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ऑफलाइन NEET की तैयारी में कितना खर्च आता है? (कोटा, सीकर, जयपुर, दिल्ली इत्यादि)

NEET Coaching Fees: आज हम नीट की तैयारी में आने वाले खर्चे की बात कर रहे हैं। अब यह चिंता स्टूडेंट्स के साथ-साथ उनके पेरेंट्स को भी रहती है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज की फीस इतना ज्यादा होती है कि उसमें अपने बच्चे को भेजना किसी मिडिल क्लास फैमिली के लिए बुरे सपने से कम नहीं होता है। अब लोअर मिडिल क्लास और गरीब लोगों को तो भूल ही जाएं। यही कारण है कि पेरेंट्स अपने बच्चे को बेहतर से बेहतर नीट कोचिंग देने का प्रयास करते हैं।

साथ ही बात केवल पैसों की ही नहीं है। प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर बनने की फीस अवश्य ही ज्यादा है लेकिन फिर भी सरकारी मेडिकल कॉलेज डॉक्टर की तैयारी करवाने में टॉप पर आते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में फीस भी कम है और वहाँ पढ़ाई भी टॉप लेवल की होती है। इसलिए हर वह स्टूडेंट जो डॉक्टर बनना चाहते हैं, उनका लक्ष्य सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने का होता है।

अब यदि आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेना है तो उसके लिए नीट की कोचिंग लेने की जरुरत होती है। ऐसे में पेरेंट्स और स्टूडेंट्स को यह भी जानना होता है कि नीट की तैयारी में उनका कितना तक खर्चा हो सकता (NEET coaching fees per month offline) है। ऐसे में आज हम इस विषय पर विस्तार से आपको जानकारी देने वाले हैं।

ऑफलाइन NEET की तैयारी में कितना खर्च आता है?

यहाँ हमने ऑफलाइन शब्द इसलिए जोड़ा है क्योंकि आज के समय में ऑनलाइन नीट की कोचिंग भी दी जा रही है। अब जो इंस्टीट्यूट केवल ऑनलाइन ही नीट की तैयारी करवाते हैं, उनकी फीस बहुत ही ज्यादा कम होती है लेकिन वहाँ पढ़ने का इतना लाभ देखने को नहीं मिलता है। वह इसलिए क्योंकि जो तैयारी क्लास में जाकर होती है, वह घर बैठे ऑनलाइन लेक्चर से नहीं हो सकती (NEET ki coaching fees kitni hai) है।

घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई तो आप यूट्यूब पर फ्री लेक्चर देखकर भी कर सकते हैं। अब उसमें ना तो क्लास का खर्चा आता है और ना ही एक टीचर को बार-बार पढ़ाना होता है। ऐसे में वे फीस कम लेंगे ही लेकिन उसका रिजल्ट ही ना मिले तो वह सारा का सारा पैसा व्यर्थ ही हुआ ना। इसलिए यहाँ हम ऑफलाइन अर्थात क्लास में जाकर नीट की कोचिंग लेने में कितना तक खर्चा आता है, उसके बारे में बात करने वाले हैं।

अब वैसे तो नीट की कोचिंग हर शहर में दी जाती (NEET Coaching Fees) है लेकिन हम भारत के चार प्रमुख शहरों का अध्ययन करेंगे। यह चार शहर हैं कोटा, सीकर, जयपुर और दिल्ली। नीट की कोचिंग देने में अन्य शहरों की तुलना में इन चार शहरों का नाम मुख्य रूप से लिया जाता है। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को इनमें से किसी शहर में पढ़ने भेजते हैं तो आपको एक साल में कितना पैसा इन्वेस्ट करना होगा, आइए उस पर एक नज़र डाल लेते हैं।

कोटा नीट कोचिंग फीस

अगर हम नीट कोचिंग की बात करते हैं तो उसमें जिस शहर का नाम सबसे पहले लिया जाता है, वह कोटा ही है। कोटा को केवल नीट के लिए ही नहीं बल्कि JEE की कोचिंग देने में भी टॉप लेवल का शहर माना जाता है। यहाँ पर सैकड़ों नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट हैं जहाँ पर लाखों स्टूडेंट्स कोचिंग ले रहे हैं। कोटा ने अपना यह नाम आज से नहीं बल्कि पिछले कई दशकों से बनाया है। इस कारण यह आज के समय में नीट की कोचिंग देने में नंबर एक शहर माना जाता है।

अब अगर हम कोटा में नीट की फीस की बात करें तो वह सालाना 1 से 1.5 लाख तक चली जाती है। अब स्टूडेंट अगर कोटा का ही है तो कोई बात नहीं लेकिन अधिकतर स्टूडेंट्स तो दूसरे शहर या राज्य से नीट की कोचिंग लेने कोटा आते हैं। ऐसे में उन्हें वहाँ पर रहने, खाने पीने और यात्रा इत्यादि के खर्चे भी करने होते हैं।

तो कोटा शहर में रहने का खर्चा 8 से 12 हज़ार प्रति माह का लगता है। वहीं अन्य खर्चे भी 2 से 3 हज़ार रुपए प्रति माह तक पहुँच जाते हैं। इस तरह से सभी को जोड़कर देखा जाए तो कोटा शहर में एक वर्ष के लिए नीट का कुल खर्चा 2.5 से 3 लाख के बीच में बैठ जाता (NEET coaching fees per year) है। 

सीकर नीट कोचिंग फीस

अब बात करते हैं नीट की कोचिंग देने में भारत की दूसरी सबसे प्रसिद्ध सिटी सीकर की। मजे की बात यह है कि कोटा भी राजस्थान राज्य का एक शहर है तो यह सीकर भी। साथ ही सीकर कोटा से ज्यादा दूर भी नहीं है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में सीकर के नीट कोचिंग संस्थान ने कुछ ऐसा कमाल किया है कि अब नीट की कोचिंग देने में कोटा के साथ-साथ सीकर शहर का नाम पूरे भारतवर्ष में लिया जाता है।

इसका मुख्य कारण है सीकर शहर के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट। इनमें कुछ चुनिंदा इंस्टीट्यूट के नाम मैट्रिक्स, प्रिंस, गुरुकृपा इत्यादि हैं जहाँ नीट की टॉप लेवल की कोचिंग दी जा रही है। वहीं कोटा के प्रसिद्ध एलन इंस्टीट्यूट ने भी सीकर शहर में अपनी ब्रांच खोली हुई है। अब सीकर शहर में नीट कोचिंग फीस की बात करें तो वह 80 हज़ार से 1.2 लाख के बीच में होती है।

वहीं यदि हम स्टूडेंट के लिए होटल या रहने के खर्चे के बारे में बात करें तो वह 6 से 10 हज़ार रुपए प्रति माह बैठ जाता है। वहीं अन्य खर्चे 2 से 3 हज़ार रुपए प्रति माह है। इस तरह से सीकर शहर में नीट की कोचिंग लेने पर एक वर्ष में 2 से 2.5 लाख तक का खर्चा हो जाता है।

जयपुर नीट कोचिंग फीस

नीट की कोचिंग देने में राजस्थान राज्य की ही राजधानी जयपुर तीसरे नंबर पर आती है। एक तरह से कहा जाए तो राजस्थान राज्य के यह तीन शहर नीट की कोचिंग देने में देशभर में टॉप 3 में आ जाते हैं। हालाँकि इसमें जयपुर से कभी दिल्ली आगे निकल जाता है तो कभी जयपुर आगे हो जाता है।

अब अगर हम जयपुर में नीट की कोचिंग फीस की बात करें तो वह 90 हज़ार से 1.3 लाख के बीच में आती है। वहीं अगर हम वहाँ रहने की बात करें तो उसमें 7 से 11 हज़ार रुपए प्रति माह लगते हैं। वहीं अन्य खर्चे 3 से 4 हज़ार के बीच में बैठते हैं। इस तरह से जयपुर में नीट की कोचिंग लेने में 2.5 से 3 लाख तक का खर्चा एक वर्ष में हो जाता (NEET coaching fees per year) है।

जयपुर में नीट के ऊपर होने वाला खर्चा कोटा के बराबर ही है। हालाँकि कोटा में नीट की कोचिंग फीस ज्यादा है तो वहीं जयपुर शहर में रहने, खाने पीने इत्यादि का खर्चा ज्यादा हो जाता है। वह इसलिए क्योंकि जयपुर राजस्थान राज्य की राजधानी है और वहाँ कई कंपनियों के ऑफिस भी हैं।

दिल्ली नीट कोचिंग फीस

अब बात करते हैं हमारे देश भारत की राजधानी दिल्ली की। दिल्ली में केवल नीट की ही नहीं बल्कि हर मुख्य एग्जाम की कोचिंग दी जाती है। फिर चाहे वह आईएस का एग्जाम हो या बैंक का। सीए की तैयारी करनी हो या नीट की। दिल्ली को एक तरह से सभी तरह के एग्जाम की कोचिंग लेने का हब माना जाता है। तभी तो यह भारत की राजधानी भी है।

अब अगर हम दिल्ली में नीट की कोचिंग फीस, रहने, खाने पीने इत्यादि की बात करें तो वह ऊपर दिए गए तीनों शहरों की तुलना में अधिक होती है। यहाँ नीट की कोचिंग फीस 1.2 से 1.8 लाख के बीच में होती है। वहीं दिल्ली में रहने का खर्चा एक माह का 10 से 15 हज़ार के आसपास बैठ जाता है। अन्य खर्चे 3.5 से 5 हज़ार के बीच में होते हैं।

इस तरह से यदि हम दिल्ली में नीट की कोचिंग लेने में ओवरऑल खर्चे को देखें तो वह 3 से 4 लाख के बीच में हो जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह ना केवल मेट्रो सिटी है बल्कि देश की राजधानी भी है। ऐसे में वहाँ सभी तरह के संसाधन और सुख-सुविधाएँ होने के कारण खर्चे भी बहुत ज्यादा होते हैं।

चारों का तुलनात्मक अध्ययन

ऊपर आपने ऑफलाइन नीट की कोचिंग लेने में प्रति वर्ष कितना तक खर्चा हो जाता है, उसके बारे में भारत के टॉप 4 शहरों के बारे में जान लिया है। हालाँकि केवल इतनी जानकारी लेना ही पर्याप्त नहीं होता है। इसी के साथ ही आपको इन शहरों से नीट की कोचिंग लेने में क्या पॉजिटिव और नेगेटिव इफ़ेक्ट देखने को मिलते हैं, उस पर भी एक नज़र डाल लेनी (NEET ki coaching fees kitni hai) चाहिए। तो आइए उसके बारे में भी हम आपको बता देते हैं।

  • कोटा: कोटा अवश्य ही नीट की कोचिंग देने में पहले नंबर पर आता है लेकिन वहाँ का एक नेगेटिव पहलु यह है कि वहाँ स्टूडेंट्स के ऊपर बहुत ज्यादा प्रेशर डाला जाता है और वे स्ट्रेस में रहते हैं। यही कारण है कि हम आए दिन कोटा में हो रहे सुसाइड की खबरें सुनते रहते हैं। हालाँकि इस पर काम किया जा रहा है लेकिन आज भी वहाँ का माहौल बहुत ही स्ट्रेस्ड रहता है।
  • सीकर: कोटा के स्ट्रेस वाले माहौल के कारण ही सीकर शहर नीट की कोचिंग देने में बाजी मार रहा है। वह इसलिए क्योंकि जहाँ एक ओर सीकर के मैट्रिक्स, गुरुकृपा जैसे इंस्टीट्यूट कोटा के टॉप लेवल के इंस्टीट्यूट को कड़ी टक्कर दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर, वहाँ के शांत वातावरण में स्टूडेंट और अधिक फोकस से पढ़ाई कर पाता है।
  • जयपुर: जयपुर भी नीट के लिए एक अच्छी पसंद हो सकता है। वह इसलिए क्योंकि यहाँ ना तो कोटा के जैसा स्ट्रेस है और इंस्टीट्यूट भी टॉप लेवल के हैं। हालाँकि यह सीकर से इस मामले में पीछे है क्योंकि सीकर ने JEE और नीट की कोचिंग पर मुख्य ध्यान दिया हुआ है जबकि जयपुर दिल्ली की तरह ही हर फील्ड में बराबर ध्यान देता है।
  • दिल्ली: दिल्ली का पहला नेगेटिव पॉइंट तो यही है कि यहाँ पर नीट की कोचिंग लेने में बहुत खर्चा हो जाता है। वहीं जो लोग सोच रहे हैं कि दिल्ली में फीस ज्यादा है तो कोचिंग भी बेहतर होगी तो ऐसा नहीं है। दिल्ली में कोचिंग इसलिए महँगी है क्योंकि वहाँ का लाइफ स्टाइल महंगा है। साथ ही दिल्ली में स्टूडेंट्स का ध्यान भी बहुत जल्दी भटक जाता है क्योंकि जहाँ सभी तरह की सुविधाएँ हैं, वहाँ बहुत कम लोग ही अपनी नीट की तैयारी पर फोकस्ड रह पाते हैं।

स्कॉलरशिप भी है एक ऑप्शन

अब आप यह भी जान लें कि आपके बच्चे के पास भारत के टॉप लेवल के नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट से स्कॉलरशिप पाने के भी मौके हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि हर तरह के टॉप नीट कोचिंग इंस्टीट्यूट अपने यहाँ एग्जाम कंडक्ट करवाते (NEET coaching fees per month offline) हैं। इस एग्जाम में अच्छा स्कोर करने वाले कुछ चुनिंदा होनहार स्टूडेंट्स को स्कॉलरशिप दी जाती है।

मैट्रिक्स जैसी अकैडमी में तो स्टूडेंट्स को 90 प्रतिशत की भी स्कॉलरशिप दी जाती है। ऐसे में आप उस एग्जाम को दे सकते हैं और अपनी किस्मत को आजमा सकते हैं। यदि आप चुन लिए जाते हैं तो आपको नीट की कोचिंग फीस कुछ हज़ार रुपए ही देनी होगी। बस हर महीने रहने, खाने-पीने इत्यादि का खर्चा वहां करना होगा।

निष्कर्ष

आज हमने आपको बताया कि ऑफलाइन नीट की कोचिंग लेने में आपको कितना तक का खर्चा करना पड़ सकता (NEET Coaching Fees) है। इसके अनुसार ही आप अपना बजट बना सकते हैं। यदि आप सीकर से नीट की कोचिंग लेंगे तो दो से ढाई लाख, कोटा और जयपुर से ढाई से तीन लाख और दिल्ली से तीन से चार लाख तक का खर्चा हो सकता है।

आज के समय में बहुत से स्टूडेंट्स की पहली पसंद सीकर शहर इसलिए ही बन रहा है क्योंकि एक तो वहाँ नीट की कोचिंग फीस अन्य की तुलना में कम है और साथ ही माहौल भी बहुत सही है। वहाँ आपको मैट्रिक्स, प्रिंस, गुरुकृपा, एलन जैसे टॉप लेवल के कोचिंग इंस्टीट्यूट भी मिल जाते हैं और पढ़ने के लिए एक सही माहौल भी।

Related FAQs

प्रश्न: नीट की 1 साल की फीस कितनी होती है?

उत्तर: यदि हम सामान्य तौर पर नीट कोचिंग लेने के लिए एक साल की फीस की बात करें तो वह 80 हज़ार से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक हो सकती है।

प्रश्न: नीट की कोचिंग फीस कितनी होती है?

उत्तर: यदि आप अच्छे कोचिंग इंस्टीट्यूट से नीट की कोचिंग ले रहे हैं तो यह फीस एक लाख/ सालाना के आसपास बैठती है।

प्रश्न: नीट की तैयारी करने में कितना खर्चा आता है?

उत्तर: नीट की तैयारी करने में कोचिंग, हॉस्टल, खाना-पीना इत्यादि सभी खर्चों को जोड़ दिया जाए तो यह सामान्य तौर पर डेढ़ से दो लाख एक साल का बैठता है।

प्रश्न: नीट की तैयारी के लिए कौन सी क्लास सबसे अच्छी है?

उत्तर: नीट की तैयारी आपको अपनी दसवीं कक्षा से ही शुरू कर देनी चाहिए। तभी आगे चलकर आपका जल्द से जल्द नीट में सलेक्शन हो पाएगा।

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