बोर्ड परीक्षाएँ हर छात्र और उनके माता-पिता के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव हैं। यह न केवल शैक्षणिक सफलता का मापदंड है, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने में भी अहम भूमिका निभाती है। इन परीक्षाओ से बच्चे के सुनहरे भविष्य की नींव निर्धारित होती है इसलिए हर अभिभावक का सपना होता है, कि उनका बच्चा बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करे और 90% से अधिक अंक प्राप्त करे। लेकिन इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए केवल मेहनत ही काफी नहीं, बल्कि सही दिशा, रणनीति और समर्थन की भी आवश्यकता होती है। 

यहाँ हम आपको उन प्रभावी तरीकों और सकारात्मक सुझावों के बारे में बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप अपने बच्चे को बोर्ड परीक्षा में सफलता (90% से अधिक अंक) प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं। चाहे बात समय प्रबंधन की हो,पढ़ाई की तकनीकों की हो या भावनात्मक समर्थन की हम हर पहलू को कवर करेंगे ताकि आपका बच्चा आत्मविश्वास के साथ अपनी मंजिल तक पहुंच सके। 

1. अपनी भूमिका को समझें

अपने बच्चे को बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने में सहायता करने के लिए सबसे जरुरी चीज हैं अभिभावक अपनी भूमिका को समझें। यह हम आपको इसलिए बता रहें हैं क्योकि हमने पिछले वर्षो के Matrix High School और अन्य स्कूलों के Toppers एवं उनके अभिभावकों से हुई बातचीत में पाया की जिन बच्चों ने बोर्ड परीक्षाओं में Top किया हैं उनके माता पिता और सहयोगियों ने उनके लिए एक सकारात्मक माहौल बनाया, उनकी पढाई में वो अभिभावक भी उतने ही जागरूक रहें जितने खुद बच्चे रहें हैं। 

अनुभवी विशेषज्ञ भी बताते हैं कि अभिभावकों का सकारात्मक योगदान बच्चे की सफलता को 30-40% तक बढ़ा सकता है। लेकिन याद रखें, दबाव न डालें, प्रोत्साहन दें। इसके लिए आप निम्न तरीके अपनाकर अपनी भूमिका अदा कर सकतें हैं।

अध्यापकों से संपर्क

इसके बारे में हमें सीकर की प्रसिद्ध स्कुल Matrix High School की प्रिंसिपल श्रीमती राजश्री सिहाग ने बताया की अभिभावकों को PTM (parents Teacher Meeting) में नियमित रूप से भाग लेना चाहिए ताकि वे बच्चे के शिक्षकों से नियमित रूप से सम्पर्क में रहें। इससे उन्हें समय पर बच्चे की प्रगति के बारें में जानकारी मिलती हैं। उन्होंने बताया की बच्चों की सफलता के लिए अभिभावकों को जागरूक रहना चाहिए।और उन्हें बच्चे के लिए एक सहयोगी की भूमिका निभानी चाहिए। 

तुलना न करें

कई अभिभावक अपने बच्चो की वास्तविक क्षमता जाने बिना जाने अनजाने में अन्य बच्चों से तुलना कर देते हैं। ऐसा करने पर बच्चों में आत्मविश्वास की कमी आ सकती हैं। अभिभावकों को इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दौर में अपने बच्चे को सकारात्मक उदाहरण देकर पढाई के साथ सीखने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। 

आपका विश्वास

बोर्ड परीक्षाओ के विषेशज्ञों और सीकर के प्रसिद्ध शिक्षकों ने इस बात पर विशेष जोर दिया हैं कि अभिभावकों को बच्चे के परिणामों के प्रति विश्वास रखना  चाहिए। इससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता हैं उन्हें बोर्ड परीक्षाओं का दबाव महसूस नहीं होता हैं और वे आपको अपना सहयोगी मानकर अपने प्रयासों को दोगुना करते हैं तथा लक्ष्य के प्रति अग्रसर होते हैं। 

2. एक सकारात्मक और सहायक माहौल बनाएं

बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को लगातार पढाई के साथ सबसे ज्यादा जरूरत जिसकी होती है वह है “सकारात्मक एवं सहायक माहौल का मिलना”। इसके लिए अभिभावकों को निम्न बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि बच्चा Board Exams को टॉप करके अपने सुनहरे भविष्य की नींव रख सके। 

घर का वातावरण

अभिभावकों को अपने बच्चो के लिए पढाई को एक बोझ की तरह न दिखाकर उसे सीखने की प्रक्रिया के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए ताकि बच्चा सीखने के लिए आतुर हो। 

घर में पढ़ाई के समय शांति बनाए रखें ताकि बच्चा बिना किसी रुकावट के ध्यान केंद्रित कर सके। बच्चे के प्रयासों की सराहना करें, भले ही परिणाम तुरंत न दिखे। उनकी छोटी-छोटी सफलताओं का जश्न मनाएं।

3. पढ़ाई की सही रणनीति बनाने में मदद करें

हम जानते हैं कि बोर्ड परीक्षा के अंक बच्चे का भविष्य निर्धारित करते हैं इसलिए बच्चे भी इसे गंभीरता से लेते हैं और उन पर पढाई करने का अतिरिक्त दबाव बढ़ जाता हैं। सीकर की विख्यात स्कूल मैट्रिक्स हाई स्कूल के विशेषज्ञ इस पर विशेष ध्यान देते हैं। वे बच्चो के मानसिक विकास को ध्यान में रखकर प्रत्येक बच्चे के लिए एक अलग Time टेबल बनाने में बच्चों और अभिभावकों का सहयोग करते हैं। यह प्रयास सीकर की अन्य स्कूलें भी कर रही हैं। जो बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले बच्चों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है। अभिभावकों को बच्चे की समय सारणी का स्वयं भी अवलोकन करना चाहिए। 

समय सारणी (Time Table)

  • आसान योजना: बच्चे की क्षमता और स्कूल के समय को ध्यान में रखते हुए एक ऐसी समय सारणी बनाने में मदद करें जिसके अनुसार बच्चा वास्तव में पढाई कर सके। समय सारणी कभी भी ऐसी नहीं बनाये जो बच्चे को कठिन लगे।
  • विषयों का संतुलन: अभिभावक बच्चे के लिए समय सारणी (Time Table) बनाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखे कि सभी विषयों को पर्याप्त समय मिलें। हर विषय के लिए शुरूआती 2 से 4 महीनो के लिए 80-85% का लक्ष्य निर्धारित करें और उसी अनुरूप समय सारणी (Time Table) बनाएं।
  • ब्रेक का महत्व: पढ़ाई के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक अवश्य शामिल करें ताकि बच्चा तरोताजा महसूस करे और पुनः पढाई के लिए बैठे तो एक नई ऊर्जा से पढ़ने के लिए बैठे।

अध्ययन सामग्री (Study Material)

बोर्ड परीक्षाओं के लिए जितना जरुरी लगातार पढ़ना हैं उससे भी ज्यादा जरुरी हैं कि बच्चे कौनसी अध्ययन सामग्री पढ़ें? इसके लिए अभिभावकों को  जागरूक होकर ऐसी स्कूल का चयन करना चाहिए जो बच्चों के लिए अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाने में अग्रणी हो। हमें पिछले वर्षों के टॉपर बच्चों ने बताया हैं कि यहाँ सीकर के स्कूल पेपर पैटर्न को ध्यान में रखकर खुद के मॉड्यूल्स बच्चों को उपलब्ध करवाते हैं जिससे हमें काफी मदद मिली और आसानी से बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने में सफलता मिली। 

सीकर की मैट्रिक्स हाई स्कूल तो बोर्ड परीक्षाओं के लिए उच्च गुणवत्ता की अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाने के साथ साथ IIT JEE और NEET UG की सामग्री भी उपलब्ध करवाती हैं जिससे बच्चे की आगे की पढाई के लिए नींव मजबूत हो जाती हैं। अभिभावक और बच्चे बोर्ड परीक्षाओं के लिए निम्न अध्ययन सामग्री का होना सुनिश्चित करना न भूलें। 

प्राथमिकतासामग्री प्रकारमहत्व
1NCERT Book’sमूलभूत अवधारणाएं और परीक्षा पैटर्न
2Sample Papersपरीक्षा पैटर्न और प्रश्न प्रकार की समझ
3Previous Year Papersमहत्वपूर्ण टॉपिक्स और अंक वितरण
4Reference Book’sगहन समझ और अतिरिक्त अभ्यास

Note:- NCERT की किताबें बोर्ड परीक्षा की आधारशिला हैं। इन्हें पूरी तरह समझने के बाद ही अन्य सन्दर्भ पुस्तकों का सहारा ले।

नोट्स बनाना: 

आप बच्चे को महत्वपूर्ण विषयों के सरल नोट्स (Short Notes) बनाने के लिए प्रेरित करें ये Short Notes बच्चों को परीक्षा के समय दोहराव (Revision) करने में काफी मददगार साबित होते हैं।

4. दोहराव (Revision) और अभ्यास का महत्व

बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए दोहराव (Revision ) और अभ्यास (Practice) आत्मविश्वास बढ़ाने, अवधारणाओं (Concepts ) को मजबूत करने और परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। दोहराव और अभ्यास से छात्र विषय की गहरी समझ विकसित करते हैं, लिखने की गति में सुधार करते है। और परीक्षा के पैटर्न से परिचित होते हैं, जिससे वे परीक्षा में शांत और आत्मविश्वासी बने रहते हैं। इसके लिए अभिभावक निम्न तरीकों को अपना सकते हैं।

नियमित दोहराव

अभिभावक अपने बच्चे के बोर्ड परीक्षाओं में प्रदर्शन को बेहतर करने और 90 % से अधिक अंक सुनिश्चित करने के लिए बच्चे की स्कूल से साप्ताहिक एवं मासिक Revision Schedule बनवा सकते हैं। इससे बच्चे को काफी मदद मिलेगी। रिवीजन शेडूअल बनवाते समय यह जरूर ध्यान रखें की सभी विषयों के लिए उचित समय रखा गया हैं की नहीं। क्योकि बोर्ड परीक्षाओं में सभी विषयों का अंक भार समान होता है। कई बार बच्चे रिवीजन शेडूअल बनाते समय अपने पसंदीदा विषय को अधिक समय दे देते हैं तो इसकी जाँच अभिभावकों को जरूर करनी चाहिए। 

लिखावट पर ध्यान दें

अभिभावक अपने बच्चे के लिए 90% से अधिक अंक प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है यह कोई आसान काम नहीं है। एक भी अंक 89.9% और 90% में बहुत बड़ा अंतर ला सकता है,आप समझ रहें होंगे? इसलिए बोर्ड परीक्षा की तैयारी करते समय हर गतिविधि मायने रखती हैं। अगर आपके बच्चे की लिखावट अच्छी नहीं है तो उस पर काम करे। इस बारे में बच्चे के शिक्षकों से भी सलाह लें। वे आपको इस बारे में सबसे अच्छी जानकारी देंगे क्योंकि उनको उत्तर पुस्तिका जाँचने का अनुभव है। बच्चे द्वारा उत्तर पुस्तिका में महत्वपूर्ण वाक्यांशों को रेखांकित (Underline) करना, गणित के मामले में उत्तर के चारों ओर बॉक्स बनाना,आदि वे कार्य जिनसे उत्तर पुस्तिका साफ एवं स्वच्छ दिखाई देती हैं करने के लिए बच्चे को प्रोत्साहित करें। 

मासिक अभ्यास

महीने के अंत में सभी पढ़े हुए विषयों का एक संक्षिप्त अभ्यास करने के लिए प्रेरित करें। ऐसा करने पर बच्चे की उपलब्धियों के लिए ख़ुशी मनाइये जिससे बच्चें में और अधिक पढ़ने का Motivation आये। 

गलतियों से सीखें

Mock Test (अभ्यास ) के बाद गलत हुए प्रश्नो को दोबारा हल करवाए। अभ्यास में कमजोर Topics को चिन्हित करके बच्चे को अतिरिक्त मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। 

पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र (Previous Year Question Papers)

पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने से परीक्षा के पैटर्न और महत्वपूर्ण प्रश्नों का अंदाजा लगता है।

समय प्रबंधन (Time Management)

समय प्रबंधन के लिए मॉडल पेपर (Model Paper) हल करवाने चाहिए, इससे बच्चे की लिखने की गति (Writing Speed ) बढ़ती है।और परीक्षा के दिन समय पर पेपर पूरा करने में मदद मिलती हैं। 

5. स्वास्थ्य और पोषण का ध्यान रखें

बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले बच्चों के लिए स्वास्थ्य और पोषण सबसे कठिन और तनावपूर्ण समस्याओं में से एक हैं। परीक्षा की तैयारी करने वाले दिनों से लेकर परीक्षा के दिन तक स्वास्थ्य एवं पोषण का महत्वपूर्ण योगदान होता हैं। 

चूँकि परीक्षा के दिनों में तनाव सबसे ज्यादा प्रभावी होता है, इसलिए छात्रों को अक्सर मतली और उल्टी जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है। इन अवांछित स्थितियों को उत्पन्न होने से रोकने के लिए बच्चों को बाहरी चीजें खाने के लिए नहीं दी जानी चाहिए। यहां हम बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए पर्याप्त नींद, नियमित व्यायाम, संतुलित पोषण युक्त आहार और पानी के पर्याप्त सेवन जैसे सुझावों के बारे मे बात करेंगे। 

शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य (Physical And Mental Health)

  • खुलकर बातचीत करें: अपने बच्चे की चिंताओं और पढाई में आने वाली कठिनाइयों के सरल समाधान खोजने में मदद करें। बातचीत के माध्यम से उसका सहारा बने। छोटी छोटी असफलताओ से सीखने के लिए प्रेरित करें। 
  • पर्याप्त नींद: सुनिश्चित करें कि बच्चा हर रात 7-8 घंटे की नींद ले। नींद की कमी याददाश्त और एकाग्रता को प्रभावित करती है।
  • नियमित व्यायाम: रोज हल्की-फुल्की कसरत एवं खेलकूद प्रतियोगिताओ में भाग लेने से बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य मजबूत होता हैं। 
  • स्क्रीन टाइम कम करें: मोबाइल, टीवी और अन्य डिजिटल उपकरणों के अत्यधिक उपयोग पढ़ाई से बच्चों का पढाई से ध्यान भटक सकता है।

स्वस्थ आदतों के लिए प्रोत्साहित करें

अभिभावकों को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहें बच्चों को स्वस्थ आदतों के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। मनोवैज्ञानिकों का मानना हैं कि बच्चों के लिए व्यायाम (योग) और शारीरिक गतिविधियां (हल्की फुल्की कसरत या टहलना) अत्यंत आवश्यक हैं क्योंकि इससे उनमें एक नई ऊर्जा का संचार होता हैं। योग करने से मानसिक स्वास्थ्य मजबूत बनता है जिससे उन्हें बोर्ड परीक्षाओ के दबाव को कम करने में मदद मिलती हैं। प्रसिद्ध आहार विषेशज्ञों का मानना हैं पढाई करने वाले बच्चों को घर का तजा बना पोषणयुक्त भोजन करना चाहिए। अभिभावक बच्चे को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें, उचित मात्रा में पानी पीने से बच्चे को एंजायटी और डिहाइड्रेशन जैसी समस्यांए नहीं होगी। 

6. परीक्षा के दिन के लिए तैयारी

बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले बच्चों के लिए ये सबसे निर्णायक दिन होता है। इस दिन के लिए बच्चे और अभिभावक सालभर तैयारी करते हैं इसलिए इस दिन किसी भी प्रकार की गलती न हो एवं मानसिक परेशानियों से बचने के लिए आपको निम्न तैयारियां पहले ही कर लेनी चाहिए। 

जरूरी सामान

परीक्षा से पहले ही पेन, पेंसिल, एडमिट कार्ड जैसी सभी जरूरी चीजें एक जगह रख लें।

समय पर पहुंचें

अभिभावक परीक्षा के दिन बच्चे को परीक्षा शुरू होने से पहले पहुंचने के लिए मदद करें, उस समय बच्चे को आपका साथ मिलना अत्यंत जरुरी हैं इससे बच्चे के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी जो परीक्षा के दबाव को कम करने में मदद करेगा। 

शांत रहने के लिए प्रोत्साहित करें

परीक्षा के दिन बच्चे पर अतिरिक्त दबाव न डालें। ऐसा करने पर बच्चे का प्रदर्शन खराब हो सकता हैं। इसलिए उसे शांत रहने के लिए प्रोत्साहित करें।

निष्कर्ष

90% से अधिक अंक प्राप्त करना एक लक्ष्य है लेकिन बच्चे का सर्वांगीण विकास और उसका आत्मविश्वास सर्वोपरि है। यह केवल रटने का खेल नहीं हैं। यह नियमितता,सही रणनीति ,मेहनत और मानसिक संतुलन का साझा प्रयास है। आपका सहयोग और मार्गदर्शन आपके बच्चे के लिए सबसे बड़ी ताकत बन सकता है। उस पर विश्ववास रखें और सकारात्मक रहें। उपरोक्त सरल सुझावों का पालन करके, आप निश्चित रूप से अपने बच्चे को उसकी शैक्षणिक यात्रा में सफल होने में मदद कर सकते हैं।

बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए बच्चे में आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं?

बच्चे के छोटे – छोटे प्रयासों की प्रशंसा करें और असफलताओ को सीखने का अवसर बताये। नियमित Practice Test और Previous Year Question Papers (पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों ) से अभ्यास करवाएं ताकि वे परीक्षा के माहौल से परिचित हों। सकारात्मक दृष्टिकोण बनाएं रखने के लिए आस पास के सफल विद्यार्थियों के उदहारण साझा करें।

बोर्ड परीक्षा के लिए प्रभावी Time Table कैसे बनाएं जो बच्चे की दिनचर्या (Daily Routine) के अनुसार हो?

अपने बच्चे की दिनचर्या, रुचियों, और ऊर्जा स्तर को ध्यान में रखकर Time Table बनाएं। सुबह या शाम के समय को कठिन विषयों के लिए रखें जब बच्चा सबसे अधिक सतर्क एवं ऊर्जावान हो। प्रत्येक विषय के लिए समान समय तय करें और दोहराव (Revision) के लिए पर्याप्त समय रखें।

बच्चे की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग कैसे करें?

विश्वसनीय प्लेटफॉर्म जैसे NCERT वेबसाइट का उपयोग करें। YouTube पर Matrix High School के चैनल चुनें जहां से आप Smart Study कर सकें। यह जरूर सुनिश्चित करें कि बच्चा इन संसाधनों का उपयोग टाइमटेबल के अनुसार करता हो।

बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक लाने के लिए दोहराव (Revision) की क्या रणनीति अपनाएं?

दोहराव (Revision) के लिए एक चरणबद्ध योजना बनाएं: पहले पूरे पाठ्यक्रम (Syllabus) को पूरा करें, फिर महत्वपूर्ण पाठों (Topics) पर ध्यान दें। नोट्स,फ्लैशकार्ड्स,और माइंड मैप्स का उपयोग करें। अंतिम सप्ताह में केवल अधिक अंक भार पाठों (High Weight Topics) और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों (Previous Year Question Papers) पर ध्यान दें।

बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक लाने के लिए रोज़ कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

हर छात्र की पढ़ने और सीखने की गति अलग होती है, लेकिन औसतन रोज़ 6-8 घंटे की शांत एवं एकाग्रचित होकर की गई पढाई काफी होती है,जिसमें दोहराव (Revision) और टेस्ट प्रैक्टिस शामिल हो।

नमस्कार, जिज्ञासु विद्यार्थियों! अगर आप भी इंजीनियरिंग की ऊंचाइयों को छूने का सपना देख रहे हैं? तो IIT JEE 2026 आपका अगला बड़ा कदम हो सकता है। JEE Main और JEE Advanced के माध्यम से आप IITs, NITs, IIITs जैसे भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन सफलता की राह में पहला पड़ाव है पात्रता मानदंडों (Eligibility Criteria) को समझना।

यह ब्लॉग आर्टिकल विशेष रूप से JEE 2026 के लिए तैयार किया गया है, जिसमें आयु सीमा, कक्षा 12वीं के अंकों की आवश्यकता, प्रयासों की संख्या, कक्षा 12 वीं में IIT JEE के लिए विषयों की आवश्यकता और अन्य महत्वपूर्ण नियम शामिल हैं। इन नियमों की जानकारी IIT JEE 2026 की तैयारी कर रहे छात्रों को तो होनी ही चाहिए इसके अलावा उन अभिभावकों के लिए भी ये जानकारियां आवश्यक रूप से उपयोगी होगी जो अपने बच्चों को एक प्रतिष्ठित IIT से उत्तीर्ण इंजीनियर बनाने का सपना देख रहें हैं। तो चलिए विस्तृत विवरण निम्न रूप से देखते हैं।

IIT JEE परीक्षा 2026 पात्रता मानदंड – मुख्य बातें

परीक्षा का नाम संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (JEE Main)
संचालन निकाय राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA)
उद्देश्य NIT, IIIT और CFTI का प्रवेश द्वार; JEE Advanced के लिए पात्रता परीक्षा
वर्ग राष्ट्रीय स्तर की स्नातक (UG) परीक्षा
परीक्षा का स्तर राष्ट्रीय की कठिन परीक्षाओ में से एक 
सत्रों की संख्या

पहला सत्र : 21 जनवरी से 30 जनवरी 2026 

दूसरा सत्र : 1 अप्रैल 2026 से 10 अप्रैल 2026 

परीक्षा का तरीका पेपर 1 (B.E/B.Tech) – कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) 

पेपर 2A (B.Arch) – कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) ड्राइंग टेस्ट को छोड़कर

 पेपर 2B (B.Plan) – कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT)

आवेदन का तरीका ऑनलाइन : अक्टुंबर 2025 के चौथे सप्ताह से शुरू (4th week of October 2025)
आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.nic.in और nta.ac.in

JEE Main 2026 के लिए परीक्षा मानदंड

IIT JEE 2026 के उम्मीदवारों को निम्नलिखित परीक्षाओं में से एक परीक्षा पास की हुई होनी चाहिए। 

  •  10+2 प्रणाली की अंतिम परीक्षा यानि भारत के किसी मान्यता प्राप्त केंद्रीय/राज्य बोर्डों जैसे CBSE,RBSE द्वारा उमीदवार का 12 वीं पास किया हुआ होना।
  •  किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड/विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट या दो वर्षीय प्री-यूनिवर्सिटी परीक्षा।
  •  राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के संयुक्त सेवा विंग के दो वर्षीय पाठ्यक्रम की अंतिम परीक्षा।
  •  राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परीक्षा, जिसमें न्यूनतम पांच विषय हों।
  •  भारत या विदेश में किसी भी पब्लिक स्कूल/बोर्ड/विश्वविद्यालय की परीक्षा जिसे भारतीय विश्वविद्यालय संघ (AIEU ) द्वारा 10+2 प्रणाली के समकक्ष मान्यता प्राप्त हो।
  •  अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE ) या राज्य तकनीकी शिक्षा बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त डिप्लोमा जिसकी अवधि कम से कम तीन वर्ष हो।
  •  कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा या जिनेवा स्थित इंटरनेशनल बैकलॉरिएट ऑफिस का इंटरनेशनल बैकलॉरियंट डिप्लोमा।

इन सभी पात्रताओं के अलावा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा तय की गई पात्रताओं को पूरा कर IIT JEE 2026 के लिए योग्य हो सकते हैं।

IIT JEE 2026 के लिए राष्ट्रीयता की आवश्यकता

IIT JEE 2026 के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास भारतीय नागरिकता होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त विदेशी नागरिक, साथ ही प्रवासी भारतीय नागरिक जो काम करने के लिए विदेश में रहते हो (NRI),भारतीय मूल के व्यक्ति जिन्होंने विदेश की नागरिकता ले ली हो (PIO) और भारत के प्रवासी नागरिक (OCI) भी आवेदन करने के पात्र हैं।

IIT JEE 2026 पात्रता मानदंड में आयु सीमा

IIT JEE Main 2026 में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों के लिए कोई विशिष्ट आयु सीमा नहीं है। वे व्यक्ति जिन्होंने 2024, 2025 में अपनी कक्षा 12 या समकक्ष परीक्षा सफलतापूर्वक पूरी कर ली है,या वर्तमान में नामांकित हैं और 2026 में इसे पूरा करने के लिए तैयार हैं, उनकी उम्र चाहे जो भी हो, वे JEE Main 2026 परीक्षा में भाग लेने के लिए पात्र हैं।

हालाँकि JEE Main 2026 के टॉप 250000 (ढाई लाख उम्मीदवार ) JEE Advanced 2026 के लिए पात्र होंगे, उनके लिए निम्न आयु सीमा के प्रावधान लागु होंगे

  • सामान्य वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग (GENERAL /OBC-NCL) के उम्मीदवारों का जन्म 1 अक्टुंबर 2001 के बाद हुआ होना चाहिए।
  • आरक्षित वर्गों के उम्मीदवारों को आयु सीमा में 5 वर्षो की छूट प्राप्त है। जैसे SC,ST उम्मीदवारों के लिए जन्म तिथि 1 अक्टुंबर 1997 या उसके बाद की हो सकती हैं।

IIT JEE Main 2026 के लिए प्रयासों की संख्या

  • कुल 6 प्रयास लेकिन निम्न शर्तों के साथ
  • IIT JEE Main 2026 के इच्छुक उम्मीदवारों को प्रयासों की संख्या के लिए कुछ विशिष्ट पात्रता मानदंडों को पूरा करना होगा। जैसे जिन उम्मीदवारों ने 2024 या 2025 में अपनी 12वीं कक्षा पूरी कर ली है या जो वर्तमान में (2026 में) 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले हैं, वे IIT JEE Main 2026 में भाग लेने के लिए पात्र हैं। लेकिन जिन उम्मीदवारों ने 2024 से पहले (यानि 2023 में ) अपनी 12वीं कक्षा पूरी कर ली है या जो 2026 के बाद (2027 में) 12वीं कक्षा में बैठने वाले हैं, वे इस परीक्षा के लिए पात्र नहीं हैं। ध्यान रहे IIT JEE Main 2026 की परीक्षाएं जनवरी और अप्रैल माह में दो बार आयोजित की जाएगी।

IIT JEE Main 2026 के लिए अंक मानदंड

  • अंकों की पात्रता के संदर्भ में, सामान्य श्रेणी (General Category) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC-NCL) के अंतर्गत आने वाले उम्मीदवारों को IIT JEE Mains 2026 के लिए कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75% अंक प्राप्त करने होंगे या अपने बोर्ड की परीक्षा में शीर्ष 20 प्रतिशत में स्थान प्राप्त करना होगा।(हालाँकि, 2023 से यह आवश्यकता हटा दी गई है) यह मानदंड आईआईटी (IIT),एनआईटी (NIT),आईआईआईटी (IIIT) और अन्य सीएफटीआई (CFTI) में प्रवेश पाने के लिए आवश्यक है। 
  • आरक्षित श्रेणियों (SC/ST व अन्य ) के उम्मीदवारों के लिए,आईआईटी (IIT),एनआईटी (NIT), आईआईआईटी (IIIT) और अन्य सीएफटीआई (CFTI) के विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों (UG) में प्रवेश पाने के लिए न्यूनतम 65% अंक आवश्यक हैं। इस प्रक्रिया से शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर एक निष्पक्ष और समावेशी चयन प्रक्रिया सुनिश्चित होती है।

IIT JEE Main 2026 के लिए कक्षा 12 में विषय आवश्यकताएं

IIT JEE Main 2026 तीन अलग-अलग पाठ्यक्रमों – बी.टेक (B.Tech), बी.आर्क (B.Arch) और बी.प्लान (B.Plan) – के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिनमें से प्रत्येक के लिए विशिष्ट विषय आवश्यकताएं हैं। जो निम्न हैं 

  • IIT JEE MAIN 2026 पेपर 1 (B.Tech.) के लिए

उम्मीदवारों के पास अनिवार्य विषयों के रूप में भौतिकी (Physics) गणित (Mathematics) रसायन विज्ञान (Chemistry) होना चाहिए। 

  • IIT JEE Main 2026 पेपर 2A (B.Arch.) के लिए

उम्मीदवारों को भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry) और गणित (Mathematics) के साथ कक्षा 12वीं या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण की हुई होनी आवश्यक हैं। 

  • IIT JEE Main 2026 पेपर 2B (B.Plan) के लिए

उम्मीदवारों को कक्षा 12 वीं या समकक्ष परीक्षा में गणित विषय के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य हैं।

IIT JEE 2026 के लिए राज्य पात्रता मानदंड Code

  • IIT JEE MAIN 2026 में राज्य पात्रता कोड का संबंध इस बात से है कि उम्मीदवार जिस राज्य से संबंधित है तथा जहां से उसने कक्षा 12 वीं (या समकक्ष) परीक्षा उत्तीर्ण की है, वह उस राज्य कोड से IIT JEE MAIN 2026 परीक्षा में भाग ले सकता है। यहां यह ध्यान रखना जरूरी हैं कि राज्य पात्रता कोड उम्मीदवार के मूल स्थान या वर्तमान निवास स्थान पर निर्भर नहीं करता है। उदाहरण के लिए,यदि कोई उम्मीदवार कक्षा 12 की परीक्षा दिल्ली से उत्तीर्ण करता है लेकिन वह राजस्थान के झुन्झुनू या सीकर जिले में रहता है तो उसकी 12 वीं कक्षा का पात्रता कोड दिल्ली का होगा ना कि राजस्थान का। इसी प्रकार,ऐसे उम्मीदवार जो एक राज्य से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करते हैं लेकिन किसी अन्य राज्य से अपने अंक प्रतिशत में सुधार करते हैं,तो उसकी पात्रता का कोड उस राज्य द्वारा निर्धारित किया जाएगा जहां से उसने पहले 12 वीं कक्षा उत्तीर्ण की है। यह कार्य वह राज्य बोर्ड नहीं करेगा जहां से बाद में परीक्षा देकर अंकों में (प्रतिशत में) सुधार किया है।
  • जिन भारतीय नागरिकों ने नेपाल/भूटान में कक्षा 12 की परीक्षा उत्तीर्ण की है,उनकी पात्रता का राज्य कोड उनके पासपोर्ट में लिखित स्थाई निवास के आधार पर किया जायेगा। इसके अलावा भारत के प्रवासी नागरिकों (OCI) और भारतीय मूल के व्यक्तियों (PIO) के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) समय समय पर नियम लागू करती रहती हैं। सभी नियम विस्तृत जानने के लिए आप NTA की Official Website का अवलोकन कर सकते हैं।

IIT JEE Main के माध्यम से JEE Advanced में उपस्थित होने के लिए पात्रता मानदंड

  • JEE Main में भागीदारी

उम्मीदवारों को JEE Main में भाग लेना होगा तथा राष्ट्रीय परिक्षण एजेंसी (NTA ) द्वारा निर्धारित न्यूनतम कटऑफ अंक प्राप्त करने होंगे। सामान्यतः वर्तमान में 90 percentile कट ऑफ रहती हैं। 

  •  शीर्ष 2,50,000 रैंक

विद्यार्थयों को IIT JEE Advanced में पात्रता पाने के लिए JEE Mains परीक्षा में शीर्ष 2,50,000 (ढाई लाख ) प्रतिभागियों में स्थान हासिल करना होगा।

  •  IIT JEE 2026 में प्रयास सीमा

उम्मीदवारों को कक्षा 12 वीं (या समकक्ष) की परीक्षा उत्तीर्ण करने के वर्ष के बाद लगातार दो वर्षों तक कुल 2 बार IIT JEE Advanced परीक्षा में बैठने की अनुमति होती हैं।

निष्कर्ष: सपनों की उड़ान भरने का समय आ गया है!

IIT JEE 2026 की पात्रता मानदंड—चाहे वह 12वीं कक्षा में न्यूनतम 75% अंक (SC/ST के लिए 65%) या टॉप 20 परसेंटाइल की आवश्यकता हो, कोई ऊपरी आयु सीमा न होना, JEE Main के लिए अधिकतम 3 वर्षों में 6 प्रयास, या JEE Advanced के लिए मात्र 2 प्रयास और 1 अक्टूबर 2001 के बाद जन्म—ये सभी नियम न केवल एक चुनौती हैं, बल्कि आपके दृढ़ संकल्प की परीक्षा भी हैं। ये मानदंड NTA और JoSAA द्वारा निर्धारित हैं, जो सुनिश्चित करते हैं कि केवल योग्य और समर्पित उम्मीदवार ही भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों के द्वार पर पहुंचें।

याद रखें, पात्रता केवल एक प्रवेश द्वार है; असली सफलता तो आपकी तैयारी, रणनीति और निरंतर प्रयासों से आती है। यदि आप 2024, 2025 या 2026 में 12वीं पास करने वाले हैं, तो अभी से योजना बनाएं—सिलेबस पर फोकस करें, मॉक टेस्ट दें और कमजोरियों को मजबूत बनाएं। आज ही अपनी पढ़ाई की शुरुआत Matrix JEE Academy Sikar से करें क्योंकि, Matrix JEE Academy सीकर की ही नहीं अपितु सम्पूर्ण उत्तरी भारत की सर्वश्रेष्ठ IIT प्रवेश परीक्षा की तैयारी करवाने वाली संस्था हैं।

अधिक अपडेट्स के लिए NTA की आधिकारिक वेबसाइट (jeemain.nta.ac.in) पर नजर रखें।

शुभकामनाएं—आपका भविष्य उज्ज्वल हो!

FAQs

JEE Advanced 2026 के लिए JEE Main में न्यूनतम रैंक या अंक क्या चाहिए?

JEE Main 2026 (Paper 1) में टॉप 2,50,000 उम्मीदवारों में शामिल होना अनिवार्य। न्यूनतम कटऑफ NTA द्वारा तय की जाती है। (सामान्यतः 90+ percentile)

क्या JEE 2026 की पात्रता में बदलाव की संभावना है?

NTA/JEEB द्वारा नवंबर-दिसंबर 2025 में आधिकारिक अधिसूचना जारी होगी। पिछले वर्षों के पैटर्न के आधार पर अपेक्षित है की समान पात्रता रहेगी, लेकिन इसके लिए आप ऑफिशल वेबसाइट पर नवीत्तम अपडेट्स चेक करते रहें।

JEE 2026 आवेदन रद्द होने पर क्या करें?

पात्रता मानदंड न पूरा करने पर आवेदन रद्द हो सकता है। इसके लिए आप अपील NTA हेल्पलाइन पर करें, लेकिन दस्तावेज सत्यापन अनिवार्य होंगे।

JEE Advanced 2026 में प्रयासों की संख्या कितनी है?

अधिकतम 2 लगातार वर्षों में प्रयास (कक्षा 12वीं पास करने के वर्ष और अगले वर्ष)। पहले प्रयास के बाद दोबारा योग्य होने पर ही गिना जाता है।

JEE Main 2026 में आरक्षित वर्ग (SC/ST/PwD) के लिए कोई छूट है?

हां, JEE Main में आरक्षित वर्गों के लिए कक्षा 12वीं में 65% (SC/ST के लिए), JEE Advanced में आयु में 5 वर्ष छूट, और कटऑफ में छूट। PwD के लिए अतिरिक्त आरक्षण।