप 5 कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट अलग अलग देखेंगे तो इसमें कुछ इंस्टीट्यूट ऊपर नीचे हो जाते हैं तो वहीं कुछ इंस्टीट्यूट नए आ जाते हैं तो वहीं कुछ का नाम कट भी सकता है। ऐसे में सीकर के टॉप NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट के नाम हैं:

  • मैट्रिक्स नीट डिवीज़न (Matrix NEET Division)

मैट्रिक्स अकैडमी का नाम सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट में सबसे पहले इसलिए आता है क्योंकि यहाँ ना सिर्फ JEE की बेस्ट कोचिंग दी जा रही है बल्कि NEET की भी बेस्ट कोचिंग देने का रिकॉर्ड इसी के नाम पर दर्ज हो चुका है। वह इसलिए क्योंकि मैट्रिक्स अकैडमी ने साल 2022 से ही NEET की कोचिंग देनी शुरू की है।

जहाँ अमूमन पहली बार में किसी इंस्टीट्यूट के यहाँ से 20 से 30 बच्चे ही NEET का टफ एग्जाम क्लियर कर पाते हैं तो वहीं मैट्रिक्स नीट डिवीजन के 200 से भी अधिक बच्चों ने इसे क्लियर कर अपना परचम लहराया है। यही कारण है कि मैट्रिक्स अकैडमी को ही सीकर का बेस्ट NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) कहा जा सकता है।

  • गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)

अब आप सोच रहे होंगे कि पहले की तरह ही एलन सीकर का नाम सीकर में टॉप 5 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट में दूसरी पोजीशन पर आएगा लेकिन ऐसा नहीं है। इसमें सीकर का गुरुकृपा इंस्टीट्यूट बाजी मार जाता है और एलन को पछाड़ कर सीकर का नंबर 2 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट बन जाता है। वह इसलिए क्योंकि गुरुकृपा कोचिंग सेंटर ने अपने यहाँ NEET की कोचिंग देने के लिए बहुत ही एक्सपीरियंसड फैकल्टी को हायर किया हैं ताकि उनके यहाँ से ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स का सिलेक्शन NEET एग्जाम में हो सके।

  • एलन सीकर (Allen Sikar)

सीकर के टॉप NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट में एलन इंस्टीट्यूट का नाम तीसरे नंबर पर आता है। जब तक मैट्रिक्स ने अपनी NEET की ब्रांच शुरू नहीं की थी तब तक गुरुकृपा पहले और एलन तीसरे स्थान पर हुआ करते थे लेकिन साल 2022 के बाद से गुरुकृपा दूसरे स्थान पर आ गया है तो वही एलन तीसरे पर खिसक गया है। हालाँकि एलन सीकर में इन दोनों कोचिंग इंस्टीट्यूट के अलावा अन्य किसी भी कोचिंग इंस्टीट्यूट की तुलना में बहुत अच्छी NEET की तैयारी करवायी जाती है।

  • पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer

सीकर में नीट की बेस्ट कोचिंग देने के मामले में प्रिंस करियर लाइन कोचिंग इंस्टीट्यूट का नाम JEE के टॉप कोचिंग इंस्टीट्यूट के जैसा ही है। उसमें भी प्रिंस का स्थान चौथे नंबर पर था और NEET की कोचिंग देने में भी इसका स्थान चौथे नंबर का ही है। ऐसे में अगर आपको सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेनी है तो उसके लिए आप पीसीपी सीकर का चुनाव भी कर सकते हैं।

  • सीएलसी या Career Line Coaching

अब इस लिस्ट में सीएलसी का नंबर आखिरी और टॉप 5 में बना हुआ है। करियर लाइन कोचिंग ने पिछले कुछ सालों में अपनी कोचिंग को बेहतर बनाने में बहुत मेहनत की है और उसी का रिजल्ट है कि आज के समय में यह सीकर के टॉप 5 NEET कोचिंग इंस्टीट्यूट में बना हुआ है। इसलिए अगर आपको सीकर में NEET की कोचिंग लेनी है तो आप सीएलसी का भी चुनाव कर सकते हैं।

तो यह थी सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट (Best Coaching Institute in Sikar for NEET) और उनके बारे में हमारा आंकलन। आप यह जरुर याद रखे कि जब JEE की बात हो रही है तो उसके लिए इंस्टिट्यूट को अलग तरीके से परखे और नीट की बात हो रही है तो अलग। कई बार यह देखने में आता है कि  Overall में कुछ इंस्टिट्यूट ऊपर आ जाते हैं तो कुछ नीचे लेकिन जब इन दोनों एग्जाम के लिए अलग अलग बात हो तो हमें सही तरह से पता चलता है कि कौन किस से बेहतर है।

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आपने सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। इसी के साथ ही हमने आपको सीकर के टॉप 10 कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट (Coaching Institute In Sikar) भी दी है तो वहीं JEE और NEET के लिए अलग अलग से टॉप 5 कोचिंग इंस्टीट्यूट की एक लिस्ट भी दी है। ऐसे में अगर आपको सीकर में JEE की कोचिंग लेनी है तो आप मैट्रिक्स या एलन में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं और वहीं अगर NEET की कोचिंग लेनी है तो उसके लिए मैट्रिक्स या गुरुकृपा में से किसी एक को चुना जा सकता है।

वहीं अगर आप JEE और NEET दोनों के लिए ही टॉप लेवल का कोचिंग इंस्टीट्यूट देख रहे हैं तो उसमें सीकर के मैट्रिक्स इंस्टीट्यूट का नाम सबसे पहले लिया जाता है। ऐसे में आपको ही यह फैसला करना है कि आप किस इंस्टीट्यूट को JEE और NEET की तैयारी करने के लिए चुनते हैं। आप अगर आज सही फैसला लेंगे तो JEE और NEET के एग्जाम को जल्दी और अच्छे नंबरों से पास करने की पोसिबिलिटी उतनी ही बढ़ जाएगी।

सीकर के कोचिंग इंस्टीट्यूट – Related FAQs

प्रश्न: क्या सीकर नीट कोचिंग के लिए अच्छा है?

उत्तर: सीकर नीट की कोचिंग में कोटा को कड़ी टक्कर दे रहा है जहां से हर साल काफी बच्चे नीट को क्लियर कर पाते हैं।

प्रश्न: सीकर में नीट के लिए कौन सी कोचिंग रैंक 1 है?

उत्तर: सीकर में नीट की कोचिंग के लिए मैट्रिक्स नीट डिवीजन को रैंक 1 हासिल है।

प्रश्न: आईआईटी जेईई के लिए सीकर में कौन सी कोचिंग रैंक 1 है?

उत्तर: आईआईटी जेईई के लिए सीकर में मैट्रिक्स जेईई अकैडमी को प्रथम स्थान हासिल है।

प्रश्न: क्या सीकर आईआईटी जेईई के लिए अच्छा है?

उत्तर: सीकर में आईआईटी जेईई के लिए कुछ कोचिंग इंस्टीट्यूट काफी अच्छे हैं जैसे कि मैट्रिक्स जेईई अकैडमी, एलन सीकर, कौटिल्य आईआईटी अकैडमी, पीसीपी सीकर और सीएलसी इत्यादि।

प्रश्न: एलन सीकर या मैट्रिक्स सीकर में से कौन सा बेहतर है?

उत्तर: एलन सीकर या मैट्रिक्स सीकर में से मैट्रिक्स ज्यादा अच्छा है क्योंकि एलन का ध्यान कोटा वाली ब्रांच पर रहता है।

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Gurukripa vs Matrix

सीकर शहर राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश में नीट की कोचिंग देने का हब बनता जा रहा है। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि सीकर शहर में खुले नीट के सैकड़ों इंस्टिट्यूट और वहां पढ़ रहे हजारों लाखों छात्रों का आंकड़ा कह रहा है। हर बढ़ते साल के साथ नीट एग्जाम में सेलेक्ट होने वाले छात्रों का आंकड़ा सीकर शहर में बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम सीकर में नीट कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) के बारे में ही बात करेंगे।

अब वैसे तो सीकर में सैकड़ों इंस्टिट्यूट है लेकिन हर इंस्टिट्यूट तो अच्छा नहीं होता है। उनमें से कुछ अच्छे होते हैं तो कुछ सही सही जबकि उन अच्छों में से कुछ बेस्ट भी होते हैं जिनका पूरे सीकर शहर में ही डंका बजता है। ऐसे में हम आपको सीकर के चुनिंदा बेस्ट इंस्टिट्यूट (Sikar NEET Coaching Institute) के नाम तो बतायेंगे ही, साथ ही यह भी बताएँगे कि आखिरकार क्यों उन इंस्टिट्यूट को ही सीकर के बेस्ट नीट इंस्टिट्यूट में से एक गिना जाता है।

यहाँ आपको सीकर के टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर (Top 10 NEET Coaching in Sikar) के नाम जानने को मिलेंगे और उनमें भी टॉप 5 इंस्टिट्यूट के बारे में विस्तार से जानने को मिलेगा। चलिए बात करते हैं सीकर में नीट कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) के बारे में।

सीकर में नीट कोचिंग

सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेने आने वाले स्टूडेंट्स की संख्या हर साल बढ़ती ही जा रही है। जो शहर पहले सिर्फ JEE IIT की कोचिंग देने के लिए ही लोगों के बीच फेमस था, उसने आज नीट की कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) देने में भी बहुत शानदार काम किया है। अगर हम आज की बात करें तो सीकर शहर से भी लगभग उतने ही स्टूडेंट्स का नीट के एग्जाम में सिलेक्शन हो रहा है, जितने स्टूडेंट्स का कोटा शहर से होता है।

Neet coaching in Sikar

तो सीकर शहर को नीट कोचिंग देने में इतना ऊपर पहुंचाने का जिसनें काम किया है वह है सीकर में खुले सैकड़ों नीट कोचिंग सेंटर्स। अब सिर्फ कोचिंग सेंटर्स खोलने से ही कुछ नहीं हो जाता क्योंकि नीट के कोचिंग सेंटर तो देश के हर शहर और गाँव में हैं। बात तब बनती है जब उन कोचिंग सेंटर्स में स्टूडेंट्स को टॉप लेवल की नीट कोचिंग दी जा रही हो और उसके लिए टॉप लेवल की फैकल्टी भी हायर की गयी हो।

इसी के साथ ही उन नीट कोचिंग सेंटर्स में स्टूडेंट्स को किस किस तरह की फैसिलिटीस और स्टडी करिकुलम दिया जाता है, यह भी बहुत मायने रखता है। इसके अलावा उन कोचिंग सेंटर्स से कितने स्टूडेंट्स का नीट में सिलेक्शन हुआ है और कितने स्टूडेंट्स ने टॉप किया है, यह भी बहुत मायने रखता है। तो ऐसे में सीकर के कुछ चुनिंदा नीट कोचिंग सेंटर (Sikar NEET Coaching Institute) हैं जिन्होंने इनमें से हर फील्ड में टॉप लेवल का काम किया है।

आज हम आपको उन टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट (Top NEET Coaching in Sikar) बतायेंगे जिन्होंने पूरे सीकर शहर में ही धमाल मचाया हुआ है। ताकि जब आप सीकर में नीट की कोचिंग लेने पहुंचे तो आपको अपना कोचिंग सेंटर चुनने में किसी तरह की परेशानी ना हो।

सीकर के टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर

अब यह तो हमने आपको ऊपर ही बता दिया कि सीकर एक ऐसा शहर है जहाँ नीट के एक या दो नहीं बल्कि सैकड़ों कोचिंग सेंटर खुले हुए हैं और यह कोई बड़ी बात नहीं है। एक सामान्य से शहर में भी नीट के 10 से 15 कोचिंग सेंटर खुल जाते हैं लेकिन आपको भी पता होगा कि उनमें से कुछ एक को छोड़कर बाकि कोचिंग सेंटर ज्यादा काम के नहीं होते हैं। ऐसे में सीकर शहर नीट की कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) देने के लिए फेमस इसलिए ही है क्योंकि यहाँ पर सैकड़ों नीट कोचिंग सेंटर में से कम से कम 10 कोचिंग सेंटर ऐसे हैं जो पूरे शहर तो क्या देशभर में प्रसिद्ध है।

सीकर के इन टॉप 10 नीट कोचिंग सेंटर (Top 10 NEET Coaching in Sikar) में से पहले के 5 कोचिंग सेंटर्स का नाम तो राजस्थान सहित पूरे देश में चलता है। ऐसे में आज हम आपके साथ रैंक 1 से लेकर रैंक 10 तक के सीकर टॉप नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट और उनके बारे में बेसिक जानकारी रखेंगे।

  1. मैट्रिक्स नीट डिवीज़न (Matrix NEET Division)
  2. गुरुकृपा सीकर या Gurukripa Career Institute (GCI)
  3. एलन सीकर (Allen Sikar)
  4. पीसीपी सीकर या Prince Career Pioneer
  5. सीएलसी या Career Line Coaching
  6. आयाम करियर अकैडमी (Aayaam Career Academy)
  7. आकाश इंस्टीट्यूट (Aakash Institute)
  8. समर्पण करियर इंस्टीट्यूट (Samarpan Career Institute)
  9. दयाल करियर इंस्टीट्यूट (Dyal Career Institute)
  10. इम्पल्स करियर इंस्टीट्यूट (Impulse Career Institute)

तो यह है सीकर के टॉप नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट (Top NEET Coaching in Sikar) जहाँ आप अपना करियर बनाने और नीट के एग्जाम को जल्द से जल्द पास करने के लिए कोचिंग लेने जा सकते हैं।

इनमें से मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर को सीकर का टॉप लेवल का नीट कोचिंग सेंटर माना जाता है क्योंकि जब से इस कोचिंग सेंटर में नीट की शुरुआत हुई है, तब से ही इसने सीकर के बाकि के नीट कोचिंग सेंटर्स को बहुत तगड़ा कॉम्पिटिशन दिया है। वहीं एलन का नाम तो आप सभी ने सुन रखा होगा जिसकी कोटा वाली ब्रांच पूरे देश में प्रसिद्ध है। तो चलिए एक एक करके सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर के बारे में जरुरी जानकारी ले लेते हैं।

  • मैट्रिक्स नीट डिवीजन – सीकर का टॉप नीट कोचिंग सेंटर

ऊपर दी गयी लिस्ट में से Matrix NEET Division को सीकर का टॉप नीट कोचिंग सेंटर बताया गया है। इसके पीछे एक नहीं बल्कि कई कारण हैं। दरअसल मैट्रिक्स अकैडमी सीकर की जानीमानी अकैडमी है जिसके सीकर में स्कूल से लेकर JEE की तैयारी करवाने के कोचिंग सेंटर हैं। तो यहाँ पर JEE की तैयारी तो बहुत पहले से ही करवायी जा रही थी और नीट की तैयारी साल 2022 से ही शुरू की गयी है।

आमतौर पर जब कोई इंस्टीट्यूट नीट की कोचिंग देना शुरू करता है तो उनके यहाँ के पहले बैच से 20 से 30 स्टूडेंट ही नीट की परीक्षा में सेलेक्ट हो पाते (Top NEET coaching in Sikar) हैं लेकिन साल 2023 के NEET UG रिजल्ट में मैट्रिक्स नीट डिवीजन के 200 से भी अधिक स्टूडेंट्स ने नीट एग्जाम को पास कर एक नया कीर्तिमान रच दिया है। यह बात अपने आप में ही किसी कोचिंग सेंटर के लिए एक बड़ी उपलब्धि के बराबर है।

अब जब हमने इसके बारे में और रिसर्च की तो पता चला कि मैट्रिक्स के स्कूल में क्लास छठी से ही बच्चों को नीट की तैयारी करवानी शुरू कर दी जाती है जिसे प्री फाउंडेशन कोर्स का नाम दिया गया है। इसी के साथ ही मैट्रिक्स ने अपनी JEE वाली ब्रांच से बहुत कुछ सीखा और नीट की कोचिंग देने के लिए देश की जानी मानी और टॉप नीट फैकल्टी को हायर किया। इसी का रिजल्ट है कि यह अकैडमी पहले साल में ही सीकर शहर में नीट की कोचिंग (NEET Coaching In Sikar) देने वाली टॉप अकैडमी बन गयी है।

  • गुरुकृपा करियर इंस्टीट्यूट – सीकर का नंबर 2 नीट इंस्टीट्यूट

साल 2022 से पहले तक अर्थात जब से मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर ने अपनी नीट की ब्रांच नहीं खोली थी, तब तक गुरुकृपा (Gurukripa Career Institute) इस लिस्ट में टॉप पर होता था या कभी कभार एलन सीकर टॉप पर आ जाता था। हालाँकि मैट्रिक्स से पहले तो सीकर के नंबर एक नीट इंस्टीट्यूट पर एक तरह से गुरुकृपा करियर इंस्टीट्यूट या जीसीआई का ही दबदबा था जो कितने सालों के बाद अब जाकर टूटा है।

जब से मैट्रिक्स नीट डिवीजन खुला है तब से ही गुरुकृपा का पूरे सीकर शहर में जो दबदबा था, वह खत्म सा हो गया है। ऐसे में GCI आज के समय में सीकर का नंबर दो नीट कोचिंग सेंटर बनकर रह गया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यहाँ नीट की कोचिंग देने में किसी तरह की कमी आयी है। आज भी गुरुकृपा में नीट की बहुत बढ़िया कोचिंग दी जाती है और इसी कारण ही यह सीकर के टॉप लेवल के नीट कोचिंग सेंटर (Sikar NEET Coaching Institute) में से एक बना हुआ है।

  • एलन सीकर – सीकर का नंबर 3 नीट कोचिंग सेंटर

सीकर शहर के बेस्ट लेवल के नीट कोचिंग सेंटर की बात हो रही है तो कुछ साल पहले तक एलन (Allen Sikar) इस लिस्ट में टॉप पर था लेकिन जबसे मैट्रिक्स ने अपनी नीट की ब्रांच खोली है और गुरुकृपा ने जो तैयारी की है, उसके बाद तो एलन भी खिसकर तीसरे पायदान पर आ गया है। हालाँकि एलन भी किसी मामले में अन्य नीट कोचिंग सेंटर से कम नहीं है और यही कारण है कि इसका सिक्का पूरे देशभर में चलता है।

फिर भी एलन सीकर में तीसरे नंबर पर इसलिए है क्योंकि एलन इंस्टीट्यूट के द्वारा अपनी कोटा वाली ब्रांच पर ज्यादा फोकस रखा जाता है, ना कि सीकर वाली ब्रांच पर। वैसे तो एलन सीकर में भी सभी तरह की वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी है लेकिन मैट्रिक्स और गुरुकृपा ने उससे ज्यादा मजबूत तैयारी कर रखी है। ऐसे में आप मैट्रिक्स और गुरुकृपा के बाद सीकर के नंबर तीन नीट कोचिंग सेंटर की बात करते हैं तो उसमें एलन सीकर का ही नाम आता है।

  • प्रिंस करियर इंस्टीट्यूट – नंबर 4 नीट कोचिंग सेंटर इन सीकर

अब अगर आप सीकर में या उसके आसपास के किसी शहर में रहते हैं तो आपने मैट्रिक्स के साथ साथ प्रिंस इंस्टिट्यूट (Prince Career Pioneer) का नाम भी बहुत बार सुन रखा होगा। वह इसलिए क्योंकि जिस तरह से मैट्रिक्स के सीकर शहर में स्कूल से लेकर JEE और नीट के कोचिंग सेंटर हैं, उसी तरह प्रिंस अकैडमी भी यह सभी सुविधाएँ देता है। वहां भी बच्चों को प्री फाउंडेशन कोर्स करवाया जाता है और बाकि सभी तरह की फैसिलिटी दी जाती है।

हालाँकि अगर नीट की बेस्ट कोचिंग देने की बात आती है तो PCP Sikar उसमें ना केवल मैट्रिक्स से बल्कि गुरुकृपा और एलन से भी पिछड़ जाता है। यही कारण है कि पिछले कई सालों से प्रिंस या पीसीपी का नाम सीकर के नंबर 4 वाले नीट कोचिंग सेंटर में बना हुआ है। अगर इसे सीकर के टॉप 3 नीट कोचिंग सेंटर (Top NEET coaching in Sikar) में आना है तो अभी बहुत मेहनत किये जाने की जरुरत है।

  • करियर लाइन कोचिंग – नंबर 5 सीकर नीट कोचिंग सेंटर

सीकर के टॉप 5 नीट कोचिंग सेंटर की लिस्ट में सीएलसी या Career Line Coaching सेंटर का नाम आखिरी और पांचवीं पोजीशन पर आता है। एक समय में तो यह तीसरे से चौथे स्थान पर आया करता था लेकिन अब इसका स्थान पांचवां बना हुआ है। यहाँ भी स्टूडेंट्स को सभी तरह की फैसिलिटी दी जाती है लेकिन नीट को पढ़ाने वाली फैकल्टी उस लेवल की नहीं है, जितनी की बाकी के 4 कोचिंग सेंटर्स की है।

अब सीएलसी (CLC Sikar) में फैसिलिटी तो सभी तरह की दी जा रही है लेकिन जब फैकल्टी ही टॉप लेवल की नहीं है तो स्टूडेंट्स नीट की कोचिंग लेने में पिछड़ जाते हैं। अब आप यह मत समझे कि यहाँ की फैकल्टी उतनी अच्छी नहीं है बल्कि यहाँ की नीट फैकल्टी भी बहुत अच्छी है लेकिन अगर आप इसे ऊपर के 4 टॉप इंस्टिट्यूट से compare करेंगे तो वह इतनी अच्छी नहीं मानी जाती है। ऐसे में सीएलसी कोचिंग सेंटर सीकर में नीट के बाकि कोचिंग सेंटर से तो बेस्ट है लेकिन इसे अभी ऊपर के 4 कोचिंग सेंटर से टक्कर लेने में बहुत मेहनत करने की जरुरत है।

सीकर नीट के कोचिंग सेंटर का सक्सेस रेट

इस आर्टिकल को पढ़कर आपने सीकर के टॉप लेवल के कोचिंग सेंटर्स के बारे में बहुत कुछ जान तो लिया है लेकिन अभी भी एक और जरुरी बात जाननी रह गयी है। वह जरुरी चीज़ है इन टॉप 5 इंस्टिट्यूट का सक्सेस रेट। कहने का मतलब यह हुआ कि वहां जितने स्टूडेंट नीट की कोचिंग ले रहे हैं, उनके परसेंट में सफल होने वाले स्टूडेंट्स का रेट कितना होता है। इसे हम सक्सेस रेट के नाम से जानते हैं।

उदाहरण के तौर पर अगर मैट्रिक्स में 100 स्टूडेंट नीट की कोचिंग ले रहे हैं और 35 स्टूडेंट नीट एग्जाम में पास हो जाते हैं तो मैट्रिक्स का सक्सेस रेट 35 परसेंट है। वही किसी दूसरे इंस्टिट्यूट में 200 स्टूडेंट पढ़ रहे हैं और 40 बच्चे पास होते हैं तो उसका सक्सेस रेट 20 परसेंट है। ऐसे में आपके लिए यह सक्सेस रेट बहुत मायने रखता है क्योंकि किसी इंस्टिट्यूट को बेस्ट यही बनाता है।

  • मैट्रिक्स कोचिंग सेंटर का सक्सेस रेट आमतौर पर 40 परसेंट रहता है क्योंकि इसके पहले बैच के लगभग 40 परसेंट बच्चों का नीट के एग्जाम में सिलेक्शन हो गया है।
  • मैट्रिक्स के लिए यह अपने आप में ही एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी जिस कारण हमने इसे सीकर के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट की लिस्ट में पहले नंबर पर रखा है।
  • गुरुकृपा का सक्सेस रेट 30 परसेंट है तो वहीं एलन के सक्सेस रेट के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। वह इसलिए क्योंकि एलन इंस्टीट्यूट अपनी सभी ब्रांच के रिजल्ट को एक साथ मिलाकर दिखाता है।
  • वहीं अगर हम प्रिंस और करियर लाइन कोचिंग सेंटर की बात करें तो उनका सक्सेस रेट क्रमशः 20 व 15 परसेंट के आसपास रहता है।
  • इसी तरह से बाकि इंस्टीट्यूट का सक्सेस रेट भी उनकी रैंकिंग के साथ नीचे गिरता चला जाता है। हालाँकि किसी किसी साल के लिए यह सक्सेस रेट कम या ज्यादा भी हो सकता है लेकिन हमने आपको ओवरऑल सक्सेस रेट के बारे में यहाँ बताया है।

हमने आपको सक्सेस रेट के बारे में इसलिए बताया क्योंकि कोई कोई इंस्टिट्यूट अपने यहाँ भर भर के स्टूडेंट ले लेता है। अब किसी इंस्टिट्यूट में एक हज़ार स्टूडेंट नीट की तैयारी करते हैं और 100 सेलेक्ट हो जाते हैं तो भी उस इंस्टिट्यूट को उससे नीचे ही माना जाएगा जहाँ के कुल 100 स्टूडेंट में से 40 बच्चे सेलेक्ट हो रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि पहले वाले का सक्सेस रेट बस 10 परसेंट रहा जबकि दूसरे वाले का 40 परसेंट था।

निष्कर्ष

इस तरह से आज के इस आर्टिकल को पढ़कर आप सभी ने ही यह जान लिया है कि अगर आपको सीकर में नीट की कोचिंग लेनी है और उसके लिए किसी बेस्ट कोचिंग सेंटर का चुनाव करना है तो आपके लिए सबसे बढ़िया नीट कोचिंग सेंटर कौन से रहने वाले हैं। अब अगर आप अपने लिए सीकर के बेस्ट नीट कोचिंग इंस्टिट्यूट (NEET Coaching In Sikar) देख रहे हैं तो आपको बिना कुछ सोचे समझे मैट्रिक्स नीट डिवीजन में एडमिशन ले लेना चाहिए। वहीं अगर आप अपने बच्चे के लिए नीट कोचिंग का पता लगाने यहाँ आये हैं तो आप उसे मैट्रिक्स अकैडमी की वेबसाइट या कोचिंग सेंटर विजिट करने को कहें।

मैट्रिक्स के अलावा आप चाहे तो गुरुकृपा या फिर एलन में भी जाकर पता कर सकते हैं। इस बात को आपको ही देखना होगा कि आप अपने लिए या अपने बच्चों के लिए किस तरह का भविष्य देखते हैं और उसका यह भविष्य कौन सा इंस्टिट्यूट जल्दी बना सकता है। इस बात का हमेशा ध्यान रखियेगा कि सही समय पर लिया गया सही निर्णय आपका करियर और भविष्य दोनों ही बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।

सीकर में नीट कोचिंग – Related FAQs

प्रश्न: सीकर में नीट के लिए कौन सी कोचिंग सबसे अच्छी है?

उत्तर: सीकर में नीट के लिए मैट्रिक्स नीट डिवीजन के द्वारा दी गई कोचिंग सबसे अच्छी कोचिंग मानी जाती है।

प्रश्न: क्या एलन सीकर नीट के लिए अच्छा है?

उत्तर: एलन सीकर नीट के लिए सीकर में तीसरे स्थान पर आता है।

प्रश्न: एलन कोटा या एलन सीकर में से कौन बेहतर है?

उत्तर: एलन कोटा एलन सीकर से बेहतर है और एलन के द्वारा अपनी कोटा वाली ब्रांच पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।